नई दिल्ली, 18 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी की केंद्र की सत्ता में फिर से वापसी पर विश्वास जताते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे, इस बात में कोई शक नहीं है।

शाह भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के दो दिवसीय अधिवेशन में रविवार को पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के कारण कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनाई। शाह ने विपक्ष के इंडी गठबंधन को परिवार के हितों को सर्वोपरि रखने वाली पार्टियों का एक प्रकार का विलय करार दिया और कहा कि इस वजह से वो आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के 10 वर्षों में आज देश विकसित भारत का स्वप्न लेकर आगे बढ़ रहा है। दूर-दूर तक इंडी गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है।

भाजपा नेता ने कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जल, नभ, थल हर जगह घोटाले किए और आज इंडी गठबंधन का नेतृत्व इसी कांग्रेस के हाथ में है। कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है तो साथी भला क्यों पीछे रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए। इन्होंने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया। इसी वजह से आज आम आदमी पार्टी का सारा नेतृत्व कोर्ट और एजेंसियों से दूर भाग रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के कालखंड को सबसे ज्यादा विकासप्रद बताते हुए शाह ने कहा कि अपने 75 साल के इतिहास में देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखे हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय के अनुरूप विकास करने का प्रयास किया। इसमें कोई भ्रम नहीं है कि मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में समग्र विकास हुआ।

इससे पहले आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री मोदी को माला पहनाकर स्वागत किया।

छपरा: मोदी सरकार के 2 वर्ष का कार्यकाल संपन्न होने के अवसर पर सारण जिला भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आगामी 7 जून को स्थानीय पार्टी जोन में ‘विकास पर्व’ का आयोजन किया जाएगा. उक्त जानकारी पार्टी के पूर्व विधायक विनय कुमार सिंह एवं जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश उपाध्याय ने दी.

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में निरंतर हो रहे विकास और केंद्र सरकार के 2 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य  में ‘विकास पर्व’ का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में सारण प्रमंडल के सभी भाजपा सांसद, विधायक, पूर्व विधायक तथा पार्टी के वरीय नेता एवं कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे. आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.

नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जल्द ही बदलाव किये जायेंगे. सूत्रों के अनुसार उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है. शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस बदलाव के संकेत दिए है. हालाकि उन्होंने इसकी तारीखों के बारे में कुछ नहीं कहा है.

सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कैबिनेट में वित्त, गृह, रेलवे, रक्षा, शहरी विकास, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रसारण में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. फिलहाल केन्द्रीय कैबिनेट में 81 मंत्री बनाये जा सकते है. जबकि अभी केवल 65 मंत्री है. मंत्रिमंडल से बिना किसी मंत्री को हटाये 16 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है.

सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कैबिनेट में बिहार के 7 मंत्रियों में से 2 को पार्टी के संगठन के कार्य के लिया वापस किया जा सकता है. मंत्रिमंडल का यह विस्तार जून में हो सकता है.

वही आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश से कुछ और चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की सम्भावना है. फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत उत्तरप्रदेश के 13 सांसद केंद्र सरकार में मंत्री है.

{संतोष कुमार ‘बंटी’}

केन्द्र की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने दो वर्ष पूरे कर लिए हैं. इन दो वर्षों के अंतराल में कई उतार चढ़ाव के बाद भी अपने को स्थिर रखने में मोदी सरकार सफल रही है. आरोप प्रत्यारोप के बीच संसद से लेकर सड़क तक मोदी सरकार ने अपने सिपाहियों की बदौलत विपक्ष के वार का जबाव दिया. हालांकि इस बीच अपने कई बड़बोले सिपाहियों की हाजिर जबाबी के कारण सरकार को कटघरे में खड़ा होना पड़ा है. लेकिन विकासात्मक और देश हित के कार्यों की बदौलत लोगों को दिलों पर सरकार राज कर रही हैं.

मोदी सरकार अर्थव्यवस्था, उत्पाद, निर्यात और रोजगार जैसे जनसरोकार के मुद्दों के साथ आगे बढ़ रही है. अपनी विभिन्न योजनाओं के जरिए सरकार ने आम से लेकर खास लोगों के बीच अपनी जगह बना ली है. आम आदमी के लिये बनी जनधन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, मुद्रा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेशन योजना के जरिए समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति आज सीधे तौर पर बैकों से जुड़ा है. जिससे भ्रष्टाचार में कमी आने के साथ साथ उनके भविष्य की सुरक्षा भी हो रही है.

मेक इन इंडिया योजना सरकार की एक अनूठी पहल है. जिससे देश में ना सिर्फ रोजगार के नये अवसर प्राप्त हुए हैं बल्कि अर्थव्यवस्था की स्थिति में भी भारत काफी सुदृढ़ हुआ है. छोटे छोटे करोबारी को व्यापार के अवसर मिले हैं वहीं बड़ी कंपनियों के निवेश के अवसर सृजन हुए हैं. विदेशों के साथ बेहतर संबंध बनने से देश की सीमा, सुरक्षा, आयात और निर्यात जैसे कई मुद्दों पर हुई संधि से देश आगे बढ़ा है.

स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, के जरिए सरकार ने युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है. तकनीकी शिक्षा के साथ औद्योगिक शिक्षा में देश के युवा अपने भविष्य निर्माण के लिए स्टार्टअप इंडिया को एक बेहतर विकल्प के रूप में देख रहे है. डिजिटल इंडिया के साथ तेजी से बढ़ रहे ई-व्यापार इसका उदाहरण बन रहा है.

