Bhojpur: जिले के सहार थाना क्षेत्र अन्तर्गत हातिमगंज गांव के समीप गुरुवार की देर रात चाकू गोदकर युवक की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. शुक्रवार की सुबह सड़क किनारे से युवक का शव बरामद किया गया.बरामद शव की पहचान सहार के बड़की खड़ाव गांव निवासी उधो मौआर के 25 वर्षीय पुत्र छोटू कुमार के रूप मे हुई है. मृतक भोजपुर में बालू का व्‍यवसायी था. उसके शरीर पर चाकू व लोहे के रॉड के निशान पाए गए है.

घटना को लेकर स्थानीय लोगो का कहना है कि छोटू रात को गाड़ी पर बालू लोड कराने की बात कहकर घर से निकला था पर देर रात घर वापस नहीं लौटा. सुबह उसके शव मिलने की जानकारी जैसे ही स्वजनों को मिली वो घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. उसके शरीर पर चाकूओं के निशान पाए गए. हत्‍या के दौरान उसे लोहे की रॉड से पीटे जाने के भी निशान मिल है.

आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम, पुलिस ने समझा बुझाकर यातायात को किया सुचारू

हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ नासरीगंज-सकड्डी हाईवे को जाम कर दिया. सड़क पर उतरे लोग अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने सड़क पर उतरे लोगों को किसी तरह समझा-बुझा कर सड़क जाम हटवाया.
घटना से गांव में मातम का माहौल है. स्‍वजनों की करुण चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया है. पोस्‍टमॉर्टम के बाद देर शाम तक शव का अंतिम संस्‍कार कर दिए जाने की संभावना है. अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है. हालांकि, पुलिस पुरानी रंजिश सहित अन्‍य सभी संभावित बिंदुओं को ध्‍यान में रखकर अपनी जांच शुरू कर चुकी है.

Chhapra: यातायात व्यवस्था को लेकर सारण पुलिस द्वारा किया जा रहा प्रयास अबतक कारगर साबित नही हो सका है. वन वे ट्रैफिक, चौक चौराहों पर पुलिस बलों की तैनाती, चौड़ी सड़कें होने के बावजूद आख़िरकार इस शहर को सड़क जाम से निजात नही मिल रही.

रविवार के बाद सोमवार को दिन चढ़ने के साथ ही शहर का मुख्य बाजार जाम से जूझता रहा. वन वे ट्रैफिक नियम वाली सड़कों से आई तस्वीर अपनी आपबीती खुद बयान कर रही थी.

नगरपालिका चौक से लेकर मौना चौक होते हुए गांधी चौक तक वन वे होने के बावजूद दोनों तरफ से वाहनों की कतार लगी थी. जाम इतना ज्यादा था कि इस सड़क पर पैदल चलना भी दूभर था. सड़कों के किनारे बाइक और चारपहिया वाहनों का अतिक्रमण इसकी प्रमुख वजह थी. साथ ही साथ वन वे ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर चलने वाले लोग हो इस जाम की समस्या को उत्पन्न कर खुद ही उसमें फंसे रहे. लेकिन इसके बावजूद सबसे ज्यादा दोष उनका कहा जा सकता है जो इस व्यवस्था को सुचारू करने के लिए सभी चौक पर खड़े थे.

आमजनता जाम से जूझ रही थी और वह सड़क किनारे अपनी ड्यूटी बजा रहे थे. वन वे ट्रैफिक में वाहनों का उल्टी दिशा से आखित कैसे आयी, बिना पार्किंग सड़कों पर गाड़िया क्यों खड़ी रही, यातायात व्यस्था को सुचारू रखने के साथ साथ इनसब कार्यो पर नज़र रखना भी उनकी जवाबदेही है.

शहर की सड़कों का हाल प्रतिदिन लगभग एक जैसा ही है. दिन चढ़ने के साथ शहर में भीड़ बढ़ती है, जिससे गाड़ियों की संख्या बढ़ती है इस बीच गाड़ियों को खड़ा करने के साथ एकदूसरे से आगे निकलने की होड़ में जाम लग जाता है जो धीरे धीरे बढ़ जाता है. हालांकि शाम होने के साथ यह जाम खुद ही समाप्त हो जाता है. लोग इससे जूझते हुए खुद ही रास्ता बनाकर आगे निकलते जाते है. लेकिन विधि व्यस्था वाले मूकदर्शक की तरह अपनी ड्यूटी बजाते है. कुछेक प्रयास भी करते है लेकिन इस समस्या को दूर करने के उपाय नदारद है. कमोबेश यह स्थिति पूरे शहर की है.

Isuapur: गंडक के बढ़े जलस्तर ने सिर्फ पानापुर ही नही पड़ोस के कई अन्य प्रखंडों में भी अपना असर छोड़ा है. पहले बारिश और फिर बाढ़ दोनों के कारण निचले इलाकों में जलस्तर बढ़ गया है. पानी के बढ़ने के बाद प्रखण्ड के सभी चंवर पूरी तरह लबालब है वही पानी निचले इलाके के घरों तक पहुंच चुका है. घरों में पानी घुसने से आक्रोशित पीड़ितों ने रविवार को छपरा मशरख मुख्य पथ को जाम करते हुए आगजनी की.

