जाड़े एवं कोहरे के मौसम में संरक्षित और तीव्र रेलगति को लेकर छपरा जंक्शन का मुख्य संरक्षा आयुक्त ने किया निरीक्षण

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा आगामी जाड़े एवं कोहरे के मौसम को ध्यान में रखकर संरक्षित और तीव्रगामी रेल यात्रा सुनिश्चित करने के लिये कार्ययोजना के तहत शुक्रवार को पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य संरक्षा आयुक्त मुकेश मल्होत्रा एवं उनकी टीम द्वारा छपरा जं एवं छपरा- सुरेमनपुर रेल खण्ड का सेफ्टी ऑडिट निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही साथ छपरा जं पर दुर्घटना राहत यान एवं चिकित्सा राहत/ मेडिकल यान का गहन निरीक्षण किया और उनमें उपलब्ध उपकरणों एवं मेडिसिन की जाँच की उक्त यानों के उपकरणों के क्रमिक अनुरक्षण की समीक्षा की गयी.

इस अवसर पर मुख्य यात्री यातायात प्रबंधक,गोरखपुर आलोक सिंह, मुख्य विद्युत जनरल इंजीनियर ओ पी सिंह, चीफ रोलिंग स्टाक इंजीनियर/फ्रेट एस.के.भारती, मुख्य सिगनल इंजीनियर नीरज गुप्ता, उप मुख्य इंजीनियर(ट्रैक) राजेन्द्र प्रसाद,अपर मंडल रेल प्रबंधक(ऑपरेशन) एस पी एस यादव, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आशुतोष शुक्ला, वरिष्ठ इंजीनियर द्वितीय सत्यम सिंह, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर-2 यशवीर सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक(सामान्य) ए के सक्सेना, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(कर्षण) आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(ऑपरेशन) ए के श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षक उपस्थित थे.

मुख्य संरक्षा अधिकारी मल्होत्रा एवं सेफ्टी ऑडिट टीम ने अपने निरीक्षण के क्रम में छपरा जं के आर आर आई पैनल, रिले रूम, बैटरी रूम, डीजल लॉबी, गार्ड/लोकोपायलट रनिंग रूम,पॉइंट एण्ड क्रासिंग का गहन निरीक्षण किया और उपकरणों के समयबद्ध अनुरक्षण की जानकारी ली साथ ही छपरा जं में कार्यरत संरक्षा श्रेणी के कर्मचारियों का संरक्षा के प्रति ज्ञान परखा.

इसके साथ ही उन्होंने दुर्घटना राहत यान (ART) एवं दुर्घटना राहत मेडिकल यान (ARME) का गहन निरीक्षण किया तथा उसमें उपलब्ध विभिन्न उपकरणों एवं मेडिसिन की गुड़वत्ता की समीक्षा की.

इसके साथ ही दुर्घटना राहत यान के कर्मचारियों को संरक्षा के प्रति सदैव उत्तरदायी रहने की शपथ दिलाई गई. डीजल लॉबी के निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों के पुनश्चर्या प्रशिक्षण की समीक्षा की गयी.

तदुपरान्त सेफ्टी ऑडिट टीम निरीक्षण स्पेशल ट्रेन से छपरा-गौतम स्थान रेल खण्ड पर किमी संख्या-07/9-10 पर पावर सब स्टेशन का निरीक्षण किया और विद्युत विफलता अथवा आपात काल में फेल-सेफ पध्दति समेत अर्थ की जाँच की. इसके बाद सेफ़्टी ऑडिट टीम गौतम स्थान -बकुलहाँ रेल खण्ड पर किमी सं-10/07-08 पर स्थित इंजीनियरिंग समपार सं-64 का निरीक्षण किया और गेट मैन का संरक्षा ज्ञान परखा. इसके बाद दो किलोमीटर लम्बे किमी सं-14/06 से 16/07 तक कर्वेचर संख्या 05 के इन्डेन्ट एवं ओवर हेड ट्रैक्शन की जाँच करते हुए किमी सं-17 से18/02 पर स्थित महत्वपूर्ण ब्रिज संख्या 16 पर पहुँची और फाउन्डेशन, ट्रैक फिटिंग्स, बोल्ट फिटिंग्स, लाइनर एडजस्टमेंट एवं ट्रैक्शन लाइन फिटिंग्स का निरीक्षण किया और संतुष्ट होने के पश्चात बकुलहाँ स्टेशन पहुँचे और संरक्षित यातायात प्रबंधन हेतु इंजीनियरिंग, सिगनल, ऑपरेटिंग विभाग के संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों की सक्षमता प्रमाण पत्र एवं पीरियाडिकल मेडिकल परिक्षण रिपोर्ट की जाँच की गयी. इसके साथ ही स्टेशन सेक्शन में संस्थापित बर्थिंग ट्रैकों, पॉइंट मशीनों, सिगनलों, पैदल उपरिगामी पूल की ऊँचाई एवं अप्रोच, प्लेटफार्म लेंथ क्लियरेंस ,फायर एलार्म, स्टेशन वर्किंग रूल, रिले रूम,पॉइन्ट क्रासिंग तथा विभिन्न उपकरणों की फेल सेफ साइड प्रणाली आदि का गहन निरीक्षण करते हुए संरक्षा की समीक्षा की और सम्बंधित को निर्देश दिए.

