जलालपुर: किसान भाई और शिक्षा नीति दोनो को साथ लेने की आवश्यकता है। उक्त कुछ बातें बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जलालपुर के हरपुर शिवालय परिसर में कही. वे किसान सम्मान भवन का लोकार्पण व समाज मे विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करने के कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उन्होंने

कहा कि यह जयप्रकाश नारायण की भूमि है. आज उनकी पुण्यतिथि भी है. इसलिए उनका स्मरण स्वाभाविक है. जब देश में आपातकाल चल रहा था उस नेतृत्व के विरुद्ध असंतोष था. उस समय जयप्रकाश नारायण आए और पूरे देश को समग्र क्रांति का नारा दिया. माहौल बना और लोकतंत्र की रक्षा के लिए मुहिम चला. उन्होंने कहा कि उस समय वे भी जेल में थे. वैसे में उनका स्मरण आना स्वाभाविक है.

उन्होने कहा कि आज किसानों को अग्रसर करने की आवश्यकता है. आज किसान सम्मान हो रहा है. वैसे मे बिहार के किसान नेतृत्व करें इसी उद्देश्य से संासद सिग्रीवाल ने किसान सम्मान भवन के लोकार्पण पर किसानो को सम्मानित करने के लिए यहां पर निमंत्रित किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान पूरे देश का नेतृत्व करें. परिवर्तन आ रहा है उसका नेतृत्व किसान करें. उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी होनी चाहिए और उनका सम्मान बढ़ाना चाहिए. किसान ही देश के परिवर्तन की रीढ है. किसान ही देश में परिवर्तन ला सकते हैं.

किसान प्रयास कर रहे हैं, हम सभी को साथ देने की आवश्यकता है. हम सभी को आगे आने की आवश्यकता है. किसान भाइयों के साथ हम सब हैं. आज जिन लोगों को सम्मान मिला है. उसमें किसान व समाज का नेतृत्व कर रहे लोग हैं. जिनमें चिकित्सक, शिक्षक, सेना के जवान, खिलाड़ी शामिल है.

सांसद सिग्रीवाल ने उन सबको याद किया है. इस अवसर पर आपने सबको याद कर बुलाया है. इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं. उन्होने कहा कि आज हमें प्राकृतिक तौर पर कृषि की जरूरत है. इसके लिए हमारे देसी प्रयास हो देसी बीज हो. देसी उर्वरक की आवश्यकता है. ऐसे ही किसानों की आय दुगुनी होगी. जो प्रयास किसान सब कर रहे हैं उसे उनके साथ देने की आवश्यकता है. आने वाले समय में जो भी उनका प्रयास होगा, उनमें सबके साथ की आवश्यकता है.

आज शिक्षा में सुधार की आवश्यकता है. नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय की शिक्षा का उदाहरण देते हैं. आज स्थिति बद से बदतर हो गई है. इसके लिए जिम्मेदार हम सब हैं. हम सभी ही इसे सुधार कर सकते हैं. जो लोग बिहार के लोगों का भला नहीं चाहते हैं वह बाधाएं डालेंगे. किसान और शिक्षा विकास के लिए आवश्यक है. इस देश में हमारे कदम बढ़ने चाहिए जो हम इस दिशा में काम करेंगे. उदाहरण देकर कहा कि बीएससी एग्रीकल्चर करने वाला युवा भी नौकरी की मांग करता है जबकि उसे खेत में काम करना चाहिए उसे नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए. आज किसान भाई और शिक्षा नीति को साथ मिलकर काम करने का समय है तभी राज्य विकास की ओर अग्रसर होगा. उन्होने कहा कि हम समग्र क्रांति के मार्ग पर बढ़ते रहेंगे और मोदी जी ने जो मार्ग दिखाया है उसे पर आगे चलते रहेंगे.

इसके पहले राज्यपाल के जलालपुर पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सांसद व अन्य के साथ दीप प्रज्वलित किया.

मंच पर तीन दर्जन से अधिक उत्कृष्ट व्यक्तियों रामप्रवेश चौबे, विनोद मिश्रा सर्वजीत सिंह, अजीत आनंद, मनोज भावुक, संजय सिंह, डा प्रभात सिंह,झनार्दन शास्त्री अवध किशोर मिश्र, दिलीप राम हरेन्द्र सिंह, फूल कुमारी, चांवती डोम, त्रिभूवन प्रसाद, निशा देवी, गुलामचंद कुशवाहा, अशोक प्रसाद, जितेन्द्र प्रसाद, अशोक सिंह, सुनीता देवी, संजीव सिंह, खुशबू ठाकुर, हंसनाथ सिंह बच्चा पांडेय, मनमोहन पद्याकर, संजय कुमार सिंह को सम्मानित किया. बाद में उन्होंने किसान सम्मान भवन का लोकार्पण किया.

कार्यक्रम में सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक है. पहली बार ग्रामीण क्षेत्र में राज्यपाल पधारे हुए हैं.

वे समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषता वाले व्यक्तियों को सम्मानित किए हैं. यह सारण व महाराजगंज के लिए गौरव की बात है.

कार्यक्रम का संचालन बृजमोहन सिंह ने किया. मौके पर डी एम, एस पी जिले के वरीय पदाधिकारियो सहित गोरियाकोठी विधायक देवेशकांत सिंह, ज्ञाचन्द्र मांझी, विधायक विधायक कृष्ण कुमार मंटू, विधायक सी एन गुप्ता, कार्यक्रम के अध्यक्ष संत दामोदर दास, प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष तारकेश्वर सिंह, उमेश तिवारी, प्रमोद सिग्रीवाल, मनोज सिंह, संजय कुमार सिंह, दीपू चतुर्वेदी, रामाशंकर मिश्र शांडिल्य, नीतीश पांडेय, गुड्डू चौधरी, अमरजीत सिंह, विनोद मिश्र, मुकेश सिंह, हरेन्द्र सिंह सहित कई अन्य भी थे.

