छपरा: नवरात्र में हर जगह पंडालों का निर्माण हो रहा है. पूजा समितियां जोर शोर से पंडालों को पूरा करने में दिन रात लगी हुई है. कई पूजा समितियों द्वारा अपने पंडाल को अलग रूप दिया जा रहा है.

शहर के टक्कर मोड़ पर गुफा में बाबा बर्फानी को स्थापित करने का कार्य चल रहा है. समिति के सदस्य शशि कुमार ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी पूजा समिति के द्वारा वर्फ से बने बाबा बर्फानी की स्थापना की जा रही है. साथ ही गुफा बनाया जा रहा है. गुफा बनाने के लिए चट्टी और बांस का उपयोग किया जा रहा है. जबकि गुफा के अंदर वर्फ से बने शिव लिंग को स्थापित किया जायेगा. जो देखने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा.

वही दौलतगंज में हर बार की तरह इस बार भी सुरसा के मुहं से निकलते वीर हनुमान की झांकी देखने को मिलेगी. पूजा समिति द्वारा यहाँ भी चट्टी और बांस की सहायता से गुफा का निर्माण कराया जा रहा है. शहरवासियों को ऐसा ही कुछ नजारा दहियावां में भी देखने को मिलेगा जहाँ नारायण चौक से राम राज्य चौक जाने वाली सड़क पर गुफा का निर्माण किया जा रहा है.

मूर्तियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

रतनपूरा स्थित सवलिया मंदिर में मूर्ति को अंतिम रूप देता कारीगर

पंडाल के साथ साथ मूर्तियों का निर्माण भी अब अंतिम चरण में पहुँच चूका है. कुछ पूजा पंडालों में मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा चूका है. जबकि कई पूजा पंडालों में अभी काम बाकी है. जिसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है.  

दुर्गा पूजा में इन सभी पंडालों को देखने के लिए छपरावासियों उत्सुक है.

छपरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को भारतीय जनता पार्टी ने सेवा दिवस के रूप में मनाया. पीएम के जन्मदिवस पर महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल छपरा सदर अस्पताल पहुंचे. जहाँ उन्होंने अस्पताल में इलाजरत मरीजों के बीच फल, मिठाई और वस्त्र वितरण किया. mp

इस अवसर पर सांसद सिग्रीवाल ने छपरा टुडे डॉट कॉम से बताया कि देश का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जन्म दिन  सेवा दिवस के रूप में मनाने का संकल्प किया है. दिव्यांग लोगों के बीच अपने जन्मदिवस को मना रहे है. ऐसे में हम लोगों के लिए भी सेवा का सन्देश था. जिसके तहत अस्पताल में फल, मिठाई और वस्त्र का वितरण किया गया है.

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इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद, विधायक डॉ सी.एन. गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, शांतनु कुमार सिंह, शैलेन्द्र सेंगर, धर्मेन्द्र चौहान, जय प्रकाश वर्मा, डॉ हरी ओम प्रसाद, चरण दास समेत कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे.

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस को सेवा दिवस के रूप में मना रही है. जिसे लेकर मरीजों के बीच वस्त्र और खाद्य सामानों का वितरण किया गया है.

छपरा: रोटरी क्लब सारण के द्वारा मंगलवार को बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया. रोटरी सारण के अध्यक्ष अजय कुमार के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों बीच खाद्य पदार्थ का वितरण किया गया. 

