नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुश अग्रवाल, हृदय छेदा, दिव्यकृति और सुदीप्ति हजेला की भारतीय घुड़सवारी टीम को बधाई दी, जिन्होंने मौजूदा एशियाई खेलों में टीम ड्रेसेज में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है।

यह पदक एशियाई खेलों में इस स्पर्धा में भारत का पहला और 41 वर्षों के बाद घुड़सवारी में भी पहला स्वर्ण पदक है। एक्स पर एक पोस्ट में प्रधान मंत्री ने कहा, “यह बेहद गर्व की बात है कि कई दशकों के बाद, हमारी घुड़सवारी ड्रेसेज टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है! हृदय छेदा, अनुश अग्रवाल, सुदीप्ति हजेला और दिव्यकृति सिंह ने अद्वितीय कौशल, टीम वर्क का प्रदर्शन किया है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमारे देश को सम्मान दिलाया। मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए टीम को हार्दिक बधाई देता हूं।”

लगभग 10 घंटे तक चली प्रतियोगिता के बाद, जिसमें पूरे एशिया से कई एथलीटों ने भाग लिया, यह अनुश अग्रवाल, हृदय छेदा, दिव्यकृति सिंह और सुदीप्ति हजेला की भारतीय चौकड़ी थी जिसने उस समय प्रदर्शन किया जब यह सबसे ज्यादा मायने रखता था।

अनुष अग्रवाल और उनके घोड़े ईटीआरओ ने अधिकतम स्कोर 71.088 हासिल किया, जबकि हृदय छेदा-एमराल्ड ने 69.941 स्कोर किया। दिव्याकृति सिंह-एड्रेनालिन फिरदोद ने 68.176 स्कोर किया। सुदीप्ति हाजेला-चिन्स्की ने 66.706 अंक हासिल किये।

भारत ने 209.205 का कुल स्कोर किया, जो दूसरे स्थान पर मौजूद चीन के 204.882 से काफी अधिक था। भारतीय दल ने चीन और जापान को हराया, जो इसे जीतने के प्रबल दावेदार थे।

इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने भी एशियाई खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक के लिए टीम को बधाई दी।

शाह ने इतिहास रचने वाली टीम की सराहना करने के लिए एक्स,पर लिखा, “इतिहास लिखने और घुड़सवारी ड्रेसेज टीम इवेंट में भारत के लिए 41 वर्षों में पहला स्वर्ण पदक लाने के लिए सुदीप्ति हजेला, दिव्याकृति सिंह, हृदय छेड़ा और अनुश अग्रवाला को बधाई। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, और हमें आपकी उत्कृष्टता पर गर्व है।”

भारत ने हांगझू 2023 में अब तक 14 पदक जीते हैं, जिनमें तीन स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक हैं।

Chhapra: तीन दिवसीय मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन छपरा के राजेन्द्र स्टेडियम में शुरुआत हुआ। जिसका विधिवत उद्घाटन प्रभारी महापौर रागिनी कुमारी, अध्यक्ष नीतू गुप्ता, ई.विजय राज, अर्जुन सिंह ने संयुक्त रूप से किया।

संस्थापक ई.विजय राज ने कहा कि यह पहल शानदार है। स्व.रूपेश सिंह का समाज कल्याण के लिए हमेशा से महत्वपूर्ण योगदान रहा है इनकी सोच को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा आगे रहेंगे। प्रतिष्ठित चिकित्सक मरीजों को देख रहे हैं। महंगी दवाइयां भी दी जा रही हैं। वास्तव में यही जनकल्याण है।

मरीजों की जांच कर रहे चिकित्सक ने बताया कि इस समय बीमारियों से बचने के लिए सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है। यदि समझदारी न दिखाई तो तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बरसात का मौसम चल रहा है, जिसमें बीमारियां हावी होने का प्रयास करती हैं। इस मौसम में सफाई का विशेष ध्यान रखें। ताजे भोजन के अलावा पानी उबाल कर सेवन करें। बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए उन्हें फास्ट फूड से दूर रखें। निशुल्क दवाओं का वितरण भी शिविर में किया गया है। जांच कराने पहुंचे मरीजों ने कहा कि युवा क्रांति का यह प्रयास सराहनीय है। योग्य चिकित्सकों के कारण मरीज को जहां सही बीमारी का पता लगता है।

