पटना, 22 अगस्त (हि.स.)। राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को कहा कि नीतीश कुमार को फुलवरिया में लालू प्रसाद के मंदिर जाने के समय उन पर छाता लगाने वाले एसडीपीओ को लोकसेवक आचार संहिता का उल्लंघन करने के कारण निलम्बित करना चाहिए। नीतीश बताएं कि अधिकारी ने किसके आदेश पर अनुमंडल से बाहर जाकर लालू प्रसाद की ऐसी सेवा की?

सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद जब मुख्यमंत्री थे, तब आईएएस अफसर से पीकदान उठवाते थे। उन्होंने कहा कि यदि राजद सत्ता में रहा तो बिहार में डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को भी लालू प्रसाद या उनके परिवार के किसी व्यक्ति का पीकदान उठाना पड़ सकता है। साथ ही कहा कि लालू प्रसाद किसी संवैधानिक पद पर नहीं, बल्कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और जमानत पर हैं। फिर भी उनकी निजी यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन राजद प्रमुख की सेवा में नतमस्तक रहा।

सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के साथ फुलवरिया में बालू माफिया सुभाष यादव भी था। छाता लगाने वाला एसडीपीओ उनका करीबी रिश्तेदार बताया जाता है। उन्होंने कहा कि इसी सुभाष यादव ने एक ही दिन में राबड़ी देवी के चार फ्लैट खरीद लिए थे। सुभाष के यहां आयकर का छापा पड़ने पर करोड़ों रुपये की अवैध सम्पत्ति का पता चला था। मोदी ने कहा कि लालू और बालू का रिश्ता काफी पुराना है। इसलिए नीतीश सरकार बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने में हिचकती है।

9 सितंबर 2023 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन को लेकर हुई बैठक

Chhapra: आगामी 09 सितंबर 2023 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के संबंध में जिला पदाधिकारी-सह- उपाध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक-सह- सदस्य, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण डॉ गौरव मंगला ने राष्ट्रीय लोक अदालत के तैयारी के निमित्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी के साथ बैठक की।

जिला के सभी प्रखंडों के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में संबंधित प्रखंडों के सरपंच एवं मुखियागण भी उपस्थित थे। जिला पदाधिकारी ने राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस अवसर का ज्यादा से ज्यादा लाभ पक्षकारों को उठाना चाहिए। क्योंकि सुलहनीय वादों को निशुल्क इस अवसर पर निष्पादित किया जाता है।

संबंधित मामलों के निष्पादन एवं नोटिस तामिला के साथ-साथ राष्ट्रीय लोक अदालत का व्यापक प्रचार प्रसार करने कार्य योजना बनाने हेतु बैठक में प्रमुखता से चर्चा की गई।उक्त बैठक में जिला विधि शाखा के प्रभारी पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

छपरा में फोरलेन के समीप युवक का शव बरामद, गला रेतकर हुई है ह’त्या, परिजनों ने प्रेम प्रसंग में लगाया ह’त्या का आरोप

Chhapra: जिले में अपराध इन दिनों चरम पर है विगत कुछ महीनों में अपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है. जिनमे हत्या की वारदात का आंकड़ा बढ़ा है. मंगलवार की दोपहर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फोर लाइन के समीप से एक युवक का शव बरामद हुआ. युवक की हत्या गला रेत हत्या की गई थी. मृतक की पहचान भगवान बाजार थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर इकौना निवासी जयप्रकाश कुमार पिता मुखी राय के रूप में हुआ है.

शव मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फोर लाइन से बरामद किया गया. हालाकि हत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका. फिलहाल पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है.

दिन दहाड़े शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैली गई. घटना के बारे में जानकरी देते हुए मृतक के भाई ने बताया कि मृतक जय प्रकाश दोपहर में घर से गया था और दोपहर बाद मुफस्सिल थाना द्वारा शव मिलने की जानकरी दी गई.

 

महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर आंतरिक एवं स्थानीय समिति के अध्यक्ष और सदस्यों का प्रमंडल स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला अयोजित

Chhapra : सारण जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा आई.सी.डी.एस सारण के तत्वाधान में कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर आंतरिक एवं स्थानीय समिति के अध्यक्ष और सदस्यों का प्रमंडल स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह- कार्यशाला का आयोजन शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया।

इस अवसर पर कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा कहा गया कि कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों का निवारण आंतरिक शिकायत समिति तथा स्थानीय शिकायत समिति के द्वारा किया जाएगा। इसमें दोषी को सजा दिये जाने का प्रावधान है। अगर किसी निर्दोष व्यक्ति को महिला कर्मी के द्वारा गलत ढंग से फसाया जा रहा है तो जाँचोपरांत उसे सजामुक्त भी किया जा सकेगा। जिलाधिकारी के द्वारा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई.सी.डी.एस. को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया गया। ताकि कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न एवं निवारण अधिनियम-2013 की विस्तृत जानकारी आमजनों के बीच पहुँचाया जा सके। इस संबंध में अन्य संबंधित विभाग को भी इस अधिनियम का प्रचार-प्रसार एवं इसका अनुपालन कराने का निदेश दिया गया। सभी विभाग अपने-अपने कार्यालय एवं सार्वजनिक स्थल पर बैनर, पोस्टर एवं पम्पलेट तथा बैठक इत्यादि के माध्यम से जन समुदाय एवं कार्य स्थल पर कार्यरत कर्मियों को इस अधिनियम के बारे में जानकारी देंगे।

जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई.सी.डी.एस. सारण कुमारी अनुपमा के द्वारा बताया गया कि कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न संबंधित मामलों को आंतरित एवं स्थानीय शिकायत समिति के समक्ष 30 दिनों के अंदर अपनी शिकायत दर्ज करनी है। समिति द्वारा दर्ज शिकायत पर 90 दिनों के अंदर मामलों को जाँच कर इसका निष्पादन सुनिश्चित करना है। यह कोई न्यायालीय कार्रवाई नहीं है। इसमें वकील की जरुरत नही पड़ती है। स्वयं वादी एवं परिवादी के ब्यान के आधार पर तथा समिति के द्वारा जाँचोपरांत इसका निर्णय किया जाता है। इसके अंतर्गत वादी एवं परिवादी के ब्यानों तथा निर्णयों को गोपनीय रखा जाता है। संगठित एवं असंगठित कार्यस्थल पर जहाँ 10 कर्मी कार्यरत है। वहाँ समिति का निर्माण होना आवश्यक है। समिति का गठन जिलास्तर पर किया जा चुका है।

कार्यशाला में निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, अपर अनुमंडल पदाधिकारी, छपरा सदर, प्रबंधक संचार एवं प्रलेखा, सी -3 एक्सपर्ट, प्रबंधक, क्षमता वर्धन महिला विकास निगम, पटना, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, छपरा सदर, परियोजना प्रबंधक महिला हेल्प लाइन, जिला मिशन समन्वयक एवं लैगिंक विशेषज्ञ, जिला समन्वयक एवं जिला परियोजना सहायक, पोषण अभियान तथा सारण, सिवान एवं गोपालगंज के आंतरिक एवं स्थानीय समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यगण उपस्थित थे।

छपरा जंक्शन पर 7-8 मिनट में धुलकर साफ हो जाएगी 24 कोच की पूरी ट्रेन, ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट से पानी और मैन पावर की बचत

Chhapra: छपरा कोचिंग डिपो में ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट Automatic Coach Washing Plant की कमिशनिंग रविवार को की गई. इस प्लांट की वाशिंग की क्षमता 70 से 80 यान प्रति घंटा एवं 300-350 यान प्रति दिन है. इस प्लांट के द्वारा पूरे रेक (24 कोच) की धुलाई 7 से 8 मिनट में की जा सकती है.

यह एक कोच की धुलाई में केवल 300 लीटर पानी का उपयोग करता है जबकि पारंपरिक धुलाई कि व्यवस्था से लगभग लीटर प्रति कोच पानी कि खपत 1500लीटर होती है.

इससे प्रति कोच लगभग 1200 लीटर पानी की बचत होगी.प्लांट द्वारा धुलाई हेतु उपयोग किया जाने वाला केमिकल पर्यावरण अनुकूल है. यह सुविधा अपशिष्ट उपचार संयंत्र और जल मृदुकरण संयंत्र से सुसज्जित है जो पानी का पुन उपयोग और पुनर्चक्रण करने में मदद करता है. यह केवल 20 % Fresh Water का इस्तेमाल करता है शेष 80% पानी Dirty Water को Recycle करके उपयोग करता है.

कम पानी के उपयोग और पुनर्नवीनीकरण के साथ, एक ACWP कोच धोने के पारंपरिक तरीकों की तुलना में 96% कम पानी की खपत करता है. इस प्रकार यह अत्यधिक भूजल दोहन को कम करने में भी मदद करता है.

यह कोच के पुरे बाहरी हिस्से को साफ करने के लिए वर्टिकल और होरिजेंटल घुमने वाले नायलोन एवं कपास युक्त ब्रश के साथ उच्च दबाव वाले साबुन घोल और पानी के जेट का उपयोग करता है जो उच्च गुणवत्तापूर्ण सफाई के साथ पानी की बचत भी सुनिश्चित करते है साथ ही सफाई में लगने वाले समय की बचत और मानव श्रम की बहुत कम कर देता है.

भारतीय रेलवे ने ट्रेनों के डिब्बों की सफाई के लिए अत्याधुनिक तरीका विकसित कर लिया है. पूर्वोत्तर रेलवे ने ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट से ट्रेनों के कोचों को साफ करने की शुरुआत कर दी गई है.

इससे घंटों लगने वाले समय की बचत होगी और बड़ी मात्रा में पानी की बर्बादी पर भी रोक लग सकेगी, साथ ही इस नई व्यवस्था से रेलवे कोच चमकते नजर आएंगे रोचक बात है कि इस मशीन से पूरी की पूरी ट्रेन यानी 24 बोगियां 7 से 8 मिनट साफ हो जाएंगी.

मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक वाराणसी मंडल के बनारस कोचिंग डिपो पर इस ऑटोमेटिक कीच वॉशिंग प्लांट की शुरुआत की गई थी जिसके बाद क्रमशः औडिहार और छपरा में इसकी स्थापना की गयी है.

ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट के साथ 30 हजार लीटर क्षमता वाले इफलयुइंड ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) भी लगाया गया है. यह ट्रीटमेंट प्लांट सफाई के बाद बर्बाद होने वाले पानी को रिसाइकिल करेगा, जिससे पानी को दोबारा उपयोग में लाया जा सकेगा.

उन्होंने बताया की पारंपरिक तरीके की वॉशिंग से ट्रेनों की साफ-सफाई में अधिक वक्त लगता है और पानी की खपत भी बहुत अधिक होती है. इसके बावजूद ट्रेन के डिब्बों की सफाई हाईजेनिक ढंग से नहीं हो पाती है. लेकिन अब समय और पानी दोनों की बचत होगी. ऐसे में ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट से ट्रेन के सभी कोच बेहतर तरीके से साफ हो सकेंगे,साथ ही पूरे ट्रेन की एक जैसी सफाई होगी, नए तरीके से बर्बाद होने वाले पानी को भी संरक्षित किया जा सकेगा. यानी सफाई में लगने वाले पानी के 80 फीसदी मात्रा को रिसाइकिल करके दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकेगा.

मशरख में राजद सुप्रीमो लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का कार्यकर्ताओं नें किया भव्य स्वागत

Chhapra: जिले के मशरख थाना क्षेत्र के महाराणा प्रताप चौंक पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का पटना से गोपालगंज जाने के दौरान कार्यकर्ताओं के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मौके पर सारण जिला राजद उपाध्यक्ष राजेश राय, मशरक नगर पंचायत राजद युवा अध्यक्ष वीरेंद्र राय, प्रवीण कुमार, रंजीत कुमार, बिनोद राय सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें।

वही मशरक थाना पुलिस पूरे चौंक चौराहे पर चुस्त-दुरुस्त दिखी और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को हटाती दिखी। महाराणा प्रताप चौंक पर राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत के दौरान उन्होंने काफिला रोका और कार का शीशा नीचे कर सभी का अभिवादन स्वीकार किया और सभी का हाल चाल पूछते हुए पूछा कि यह कौन सा जगह हैं जिस पर राजद कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि मशरख हैं।

बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पटना से कार में सवार होकर पटना से शीतलपुर परसा तरैया मशरक एस एच 73 और मशरक से एन एच 227 ए राम जानकी पथ होकर गोपालगंज जा रहे हैं। जहां रात में सर्किट हाउस में ठहरेंगे और दूसरे दिन अपने पैतृक गांव फुलवरिया जाएंगे।

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधा में उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु छपरा स्टेशन यार्ड में किये जाने वाले इंजीनियरिंग कार्य के फलस्वरूप विभिन्न रेल गाड़ियों का शार्ट टर्मिनेशन एवं शार्ट ओरिजिनेशन किया जा रहा है।

