Chhapra: हर से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों में हर एक व्यक्ति को स्वास्थ्य संस्थान के द्वारा बेहतर चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा नियमित रूप से विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है जिसका लाभ हर जरूरतमंद व्यक्ति को मिलना चाहिए। उक्त बातें सारण के जिलाधिकारी अमन अमीर ने शनिवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित समीक्षात्मक बैठक के दौरान कही।

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण में मिजिल्स और रुबेला उन्मूलन को लेकर जिला टास्क फोर्स और यक्ष्मा उन्मूलन अभियान में टीबी फोरम से संबंधित समीक्षा भी की।

संस्थागत प्रसव, एएनसी और नियमित टीकाकरण का पंजीकरण शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित किया जाए: जिलाधिकारी 

जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि संस्थागत प्रसव, बच्चों के टीकाकरण जैसे – बीसीजी और ओपीवी और त्रैमासिक में प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के पंजीकरण कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि विभागीय स्तर पर उसका अनुश्रवण और मूल्यांकन किया जा सके। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी की पहली प्राथमिकताओं में शामिल करना बेहद जरूरी है। क्योंकि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय क्षेत्र की जनता को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं।विभागीय स्तर पर बेहतरीन सुविधा एवं व्यवस्था प्रदान करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं।

आईडीए और टीबी फोरम को लेकर की गई विस्तृत चर्चा: जिलाधिकारी 

जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण में मिजल्स और रुबेला को लेकर जिला टास्क फोर्स (डीटीएफ) की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं का टीकाकरण अनिवार्य रूप से होना चाहिए। क्योंकि भविष्य में बीमारियों से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए महत्वपूर्ण है। वही जिले में चल रहे सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के दौरान 16 फरवरी तक 7 लाख 08 हज़ार 108 लाभुकों को तीन प्रकार की दवाएं खिलाई गई है। यह दवा 28 फरवरी तक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं द्वारा खिलाई जाएगी। वहीं टीबी फोरम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान को शत प्रतिशत पूरा करना होगा। इसके लिए पंचायत स्तर पर टीबी मरीजों की पहचान और संदिग्ध रोगियों की जांच को बढ़ाना होगा। जबकि एचआईवी और मधुमेह के रोगियों को विशेष रूप से जांच कराने की जिम्मेदारी यक्ष्मा विभाग की होगी।

यूविन पोर्टल और आरसीएच पोर्टल पर डाटा अपलोड तथा डाटा अपडेशन करना सुनिश्चित होना चाहिए: जिलाधिकारी ने समीक्षात्मक बैठक के दौरान उपस्थित सभी एमओआईसी और बीएचएम से कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की शत प्रतिशत एवं ससमय उपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता, बाहरी और अंदर भाग की साफ- सफाई सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था, एंबुलेंस की शत प्रतिशत उपलब्धता, गर्भवती माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान की स्थिति सहित कई बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। विभागीय स्तर पर जितने भी कार्यक्रमो को संचालित किया जा रहा है। सभी को यूविन पोर्टल और आरसीएच पोर्टल पर डाटा अपलोड तथा डाटा अपडेशन करना सुनिश्चित होना चाहिए। ताकि विभाग को अद्दतन जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके। जिले के चयनित स्वास्थ्य संस्थानों यथा सीएचसी मांझी और दिघवारा सहित कई अन्य एचडब्ल्यूसी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) को लेकर तैयारी करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया। जबकि लक्ष्य कार्यक्रम एवं कायाकल्प योजनाओं के संबंधित जानकारी ली गई। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले असहाय, लाचार या स्वास्थ्य संस्थानों तक नही पहुंचने वाले लोगों के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाले टेली कंसलटेंसी और भव्या के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया।

संबंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश: 

जिलाधिकारी अमन समीर ने जिले में सरकार और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े संचालित कार्यक्रम और योजनाओं को लेकर संबंधित अधिकारी और नोडल अधिकारियों से बिंदुवार जानकारी ली।

उन्होंने डीआईओ डॉ चंदेश्वर सिंह और डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजीतेष से मिजल्स और रुबेला सहित नियमित टीकाकरण, सीडीओ डॉ आरपी सिंह और डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ कुमार विजयेंद्र सौरभ से यक्ष्मा उन्मूलन, डीवीबीसीसीओ डॉ दिलीप सिंह से आईडीए अभियान, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार से कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास को लेकर जानकारी ली।

