Chhapra: कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉक डाउन का पालन कराने के लिए सड़कों पर ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों का आम लोगों ने हौसला बढ़ाने का काम किया है. शनिवार को छपरा के डॉक्टर हर्दन वसु लेन में जब गश्ती करते हुए पुलिस बलों की टीम पहुंची तो लोगों ने उनका स्वागत किया और उनके ऊपर पुष्प वर्षा की. इस दौरान मोहल्ले के लोगों ने पुलिस वालों की आरती उतारी और तिलक लगाते हुए उनका हौसला बढ़ाया.

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लोगों द्वारा सम्मान पाकर पुलिस वाले भी काफी खुश नजर आए और ड्यूटी पर तत्परता दिखाने का आश्वासन दिया. आपको बता दें कि लोग घरों में सुरक्षित रह सके इसके लिए पुलिस वाले कड़ी धूप में सड़कों पर जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं. ताकि कोई लॉक डाउन उनका उल्लंघन ना करें और संक्रमण फैलने से रोका जा सके. पुलिस के हौसले को बढ़ाने के लिए लोगों ने एक छोटी सी पहल की और पुलिस का हौसला भी बढ़ाया.

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इस दौरान मुहल्ले के एके श्रीवास्तव, प्रियंका श्रीवास्तव, अनिता वर्मा , शिखा वर्मा, अश्मिता अविराज, अक्षित, अभीराज, निखिल कुमार समेत तमाम मोहल्ले वासी घर से बाहर निकले और पुलिस वालों को विजयी भव का आशीर्वाद दिया. लोगों ने बताया कि ऐसा करने से उन तमाम कोरोनावायरस से लड़ने वाले वारियर्स का हौसला बढ़ेगा.

लॉक डाउन के बाद देशभर से तमाम ऐसे वीडियो और तस्वीरें आती रही है. जहां लोग पुलिस वालों का सम्मान करते नजर आ रहे हैं. कहीं लोग पुष्पों की वर्षा कर रहे हैं तो कहीं लोग उनकी आरती उतार रहे.

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Baniyapur: बनियापुर में जमीनी विवाद को लेकर हुए मारपीट में एक वृद्ध को पड़ोसियों ने पीट-पीट कर मार डाला. घटना बनियापुर थाना क्षेत्र के बेरुई उत्तर टोला गांव की है. घटना में अवकाश प्राप्त आर्मी जवान सहित आधा दर्जन लोग जख्मी भी हुए हैं. मृतक 60 वर्षीय जगत सिंह बताया जाते है. गम्भीर रूप से जख्मी राजकली देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए छपरा रेफर कर दिया गया है. वहीं मृतक का पुत्र गुड्डू सिंह, रूबी देवी, राजन सिंह, अनिता कुमारी तथा रामनारायण सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है.

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मृतक के पुत्र गुड्डू सिंह ने बताया कि जमीन को लेकर पट्टीदारों से उनका पूर्व से विवाद चल रहा था. जिसकी शिकायत सीओ व वरीय अधिकारियों से भी की गई थी.  शनिवार की सुबह आधा दर्जन पट्टीदारों ने गाली गलौज शुरू कर दी. जिसके बाद विवाद तूल पकड़ने लगा. हलांकि, स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत करा लिया गया.

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लेकिन कुछ देर बाद पुनः दोनों पक्ष आमने सामने हो गए. इस बीच दूसरे पक्ष के लोगो ने ईंट पत्थर और लाठी डंडे का प्रहार कर दिया. लाठी डंडे की प्रहार से वृद्ध गंभीर रूप से चोटिल होकर भूमि पर गिर गया. परिजन आनन फानन में वृद्ध को रेफरल अस्पताल बनियापुर लाये. जहां डॉक्टर ने वृद्ध को मृत घोषित कर दिया.

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पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया है. पुलिस ने बताया कि वृद्ध के सीने पर गहरे जख्म का निशान है. निशान देखकर सीने पर गम्भीर चोट आने की बात बताई जा रही है. ईधर, घटना के बाद सभी पट्टीदार गांव छोड़ कर फरार बताये जाते है. समाचार प्रेषण तक मामले की प्राथमिकि दर्ज नही हो सकी थी.