इसके पश्चात सेफ्टी ऑडिट टीम निरीक्षण स्पेशल ट्रेन से बकुलहाँ – सुरेमनपुर रेल खण्ड पर किमी सं-26/01-02 पर स्थित समपार सं-22AC पर बने लो हाइट सब-वे का निरीक्षण करते हुए सुरेमनपुर स्टेशन पहुँचे.

उन्होंने सुरेमनपुर के स्टेशन पैनल, संरक्षा उपकरणों यथा ब्लॉक यन्त्र, ई के टी, वीडर काउन्टर, आपात कैंसिलेशन, रिले रूम, बैट्री रूम, पॉइंट्स एण्ड क्रासिंग, अनुरक्षण रजिस्टर आदि का निरीक्षण किया.

अपने निरीक्षण के दौरान उन्होंने में ट्रैक्शन ओवर हेड लाइन, पावर फिडर, समपार फाटकों, कर्वेचर, पूल पुलियाओं के स्टैंडर्ड मानकों का परीक्षण करते हुए ब्लाक सेक्शन के मध्य रेल खण्ड का स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार लाइन फिटिंग्स और उसपर संस्थापित सिगनलो, टर्न आउट्स , बैलास्टिंग एवं पैकिंग, कर्वेचर पर पर्याप्त क्लियरेंस, पॉइंट्स एंड क्रासिंग, रेलवे ट्रैक लाइन फिटिंग्स, विद्युतिकृत कलर लाइट सिगनल, लॉक एण्ड ब्लाक टोकन लेस इंस्ट्रूमेंट, ब्लाक ओवरलैप, ब्लाक एवं सिगनल ओवरलैप, fauling mark, प्लेटफार्म पर यात्रियों की सुरक्षा /संरक्षा के सम्बन्ध में निरिक्षण किया. इस दौरान उन्होंने इस खण्ड में स्थित विभिन्न समपार फाटकों के बूम लॉक की लाकिंग एवं हाईट गेजों के संस्थापन को सुनिश्चित किया एवं इस खंड में पड़ने वाले पुल-पुलिया एवं कर्वेचर पर ट्रैक फिटिंग्स का गहन निरीक्षण किया और सम्बंधित को निर्देश दिया.

इस दौरान इस ब्लाक खण्ड में गाड़ियों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेल ज्वाइन्टस तथा जाग्लड फिश प्लेटों के बोल्ट होल का परीक्षण एवं ल्यूब्रीकेशन कार्य का निरीक्षण किया गया और एल.डब्लू.आर. एवं सी.डब्लू.आर. की डिस्ट्रेसिंग के साथ ही रेल पथ की सारी खामियों को दूर कराने का निर्देश दिया गया.

ठंड के मौसम में कोल्ड वेदर पेट्रोलिंग हेतु प्रबन्धन की समीक्षा की गयी. रेल के तापमान की नियमित रूप से जाँच कराने तथा इसका रिकार्ड रजिस्टर में भी दर्ज किये जाने का निर्देश दिया गया. सेफ्टी टीम ने साथ ही पर्याप्त मात्रा में पटाखा सिगनल की उपलब्धता, सिगनल साइटिंग बोर्ड पर ट्रैक के आर-पार लाइम मार्किंग (चूने की मार्किंग), सिगनल साइटिंग बोर्ड, डब्लू.एल.बोर्ड, फॉग सिगनल पोस्ट, समपारों के लिफ्टिंग बैरियर पर पीले/काले ल्यूमिनस स्ट्रिप की व्यवस्था स्पष्ट दृश्यता हेतु सभी अपेक्षित कार्य पूरे पाए गये.

त्यौहार में आनंद विहार से सहरसा के लिए विशेष ट्रेन, छपरा के रास्ते जाएगी ट्रेन, यहां देखें समय सारणी…

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा आगामी त्यौहारों पर होने वाली यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये यात्री जनता की सुविधा हेतु 04016 / 04015 आनन्द विहार टर्मिनस- सहरसा-आनन्द विहार टर्मिनस पूजा विशेष गाड़ी का संचलन आनन्द विहार टर्मिनस से 23 अक्टूबर (रविवार) एवं 26 अक्टूबर (बुधवार) 2022 तथा सहरसा से 24 अक्टूबर(सोमवार) एवं 27 अक्टूबर (बृहस्पतिवार) 2022 को 02 फेरो के लिये किया जायेगा.