राहत सामग्री का वितरण करते रोटरी सारण के सदस्य. Photo: Kabir Ahmad/Chhapra Today
राहत सामग्री का वितरण करते रोटरी सारण के सदस्य.                                                     Photo: Kabir Ahmad/Chhapra Today

इस अवसर पर रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने छपरा टुडे डॉट कॉम को बताया बाढ़ पीड़ितों के मध्य चुड़ा, गुड़, मिठा बिस्कुट, नमकीन बिस्कुट, मोमबत्ती तथा माचिस का वितरण रूपगंज से लेकर दहियांवा तक दियरा क्षेत्र में हजार पैकेट का वितरण किया गया. वही रोटरी सारण के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया बाढ़ के बाद बाढ़ क्षेत्रों में रोटरी सारण नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन करेगा. rotary 3

राहत वितरण में मुख्य रूप से विरेन्द्र कुमार, देव कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, निकुंज कुमार, रोट्रेक्ट सारण के मोहम्मद चाँद, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद एखलाक, तमीम अनवर, फुरकान अहमद आदि ने सहयोग किया.

 

 

 

छपरा: छपरा-हाजीपुर NH-19 बाढ़ के कारण कई जगहों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. डोरीगंज, अवतारनगर, ब्रम्हपुर, इनई तथा रिविलगंज के पास सड़कों पर 4 से 5 फिट पानी जमा हो जाने से NH कई जगह टूट गया है. हालांकि सड़कों का कितना नुकसान हुआ है ये तो पूरी तरह से बाढ़ का पानी हटने के बाद ही पता लग सकेगा पर टूटे हुए सड़कों की मरम्मती को लेकर अभी से ही असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

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NH-19 के रूप में अधिसूचित यह सड़क नेशनल हाई-वे ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया(NHI)के जिम्मे है पर हालिया अपडेट के मुताबिक जिस कम्पनी को एनएच पर फोरलेन निर्माण का जिम्मा दिया गया है उसकी रुचि अब इसके निर्माण में नहीं है और अभी तक इसके मरम्मत की जिम्मेवारी भी तय नही की गई है.

जानकार बताते हैं कि विभागीय उदासीनता के कारण ही अबतक फोरलेन का निर्माण पूरी तरह संभव नहीं हो सका है. बाढ़ के बाद सड़क के टूटे हुए हिस्सों की मरम्मती को लेकर असमंजस की स्थिति कायम है.

Prabhat Kiran Himanshu/Kabir Ahmad

छपरा: बाढ़ के पानी के छपरा शहर में आने के बाद नगर परिषद् की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई है.  शहर को स्वच्छ रखने के तमाम वादे करने वाले नगरपरिषद की कार्यप्रणाली स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही हैं.

बीते दिनों शहर के साहेबगंज, थाना चौक और नगरपालिका चौक जैसे व्यस्ततम इलाकों में बाढ़ का पानी आने की प्रमुख वजह नालों की समय पर सफाई नहीं होना है. शहर के अधिकतर मुहल्लों में नाला पूरी तरह जाम है जिसके चलते ही बाढ़ का पानी नालों में जाने के बजाये सड़कों पर बहने लगा.

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बाढ़ के बाद भी नहीं चेता नगरपरिषद

बाढ़ के पानी का शहर में आने की प्रमुख वजह नालों की ठीक से सफाई नहीं होना ही है. शहर में बाढ़ का पानी आने से स्थिति बिल्कुल नारकीय हो गई है. नाले का कचड़ा पानी के साथ सड़क पर बह रहा है. इन सब से बीच नगरपरिषद् इस घटना से सबक लेने की जगह शहर की साफ़-सफाई में काफी ढिलाई बरत रहा है. अभी भी अधिकतर मुहल्लों में नाला जाम होने की वजह से बाढ़ का पानी जमा है. कई जगहों पर तो पानी के साथ तेज दुर्गन्ध ने आस-पास के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. 

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आर्यसमाज स्कूल के गेट पर बह रहा नाले का पानी

छपरा के आर्यसमाज स्कूल के मेनगेट पर नाले का पानी सड़क पर बह रहा है. स्कूल में जाने का एक मात्र यह रास्ता छात्र-छात्राओं के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर रहा है. स्कूल जा रही छात्राओं को नाले के पानी से ही गुजर कर प्रांगण में जाना पड़ रहा है. नगर निगम बनने की दहलीज पर खड़ा छपरा नगरपरिषद बाढ़ की विभीषिका के बाद भी चेत नहीं सका है.