जिले में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के संबंध में डीपीएम अरविंद कुमार से जानकारी लेने के बाद बेहतर कार्य करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

इस अवसर पर सहायक समाहर्त्ता श्रेया श्री, सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० चंदेश्वर सिंह, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी, पीरामल स्वास्थ्य, जपाइगो और वर्ल्ड विजन इंडिया के अधिकारी और कर्मी के अलावा जिले के सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

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अमानतुल्लाह शाह वारसी के मजार पर 18 और 19 को लगेगा उर्स, तैयारियां पूरी

इसुआपुर: आगामी 18 एवं 19 फरवरी को इसुआपुर के दरवां गांव स्थित हजरत सैयद अमानतुल्लाह शाह वारसी मुनाबी अबुल ओलाई कादरी का 24वां उर्स धूमधाम से मनाया जाएगा। आयोजन को लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। वहीं उर्स के मौके पर शामिल होने वाले अकीदतमंदों का आना भी शुरू हो चुका है।

सालाना उर्स आयोजन की जानकारी देते हुए मीर साहब वारसी ने बताया कि आगामी 18 और 19 फरवरी रविवार और सोमवार को सालाना उर्स का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को उर्स के पहले दिन मिलादुन्नबी का कार्यक्रम निर्धारित है, जो पूरी रात चलेगा। इस मिलादुन्नबी में मुंबई के सुल्तान रजा, सिवान के इब्राहिम साबरी चतुर्वेदी, उत्तर प्रदेश के शोएब कादरी, कोलकाता के शाहबाज रजा नूरी एवं अजहर इमाम वारसी शामिल होंगे।

इसके अलावा 19 फरवरी को सुबह में मजार पर चादरपोशी की जाएगी, इसके बाद दोपहर में इसुआपुर मुख्य बाजार से चादर जुलूस निकलेगा जिसमें हजारों लोग शामिल होकर गाजे बाजे के साथ दरवां पहुंच चादरपोशी करेंगे। वहीं इसी दिन पूरी रात कव्वाली का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुजफ्फरपुर, मुंबई और रोहतास के कव्वाल शामिल।

वही गद्दी नसी बकाबिल्लाह वारसी ने बताया कि उर्स पर पूरे मजार परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया है, जो देखने लायक बन रहा है। पूरा परिसर रोशनी से जगमग है। साथ ही दुर दराज से आने वाले लोगों के लिए रहने के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। मजार के आसपास मेला लगना शुरू हो चुका है। जिसमें झूले और कई तरह के दुकान सजाए गए हैं।

दो दिनों तक चलने वाले इस उर्स को सफल बनाने को लेकर कांटी के पूर्व विधायक गुलाम जिलानी वारसी के संयोजन में पूर्व मुखिया दीदार वारिस, बिलाल वारिस, वाजिद अली, मुश्फिक वारिस, महेलका वारिस, लौलाक वारिस, नकी इमाम वारिस सहित दर्जनो लोगों द्वारा दिन-रात कार्य किया जा रहा है।

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Chhapra: नगर थाना क्षेत्र में अवैध हथियार के साथ 4 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

सारण पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिनांक – 15-02-2024 को नगर थाना अंतर्गत गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि सा०-करिमचक कब्रिस्तान के पश्चिम तरफ चार युवक अवैध हथियार के साथ एकत्रित है। जो किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने वाले है।

उक्त सूचना पर नगर थाना पुलिस दल द्वारा आवश्यक कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया। इनके पास से एक देशी पिस्टल, दो मोटरसाइकिल, एक चाकू एवं चार मोबाइल को जब्त किया गया। इस संबंध में नगर थान कांड संख्या- 79/24, दिनांक- 15.02.24, धारा-399/402/414 भा०द०वि० 25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स अधि0 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा जारी है।

 

इस मामले में पुलिस ने मो० फाजिल, पिता- मो० मूसा, सा०- साहेबगंज चिक टोली, थाना- नगर, जिला- सारण, साहिद राजा, पिता-शौकत कुरैशी, सा०- करिमचक खनुआ नाला, थाना-नगर, जिला-सारण, रशिद अहमद, पिता-जहागीर आलम, सा०- दहियावां महमूद चौक, थाना-नगर, जिला-सारण और अलताफ इब्राहीम, पिता-मो० समशुद्दीन, सा०- करिमचक खनुआ नाला, थाना-नगर, जिला- सारण को गिरफ्तार किया है।