04016 आनन्द विहार टर्मिनस- सहरसा पूजा विशेष गाड़ी 23 अक्टूबर एवं 26 अक्टूबर ,2022 को आनन्द विहार टर्मिनस से 15:25 बजे प्रस्थान कर, मुरादाबाद से 17:50 बजे, बरेली से 20:12बजे, सीतापुर से 23:30 बजे, दूसरे दिन गोण्डा से 02:20 बजे,गोरखपुर से 05:10 बजे, सीवान से 07:02 बजे, छपरा से 08:25 बजे, हाजीपुर से 09:45 बजे, मुजफ्फरपुर से 10:40 बजे,समस्तीपुर से 11:45 बजे, बरौनी जंक्शन से 12:55 बजे, बेगूसराय से13:17 बजे,खगड़िया से 14:02 बजे,एस बख्थियारपुर 15:05 छूटकर सहरसा 16:00 बजे पहूँचेगी.

वापसी यात्रा में 04015 सहरसा – आनन्द विहार टर्मिनस पूजा विशेष गाड़ी 24 अक्टूबर एवं 27 अक्टूबर, 2022 को सहरसा से 19:00 बजे प्रस्थान कर एस बख्थियारपुर से 19:22 बजे,खगड़िया से 20:22 बजे,बेगूसराय से 20:54 बजे, बरौनी जंक्शन से 21:35 बजे,, समस्तीपुर से 22:30 बजे, मुज़फ्फपुर से 23:25 बजे, दूसरे दिन हाजीपुर से 00:20 बजे, छपरा से 02:10 बजे, सिवान से 03:02 बजे,गोरखपुर से 05:10 बजे,गोंडा से 07:45बजे, सीतापुर से 11:00 बजे, बरैली से 15:37 बजे, मुरादाबाद से 17:20 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 20:10 बजे पहुंचेगी.

इस गाड़ी की संरचना में साधारण द्वितीय श्रेणी के 11,शयनयान श्रेणी 10, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 01 तथा एस.एल.आर.डी के 02 कोचों सहित कुल 24 कोच लगाये जायेंगे.

मसरख के कर्णकुदरिया नहर में मिला अज्ञात शव, जांच में जुटी पुलिस

Mashrakh: मशरक थाना क्षेत्र अंतर्गत 40 आरडी पुल एवं कर्णकुदरिया नहर पुल के बीच नहर के पानी में बहता हुआ एक युवक का शव बरामद किया गया. शव को ग्रामीणों ने देखा था. जिसकी सूचना पुलिस को दी गई. स्थानीय गांव के लोगों की मदद से शव को नहर के पानी से निकाला गया.

शव मिलने की खबर आसपास के क्षेत्रों में फैल गई जिसके बाद शव देखने के लिए लोग जुट गए. हालांकि शव किसका है इसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है.

मृत युवक को उम्र 40 से 50 वर्ष के करीब है. वही मृतक गंजी और अंडरवियर पहने हुए है.

स्थानीय लोगो का कहना है कि नहर में पानी के बहाव में देखा गया है. ऐसा प्रतीत होता है को हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया गया. घटना की जानकारी के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.

Chhapra/Baniyapur: पंचायत एवम निकाय चुनाव में अति पिछड़ा का आरक्षण भाजपा खत्म करना चाहती है उक्त बातें सूचना एवम प्रौद्योगिकी मंत्री इसराईल मंसूरी ने बनियापुर प्रखण्ड के हरिहरपुर गाँव पूर्व जदयू बुनकर प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव जावेद अब्बास पप्पू के आवास पर कही.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 से ही पंचायत एवम नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ा समाज को 20% आरक्षण देने का किया है उसी आरक्षण को भाजपा साजिश के तहत ख़त्म करना चाहती है. इस साजिश को महागठबंधन कभी सफल नहीं होने देगा.

जदयू प्रदेश सचिव अल्ताफ आलम राजू, बैजनाथ प्रसाद सिंह विकल, ओमप्रकाश शर्मा, जदयू जिला प्रवक्ता मोहम्मद फिरोज, इम्तेयाज परवेज, रवि प्रकाश, संजय राम, शिवनारायण सिंह पटेल, रेयाजुद्दीन मंसूरी,वसीम अकरम, सोनू आलम, अनवर मंसूरी, अख्तर हुसैन आदि उपस्थित थें.

