Chhapra: नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 38 के जलजमाव की समस्या को आपके छपरा टुडे डॉट कॉम पर प्रमुखता से प्रकाशित किये जाने के बाद स्थानीय विधायक डॉ सीo एनo गुप्ता एक्शन में दिख रहे है. जलजमाव की समस्या को लेकर स्थानीय विधायक ने गुरुवार को नगर निगम में नगर आयुक्त, पुल निर्माण के कार्यपालक अभियंता अरविन्द कुमार, बुडको के कार्यपालक अभियंता श्याम सुन्दर पंडित के साथ बैठक की. विधायक ने शहर के उन सभी जगहों का जिक्र किया जहाँ जलजमाव रहता है. साथ ही वार्ड 38 में अधिकारियों के साथ जाकर निरीक्षण भी किया. 

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शहर के जलजमाव वाले हिस्से को अविलम्ब जलजमाव से मुक्त करने का दिया निर्देश
इस दौरान विधायक ने अधिकारियों से कहा की आप लोगों ने एक दूसरे पर दोषारोपण करके शहर को नरक बना दिया है. शहर की उन्नति के लिए अगर बुडको और पुल निर्माण निगम कार्य करवा रहा है तो जहाँ जहाँ काम से रुकावट आकर नाला जाम हो रहा है उसको क्यों छोड़ दिया जा रहा है? इस पर सभी विभाग मिलकर काम क्यों नहीं कर रहा? विधायक ने कहा की पुलिस लाइन हो, गुदरी बाज़ार,थाना रोड, दलदली बाज़ार आखिर वहां के लोगों को जलजमाव से मुक्ति दिलाने का प्रयत्न क्यों नहीं हो रहा है. शहर के हर इलाके में यही समस्या है.

खनुवा नाला निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश भी विधायक ने दिया. पुल निर्माण के अभियंता को निर्देशित करते हुए विधायक ने कहा की आपके काम से जहाँ भी नाला का मार्ग अवरुद्ध हो रहा है अपने कर्मियों से उसको अविलंब उसी समय ठीक कराये ताकि लोगों को अपने ही घर से निकलने में जलजमाव कारण न बने.

नगर निगम से पूछा क्या इसके जिम्मेदार जनप्रतिनिधि है?
विधायक ने स्पष्ट निर्देश देते हुए अधिकारियों को कहा की जलजमाव की समस्या के लिए लोग सीधे जनप्रतिनिधि, विधायक सांसद को दोषी मानते है जो आप सभी के लचर कार्य का नतीजा है, जो अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा. अतः आपसी तालमेल से विभाग कार्य करें और जनसुविधा पर ध्यान दे.

इसके बाद विधायक, नगर आयुक्त और पुल निर्माण कंपनी के अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन के पास वार्ड 38 पहुंचे और निरीक्षण कर  समस्या का समाधान शीघ्र निकालने का निर्देश दिया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याओं से विधायक को रूबरू कराया.

एक वर्ष पहले भी विधायक ने किया था वार्ड 38 का निरीक्षण
आपको बता दें कि इस क्षेत्र में पिछले एक वर्ष से जलजमाव की समस्या है. पिछले वर्ष भी विधायक के द्वारा इस क्षेत्र का निरीक्षण किया गया था और जल्द निराकरण का आश्वासन दिया गया था. इस वर्ष बरसात के पहले ही जलजमाव से लोगों का जीना मुहाल है ऐसे में जल्द कदम नहीं उठाये गए तो मानसून के आते ही स्थिति और भयावह हो जाएगी.

Chhapra: शहर के गांधी चौक के समीप छोटा तेलपा जाने वाली सड़क इन दिनों हादसों का हॉटस्पॉट बनकर उभरी है. जलजमाव के कारण प्रतिदिन इस तीन मुहाने पर दर्जनों साईकल, बाइक, रिक्शा चालक, ऑटो इस स्पॉट पर आकर फंसते है और पलट जाते है. जलजमाव के कारण पानी का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है और ऐसे में दुर्घटनाएं हो रही है.

