Chhapra: यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के द्वारा पूरे भारत को वर्ष 2025 तक यक्ष्मा उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। सारण जिले को भी वर्ष 2025 तक यक्ष्मा उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित है। जिसके लिए यह आवश्यक है कि जन समुदाय में यक्ष्मा रोग से संबंधित मरीजों को सुगमतापूर्वक यक्ष्मा की दवा प्राप्त हो सके । इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि ओपीडी काउंटर पर हीं यक्ष्मा की दवा वितरण करना सुनिश्चित किया जाये। ताकि यक्ष्मा मरीजों को भी एक ही स्थान से ससमय यक्ष्मा की दवा प्राप्त हो सके। अगर इस संबंध में वाह्य कक्ष से संबंधित कर्मचारी को प्रशिक्षण की आवश्यकता हो तो आपके यहाँ पदस्थापित यक्ष्मा सुपरवाइ जर से आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करा दी जाय।

टीबी मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास:
सीडीओ डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाने वाली निक्षय पोषण योजना बड़ी मददगार साबित हुई है। नए मरीज मिलने के बाद उन्हें 500 रुपये प्रति माह सरकारी सहायता भी प्रदान की जा रही है। यह 500 रुपये पोषण युक्त भोजन के लिए दिया जा रहा है। टीबी मरीज को 6 महीने तक दवा चलती है। इस अवधि तक प्रतिमाह पांच 500-500 रुपये दिए जाते हैं ।

बलगम की सीबीनॉट से जांच:

सीडीओ ने बताया कि जो मरीज पहले से दवा खाये रहते हैं उनकी बलगम की सीबीनॉट से जांच की जाती है । इस जांच से एमडीआर-टीबी यानी मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी का पता चलता है जिससे मरीजों के इलाज में सहूलियत होती है । टीबी शरीर के कई हिस्सों में हो सकता है जैसे छाती, फेफड़ों, गर्दन, पेट, आदि । टीबी की सही समय पर जाँच होना बहुत ही आवश्यक होता है । तभी हम इस घातक बीमारी से बच सकते हैं । टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर भी सहयोग कर रहे हैं। टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर मरीजों को इलाज के साथ उनके कोर्स को पूर्ण करने के लिए भी मरीज को प्रेरित करें।

ये हैं टीबी बीमारी के प्रारंभिक लक्षण :
• 15 दिन या इससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी या बुखार रहना
• बलगम में खून आना
• एक माह या इससे अधिक दि:नों तक सीने में दर्द रहना
• लगातार शरीर वजन कम होना एवं कमजोरी महसूस होना

तेलपा में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के बिचला तेलपा मोहल्ला में मंगलवार को एक किशोर का शव फंदे से लटकता हुआ पाया गया. मृतक छपरा शहर के नगर थाना क्षेत्र के बिचला तेलपा निवासी योगेंद्र पंडित का 15 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार बताया गया है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि घरलू आपसी विवाद को लेकर युवक ने ऐसा कदम उठाया है.

मृतक का शव घर के सीढी घर में कर्कटनुमा छत के बांस में प्लास्टिक की रस्सी लगाकर फंदा लगाया गया था. फंदे पर लटकते देखकर घर वालों में कोहराम मच गया वही आनन-फानन में घर वालों ने उसे फंदे से उतारकर छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.

जिसके बाद सदर अस्पताल में मौजूद भगवान बाजार थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा किए जाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

इस मामले में मृतक के भाई अभय कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें बताया गया है कि उसके फांसी लगाकर खुदकुशी किया गया है. वही पुलिस मामले की जांच कर रही है.