आज का पंचांग
दिनांक 08 /10/2023 रविवार
आश्विन कृष्णपक्ष नवमी
सुबह 10:12 उपरांत दशमी
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र : पुष्य
रात्रि 02:45 उपरांत (09अक्तूबर 23 )
चन्द्र राशि कर्क
सूर्योदय 05:44 सुबह,
सूर्यास्त :05:29 संध्या
चंद्रोदय :12:50 रात्रि (09अक्तूबर 23 )
चंद्रास्त :02:05 दोपहर
लगन : कन्या 06 :30 सुबह
उपरांत तुला लगन
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
उद्देग 05:44 सुबह 07:13 सुबह
चर 7:13 सुबह 08:41 सुबह
लाभ 08:41 सुबह 10:09 सुबह
अमृत 10:09 सुबह 11:37 सुबह,
काल 11:37 सुबह 01:05 दोपहर
शुभ 1:05 दोपहर 02:33 दोपहर,
रोग 02:33 दोपहर 04:01 संध्या
उद्देग 04:01 संध्या 05:29 संध्या
राहुकाल
सुबह 04 :01 से 05:29 सुबह
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:14 से 12:01 दोपहर
दिशाशूल :पछिम
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले पान खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी।नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि तथा आरोग्य रहेगा। चिंता में कमी होगी।
लकी नंबर 2 लकी कलर नीला

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें। धन प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें।किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है।
लकी नंबर 7 लकी कलर बैंगनी

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट व दुर्घटना से बचें। आय में कमी रह सकती है। घर-बाहर असहयोग व अशांति का वातावरण रहेगा।जोखिम व जमानत के कार्य टालें। हितैषी सहयोग करेंगे। धनार्जन संभव है।
लकी नंबर 3 लकी कलर सफेद

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा।बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता के साधन जुटेंगे। जोखिम न उठाएं।
लकी नंबर 7 लकी कलर हरा

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा।आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जल्दबाजी न करें।
लकी नंबर 2 लकी कलर लाल

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा।बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा।
लकी नंबर 6लकी कलर बैगनी

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे।स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे।
लकी नंबर 4 लकी कलर ग्रे

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
भूले-बिसरे साथी तथा आगंतुकों के स्वागत तथा सम्मान पर व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी।पारिवारिक सहयोग बना रहेगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं, लाभ होगा।
लकी नंबर 4 लकी कलर संतरी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें।आय में निश्चितता रहेगी। लाभ होगा।स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा।व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर ब्लू

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। काम में मन लगेगा। शेयर मार्केट में लाभ रहेगा। नौकरी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं।
लकी नंबर 2 लकी कलर आसमानी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी।लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी।
लकी नंबर 7 लकी कलर पिला

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी।परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे।
लकी नंबर 5 लकी कलर केशरी

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra/Siwan: गिरी, गोस्वामी समाज के प्रबुद्ध नागरिकों ने उनके हित में राष्ट्रीय स्तर पर लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान द्वारा उठाए जा रहे कदम के मद्देनजर बैठक कर उनकी सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

यह बैठक भाजपा नेता डॉ. अशोक कुमार भारती (शंकर जी) की अध्यक्षता में उनके निवास स्थान भदौर, बलिया कोठी महिंद्रानाथ, सिवान में संपन्न हुई। बैठक में सारण प्रमंडल प्रभारी एवं अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. विधानचंद्र भारती, मुखिया दीपक गिरी, पैक्स अध्यक्ष सत्यकिशोर पुरी, डॉक्टर जयप्रकाश भारती, सवालिया गिरी, एडवोकेट अनिल गिरी, प्रोफेसर बलरामपुरी, प्रोफेसर अशोक भारती एवं शिवनाथ पुरी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे

हाल ही में श्री पासवान ने गिरी, गोस्वामी समाज के लाखों लोगों के साथ न्याय के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार को पत्र लिखकर राष्ट्रीय स्तर पर इनके साथ न्याय की मांग की है। उन्होनें दोनों मंत्रियों को प्रेषित अपने पत्र में उल्लेख किया है कि “गोस्वामी, अतिथ, गिरी तथा सन्यासी जाति बिहार में पिछड़ी जाति की सूची में है परंतु इन सभी जातियों को भारत सरकार की जाति सूची में सामान्य जाति के अंतर्गत रखा गया है, जो कि न्यायसंगत नहीं है। बिहार में 30 लाख की आबादी वाला यह जाति वर्ग अति गरीब है। इन्हें भारत सरकार की जातीय सूची में पिछड़ा वर्ग में शामिल कर राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने की आवश्यकता है।”

उल्लेखनीय है कि उक्त मांग दसनामी गोस्वामी समाज के नेताओं एवं प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा बहुत लंबे समय से उठाई जा रही है। हाल ही में पटना में हुए वृहद पार्टी सम्मेलन एवं कार्यकर्ता सम्मान समारोह के दौरान सारण प्रमंडल प्रभारी एवं अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. विधान चंद्र भारती ने करीब 60 गाड़ियों का काफिला ले जाकर अपनी दमदार उपस्थिति सिद्ध की थी और कार्यक्रम के दौरान इस मांग को पार्टी अध्यक्ष एवं प्रदेशभर से एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं के मध्य मजबूती से दोहराया था।

इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पासवान एवं अन्य प्रमुख पदाधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए केंद्र में प्रयास करने का आश्वासन दिया था। इससे पूर्व अन्य कई कार्यक्रमों में यह मांग पार्टी के शीर्षस्थ पदाधिकारियों के समक्ष गंभीरतापूर्वक रखी जा चुकी है। इन्हीं प्रयासों की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में श्री पासवान द्वारा केंद्र सरकार के समक्ष उठाई गई मांग को देखा जा रहा है।

New Delhi: माइक्रोकाउंट्स इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशक एवं पर्यावरणविद प्रशान्त सिन्हा को अंतरराष्ट्रीय पीपल शांति पुरस्कार ( International Peepal Peace award ) से सम्मानित किया गया।

श्री प्रशान्त सिन्हा को यह पुरस्कार इनके द्वारा बीते कुछ वषों में पर्यावरण,जल संरक्षण एवं सामाजिक कार्य हेतु किए गए महतवपूर्ण योगदान के लिए दिया गया। रघुराम पीपल मैन फाउंडेशन द्वारा अंतराष्ट्रीय पीपल शांति पुरस्कार को पर्यावरण सरंक्षण, सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में देश विदेश में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिए जाते हैं।

श्री प्रशान्त सिन्हा अभी तक सुंदर लाल बहुगुणा स्मृति पर्यावरण गौरव सम्मान, अमृता देवी स्मृति पर्यावरण गौरव सम्मान, सुंदर लाल बहुगुणा स्मृति वृक्ष मित्र सम्मान, पर्यावरण रत्न सम्मान, जल प्रहरी सम्मान आदि अनेक शैक्षिक, सामाजिक क्षेत्रों में सम्मानित हो चुके हैं। श्री सिन्हा सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक रुप से पिछड़े बच्चों के उत्थान के लिए सतत् प्रयास काफी लंबे अरसे से करते आ रहे हैं।

श्री सिन्हा ने ” पचास शहर, पचास पेड़ ” अभियान शुरू किया है जिसके अंतर्गत पचास शहरों में जा कर पेड़ लगाएंगे और लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाने के लिए जागरूक करेंगे।

अयोध्या, 07 अक्टूबर (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक शनिवार को श्री मणिराम दास छावनी में देर शाम समाप्त हुई। बैठक के बाद ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि बैठक में 12 लोग मौजूद रहे, जबकि ट्रस्टी केशव परासरण ऑनलाइन शामिल हुए। मीटिंग में 18 बिंदुओं पर चर्चा की गई। मन्दिर प्रांगण में बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि मंदिर को तीन चरणों में बनाया जा रहा है। पहले चरण में भूतल जनवरी 2024 में पूरा होगा, जबकि दूसरा दो चरण दिसंबर 2024 और तीसरा चरण दिसंबर 2025 में पूरे किए जाएंगे।

ट्रस्ट के लेखाजोखा के संदर्भ में उन्होंने बताया कि 05 फरवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक मंदिर निर्माण में 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। जबकि बैंक खाते में अब भी 3 हजार करोड़ रुपये हैं, जिसमें एफडी, बचत भी शामिल है। समर्पण निधि से आये धन को खर्च नहीं किया गया है। मन्दिर में आ रहे दान और ऑनलाइन मिली राशि से शेष खर्चों का निबटारा हो रहा है। ट्रस्ट को जानकारी दी गई कि मंदिर के लिए विदेशी करेंसी में चंदा लेने के लिए एफसीआरए के रजिस्ट्रेशन को ऑनलाइन किया गया है, जो प्रक्रिया है उसे कर दिया गया है।

हर घर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन 5 दीपक जलाए जाएंगे
चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे देश में हर घर में 5 दीपक सरसों के तेल से जलाए जाएंगे। जिससे वातावरण शुद्ध होगा। प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भ गृह से भगवान की फोटो को लेकर छपवाया जाएगा और प्रसाद के रूप में भक्तों को दर्शन के समय दिया जायेगा। लगभग 10 करोड़ घरों तक फोटो वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगभग 50 लाख लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। अयोध्या में 25 हजार लोगों के रहने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें एक हजार चलित शौचालय बनाए जायेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा के लिए 5 लाख गांवों तक जाएगा अक्षत
उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के पहले गर्भ गृह के सामने अछत का पूजन होगा, जो प्राण प्रतिष्ठा के लिए 5 लाख गांवों तक भेजा जाएगा। सभी लोग अपने अपने घरों के आसपास देव स्थान पर पूजन अर्चन करें और वहीं से लाइव कार्यक्रम दूरदर्शन से देखें।

ट्रस्ट के 15 सदस्यों में 11 सदस्य अयोध्या की बैठक में शामिल हुए। जबकि के पाराशरण सहित तीन सदस्य वर्चुअली रूप से जुड़े रहे। बैठक में ट्रस्ट अध्यक्ष एवं मणि राम दास छावनी महंत नृत्यगोपाल दास, जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती और कोषाध्यक्ष गोविंदेव गिरि, महासचिव चंपत राय, सदस्यों में अयोध्या राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, निर्माण समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, डॉ अनिल मिश्र, कामेश्वर चौपाल, जिलाधिकारी नीतिश कुमार, प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि एवं मणि राम दास छावनी महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री उपस्थित रहे।

