छपरा के दो भाई राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में बिहार का करेंगे प्रतिनिधित्व

Chhapra: राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शिवम और सुंदरम दोनों भाई अपने आक्रामक प्रहार से कई खिलाड़ियों को रिंग में शिकस्त दे चुके है.

बेहतर प्रदर्शन की बदौलत ही चयनकर्ता समिति के द्वारा दोनों भाइयों को नेशनल के लिए चयन किया गया है. शिवम और सुंदरम राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चार-चार खिलाड़ियों को अपने फैट और किक से शिकस्त देते हुए नेशनल में जगह बना ली है. दोनो खिलाड़ी मध्य प्रदेश के बैतूल में 30 से लेकर 5 जनवरी तक अपना प्रदर्शन करेंगे.

दोनों खिलाड़ियों को जिले के महम्मदपुर राजकीय बुनियादी विद्यालय से हरी झंडी दिखाकर विवेकानंद ताइक्वांडो क्लब के अध्यक्ष मनोज कुमार मुखिया एवं राजकीय बुनियादी विद्यालय के प्रधानाध्यापक अजय सिंह ग्रामीणों के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.

शिवम और सुंदरम सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड अंतर्गत महम्मदपुर गांव निवासी विजय कुमार के दोनों पुत्र है. शिवम और सुंदरम दोनों सगे भाई हैं. दोनों भाई राजकीय बुनियादी विद्यालय महम्मदपुर में पढ़ाई करते हैं.

स्वामी विवेकानंद ताइक्वांडो क्लब के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि हमारे क्लब के बच्चे काफी मेहनत करते हैं. जिसका परिणाम है कि जिले ही नहीं राज्य स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए शिवम और सुंदरम दोनों खिलाड़ी का जिला से चयन किया गया है.

इसके लिए उन्होंने चयन समिति का आभार व्यक्त किया और कहा कि जिले ही नहीं बिहार के लोग भी ऐसे खिलाड़ियों पर गर्व करते हैं.

उन्होंने कहा कि हम लोग आशीर्वाद देकर खिलाड़ियों को रवाना किए हैं उम्मीद है कि सारण के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का वेतन प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल जीत कर अपने बिहार का नाम रोशन करेंगे.

बताते चले कि सारण से मात्र दो ताइक्वांडो खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन किए गए हैं. शिवम और सुंदरम कई बार जिला और राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. इस बार दोनों खिलाड़ियों पर पूरे बिहार के लोगों की नजर टिकी हुई है उम्मीद है दोनों खिलाड़ी अपने बिहार का नाम रोशन करते हुए परचम लहराएंगे.

परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर एबीवीपी का विश्वविद्यालय में बुद्धि -शुद्धि यज्ञ सह प्रदर्शन

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा में विगत दिनों जारी हुए परीक्षा परिणाम मेंं गड़बड़ी को लेकर जोरदार आंदोलन किया विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सुबह से ही विश्वविद्यालय में पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दिया. इस दौरान विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर बुद्धि -शुद्धि यज्ञ किया कुलपति को बुद्धि आए स्वाहा, विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार खत्म हो स्वाहा, विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण का निर्माण हो स्वाहा, जैसे मंत्र उच्चारण के साथ यज्ञ किया.

इस दौरान भारी नारेबाजी भी हुई बुद्धि शुध्दि यज्ञ के पश्चात कार्यकर्ताओं ने मुख्य द्वार पर भारी प्रदर्शन किया विश्वविद्यालय प्रशासन मुर्दाबाद, भ्रष्ट प्रशासन गो बैक, परीक्षा परिणाम में अभिलंब सुधार करो, जैसे नारे के साथ पूरा विश्वविद्यालय परिसर गूंज उठा. आम छात्रों का भी आक्रोश इस दौरान देखने को मिला.

इस दौरान परिषद के छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर शैक्षणिक, आरजकता कुव्यवस्था भ्रष्टाचार का अंबार है, कुलपति पिछले लगभग 1 महीने से लापता है, आम छात्र-छात्राओं को कोई सुधि लेने वाले तक नहीं है. परीक्षा परिणाम में जिस प्रकार से गड़बड़ियां हुई है. वह घोर निंदनीय है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए वह काम है. जिस प्रकार से विश्वविद्यालय में फेल- पास का खेल चल रहा है, वह जयप्रकाश नारायण की गरिमख को भी धूमिल करता दिख रहा है.

विभाग के विभाग विद्यार्थी फेल हैं और यह जानबूझकर शिक्षा माफियाओं के इसारे पर पेंडिग, प्रमोटेड का खेल किया गया है ताकि मोटी रकम वसूली जा सके. विद्यार्थियों को कॉल करके खेल से पास करने का नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है.

इस दौरान विद्यार्थी परिषद ने परीक्षा नियंत्रक को परीक्षा परिणाम में सुधार को अभिलंब करने को ज्ञापन भी दिया है. परीक्षा नियंत्रक से वार्ता के दौरान काफी नोक झोंक भी हुई.

इस मौके पर विश्वविद्यालय राज्य सह कार्य प्रमुख रजनीकांत सिंह, विश्वविद्यालय संयोजक प्रशांत सिंह, विश्वविद्यालय संगठन मंत्री पुरुषोत्तम कुमार, नगर मंत्री युवराज रंजन, छात्र नेता राहुल कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नीरज यादव, सचिन चौरसिया जिला संयोजक रविशंकर चौबे, नगर सह मंत्री रोहित ठाकुर, राजा तिवारी, प्रांत एसएफएस, प्रमुख आशिष कुमार, गोविंद कुमार आदि शामिल थे।

परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान 26 पुरुषों और 1078 महिलाओं ने चुनी नियोजन के स्थाई साधन की राह

Chhapra: जनसंख्या स्थिरीकरण के उद्देश्य के तहत परिवार नियोजन संबंधी उपायों को बढ़ावा देना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल है। इसे लेकर नियमित अंतराल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले में बीते चार से 16 दिसंबर तक आयोजित परिवार नियोजन पखवाड़ा बेहद सफल रहा। परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान 26 पुरुषों और 1078 महिलाओं ने नियोजन के स्थाई साधन की राह को अपनाया। इस पखवाड़ा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि पूर्व की अपेक्षा अब पुरुषों में जागरूकता बढ़ी है। साथ ही, शहरी के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी परिवार नियोजन के स्थाई साधनों के प्रति लोग जागरूक हुए हैं। जिसके कारण लक्ष्य के अनुरूप कार्य किया जा सका है।

निःशुल्क उपलब्ध है नियोजन से जुड़ी तमाम सुविधाएंसी: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि परिवार नियोजन स्वस्थ व समृद्ध परिवार का आधार है। क्योंकि परिवार का आकार छोटा रखने, दो बच्चों के बीच पर्याप्त अंतर रखने का सुलभ व आसान जरिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन से संबंधित सभी जरूरी सुविधाएं लोगों को निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती हैं। हाल के दिनों में परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। स्थाई साधनों के साथ गर्भ निरोध के अस्थाई साधन भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। धीरे धीरे ही सही पुरुषों में परिवार नियोजन के साधनों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।

पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में सबसे सहज: डीपीएम

डीपीएम अरविंद कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में दंपतियों को परिवार नियोजन की सभी प्रकार की विधि विशेषकर अस्थायी विधि की जानकारी दी जाती है। जिससे कि लोग इसका लाभ उठा सकें। अस्थायी विधि का उपयोग कर लोग पहले बच्चे तथा दूसरे बच्चे के बीच अंतर रख सकते हैं। इसके अलावा परिवार नियोजन परामर्श केंद्र द्वारा लोगों को स्थायी विधि के रूप में पुरुष नसबंदी की भी जानकारी दी जाती है। क्योंकि पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में सबसे सहज और आसान है। इससे पुरुषों की पौरुषता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। स्थानीय अस्पताल में स्थायी व अस्थायी साधन हर समय उपलब्ध रहता है। अस्थायी साधन के रूप में अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स, कंडोम आदि परिवार नियोजन परामर्श केंद्र में ही दंपतियों को उपलब्ध करा दी जाती है। उसके इस्तेमाल और सावधानियों की जानकारी समन्वयक, आशा एवं एएनएम के द्वारा दी जाती है।

पुरुष नसबंदी में एसडीएच सोनपुर और सीएचसी अमनौर अव्वल: डीसीएम

परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान अनुमंडल अस्पताल सोनपुर और अमनौर सीएचसी में पुरुष नसबंदी के सबसे अधिक मामले को निष्पादित किया गया है। जानकारी देते हुए डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उक्त दोनों सरकारी संस्थानों में पुरुष नसबंदी के पांच- पांच मामले निष्पादित हुआ है। वहीं, गरखा पीएचसी में चार व मढ़ौरा में तीन पुरुष नसबंदी कराया गया है। साथ ही तरैया, एकमा, जलालपुर, मांझी, मसरख, परसा और मकेर में एक-एक मामले को निष्पादित किया गया है। वहीं, दूसरी ओर महिला बंध्याकरण की बात करें तो जिले में 1078 महिलाओं ने स्थाई नियोजन की राह अपनाई है। उन्होंने यह भी बताया कि पखवाड़ा के दौरान 46 दंपतियों ने पीपीएस व 1004 दंपतियों ने पीपीआईयूसीडी को अपनाया। इस दौरान परिवार नियोजन संबंधी उपायों की मजबूती के लिये विभाग द्वारा गर्भनिरोधक गोली माला एन 37270 व छाया 27013 गोली वितरित की गयी। पखवाड़ा के दौरान करीब 107966 कंडोम वितरित किया गया है।

Chhapra: 21 दिसंबर को छपरा कचहरी स्टेशन के पश्चिमी छोर पर फुट ओवर ब्रिज के नीचे हुए अंकित हत्याकांड का रेल पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

रेल एसपी मुजफ्फरपुर डॉ कुमार आशीष ने बताया कि कांड के उद्भेदन के लिए रेल पुलिस उपाधीक्षक, सोनपुर शाहकार खाॅं के नेतृृत्व में एस0आई0टी0 का गठन किया गया था। जांच के क्रम में यह जानकारी हुई है कि आपसी रंजिश और पैसे के लेनदेन को लेकर पूरी घटना हुई थी। इस मामले में 3 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि 2 अन्य की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी है। गिरफ्तार तीनों अभियुक्त दहियावाँ टोला मुहल्ला के निवासी हैं। गिरफ्तार अपराधकर्मियों द्वारा घटना में अपनी-अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए घटना में संलिप्त अपने अन्य सहयोगियों का नाम बताया गया है, जिसकी गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी चल रही है। इनके पास से दो चाकू और दो मोबाईल बरामद किया गया है। स्पीडी ट्राइल चलाकर अपराधियों को सजा दिलाई जाएगी।   

उन्होंने बताया कि इस मामले में नितेश कुमार उम्र करीब-19 वर्ष, पे0-कुन्दन राय, सा0-दहियाॅवा टोला वार्ड सं0-23, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण), धीरज कुमार उम्र करीब-20 वर्ष, पे0-स्व0 राजकुमार राय, सा0-दहियाॅवा टोला वार्ड सं0-23, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण) और  राकेश कुमार उम्र करीब-21 वर्ष, पे0-स्व0 ओमनाथ प्रसाद, सा0-उत्तरी दहियाॅंवा टोला पानी टंकी वार्ड नं0- 25, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण) को गिरफ्तार किया गया है।   

यह था मामला : छपरा शहर में युवक की निर्मम ह’त्या, मोबाईल लू’ट के दौरान अज्ञात अपराधियों ने मारा चा’कू