नई दिल्ली: ज्ञानवापी मस्जिद मामला और पूजास्थल अधिनियम के खिलाफ दायर याचिकाओं पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले पर गर्मी के अवकाश के बाद सुनवाई की उम्मीद है।

गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद का मामला वाराणसी जिला न्यायालय में लंबित है, जबकि सुप्रीम कोर्ट में एक से अधिक ऐसी याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनमें न्यायालय को पूजा स्थल अधिनियम (प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट) को असंवैधानिक घोषित करने के लिए कहा गया है। वर्ष 2020 में पूजा स्थल अधिनियम को रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गईं थीं, जिसमें से एक याचिका को न्यायालय ने क़ुबूल करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। यह याचिका भारतीय जनता पार्टी के अश्विनी कुमार उपाध्याय एडवोकेट ने दायर की थी, जिसका नंबर सिविल रिट याचिका 1246/2020 है।

उक्त याचिका का विरोध करने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड एजाज मकबूल के जरिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है जिस पर गर्मी के अवकाश के बाद सुनवाई होने की उम्मीद है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के निर्देश पर इस हस्तक्षेप याचिका में लिखा गया है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि विवाद मामले में एक प्रमुख पक्षकार थी। इसमें प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट की धारा 4 को स्वीकार कर लिया गया है और इस कानून की संवैधानिक स्थिति को सर्वोच्च न्यायालय ने भी मान्यता दी है। इसलिए अब इस क़ानून को चुनौती देकर एक बार फिर देश की शांति भंग करने का प्रयास किया जा रहा है।

याचिका में आगे कहा गया है कि पूजा स्थल अधिनियम 1991 को लागू करने के दो उद्देश्य थे। पहला उद्देश्य था किसी भी धार्मिक स्थल के परिवर्तन को रोकना और दूसरा उद्देश्य पूजा स्थलों को उसी हालत में रखना था, जिस स्थिति या रूप में वे 1947 में थे। इन दोनों उद्देश्यों को बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि विवाद मामले के फैसले में अदालत ने बरकरार रखा गया था। याचिका में कहा गया है कि प्लेसेज आफ वर्शिप एक्ट भारत के संविधान की मूल संरचना को मजबूत करता है। इसका उल्लेख बाबरी मस्जिद मामले के फैसले में किया गया है। (पैराग्राफ 99, पृष्ठ 250) और इस क़ानून की रक्षा करना धर्मनिरपेक्ष देश की जिम्मेदारी है।

बाबरी मस्जिद मामले के फैसले में पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने पूजा स्थल अधिनियम का विस्तृत विश्लेषण किया है, जिसके अनुसार यह कानून भारत के संविधान की नींव को मजबूत करने के साथ-साथ इसकी रक्षा भी करता है और इसकी धारा 4 पूजा स्थलों के रूपांतरण पर रोक लगाती है। यह कानून बनाकर सरकार ने सभी धर्मों के लोगों के पूजा स्थलों की रक्षा करने की संवैधानिक जिम्मेदारी ली है।

इस सम्बंध में जमीयत उलेमा-ए-हिंद की कानूनी सहायता समिति के प्रमुख गुलजार आजमी ने कहा कि 18 सितंबर, 1991 को पूजा स्थल अधिनियम पारित किया गया था, जिसके अनुसार 15 अगस्त, 1947 को मिली स्वतंत्रता के समय धार्मिक स्थलों की जो स्थिति थी, उनको बदला नहीं जा सकता। केवल बाबरी मस्जिद विवाद को इस कानून से बाहर रखा गया, क्योंकि मामला पहले से ही विभिन्न अदालतों में लंबित था।

नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद पर टीवी डिबेट के दौरान टिप्पणी के चलते विवादों में घिरीं नूपुर शर्मा और उनके परिवार को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा दी है। नूपुर शर्मा और उनके परिवार की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई थी कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी।

नई दिल्ली जिले की डीसीपी अमृता गुगलोथ ने मंगलवार को बताया कि “नूपुर शर्मा और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उनके बयान के बाद से उन्हें परेशान किया जा रहा है।”

उल्लेखनीय है कि बीते 27 मई को एक न्यूज चैनल पर चल रही डिबेट के दौरान भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं पैनल में बैठे एक अन्य व्यक्ति के बीच बहस हुई थी। इस दौरान नूपुर शर्मा ने एक समुदाय के पूजनीय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद से नूपुर शर्मा को ट्विटर पर अलग-अलग आईडी से धमकी दी जा रही थी।

इसे लेकर उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ट्वीट कर शिकायत की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि उन्हें एवं उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। एक टि्वटर आईडी के जरिए इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। धमकी देने वाले इन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाए। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) ने मामला दर्ज किया था।