इस आशय की जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि छपरा में यार्ड में कार्य को लेकर गाड़ियों का शॉर्ट टर्मिनेशन किया गया है।

इन गाड़ियों का हुआ है शार्ट टर्मिनेशन

– वाराणसी सिटी से 22 से 30 अगस्त, 2023 तक चलने वाली 05446 वाराणसी सिटी-छपरा अनारक्षित विशेष गाड़ी छपरा के स्थान पर बलिया में यात्रा समाप्त करेगी।

– सोनपुर से 22 से 30 अगस्त, 2023 तक चलने वाली 05247 सोनपुर-छपरा मेमू अनारक्षित विशेष गाड़ी छपरा के स्थान पर छपरा कचहरी में यात्रा समाप्त करेगी।

इन गाड़ियों का हुआ है शार्ट ओरिजिनेशन

– छपरा से 22 से 30 अगस्त, 2023 तक चलने वाली 05445 छपरा-वाराणसी सिटी अनारक्षित विशेष गाड़ी छपरा के स्थान पर बलिया से चलायी जायेगी।

– छपरा से 22 से 30 अगस्त, 2023 तक चलने वाली 05248 छपरा-सोनपुर मेमू अनारक्षित विशेष गाड़ी छपरा के स्थान पर छपरा कचहरी से चलायी जायेगी।

इनरव्हील क्लब ऑफ सारण के सावन मिलन में शालिनी अग्रवाल बनी सावन क्वीन

Chhapra: इनर व्हील क्लब ऑफ सारण ने शहर के एक स्थानीय होटल में सावन मिलन समारोह का आयोजन किया। आयोजन का शुभारंभ अध्यक्ष तनुजा जायसवाल, सचिव अंजू फैशन, पूर्व अध्यक्ष अनिता राज ने दीप जलाकर किया। मौके पर सावन से जुड़े गीत संगीत में नृत्य किया। सभी महिलाओं ने एक से बढ़कर एक गीतों और और डांस की प्रस्तुति दे जमकर मस्ती की।

फिर शुरू हुई प्रतियोगिता का दौर, मेहंदी प्रतियोगिता, ड्रेस प्रतियोगिता, माचिस गेम, हाउजी। मेहंदी प्रतियोगिता में रीना गुप्ता प्रथम, संजू गोल्ड द्वितीय और मंजू गुप्ता को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। वही सबसे लाजवाब गेम था माचिस के डब्बी में हरा रंग के सामानों को ज्यादा से ज्यादा भरना, जिसमे शालिनी अग्रवाल ने बाजी मार ली एक माचिस की डब्बी में 68 वस्तुओं को समाहित कर सबको चौका दिया। वही सबसे सुंदर ड्रेस प्रतियोगिता में भी शालिनी अग्रवाल ही बाजी मार सावन सुंदरी का खिताब जीत लिया, हरी सब्जियों, हरे फूल पत्तियों से अपने आप को सजा ये संदेश भी दिया कि प्राकृतिक रूप से सजने संवरने की तमाम साधन प्रकृति ने दे रखा जरूरत सिर्फ उसे तरीके से इस्तेमाल करने की है।

डांस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर अंकिता जायसवाल, द्वितीय पिंकी गुप्ता और तृतीय स्थान पर शालिनी अग्रवाल चुनी गई। इस अवसर पर हाउजी का खेल भी खेला गया जिसमे फूल हाउजी का पुरस्कार प्राची अग्रवाल ने जीता।

अंत मे सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार अध्यक्ष तनूजा जायसवाल, सचिव अंजू फैशन ने दिया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अध्यक्ष अनिता राज ने किया। इस अवसर पर अन्नू जायसवाल, सीमा देवी, शिल्पी कुमारी विनीता अग्रवाल एवं अन्य सदस्य मौजूद थी।इसकी जानकारी मीडिया प्रभारी रूपा राज ने दी।

रोटरी क्लब छपरा द्वारा सावन मिलन समारोह का किया गया आयोजन

Chhapra: रोटरी क्लब छपरा द्वारा रोटेरियन डॉ बीके सिन्हा के आवास पर सावन मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में सावन के गीतों पर लोगों ने जमकर मस्ती की साथ ही कई मनोरंजक खेलों का अयोजन किया जिसमे सदस्यों ने भाग लिया.