Prabhat Kiran Himanshu/Kabir Ahmad

(संतोष कुमार ‘बंटी’) दोपहर का समय था. उपर आसमान से चिलचिलाती धूप और नीचे पानी. पसीने से लथपथ सभी के चेहरे बस एक टक अपने आशियाने को निहार रहे थे. दूर तक फैली सफेद चादरों के बीच उम्मीद की लौ के बीच इनका आशियाना आत्मबल को बढ़ा रहा था, मानों कह रहा हो, मैं अभी तुम्हारे लिये जीवित हूँ. कभी साफ और कभी गंदगी का अंबार लिये नदी की लहरें आँखमिचौली करते हुए पास आती और चली जाती. बच्चों को तो एक खेलने का खिलौना मिल गया हो जब जी चाहा पानी में हंसी ठिठोली कर खेलने लगे.

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अपने मवेशियों के साथ पुल पर शरण लिए बाढ़ पीड़ित

अर्जुन राय का पूरा परिवार सड़क पर लगें पानी के बीच चौकी पर दिन गुजारने की जुगत में है. लेकिन इसी बीच पानी में खेल रहे मोहन ने अचानक पास आकर कहा “माई खाए के दे भूख लागल बा” अपने बेटे की भूख देखकर माँ ने तुरंत रोटिया दे दी. बिना सब्जी और आचार के मोहन ने रोटी खाकर अपनी पेट की आग को ठंडा किया और फ़िर अपने दोस्तों में मग्न हो गया. दोपहर का समय था तो धीरे धीरे फिर सभी लोगों ने रोटिया खाई. 

शहर से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित निचला ईलाका कहने के लिए तो शहर का भाग हो सकता है लेकिन सरकारी दस्तावेजों में यह रिविलगंज प्रखंड क्षेत्र में होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र की श्रेणी में है. पंचायत दिलीया रहीमपुर के सैकड़ो परिवार बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे है. घर पानी में जलमग्न हो गया है. जितना हो सका लोगों ने अपने घरों से सामानों को बाहर किया और उसी के सहारें जीवन का निर्वाह हो रहा है. कुछ लोगों के घर पूरी तरह से पानी से तबाह हो चुकें है जिसके कारण वह बेघर हो चुके हैं. वही कुछ के मकान इन पीड़ितों की तरह आपना हौसला बुलंद कर पानी में भी डटे हुए है.DSCN0043 (1) 

अर्जुन राय का परिवार भी इन्हीं पीड़ितों में से एक है. घर पानी में और जरुरत के सामानों के साथ परिवार सड़क पर. पुरे दिन खुलें आसमान में दिन तो गुजर रहा है लेकिन रात की विभीषिका आंखों की नींद चुरा लेती है. जिंदगी के आख़िरी कदम पर अर्जुन की माँ घर के नजदीक सड़क के पानी में अपने चौकी पर पोते पोतियों के साथ रहने को विवश है. किसी जुगत से परिवार के पुरे दिन में एक बार ही भोजन बन रहा है. लेकिन आर्थिक तंगी से वह भी अब आस की मोहताज बनने वाली है. पुरे दिन जिन्दगीं के लिए एक दुसरें की जद्दोजहद देखकर दिन तो कट जा रहा है. लेकिन जिन्दगीं की असल जंग तो रात के साथ शुरू होती है. बच्चें अपनी थकान के साथ नींद की आगोश में चले जाते है लेकिन पानी की तेज डरावनी आवाज से बड़ों की नींद उड़ जाती है. ऊपर से सांप और बिच्छू का डर उनकी पलकों को झपकने तक नही देता है. विगत चार दिनों से बाढ़ की इस विभीषिका का दंश झेल रहे हजारों लोगों के जुबान पर बस यही शब्द है….

