गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक सत्य प्रकाश त्रिवेदी ने विभिन्न निर्माण परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की. बैठक को सम्बोधित करते हुए महाप्रबन्धक ने कहा कि रेल के आधारभूत ढ़ाचे को मजबूत बनाने के लिये विभिन्न निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना अत्यन्त महत्वपूर्ण है. समय से परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से यात्रियों को इसका समुचित लाभ मिलता है तथा खर्च पर भी नियंत्रण रखा जाना संभव होता है.
उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को विभिन्न चरणों में निर्धारित योजना के अनुसार पूरा करने में हर स्तर पर सजगता एवं सक्रियता आवश्यक है. दोहरीकरण, आमान परिवर्तन एवं नई लाइन निर्माण परियोजनाओं की मदवार समीक्षा करते हुए महाप्रबन्धक ने अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की. चर्चा के दौरान परियोजनाओं के पूर्ण होने में आ रही बाधाओं पर विस्तार से विचार विमर्श करने के उपरान्त उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण व्यवहारिक सुझाव दिये.
बैठक में हथुआ-भटनी, महराजगंज-मसरख नई रेल लाइन, भोजीपुरा-पीलीभीत-टनकपुर, कानपुर-कासगंज-मथुरा, कासगंज-बरेली-लालकुआँ, गोण्डा-बहराइच, सीतापुर-लखनऊ आमान परिवर्तन तथा औंड़िहार-मंडुवाडीह दोहरीकरण सहित पूर्वोत्तर रेलवे पर चल रही सभी निर्माण परियोजनाओं पर विस्तार से विचार विमर्श हुआ तथा इन परियोजनाओं के विभिन्न चरणों में सम्पन्न किये जाने वाले कार्यों के लिये लक्ष्य निर्धारित किये गये. विभिन्न परियोजनाओं के प्रभारी अधिकारियों ने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूर्ण किये जाने की प्रतिबद्वता व्यक्त की.
बैठक में अपर महाप्रबन्धक एस.एल. वर्मा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, निर्माण एल.एम.झा, प्रमुख मुख्य इंजीनियर पी.डी.शर्मा, मुख्य विद्युत इंजीनियर योगेश अस्थाना, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, ए.के.सिंह, मुख्य सिगनल एवं दूर संचार इंजीनियर आदित्य कुमार, भंडार नियंत्रक पी.सी.मिश्रा, मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल राजा राम, मुख्य संरक्षा अधिकारी एन.के. अम्बिकेष, मुख्य ट्रैक इंजीनियर एस.सी. श्रीवास्तव, मुख्य मालभाड़ा यातायात प्रबन्धक प्रवीण पाण्डेय सहित निर्माण संगठन के वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे.