Chhapra: दो साल पूर्व भगवान बाज़ार थाना क्षेत्र के राजेंद्र कॉलेज में कार्यरत क्लर्क की हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिफ्तार किया है. वह लगातार फरार चल रहा था.

सारण के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि 28 मई को सुबह 4:30 बजे रिविलगंज के गोदना मोड़ के समीप से अपराधी विकास कुमार सिंह उर्फ टाइगर को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि टाइगर ने वर्ष 2018 में अपने सहयोगियों के साथ राजेंद्र कॉलेज के क्लर्क की चाकू मारकर हत्या कर दी थी. जिसमें इसके सहयोगी पकड़े गए थे. लेकिन यह 2 साल से फरार चल रहा था.

हाल ही में व्यक्ति से मांगी थी 5 लाख की रंगदारी
पुलिस कप्तान ने बताया कि इस अपराधी के द्वारा हाल ही में इनई एक व्यक्ति से मोबाइल नंबर पर कॉल करके 5 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी. इसके संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज करके इसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी. जिस मोबाइल से रंगदारी की मांग की गई थी उस सिम को बरामद कर लिया गया है.

पटना में पुलिस पर चलाई थी गोली
उन्होंने बताया कि इसके अलावा पटना जिले के बहादुरपुर थाना के अंतर्गत पुलिस की टीम पर गोली चलाकर भीड़ का फायदा उठाकर भाग में यह सफल रहा था. इसके बाद से पटना पुलिस द्वारा भी इसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही थी.

पकड़े गए अपराधी के पास से एक देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस व एक चाकू, मोबाइल से तीन सेट के साथ साथ रंगदारी में प्रयुक्त मोबाइल व सिम बरामद किया गया है.

एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके खिलाफ कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें रिविलगंज थाना, भगवान बाजार थाना में हत्या का मामला व पटना के बहादुरपुर थाना में भी इसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

इसकी गिरफ्तारी में पुलिस कर्मियों में किशोरी चौधरी थानाध्यक्ष रिवीलगंज, रिविलगंज थाना के मिथिलेश कुमार, एसआईटी के रूपेश कुमार, अशोक कुमार सिंह समेत रिवीलगंज थाना के सशस्त्र बल के सिपाही मौजूद थे.

Chhapra: मढौ़रा प्रखंण्ड के मिर्जापुर पंचायत के मारुति नंदन एकेडमी मे संचालित M N CLASSES प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिहार मैट्रीक परीक्षा 2020 मे क्षेत्र मे सर्वाधिक रिजल्ट दिया है. संस्था के निर्देशक नवीन भारद्वाज ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण बच्चों से समर्पक करने मे दिक्कत हुई लेकिन 43 बच्चों मे 37 बच्चे प्रथम श्रेणी से पास हुए और 6 बच्चे द्वितीय श्रेणी से पास हुए.

अव्वल नंम्बर लाने वाले छात्रो की सूचि निम्न इस प्रकार से है

1. वरूण कुमार पाण्डेय (402) 

2.रूमन कुमारी (387)

3.प्रति कुमारी (371) 

4. अरूणा कुमारी (361) 

5.काजल कुमारी (358) 

Rivilganj: सारण जिले के रिविलगंज के प्रखंड प्रमुख सह भाजपा युवा नेता डॉ0 राहुल राज ने इस विषम परिस्थिति में लोगों की लाचारी और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अपने आवास पर गरीब, लाचार मजदूर वर्ग तथा असहायों के बीच सूखा सामग्री का वितरण किया. गौरतलब है कि पिछले दी महीनों से लगातार कोरोना महामारी के बढ़ते कहर को लेकर पूरे देश-दुनिया के लोगो को समस्या के दौर से गुजरना पड़ रहा है तथा लोगों को किसी तरह अपना जीवन निर्वाह करना पड़ रहा है. इस बीच दिहाड़ी मजदूरों, निर्धन एवं असहाय वर्गों की स्थिति अत्यंत भयावह होती दिख रही है.