Chhapra: जिले में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन एक जून से सात जून-2022 तक किया गया। जिलाधिकारी राजेश मीणा के निर्देशानुसार प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा गंगाकान्त ठाकुर ने बताया कि  बाढ़ सुरक्षा सप्ताह में बाढ जैसे भीषण आपदा के समय स्वयं अथवा परिवार की सुरक्षा हेतु फ्लैक्स एवं अन्य कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है ताकि अधिक से अधिक इस भीषण आपदा में अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके।

प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा, सारण के द्वारा बताया गया कि बाढ़ से पूर्व, बाढ़ के दौरान एवं बाढ़ के बाद बचाव के उपायों को अपनाकर बाढ़ से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। बाढ़ से सुरक्षा के लिए बाढ़ के समय हमें हैलोजेन (क्लोरीन) टेबलेट की एक गोली 20 लीटर पानी में डालकर लगभग 30 मिनट बाद पानी का उपयोग पीने के लिए करना चाहिए। कोशिश करना है कि पानी को उबाल कर ही पिया जाय। पीने के पानी व भोजन को हमेशा ढक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। सांप के काटे व्यक्ति को तुरन्त अस्पताल ले जाये। सांप काटे व्यक्ति का हौंसला बढाये रखें। शौच के बाद हाथों को साबुन या मिट्टी या राख से अच्छी तरह साफ करना चाहिए। बाढ़ के समय नदी में नाविक के निर्देशों का पालन अवश्य करें।

उन्होंने कहा कि बाढ़ में डूबे चापाकल, कुआँ का पानी न पियें। बाढ़ के समय फैले माहवारी के समय सफाई का विशेष ख्याल रखें। प्रसव के लिये गांव की आशा बहन से संपर्क कर आवश्यकतानुसार एम्बुलेन्स की सहायता से नजदीकी अस्पताल पर जायें। तेज बुखार हो जाने पर शरीर को पानी से पोछते रहे व डाक्टर से संपर्क करें। पशुओं को ऊंचे एवं सुरक्षित स्थान पर पहुँचा दें। बाढ़ के बाद पशुओं को कीड़े की दवा अवश्य दें। अपने एवं अपने पशुओं के लिए एक आपातकालीन किट तैयार रखें। अपने पशुओं को पर्याप्त चारा, पानी, पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान करें। हर हाल में बीमार पशुओं को अन्य पशुओं से अलग रखें ताकि अन्य पशुओं को बीमार होने से बचाया जा सके।

बाढ़ से आपदा में कभी भी पीने के पानी में हाथ नही डालें। भोजन एवं पानी को खुला न रखें। गीला कपड़ा न पहनें। बहुत जरुरी होने पर रात को बाहर जाये। रात में बाहर जाते समय बिना टार्च, लाठी या डण्डे के न जाए। सांप के काटने पर झाड़-फूंक न करायें। नाव पर क्षमता से ज्यादा बोझ न दें। बिना घुले हुए कपड़े न पहनें। कूड़े कचरे को नाला में न फेंके। अपनी सुरक्षा के उपाय किये बिना, डूबते हुए को बचाने का प्रयास न करें। डूबने से बचाए हुए व्यक्ति को बिना डाक्टर की सलाह के कोई दवा न दें। प्रसव के दौरान किसी भी गन्दी वस्तु जैसे कपड़ा, पुराना ब्लेड आदि का प्रयोग बिल्कुल न करें। तेज बुखार के दौरान व्यक्ति को चादर, कम्बल न ओढ़ायें। कीचड़ वाले स्थान पर पशुओं को न बाँधे। पशुओं को अलग-अलग बाँधे। पशुओं को सड़ा एवं पहले का भीगा हुआ भूसा न खिलायें। इस तरह की सावधानियों को अपना कर हम स्वयं एवं अपने परिवार सहित समाज को भी बाढ़ जैसे आपदा के समय आवश्यक मदद कर सकते है।

पटना: बिहार में पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा के चौतरवा थाना क्षेत्र में बहुअरवा के वेदांता पब्लिक स्कूल के सामने तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने मंगलवार सुबह सात लोगों को रौंद दिया । इनमें एक महिला और दो बच्चों की मौके पर मौत हो गई। चार बच्चों की हालत गंभीर है। यह जानकारी पुलिस ने दी।