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Patna: कोरोना वायरस को लेकर जारी Lockdown में विद्यालयों में नामांकित छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. ऐसे में शिक्षा विभाग ने इसका खोज निकालते हुए Mobile App से पढ़ाई कराने का निर्देश दिया है. Mobile app patna deo

पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने पत्र जारी कर पटना जिले के सभी स्तर के विद्यालयों में Mobile App के माध्यम से पढ़ाई शुरू करने का निर्देश जारी किया है. साथ ही इसे 13 अप्रैल से लागू करने को भी कहा है.

जारी पत्र में डीईओ श्री कुमार ने कहा है कि corona virus को लेकर देश मे Lockdown है. Lock down के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेनेंस जरूरी है. छात्रों के भविष्य को देखते हुए Mobile App से online पढ़ाई की व्यवस्था की गई है. सभी विद्यालय के शिक्षक Mobile App के माध्यम से online पढ़ाना सुनिश्चित करें.

इसके लिए Mobile App की जानकारी भी दी गयी है. जिसे छात्र playstore से डाउनलोड कर पढ़ाई शुरू कर सकते है. जिसमे वर्ग 1 से 8 के लिए Diksha app, वर्ग 6 से 12 के लिए Unnayan app शामिल है. इसके अलावे online टीचिंग के लिए छात्र शिक्षक Whatsapp एवं Zoom app पर live को सहायता से पढ़ाई कर सकते है.

इसके लिए डीईओ द्वारा बीआरपी को प्रतिनियुक्त किया गया है जो शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण करेंगे.

Patna: नियमित शिक्षकों की भांति राज्यकर्मी का दर्जा और हूबहू सेवा शर्त की मांग को लेकर जारी शिक्षकों की हड़ताल जारी है. शिक्षको की हड़ताल 50 दिन के बाद भी जारी है. हड़ताली शिक्षकों के प्रति सरकार का उदासीन रवैया शिक्षकों के आंदोलन को गति प्रदान कर रहा है ऐसे में सबसे विकट समस्या उन शिक्षकों की है जो आर्थिक तंगी के कारण एक एक कार इलाज के अभाव में मौत की गाल में समा रहे है.

सूबे में अबतक 42 शिक्षकों की मौत हो चुकी है. इन शिक्षकों की मृत्यु हड़ताल अवधि में हुई है. सरकार के उदासीन रैवये को देखते हुए परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर ब्रजवासी ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार, राज्यपाल बिहार एवं मानवाधिकारी आयोग बिहार को पत्र भेजकर बिहार में आर्थिक तंगी के कारण हो रही शिक्षकों की मौत पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है.इस संदर्भ में बंशीधर ब्रजवासी का कहना है कि राज्य के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है. कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन में सभी हड़ताली शिक्षक भी सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे है. भारत सरकार ने निर्देश दिया कि इस लॉक डाउन अवधि में सभी सरकारी और निजी संस्थान में कर्मचारी को कर्तव्य पर मानते हुए उन्हें वेतन का भुगतान किया जाए. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार सभी के लिए राहत योजना एवं अन्य राहत की घोषणाएं कर रही है लेकिन राज्य के 4 लाख शिक्षको को लेकर किसी तरह के बयान नही दे रही है. नियोजित शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. हालात यह है कि जो शिक्षक बीमार थे वह आर्थिक तंगी के कारण अपना इलाज नही करा पा रहे है. अपने परिवार के हालात सोंचकर कई शिक्षकों की ह्रदयघात से मृत्यु हो चुकी है.

राज्य में एक व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस से हुई है. सरकार उनके प्रति जितनी सवेंदनशील दिख रही है वैसे राज्य के 42 शिक्षकों की मौत पर नही दिख रही. एक एक कार शिक्षक मौत के मुँह में जा रहा है लेकिन राज्य सरकार के रवैया उदासीन है. सरकार शिक्षकों के वेतन का भुगतान कर उन्हें इस आर्थिक तंगी से निजात दिलाये, शिक्षकों से वार्ता करें, उनकी मांगों पर पहल करें.