 

Chhapra: इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आइएनसी) से संबंधता नर्सिंग कोर्सो के संचालन के लिए जरूरी नही है. आइएनसी एक्ट के अनुसार किसी भी राज्य सरकार द्वारा गठित नर्सिंग काउंसिल अथवा राज्य सरकार द्वारा अधिकृत विश्वविद्यालय द्वारा की गयी डिप्लोमा एवं डिग्री को आइएनसी द्वारा स्वत: संबंधता प्राप्त  माना जाएगा.  डिप्लोमा एवं डिग्री को आइएनसी से मान्यता लेने का प्रावधान नही है.

इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि आइएनसी को नर्सिंग कोर्से संचालन कर रहे संस्थानों को मान्यता देने का कोई अधिकार नही है. वर्ष 2019 में भी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आइएनसी के विरुद्ध दायर याचिका में यह फैसला सुनाया गया था कि यदि राज्य सरकार के सक्षम प्राधिकार उपचर्या परिषद् एवं विवि द्वारा किसी छात्र का निर्गत किया गया डिप्लोमा एवं डिग्री उस विद्यार्थी को अनुच्छेद 19 (1) जी के अंतगर्त यह मौलिक अधिकार देता है कि यह भारतवर्ष में कही भी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्य करने का अधिकार रखते है.

Chhapra: मांझी थानांतर्गत गुप्त सूचना के आधार पर सा0 ताजपुर स्थित घोरहट मंदिर के पास से चोरी के एक मोटरसाईकिल के साथ अभियुक्त  को गिरफ्तार किया गया है। 

अभियुक्त सरेंद्र कुमार, पिता स्व0 लक्ष्मण महतो, सा0 महुआरी, थाना मुफ्फसिल, जिला सिवान को गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में मांझी थाना कांड संख्या – 301/23, दिनांक -25.09.23, धारा -413/414 भा0द 0वि0 दर्ज किया गया है ।

Chhapra: सी.बी.एस.ई. ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है।डी.एल. एड. अभ्यर्थी इस परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे क्योंकि इसके वजह से बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 24 अगस्त को ली गई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी करने में विलंब हो रही थी। चूंकि बीपीएससी शिक्षक भर्ती में एपियरिंग सी.टी.ई.टी वाले भी शामिल हुए थे।

सुप्रीम कोर्ट ने बीते 28 अगस्त को बीपीएससी शिक्षक भर्ती की नोटिफिकेशन सबंधित याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा है कि कक्षा(1-5) में सिर्फ डीएलएड हीं पात्र होंगे।

सारण जिला अध्यक्ष अमन राज ने बताया कि सी. टी. ई. टी. परिणाम जारी होने के बाद बहुत जल्द बीपीएससी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में डीएलएड अभ्यर्थियों का परिणाम बहुत जल्द जारी होगा।डीएलएड अभ्यार्थी अनीश सिंह,आलोक राज, शुभांकर सिन्हा,श्रीकांत यादव,धीरज पाण्डेय,कुमुद कांत पाण्डेय,धनंजय कुमार,कौशल,बिपुल,आदित्य ने भी खुशी जाहिर की।

नई दिल्ली, 26 सितम्बर (हि.स.)। दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान को वर्ष 2022 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान की सराहना करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक एक्स पोस्ट में उन्हें सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित ‘दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ दिए जाने की घोषणा की।

उन्हें बधाई देते हुए और उनके काम के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक हैं। उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना उनके लिए एक ”ट्रिब्यूट” सरीखा है। उन्हें यह सम्मान ऐसे समय में दिया जा रहा है जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है। उन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और समाज की भलाई को समर्पित कर दिया है।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा, “वहीदा रहमान ने एक भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और ताकत का उदाहरण दिया है, जो अपनी कड़ी मेहनत से पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल कर सकती है।”

उल्लेखनीय है कि वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया है। उनकी प्रमुख फिल्में हैं : प्यासा, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी । अपने 5 दशकों से अधिक के करियर में उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद खूबसूरती से निभाया है। उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। इसके अलावा वे पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित हैं।

दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है। यह किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारम्भ दादा साहब फाल्के के जन्म शताब्दि-वर्ष 1969 से हुआ।