900 करोड़ अब तक खर्च, कुल 1800 करोड़ लगेंगे
राम मंदिर निर्माण पर अब तक 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। ट्रस्ट के मुताबिक, पूरे मंदिर को तैयार करने में 1800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राम मंदिर निर्माण में लार्सन एंड टुब्रो और टाटा कंसल्टेंसी लगी है। चम्पत राय ने बताया कि कंपनियों के समझौते के हिसाब से अगस्त में ही मन्दिर निर्माण पूरा होना था। पत्थर का इतना बड़ा कार्य अनुभव न होने के कारण नहीं हो पाया। श्री राय ने प्रधानमंत्री के समारोह में सम्मिलित होने के विषय में कहा कि अभी तक कोई पत्र आने का नहीं प्राप्त हुआ है।

Review by : Abhinandan Dwivedi (Former RJ)

Mission Raniganj | One Word Review : Impactful

धरती माता की जय, हनुमान चालीसा की बोल, 65 वर्कर्स के कोल माइन्स में फंसने, फिर उनके Rescued करने तक फ़िल्म की कहानी में कई मोड़ आते हैं। ये वक्त समझाने का नहीं, समझने का है… Akshay Kumar का ये Dialogue Raniganj गाँव के निवासियों की उम्मीद का बैसाखी बनता है।

फ़िल्म मजदूरों का संघर्ष, रोजगार की भूख, कोलकाता की राजनीति, सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार, अधिकारियों की लापरवाही जैसे तमाम पहलुओं पर दर्शकों का ध्यान अपने तरफ खिंचती है। वक्त और उम्मीद के बीच परिजनों का अपने परिवार को जीवित देखने की आस को फ़िल्म बड़े ही गंभीरता से कहती है। अपने प्रमुख विषय को सादगी से दिखाते हुए, फ़िल्म में एक माँ की ममता, एक अर्धांगिनी का दर्द, एक पिता का प्यार, एक बहन की शादी का बोझ जैसे कई पहलू दिल को छू जाते हैं। फ़िल्म आपको रुलाती है, हँसाती है, सरकारी तंत्र के भृष्ट अधिकारियों पर आक्रोश और मानवता की मिसाल का उदाहरण पेश करती है। आखिर में धर्म में आस्था और प्यार में विश्वास की जीत, आँख में आंसू लाते हैं।

Special Mention

फ़िल्म में इंटरवल के बाद शुरू होता रेस्क्यू ऑपरेशन धर्यता के साथ परिस्थितियों से लड़ने की परिभाषा बताता है। 65 वर्कर्स को 40 घंटो में बाहर निकलने के लिए वक्त कम था और उम्मीदें ज्यादा थीं। उम्मीद सरकार से, उम्मीद अपने अधिकारियों से, उम्मीद उस सृष्टि के रचयिता से जिसके बोल पूरी फिल्म में सुनाई पढ़ते हैं। हर एक मजदूर का कोल फील्ड से बाहर आने पर “धरती माता की जय…” का उद्घोष अपने आप में आस्था और विश्वास का एक उदाहरण पेश करता है। मजदूरों द्वारा गम्भीर परिस्थिति में फंसने के बाद “हनुमान चालीसा” का पाठ करना ये दर्शाता है कि हर संकट को हरने वाले भगवान हनुमान की कृपा जरूर होगी।

Story :

फ़िल्म की कहानी 1989 में रानीगंज क्षेत्र के महावीर माइन्स में फंसे 65 मजदूरों की है, जिन्हें IIT धनबाद के एक चालक इंजीनियर जसवंत सिंह गिल द्वारा एक महत्वपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने की है।

फ़िल्म की कहानी शुरू होती है एक गाँव रानीगंज से जहां ग्रामीणों में एक तरफ महाभारत देखने का उत्साह है तो दूसरी तरफ ‘बिशु’ की बेटी की शादी को लेकर तैयारी की चर्चा है। उसी रात ओवरटाइम करने गए रानीगंज गाँव के मजदूरों के साथ कुछ ऐसा होता जिससे वो कोल माइन्स में फंस जाते हैं और गाँव की खुशियां पल में बिखर जाती है। ओवरटाइम करने गए 65 मजदूरों द्वारा कोयले की खनन को लेकर एक ब्लास्ट किया जाता है। ब्लास्ट करने के बाद मजदूरों ने देखा कि कहीं से पानी की बूंदे खदान में आरही हैं, उन्हें शक होता है कि ब्लास्ट की वजह से पानी का टैंक फट गया होगा ! और कुछ ही मिनटों में कोयला खदान पानी की तेज बहाव से भरने लगता है। खदान में अफरता – तफरी मचती है। अलग – अलग स्पॉट पर काम कर रहें मजदूरों को फ़ोन पर अलर्ट का संदेश भेजा जाता है। उन्हीं में से एक स्पॉट पर काम कर रहें मजदूर के सोने की वजह अलर्ट नहीं मिल पाता और 71 मजदूर खदान से बाहर नहीं निकल पातें। कुछ ही देर बाद 4 मजदूरों की मौत की खबर आती है।

महावीर माइन्स में 65 मजदूरों के फसने की खबर पूरे राज्य में फैल जाती है। मंत्री, अधिकारियों के कान खड़े हो जाते हैं। यूनियन लीडर द्वारा सभी मजदूरों को बाहर निकलने के लिए सभी सफल मदद का आष्वासन दिया जाता है। लेकिन हर सरकारी तंत्र की कहानी जैसी घटना यहाँ भी शुरू होती है। तंत्र में बैठे भ्रष्ट अधिकारी मजदूरों की जान को नजरअंदाज कर अपने पैसे और पोजीशन को बचाने में लग जाते हैं, तो दूसरी तरफ कुछ ईमानदार अधिकारी अपनी मानवता का परिचय देते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हैं। क्या सभी 65 मजदूरों खदान से बाहर निकल आते हैं ? क्या रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाब होता है ? या मजदूरों की मौत हो जाती है ? IIT इंजीनियर द्वारा कैसे ऑपेरशन को अंजाम दिया जाता है। क्या भ्रष्ट अधिकारियों का पर्दाफाश होता है ? ऐसे तमाम सवालों का जवाब फ़िल्म के ख़त्म होने तक मिलता है।