बेगूसराय: बिहार का आध्यात्म एवं मोक्षधाम तथा मिथिला के दक्षिणी प्रवेश द्वार सिमरिया में पावन गंगा नदी के तट पर लगने वाले एशिया के सबसे बड़े कल्पवास मेला की तैयारी शुरू हो गई है। बेगूसराय जिला के सिमरिया गंगा तट पर नौ अक्टूबर से 17 नवम्बर तक चलने वाले राजकीय कल्पवास मेला का विधिवत उद्घाटन नौ अक्टूबर को किया जाएगा।

दो वर्ष की बंदी के बाद इस साल कल्पवास करने के लिए पिछले पांच दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संतों का आना शुरू है। नौ अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन से यहां धर्म और अध्यात्म की गंगोत्री प्रवाहित होने लगेगी। इसके लिए खालसा और महंतों का तंबू लगना शुरू हो गया है। वहीं, मिथिला के विभिन्न जिलों से आए कल्पवासियों का पर्णकुटी भी बनने लगा है। कल्पवास के दौरान महात्म्य और कथा के साथ सिद्धाश्रम के संस्थापक स्वामी चिदात्मन जी के नेतृत्व में मेला परिक्षेत्र की पहली परिक्रमा रंभा एकादशी के दिन, दूसरी परिक्रमा अक्षय नवमी के दिन एवं तीसरी अंतिम परिक्रमा बैकुंठ चतुर्दशी के दिन होगा।

इसके साथ ही दो से छह नवम्बर तक ”अमृत उत्सव का महत्व” विषय पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। जबकि कुंभ सेवा समिति द्वारा 11 अक्टूबर से आठ नवम्बर तक गंगा घाट पर भव्य महाआरती का आयोजन किया जाएगा। सात प्लेटफार्म पर काशी से आए विद्वान आचार्य के नेतृत्व में टोली गंगा मैया की महाआरती करेगी, इसकी तैयारी की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि मिथिला एवं मगध के संगम स्थली गंगा तट सिमरिया में सदियों से कार्तिक मास में कल्पवास करने की परंपरा रही है। यहांं सिर्फ मिथिलांचल ही नहीं, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और नेपाल के हजारों-हजार लोग पर्णकुटी बनाकर कल्पवास करते हैं। इसके साथ ही 50 से अधिक खालसा भी लगाया जाता है। सुबह में गंगा आरती और सूर्य नमस्कार से शुरू होने वाली इनकी दिनचर्या रात्रि में गंगा आरती के साथ समाप्त होती है।

इस दौरान इन लोगों का भोजन भी पूरी तरह से सात्विक होता है तथा अधिकतर लोग गंगाजल में पकाया अरवा-अरवाइन भोजन ही करते हैं। 36 दिन सेेेे अधिक समय तक श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ-साथ श्रीमदभागवत कथा, कार्तिक मास महात्म्य, रामायण पाठ और मिथिला महात्म्य आदि का श्रवण कर आध्यात्मिक भक्ति की धारा में लीन रहते हैं। कहा जाता है कि सिमरिया गंगा तट पर आदिकाल से कल्पवास की परंपरा रही है। हिंदू धर्म शास्त्र में उत्तरवाहिनी गंगा का काफी महत्व है तथा सिमरिया में गंगा उत्तरवाहिनी है। राजा परीक्षित को भी श्राप से उद्धार के लिए सिमरिया गंगा तट पर कल्पवास करना पड़ा था।

जनक नंदिनी सीता जब विवाह के बाद अपने ससुराल अयोध्या जा रही थी तो उनके पांव पखारने के लिए राजा जनक ने मिथिला की सीमा सिमरिया में ही डोली रखने को कहा था। तब राजा जनक ने सिमरिया पहुंचकर गंगा के किनारे यज्ञ और कार्तिक मास में कल्पवास किया था, तभी से यहां कल्पवास की परंपरा चल रही है। इस जगह के प्रसिद्धि का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आजादी के बाद देश में गंगा नदी पर सबसे पहला रेल-सह-सड़क पुल यहीं बनाया गया।

स्वामी चिदात्मन जी ने कहते हैं कि देश भर में तीन जगह अनादि काल से ही कल्पवास की परंपरा चली आ रही है। इसमें हरिद्वार में बैशाख माह में, प्रयागराज में माघ माह तथा आदि कुंभस्थली सिमरिया धाम में कार्तिक माह में कल्पवास के आयोजन की परंपरा है। देश, काल और समय की परिस्थिति का ख्याल रखना हमारी परंपरा रही है, परंपराओं का पालन करते हुए कल्पवास के पौराणिक तथा आध्यात्मिक परंपरा का पालन करना चाहिए।

डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि कल्पवासियों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा होने नहीं दी जाएगी। साफ-सफाई, प्रकाश के साथ शौचालय की उत्तम व्यवस्था घाट पर करवाई जाएगी। कुटी बनाकर रहने वाले कल्पवासियों, साधु-संतों को कोई परेशानी नहीं होगी। घाट की साफ-सफाई और कुटी बनाकर रहने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्थाई रूप से मजदूरों को लगाया जाएगा, सुरक्षा और चिकित्सा की भी व्यवस्था रहेगी।

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब-दियारा के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया है।

नीतीश ने पत्र में लिखा है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब-दियारा गांव, जो बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सीमा के पास गंगा एवं घाघरा नदी के संगम पर बिहार के सारण जिला में अवस्थित है। वर्षा ऋतु के दिनों में गांव की भूमि के कटाव का खतरा बना रहता था। विगत वर्षों में कई बार वहां कटाव की स्थिति भी उत्पन्न हुई भी।

उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि ग्राम सिताब दियारा की बाढ़ से सुरक्षा के लिए घाघरा नदी की ओर से एक रिंग बांध (लगभग 7.5 किमी की लंबाई में) बनाये जाने की आवश्यकता महसूस की गई है। वर्ष 2017-18 में बिहार भू-भाग में लगभग चार किमी एवं उत्तर प्रदेश के भू-भाग में लगभग 3.5 किमी की लंबाई में रिंग बांध तथा अन्य कटाव निरोधक कार्य प्रारंभ किया गया। बिहार सरकार द्वारा रिंग बांध एवं अन्य बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है लेकिन उत्तर प्रदेश क्षेत्र में कार्य लंबित हैं।

नीतीश ने पत्र में कहा है कि हाजीपुर-गाजीपुर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 से सिताब दियारा तक जाने वाली बीएसटी मुख्य बांध की लंबाई लगभग 6.50 किमी है, जिसमें दो से तीन किमी की लंबाई में पथ के सुदृढ़ीकरण कार्य उत्तर प्रदेश राज्य के क्षेत्र में अपूर्ण है। इस कारण इस क्षेत्र में आवागमन में भी समस्या उत्पन्न होती है।

मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी लिखा है कि सिताब दियारा रिंग बांध (बिहार प्रभाग) के अपस्ट्रीम ( लंबाई लगभग 1175 मी.) एवं डाउनस्ट्रीम (लंबाई लगभग 2300 मी.) को बीएसटी मुख्य बांध (बलिया उत्तर प्रदेश) से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई प्रारंभ की गई थी लेकिन वर्तमान में कार्य अपूर्ण है जिसे शीघ्र पूर्ण किया जाना आवश्यक है। इसके अपूर्ण रहने से वहां कटाव एवं बाढ़ का खतरा बना रहता है।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब दियारा क्षेत्र के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराये जाने के लिए सभी संबंधितों को निर्देशित करें ताकि वहां बाढ़ एवं कटाव के खतरे से गांव को बचाया जा सके।

Chhapra: परिवार, समाज और देश को सुखी रखते हुए अगले साल पुनः आने की कामना के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला जारी है।

गुरुवार की रात तक करीब सभी ग्रामीण क्षेत्रों और नगर दुर्गा पूजा समिति के प्रतिमाओं को श्रद्धा और भक्ति के साथ विसर्जित करने के लिए विसर्जन जुलूस निकला। विसर्जन के दौरान तमाम जगहों पर भव्य जुलूस निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

बैंड बाजों की आवाज और शहनाई की धुन में महिलाओं का यह पारंपरिक गीत वातावरण को और भक्तिमय बना रहा था। 

इस दौरान जुटी भक्तों की भीड़ भगवती से परिवार, समाज और देश के लिए मंगल कामना किया। नगर भ्रमण के बाद मुख्यालय की सभी प्रतिमा बड़ी तालाब पहुंची, जहां कि हजारों लोगों ने नम आंखों से माता को विदाई दी. 

बड़ी संख्या में प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ सुरक्षा बलों को लगाया गया है, गोताखोर भी तैनात किए गए हैं।

मुंबई: कई शानदार फिल्मों में काम कर चुके मशहूर अभिनेता अरुण बाली (79) अब हमारे बीच नहीं रहे। शुक्रवार तड़के 4ः30 बजे उनका निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। कुछ माह पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। उन्होने अपने शानदार करियर में कई ऐसी फिल्में की हैं जो कि याद रखी जाएंगी।

उनकी फिल्मों में 3 इडियट्स, पीके, केदारनाथ, जमीन और सौगंध आदि हैं। वह शानदार अभिनेता होने के साथ साथ कमाल के इंसान भी थे। अरुण बाली ने अपने करियर में शाहरुख खान, अक्षय कुमार और सुशांत सिंह राजपूत जैसे सितारों के साथ काम किया है।

युगाब्ध-5124, विक्रम संवत 2079, राष्ट्रीय शक संवत-1944
सूर्योदय 06.04, सूर्यास्त 06.03, ऋतु – शरद