पटना, 26 सितंबर (हि.स.)। बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रहे हैं। अस्पतालों के डेंगू वार्ड में बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। डेंगू के कई मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये है लेकिन डेंगू से पीड़ित मरीजों के अस्पताल आने का सिलसिला जारी है। राजधानी पटना में पिछले 24 घंटे में पटना जिले में डेंगू के सिर्फ 16 मरीज पाये गये। इसके साथ जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या अब 1395 तक पहुंच गई है।

पटना में डेंगू के 186 नये मरीज पाये गये हैं। इसके अलावा भागलपुर में डेंगू संक्रमितों की संख्या अधिक है। भागलपुर जिले में सर्वाधिक 31 नये डेंगू के मरीज मिले है। मुंगेर दूसरे नंबर पर है, जहां 23 नये डेंगू मरीज पाये गये हैं। इस वर्ष पूरे राज्य में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 4643 हो गयी है। हर दिन करीब औसतन 30 नये मरीज मिल रहे थे। सिर्फ सितंबर में डेंगू 4368 के मरीज पाये गये हैं। भागलपुर जिले में सोमवार को डेंगू के 31 नये मरीज मिले हैं। एलिजा जांच में सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

भागलपुर में चार और मुजफ्फरपुर में दो लोगों की हो चुकी है मौत

सिविल सर्जन डॉ अंजना कुमारी के अनुसार भागलपुर में डेंगू से अब तक चार मरीजों की मौत हो गयी है। मायागंज अस्पताल में 25 मरीज पाये गये। मायागंज अस्पताल में सोमवार को 34 नये मरीज भर्ती किये गये। डेंगू के 34 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। एक मरीज बगैर बताए ही चला गया। पांच मरीज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में हुई जांच में मिले। अब तक भागलपुर में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 653 हो गयी है।

मुजफ्फरपुर में डेंगू से दो मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्कूलों में बच्चों को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन जारी की गयी है। सारण में अब- तक 163 मरीज की पुष्टि हुई है। गंगा के किनारे बसे शहर बेगूसराय में अब तक 700 से अधिक मामले पाये गये हैं। इसके अलावा गंगा-गंडक तट पर बसे हाजीपुर में मरीजों का आंकड़ा 185 पर पहुंच चुका है। सीवान में 96 और औरंगाबाद में 143 संक्रमित मिले है। गोपालगंज जिले में मरीजों की संख्या 38 हो चुकी है। नालंदा में तीन दिनों में 19 नये संक्रमित मिले है।

आईजीआईएमएस के इंडोक्रोनोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि डेंगू वायरस के कारण होती है। इसलिए इसमें एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते। इसका कोई इलाज मौजूद नहीं है। एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ लेना चाहिए। उल्टी की वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए सादे पानी के साथ ही जूस, नारियल पानी आदि का सेवन करें। डेंगू के कुछ लक्षण दिखते हीं तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। साथ ही डेंगू के मच्छर को पनपने से रोकन और उसके काटने से बचने का हर संभव प्रयास करें।

पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने वाला पितृपक्ष 29 सितम्बर (शुक्रवार) को अगस्त मुनि को जल देने के साथ शुरू हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार जिनका निधन हो चुका है, वे सभी पितृ पक्ष के दिनों में अपने सूक्ष्म रूप के साथ धरती पर आते हैं तथा परिजनों का तर्पण स्वीकार करते हैं, प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।

29 सितम्बर को अगस्त मुनि का तर्पण करने के बाद 30 सितम्बर से लोग अपने पितरों-पूर्वजों को याद करते हुए तर्पण करेंगे। इसके बाद पिता के मृत्यु तिथि के अनुसार श्राद्ध तर्पण करेंगे। पितृ पक्ष 29 सितम्बर से 14 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें सभी तिथि का अपना अलग-अलग महत्व है। लेकिन पितृ पक्ष में पूर्णिमा श्राद्ध, महाभरणी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व तथा एकादशी तिथि को दान सर्वश्रेष्ठ होता है।