• कोरोना के संक्रमण से लड़ने के लिए इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करें

• आयुष मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए सरकार की ओर से कई अहम प्रयोग किये जा रहें है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए घर में रहकर ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। प्राचीन आयुर्वेद चिकित्सा में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय हैं। इन्हें अपनाकर कोरोना संक्रमण से लड़ा जा सकता है। क्योंकि कोरोना से उन लोगों को तुरंत नुकसान हो सकता है, जिन्हें पहले से अन्य कोई बीमारी है। इसलिए जिस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है उनमें रोगों से लड़ने की क्षमता उतनी ही ज्यादा रहती है। संक्रमण के प्रभाव से बचने व अच्छे खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्घति सदियों पुरानी प्रमाणिक चिकित्सा पद्घति है। इसे अपनाकर हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।

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प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इनका सेवन करें

•आयुष मंत्रालय के सुझाव के मुताबिक दिन भर गर्म पानी पीते रहें।
•घर पर रहकर दिन में 30 मिनट तक योगासन व प्रणायाम करें।
•हल्दी, धनिया, जीरा, लहसुन का खाने में प्रयोग करें।
•सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाएं।
• मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लेंं।
•दिन में एक या दो बार हल्दी वाला दूध लें।

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•हर्बल चाय, तुलसी काढ़ा, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ व मुनक्का का दिन में कम से कम दो बार प्रयोग करें।

•जरूरत के अनुसार नींबू पानी का सेवन कर सकते हैं।

•दिन में दो-तीन बार लौंग के पाउडर में शहद मिलाकर सेवन करें।

•150 मिलीग्राम गर्म दूध में आधी चम्मच हल्दी मिलाकर एक से दो बार सेवन करें

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आयुर्वेदिक पद्धतियां अपनाकर खुद को रखें स्वस्थ 

कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक पद्धतियां अपनाकर हम खुद को स्वस्थ रखेंगे तो कोरोना के लक्षण दिखने पर भी उससे आसानी से लड़ा जा सकता है। निश्चित तौर पर इन दिशा निर्देशों का पालन कर हर कोई आने वाले खतरे से बच सकता है। आयुष मंत्रालय के सुझाव को अपने जीवन में अवश्य उतारें। साथ ही लोगों को भी इन दिशा-निर्देशों का पालन करने का सुझाव दें।

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नासिका छिद्रों में लगाएं घी या तेल 

सामान्य आयुर्वेदिक उपचार भी करें। जैसे सुबह और शाम तिल या नारियल का तेल या घी दोनों नासिका छिद्रों में लगाएं। एक चम्मच नारियल या तिल के तेल दो-तीन मिनट के लिए मुंह में घुमाकर थूकें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें। सूखी खांसी या खराश के लिए अजवाइन या पुदीने के पत्ते डालकर गर्म पानी से भाप लें।

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गर्म पानी से कुल्ला करें

एक चम्मच तिल तेल या नारियल तेल को मुँह में बिना निगलें 2 से 3 मिनट तक रखें एवं इसके बाद गर्म पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में एक से दो बार किया जा सकता है ।यदि कंठ में दर्द हो या सूखी खाँसी हो तब पुदीना एवं अजवायन की भांप लें। यदि खाँसी लंबे समय तक हो तो चिकित्सक की सलाह जरुर लें।

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केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने जारी किया एडवाजरी

केंद्रीय आयुष मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 महामारी के इस वक्त में आयुर्वेद के जरिये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।कोरोना वायरस एक इन्फ्लुएंजा है, जिसके लक्षण एक फ्लू की भांति ही हैं। आमतौर पर बुखार, सर्दी, जुकाम, नजला, सूखी खांसी जैसी परेशानी से निपटने में आयुर्वेद के नुस्खे काफी मददगार साबित होते हैं।

Chhapra: पुलिस को लोग अक्सर नकारात्मक रूप में देखते है. वही कोरोना के इस महामारी के दौर में पुलिस पदाधिकारी और सिपाही अपनी जान जोखिम में डाल कर ड्यूटी पर तैनात है.

पुलिस का एक सकारात्मक और मानवीय चेहरा छपरा में देखने को मिला जब बैंक से पैसा निकलने पहुंचे दो युवकों को बैंक बंद होने से पैसा नहीं मिल सका. जिसके बाद पुलिस वालों ने उनसे जानना चाहा कि वे कहाँ आये है. उन्होंने उससे पूछा कि घर में खाना है न? इसी बीच एक पुलिस वाले ने अपनी जेब से 200 रुपये उन युवकों को देकर उनसे सामान खरीद लेने की बात कही. साथ में यह भी हिदायत दी कि पैसे से ख़रीदे गए सामान को घर ले जाना. पैसा खर्च नहीं कर देना.