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Chhapra: सारण जिला के डेरनी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को गोली मार कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। उक्त व्यक्ति का शव सुतिहार भेल्दी-दिघवारा मुख्य मार्ग ट्रांसफार्मर के पास से बरामद किया गया है।

इस संबंध में सारण पुलिस ने बताया कि 16.02.24 को डेरनी थाना को सूचना प्राप्त हुई कि सा०-सुतिहार भेल्दी-दिघवारा मुख्य मार्ग ट्रांसफार्मर के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव है | उक्त सूचना पर डेरनी थानाध्यक्ष पुलिस दल द्वारा घटना स्थल पर पहुँचकर जाँच किया गया। जाँच के क्रम में पाया गया की मृतक की हत्या गोली मार कर की गयी है।

उक्त मृतक की पहचान दिलीप राय, पिता-बनारस राय, सा०- शोभेपुर, थाना-भेल्दी, जिला-सारण के रूप में हुई है।

सारण पुलिस ने बताया है कि इस संबंध में कांड दर्ज करने हेतु अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

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Chhapra: मढ़ौरा थानान्तर्गत डकैती की योजना के कांड में 08 वर्षों से फरार चल रहे वांछित अपराधी गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट को सारण पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

सारण पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जिलान्तर्गत अपराध के मुख्य शीर्ष में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मढ़ौरा थाना पुलिस दल द्वारा मढ़ौरा थाना कांड संख्या – 111/16, दिनांक -13.03.16, धारा-399/402/414 भा०द०वि० में 08 वर्षों से फरार चल रहे वांछित अभियुक्त गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट, पिता- स्व० छबीला नट उर्फ़ साई नट, सा० बेरुई, थाना- दरियापुर, जिला- सारण को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष, मढ़ौरा थाना एवं थाना के अन्य कर्मी शामिल थें।

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नई दिल्ली, 14 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बिहार के सारण में कालूघाट आईडब्ल्यूटी टर्मिनल और सामुदायिक जेट्टी का उद्घाटन करेंगे।

आईडब्ल्यूटी टर्मिनल 82.48 करोड़ रुपये की लागत से बना है। इसके अतिरिक्त वे बिहार के बेतिया में गंडक नदी पर दो सामुदायिक जेट्टी की आधारशिला रखेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक सर्बानंद सोनावाल 15 फरवरी को बिहार में 14 और झारखंड में दो सामुदायिक जेट्टी का भी उद्घाटन करेंगे। ये परियोजनाएं कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी और अंतर्देशीय जल-मार्गों से व्यापार की सुविधा प्रदान करेंगी।

बिहार के सारण जिले में गंगा नदी के उत्तरी तट पर रणनीतिक दृष्टि से स्थित कालूघाट क्षेत्र के परिवहन नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण केंद्र है। विशेष रूप से रक्सौल और उत्तर बिहार के भीतरी इलाकों के माध्यम से नेपाल जाने वाले शिपमेंट के लिए यह टर्मिनल एनएच -19 तक सीधी पहुंच के साथ कार्गो आवाजाही की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभरा है। इसमें कंटेनर भंडारण, ट्रक पार्किंग और प्रशासन, सुविधाओं और सुरक्षा सुविधाओं जैसे आवश्यक भवनों के लिए निर्दिष्ट क्षेत्र हैं।

कालूघाट टर्मिनल विशेष रूप से कंटेनर यातायात के लिए एसटीपी, अग्निशमन प्रणाली तथा आईटी अवसंरचना जैसी उपयोगिताओं से लैस है। इससे परिचालन की क्षमता बढ़ेगी। कालूघाट टर्मिनल हल्दिया व कोलकाता बंदरगाहों के लिए निर्बाध संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा जिससे क्षेत्रीय व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहन मिलेगा।

गंडक नदी पर मंगलपुर और बेतिया में तैरते पंटून जेट्टी वाया एनडब्ल्यू -37 नेपाल और भारत को जोड़ेंगे, जिसकी लागत 3.33 करोड़ रुपये होगी। ये जेट्टी विभिन्न वस्तुओं के उत्पादकों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाएंगे। इसके अतिरिक्त, बिहार में एनडब्ल्यू -1 के साथ 14 स्थानों पर 17.50 करोड़ रुपये लागत के सामुदायिक जेट्टी स्थानीय किसानों और व्यापारियों को सीधे बाजार पहुंच प्रदान कराएंगे, पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगे और रोजगार को बढ़ावा देंगे।