प्रखंड के बेला बासुदेव नगर को लोगों ने मुख्य मार्ग को घंटो अवरुद्ध किया और प्रशासन से जलनिकासी का उपाय करने की मांग की. जिससे कि पानी दूसरी जगह जा सकें. सड़क जाम होने के कारण घंटों सड़कों पर वाहनें खड़ी रही. सड़क जाम के कारण इसुआपुर और मशरख दोनों तरफ कई किलोमीटर तक ट्रकों की कतार लगी रही. हालांकि स्थानीय प्रशासन के बातचीत और आश्वासन के बाद 3 घंटे के लंबे जाम के बाद पुनः यातायात बहाल हुई.

पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि बारिश और बाढ़ के बाद जलस्तर बढ़ा है. चंवर भरचुका है और अब उनके घरों में पानी है. उनका कहना है कि जलनिकासी के सभी रास्ते बंद कर दिए गए है जिससे कि पानी अन्य गांव के चंवर एवं खेतों में जा सकें. पानी की निकासी नही होने के कारण घरों में पानी बह रहा है और परिवार के लोग भयभीत है. प्रशासन जल निकासी के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराकर साफ कराए जिससे कि पानी दूसरी जगह जा सकें.

Chhapra: एक दो हजार में दम नही 10 हजार से कम नही. यह मांग स्कूलों में मध्यान भोजन बनाने वाली रसोइयों की है. सोमवार को सैकड़ों की संख्या में रसोइयों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. रसोइयों के प्रदर्शन के दौरान नगरपालिका चौक कुछ देर के लिए पूरी तरह से जाम हो गया.

आक्रोशित रसोइया सरकार विरोधी नारे लगा रही थी. रसोइयों की मांग थी कि उनके वेतनमान को बढ़ाया जाए.

रसोइयों के आक्रोश को देखते हुए नगर थाना प्रभारी राजीव नयन मौके पर पहुंचे और समझा बुझा कर जाम ख़तम कराया.

रसोइयों के प्रदर्शन से सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया. बड़ी मशक्कत से ट्रैफिक को सामान्य किया जा सका.

छपरा: जिले में इन दिनों अगलगी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है. गर्मी और तेज पछुआ हवाओं के चलने से छोटी से चिंगारी भयानक रूप लेते हुए फसल और घर को अपने चपेट में ले ले रही है.

ऐसे में अग्निशमन विभाग की जबाबदेही भी बढ़ गयी है. प्रतिदिन अग्निशमन वाहन शहर की सड़कों पर आते जाते देखे जा सकते है. अग्निशमन कर्मियों को घटनास्थल पर पहुँचने की हड़बड़ी होती है. ऐसे में सड़क पर लगा जाम उनकी राह में बाधा उत्पन्न करता है. कर्मियों को आग के साथ साथ सडकों पर लगने वाले जाम से भी जूझना पड़ रहा है.  

सोमवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब थाना चौक से भगवान बाजार की ओर जा रहा अग्निशमन वाहन घंटों जाम में फंसा रहा. अग्निशमन वाहन के चालक समेत पुलिसकर्मी जाम से निकलने की कोशिश करते दिखे. उस वक़्त शहर में आंगनवाड़ी सेविकाओं की रैली निकली थी. काफी मशक्कत के बाद वाहन को जगह मिल सका.

सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते अग्निशमन वाहनों को घटनास्थल पर पहुँचने में होने वाली देरी से उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से से जूझना पड़ता है. ऐसे में जब कभी भी आप सड़क पर वाहन चला रहे हो तो आपको चाहिए कि अग्निशमन वाहन को रास्ता देते हुए उनके लिए मार्ग को खाली करने की कोशिश करें.

जाम में फंसा अग्निशमन वाहन   

छपरा:  भगवान बाजार थाना क्षेत्र के काशी बाजार मेन रोड पर ट्रक की चपेट में आने से एक मोटरसाईकल सवार व्यक्ति की मौत हो गयी. मृतक नैनी गाँव के हवालदार सिंह का 35 वर्षीय पुत्र रणजीत सिंह बताया जाता है. सड़क दुर्घटना में मौत में बाद शव को छपरा सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने एक बार फिर शव के साथ काशी बाज़ार मेन रोड को जाम कर दिया.

आक्रोशित लोगों ने सड़क पर टायर जला कर आवागमन बाधित कर दिया. वहीँ सड़क के दोनों ओर खड़े लगभग 2 दर्जन वाहनों के शीशे तोड़ उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया. लगभग डेढ़ घंटे तक तोड़फोड़ होता रहा पर पुलिस नहीं पहुंची. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने सड़क जाम कर रहे लोगों को खदेड़ा तब जाकर बाधित परिचालन को सुचारू कराया जा सका।

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