Chhapra: मुफस्सिल थाना पुलिस ने बिन टोलियां के समीप अपराध की योजना बना रहे तीन अपराधियों को धर दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों के पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, मोबाइल के साथ दुपहिया वाहन भी जप्त किया गया है. पकड़े गए अपराधियों की पुलिस को कई मामलों में तलाश थी.

मुफ्फसिल थाना में इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने बताया कि 2 जुलाई को दोपहर 2:30 बजे बिंद टोलिया के समीप अपराध की योजना बना रहे तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों में उमा नगर के आनंद शंकर, मेहियां के राकेश कुमार सिंह एवं टाड़ी अमन कुमार शामिल है.

पुलिस ने आनंद शंकर के पास से एक देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस एवं एक मोबाइल के साथ अपाची मोटरसाइकिल तथा राकेश कुमार सिंह के पास से एक देशी कट्टा, एक जिंदा कारतूस और एक पल्सर बाइक बरामद की गई है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि तीनों अपराधी पूर्व के कई मामलों में शामिल हैं और जेल भी जा चुके है. एसपी श्री राय ने बताया की पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने स्वीकार की है, जिसमें मुख्य रूप से भेल्दी में गोली मारकर मोटरसाइकिल लूट की घटना शामिल है.

तीनों अपराधी गरखा थाना क्षेत्र के स्थित बैंक ऑफ इंडिया के स्टाफ से पैसा लूटने की योजना बना रहे थे. पुलिस के अनुसार आनंद शंकर जिले के विभिन्न थानों में 8 मामले दर्ज हैं. वही राकेश कुमार सिंह 6 मामले एवं अमन कुमार दो मामला दर्ज है. पुलिस ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद राहत की सांस ली है.

Chhapra: सारण पुलिस के कप्तान हरकिशोर राय ने एकमा तथा भेल्दी के थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. दोनों थानेदारों को कर्तव्यहीनता के आरोप में शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया.

पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि भेल्दी थाना का थानाध्यक्ष विकास कुमार को बनाया गया है. जबकि एकमा में नए थानाध्यक्ष के रूप में मोहम्मद जकरिया को तैनात किया गया है.

एसपी ने बताया कि भेल्दी थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले एक युवक का शव बरामद किया गया था, जिसके गायब होने की सूचना परिजनों के द्वारा दी गई थी. इस मामले में थानाध्यक्ष राजेश कुमार के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी.

वही एकमा में तीन दिनों पहले हुई हत्या के मामले में भी एकमा थानाध्यक्ष संतोष कुमार के खिलाफ लापरवाही बरतने का आरोप है. साथ ही एकमा थाना क्षेत्र में शराब के अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा था, जिसको रोकने में थानाध्यक्ष लापरवाही बरतते रहे थे.

स वजह से जिला मुख्यालय से एसआइटी की टीम ने छापेमारी की थी उन्होंने बताया कि ने थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से योगदान करने और कार्यभार संभालने का निर्देश दिया गया है.