“दुनिया में आये है तो जीना ही पड़ेगा
जीवन है अगर जहर तो पीना ही पड़ेगा”

छपरा: सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शराब बंदी के नाम पर राज्य सरकार सिर्फ नाटक कर रही है. जिस प्रकार जहरीली शराब पीने से गोपालगंज में लोगों की हुई मौत को प्रशासन छिपाने की कोशिश कर रहा है इससे यह बात साबित हो चुका है. गोपालगंज में 22 लोगों की शराब पीने से मौत हुई है लेकिन सरकार 16 -17 लोगों की मौत को बता रही है.

सुशील मोदी तिरंगा यात्रा के दौरान छपरा पहुंचे थे. तरैया के पूर्व विधायक जनक सिंह के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मै शराब बंदी का पक्षधर हूँ लेकिन उसके लिए बनाये गये कानून की मैं खिलाफत करता हूँ. शराब बंदी को लेकर बनाया गया कानून बेहद ही कठोर है. उन्होंने शराब बंदी को लेकर बनाये गये कानून की तीन मुख्य बातों को बताते हुए कहा कि सामूहिक जुर्माना लगाना, परिवार के सभी सदस्यों को जेल भेजवाना तथा सम्पति जब्त करने जैसे कानून के मैं खिलाफ़ हूँ. शराबबंदी को लोगों के बीच जागृति पैदा कर, समझा-बुझा कर लागू किया जा सकता है न कि उन्हें डरा धमका कर.

गोपालगंज की घटना में अस्पताल में जाने वाले मरीजो को डराया गया. उन्हें शराब बंदी कानून का हवाले देते हुए इलाज की बजाये घर जाने को कहा गया. इतना ही नही जो लोग मारे गये उनके परिजनों को डरा धमका कर बिना पोस्टमार्टम  के ही वापस भेजा जा रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में थानाध्यक्ष समेत पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है पर लालू के खास एसपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.

उन्होंने कहा कि थाना से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अवैध शराब का धंधा चल रहा था पर चार महीने में 650 रेड मारने का दावा करने वाली पुलिस द्वारा  इस जगह पर कार्रवाई नहीं करना  उनकी संलिप्तता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के नकारात्मक रवैये के कारण कड़े कानून के बावजूद शराब का व्यवसाय फल फूल रहा है. विपक्ष शराबबंदी कानून के पक्ष में है पर इसके लिए सरकार को चाहिए की समाज में जागृति लाये.

छपरा: रक्षाबंधन के दिन सारण की महिलाओं एवं बच्चियों को जिलाधिकारी दीपक आनंद ने एक आकर्षक तोहफा दिया है.

जिला प्रशासन ने 18 अगस्त को सारण की बहनों की सुविधा के लिए प्रात: 9 बजे से 11 बजे तक निःशुल्क बस सेवा प्रदान करने का निर्णय लिया है. शहर के एकता भवन से दो बसें अलग-अलग रुट के लिए प्रस्थान करेगी. इसके साथ ही महिलाओं और बच्चियों के लिए शहर के सभी सिनेमा हॉल में निःशुल्क मैटिनी शो (3 से 6 बजे तक) दिखाने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए उन्होंने महिलाओं को एक पहचान पत्र के साथ आने का आग्रह किया है.

जिलाधिकारी ने रक्षाबंधन के पावन पर्व के अवसर पर पर्यावरण की समृद्धि के लिए बहनों से वृक्षारोपण करने का भी आह्वान किया है.

निःशुल्क बस सेवा का रुट-मैप

पहली बस:- एकता भवन- थाना चौक- मौना चौक- कटहरीबाग़- गांधी चौक- भिखारी चौक- मुफ्फसिल थाना- नेवाजी टोला चौक- सांढा ढ़ाला- ओवरब्रिज होते हुए पुनः एकता भवन.

दूसरी बस:- एकता भवन- दरोगा राय चौक- भगवान बाजार- गुदरी- ब्रह्मपुर- सरकारी बस स्टैंड- नगरपालिका चौक होते हुए पुनः एकता भवन.