आश्विन शुक्ल पक्ष द्वादशी/त्रयोदशी, शुक्रवार, 07 अक्टूबर 2022 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज का भविष्यफल।

मेष राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में विशेष लाभ मिलने के योग रहेंगे। काम की अधिकता रहेगी, लेकिन अपने प्रयासों से कार्यों में सफलता मिलेगी। उच्च पदाधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है, जो कि लाभदायक रहेगी। विवाहोत्सुकों के लिए विवाह का योग है। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। परिजनों के साथ में रमणीय स्थल पर प्रवास होने की भी संभावना है। सेहत का ध्यान रखें।

वृषभ राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता मिलेगी और धनलाभ की स्थिति रहेगी, लेकिन अनावश्यक खर्च की अधिकता से आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। व्यापार को लेकर प्रवास हो सकता है, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से मन व्यथित रहेगा। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा, लेकिन ध्यान रहे कि आपकी बातों से किसी ठेस न पहुंचे। परोपकार की भावना से गरीबों की मदद कर सकते हैं। स्वास्थ्य के साथ-साथ संतानों की पढ़ाई-लिखाई की चिंता रहेगी।

मिथुन राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यवसाय विस्तार की योजनाएं बनाएंगे, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से मन में व्यग्रता रहेगी। कार्यभार की अधिकता रहेगी और दिन भागदौड़ में बीतेगा। अनावश्यक खर्चों की भी अधिकता रहेगी। शारीरिक और मानसिक रूप से थकान का अनुभव करेंगे। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलने की संभावना रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।

कर्क राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। नराकात्मक विचारों से दूर रहें, अन्यथा बड़ा नुकसान होने की संभावना रहेगी। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी, जिससे मन व्यग्र रहेगा। क्रोध पर नियंत्रण और वाणी पर संयम रखें। नये कार्यों की शुरुआत करने से बचें। आध्यामिक और धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ेगा और ईश्वरभक्ति से मन को शांति मिलेगी। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का सहयोग मिलेगा। सेहत का ध्यान रखने की आवश्यकता है।

सिंह राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और धनलाभ की स्थिति रहेगी। नौकरीपेशा लोगों के लिए स्थान परिवर्तन के साथ आय वृद्धि के योग बनेंगे। परिवार का माहौल आपके अनुकूल रहेगा और परिजनों के साथ दिन मनोरंजन और आनंद-प्रमोद में बीतेगा। कलाकार, लेखक आदि को अपनी प्रतिभा प्रकट करने का अवसर मिलेगा। दांपत्यजीवन में निकटता और मधुरता आएगी। सामाजिक कार्यों में भाग लेंगे, जिससे समाज में सम्मान बढ़ेगा।

कन्या राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। गृह-नक्षत्रों के योग आपके अनुकूल रहेंगे और आर्थिक योजनाएं सफल होगी। व्यावसायिक क्षेत्र में आर्थिक लाभ की स्थिति रहेगी। अधिक लोगों के साथ संम्पर्क बना रहेगा, जो भविष्य के लिए फायदेमंद होगा। कारोबार को लेकर प्रवास की भी संभावना है। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। परोपकार और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढकऱ भाग लेंगे। शारीरिक स्वस्थता और मानसिक प्रफुल्लितता बनी रहेगी।

तुला राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार अच्छा चलेगा और लाभ की स्थिति रहेगी। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी, लेकिन अपने प्रयासों से कार्य सफल होंगे। वाणी की मधुरता से अन्य लोगों को प्रभावित कर पाएंगे और साथ ही उनके साथ संबंध भी मजबूत होंगे। अनावश्यक खर्च से बचें और क्रोध पर नियंत्रण रखें। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और सेहत का ध्यान रखें।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक गतिविधियों में छोटी-छोटी बाधाएं आ सकती हैं, जिससे मन में अनिर्णय की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, लेकिन कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगी। अनावश्यक खर्च की अधिकता रहेगी, लेकिन आय में वृद्धि होने से आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। वाद-विवाद को टालने का प्रयास करें। परिवार का माहौल आपके अनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। खान-पान का ध्यान रखें।

धनु राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा और धनलाभ की स्थिति रहेगी, लेकिन अनावश्यक खर्च बढऩे से मानसिक रूप से व्यग्रता का अनुभव होगा। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखें, अन्यथा विवाद में फंस सकते हैं। रुपये के लेन-देन से पचें। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। परिजनों के साथ किसी सुंदर स्थल पर प्रवास की संभावना है। परिवार के साथ आनंदपूर्वक समय व्यतीत होगा। सेहत का ध्यान रखें।