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आसपास के लोग किसी तरह मुसीबत में फंसे वाहन चालकों की मदद करते है और खुद के यहाँ रहने पर अफसोस कर रहे है. हालांकि जलजमाव की समस्या से कभी कभार निजात मिल जाती है. लेकिन पिछले एक वर्ष से यह स्थिति बनी है. सिर्फ यही नही इस मुख्य सड़क के अंदर गलियों का भी यही हाल है. वाहन तो नही लेकिन इस वार्ड के निवासी घुटने भर नाले के गंदे पानी में चलकर अपने घर जाने को विवश है.

छपरा नगर निगम द्वारा प्रतिदिन लाखों रुपये सफाई के नाम पर खर्च करने की क़वायद यहां से कोसों दूर है. हालात यह है कि अब इस रास्ते से ना वार्ड पार्षद जाती है, ना मेयर और ना ही विधायक और सांसद. बाकी प्रशासनिक पदाधिकारियों ने तो इधर नज़र दौड़ाना भी बंद कर दिया है. कभी कभार सफाई वाले आते है तो जलजमाव की गंभीर स्थिति देखकर कुछ घंटे के प्रयास के बाद वह भी चले जाते है. जनता का अपना घर है सो इस सड़क से जाना उनकी मजबूरी है.

क्या है जलजमाव का कारण
वार्ड 38 के इस क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति पहले नही थी. डबल डेकर ब्रिज के निर्माण के कारण कई स्थानों पर नाला क्षतिग्रस्त हो गया. एक ओर से दूसरे ओर पानी निकलने का रास्ता बंद होने से निचले इलाकों में पानी जमा हो गया. लोकमान्य उच्च विद्यालय के मैदान में क्षेत्र का पानी पहले से भरा हुआ है. मुक्कल व्यवस्था नही होने के कारण घरों से निकलने वाला पानी और बरसात का पानी दोनों ने अपना रास्ता खुद बना लिया और निचले इलाकों, सड़को पर रुक गयीं. हालांकि कई बार नगर निगम द्वारा जलजमाव हटाने का प्रयास किया गया लेकिन उचित सफाई नही होने से यह स्थिति जस की तस है.

कमर भर पानी में रहने को विवश है मोहल्लावासी

क्या कहते है मुहल्लावासी
मुहल्लावासियों का कहना है कि प्रतिदिन इस सड़क पर दर्जनों वाहन पलट जाते है. जिससे वाहन और यात्री दोनों को निकाला जाता है. जलजमाव के कारण रास्ता स्पष्ट नही दिखता. जिससे नाले के अंदर स्लैब से इधर उधर दुर्घटना हो जाती है. किसी ना किसी दिन बड़ी घटना घट सकती है तभी प्रशासन की नींद खुलेगी.

उनका कहना है कि नगर निगम साफ सफाई के नाम पर खाना पूर्ति कर चला जाता है. अगर वह नालियों से कचड़ा निकाल ले और समय समय पर सफाई करें तो जलजमाव समाप्त हो जाएगा.

मुहल्लावासियों की नाराज़गी जनप्रतिनिधियों से है. उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट मांगने आते है. जलजमाव और वाहनों के पलटने की जानकारी कई बार विधायक और मेयर से कही गयी. लेकिन किसी ने पहल नही की. ब्रिज निर्माण के कारण रास्ता बंद है सो इस रास्ते से अब वह गुजरते भी नही है. वही प्रशासन ने भी इस ओर आना बंद कर दिया है. लोगो का कहना है कि उन्हें चुनाव का इन्तजार है जिससे कि नेता उनके पास आये.

बहरहाल बारिश का मौसम शुरू है और ऐसे में छपरा के लगभग सभी इलाकों में जलजमाव की स्थिति आम बात है. सफाई के नाम पर लाखों रुपये प्रतिदिन खर्च करने वाले नगर निगम द्वारा ना नियमित रूप से डोर टू डोर कचड़ा लिया जा रहा है और ना ही बरसात को देखते हुए चिन्हित स्थानों की सफाई की जा रही है. जिससे कि आमजनता को परेशानियों का सामना न करना पड़े.