युवा भाजपा नेता डॉ0 राहुल राज विगत दो महीनों से निरंतर उनकी सहायता हेतु ततपर हैं. ऐसी स्थिति में उन्होंने सामाजिक दूरियों का विशेष ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक सूखा राशन सामग्रियों का सेट बनवाकर अपने आवास पर ही छपरा विधानसभा के सभी गरीब, असहाय, लाचार, मजदूर वर्गों के बीच वितरित करवाया.Sha

Bjp नेता का हरसंभव प्रयास है कि इस विषम परिस्थिति में कोई भी प्राणी भूखा न सोये, चाहे वो कितना भी गरीब से गरीब क्यों न हो, उन्होंने यह भी कहा कि “समाजसेवा से बड़ा कोई धर्म नही होता” और इसी तथ्य को वे अपने जीवन के आधार मान कर निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा कर रहे हैं.

उन्होंने छपरावासियों से यह अपील किया कि आप सभी जहाँ तक हो सकें, अपनी सामर्थ्य एवं क्षमता अनुसार ऐसे गरीबों, लाचारों को भोजन करा कर या सूखा राशन प्रदान कर उनके जीविकोपार्जन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अवश्य अदा करें.

इसके अतिरिक्त डॉ राहुल राज द्वारा छपरा विधानसभा के तमाम क्षेत्रों में पिछले कई महीनों से लगातार आवश्यकतानुसार लोगों के बीच भोजन का पैकेट वितरण कराया जा रहा है तथा सैनिटाइज़िंग का भी कार्य किया जा रहा है ताकि जहाँ तक हो सके लोगों को मदद मिल सकें.

आज की इस सूखा राशन वितरण रूपी सेवा कार्य में भाजपा युवा नेता “डॉ0 राहुल राज” के साथ और भाजपा जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष भार्गव ,IT संयोजक निशांत, उप मुखिया अमित सिंह ,वार्ड सदस्य प्रमोद सिंह ,गामा सिंह , वार्ड सदस्य रोहित कुमार सिंह टिंकू , पप्पू सिंह, घुटन सिंह, ददन सिंह, मंडल अध्यक्ष रवि भूषण मिश्रा कई अन्य सहयोगी सदस्य तथा सेवाकर्मी उपस्थित थे.

Varansi: 1 जून से चलाई जाने वाली यात्री ट्रेनों की समय सारणी रेलवे ने रिलीज कर दी है. गुरुवार को रेलवे द्वारा 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के टाइम टेबल को रिलीज कर दिया गया. इन ट्रेनों में छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली कई ट्रेन भी शामिल हैं, ये सभी स्पेशल ट्रेन बनकर चलेंगीं, साथ ही साथ रेलवे द्वारा गाइडलाइंस जारी की गई है जो सभी यात्रियों को फ़ॉलो करना अनिवार्य होगा.

यहां देखें समय सारणी


इन ट्रेनों में एसी और नॉन एसी के अलावा जनरल कोच भी होगा, रेलवे की ओर से जारी सूची में दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के नाम हैं.

छपरा/ सिवान, बलिया आदि जंक्शन पर खुल रहा रिजर्वेशन काउंटर

यह ट्रेने ए.सी. और नान ए.सी. क्लास और जनरल कोच के साथ पूरी तरह से आरक्षित ट्रेने होंगी जिसमें यात्रा करने के लिए सभी श्रेणी के कोचों में आरक्षण अनिवार्य है. यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के प्रमुख स्टेशनों – मांडुवाडीह, गाजीपुर सिटी,बलिया,छपरा,सीवान , देवरिया,मऊ एवं आजमगढ़ के कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण केन्द्र सिंगल शिफ्ट(प्रातः 08:00 बजे से सायं 04:00बजे) तक के लिए खोले गए हैं..


उक्त ट्रेनों से यात्रा करने के लिए रेलवे प्रशासन ने पैसेंजर गाइडलाइंस भी जारी किया है, जिसे जानना जरूरी है.

1. रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का प्रवेश और निकास अलग-अलग द्वार से होगा. स्टेशनों एवं ट्रेनों में मानक समाजिक दूरी और रक्षा,सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकाल का पालन किया जायेगा. केवल कन्फर्म्ड टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.

2. ट्रेन पर चढ़ने के लिए सभी यात्रियों की अनिवार्य रूप से जाँच की जाएगी और केवल लक्षण न पाए जाने वाले यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी. लक्षण पाए जाने वाले यात्री को टिकट कैंसिलेशन पर पूरा रिफण्ड मिलेगा । यात्रियों को कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुँचना होगा.