Actors Performance

फ़िल्म की कास्ट बड़ी है। कलाकारों की संख्या भी बहुत है, शायद यही कारण है कि पर्दे पर फ़िल्म देखते आप कहानी से जुड़े रहते हैं। बात सबसे पहले माइन्स वर्कर की करें तो : – रवि किशन, सुधीर पांडेय, ओमकार दास, वरुण वडोला, जमील खान जैसे कलाकारों ने अपने किरदार को पर्दे पर जीवंत किया है। एक मजदूर के दर्द को इन कलाकारों ने अपनी जबरदस्त एक्टिंग से पर्दे पर उकेरा है। यूनियन लीडर के किरदार में राजेश शर्मा का काम लाजवाब है। भ्रष्ट अधिकारी के किरदार में दिव्येंदू भट्टाचार्य का काम आपको पागल का देगा। दिव्येंदू का किरदार इस फ़िल्म की जान है, जब भी वो पर्दे पर आते हैं दर्शकों में उमंग का संचार होता है। एक ईमानदार अधिकारी के किरदार में कुमुद मिश्रा का काम बहुत ही खूबसूरत है। उनके हाव – भाव सन्दर्भ के अनुसार रच जाता है। पवन मल्होत्रा का काम फ़िल्म में महत्वपूर्ण है, जिसे आप नज़रअंदाज़ नहीं कर सकतें। जसवंत सिंह गिल के किरदार में अक्षय कुमार का काम आपका दिल जीत लेगा। एक पंजाबी ईमानदार इंजीनियर के अवतार में अक्षय कुमार ने अपने काम से फ़िल्म को मजबूत किया है। अक्षय कुमार के Dialogue कई बार आँखों मे आंसू लाते हैं। परिणीति चोपड़ा का किरदार छोटा है लेकिन परिणीति और जसवंत सिंह के बीच प्यार की डोर मजबूत रखी गयी है। जिसे कहानी के अंत में बड़े ही सादगी से दिखाया गया है। बाकी और भी बहुतेरों कलाकार हैं, जिन्होंने पर्दे पर खुद को साबित किया है।

Writing & Direction :

फ़िल्म के निदेशन का कार्यभार संभाल रहे टीनू सुरेश देसाई ने इससे पहले 1920 : London और Rustom का निर्देशन किया है। टीनू सुरेश ने अक्षय कुमार के साथ इससे पहले Rustom में अपने सुझली हुए निर्देशन का परिचय दिया था।

6 साल बाद एक बार फिर टीनू देसाई कुछ नए कलेवर का फ़िल्म दर्शक के बीच ले कर आये हैं। Mission Raniganj में हर वो चीज है जिसे दर्शक एक फ़िल्म में देखना चाहते हैं। फ़िल्म में निर्देशक ने सस्पेंस और थ्रिलर को बड़े ही उत्साहित कलेवर में दिखाया है। कुछ एक सीन में कॉमेडी का तड़का फ़िल्म में अलग उमंग भरने का काम करता है। इंटरवल के पहले या बाद, फ़िल्म की रफ्तार को बनाये रखे फ़िल्म अपनी कहानी को कहती नज़र आती है। शायद यही बात टीनू देसाई को अलग बनाती है।

पटकथा और संवाद की बात करें तो, दीपक किंगरणी की कहानी अपने उद्देश्य से नहीं भटकती है। दीपक अपने क्रिएटिव थॉट को दर्शक तक पहुँचाने में कामयाब रहें हैं। फ़िल्म की पटकथा को लिखा है विपुल के रावल ने और ये कहना पड़ेगा कि पटकथा कमाल की है। पूरी फिल्म आपको बाँधे रखती है। कुछ एक फ्रेम ऐसे भी हैं जिनको देख आंसू अपनी रास्ते ढूंढ लेती है। कोल माइन्स के अंदर का हर एक फ्रेम परिपक्व लगता है। कहानी, पटकथा और संवाद तीनों ही क्षेत्र में फ़िल्म सफल रही है।

Box Office Prediction :

ये फ़िल्म पैसा नहीं, प्यार कमाने आई है। Box Office Collection जो भी रहें, दर्शकों के आंखों से आंसू नहीं रुकने वाले। एक जरुरी फ़िल्म है, जो वक्त से लड़ना सिखाती है, धर्यता का परिचय देती है, संघर्ष की गाथा कहती है।

क्यों देखे ये फ़िल्म ?

एक ईमानदार योद्धा जिसने 65 कोल माइन्स वर्कर्स को मौत के सौदागर से बाहर निकाला, एक ज़ाबाज़ अधिकारी, एक रियल लाइफ हीरो की कहानी देखना चाहते हैं तो ये फ़िल्म आपके लिए है।

Chhapra: आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए सोमवार से इवीएम का एफएलएसी कार्य प्रारम्भ किया जाएगा. उक्त जानकारी उपनिर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में दीं. उन्होंने सभी उपस्थित राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के प्रतिनिधि से इस दौरान उपस्थित रह कर कार्य का अवलोकन करने का आग्रह किया. उन्होंने बताया कि यह कार्य सदर प्रखंड के निकट अवस्थित इवीएम वेयरहाउस के एफएलसी हॉल में प्रातः नौ से संध्या सात बजे तक आगामी एक नवंबर तक प्रत्येक दिन कार्य की समाप्ति तक चलेगा.