मकर राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी और दिन भागदौड़ में बीतेगा। कारोबार विस्तार की योजनाएं बना सकते हैं, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से मन दुविधा में रहेगा। फिर भी परिवारजनों के साथ अच्छा वातावरण प्राप्त होने से आपकी प्रसन्नता में वृद्धि होगी। दूर स्थित व्यक्ति या संस्था के साथ संबंधों में दृढ़ता आएगी, जो आगे चलकर लाभदायी रहेगा। अनावश्यक खर्चों से बचना होगा। स्वास्थ्य खराब होने की संभावना रहेगी।

कुम्भ राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कारोबार में आर्थिक लाभ और नौकरी में तरक्की के योग रहेंगे। आकस्मिक धनलाभ की भी संभावना बन रही है। कार्यों में सफलता मिलेगी, जिससे शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ और प्रसन्न रहेंगे। मित्रों और स्नेहीजनों के साथ आनंददायी भेंट हो सकती है। किसी यात्रा पर जाने का आयोजन होगा। संतानों की पढ़ाई-लिखाई की चिंता सता सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और परिजनों के साथ आनंदपूर्वक समय व्यतीत होगा।

मीन राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार में बाधाएं आ सकती हैं और कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखना होगा, वरना अनावश्यक वाद-विवाद में उलझ सकते हैं। परिजनों के साथ किसी बात पर विवाद होने की संभावना है। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और कोर्ट-कचहरी के कार्य से बचें। आध्यात्मिकता के प्रति रुझान बढ़ेगा और ईश्वरभक्ति से मन को शांति मिलेगी।

तां गोविंद सिंह नाम धरावांः सिखों के दसवें गुरु श्री गोविंद सिंह जी के 17वीं शताब्दी में कहे ये शब्द आज भी जनमानस के जेहन में जिंदा हैं। महान योद्धा, भक्त, कवि और आध्यात्मिक नेता श्री गुरु गोविंद सिंह जी के वैभवशाली व्यक्तित्व के कई आयाम हैं जो उन्हें श्रेष्ठता के शिखर पर प्रतिष्ठित करते हुए अद्वितीय बनाता है। 22 दिसंबर 1666 को पटना साहिब में पैदा हुए गुरु गोविंद सिंह जी ने 7 अक्टूबर 1708 को अपनी दैहिक यात्रा पूरी करने तक इसे चरितार्थ कर दिखाया- `चिड़िया नाल मैं बाज लड़ावां गिदरां नुं मैं शेर बनावां सवा लाख से एक लड़ावां तां गोविंद सिंह नाम धरावां।’

श्री गोविंद सिंह जी अपने पिता श्रीगुरु तेग बहादुर जी के बलिदान के उपरांत 11 नवंबर 1675 को सिखों के दसवें गुरु बने। 1699 में बैसाखी के दिन उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा कर उसे गुरु के रूप में प्रतिष्ठित किया।

श्री गुरु गोविंद सिंह जी को गरीब व पीड़ितों की रक्षा और अन्याय व अत्याचार के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए भी जाना जाता है। इसके लिए उन्होंने मुगलों से 14 युद्ध लड़े जिसमें भंगानी युद्ध, नंदौन युद्ध, गुलेर का युद्ध, आनंदपुर का पहला युद्ध, निर्मोही युद्ध, बसोली युद्ध, चमकौर युद्ध, आनंदपुर युद्ध, सरसा युद्ध और मुक्तसर का युद्ध शामिल है। धर्म की रक्षा के लिए समस्त परिवार का बलिदान देने वाले श्री गुरु गोविंद सिंह जी को सरबंसदानी यानी पूरे परिवार का दानी भी कहा जाता है। साथ ही उन्हें गलगीधर, दशमेश, बाजांवाले, संत सिपाही जैसे उपनामों से भी जाना जाता है।

संस्कृत सहित कई भाषाओं के ज्ञाता श्रीगुरु गोविंद सिंह जी ने कई ग्रंथों की रचना की जिनमें चंडी दी वार, जाप साहिब, खालसा महिमा, अकाल उस्तत, बचितर नाटक प्रमुख हैं।

सदा प्रेम और सदाचार का संदेश देने वाले श्री गुरु गोविंद सिंह जी मानते थे कि मनुष्य को किसी से भी भय नहीं होना चाहिए। इसलिए उन्होंने कहा भै काहू को देत नहि, नहि भय मानत आन। महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित श्री हुजूर साहिब में उन्होंने प्राणों का त्याग किया।

अन्य अहम घटनाएं:

1828: मोरिया अभियान: पेरिस, ग्रीस शहर, फ्रेंच अभियान बल द्वारा मुक्त किया गया।
1868: अमेरिका में कोर्नोल विवि खुला जिसमें 412 छात्रों का नामांकन हुआ।
1885: नोबेल पुरस्कार विजेता भौतिकी विज्ञानी नील्स बोर का जन्म।
1933: पांच फ्रांसीसी एयरलाइंस के विलय के बाद एयर फ्रांस का उद्घाटन किया गया।
1850: मदर टेरेसा ने मिशनरी ऑफ चैरिटी की स्थापना की।
1952: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जन्म।
1978: भारतीय क्रिकेटर जहीर खान का जन्म।
1979: अभिनेत्री युक्तामुखी का जन्म।

स्टॉकहोम: दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों के ऐलान का सिलसिला जारी है। गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गयी। फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला है।

दुनियाभर में विज्ञान, साहित्य, चिकित्सा और शांति के क्षेत्र में काम करने वालों को नोबेल पुरस्कारों के ऐलान की प्रतीक्षा रहती है। ये पुरस्कार इन क्षेत्रों में वैश्विक रूप से श्रेष्ठ मान्यता का प्रतीक माने जाते हैं। गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार का ऐलान हुआ। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को वर्ष 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्हें व्यक्तिगत स्मृति की प्रारंभिक अवस्थाओं, व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने के साहस के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। एरनॉक्स लेखन को एक राजनीतिक क्रियाकलाप मानती हैं, ताकि सामाजिक असमानता को लेकर दुनिया की आंखें खोली जा सकें। इसके लिए वे भाषा को एक चाकू की तरह इस्तेमाल करती हैं।

इससे पहले अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की कैरोलिन आर. बेरटोजी, डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के मॉर्टेन मेलडॉल और अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च सेंटर के के. बैरी शार्पलेस को रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी थी। इन वैज्ञानिकों को क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए यह पुरस्कार मिला है। मंगलवार को फ्रांसीसी वैज्ञानिक एलेन एस्पेक्ट, अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन एफ क्लॉजर और ऑस्ट्रियाई वैज्ञानिक एंटोन जिलिंगर को संयुक्त रूप से भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई थी। इन तीनों वैज्ञानिकों ने अलग-अलग काम करते हुए क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र में विशिष्ट शोध किया है। यह शोध उस प्रक्रिया पर केंद्रित है, जहां किसी पदार्थ के दो कण अलग-अलग होकर भी एक इकाई के रूप में काम करते हैं। इन वैज्ञानिकों के शोध परिणामों ने क्वांटम सूचना तंत्र के आधार पर नई तकनीक के विकास का पथ प्रशस्त किया है। सोमवार को मेडिसिन के लिए स्वीडन के आनुवांशिकी विशेषज्ञ (जेनेटिसिस्ट) स्वांते पाबो को विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए वर्ष 2022 का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान हुआ था। स्वांते पाबो विकासवादी अनुवांशिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। पैलियोजेनेटिक्स के संस्थापकों में एक स्वांते पाबो ने निएंडरथल जीनोम पर बड़े पैमाने पर काम किया है।

लखनऊ: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की एकदिनी श्रृंखला का पहला मुकाबला गुरुवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 09 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ मेहमान टीम ने श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली है। बारिश की वजह से मैच देरी से शुरू हुआ, जिस कारण निर्धारित ओवरों में कटौती की गई और मुकाबला 40-40 ओवरों का तय हुआ।

दक्षिण अफ्रीका के 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही। टीम इंडिया ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और शुभमन गिल का विकेट 6 ओवर में ही खो दिया। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन ने पारी को संभालने की कोशिश की। हालांकि दोनों ने काफी धीमी बल्लेबाजी की और आखिर में 12 ओवर में मात्र 43 रन जोड़कर दोनों बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। भारत की जीत की उम्मीद बनकर पिच पर उतरे श्रेयश अय्यर ने संजू सैमसन के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी की। इस दौरान अय्यर ने अपना पचासा भी पूरा किया लेकिन अर्धशतक के बाद वो जल्द ही आउट हो गए। इसके बाद सैमसन ने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने की कोशिश की लेकिन आखिर में 9 रन से टीम हार गई। सैमसन 86 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि शार्दुल ने 33 रन की अहम पारी खेली। मेहमान टीम के लिए नगिदी ने तीन और रबाडा ने दो विकेट हासिल किए। जबकि वेन पार्नेल, केशव महाराज और तबरेज शम्सी को एक-एक विकेट मिला।

इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम ने निर्धारित 40 ओवर चार विकेट खोकर 249 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मिलर ने 63 गेंद पर 75 रन और हेनरिक क्लासेन ने 65 गेंद पर 74 रन की पारी खेली। भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने दो विकेट झटके, जबकि रवि विश्नोई और कुलदीप यादव को एक-एक विकेट मिला