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रोटेरियन डॉ एचके वर्मा और डॉ मृदुल शरण ने किया. इस मौके पर रोटरी क्लब छपरा के सचिव अमरेंद्र कुमार सिंह अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि क्लब के सदस्य हर एक परिस्थिति में मानवता की सेवा करते हैं लेकिन समय-समय पर मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है.

जिससे क्लब के सदस्यों को एक दूसरे से जुड़ने का मौका मिलता है और नई ऊर्जा के साथ कार्य करते हैं.

वहीं क्लब के अध्यक्ष इंजीनियर अमरेश मिश्रा ने क्लब के सदस्यों को आगामी कार्यक्रमों के बारे में बताया और कहा कि रोटरी ब्लड बैंक क्लब का अगला सबसे बड़ा लक्ष्य है जिसे मिलकर पूरा करना है.

इस मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिसमें सफल होने वाले सदस्यों को पुरस्कृत भी किया गया.

इन कार्यक्रमों में बुद्धिमान बबुआ में 1. स्वर्णा सिंह 2. माही सिंह 3.दीपाली 4. नमिता 5. अनमोल सिंह द्वितीय 1. रीयांश तृतीय 1. पीहू प्रियदर्शनी 2.रितिक पुरस्कृत हुए.

बीबी नम्बर वन मे 1. आशा शरण प्रथम 2. उषा वर्मा द्वितीय 3. प्रियदर्शनी किशोर और रुचि सिंह तीसरे स्थान पर रही।

मस्त मौला में संतोष गुप्ता, प्रथम 2.करुणा सिन्हा, द्वितीय और अभिषेक हर्षवर्धन को तीसरा स्थान मिला. बेस्ट कपल अवार्ड के लिए रोटेरियन संजीव कुमार और राखी को पुरस्कृत किया जबकि सदाबहार कपल के लिए रोटेरियन सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव और किरण सहाय को सावन किंग के लिए रो. रंजीत आर्या और सावन क्वीन कंचन सोनी को पुरस्कृत किया गया.

इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से निशिकांत तिवारी, कुमार सौरभ, नवनीत कुमार, हिमांशु किशोर, पुनितेश्वर, चंद्रकांत सिंह, शहीद कई जर्मन लोगों उपस्थित रहे.

-विज्ञान पत्रकारिता से जुड़े विजय कुमार शर्मा बता रहे हैं लूना-25 के क्रैश होने के बाद चंद्रयान क्यों है पूरी दुनिया के लिए खास और क्या होती है सॉफ्ट लैंडिंग

कोलकाता, 21 अगस्त (हि.स.)। रूस के चंद्र मिशन लूना-25 के क्रैश होने के बाद अब भारत के चंद्रयान-3 पर पूरी दुनिया की निगाहें टिक गई हैं। महज चंद घंटों बाद चंद्रयान-3 चंदा मामा की दुर्गम सतह के “सॉफ्ट आलिंगन” के उस वादे को पूरा करने के लिए तैयार है जो आज से तीन साल पहले (2019) 125 करोड़ देशवासियों ने चंद्रयान-2 के गुमशुदा हो जाने के बाद चांद से किया था।

आज (सोमवार) लूना-25 को भी चांद के सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी लेकिन रविवार को ही उसका रूसी अंतरिक्ष एजेंसी से संपर्क टूट गया और दावा किया जा रहा है कि चांद की सतह से टकराकर हार्डवेयर डैमेज की वजह से मिशन को अंजाम देने में फेल हो गया है। इसके साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा कर दी है कि 23 अगस्त (बुधवार) शाम करीब 6:00 बजे चंद्रयान-3 चांद के उस दक्षिणी हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा जहां अरबों साल से सूरज की रोशनी नहीं पहुंची है।

आखिर क्या होती है सॉफ्ट लैंडिंग और चंद्रयान-3 से पूरी दुनिया को क्या उम्मीदें हैं। इसे मशहूर विज्ञान लेखक विजय कुमार शर्मा ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है।