3. सभी यात्रियों को यात्रा के दौरान फेस कवर/मास्क पहनना होगा साथ ही स्टेशन और ट्रेनों के अंदर भी समाजिक दूरी का पालन करना होगा। अपने गंतव्य पर पहुँचने पर यात्रियों को राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा निर्धारित स्वास्थ्य प्रोटोकाल का पालन करना होगा.

4. ट्रेन के भीतर कोई लिनेन,कंबल और पर्दे उपलब्ध नहीं कराए जायेंगे. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपना लिनेन ,भोजन और पानी साथ लेकर यात्रा करें । ए सी कोचों के भीतर का तापमान उपयुक्त रूप से नियंत्रित रखा जाएगा. यात्रियों को कम सामान के साथ सफर करने की सलाह दी जाती है.

5. नियमित ट्रेनों में स्वीकृत सभी कोटे की अनुमति दी जाएगी और सीमित संख्या में आरक्षण काउण्टर संचालित किये जा रहे हैं. ट्रेन के प्रस्थान करने के कम से कम 4 घंटे पहले पहला चार्ट तैयार किया जाएगा । ट्रेन में कोई भी अनारक्षित(Unreserved) कोच नहीं होगा । श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाया जाना स्थानीय राज्य सरकारों द्वारा जारी रहेगा.

6. अग्रिम आरक्षण की अवधि अधिकतम 30 दिनों की होगी तथा मौजूदा नियमों के अनुसार (RAC/WL) आरएसी और प्रतीक्षा सूची तैयार की जाएगी. आरएसी एवं प्रतीक्षा सूची के (RAC/WL) टिकट धारकों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नही होगी ।कोई भी अनारक्षित (Unreserved) टिकट जारी नहीं किया जायेगा और यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई टिकट जारी नहीं किया जायेगा.

7. यात्रियों से सम्बंधित रियायतों के अंतर्गत नियमित ट्रेनों में स्वीकृत सभी कोटे की अनुमति दी जाएगी और दिव्यांगजन की केवल 4 श्रेणियों एवं रोगियों की 11 श्रेणियों में रियायत दी जाएगी । टिकट रद्दीकरण और वापसी के लिए रेलवे यात्री (टिकट रद्दीकरण और किराया वापसी ) नियम,2015 लागू होगा.

8. अन्य नियमित यात्री सेवाएं,जिसमें सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेने हैं ,यात्री और उपनगरीय रेल सेवाएं अगले निर्देश तक रद्द रहेंगी । आई आर सी टी सी केवल सीमित ट्रेनों में भुगतान के आधार पर खाने-पीने और सीलबंद पीने का पानी की व्यवस्था करेगा.

वाराणसी मंडल से ओरिजनेट/टर्मिनेट होने वाली तथा मंडल से विभिन्न स्टेशनों से गुजरने वाली गाड़ियों सूची संलग्न है.

• स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन्स
• कांटेन्मेंट एवं बफर जोन को छोड़कर बाकी क्षेत्रों में सुलभ होंगी सेवाएं
• कैंपेन मोड की सेवाएं दी जाएगी डोर टू डोर
• प्रसव संबंधी सेवाएं सभी क्षेत्रों में समान रूप से की जाएगी प्रदान

छपरा: कोरोना के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन ने कई जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित किया है. भारत जैसे देश में जहाँ प्रतिवर्ष लगभग 2.5 करोड़ से अधिक प्रसव होते हैं, वहाँ कोरोना के बढ़ते प्रसार ने प्रसव संबंधी सुविधा प्रदायगी में सरकार के सामने चुनौतियाँ खड़ी किया है. लेकिन अब सरकार ने प्रजनन, मातृ, नवजात, शिशु, किशोरी स्वास्थ्य एवं पोषण(आरएमएनसीएच प्लस एन) सेवाओं को फिर से बहाल करने का फैसला लिया है. इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी कर इस संबंध में विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. पत्र के अनुसार आरएमएनसीएच प्लस एन की सेवाएं बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में सुलभ होंगी. जबकि प्रसव संबंधी सेवाएं अन्य क्षेत्रों की तुलना में कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में भी सामान रूप से उपलब्ध रहेगी. साथ ही महिलाएं, बच्चे एवं किशोरों के लिए महत्वपूर्ण सेवाओं को उनकी कोविड-19 स्थिति का बिना ख्याल किए प्रदान की जाएगी.

