Patna: बिहार सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए बड़ी घोषणा की है. सरकार की कैबिनेट ने वर्ग एक से लेकर 11 वी तक के छात्रों को बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में प्रवेश की अनुमति दे दी है. हालांकि इसमें 10वी के छात्र शामिल नही है.

इस आशय से सम्बंधित पत्र भी विभाग ने जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग के उपसचिव द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए विगत 17 मार्च से 14 अप्रैल तक विद्यालय बंद है. इसी बीच सरकार ने Lockdown की घोषणा की है. इस परिस्थिति में विद्यालयों में वार्षिक परीक्षा का आयोजन नही हो सकता. जिसको लेकर सरकार के विचारोंपरांत शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कक्षा 1 से 11 वी तक 10वी कक्षा को छोड़कर अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाएगी.

Chhapra: अंतराष्ट्रीय सामाजिक संस्था लायंस क्लब द्वारा शनिवार को कोरोना वायरस के प्रति लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया.शहर के एक निजी विद्यालय में स्कूल आयोजित कार्यक्रम में लायंस क्लब के पदाधिकारियों द्वारा शिक्षक एवं विद्यार्थियों के मध्य निःशुल्क मास्क वितरित किया गया. इस अवसर पर लायंस क्लब के सदस्य लायन डॉ शशि रंजन ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है.

यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है. वर्तमान माहौल को देखते हुए चेहरे पर मास्क पहनना अति आवश्यक है. विद्यालय परिवार की तरफ से डायरेक्टर नागेंद्र कुमार सिंह ने लायंस क्लब के तरफ से आये आगंतुक अतिथियों के प्रति अपना आभार प्रकट किया.

इस अवसर पर मुख्य रूप से लायंस क्लब के अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल, सेक्रेटरी सोनालाल सिंह, डॉ शशि रंजन मौजूद थे.

Chhapra: छपरा के विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शनिवार को दिवाली उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस समारोह के दौरान विद्यालय में विभिन्न प्रकार की कलात्मक प्रतियोगिता, रूप सज्जा प्रतियोगिता तथा आकृष्ट रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

जिसके अंतर्गत विद्यालय के अधिकांश नन्हे-मुन्ने एवं होनहार छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सभी विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति में कोई कसर नहीं छोड़ी. वहीं रूप सज्जा प्रतियोगिता के प्रतिभागियों ने अपने आकर्षक प्रदर्शनी सभी दर्शकों का मन मोह लिया. वहीं बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक रंगोली बनाकर अपनी अनोखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया.

इसके अतिरिक्त बच्चों ने अपनी बौद्धिक क्षमता का प्रयोग करते हुए सुंदर एवं कलात्मक बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. यह देख उपस्थित लोगों की नजर इन सामग्रियों से हटने का नाम नहीं ले रही थी. इसके साथ ही बच्चों ने दीपावली पर्व पर प्रकाश डालते हुए उसके महत्व व उसके मनाने का उद्देश्य तथा आपसी भाईचारे के साथ खुशियां बांटते हुए निबंध वचन किया.

निर्णायक मंडल की ओर से उत्कृष्ट प्रतिभागियों में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र तथा विशिष्ट पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.

वहीं विद्यालय के निदेशक सह रिवीलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज एवं प्राचार्य नीलम सिंह ने समस्त छात्र-छात्राओं को शुभ आशीष प्रदान करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दी तथा उन्होंने कहा कि विद्यालय में शिक्षा और अनुशासन के साथ बच्चों में कलात्मक गुणों का समावेश भी आवश्यक है. इसके जरिए बच्चे अलग एवं अनोखी पहचान बना सकते हैं.

वहीं रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह विद्यालय के निदेशक डॉ राहुल राज ने विद्यालय सदस्यों को शुभकामना देते हुए छपरा शहर के संपूर्ण विद्यालय एवं अन्य छपरा वासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी. उन्होंने इस दीपावली को प्रदूषण रहित एवं स्वच्छता परिपूर्ण बनाने के लिए लोगों की अपील की.

Chhapra: 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती बेशक यही सबकी जुबान पर रहता है कि आज राष्ट्रपिता की जयंती है. शहर से लेकर गांव तक शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा विभाग के प्रशासनिक निर्देशो को पालन करते हुए छूट्टी में भी विद्यालय खोलकर महात्मा गांधी की जयन्ती मनाई गई. लेकिन यह अफसोस है राष्ट्रपिता के जन्मदिन के दिन यानी 2 अक्टूबर को ही जन्मे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को लोग भूल गए.