छपरा: रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहनों के पवित्र रिश्ते का अटूट त्योहार है. इस दिन का जहा बहन पुरे वर्ष भर इंतजार करती है. वही भाई भी इस त्योहार का इंतजार करते है. सावन मास की  पूर्णिमा तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व  बहुत ही खास होता है.

रक्षा बंधन को लेकर शहर में मिठाई बाजार पूरी तरह सज चूका है. छपरा टुडे डॉट कॉम की टीम ने बुधवार को शहर के कई प्रतिष्ठित मिठाई दुकानों का जायजा लिया. साथ ही रक्षा बंधन के अवसर पर बनाये गये  मिठाइयों की जानकारी ली.

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मिठाई दुकान पर खरीदारी करते लोग.

शहर के नगरपालिका चौक स्थित कुमार आइस पार्लर के प्रोपराइटर कुंवर जायसवाल  ने बताया कि रक्षा बंधन के अवसर पर ग्राहकों के लिए विशेष रूप से कई तरह की मिठाइयां बनवाई गयी है.  ग्राहकों के सेहत के साथ साथ उनके बजट का भी ध्यान रखा गया है. जिससे की वह इस पर्व का भरपूर आनंद उठा सकें.

तरह तरह की मिठाइयों की हो रही है बिक्री.
तरह तरह की मिठाइयों की हो रही है बिक्री.

  रक्षाबन्धन के अवसर पर काजू और मावे से बनी मिठाईयों की ज्यादा मांग है. उन्होंने बताया कि त्योंहार को लेकर विशेष रूप से काजू केशर बर्फी बनाई गयी है. जिसका मूल्य 750 रूपये किलो निर्धारित किया गया है.

यहाँ देखे मिठाइयों के रेट

ड्राई फ्रूट लड्डू -850 रूपये किलो

काजू गजक – 800 रूपये किलो

काजू बादाम बर्फी – 800 रूपये किलो

काजू बर्फी -700 रूपये किलो

खोया अनुराग – 320  रूपये किलो

छेना बेल्ग्रामी गजक-320 रूपये किलो

क्रीम चौप – 260 रूपये किलो

कला जामुन -240 रूपये किलो

क्रीम जलजला -260 रूपये किलो

सुखा स्पंज – 240 रुपये किलो

छेना बालुशाही -240 रुपये  किलो

छपरा: जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (एमडीएम) अजीत सिंह के मनमानी से तंग आकर सदर प्रखंड के शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है. शिक्षकों का आरोप है कि एमडीएम डीपीओ द्वारा विद्यालय के शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा और एमडीएम जांच के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है.

सदर प्रखंड के शिक्षकों ने एक बैठक आयोजित कर इस बात की जानकारी दी कि पहले डीपीओ द्वारा विद्यालय के एचएम और शिक्षकों पर मनगढ़ंत आरोप लगाया जाता है बाद में शो कॉज और निलंबन का भय दिखाकर अवैध वसूली का दबाव बनाया जाता है. शिक्षकों ने बताया कि आये दिन डीपीओ द्वारा मिड डे मिल में गड़बड़ी का हवाला दिया जाता है और बेतुके सवालों से उन्हें परेशान किया जाता है. जिन विद्यालयों में बिल्कुल व्यवस्थित ढंग से एमडीएम खिलाया जा रहा है उन्हें भी टारगेट बनाकर वसूली की जा रही है.

शिक्षकों ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि अगर 19 अगस्त तक एमडीएम डीपीओ अजीत सिंह को नहीं हटाया गया तो 20 अगस्त को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा. इसके बाद भी अगर एमडीएम डीपीओ को नहीं हटाया गया तो 22 अगस्त से एमडीएम कार्यालय में अनिश्चित काल के लिये तालाबंदी की जाएगी.

शिक्षकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस बाबत आयुक्त नर्मदेश्वर लाल एवं जिलाधिकारी दीपक आनंद से मिलकर एक ज्ञापन भी सौंपा है.