कैंपेन मोड की सेवाएं दी जाएगी डोर टू डोर
पत्र में बताया गया है कि कैंपेन मोड की सेवाओं को वैकल्पिक माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी. स्थानीय परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए इन सेवाओं की डोर टू डोर प्रदायगी पर बल दिया जाएगा. जिसमें विटामिन ए, सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा, राष्ट्रीय डीवर्मिंग डे एवं टेस्ट ट्रीट एवं टॉक कैंप फॉर एनीमिया जैसे कैंपेन मोड की सेवाएं शामिल होंगी.

प्रसव संबंधी सेवाएं कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में भी होगी उपलब्ध
कांटेन्मेंट एवं बफर जोन के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसव संबंधी सेवाएं पूर्वत जारी रहेगी. प्रसव पूर्व सेवाओं के तहत प्रसव पूर्व जांच, सशर्त वीएचएसएनडी( ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) एवं पीएमएसएमए( प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) की सुविधा बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में उपलब्ध रहेगी. जबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में वीएचएसएनडी एवं पीएमएसएमए का आयोजन नहीं होगा एवं प्रसव पूर्व जांच के लिए गर्भवती महिलाओं को अस्पताल जाना होगा. प्रसव उपरांत देखभाल की सेवाएं बिना किसी अवरोध की बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में उपलब्ध रहेगी. जबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में प्रसव उपरांत देखभाल सेवाएं टेलीकंसल्टेशन के जरिए दी जाएगी.

नवजात एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को भी किया जाएगा नियमित
नवजात एवं बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रदान की जाने सेवाएं जैसे स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट(एसएनसीयू), गृह आधारित नवजात देखभाल(एचबीएनसी), गृह आधारित बड़े बच्चों की देखभाल(एचबीवाईसी), राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरबीएसके) एवं पोषण पुनर्वास केंद्र(एनआरसी) बफर जोन से परे एवं ग्रीन जोन में पहले की तरह शुरू की जाएगी. जबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में ये सेवाएं कुछ विशेष शर्तों के साथ प्रदान की जाएगी. जिसमें कोविड-19 स्थिति का बिना ख्याल किये बीमार बच्चों को नजदीकी एसएनसीयू में सुविधा मिलेगी एवं एचबीएनसी/ एचबीवाईसी सेवाओं को टेलीकंसल्टेशन के जरिए उपलब्ध करायी जाएगी. साथ ही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों की जांच केवल अस्पताल में होगी, जहाँ प्रसव संबधी सेवाएं दी जा रही है. वहीं कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में उचित रेफरल प्रबंधन सुनिश्चित करते हुए अति-कुपोषित बच्चों को नजदीकी पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया जाएगा.

कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में मिलेगी सशर्त प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं
प्रजनन स्वास्थ्य सेवा के तहत फिक्स्ड डे सेवा, प्रसव या गर्भपात उपरांत नसबंदी, कॉपर-टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर-टी सुविधा बफर जोन के बाहर एवं ग्रीन ज़ोन में पहले की तरह प्रदान की जाएगी. लेकिन कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में सशर्त सेवाएं प्रदान की जाएगी. फिक्स्ड डे सेवा के तहत नसबंदी की सुविधा अस्पताल में दी जाएगी जहाँ प्रति दिन 10 लाभार्थियों को ही सेवा मिल सकेगी. प्रसव उपरांत या गर्भपात उपरांत नसबंदी सेवा उन्हीं महिलाओं को मिल सकेगी जो अस्पताल में पहले से होंगी एवं कॉपर टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर टी की सुविधा की मांग करने पर यह सेवा अस्पताल में उपलब्ध होगी.

किशोरी स्वास्थ्य का भी रखा जाएगा ख्याल
किशोरी के लिए वितरित की जाने वाली आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट एवं सेनेटरी पैड का वितरण बफर जोन के आलवा एवं ग्रीन जोन में पहले की तरह प्रदान करायी जाएगी एवं यहाँ एडोलसेंट फ्रेंडली हेल्थ क्लीनिक(एएफएचसी) खुली रहेंगी. लेकिन कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में एएफएचसी का संचालन टेलीकंसल्टेशन के जरिए होगा.