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Chhapra: हमारा लक्ष्य है कि पूरे भारत से फाइलेरिया को जड़ से मिटाना है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि गांव में लोग दवाओं का सेवन करने से मना करते हैं। लेकिन, अब लोग यह जरूर समझ जाए कि फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करना ही इस बीमारी से हमें सुरक्षित बचा सकता है। उक्त बातें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव राजीव मांझी ने मांझी प्रखंड के दुर्गापुर गांव में आयोजित फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप सहित ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों द्वारा आयोजित बैठक के दौरान कहीं।

इस अवसर पर संयुक्त सचिव के अलावा चाय के जयराम पारसा, पीरामल स्वास्थ्य के विकास सिन्हा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार, डब्ल्यूएचओ की डॉ माधुरी देवाराजू, पीसीआई के एएसपीएम अमरेश कुमार, एमओआईसी डॉ रोहित कुमार, पीरामल के हरिशंकर कुमार, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

मालूम हो कि संयुक्त सचिव श्री मांझी सिवान और सारण जिले में चल रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान की सतत और उच्च स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन के लिए चार दिवसीय दौरे पर हैं। जहां तीसरे दिन सारण के मांझी प्रखंड के दुर्गापुर तो चौथे और अंतिम दिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य समिति के वरीय पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक करेंगे।

दुर्गापुर में आयोजित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि सरकार फाइलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्था के लोग एकजुट होकर कार्य कर रहे है। लेकिन अब लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसलिए यह सबसे जरूरी है कि गांव के बुजुर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग इस अभियान में अपनी भूमिका तय करें। जिससे दुर्गापुर गांव सहित पूरे सारण ही नहीं बल्कि बिहार और देश से फाइलेरिया को आसानी से मिटाया जा सके।

बच्चों और युवाओं को बचाना हमारा लक्ष्य:
संयुक्त सचिव ने ग्रामीणों को कहा कि लोग यह कहते हैं की हमें बीमारी नहीं है तो हम दवा क्यों खाएं, लेकिन लोगों को समझना होगा की यह दवा खाना उनके लिए जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि यह बीमारी उम्र और लिंग देखकर नहीं करती है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। इसकी चपेट में बच्चे और युवा भी आ चुके हैं। जिसके लिए सरकार अब ऐसे मरीजों की बीमारी को मिटाने के लिए प्रयासरत है। इसलिए पटना और बेगूसराय में आयुर्वेद के माध्यम इलाज की सुविधा शुरू की गई है। जहां पर बच्चों, युवाओं और इस बीमारी के नए मरीजों को फाइलेरिया से मुक्त कराया जायेगा। उन्होंने जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह को ऐसे मरीजों की सूची तैयार कर इलाज के लिए भेजने का निर्देश दिया।

एडीआर और एफडीआर के कारण लोगों को होती है परेशानी:
संयुक्त सचिव ने नेटवर्क सदस्यों सहित उपस्थित ग्रामीणों को बताया कि दवाओं के सेवन से कई लोग बीमार पड़ जाते हैं। जिसके केवल दो कारणों से होता है। एक एडवर्ड ड्रग रिएक्शन (एडीआर) और दूसरा फेवरेबल ड्रग रिएक्शन (एफडीए)। लेकिन आसान शब्दों में कहा जाए तो एडीआर की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब खाली पेट दवाओं का सेवन किया जाता है। वहीं, जब एफडीआर की स्थिति उत्पन्न हो तो लोगों को खुश होना चाहिए। क्योंकि यह परिस्थिति तब उत्पन्न होती है जब दवाओं का सेवन करने लाभुकों में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद होते हैं। दवा के सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण मितली, उल्टी, चक्कर, सिर दर्द और पेट दर्द की समस्या उत्पन्न होती है।