मोदी सरकार देश के विकास के लिए भले ही अपने योजनाओं के जरिए अग्रसर हो लेकिन पठानकोट हमला, रोहित बेमुला, जेएनयू विवाद, तथा असहिष्णुता और बीफ जैसे मुद्दे पर सरकार सीधे विपक्ष के निशाने पर रही है. सड़क से लेकर सदन तक सरकार को विरोध झेलना पड़ा. कालाधन, भ्रष्टाचार तथा महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार अब भी निशाने पर हैं. कालाधन वापसी को विपक्ष जहाँ चुनावी जुमला बता रहा है वही वित्त मंत्री नयी आयकर नीति का हवाला देकर कालाधन वापसी में एक कदम और बढाने की बात कहते हैं.

योजनाओं के आधार पर सरकार ने लोगों को अपनी तरफ आकर्षित जरूर किया है लेकिन मँहगाई इस कार्य में रोड़ा साबित हो रही है. बहरहाल सरकार के प्रति लोगों की एकाग्रता और कार्यों का प्रतिफल कुछ प्रदेशों के विधानसभा चुनाव में जरूर दिख रहा. मगर असल तो 2019 में ही देखने को मिलेगा.

नयी दिल्ली(CT Budget Desk) : विकास के उम्मीदों से भरे 2016 आम बजट को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में पेश कर दिया है. सामाजिक सरोकार से जुड़े कई घोषणाओं से देश में उम्मीद की एक नई किरण जगी है.

गरीब परिवार को रसोई गैस,स्वास्थ्य बीमा योजना,किसानों के हितों के लिए 5500 करोड़ का पैकेज,जल संरक्षण के लिए गांव में 5 लाख कुँए और तालाब,सड़क निर्माण हेतु 19हजार करोड़ की राशी बजट का मुख्य केंद्र रहा.

अरुण जेटली ने शिक्षा और कौशल विकास पर जोर देते हुए उच्च शिक्षा के विकास हेतु 1 लाख करोड़ का पैकेज तथा कौशल विकास हेतु 1700 करोड़ का पैकेज उपलब्ध करने की घोषणा की है.

स्वास्थ्य,शिक्षा,सड़क,ग्रामीण विकास,कौशल विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाओं वाला यह आम बजट लोकलुभावन तो है पर इसका क्रियान्वयन सरकार के लिए एक मुख्य चुनौती होगी.

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आम बजट की मुख्य बाते-:

छोटी-बड़ी सभी कारें,  ब्रांडेड कपड़े, सोने, हीरे के आभूषण और कपड़े महंगे

डाक घरों में ATM सेवा होगी शुरू : जेटली

बीड़ी को छोड़कर हर तंबाकू उत्पाद महंगा होगा

सरकारी बैंकों में 50 फीसदी तक हिस्सेदारी करने पर विचार: जेटली

आर्थिक कमजोर वर्ग के लिए 3 घोषणाएं : फसल बीमा, LPG और स्वास्थ्य बीमा

रोड और रेलवे पर 2.18 लाख करोड़ का खर्च होगा

SEBI में संसोधन होगा, सड़कों और हाइवे पर खर्च किए जाएंगे 97 हजार करोड़

अगले तीन साल में एक करोड़ युवाओं को कुशल बनाया जाएगा : जेटली

अगले 5 सालों में दोगुनी कर देंगे किसानों की आय: अरुण जेटली

एयरपोर्ट पर करीब 100 करोड़ खर्च होंगे : अरुण जेटली

एक साल में 10000 किमी हाईवे बनेंगे: जेटली

मोटर व्हिकल एक्ट से रोजगार बढ़ाने पर जोर: जेटली

हाई-वे निर्माण के लिए 55000 करोड़ की राशि आवंटन की जाएगी-जेटली

वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 30000 रुपए की स्वास्थ्य सेवाओं में छूट: जेटली

गरीबों के लिए गैस कनेक्शन के लिए 2 हजार करोड़ का फंड : अरुण जेटली

सस्ती दवा के लिए 30,000 स्टोर खुलेंगे: जेटली

नई हेल्‍थ प्रोटेक्‍शन स्‍कीम को लॉन्‍च किया जाएगा: जेटली

1 मई 2018 तक हर गांव में होगी बिजली, गरीबों को 1 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस : जेटली 

गरीब बुजुर्गों के लिए 1 लाख 30 हजार का स्वास्थ्य बीमा: अरुण जेटली 

दालों के उत्पादन के लिए पांच सौ करोड़ रुपए: जेटली

मनरेगा के तहत पांच लाख तालाब बनेंगे : अरुण जेटली

अगले वित्‍त वर्ष के अंत तक 23 सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा: जेटली

2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्‍य: जेटली

जीडीपी की दर 7.6 हुई, दुनियाभर में मंदी का असर: जेटली

कमजोर वर्गों के लिए 3 योजनाएं शुरू कीं : अरुण जेटली

बीपीएल परिवारों को रसोई गैस देंगे : जेटली

फाइनेंशियल ईयर 2016 के संशोधित अनुमान में प्‍लान्‍ड खर्च बढ़ाया गया: जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कविता सुनाकर जताए मजबूती के इरादे, पीएम मोदी ने थपथपाई मेज

आर्थिक मंदी के बावजूद भारत आगे बढ़ रहा है, हमें विरासत में खराब अर्थव्यवस्था मिली: जेटली

वित्तमंत्री अरुण जेटली पेश कर रहे हैं आम बजट