New Delhi, 12 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को रोजगार मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्त हुए युवाओं को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस बार 16वां रोजगार मेला देशभर के 47 स्थानों पर आयोजित किया गया।

भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं, एक डेमोग्राफी और दूसरी डेमोक्रेसी: प्रधानमंत्री

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। ऐसे रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक लाखों नौजवानों को भारत सरकार में स्थायी नौकरी मिल चुकी है। अब ये नौजवान राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का अभियान लगातार जारी है और बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी हमारी पहचान भी है। प्रधानमंत्री ने अपनी पांच देशों की हालिया यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने अन्य देशों के साथ जो भी समझौते किए हैं, उनसे हमारे युवाओं को निश्चित रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि आज दुनिया मान रही है कि भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं। एक डेमोग्राफी और दूसरी डेमोक्रेसी यानि सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़ा लोकतंत्र।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स, इनोवेशन और रिसर्च का जो इकोसिस्टम आज देश में बन रहा है वो देश के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का जोर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के नए अवसरों के निर्माण पर भी है। हाल ही में सरकार ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है।

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हुए है. मोदी अमेरिका में भारत और अमेरिका द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे. वही प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.

इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय समझौते होंगे.

दलित उत्पीड़न और फर्जी गौरक्षकों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी काफी गुस्से में हैं. रविवार को हैदराबाद में पीएम मोदी ने फर्जी गौरक्षकों और दलित उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ अपना गुस्सा ज़ाहिर किया और बेहद कड़े बयान दिए.

नरेंद्र मोदी ने कड़े शब्दों में कहा, ‘दलितों के उत्पीड़न किए जाने का हक किसी को नहीं है, अगर वार करना है तो मुझ पर करें, अगर गोली चलानी है तो मुझ पर चलाएं, मेरे दलित भाइयों पर नहीं.’

पीएम ने कहा कि दलितों के मुद्दे को समझने की ज़रूरत है और इसका राजनीतिकरण करना बंद होना चाहिए. दूसरी तरफ गौरक्षकों पर प्रधानमंत्री आज भी बरसे और कहा कि कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर समाज में तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं.

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने ये बयान ऐसे वक्त में दिया है जब उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में दलितों के खिलाफ हिंसा की कई खबरें सामने आई हैं. इससे पहले दिल्ली में आयोजित टॉउनहॉन में भी मोदी ने फर्जी गौरक्षकों को असमाजिक तत्व करार दिया था.

फाइल फोटो

विशाखापत्तनम: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू का शनिवार को भव्य आगाज हुआ. इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. ifr 2

सशस्त्रबलों के प्रमुख के तौर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नौसेना के युद्ध पोतों का निरीक्षण किया. इस क्रम में वह आईएनएस सुमित्रा पर सवार हुए और भारतीय नौसेना के 71 जहाजों वाले बेड़े का निरीक्षण किया. राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीन अन्य सेवा प्रमुख भी आईएनएस सुमित्रा पर मौजूद थे.

फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विराट भी शामिल हैं. आईएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना बेड़े को अलविदा कह देगा.

इस अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं. भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है. इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में फ्लीट रिव्यू का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था.