नेटवर्क सदस्यों के साथ मिलकर ग्रामीण करें अपने गांव में रिफ्यूजल मामलों को ब्रेक:
संयुक्त सचिव ने ग्रामीणों को समझाया कि सरकार के अथक प्रयास के बाद भी यह बीमारी लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसलिए अब लोग आगे आ कर इस अभियान से जुड़े और ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवाओं का सेवन करने के लिए प्रेरित करें। इसलिए यह जरूरी हो गया है की सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों के साथ मिलकर स्थानीय ग्रामीण अपने गांव में रिफ्यूज के मामलों को ब्रेक करें। उन्होंने ग्रामीणों और सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों से आह्वान किया की आप सभी कम से कम 20- 20 परिवार को दवाओं का सेवन कराएं। जिसके बाद सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों के साथ ग्रामीणों ने उत्साह के साथ उनके आह्वान को स्वीकार किया और प्रत्येक सदस्य 20 व उससे अधिक परिवारों को जागरूक करने की बात कहीं। जिस पर संयुक्त सचिव ने सभी के उत्साह की सराहना की और शुभकामना दी।

फाइलेरिया मरीजों को दिया गया किट, दी गई इस्तेमाल की जानकारी:
कार्यक्रम के अंत में संयुक्त सचिव के द्वारा एक दर्जन मरीजों के बीच फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। साथ ही, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी द्वारा सभी को किट के इस्तेमाल की जानकारी दी। संयुक्त सचिव ने सभी मरीजों से अनिवार्य रूप से एमएमडीपी किट का इस्तेमाल करने की अपील की। बताया कि इस किट के इस्तेमाल से बीमारी खत्म नहीं होगी, लेकिन उसे और बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी। वहीं, दवाओं का सेवन करने, एमएमडीपी किट के इस्तेमाल के साथ कुछ व्यायाम भी हैं जो प्रखंड स्तर पर बनाएं गए एमएमडीपी क्लिनिक में बताया जाता है।

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डकैती कांड का 8 वर्षो फरार अभियुक्त गिरफ्तार

Madhaura: मढ़ौरा थाना पुलिस ने आठ वर्षो से फरार चल रहे डकैती कांड के वांक्षित अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए पुलिस कार्यालय ने बताया कि मढ़ौरा थानान्तर्गत डकैती की योजना के कांड में 08 वर्षो से फरार चल रहे वांछित अपराधी गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट को किया गया गिरफ्तार.

सारण जिलान्तर्गत अपराध के मुख्य शीर्ष में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में मढ़ौरा थाना पुलिस दल द्वारा मढ़ौरा थाना कांड संख्या – 111/16, दिनांक -13.03.16, धारा-399/402/414 भा०द०वि० में 08 वर्षो से फरार चल रहे वांछित अभियुक्त गब्बर नट उर्फ़ रंजन नट, पिता- स्व० छबीला नट उर्फ़ साईं नट, सा० – बेरुई, थाना – दरियापुर, जिला-सारण को गिरफ्तार किया गया है.

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इसुआपुर में पूजा को लेकर आपत्तिजनक गाना बजाने पर हुई मारपीट, 6 हिरासत में

Isuapur: इसुआपुर थाना पुलिस ने विगत रात्रि सरस्वती पूजा के दौरान आपत्तिजनक गाना बजाने पर हुए मारपीट की घटना में मामला दर्ज करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस कार्यालय ने बताया कि इसुआपुर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि करेवा पंचायत के ग्राम धामा में समय करीब 8:00 बजे रात्रि सरस्वती पूजा के अवसर पर आपत्तिजनक गाना बनाने को लेकर दो पक्षों के बीच गाली-गलौज एवं मारपीट हुई है.

उक्त सूचना के आधार पर इसुआपुर पुलिस दल द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर घटना की जॉच कर इसुआपुर थाना कांड संख्या – 42 / 24, दिनांक – 14.02.2024 दर्ज किया गया है.

इस घटना में संलिप्त 06 असमाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है

1. अनुप कुमार, पिता सुरेन्द्र महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

2. रौनित सिंह, पिता संतोष सिंह, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला- सारण।

3. गोलू कुमार, पिता मनोज महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

4. प्रमोद कुमार, पिता नरेश महतो, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला-सारण।

5. शमसाद आलम, पिता मो० मलिक, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला – सारण।

6. समीरूद्दीन, पिता रहमान अली, सा० धामा, थाना इसुआपुर, जिला- सारण।

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Chhapra: आगामी 15 से 23 फरवरी तक आयोजित होने वाली वार्षिक माध्यमिक सैद्धांतिक परीक्षा 2024 को कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए प्रतिनियुक्त सभी केन्द्राधीक्षक, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी-सह उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, सुपर जोनल दण्डाधिकारी, उड़नदस्ता दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को आपसी समन्वय स्थापित कर परीक्षा संपन्न कराने का निदेश दिया गया।