उन्होंने कहा, “स्पेस मिशन लॉन्च करना कोई मुश्किल नहीं है। स्पेसशिप का गंतव्य तक पहुंच जाना भी मुश्किल नहीं है। उसका सबसे खतरनाक, चुनौतीपूर्ण और असाध्य हिस्सा सफलतापूर्वक लैंडिंग होता है। कोई चाहे कितना भी एक्सपर्ट हो, यही एक ऐसी चीज है जिसमें विफलता की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। सॉफ्ट लैंडिंग ही एकमात्र उपाय है जो दुनिया भर के स्पेस मिशन के विभिन्न खगोलीय पिंडों पर सुरक्षित लैंडिंग का रास्ता सुनिश्चित करेगा।”

सॉफ्ट लैंडिंग मैकेनिज्म के तकनीकी पहलू को सरल शब्दों में स्पष्ट करते हुए विजय बताते हैं कि स्पेस शिप उतारने के दौरान नीचे की दिशा में रॉकेट फायर किए जाते हैं ताकि न्यूटन के क्रिया के बराबर प्रतिक्रिया के नियम अनुसार ऊपर की दिशा में धक्का लगे और स्पेसशिप की रफ्तार धीमी हो। रफ्तार धीमी करनी इसलिए जरूरी है कि चांद अपने गुरुत्वाकर्षण की वजह से स्पेसशिप को अपनी सतह की ओर तेज रफ्तार में खींच रहा होता है और अगर रफ्तार धीमी नहीं हुई तो स्पेसक्राफ्ट सतह से टकराकर नष्ट हो जाता है। इससे पूरा मिशन फेल हो जाता है। चंद्रयान-3 में रॉकेट बूस्टर लगे हैं जिनको नीचे की और फायरिंग किया जाएगा। इससे उसकी रफ्तार धीमी होगी और चांद की सतह तक पहुंचने तक ऑन बोर्ड कंप्यूटर से इस तरह से कमांड सेट किए गए हैं कि चांद के ग्रेविटी को कैंसिल करते हुए बिल्कुल शून्य रफ्तार कर इसके सतह को छुएगा। उसके बाद विक्रम चंद्रयान-3 से निकलकर वन लूनर डे यानी चांद के एक दिन जो धरती के 14 दिनों के बराबर है, सतह पर मिट्टी के सैंपल लेकर रिसर्च करेगा।”

चांद की सतह पर उतर रहे चंद्रयान-3 की गति धीमी करने के लिए सतह के करीब पैराशूट का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा सकता है? इस सवाल पर वह कहते हैं कि चांद की धरती पर हवा नहीं है। इसीलिए वहां पैराशूट काम नहीं करेगा। एकमात्र उपाय नीचे की ओर रॉकेट की फायरिंग है ताकि ऊपर की ओर लगे उसके धक्के से चंद्रयान की गति कम हो। विजय इस बात की उम्मीद जताते हैं ति इस बार चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की उम्मीद पूरी दुनिया को है, क्योंकि चंद्रयान-2 की विफलता से भारत ने सबक सीखा है और इस मिशन में कई बदलाव किए हैं।

चंद्रयान-3 की खूबियों का जिक्र करते हुए विजय ने कहा कि 2019 में भारत ने जब चंद्रयान-2 लॉन्च किया था तब कुछ ही दिनों के अंतराल पर इजरायल ने बेरेशीट, जापान ने हकूटो आर और एक दिन पहले ही रूस ने लूना-25 गंवाया है। इन सभी मिशनों को विफलता हाथ लगी। खास बात यह है कि चांद पर उतरने की कोशिश करने वाले विफलतम देशों में एकमात्र भारत ही है जो महज तीन सालों के अंतराल पर दूसरा प्रयास कर फिर चांद की वायुमंडल में दस्तक दे चुका है। इसीलिए चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक चांद के उस हिस्से में उतरना बेहद अहम है जहां आज तक रोशनी नहीं पहुंची।

वो कहते हैं कि यहां अगर सफल लैंडिंग होती है तो इस हिस्से में सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश भारत होगा। विजय कहते हैं-” आज से 50 वर्ष के भीतर हम इंसानों के भेजे अंतरिक्षयान मिल्की-वे गैलेक्सी के विभिन्न हिस्सों में अपनी आमद दर्ज करा रहे होंगे। उन सुदूर मौजूद ग्रहों तक प्रकाश की गति से भेजे हमारे सिग्नल्स को भी स्पेसशिप तक पहुंचने में घंटों, हफ्तों, महीनों अथवा वर्षों का समय लगेगा। तब एकमात्र यही तरीका बचता है कि हम “सेफ लैंडिंग” की प्रक्रिया पूर्वनियोजित रूप से इंस्टॉल करके स्पेसशिप्स को दूसरे संसारों के सफर पर रवाना करें। जब तक हम अपने बगल में मौजूद चांद पर सेफ लैंडिंग में दक्षता हासिल नहीं कर लेते, तब तक अंतरिक्ष विस्तार की मानवीय महत्वकांक्षाओं पर सवालिया निशान बने रहेंगे। इसलिए चांद पर अगर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होती है तो यह भविष्य के अंतरिक्ष मिशन को सबसे सफल दिशा देने वाला होगा।”