एसओपी का होगा सख्ती से अनुपालन

श्री एकबाल ने बताया कि एफएलएसी में चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से अनुपालन किया जाएगा. कोई भी अनाधिकृत व्यक्ती हॉल में प्रवेश नहीं कर सकता है. दलों के प्रतिनिधियों को भी अध्यक्ष या सचिव का प्राधिकृत पत्र उपस्थापित करना होगा. हॉल में मोबाईल या किसी प्रकार का इलेक्ट्रिक गजेट ले जाना सख्त वर्जित रहेगा. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि लॉगबुक समेत विभिन्न प्रकार के पंजीयों पर अपना हस्ताक्षर दर्ज करेंगे. साथ ही यदि वे चाहें तो सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील पर भी अपना साइन कर सकते हैं.

सीधे चुनाव आयोग करेगा निगरानी

एफएलसी की प्रक्रिया के निगरानी के लिए तीन सतह की व्यवस्था रहेगी. हाईटेक आईपी कैमरे से वेब टेलीकास्ट किया जाएगा. जिसे डीएम समेत राज्य व भारत निर्वाचन आयोग माॅनिटर करेंगे. वहीं दूसरे सतह पर वेयरहाउस का अपना सीसीटीवी कैमरा चप्पे-चप्पे की रिकार्डिंग करेगा. इसके साथ ही वीडियोग्राफी के माध्यम से भी सभी कार्यवाहियों को रिकार्ड किया जाएगा.

त्रिस्तरीय सुरक्षा के साथ पारदर्शिता का खास इन्तेजाम
मौके पर मौजूद एफएलसी कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ रजनीश कुमार राय ने बताया कि यह कार्य कड़ी सुरक्षा वयवस्था में संपन्न कराया जाएगा. वेयरहाउस के अपने स्टैटिक सुरक्षा कर्मी के साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्बारा अलग से मजिस्ट्रेट और चार एक का फोर्स प्रतिनियुक्त किया गया है. किसी को मेटल डिटेक्टर डोर से गुजर कर ही प्रवेश करना होगा.

इसीआईएल ने भेजे हैं अपने 15 अभियंता

एफएलसी की पूरी प्रक्रिया को अधिकारी द्वय ने समझाते हुए कहा कि यह मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच है. जिसे इसीआईएल के अभियंता पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न करेंगे. इसके लिए पहले सभी मशीनों की प्री एफएलसी जांच होगी. तब विविपैट में डमी सिम्बाॅल की लोडिंग होगी. तत्पश्चात प्रत्येक बीयू, सीयू और विविपैट को कनेक्ट कर प्रत्येक 16 बटन पर छह-छह वोट डाले जाएंगे. अंत में डाले गए कुल वोटों के रिजल्ट से विविपैट के पर्ची की गिनती कर मिलान किया जाएगा. टेस्ट में पारित और रद्द मशीनों को आयोग के विशेष ऐप ईएमएस-0.2 पर स्कैन के माध्यम से अपलोड किया जाएगा. इस दौरान सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील का भी विशेष नंबर अपलोड किया जाएगा.

राज्य स्कूली प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सारण फुटबॉल एवम वॉलीबॉल टीम का हुआ चयन 

Chhapra: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण पटना द्वारा आयोजित बिहार राज्य स्कूली खेल फुटबॉल एवम वॉलीबॉल में भाग लेने वाली सारण टीम का चयन प्रतियोगिता शनिवार को संपन्न हुआ ।

सारण जिला प्रशासन द्वारा आयोजित चयन प्रतियोगिता में बालक अंडर 17 एवम 19 के एक सौ से अधिक स्कूली छात्रों ने हिस्सा लिया। चयन प्रतियोगिता जिला स्कूल एवम राजेंद्र स्टेडियम में संपन्न हुआ।

जिला खेल पदाधिकारी मो शमीम अंसारी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर चयन प्रतियोगिता की शुरुआत कराया। दोनो आयु वर्ग में सारण जिला के चयनित प्रतिभागी 67 वी राष्ट्रीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता के चयनित होने के लिए 10 एवम 11 अक्तूबर को अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस दिन वॉलीबॉल का राज्य चयन प्रतियोगिता आरा (भोजपुर ) में जबकि फुटबॉल का चयन प्रतियोगिता बेतिया पश्चिम चंपारण में है।

जिला खेल पदाधिकारी मो० शमीम अंसारी ने तकनीकी पदाधिकारियों से विमर्श के बाद चयनित खिलाड़ियों की सूची जारी करते हुए उनके सफल भविष्य की कामना की।

उक्त प्रतियोगिता के सफल संचालन में तकनीकी पदाधिकारी के रूप में संजय कुमार सिंह,किशोर कुणाल, यशपाल सिंह, पंकज कुमार चौहान, मृत्युंजय कुमार , मो0 इरफान, नीलाभ गुंजन, सुनील कुमार सिंह ,सुरज कुमार, सर्वेश कुमार , कुंदन कुमार , खुर्शीद आलम सहित अन्य ने सहयोग किया

चयनित फुटबॉल खिलाड़ियों की सूची

राजन कुमार, संदीप कुमार, मनी सिंह, नितेश कुमार, आर्क कुमार महतो, अंकित कुमार महतो, बिट्टू कुमार प्रसाद, अक्षय कुमार, जितेंद्र प्रसाद ,रितिक कुमार मांझी ,कदीर अंसारी, ओम कुमार मांझी, अंकित कुमार, रोहन कुमार, सुमन कुमार

वॉलीबॉल खिलाड़ियों की सूची

अमित सिंह, पवन कुमार पांडे,आयुष कुमार सिंह, आयुष सिंह, सागर कुमार सिंह, प्रहार चौहान, पुष्पराज, अक्षत कुमार, सचिन कुमार, आशीष कुमार।

जलालपुर में महामहिम राज्यपाल करेंगे किसान सम्मान भवन का लोकार्पण

Chhapra: रविवार को बिहार के राज्यपाल महामहिम राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का आगमन सारण जिले के जलालपुर में होने वाला है. महामहिम के आगमन को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई.