• कोरोना संकटकाल में भी मिल रही है परिवार नियोजन की सुविधाएं
• सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाए गए हैं कंडोम बॉक्स

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संकट के बीच भी परिवार कल्याण कार्यक्रम को संचालित किया जा रहा है । जिसके तहत योग्य लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई सुविधाएं पहुंचाई जा रही है। जिले के सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में लगे कंडोम बॉक्स में एक बार फिर से कंडोम की सप्लाई शुरू कर दी गई है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कंडोम बॉक्स में कंडोम की सप्लाई बंद कर दी गई थी। जनसंख्या स्थिरीकरण को ध्यान में रखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा परिवार नियोजन के सेवाओं को फिर से संचालित करने का निर्देश दिया गया था। जिसके बाद फिर से कंडोम की सप्लाई शुरू कर दी गई है। परिवार नियोजन के साथ यौन संक्रमित रोगों एवं एचआईवी-एड्स से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करना अनिवार्य है।

निःशुल्क मिल रहा कंडोम

केयर इंडिया के फैमिली प्लानिंग कोऑर्डिनेटर प्रेमा कुमारी ने बताया जिले के सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कंडोम बॉक्स लगाया गया है। जहां से लाभार्थी निशुल्क कंडोम प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर परिवार नियोजन की अस्थाई साधनों की वितरण की जा रही है।

प्रवासियों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई सेवाएं

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि कोरोना संकट से बचने के लिए देश में लॉक डाउन लागू किया गया है। इस दौरान काफी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घर को लौटे हैं। इस को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने परिवार नियोजन के सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया है। ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के सेवाओं को पहुंचाया जा सके तथा जनसंख्या स्थिरीकरण में सफलता मिल सके।


कंडोम नहीं मिलने पर कर सकते हैं शिकायत

स्वास्थ्य केंद्रों में लगाए गए कंडोम बॉक्स में लाभार्थी को कंडोम नहीं मिलता है तो वहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा जिले के सिविल सर्जन से इसकी शिकायत कर नि:शुल्क कंडोम प्राप्त कर सकते हैं।

क्या है आंकड़ा

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण- 4 के अनुसार जिले में 1.7 प्रतिशत लोग ही अनचाहे गर्भ से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। जागरूकता की कमी एवं स्थानीय स्तर पर आसानी से कंडोम की उपलब्धता नहीं होना भी इसके इस्तेमाल में कमी को दर्शाता है। इसको ध्यान में रखते हुये ही जिला से लेकर प्रखण्ड स्तरीय अस्पतालों में कंडोम बॉक्स लगाए गए हैं।

कंडोम इस्तेमाल के फ़ायदे
• अनचाहे गर्भ से छुटकारा
• जनसंख्या स्थिरीकरण में सहयोगी
• एचआईवी-एड्स के ख़तरे से बचाव
• अन्य यौन संक्रामक रोगों से बचाव



New Delhi  केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने आतंकियों की साजिश को नाकाम किया है. सुरक्षा बलों ने एक कार से विस्फोटक बरामद किया है. कार से IED की बरामदगी के बाद इसे डिफ्यूज कर दिया गया.

विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि कार के परखच्चे उड़ गए. यदि आतंकी अपने मकसद में कामयाब हो जाते तो बड़ा नुकसान हो सकता था.

एक सैंट्रो कार से सुरक्षाबलों ने IED बरामद की. आतंकी नीले कंटेनर में 50 किलो विस्फोटक भरकर गए थे. सेना और पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने बाद में इस आईईडी को नष्ट कर दिया. आइजी कश्मीर के मुताबिक, नाके से दो सौ मीटर की दूरी पर गाड़ी रोकी गई थी. इसमें सवार आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग निकला.

आपको बता दें कि पिछले साल 14 फरवरी को हुए एक कार में विस्फोटक भरकर किए गए हमले में 40 जवानों की मौत हो गई थी.

Chhapra: दिघवारा प्रखंड के हराजी ग्राम में दो व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की सूचना पर हराजी ग्राम के आस-पास के क्षेत्र को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर  सील कर दिया गया है.  इस क्षेत्र को कॉटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

ग्राम हराजी के उत्तर में प्रा0 वि0 सुवर्णा, दक्षिण में हराजी फकुली मुख्य सड़क, पूरब में हराजी प्रतापपुर मुख्य सड़क और पश्चिम में पुरूषोत्तमपुर अवतार नगर स्टेशन रोड तक कॉटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. कॉटेन्मेंट जोन में सभी निजी, सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.

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इस क्षेत्र में  किसी भी व्यक्ति को न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.  यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी. 