पुलिस के मुताबिक यह कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने घर में घुस गई। घर के सामने खेल रहे बच्चे और खड़ी एक महिला को रौंदा दिया। स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया है।

इधर, इस घटना से गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया है। लोग कार चालक को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।

पटना:  बिहार में समय -समय पर मौसम में बदलावा देखा जा रहा है। राज्य में अगले 24 घंटों में भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलने के आसार है। उत्तरी और पूर्वी बिहार के अधिकतर इलाकों में मंगलवार को मध्यम बारिश हो सकती है।

आईएमडी ने उत्तरी और पूर्वी बिहार में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। पूर्व-उत्तर बिहार के निकट सिलीगुड़ी में मॉनसून सक्रिय है। आइएमडी के मुताबिक बिहार में मॉनसून प्रवेश की औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है। सिलीगुड़ी के आसपास मॉनसून तीन दिनों से अभी स्थिर है। बिहार में मानसून 12 जून तक आने की संभावना है।

राज्य में पुरवैया की रफ्तार काफी कम होने के कारण उसका प्रभाव क्षेत्र में अभी बेहद कमजोर है। मॉनसून के प्रवेश के लिए सतह से उसकी ऊंचाई तीन किलोमीटर होनी चाहिए लेकिन बिहार की तरफ आ रही पुरवैया सतह से केवल 0.9 किलोमीटर है। इस वजह से बिहार में मॉनसून का प्रवेश देर से हो रहा है।

नितिन गडकरी ने फीता काटकर किया गांधी सेतू की दूसरी लेन का उद्घाटन

पटना : केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले गांधी सेतु की पूर्वी लेन का उद्घाटन कर दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साथ रहे. इसके साथ ही इस सेतू पर आम जनता का आवागमन शुरू हो गया.

महात्मा गांधी सेतू के एक लेन के उद्घाटन के साथ साथ अन्य 10 हजार 651 करोड़ की सड़क और पुल परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया.

पटना के गांधी सेतु पर दूसरी लेन का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कर दिया है. 24 साल बाद आज एक बार फिर इस पुल के दोनों लेने पर एक साथ आवागमन शुरू हो जाएगा. गडकरी ने कुल करीब 13 हजार 585 करोड़ की लागत से 15 राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास किया.

इसमें सबसे महत्‍वपूर्ण परियोजना गांधी सेतु के दूसरे लेन का उद्घाटन है. दूसरी लेन के खुल जाने से अब पटना की ट्रैफिक व्यवस्था बदली-बदली नजर आएगी. शहर के प्रवेश द्वार और अंदर दोनों जगह यातायात सुगम होगा. गांधी सेतु के दोनों लेन से आवागमन शुरू होने और अटल पथ फेज 2 के जेपी सेतु से जुड़ने के बाद उत्तर बिहार से आना-जाना आसान हो जाएगा. पटना से हाजीपुर का सफर 15 मिनट में तय हो जाएगा.

पटना: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार को 13585 करोड़ रुपये की आज 15 राष्ट्रीय उच्च मार्ग परियोजनाओं की सौगात मिली।

इनमे सबसे महत्वपूर्ण उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच लाइफलाइन गांधी सेतु की दूसरे लेन (डाउन स्ट्रीम) शामिल है। कुल छह किमी लंबाई में इसके सुपर स्ट्रक्चर रिप्लेसमेंट प्रोजेक्ट पर 1742 करोड़ रुपये का खर्च आया है।

बिहार को  सड़क परियोजनाओं की सौगात

-मुंगेर-भागलपुर-मिर्जाचौकी फोर लेन ग्रीन फील्ड। इस सड़क की लंबाई 124 किमी और लागत 5,788 करोड़ रुपये है।

-उमगांव से भेजा तक दो लेन सड़क, इसकी लंबाई 89 किमी और लागत 1614 करोड़ है।

-औरंगाबाद से चोरदाहा (झारखंडसीमा) छह लेन सड़क परियोजना। यह सड़क 70 किमी लंबी और इसकी लागत 1,508 करोड़ है।