इस आयोजन की जानकारी देते हुए महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने बताया कि जलालपुर स्थित किशनपुर धरान के समीप हरपुर शिवालय के परिसर में बने किसान सम्मान भवन के लोकार्पण को लेकर बिहार के राज्यपाल महामहिम राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का आगमन रविवार को हो रहा है.

महामहिम के आगमन की तैयारी पूरी कर ली गई है. महामहिम के स्वागत के लिए जलालपुर पूरी तरह से सज चुका है.

सांसद श्री सिग्रीवाल ने बताया कि रविवार को 10:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक महामहिम राज्यपाल का कार्यक्रम निर्धारित है. इस बीच महामहिम द्वारा हरपुर शिवालय में बने किसान सम्मान भवन का लोकार्पण किया जायेगा. साथ ही साथ इस क्षेत्र के प्रतिभावान एवं विभिन्न कलाओं में निपुण लोगों के साथ-साथ वैसे लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने समाज के उत्थान एवं सामाजिक कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभाई है.

सांसद श्री सिग्रीवाल ने बताया कि कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी, देश की रक्षा करते हुए शहीद जवानों की पत्नी एवं परिवार तथा कोरोना काल में मरीजों के इलाज के दौरान मृत चिकित्सकों के परिवारजनों को भी सम्मानित किया जाएगा.

सांसद ने बताया कि यह पहला कार्यक्रम होगा जब किसी जिले के छोटे से प्रखंड के गांव में महामहिम राज्यपाल पहुंचेंगे.

राज्यपाल के स्वागत के लिए जलालपुर की जनता ने पूरी तैयारी कर ली है. कार्यक्रम भव्य और अपने आप में अनूठा होगा.

उन्होंने सभी सारणवासियों से इस कार्यक्रम में शामिल होकर महामहिम राज्यपाल के संबोधन को सुनने का आह्वान किया.

रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर स्पेशल ट्रेनों की परिचालन अवधि बढ़ी, यहां देखें सूची…

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा ग्रीष्मकाल में हो रही यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुये पूर्व से चलाई जा रही विशेष गाड़ियों के संचलन अवधि का विस्तार निम्नवत किया जायेगा । इन गाड़ियों का समय, ठहराव, मार्ग एवं अन्य सूचनायें पूर्ववत रहेंगी।

– 09183 मुम्बई सेण्ट्रल-बनारस साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 29 नबम्बर, 2023 तक 09 फेरों के लिये बढ़ाया गया है

– 09184 बनारस-मुम्बई सेण्ट्रल साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 01 दिसम्बर, 2023 तक 09 फेरों के लिये बढ़ाया गया है

– 09525 ओखा-नाहरलगुन साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 28 नबम्बर, 2023 तक 07 फेरों के लिये बढ़ाया गया है ।

– 09526 नाहरलगुन-ओखा साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 02 दिसम्बर, 2023 तक 07 फेरों के लिये बढ़ाया गया है ।

– 09417 अहमदाबाद-पटना साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 27 नबम्बर, 2023 तक 07 फेरों के लिये बढ़ाया गया है ।

– 09418 पटना-अहमदाबाद साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 28 नबम्बर, 2023 तक 07 फेरों के लिये बढ़ाया गया है ।

बुढ़वल-सुढ़िया मऊ स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण को लेकर छपरा से गुजरने वाली दर्जनों ट्रेन रद्द, कई के मार्ग बदले

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल पर बुढ़वल-सीतापुर खंड पर स्थित बुढ़वल-सुढ़िया मऊ स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य के परिप्रेक्ष्य में 7 से 15 अक्टूबर,2023 तक प्री-नॉन इंटरलॉक एवं 16 से 19 अक्टूबर, 2023 तक नॉन इंटरलॉक कार्य तथा 19 अक्टूबर, 2023 को रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के कारण गाड़ियों का निरस्तीरण, मार्ग परितर्वन, रि-शिड्यूलिंग एवं शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट आरिजिनेशन निम्नवत् रहेगा।

निरस्तीकरण

– दरभंगा से 12 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15211 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 14 से 20 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15212 अमृतसर-दरभंगा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 11 एवं 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 04654 अमृतसर-न्यू जलपाईगुड़ी विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– न्यू जलपाईगुड़ी से 13 एवं 20 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 04653 न्यू जलपाईगुड़ी-अमृतसर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– सहरसा से 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15531 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15532 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 22424 अमृतसर-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

-आनन्द विहार टर्मिनस से 14 एवं 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14010 आनन्द विहार टर्मिनस-बापूधाम मोतीहारी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– बापूधाम मोतीहारी से 15 एवं 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14009 बापूधाम मोतहारी-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– कटिहार से 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 05734 कटिहार-अमृतसर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 05733 अमृतसर-कटिहार विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– छपरा कचहरी से 15 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15114 छपरा कचहरी-गोमतीनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– गोमतीनगर से 16 से 20 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15113 गोमतीनगर-छपरा कचहरी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– जयनगर से 16 से 25 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14673 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 15 से 19 अक्टूबर, तक चलने वाली 14674 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– जयनगर से 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14649 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 23 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– ग्वालियर से 11 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 11123 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– बरौनी से 12 से 20 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 11124 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– रक्सौल से 16 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15273 रक्सौल-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– आनन्द विहार टर्मिनस से 17 से 20 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15274 आनन्द विहार टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– गोरखपुर से 15 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15009 गोरखपुर-मैलानी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– सहरसा से 11 एवं 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15529 सहरसा-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– लखनऊ जं. से 16 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 12530 लखनऊ जं.-पाटलीपुत्र एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– पाटलीपुत्र से 16 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 12529 पाटलीपुत्र-लखनऊ जं. एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

