पटना: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का संचालन और उससे जुड़े कार्य को सही तरीके से किये जाने और इसके लिए एक एडहॉक कमिटी बनाये जाने को लेकर एक जनहित याचिका पटना हाई कोर्ट में गुरुवार को दायर की गई।
यह जनहित याचिका अजय नारायण शर्मा ने दायर की है। याचिका के माध्यम से चयनकर्ताओं-सपोर्ट स्टाफ व बीसीसीआई द्वारा संचालित घरेलू टूर्नामेंट में विभिन्न उम्र के राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडियों को सही तौर से चयन करने को लेकर आदेश देने का अनुरोध कोर्ट से भी किया गया है।याचिका में इस बात का आरोप लगाया गया है कि प्रबंधन कमेटी में अवैध रूप से कुर्सी पर विराजमान व्यक्तियों द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है।याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि कुर्सी पर कथित रूप से अवैध तौर पर बैठे लोग प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों के दावों को हतोत्साहित कर रहें हैं।
सही खिलाड़ियों का चयन नही किया जा रहा है।इसलिए राज्य में खिलाड़ियों की स्थिति और भी खराब होते जा रही है जिसकी वजह से खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट जितने में भी कामयाब नहीं हो रहे हैं।बस जनहित याचिका के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बोर्ड ऑफ कंट्रोल फोर क्रिकेट इन इंडिया एंड अदर्स बनाम क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार व अन्य के मामले में सिविल अपील संख्या -4235 में 9 अगस्त, 2018 को दिये गए फैसले के अनुसार जस्टिस आर एम लोढ़ा कमेटी द्वारा की गई अनुशंसा के आलोक में खिलाड़ियों का सही तौर से चयन करने के लिए क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के गठन करने को लेकर आदेश देने का आग्रह भी किया गया है।