दिनांक-21.12.2023 की संध्या में छपरा-कचहरी रेलवे स्टेशन के पश्चिमी फुट ओवर ब्रीज के नीचे तीन लड़कों के साथ आपसी रंजिश और पैसों के विवाद में हुई चाकू-बाजी की घटना में एक लड़का अंकित कुमार की मृृत्यु ईलाज के क्रम में हो जाने एवं उसके दोस्त आशीष कुमार तथा सचिन कुमार के गंभीर रूप से जख्मी हालत में ईलाजरत रहने के दौरान घटना के संबध्ंा में मृृतक अंकित कुमार के पिता मिथिलेश सिंह के फर्दबयान के आधार पर अज्ञात पाॅंच-छः लड़का उम्र करीब 20-25 वर्ष के विरूद्ध छपरा(कचहरी) रेल थाना कंाड सं0-278/23, दि0-22.12.23, धारा-302/34 भा0द0वि0 दर्ज किया गया था।

 

लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने मेयर पद के लिए किया नामांकन

Chhapra: छपरा नगर निगम मेयर पद के हो रहे उपचुनाव को लेकर गुरुवार को लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने अपना नामांकन पर्चा डीडीसी कार्यालय में दाखिल किया.

नामांकन दाखिल करने के बाद लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि वह जनता के आशीर्वाद से इस मैदान में खड़े हैं. छपरा की तस्वीर बदलने के लिए उन्हें आगामी 22 जनवरी को पुनः जनता के आशीर्वाद की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में उनके प्रति जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है. श्री गुप्ता ने कहा कि छपरा का विकास है उनकी पहली प्राथमिकता है. छपरा शहर कैसे सुंदर बने, यहां रहने वाले लोगों को अत्याधुनिक सुविधा मुहैया कराई जाए, बड़े शहरों की तर्ज पर साफ सफाई, सुंदर सड़क एवं जल निकासी के साथ-साथ आम जनमानस के लिए पार्क निर्माण और भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए वह वचनबद्ध है. जनता का समर्थन उन्हें विजयी बनाएगा.

बताते चले कि मेयर पद के उपचुनाव में मतदान 22 जनवरी एवं मतों की गणना 24 जनवरी को की जाएगी. वहीं 29 दिसंबर शुक्रवार तक नामांकन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. अब तक एक दर्जन से अधिक प्रत्याशियों ने मेयर पद को लेकर अपना नामांकन दर्ज किया है, हालांकि प्रत्याशियों की वास्तविक संख्या नामांकन पर्चा जांच एवं नाम वापसी की तिथि के बाद ही पता चलेगा.

छपरा का विकास, जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान और भ्रष्टाचार की समाप्ति ही मेरा लक्ष्य: ई चांदनी प्रकाश

Chhapra: नगर निगम महापौर पद के लिए हो रहे उप चुनाव में गुरुवार को ई चांदनी प्रकाश ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने छपरा के विकास और जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान ही उनकी प्राथमिकता होगी.

चांदनी प्रकाश ने कहा कि वह बड़े बड़े वादे नहीं करना चाहती. शहर की जनता की बुनियादी जरूरत, उनकी बुनियादी समस्या समाधान और सरकार की सभी योजनाओं को शत प्रतिशत धरातल पर लागू करके जनता को लाभान्वित करना ही उनका लक्ष्य है. वह योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करेगी जिससे कि कोई भी कार्य बिना बिचौलिए के धरातल पर पूर्ण रूप से लागू हो सकें.

नामांकन रैली में काफी संख्या में महिला पुरुष और युवा वर्ग शामिल थे.

नगर निगम के मेयर पद को लेकर नामांकन पत्र 29 दिसंबर तक दाखिल किए जा सकते है.