छपरा: जय प्रकाश विवि द्वारा स्नातक द्वितीय खंड की परीक्षा 19 अगस्त से आयोजित की जाएगी. परीक्षा के आयोजन सम्बन्धी तैयारियों को लेकर विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ अनिल कुमार सिंह द्वारा सभी महाविद्यालय के प्राचार्यो को पत्र भेज दिया गया है. JPU 1

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परीक्षा नियंत्रक द्वारा भेजे गये पत्र में कहा गया है कि स्नातक पार्ट 2 (2014 -2015) प्रतिष्ठा, सामान्य तथा व्यवसायिक परीक्षा 19 अगस्त से आयोजित की जाएगी. जिसकी सूचना महाविद्यालय के छात्र और छात्राओ की अनिवार्य रूप से दी जानी है.

प्रभात किरण हिमांशु

छपरा: छपरा के इतिहास में शनिवार 6 अगस्त के दिन  जो भी हुआ उसे लंबे समय तक याद किया जाएगा. आगजनी, तोड़फोड़, हंगामा, रोड़ेबाजी और पुलिसिया कारवाई के बीच लोगों ने खौफ का जो मंजर देखा और अपने दिलों में महसूस किया उसने भूलना छपरा के लोगों के लिए संभव नहीं है.

प्रदर्शनकारियों के हंगामे को अफवाहों ने भले चाहे जो भी दिशा देने की कोशिश की हो पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का डर उम्रदराजों से लेकर छोटे बच्चों को भी सताता रहा.
‘पापा शहर को क्या हुआ है’, बाजार क्यों बंद है, सड़क पर क्यों न खेलें’. ऐसे मासूम सवालों ने अभिभावकों के अंतरआत्मा पर ऐसी गहरी चोट पहुंचाई है जिसके जख्म को भरना इतनी जल्दी सम्भव नहीं है.

वायरल वीडियो को लेकर शुरू हुए हंगामे की चिंगारी इतना उग्र रूप ले लेगी ऐसा सोंचा भी नहीं गया था. 5 अगस्त को मकेर में हुआ हंगामा पुलिस ने जैसे-तैसे शांत तो करा दिया पर विरोध का स्वर छपरा बंद के रूप में फूट पड़ा. बंद के दौरान जो कुछ हुआ उससे सभी वाकिफ है. दुकाने जलीं, तोड़फोड़ हुआ और जवाबी कारवाई में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. शाम तक शहर में कर्फ्यू से हालात पैदा हो गए और छपरा पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया.

पुलिस दो दिनों तक हालात पर काबू पाने के दावे करती रही पर दावे और वादों के बीच आम लोगों ने जो झेला वो छपरा के लिए काला दिन साबित हुआ. अफवाहों पर बंदिश लगे इसके लिए इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई. बामुश्किल मोबाइल फोन ही अपनों का हाल जानने का एक मात्र जरिया बना. हर कोई परिचितों का हाल जानने के लिए परेशान दिखा.

हालाँकि गंगा-यमुना तहजीब को बरकरार रखने की जो सफल कोशिश की गई वो पुलिस के सजगता का ही परिणाम है वहीं आम लोगों ने भी सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने के हर संभव प्रयास किये हैं. कुछ शरारती तत्वों ने भले ही माहौल बिगाड़ने का काम किया हो पर छपरावासियों ने धैर्य और संयम का सर्वश्रेष्ठ उद्धाहरण प्रस्तुत किया है.

फिलहाल जिला प्रशासन के हवाले से छपरा में पूरी तरह से शांति बहाल है. सुरक्षा कारणों से अगले आदेश तक धारा 144 लागू है और इंटरनेट सेवा पर भी पाबंदी जारी है. इन सब के बीच लोग आम जिंदगी में वापस लौट रहे हैं, पर छपरा में जो स्थिति बनी उसने आम से लेकर खास सबके बीच एक कठिन सवाल छोड़ दिया है.