इस संबंध में स्पष्ट कहा गया कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। ये बातें अपर समाहर्ता सारण, मो0 मुमताज आलम ने स्थानीय प्रेक्षागृह-सह-आर्ट गैलेरी में आयोजित ब्रीफिंग में दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा एवं वीडियोग्राफी के माध्यम से निगरानी होगी।

अपर समाहर्ता सारण ने परीक्षा के संचालन की संपूर्ण जानकारी देते हुए बताया गया कि शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन हेतु सारण जिला में 67 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। जिसमें सदर अनुमंडल क्षेत्र में 52 (छात्र के लिए 34 एवं छात्रा के लिए-18 केंद्र), सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र में छात्रा से लिए 06 एवं मढ़ौरा अनुमंडल क्षेत्र में छात्रा के लिए 09 परीक्षा केन्द्र शामिल है। इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों की कुल संख्या -75524 है। जिसमें सदर अनुमंडल में 57961, मढ़ौरा अनुमंडल में -11362 एवं सोनपुर अनुमंडल में 6201 परीक्षार्थी हैं।

परीक्षा का आयोजन दो पालियों में होगा। प्रथम पाली पूर्वाहन 9:30 बजे से अपराह्न 12:45 बजे तक तथा द्वितीय पाली अपराह्न 02:00 से अपराह्न 05:00 बजे तक होगी। परीक्षा को कदाचारमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ संचालन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु बोर्ड के निर्धारित मानक के अनुरूप प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर 1-4 सशस्त्र पुलिस बल/महिला पुलिस बल स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी एवं जोनल दण्डाधिकारी-सह- उड़नदस्ता दण्डाधिकारी/सुपर जोनल दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल परीक्षा प्रारंभ होने से 2 घंटा पूर्व अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल पर अवस्थित होंगे एवं परीक्षा की समाप्ति के बाद भी केन्द्र पर उपस्थित रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र में जूता-मोजा पहन कर प्रवेश नहीं करेंगे। परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेने देंगे। कदाचार मुक्त परीक्षा के संचालन हेतु परीक्षा केन्द्र के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थलों पर सी. सी. टी. वी लगाया जाएगा ताकि बाहर से परीक्षा में बाधा पहुँचाने वालों पर नजर रखी जा सके। इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों की विडियोग्रॉफी कराने का निर्देश दिया गया।

सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक को निदेश दिया गया कि वे परीक्षार्थियों के लिए सिटिंग प्लान बोर्ड के द्वारा निर्धारित मानकों को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित करेंगे। सिटिंग प्लान को परीक्षा कक्ष के अलावा परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निदेश दिया गया ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। एक बेंच पर दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे। 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में न्यूनतम दो वीक्षक रहेंगे। परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष के अंदर मोबाईल, ब्लू टूथ, पेजर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिभाईस, आदि ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा।

परीक्षा केन्द्र पर मूलभूत सुविधाएं यथा शौचालय, पेयजल, पर्याप्त लाईट की व्यवस्था कराने का भी निदेश दिया गया।

कदाचार के आरोप में पकड़े जाने पर अभिभावकों, परीक्षार्थियों एवं वीक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसके सफल संचालन हेतु सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी विशेष सर्तकता रखते हुए अपनी जवाबदेही निभाएँगे। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने क्षेत्र अंतर्गत परीक्षा केन्द्रों को 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू करने हेतु निर्देशित किया गया है। इस परीक्षा के अवसर पर सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या- 06152-242444 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 07:00 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा।

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राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर माताओं को दिए गए स्वास्थ्य कीट

इसुआपुर: राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मंगलवार को आतानगर आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 122 अनुसूचित जाति टोले गोंहा में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पोषक क्षेत्र की वैसी अनुसूचित जाति की महिलाओं को जॉनसन बेबी स्वास्थ्य कीट देखकर सम्मानित किया गया जिनकी गोद में 6 माह से कम उम्र की बच्ची है।

वहीं इस मौके पर पोषक क्षेत्र की बच्चियों द्वारा पेंटिंग तथा सेविकाओं द्वारा रंगोली बनाई गई। इस मौके पर उपस्थित सीडीपीओ चंद्रकांति कुमारी द्वारा प्रतिभागी बच्चियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

