Chhapra: वर्षो से खनुआ नाले के कारण शहर के कई मुहल्लों में जलजमाव की समस्या अब समाप्त होने वाली है. करीब 3 किलोमीटर लंबे खनुआ नाले के सफाई का कार्य 30 करोड़ की लागत से शुरू हो चुका है. प्रारंभिक चरणों मे खनुआ नाले की सफाई को लेकर सांढा ढाला के समीप दुकानों कर नीचे से रास्ता बनाया जा रहा है.
बुडको द्वारा किये जा रहे इस कार्य से सांढा ढाला के आसपास के मुहल्ले में रहने वाले लोगों में खुशी है. प्रतिदिन जेसीबी और इलेक्ट्रिक कटर से नाले के दीवारों की कटाई की जा रही है जिससे कि खनुआ नाले में जमें हुए कचड़े को निकाला जा सकें. फिलहाल अभी रास्ता बनाने का कार्य हो रहा है लेकिन कार्य की गति को देखकर लगता है कि यह कार्य अगले वर्ष समाप्त हो जाएगा.
छपरा शहर के बीचों बीच वर्षो पूर्व बने इस खनुआ नाले से नदी के पानी के साथ साथ शहर का पानी खेतो में जाया करता था. जिससे खेती होती थी और जल संचय भी होता था.
स्थानीय लोगो की माने तो इस खनुआ नाले में नाव चला करते थे. लेकिन समय के साथ ही इसका अस्तित्व भी बदल गया.
कई स्थानों पर हुए अतिक्रमण ने इसे छोटा कर दिया वही वर्षो पूर्व नगर परिषद ने नाला का जीर्णोद्धार कर इसपर दुकान बनाकर इसे और संकुचित कर दिया है. पक्कीकरण होने के बाद से इस नाले में प्रतिदिन कचड़ा जमा होता चला गया. कई स्थानों पर यह नाला पूरी तरह जाम है.
नगर परिषद द्वारा सफाई की मुक्कमल व्यवस्था नही होने से अब स्थिति यह है कि खनुआ नाले में कचड़ा जम चुका है और बारिश तथा नाली का पानी कई मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति पैदा कर रहा है.
विगत दिनों लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के एक घंटे पूर्व इस खनुआ नाले के जीर्णोद्धार साफ-सफाई कार्य का शिलान्यास मंत्री सुरेश शर्मा द्वारा आनन फानन में किया गया साथ ही इस कार्य के लिए 3 माह का समय भी निर्धारण किया गया.
अब जब लोकसभा चुनाव पश्चात 4 माह बीत चुके है और अब कार्य की शुरुआत हुई है, ऐसे में अब देखना होगा कि कार्य की समाप्ति कितने माह बाद होती है.