किताबो में भले ही लाल बहादुर शास्त्री की जीवन कथा उनकी बहादुरी की पढ़ाई विद्यालयों में की जाती हो, बच्चो को उनके जीवन आदर्श पर चलने की बात भी बताई जाती हो लेकिन जयंती पर उन्हें एक फूल भी उसी विद्यालयों में नसीब नही हुआ.

हालांकि यह गलती विद्यालय की नही है बल्कि वहाँ रहने वाले शिक्षको की हो सकती है पर दोष हम उनको भी नही दे सकते है. उन्होंने तो प्रशासनिक पत्र के निर्देश का पालन किया. वह भी सिर्फ राष्ट्रपिता को याद कर अपनी ड्यूटी बजाते हुए चले गए.

शिक्षा विभाग ने विगत दिनों एक पत्र जारी करते हुए सूबे के सभी विद्यालयों में राष्ट्रपिता की जयन्ती मनाने का निर्देश दिया था. बच्चो में महात्मा गांधी के विचार, जीवन दर्शन और किये कार्यो को लेकर विद्यालयों में बताने का निर्देश था, लेकिन उसी पत्र में लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाने का जिक्र करना भूल गए.

आलम यह हुआ कि गांधी जयंती ओर महात्मा गांधी पर चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया गया. बतौर कार्यक्रम का आयोजन कर सभी विद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षको और बच्चो की उपस्थिति भी छुट्टी में हुई, तस्वीर पर फूल-माला भी चढ़ा. लेकिन उसी दिन जन्मे लाल बहादुर शास्त्री को ना याद किया गया ना एक पुष्प अर्पित किया गया.

Chhapra: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों की ओडीएल प्रशिक्षण की परीक्षा की तिथि निर्धारित होने वाली है. एससीईआरटी और परीक्षा समिति के समन्वय के बाद गठित कमिटी की बैठक में कई प्रस्ताव पर आपसी सहमति बनी है.

गठित समिति के प्रस्ताव के अनुसार ओडीएल प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय सेमेस्टर, तृतीय सेमेस्टर एवं चतुर्थ सेमेस्टर की सभी लंबित परीक्षाओं के लिए प्रस्तावित तिथि का निर्धारण किया गया है.

जिसके अनुसार सभी ओडीएल की लंबित परीक्षाएं नवम्बर माह में होने की तिथि प्रस्तावित है. हालांकि तिथि की अंतिम घोषणाएं सभी के समन्वय से होनी है. बावजुद इसके परीक्षा आयोजन, प्रश्न पत्र निर्धारण सहित अन्य आवश्यक कार्यो को लेकर तिथि को प्रस्तावित किया गया है.

यहाँ देखें प्रस्तावित परीक्षा की तिथि

Chhapra: आगामी 21 जून को चौथा विश्व योग दिवस विद्यालयों में मनाया जाएगा. ग्रीष्म अवकाश की छुट्टी के बावजूद जिले के सभी स्तर के विद्यालय योग दिवस के अवसर पर खुले रहेंगे. 21 जून योग दिवस के दिन सुबह 7 से 8 बजे तक योग दिवस मनाया जाएगा.

इस आशय से संबंधित पत्र जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान अमरेंद्र कुमार गौड़ द्वारा निर्गत करते हुए सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि चौथे विश्व योग दिवस के दिन प्रखंड स्तर पर योग दिवस आयोजन के स्थल चयन कर कार्यालय को सूचित करें. साथ ही इसके प्रचार प्रसार के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, कार्यशाला एवं अन्य गतिविधि आयोजित करें. जिससे कि लोग योग के प्रति जागरूक हो.

निर्गत पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ग्रीष्म अवकाश की छुट्टी के बावजूद भी योग दिवस पर सभी स्तर के विद्यालय खुले रहेंगे. जहां योग दिवस का आयोजन किया जाएगा.

योग दिवस में बतौर प्रशिक्षक शारीरिक शिक्षक भाग लेंगे.

छपरा: ठंड व शीतलहर ने आम जनजीवन के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई को भी बेहद प्रभावित किया है. पिछले कई दिनों से ज़िले के सभी विद्यालयों में शिक्षण कार्य स्थगित किया गया था.