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जिलाधिकारी ने इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया है. इसका दायित्व डॉ0 दिलीप कुमार सिंह, जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. 

जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, दिघवारा को समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध करने के निर्देश दिए है. 

 

Chhapra: सारण जिले में Covid 19 की स्थिति नियंत्रण में है. अबतक 23 एक्टिव केस है. कई लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके है. उक्त बातें  जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने प्रेस वार्ता में कही.

उन्होंने बताया कि जिले में अबतक 2293 सैंपल लिए गये है, जिनमे से 2173 के रिपोर्ट मिल गए है.  जो लोग दूसरे प्रदेशों से वापस आ रहे है उनकी जांच करायी जा रही है.

14 दिन तक क्वारंटिन केंद्र में रहने के बाद इन्हें घर जाने की इजाजत दी जाएगी. इन सबका स्किल मैपिंग करायी जा रही है. ताकि सभी को उनके स्किल के अनुसार काम दिया जा सके. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि जिले में दुकानें खुल गयी है. 31 मई के बाद जो भी गाइड लाइन आएगा उसको लागू किया जायेगा.

यहाँ देखे प्रेस वार्ता

 

Chhapra: छपरा-हाजीपुर रेल खंड पर छपरा जंक्शन से पूर्व जगदम कॉलेज रेलवे क्रासिंग के समीप ट्रेन की चपेट में आने से एक युवती की मौत हो गयी.

पुलिस ने युवती का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा है. मृत युवती की उम्र लगभग 25 साल बताई जा रही है. पुलिस घटना के हर पहलू पर बारीकी से जांच में जुटी है. आसपास के मुहल्लों में भी युवती की शिनाख्त कराई जा रही है.

Chhapra: बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी सोशल मीडिया व आईटी सेल की प्रदेश स्तरीय मिटिंग ZOOM App के माध्यम से हुई. जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहन गुप्ता व प्रदेश अध्यक्ष संजीव सिंह ने #JoinSpeakUpIndia कार्यक्रम पर विस्तृत रूप से चर्चा की.

बैठक में सारण जिला अध्यक्ष नदीम अख्तर अंसारी कहा कि हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व अपने नेता राहुल गांधी के मार्गों को लेकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक जाएंगे और इस कोरोना महामारी में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए जारहे कामों व मांगों को बताएंगे.

बैठक में सभी जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष व उनकी कमिटी के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.

 

इंसान और पालतू कुत्ते में लगाव जगजाहिर है. कुत्ता अपनी स्वामी भक्ति और वफादारी के लिए जाना जाता है. जापान में एक ऐसा ही कुत्ता हचीगों आज भी मशहूर है. जो अपने मालिक के इंतजार में कई सालों तक स्टेशन के बाहर उसका इंतजार करता रहा.

कोरोना काल में ऐसा ही एक मामला चीन से सामने आया है. जहां मालिक के प्रति कुत्ते के लगाव ने सबका दिल जीत लिया है. दरअसल फरवरी महीने में कोरोना वायरस के कारण उसके मालिक की मौत हो गई थी. जिसके बाद उसका पालतू कुत्ता तीन माह तक अस्पताल की लॉबी में बैठा उसका इंतजार करता रहा.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वुहान के अस्पताल में 5 दिन भर्ती रहने के बाद कोरोना वायरस से उसके मालिक की मौत हो गई थी. उसकी मौत के बाद पालतू कुत्ता भी उसकी वापसी के इंतजार में अस्पताल के बाहर बैठा रहा. इस कुत्ते का नाम जिआओ बाओ है. कुत्ता अपने मालिक की मौत से बेखबर था और उसके वापसी का इंतजार कर रहा था. कुत्ता तीन महीनों तक अस्पताल की लॉबी में बैठा इंतजार करता रहा.

अस्पताल कर्मियों के मुताबिक कई बार कुत्ते को अस्पताल की लॉबी से उठाया गया. कई बार उसे दूर दराज के इलाकों में छोड़ा भी गया. इसके बावजूद अस्पताल में कुत्ता दोबारा अपने मालिक के लिए पहुंच जाता.

कोरोना काल में बीमारी ने इंसानों के बीच दूरी ला दी है ऐसे में एक कुत्ते का अपने मालिक के प्रति लगाव, उसकी वफादारी को लोग सराह रहे है.

Photo Courtesy: @thandojo