वहीं महिला पर्यवेक्षिका अनु कुमारी ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की तर्ज पर सरकार द्वारा ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन किए जाते हैं। ताकि बेटियों के जन्म पर भी लोगों में खुशी हो। बेटियां बेटों से कम नहीं हैं, इसको भी लेकर माताओं को प्रोत्साहित किया जाता है।

इस मौके पर आंगनबाड़ी सेविका शशि कुमारी, बबीता देवी, पिंकी कुमारी, नीरज कुमारी, पूनम देवी, सुचिता देवी व अन्य थे।

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राम मंदिर तथा जात पात की राजनीति कर चुनाव जीतना चाहती है भाजपा

इसुआपुर : आज की भाजपा सरकार राम मंदिर तथा जात पात की राजनीति कर चुनाव जीतना चाहती है. वर्तमान सांसद ने क्षेत्र में विकास का कोई काम नहीं किया है. यहां तक की 10 वर्षों में वह अपना पहचान भी नहीं बना पाए हैं. तथा विकास के नाम पर उन्होंने क्षेत्र को बर्बाद करके रख दिया है. यह बातें महाराजगंज लोकसभा के राजद के भावी प्रत्याशी रणधीर सिंह ने एक सभा को संबोधित करते हुए कही.

उन्होंने कहा कि वे प्रभुनाथ सिंह के पुत्र हैं. उन्होंने अपने पिता को विकास कार्य करते हुए देखा है तथा उनसे प्रेरणा ली है.क्षेत्र का विकास कैसे किया जाता है मुझे पता है. मैंने क्षेत्र के लिए विकास की रूपरेखा तैयार की है. अगर आपका आशीर्वाद मिला और मैं चुनाव जीत गया तो महाराजगंज में विकास की गंगा बहेगी. ये बातें प्रखंड के निपानिया पंचायत के टेढ़ा गांव स्थित पंचायत भवन पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कही.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने हिसाब से राजनीति करते हैं. विपक्षी नेताओं को ईडी और आईबी से डराकर परेशान करते हैं. लेकिन राजद के सिपाही डरने वाले नहीं हैं. प्रधानमंत्री विपक्षी नेताओं की जांच तो कराते हैं लेकिन पुलवामा हमले की जांच नही करवाते. आज 5 वर्ष बीत गए. इस हमले में हमारे 42 सैनिक शहीद हुए.

उनके परिजन आज भी इंसाफ की आस लगाए बैठे हुए हैं. लेकिन इसकी जांच आज तक नही हो सकी. वहीँ हमारे पार्टी के बुजुर्ग नेता लालू प्रसाद यादव जिनका स्वास्थ्य भी सही नहीं है वैसे आदमी को 10 घंटे तक ईडी के द्वारा प्रताड़ित करवाया. भारत के चारों तरफ चीन ने अपना कब्जा जमा लिया है और हमारे प्रधानमंत्री मंदिर मंदिर घूम रहे हैं.

इसुआपुर की जनता वर्तमान संसद का चेहरा देखने के लिए 10 वर्षों से तरस रही है. लेकिन हमारे सांसद इसुआपुर प्रखंड के मात्र 1 से 2 लोगों को पहचानते हैं जहां आते हैं और जाते हैं. सांसद का काम क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करना होता है. जो दस बरसों में हुआ ही नहीं. आप लोगों ने मेरे पिताजी का कार्यकाल देखा है तथा उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को भी देखा है.

मैं उन्हीं का बेटा हूं मैं उनसे चार कदम आगे चलकर आपकी सेवा तथा क्षेत्र का विकास करना चाहता हूं.

इस मौके पर निपानिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पन्नालाल राय ने कहा कि उन्होंने प्रभुनाथ सिंह के कार्यकलापों से प्रेरणा लिया है तथा वे अपने पंचायत में विकास का कार्य कर रहे हैं. हमारे पंचायत की जनता तथा मैं क्षेत्र की विकास के लिए रणधीर सिंह को एक एक वोट देकर उन्हें भारी मतों से विजई बनवाएंगे. उनके क्षेत्र का एक-एक वोट लालटेन चिन्ह पर लगेगा. मौके पर पूर्व प्रमुख कन्हैया सिंह, दिलीप राय, मशरक मंटू सिंह पूर्व प्रचार्य रामबाबू सिंह, सुदर्शन राय, गुड्डू राय, कुंदन राय ,शंभू राय, जगजीत राय, डॉ राजू, संत कुमार राय सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे.

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