इस वर्ष पूर्णिमा श्राद्ध 29 सितम्बर को, प्रतिपदा एवं द्वितीय श्राद्ध 30 सितम्बर, तृतीय श्राद्ध एक अक्टूबर, चतुर्थ श्राद्ध दो अक्टूबर, पंचमी श्राद्ध तीन अक्टूबर, षष्ठी श्राद्ध चार अक्टूबर, सप्तमी श्राद्ध पांच अक्टूबर, अष्टमी श्राद्ध छह अक्टूबर, नवमी श्राद्ध (मातृ नवमी) सात अक्टूबर, दशमी श्राद्ध आठ अक्टूबर, एकादशी श्राद्ध (मघा श्राद्ध) दस अक्टूबर को होगा।

द्वादशी श्राद्ध, संन्यासी, यति, वैष्णव जनों का श्राद्ध 11 अक्टूबर को, त्रयोदशी श्राद्ध 12 अक्टूबर तथा चतुर्दशी श्राद्ध एवं शस्त्रादि से मृत लोगों का श्राद्ध 13 अक्टूबर को होगा। इसके बाद 14 अक्टूबर को पितृ पक्ष के 16 वें दिन अमावस्या तिथि को अमावस्या श्राद्ध, अज्ञात तिथि में मृत का श्राद्ध, सर्वपितृ अमावस्या एवं पितृ विसर्जन के साथ ही महालया का समापन हो जाएगा।

सुहागिन महिलाओं के निधन की तिथि ज्ञात नहीं रहने पर नवमी तिथि को उनका श्राद्ध होगा। अकाल मृत्यु अथवा अचानक मृत्यु को प्राप्त पूर्वजों का श्राद्ध चतुर्दशी तिथि को होगा। यदि पितरों की मृत्यु तिथि का पता नहीं हो तो अमावस्या के दिन उन सबका श्राद्ध करना चाहिए। इसलिए पितरों की आत्म तृप्ति के लिए हर वर्ष भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि से आश्विन की अमावस्या तक पितृपक्ष होता है।

पंडित आशुतोष झा ने बताया कि पितृपक्ष में किये गए दान-धर्म के कार्यों से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है, कर्ता पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों में कहा गया है कि पितरों का पिंड दान करने वाला गृहस्थ दीर्घायु, पुत्र-पौत्रादि, यश, स्वर्ग, पुष्टि, बल, लक्ष्मी, पशु, सुख-साधन तथा धन-धान्य आदि की प्राप्ति करता है। श्राद्ध में पितरों को आशा रहती है कि उनके पुत्र-पौत्रादि पिंड दान तथा तिलांजलि प्रदान कर संतुष्ट करेंगे, इसी आशा के साथ वे पितृलोक से पृथ्वीलोक पर आते हैं।

यही कारण है कि हिंदू धर्म शास्त्रों में प्रत्येक हिंदू गृहस्थ को पितृपक्ष में श्राद्ध अवश्य रूप से करने के लिए कहा गया है। श्राद्ध के दिन स्मरण करने से पितर घर आते हैं और भोजन पाकर तृप्त हो जाते हैं। इस पक्ष में अपने पितरों का स्मरण तथा उनकी आत्म तृप्ति के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म आदि किए जाते हैं। पितरों की आत्म तृप्ति से व्यक्ति पर पितृदोष नहीं लगता है, परिवार की उन्नति होती है, पितरों के आशीर्वाद से वंश वृद्धि होती है।

श्रद्धा हिंदू धर्म का एक अंग है, इसलिए श्राद्ध उसका धार्मिक कृत्य है। पितृपक्ष में प्रतिदिन या पितरों के निधन की तिथि को पवित्र भाव से दोनों हाथ की अनामिका उंगली में पवित्री धारण करके जल में चावल, जौ, दूध, चंदन, तिल मिलाकर विधिवत तर्पण करना चाहिए। इससे पूर्वजों को परम शांति मिलती है, तर्पण के बाद पूर्वजों के निमित्त पिंड दान करना चाहिए। पिंडदान के बाद गाय, ब्राह्मण, कौआ, चींटी या कुत्ता को भोजन कराना चाहिए।

Chhapra: छपरा नगर निगम के सभागार में प्रभारी महापौर रागनी कुमारी एवं नगर आयुक्त सुमित कुमार के उपस्थिति में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।