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इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल है. जिसे देख लोग सारण पुलिस के इन जवानों की तारीफ करते नहीं थक रहे है. सभी पुलिस के इस मानवीय पहल की सराहना कर रहे है.

बता दें कि शुक्रवार को गुड फ्राइडे होने के कारण बैंक बंद था. हालांकि पैसे निकालने जा रहे हैं लड़कों को इसकी जानकारी नहीं थी. नगरपालिका चौक पर ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों ने युवकों को रोककर पूछा और उनकी मदद की. पुलिस के इस मदद की पहल से दोनों लड़के भी काफी खुश दिखे और हाथ जोड़कर पुलिस वालों का आभार भी जताया.  

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लॉक डाउन के समय पुलिस वाले हर तरफ मदद पहुंचाते नजर आ रहे हैं. सारण के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय स्वयं भी जरूरतमंदों के बीच लगातार फूड पैकेट वितरण कर रहे है. कुछ दिनों पहले सारण पुलिस ने एक वृद्ध मरीज को अस्पताल पहुँचा कर एक मिसाल पेश की थी. इस विषम परिस्थिति में पुलिस जिस प्रकार अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है सभी उन्हें सलाम कर रहें है.   

New Delhi: देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक देश में 7000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू है. हालांकि इस लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फैसला ले सकते हैं.

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कोरोना संकट को देखते हुए 24 मार्च को देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था. 25 मार्च से शुरू हुए देशव्यापी लॉकडाउन का आखिरी दिन 14 अप्रैल है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. माना जा रहा है कि इस बैठक में देश में लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस पर फैसला हो सकता है.

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वो आप सभी के लिए 24*7 उपलब्ध है. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और निश्चित रणनीति के तहत चलेंगी, तब हम देश और देशवासियों को कोरोना संक्रमण से होने वाले नुकसान से बचा सकेंगे. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर प्रेजेंटेशन भी दी.

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Chhapra: कोरोना महामारी के कारण हुए लॉक डाउन में लोग घरों में रह रहे हैं. लोग एक-दूसरे से नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कवि और शायरों ने इस समय मिलने जुलने व टाइम पास करने का एक अलग तरीका ढूँढ़ निकाला है , जिससे आदमी को बोरियत भी नहीं लगती और साहित्यिक मंच से मनोरंजन भी एक-दूसरे का हो जाता है. लॉक डाउन के बीच शुक्रवार को बज़्म-ए-सुहैल’ एवं ‘बज़्म-ए-हबीब’ के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन व मुशायरा आयोजित किया गया.


यह सम्मेलन ऑनलाइन आयोजित किया गया था. जिसमें सारण सहित देश विदेश के शायरों ने समां बांधा.
इसके मुख्य अतिथि काठमांडू (नेपाल) से कवि मनंधर अभागी ‘सौभाग्यशाली’ थे. कवि सम्मेलन व मुशायरे की सदारत मुम्बई के मशहूर व मारूफ़ शायर मोअज़्ज़म ‘अज़्म’ ने किया. इस आॅनलाइन अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन व मुशायरे का संचालन छपरा के मशहूर शायर व ‘बज़्म-ए-सुहैल’ (अदबी एदारा) के संस्थापक सचिव सुहैल अहमद ‘हाशमी’ ने किया. हाशमी साहब ने बेहतरीन अंदाज़ में शानदार व बख़ूबी मंच संचालन किया और श्रोताओं को अंत तक बाँधे रखा. शायरों ने अपने एक से बढ़कर एक उम्दा कलाम पढ़े और दर्शकों और श्रोताओं की ख़ूब तालियाँ और वाह-वाही बटोरी.

आॅनलाइन अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन व मुशायरे में छपरा (बिहार) की धरती से जुड़कर शामिल कवि/कवयित्री और शायर/शायरा में काठमांडू (नेपाल) से कवि मनंधर अभागी ‘सौभाग्यशाली’ पश्चिम बंगाल के कोलकाता से कवयित्री आशा पाण्डेय और शायरा रौनक़ अफ़रोज़ , मुजफ्फरपुर (बिहार) से शायरा डाॅ० आरती कुमारी , गोपालगंज (बिहार) से शायर ऐनुल बरौलवी , छपरा (बिहार) से शायर सुहैल अहमद ‘हाशमी’ मुम्बई (महाराष्ट्र) से शायर डाॅ० मोअज़्ज़म , ‘अज़्म’ और भारत की राजधानी नईदिल्ली से शायरा संगीता चौहान ‘सदफ़’ आदि शामिल हुए.