इस बार भी बढ़ती ठंड को देखते हुए ज़िलाधिके ने ज़िले के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में पांचवी कक्षा तक की पढ़ाई स्थगित कर दी है. जिसमें पहली से पांचवी कक्षा तक की पढ़ाई को 19 जनवरी तक स्थगित किया गया है.  साथ ही ज़िले के सभी मध्य व उच्च विद्यालयों में शिक्षण कार्य 10 बजे दिन से तीन बजे पूर्वाह्न तक संचालित होगा.

इसके पूर्व भी बच्चों को ठंड से बचाने के लिए 16 जनवरी तक विद्यालयों में आठवीं तक की पढ़ाई स्थगित कर दी गयी थी.
लेकिन ठंड में कमी न आने के वजह से अब एक बार फिर से पठन पाठन को स्थगित करना पड़ा है.

Chhapra: जिले में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की परीक्षा लेने की तैयारी शिक्षा विभाग कर रहा है. विगत अप्रैल माह से सितंबर माह तक की गई पढ़ाई के आधार पर सभी बच्चों का मूल्यांकन विभाग द्वारा किया जाएगा

शिक्षा विभाग द्वारा मूल्यांकन को लेकर तिथि की घोषणा कर दी गई है. साथ ही साथ मूल्यांकन के लिए तिथि वार विषय का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है.जिसके आधार पर प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षक बच्चों का मूल्यांकन परीक्षा लेंगे.

लेकिन सबसे बड़ी अचरज की बात यह है कि आखिर विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे बिना किताब पढ़ें मूल्यांकन परीक्षा में कैसे शामिल होंगे.

अगर बच्चें भाग भी लेते हैं तो वह अपनी उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्न का उत्तर क्या लिखेंगे ?

सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में वर्ग एक से पांच लेकर 5 तक तथा 8 तक अप्रैल माह से छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं.

एक एक माह के इंतेजार के बाद 6 माह बीत जाने के बाद भी अब तक बच्चों का बच्चों को पाठ्यपुस्तक नहीं मिल पाई है.
बिना किताबों के ही बच्चें 6 माह से पढ़ाई कर रहे है.

शिक्षा विभाग ने आगामी 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक छात्र छात्राओं की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा की तिथि निर्धारित की है.

इसके लिए विषय की समय सारणी भी जारी कर दिया गया है.बिना किताब पढ़ें ही बच्चें इस परीक्षा में शामिल होकर अपनी उत्तर पुस्तिका में क्या लिखेंगे यह समझ से पड़े है.

लेकिन इतना तो तय है कि 5 अक्टूबर से आयोजित मूल्यांकन परीक्षा में शिक्षा विभाग की व्यवस्था की पोल खुल जाएगी.

सूबे की इस शैक्षणिक व्यवस्था से बच्चों का भविष्य कितना उज्जवल हो पाएगा यह सरकार और अधिकारियों के सोचने का विषय है.

छपरा: बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के द्वारा समान काम समान वेतन को लेकर आंदोलन का कार्यक्रम संघ की बैठक में तय किया गया. जो आगामी 10 मार्च से 17 मार्च तक चलेगा. इसका मुख्य उद्देश्य समान काम, समान वेतन, राज्यकर्मी का दर्जा निर्धारण, समान शिक्षा प्रणाली, ऐच्छिक स्थानांतरण, अप्रशिक्षित शिक्षको को प्रशिक्षण के साथ ग्रेड पे, शारीरिक शिक्षको को सामान्य शिक्षक का दर्जा, टी.ई.टी एवं दक्षता पास शिक्षको की वेतनवृद्धि , प्रतिमाह वेतन भुगतान, निःशुल्क पुस्तक ससमय उपलब्धता जैसी समस्या की लिखित मांग जिलाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को संघ जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, जिला संयोजक जहीर हुसैन एवं जिला कोषाध्यक्ष के द्वारा सौपा गया.

आंदोलन को सफल बनाने हेतु संघ के पदाधिकारी सदर प्रखंड, गरखा प्रखंड, रसूलपुर, डुमरी, चिरांद, लोदीपुर, अवधपुरा, खलपुरा, विष्णुपुरा के विभिन्न विद्यालय का दौरा कर अधिक संख्या में भाग लेने की और शिक्षक हीत में सदैव कार्य करने वाले शिक्षक नेता को एम.एल.सी चुनाव में मदद करने की अपील शिक्षको से की गयी.