— गोमतीनगर से 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15078 गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– कामाख्या से 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15077 कामाख्या-गोमतीनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– कामाख्या से 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15655 कामाख्या-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15656 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-कामाख्या एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12204 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– सहरसा से 19 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12203 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– न्यू जलपाईगुड़ी से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12407 न्यू जलपाईगुड़ी-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12408 अमृतसर-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– अमृतसर से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14604 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– सहरसा से 20 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14603 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

मार्ग परिवर्तन

– कटिहार से 13 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 14 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-अयोध्या-मनकापुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– बरौनी से 07 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 02563 बरौनी-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज-कानपुर सेन्ट्रल के रास्ते चलायी जायेगी।

– नई दिल्ली से 07 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 02564 नई दिल्ली-बरौनी विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-प्रयागराज-बनारस-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– दरभंगा से 06 से 19 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 02569 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज-कानपुर सेन्ट्रल के रास्ते चलायी जायेगी।

– नई दिल्ली से 07 से 20 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 02570 नई दिल्ली-दरभंगा विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-प्रयागराज-बनारस-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15067 गोरखपुर-बान्द्रा टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी एवं यह गाड़ी गोरखपुर से 02 घंटा रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी तथा इस गाड़ी का खलीलाबाद, बस्ती एवं मनकापुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया गया है।

– गोरखपुर से 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 11080 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी एवं यह गाड़ी गोरखपुर से 02 घंटा रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी तथा इस गाड़ी का खलीलाबाद, बस्ती एवं मनकापुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा ।

– मुजफ्फरपुर से 16 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 12557 मुजफ्फरपुर-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी।

– आनन्द विहार टर्मिनस से 16 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 12558 आनन्द विहार टर्मिनस-मुजफ्फरपुर परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-अयोध्या कैंट-मनकापुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– दरभंगा से 14, 17 एवं 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12565 दरभंगा-नई दिल्ली एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज-कानपुर सेन्ट्रल के रास्ते चलायी जायेगी।

– नई दिल्ली से 17 एवं 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12566 नई दिल्ली-दरभंगा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-प्रयागराज-बनारस-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

-दरभंगा से 07 से 11 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15211 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी-लखनऊ-रोजा के रास्ते चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 06 से 13 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15212 अमृतसर-दरभंगा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग रोजा-लखनऊ-बाराबंकी-अयोध्या कैंट-मनकापुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– जम्मूतवी से 17 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15098 जम्मूतवी-भागलपुर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-अयोध्या कैंट-मनकापुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– छपरा से 11 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 22531 छपरा-मथुरा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मनकापुर-अयोध्या कैंट-बाराबंकी के रास्ते चलायी जायेगी।

– मथुरा से 11 से 18 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 22532 मथुरा-छपरा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बाराबंकी-अयोध्या कैंट-मनकापुर के रास्ते चलायी जायेगी।

रि-शिड्यूलिंग

– एर्नाकुलम से 06 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12522 एर्नाकुलम-बरौनी एक्सप्रेस एर्नाकूलम से 02 घंटा रि-शिड्यूल कर चलायी जा रही है एवं 13 अक्टूबर, 2023 को एर्नाकुलम से 03 घंटा 30 मिनट रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी।

— हावड़ा से 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 13019 हावड़ा-काठगोदाम एक्सप्रेस हावड़ा से 02 घंटा रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी।

– लालगढ़ से 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15910 लालगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस लालगढ़ से 01 घंटा 30 मिनट रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी।

– गोरखपुर से 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 11080 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस गोरखपुर से 02 घंटा रि-शिड्यूल कर चलायी जायेगी।

– दरभंगा से 14 अक्टूबर,2023 को चलने वाली 22551 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस दरभंगा से 3 घंटा 15 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी ।

शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन

– बरौनी से 17 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15203 बरौनी-लखनऊ जं. एक्सप्रेस गोण्डा में यात्रा समाप्त करेगी।

– लखनऊ जं. से 18 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15204 लखनऊ जं.-बरौनी एक्सप्रेस गोण्डा से चलायी जायेगी।

Chhapra:  रेलवे प्रशासन द्वारा दशहरा, दिवाली एवं छठ पर्व के अवसर पर यात्रियों की होने वाली अतिरिक्त भीड़ को देखते हुये पूर्व से चलाई जा रही 02 त्योहार विशेष गाड़ियों के संचलन अवधि का विस्तार निम्नवत किया जायेगा ।

इन गाड़ियों का समय, ठहराव, मार्ग एवं अन्य सूचनायें पूर्ववत रहेंगी। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

07651 जलना-छपरा साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 29 नबम्बर, 2023 तक तथा 07652 छपरा-जलना साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 01 दिसम्बर, 2023 तक 07 फेरों के लिये बढ़ाया गया है। इन गाड़ियों में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 03, शयनयान श्रेणी के 10, सामान्य द्वितीय श्रेणी के 08 एवं एस.एल.आर. के 02 कोच लगाये जायेंगे।