-पुरानी मुंगेर-मिर्जाचौकी सड़क। इसकी लंबाई 108 किमी और लागत 1044 करोड़ है।

-बेगूसराय शहर में चार लेन एलिवेटेड फ्लाईओवर। इसकी लंबाई चार किमी और लागत 256 करोड़ है।

-गोपालगंज शहर में चार लेन एलिवेटेड फ्लाईओवर। इसकी लंबाई तीन किमी और लागत 185 करोड़ है।

-कायम नगर से आरा शहर तक चार लेन सड़क। इसकी लंबाई नौ किमी और लागत 98 करोड़ है।

-पटना एम्स से नौबतपुर के बीच अतिरिक्त दो लेन सड़क। इसकी लंबाई 11 किमी और लागत 88 करोड़ रुपये है।

-जयनगर बाईपास पर दो लेन अप्रोच रोड के साथ आरओबी। इसकी लंबाई एक किमी और लागत 70 करोड़ है।

पटना/बेगूसराय: बेरोजगारी का रोना रोने वालों को आईना दिखाने वाली पटना की ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता अभी चर्चा में ही थी कि बेगूसराय में सीटीईटी (सीटेट) पास रिक्शा वाले ने धमाल मचा दिया है।

लोकसभा सदस्य वरुण गांधी ने सीटीईटी पास जहांगीर के कार्यों की सराहना करते हुए सिस्टम पर भी चोट किया है। वरुण गांधी ने बेगूसराय के सीटीईटी पास रिक्शावाला का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ”कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। पर दुःख होता है जब एक कुशल एवं शिक्षित व्यक्ति को योग्यता और क्षमता के अनुरूप रोजगार का अवसर नहीं मिलता। जब देश में 60 लाख से अधिक स्वीकृत पद खाली पड़े हैं, तब सीटीईटी पास यह नौजवान रिक्शा चलाने को मजबूर है, यह हमारी संसद की संयुक्त असफलता है।”

उल्लेखनीय है कि बेगूसराय जिला मुख्यालय से दूर भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र के चंदौर गांव निवासी 25 वर्षीय मो. जहांगीर बचपन से ही पढ़ने-लिखने में काफी तेज है। पढ़ाई में उसकी रुचि देख अभिभावक ने उसे उच्च शिक्षा दिलाई, इसके बाद जहांगीर ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) की तैयारी शुरू कर दी और दिसंबर 2020 में उसने यह परीक्षा पास कर लिया।

लेकिन उसके बाद वैकेंसी नहीं निकलने के कारण जहांगीर बेरोजगार था, थक हार कर जहांगीर ने दो माह पहले मुख्यमंत्री परिवहन योजना से कर्ज लेकर ई-रिक्शा खरीदा और भगवानपुर से लेकर तेघड़ा बाजार के बीच चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है। हालांकि उसने नौकरी पाने की उम्मीद नहीं छोड़ी, रिक्शा चलाने के बाद बचे समय में वह रिवीजन भी करता है तथा पूरी उम्मीद है कि बिहार सरकार द्वारा शिक्षक नियोजन के घोषित सातवें चरण में उसे भी नौकरी मिल जाएगी।

जहांगीर ने बातचीत में बताया कि दो बार सीटीईटी पास करने के बावजूद शिक्षक नहीं बन पाया है तो बेरोजगार घर पर बैठने से बेहतर परिवार के भरण-पोषण के लिए उसने ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया। उसने अपने ई-रिक्शा में सीटीईटी पास रिक्शावाला का बोर्ड भी लगा लिया है, जिससे कोई भी यात्री जहांगीर को पढ़ा लिखा समझ कर उसके साथ दुर्व्यवहार नहीं करे। उसके मन में जोश और जज्बा है तो उम्मीद है कि एक ना एक दिन शिक्षक बनकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करेगा।

फिलहाल सीटीईटी पास रिक्शावाला जहांगीर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दूर-दूर से लोग उससे मिलने आ रहे हैं तथा काफी चर्चा हो रही है।