विभागीय आदेशानुसार स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन स्वास्थय शिविर के साथ शुरु किया गया। जिसमे सभी सफाई कर्मी, नगर निगम कर्मी, समूह की महिलायें एवं सभी पदाधिकारी का हेल्थ चेक अप किया गया।

जिसमे ओ पी डी सेवा, नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन साधन, डेंगू से संबंन्धित परामर्श, NCD जाँच की व्यवस्था की गयी थी। इस शिविर में 249 लोगों का जाँच किया गया। शिविर में भाग लेने वाले लोगों को स्वास्थ्य जाँच के साथ दवा भी मुफ्त में दिया गया।

शिविर में सिटी मैनेजर वेद प्रकाश वर्णवाल, नीरज झा, सिटी मिशन मैनेजर सुधीर कुमार हिमांशु, डा0 मोहमद आफताब, डा0 अन्नू सिंह, केशव कुमार, मनीष कुमार, पंकज अरविन्द पिरामल, अतुल, शालिनी, खुशबू, अनपूर्णा एवं सभी ए एन एम उपस्थित थे।

आज का पंचांग
दिनांक 26/ 09 /2023 मंगलवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष द्वादशी
सुबह 01:45 उपरांत ( 27 सितम्बर 23 तक )
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र : श्रवण
सुबह 09:42 उपरांत घनिष्ठा
चन्द्र राशि मकर
रात्रि 08:28 उपरांत कुम्भ
सूर्योदय 05:39 सुबह,
सूर्यास्त :05:42 संध्या
चंद्रोदय :03:48 दोपहर
चंद्रास्त :03:04 रात्रि ( 27 सितम्बर 23 )
लगन : कन्या 07:18 सुबह
उपरांत तुला लगन
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
रोग 05:39 सुबह 07:10 सुबह
उद्देग 7:10 सुबह 08:40 सुबह
चर 08:40 सुबह 10:10 सुबह
लाभ 10:10 सुबह 11:41 सुबह,
अमृत 11:41 सुबह 01:10 दोपहर
काल 1:10 दोपहर 02:41 दोपहर,
शुभ 02:41 दोपहर 04:12 संध्या
रोग 04:12 संध्या 05:42 संध्या
राहुकाल
दोपहर 02:41 से 04:12 संध्या
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:17 से 12:05 दोपहर
दिशाशूल :उत्तर
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले राइ खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी।
लकी नंबर 2 लकी कलर लाल

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी।
लकी नंबर 2 लकी कलर सफेद

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे।
लकी नंबर 3 लकी कलर नारंगी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है।
लकी नंबर 2 लकी कलर सलेटी

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे।
लकी नंबर 8 लकी कलर लाल

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी।
लकी नंबर 3 लकी कलर हरा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर बैंगनी

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अप‍रिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे।
लकी नंबर 4 लकी कलर गुलाबी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है।
लकी नंबर 5 लकी कलर पीला

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा।
लकी नंबर 4 लकी कलर नीला

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।
लकी नंबर 1 लकी कलर ब्लू

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर गुलाबी

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को महिला विरोधी करार देते हुए सोमवार को कहा कि घमंडिया (अहंकारी) गठबंधन ने अनिच्छा से संसद में महिला विधेयक का समर्थन किया।

प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल की जयंती पर मध्य प्रदेश के भोपाल में भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रेरणापुंज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म दिवस है। पंडित जी ने सुशासन को अंत्योदय से जोड़कर देखा, समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास को प्राथमिकता दी। अंत्योदय की यही प्रेरणा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रूप में हमें प्रेरित करती है। बीते 9 वर्षों में हमने जो योजनाएं बनाईं, उनके मूल में यही भावना थी।

मप्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के सत्ता में लौटने पर पार्टी के सभी वादों को पूरा करने की गारंटी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है, तो वो जमीन पर उतरती है। हर लाभार्थी तक पहुंचती है। मोदी, यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी।”

संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाले नए कानून का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नारीशक्ति वंदन अधिनियम ने देश में नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन ने अनिच्छा से महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोकने का भरसक प्रयास किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की सेनाओं में अग्रिम मोर्चे में बेटियों के प्रवेश को रोक कर रखा था।

मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश यही थी कि बहनों की समृद्धि का रास्ता खुले, बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो सकें, इसलिए मैं देश की हर माता और बेटी से कहूंगा कि कोई कितनी भी कोशिश कर ले, आपको भ्रमित नहीं होना है। ये महिलाओं की भागीदारी के विस्तार की शुरुआत है। एक सार्थक बदलाव का शुभारंभ है।

प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के निर्माण और गुणवत्तापूर्ण सड़कों और स्टेशनों के निर्माण पर भाजपा की आलोचना करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री ने अपने वादे पूरे नहीं करने के लिए राज्य की पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अपने लंबे शासन के दौरान कांग्रेस ने समृद्ध मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य में बदल दिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के इतिहास वाली कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है। यह जंग लगे लोहे की तरह है, जो बारिश में रखा तो खत्म हो जाएगा। मौका मिला तो कांग्रेस मप्र को बीमारू बना देगी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासन की पहचान कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भाग्यशाली हैं कि उन्होंने मध्य प्रदेश में केवल भाजपा सरकार देखी है, जो भारत के विकास दृष्टिकोण का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को लगभग 20 साल पूरे हो चुके हैं, यानी जो युवा इस बार के चुनावों में पहली बार वोट डालेंगे, उन्होंने भाजपा की सरकार को ही देखा है। ये युवा सौभाग्यशाली हैं कि इन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बुरा शासन और बुराइयां देखी नहीं हैं।”

मोदी ने मप्र की जनता को कांग्रेस से सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि आजादी के बाद मध्य प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस का ही शासन रहा लेकिन कांग्रेस ने साधन संपन्न मध्य प्रदेश को बीमारू बना दिया। कांग्रेस ने डिजिटल पेमेंट का विरोध किया लेकिन दुनिया यूपीआई मोड से प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टी, हजारों करोड़ों के घोटाले का इतिहास रचने वाली पार्टी, वोट बैंक व तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो मध्य प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान होगा। कांग्रेस एक बार फिर मध्य प्रदेश को बीमारू बना देगी।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तुलना जंग लगे लोहे से करते हुए कहा कि कांग्रेस जंग लगा हुआ वो लोहा है, जो बारिश में रखे-रखे खत्म हो जाता है। अब कांग्रेस में न देखने का सामर्थ्य बचा है और न ही देशहित को समझने का। कांग्रेस सिर्फ एक परिवार का गौरवगान करने में जुटी रही है। कांग्रेस, भारत में भ्रष्ट व्यवस्था को पोषित करने में ही जुटी रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने हित में लोगों को गरीब बनाये रखा। भाजपा शासन में 5 वर्षों में 13.5 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आये।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है और न ही देश को बदलने देना चाहती है। देश समृद्धि की तरफ बढ़ने के लिए घोर परिश्रम कर रहा है लेकिन कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है।

– इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आएंगे, 40 भारत में बनाएगी टाटा कंपनी

– हिंडन एयरबेस पर 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन करके भारत की ड्रोन क्षमता दिखाई गई

नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। इससे सेना की रसद तथा अन्य क्षमताओं में बढ़ावा होगा। यह भव्य कार्यक्रम एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्री को विमान की इंडक्शन चाबी सौंपी। इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आयेंगे और 40 सैन्य परिवहन विमान टाटा कंपनी भारत में ही निर्माण करेगी।

एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर आज सुबह भारत ड्रोन शक्ति-2023 कार्यक्रम में विभिन्न क्षमताओं वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ शामिल हुए। यहां 50 किलो से 100 किलो तक वजन ले जाने की क्षमता वाले ड्रोन का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा किसानों को खेती में काम आने वाले, चिकित्सा सहायता के लिए एक जगह से दूसरी जगह मेडिकल सामग्री पहुंचाने, युद्ध के दौरान बमबारी करने वाले, सीमा पर सैनिकों की अग्रिम चौकियों तक खाद्य एवं रसद सामग्री पहुंचाने वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।