छपरा/वाराणसी: कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी में मण्डल के सवारी एवं मालडिब्बा विभाग (समाडि) के वाराणसी स्थित मांडुवाडीह कोचिंग डिपों में 20 साधारण कोचों एवं सारण स्थित छपरा कोचिंग डिपों में 12 साधारण कोचों को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित करने का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है.

वाराणसी मंडल द्वारा कुल 32 कोच परिवर्तित कर उनका सेनेटाइजेशन कर चिकित्सकीय उपयोग लिए तैयार किया गया है.

इन आइसोलेशन कोचों में पारदर्शी प्लास्टिक परदों से युक्त, प्रत्येक कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में पहला केबिन चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए है जिसमें मरीजों के लिए अक्सीजन की सुविधा, दवाऐं, उपकरण आदि उपलब्ध रहेगें तथा बाकी आठ केबिन रोगियों के लिए तैयार किये गये है. आइसोलेशन वार्ड में भारतीय शैली के शौचालय को बाथरूम में परिवर्तित किया जा रहा है. इसमें लाॅग हैण्डिल टैप और हैण्ड शावर के साथ- साथ एक बाल्टी, मग भी उपलब्ध कराये गये है. मच्छरों के प्रवेश से बचने के लिए मच्छरदानी उपलब्ध कराई गयी है तथा उचित वेंटिलेशन भी दिया गया है।.

प्रत्येक केबिन में सूखा कूड़ा, गीला कूड़ा एवं खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ के निस्तारण हेतु फुट पैडल आपरेटेड ढक्कनदार तीन अलग-अलग डस्टबिन (लाल, नीला, पीला) प्रदान किये गये है. चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए Personal Protective Equipment (पीपीई) किट उपलब्ध कराई गयी है.

आइसोलेशन वार्ड में तब्दील होने के साथ ही तैनात चिकित्सक व अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ सीधे रेलवे चिकित्सालय एवं स्थानीय चिकित्सालयों में मौजूद विशेषज्ञों के सम्पर्क में रहेगे. वाराणसी मंडल द्वारा तैयार 32 आइसोलेशन कोचों को पूर्ण रूप से सेनिटाइजेशन कर चिकित्सकों के उपयोग हेतु उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

Gorakhpur: पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर मंडल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी पंकज कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विगत दो दिनों से देशव्यापी लाकडाऊन समाप्त होने के उपरांत रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों द्वारा अपनाए जाने वाले विभिन्न तौर-तरीकों ( प्रोटोकॉल) के बारे में मीडिया में रिपोर्टें आ रही हैं.

उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा एक तारीख विशेष से चलने वाली गाड़ियों की संख्या की चर्चा भी की जा रही है. रेल प्रशासन द्वारा मीडिया का ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित किया जाता है कि यात्री गाड़ियों के संचलन से संबंधित अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है तथा इस संबंध में अपरिपक्व रिपोर्टिंग से ऐसी असाधारण स्थिति में अनावश्यक भ्रम फैल रहा है.

उन्होंने कहा है कि रेल प्रशासन द्वारा लाकडाऊन के उपरांत रेल यात्रा से संबंधित निर्णय रेल यात्रियों एवं संबंधित उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर किया जाएगा. इस संबंध में जब भी कोई निर्णय होगा, उसकी सूचना अतिशीघ्र मीडिया को भी दी जाएगी.

Chhapra: दिल्ली में फंसे सारण के लोगों को जदयू नेता सन्तोष महतो के पहल पर सहायता व खाद्य सामग्री पहुंचाई गई. जानकारी देते हुए जदयू नेता सह अतिपिछड़ा प्रदेश अध्यक्ष सन्तोष महतो ने बताया कि तरैया विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों श्यामपुर, छपिया, इसुआपर के मजदूर दिल्ली में फंसे हुए हैं उनके द्वारा लगातार फोन करके सहायता मांगी जा रही थी जिसके बाद पहल करते हुए उन्हें खाद्य समाग्री व अन्य सहायता पहुंचाई गयी. इस दौरान मदन महतो , श्री सुरेन्द्र कुमार, भीम प्रसाद ,बलिराम कुमार , चन्द्रशेखर जी, मेकुलाल जी, महेन्द्र महतो सहित अन्य लोगों को खाद्य सामग्री मिला. इसे भी पढ़ें: तरैया में अगलगी पीड़ितों को जदयू नेता द्वारा दी गयी आर्थिक सहायता व खाद्य साम्रगी

बिहारी मज़दूरों को हर सम्भव मदद पहुंचाई जा रही
इस सहायता के बाद संतोष महतो ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के मजदूरों बंधुओं को हर संभव मदद कर रहें है साथ ही साथ बिहार के मजदूर जो अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं उन्हें 1000 हजार रूपये की भी राशि उनके खातें में भेजी जा रही है.

लॉक डाउन में घरों में रहने की अपील
संतोष महतो ने कहा कि आगें भी तरैया विधानसभा क्षेत्र के मजदूर भाईयों की मदद होगी तथा इस संकट की क्षण में सामाजिक लोगों को आगे हाथ बढ़ाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा लॉकडाउन का लिया गया निर्णय से लोगों के बचाव होगा. कोरोना वायरस के फैलने की वजह से पूरा विश्व संकट में आ गया. हमलोग घर में ही सुरक्षित एवं स्वस्थ रहना है. इसको लेकर लोगों को जागरूक होना होगा. बेवजह घर से बाहर न निकले. लॉकडाउन के नियम का पालन करें. लोग इसे गम्भीरतापूर्वक लेकर इस वायरस से लड़ने में सरकार की मदद करें. इसे भी पढ़ें: Lockdown: सीवान से लगी सारण की सीमा सील, DM और SP ने चेक पोस्ट का लिया जायजा

Patna: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को कोरोना के संक्रमण से बचाव संबंधित कार्यों को लेकर गहन समीक्षा की. CM नीतीश ने कहा कि वैसे लोग जिन्होंने राज्य के बाहर या विदेश यात्रा की है. वह अपनी ट्रैवल हिस्ट्री ना छिपाएं इससे उनको खतरा है ही, साथी उनके परिवार को भी खतरा है. CM ने कहा कि जहां-जहां संदिग्ध कोरोना मरीज का संपर्क क्षेत्र रहा है वैसे स्थलों पर गहन स्क्रीनिंग की जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों को कोरोनावायरस हॉट स्पॉट क्षेत्र घोषित किया है वहां सघन अभियान चलाकर प्रोटोकॉल के अनुरूप समुचित कार्यवाही की जाए.

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पॉजिटिव मरीजों के सम्पर्क में आने वालों को करें ट्रेस

मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव, गृह तथा प्रधान सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिया है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए संदिग्ध मरीजों तथा पॉजिटिव कोरोना मरीजों के इलाज हेतु उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करें एवं उनके कांटेक्ट की पहचान कर अधिक से अधिक स्क्रीनिंग कराएं जो भी कांटेक्ट ट्रेस होते हैं उनकी सीधी जांच कराएं.

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डॉक्टरों की सुरक्षा का रखा जाएगा ख्याल

सीएम ने कहा कि टेस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाया जाए तथा कुछ अन्य स्थानों पर भी कोरोना टेस्ट केंद्र खोलने की कार्यवाही की जाएगी. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि डॉक्टरों को पी पी ई किट्स, फेस मास्क तथा अन्य उपकरणों की कमी ना हो तथा डॉक्टर की सुरक्षा हर स्तर पर सुनिश्चित की जाए. डॉक्टरों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी आ सके.

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क्वारनटाइन सेंटर हेतु होटलों व भवनों की होगी व्यवस्था

सीएम ने कहा कि को क्वारनटाइन सेंटर हेतू पर्याप्त होटलों एवं अन्य भवनों की व्यवस्था की जाए. इन क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में तमाम तरह की व्यवस्थाएं भी की जाए. आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सकीय सुविधा बेहतर रखी जाए. सीएम ने निर्देश दिया कि सभी जिला अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी राशन कार्ड की अस्वीकृत एवं लंबित आवेदनों को पुनः समीक्षा कर नियमानुसार तेजी से उसका समाधान करें.