Chhapra: छपरा शहर के नगर थाना क्षेत्र के छोटा तेलपा पुलिस लाइन के समीप आपसी रंजिश में चाकू मा’रकर एक युवक की ह’त्या कर दी गई। युवक की पहचान दीपक कुमार (26) के रूप में हुई है। जबकि मृतक के तीन भाई राकेश कुमार, विनय कुमार और अजय ठाकुर गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। 

बताया जा रहा है कि पट्टीदारों के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद ने बाद रूप ले लिया और बात चाकूबाजी तक पहुँच गई। जिसके बाद मारपीट और चाकूबाजी में एक युवक की मौत हो गई।  पुलिस मामले कि जांच में जुटी है। 

 

      

उत्तर प्रदेश के मजदूर की मढ़ौरा में हत्या, ईट भट्ठे पर काम करता था मजदूर

Chhapra: छपरा के मढ़ौरा में अज्ञात अपराधियों के द्वारा एक ईट भट्टा मजदूर को गोलीमार हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. अपराधियों ने बीड़ी नहीं देने पर उस मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी.

घटना सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के तेज पूर्व पंचायत के लेरुआ स्थित सुरेश महतो के चिमनी पर घटित हुई है. घटना बीती रात्रि करीब 9:00 की बताई जा रही है.

घटना के संबंध में बताया जाता है की बाइक पर सवार कुछ अपराधी चिमनी पर पहुंचे जहां चार मजदूर काम कर रहे थे अपराधियों के द्वारा बीड़ी की मांग की गई जिस पर मजदूर ने कहा कि हम बीड़ी नहीं पीते हैं तब उसे नीचे बुलाया गया जैसे ही मजदूर नीचे आया उसके सीने में सटाकर गोली मार दी गई.

गोली लगते ही मजदूर फिर वापस ऊपर गया और गिर कर दम तोड़ दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए.

इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया.

मृतक की पहचान यूपी के इलाहबाद जिले के कुशाम्भी निवासी राकेश पासी के 23 वर्षीय पुत्र ललन कुमार उर्फ़ लवलीन के रूप में की गयी है.

लवलीन 15 दिन पहले ही मजदूरी करने के लिए आया था. फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है.

लोक शिकायत के कुल 09 मामलों की हुई सुनवाई

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर के कार्यालय कक्ष से बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के तहत द्वितीय अपील में शिकायतों की सुनवाई की गयी और उनका निवारण किया गया।

जिला पदाधिकारी के द्वारा आज लोक शिकायत के कुल 09 मामलों की सुनवाई की गई। 06 मामलों पर अंतिम रूप से आदेश पारित किया गया तथा शेष 03 मामलों में पूर्ण प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि पर लोक प्राधिकार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि लोक शिकायतों का ससमय तथा गुणवत्तापूर्ण निवारण अत्यावश्यक है। लोक प्राधिकारों को तत्परता प्रदर्शित करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहें।

आश्रय स्थल का नगर आयुक्त ने किया औचक निरीक्षण

Chhapra: छपरा नगर निगम के नगर आयुक्त सुमित के द्वारा निगम क्षेत्र में चल रहे आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण बुधवार रात्रि किया गया।

इस दौरान उन्होंने आश्रय स्थल में सुविधाओं का जायजा लिया और आश्रय। विहीनो के लिए सारी सुविधाओं को देने के लिए आदेश दिया।

ठण्ड बढ़ने के कारण आश्रय विहीनो को डबल कंबल देने की केयर टेकर को आदेश दिये।

लैट्रिन और बाथरूम की सफाई नियमित कराने के लिए आदेश दिये।

निरीक्षण के दौरान उप नगर आयुक्त ओम प्रकाश सिह, सिटी मैनेजर वेद प्रकाश वर्णवाल, सिटी मिशन मैनेजर सुधीर कुमार हिमांशु मौजूद थे।

विद्यालय के 15 किमी की परिधि में शिक्षकों को आवासन का देना होगा शपथ पत्र, वर्ना नही मिलेगा वेतन

Patna: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत विद्यालय अध्यापक और नियोजित शिक्षकों को विद्यालय के 15 किलोमीटर की परिधि में आवासन का शपथ पत्र देना होगा. शिक्षा विभाग ने इसके लिए पत्र जारी कर दिया है.

जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी शिक्षकों से आगामी 31 जनवरी तक आवासन संबधी शपथ पत्र प्राप्त कर लिया जाए साथ ही यह भी कहा गया है कि शपथ पत्र देने वाले शिक्षकों को ही फरवरी 24 का वेतन दिया जाएगा.

जारी पत्र में यह कहा गया है कि अक्सर देखा जा रहा है कि शिक्षकों का आवासन दूर होने के कारण वह विलंब से विद्यालय आ रहे है और पूर्व ही विद्यालय से वापस चले जा रहे है. जिससे शैक्षणिक गतिविधि में विभागीय आदेश के अवहेलना हो रही है.

सरकारी विद्यालयों में निरीक्षण का बदला समय एवं तरीका, स्कूलों से भागने वाले शिक्षकों की खैर नहीं

Patna: शिक्षा विभाग में इन दिनों लगातार एक के बाद एक बदलाव किए जा रहे है, ऐसे में एसीएस द्वारा नया आदेश जारी किया गया है जिसमे विद्यालय के निरीक्षण में बदलाव किया गया है.

एसीएस के अन्य निर्देश के बारे में कहा गया है कि पूर्व में विद्यालय का निरीक्षण दिन में एक ही बार करते हैं । कुछ अनुशासनहीन शिक्षकों के बारे में यह पता चला है कि वह निरीक्षण होने के बाद समय से पहले 02.00 या 03.00 बजे के बीच ही विद्यालय से नदारत हो जाते हैं। ऐसे कुछ मामले पदाधिकारियों ने पकड़े भी हैं, जब ये शिक्षक / प्रधानाध्यापक जिस समय भाग रहे थे और उसी समय हमारी निरीक्षण टीम पहुंच गई। शिक्षकों में यह प्रवृत्ति इसलिए देखी जा रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि विद्यालयों का निरीक्षण अमूमन दिन में एक ही बार होता है। यानि विद्यालय निरीक्षण का समय के बारे में सारे लोग समझ गए हैं। ऐसे में हमें अब inspection की predictability को देखना होगा .हमें इसे “unpredictable” बनाना होगा। ऐसा करने के लिए आपको निरीक्षण रोस्टर को सुधारना होगा और विद्यालयों को तीन श्रेणियों में रखना होगा।

KK पाठख ने कहा है कि श्रेणी क वाले स्कूलों में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण पहली पाली में हो, वह निरीक्षण सुबह 9 से 12 बजे के बीच हो. श्रेणी-ख वाले में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण दूसरी पाली यानि 02 बजे से 05 बजे के बीच में हो। श्रेणी ग- वैसे विद्यालय, जहां उपरोक्त दोनों पालियों में निरीक्षण हो। ऐसा करने से हम School Inspection की unpredictability को बढ़ा सकते हैं। शिक्षकों में यह संदेश चला जाना चाहिए कि हम उनके विद्यालय में कभी सुबह की पाली में या कभी दोपहर की पाली में या कभी दोनों पालियों में पहुंच सकते हैं। ऐसे में आपके विद्यालय के निरीक्षण के रोस्टर को random रखना होगा। साथ ही उसे गोपनीय रखना होगा, ताकि कोई शिक्षक यह अनुमान नहीं लगा सके कि उनके विद्यालय का निरीक्षण कब और किस समय होने वाला है। अब निरीक्षण रोस्टर मासिक न बनाकर, साप्ताहिक रूप से बनाया जाय। जो विद्यालय पिछले सप्ताह श्रेणी-क में थे उसे श्रेणी-ख अथवा श्रेणी-ग में रखा जाय। इसी प्रकार रोस्टर को प्रत्येक सप्ताह randomise किया जाए।