भारत ड्रोन शक्ति-2023 के दौरान प्रदर्शित ड्रोन की एक कॉम्पैक्ट प्रणाली दिखाई गई, जिसे मोटरसाइकिल पर ले जाया जा सकता है। विशेष मोटरसाइकिलों को बिना असेंबल किए ड्रोन ले जाने के लिए अनुकूलित किया गया है। आधुनिक कृषि पद्धतियों को शुरू करने के लिए किसान ड्रोन को ग्रामीण इलाकों में मोटरसाइकिलों का उपयोग करके ले जाया जा सकता है। भारतीय ड्रोन उद्योग की ताकत का यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन रहा, जिसमें 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन और ड्रोन के 75 से अधिक स्थिर प्रदर्शन शामिल रहे। इस प्रदर्शन में भारत की ड्रोन तकनीक में बढ़ती ताकत दिखी, जिसका मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर और ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करके स्वागत किया।

इस भव्य कार्यक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान औपचारिक रूप से वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके विमान ‘स्वास्तिक’ का निशान बनाया। यह सैन्य परिवहन विमान फ्रांस की एयरबस कंपनी ने 13 सितम्बर को भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को स्पेन के सेविले में सौंपा था। इस विमान को वायु सेना के ग्रुप कैप्टन पीएस नेगी फ्रांस से मिस्र और बहरीन होते हुए उड़ाकर 20 सितंबर को भारत लाये और वडोदरा के वायु सेना स्टेशन पर उतारा। यह विमान सी -295 विमान आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। वहां पर इसका ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया जा रहा है। सी-295 एयरक्राफ्ट के लिए आगरा एयरबेस को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसे खासतौर पर पैराट्रूपर्स के लिए बनाया गया है।

फ़्रांसीसी कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ पिछले साल 24 सितंबर को 56 सी-295 सैन्य परिवहन विमानों का सौदा फाइनल हुआ था। इसी सौदे के तहत यह पहला विमान स्पेन में ही तैयार किया है। समझौते के मुताबिक़ कंपनी को 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति करना है जबकि अन्य 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा। भारत को पहला विमान मिलने के साथ ही अन्य 15 विमानों के ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति होने का रास्ता साफ़ हो गया है। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसमें निजी सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा। यह मीडियम लिफ्ट सामरिक विमान बिना तैयार लैंडिंग ग्राउंड से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम है।

सी-295 सैन्य परिवहन विमान की खासियत

इस विमान को दो लोग उड़ाते हैं और इसकी क्षमता 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स या 12 स्ट्रेचर इंटेसिव केयर मेडवैक या 27 स्ट्रेचर मेडवैक के साथ 4 मेडिकल अटेंडेंट ले जाने की है। यह अधिकतम 9250 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। इसकी गति अधिकतम 482 किलोमीटर प्रति घंटा है और अधिकतम 13,533 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है। इसे टेक ऑफ करने के लिए 844 मीटर से 934 मीटर लंबाई वाला और उतरने के लिए सिर्फ 420 मीटर का रनवे चाहिए। हथियार लगाने के लिए इसमें छह हार्ड प्वाइंट्स होते हैं। यानी हथियार और बचाव प्रणाली लगाने के लिए दोनों विंग्स के नीचे तीन-तीन जगह होती हैं, जिसमें 800 किलोग्राम के हथियार लगाए जा सकते हैं। सी-295 के शामिल होने से भारतीय वायु सेना की मध्यम लिफ्ट सामरिक क्षमता बढ़ेगी।

टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में बना रहा है फैक्टरी

भारत में 40 विमानों का निर्माण करने के लिए टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में फैक्टरी बना रहा है, जो 2026 तक बन जाएगी। टाटा ने पिछले साल नवंबर से 40 सी-295 विमानों के लिए मेटल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। हैदराबाद फिलहाल इसकी मेन कांस्टीट्यूट एसेंबली है, जहां कई पार्ट्स बनाए जाएंगे। हैदराबाद फैसिलिटी एयरक्राफ्ट के प्रमुख हिस्सों को फैब्रिकेट करेगी। इसके बाद उसे वडोदरा भेजा जाएगा, जहां इंजन और इलेक्ट्रॉनिक्स सेट लगाकर सी-295 विमान को अंतिम रूप दिया जाएगा। भारतीय वायुसेना के लिए ट्रांसपोर्ट विमान बेहद जरूरी हैं, ताकि सैनिकों, हथियारों, ईंधन और हार्डवेयर को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकें। यह विमान इंडियन एयरफोर्स के पुराने एचएस एरोस विमानों की जगह लेंगे। इसके अलावा यूक्रेन से आए एंतोनोव एएन-32 को बदला जाएगा।