Chhapra: कोरोना के संक्रमण के इस दौर लॉक डाउन के कारण घरों में लोग बंद है. ऐसे में बच्चों की मांगों को भी पूरे नही कर सकते. उसमे भी जब किसी बच्चे का जन्मदिन आ जाये तो अभिभावक उसके लिए केक कैसे लाये ये बड़ी समस्या है.

इन सब के बीच सारण पुलिस ने एक 5 साल की बच्ची के जन्मदिन पर उसे केक और बैलून पहुंचा कर उसे बर्थडे गिफ्ट दिया है.

सारण के पुलिस कप्तान हरकिशोर राय ने बताया कि छपरा शहर के उमा नगर निवासी मनोज कुमार ने पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय के मैसेंजर पर अपनी 5 वर्ष की पोती पीहू रानी का आज जन्मदिन होने की सूचना दी. साथ ही lockdown के कारण जन्म दिन नहीं मना पाने का मलाल व्यक्त किया. जिस पर पुलिस महानिदेशक के आदेश पर अपना सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए पीहू के जन्मदिन को स्पेशल बनाने का प्रयास किया.

 

पुलिस ने इस दौरान पीहू के लिए केक और बलून पहुंचाया. जिसको पाकर पीहू समेत पूरा परिवार खुश दिखा. केक लेकर पहुंचे छपरा के ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने बच्ची से DGP को फोन से बात भी कराया. जिसके बाद बच्ची ने DGP को Thanks कहा.

महामारी और लॉक डाउन के इस दौर में पुलिस के इस प्रयास की सराहना हो रही है.

‘मोगाम्बो खुश हुआ’ यह डायलॉग जब भी लोगों को सुनने को मिलता है तो इस किरदार को परदे पर निभाने वाले दमदार अभिनेता अमरीश पुरी याद आते है. हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर अमरीश पुरी की आज जयंती है.

अमरीश पुरी की जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर उनको याद किया है. अमरीश पुरी का जन्म पंजाब राज्य के जालंधर में 22 जून 1932 को हुआ था.

वे भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक थे. 1971 में ‘रेशमा और शेरा’ फिल्म से उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी.

अमरीश पुरी को फिल्म मिस्टर इंडिया में मोगाम्बो के किरदार को लोग आज भी याद करते है. इसके साथ ही उन्होंने फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाये थे. फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे में उन्होंने दमदार अभिनय किया था.
12 जनवरी 2005 को अमरीश पुरी का निधन हो गया. उनके किरदार, डायलॉग्स को लोग आज भी पसंद करते है.