Chhapra: मछली खिलाने के बहाने पड़ोस की सात वर्षीय नाबालिग को घर से बुलाकर ले जाने व उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के उपरांत उसकी हत्या का प्रयास किये जाने के मामले के आरोपित को न्यायालय ने सश्रम कैद व जुर्माने की सजा सुनाई है. मामला रसूलपुर थाना क्षेत्र का है जहां तीन वर्ष पूर्व एक युवक द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया था. सोमवार को एडीजे षष्टम सह पोक्सो के विशेष न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने रसूलपुर थाना कांड संख्या 50/19 के पोक्सो वाद संख्या 31/19 में सजा की बिंदु पर सुनवाई की. अभियोजन की ओर से लोक अभियोजक सह पॉक्सो के विशेष पीपी सुरेंद्र नाथ सिंह व उनके सहायक अधिवक्ता अश्वनी कुमार ने आरोपित को कठोर से कठोर सजा सुनाए जाने का न्यायालय से अनुरोध किया, वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता के द्वारा आरोपित की पहली गुनाह बताते हुए उसके पक्ष में बहस किया गया.

दोनो पक्षो की बहस सुनने के बाद न्यायाधीश ने आरोपित रुजुल कुमार को पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत उम्रकैद व 25 हजार जुर्माना एवं भादवि की धारा 307 के तहत 5 वर्ष सश्रम कैद व 25 हजार व जुर्माना की सजा सुनाई है. साथ ही न्यायाधीश ने पीड़िता की सहायता के लिए सरकार को दस लाख रुपये देने का आदेश दिया है. पीड़िता की मां ने 29 मार्च 2019 को अपने पड़ोसी युवक के विरुद्ध पीएमसीएच में अपना फर्द बयान दर्ज कराया था. आरोप में कही थी कि 28 मार्च की रात 8 बजे रुजूल उनके घर आया और मेरी पुत्री को यह कह कर की उसकी दादी उसे मछली खाने को बुला रही है अपने साथ ले गया. बहुत देर तक जब बच्ची नहीं आयी तो वे युवक के घर पुत्री को लाने गयी. वहां सबो ने कहा कि उनकी पुत्री तो यहां आयी ही नहीं है और रुजूल भी घर पर नही है. पूरी रात सबो ने बच्ची को ढूंढ़ा परन्तु वह नही मिली. अहले सुबह लोंगो ने शोर मचाया की एक बच्ची चंवर में नग्न अवस्था में पड़ी हुई है. सूचना पर उसके पति गये तो देखा कि उक्त बच्ची उनकी पुत्री है जो गम्भीर रूप से जख्मी हालत में पड़ी हुई है. उसे लेकर एकमा अस्पताल गये जहां डाक्टर ने सदर अस्पताल भेज दिया. सदर अस्पताल के डाक्टर भी बच्ची की हालत को गम्भीर बताते हुये उसे पीएमसीएच रेफर कर दिये. अधिवक्ता अश्विनी कुमार ने बताया कि पुलिस ने अभियुक्त को घटना के अगले दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था तब से वह जेल में है. अभियोजन ने इस मामले में सूचक, पीड़िता, कांड के आईओ चिकित्सक समेत 7 साक्षियों का कोर्ट में साक्ष्य पेश किया.

सिवान: नगर थाना क्षेत्र के विशेश्वरपुरम में रविवार की देर रात 11:00 बजे मेडिकल की एक छात्रा ने युवक से बात करते हुए फांसी लगाकर जान दे दी. मृतका की पहचान छपरा के श्रीनंदन पथ निवासी सवालिया प्रसाद सिंह की पुत्री निवेदिता भारद्वाज (26 वर्ष) के रूप में हुई है.

इस मामले में मृतका के पिता ने नगर थाने में आवेदन देकर एक सीनियर छात्र पर जबर्दस्ती शादी करने की नीयत से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी है. वहीं, चर्चा है कि युवती एक सीनियर छात्र से शादी करना चाहती थी. छात्र भी शादी करने के लिए तैयार था, लेकिन युवती के परिवार वाले इसके लिए राजी नहीं थे.

बताया जाता है कि युवती ने परिवार वालों के दबाव की वजह से दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली. वहीं, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. मृतका के पिता ने बताया कि निवेदिता सीवान के दयानंद आयुर्वेदिक महाविद्यालय की छात्रा थी. वह नगर थाना क्षेत्र के विशेश्वरपुरम में सुरेंद्र कुमार सिंह के मकान में किराये पर रहती थी.