साल 2019 में भारत के महत्वकांक्षी चंद्रयान-2 मिशन की विफलता के बावजूद उससे हुए वैज्ञानिक लाभ का जिक्र करते हुए विजय कहते हैं, “महानतम अभियानों के शुरुआती दौर अक्सर मायूसी भरे होते हैं। 2019 में चंद्रयान-2 से संपर्क टूट जाने के बाद इसरो प्रमुख के शिवन को पड़े थे। पूरे देश में उदासी थी। मायूसी के उस दौर में भी दो दिनों तक सवा सौ करोड़ निगाहें रात के आसमान में टकटकी लगा कर चांद को निहार रही थीं, मानों किसी खो गए अपने को खोज रही हों। इस विफलता से एक संकल्प का जन्म हुआ था। वह था, आज नहीं तो कल, देर-सबेर… हम फिर आएंगे और चांद के सीने पर तिरंगा फहराएंगे। यह 125 करोड़ लोगों का चांद से किया गया वादा था, जिसे निभाने के लिए चंद्रयान-3 बिल्कुल करीब पहुंचकर दस्तक दे चुका है।

विजय शर्मा विज्ञान पत्रकारिता का प्रमुख नाम हैं। ब्रह्मांड के अनंत रहस्यों और विज्ञान के रोमांचकारी प्रयोगों को लेकर सबसे पहले “बेचैन बंदर” और उसके बाद “महामानव” दो किताबें लिखी हैं। इनमें से बेचैन बंदर को 2019 में भारत सरकार का राजभाषा मंत्रालय पुरस्कृत कर चुका है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें इसके लिए सम्मानित कर चुके हैं।

नई दिल्ली, 21 अगस्त (हि.स.)। चंद्रयान-3 इतिहास रचने के महज कुछ ही घंटों की दूरी पर है। चांद पर लैंडिंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 23 अगस्त शाम 5.45 मिनट पर चंद्रयान-3 चांद पर कदम रखेगा। इस बीच सोमवार को चंद्रयान-2 ने चंद्रयान -3 का औपचारिक स्वागत किया। दोनों के बीच दोतरफा संचार स्थापित हो गया है। इससे पहले इसरो ने यान द्वारा ली गई चंद्रमा की कुछ तस्वीरें भी साझा की।

सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट करके कहा कि चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल का स्वागत किया। दोनों के बीच द्विपक्षीय संपर्क स्थापित किया गया है। उल्लेखनीय है कि साल 2019 में भारत ने अपना मिशन चंद्रयान-2 लॉन्च किया था लेकिन सॉफ्ट लैंडिंग में गड़बड़ी हो गई थी। चंद्रयान-2 क्रैश हुआ लेकिन इसने अपना काम किया था।

चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पिछले 4 साल से चांद के इर्द-गिर्द चक्कर लगा रहा है और अपना काम कर रहा है। अब चार साल के बाद जब विक्रम लैंडर फिर से चांद के पास पहुंचा है तब चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर एक्टिव हुआ है।

नई दिल्ली, 21 अगस्त (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सोमवार को पाकिस्तान और श्रीलंका की मेजबानी में खेले जाने वाले एशिया कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी है। टीम में चोट के कारण लंबे समय से बाहर चल रहे श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की वापसी हुई है, जबकि संजू सैमसन को स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में रखा गया है। युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा हार्दिक पांड्या को टीम का उपकप्तान बनाया गया है।

तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और प्रसिद्ध कृष्णा के ऊपर होगी, जबकि स्पिन विभाग का जिम्मा कुलदीप यादव के ऊपर होगी। हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर पर होगा।

एशिया कप के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है-
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, केएल राहुल, ईशान किशन, हार्दिक पांड्या (उपकप्तान), रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।

स्टैंडबाय खिलाड़ी- संजू सैमसन।