Garkha: सात सूत्री मांगों को लेकर विगत 13 दिन से नियोजित शिक्षको की हड़ताल जारी है. हड़ताली शिक्षको द्वारा प्रखंड के कदना स्थित बी आर सी परिसर में धरना दिया जा रहा है.

हड़ताली शिक्षकों का कहना है कि शिक्षक समान काम समान वेतन सहित सात सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर है. जबतक सरकार हमारी मांग नही मानेगी तबतक हमारा हड़ताल जारी रहेगा.

धरने पर बैठे शिक्षको ने हड़ताली शिक्षको पर पिछले दिन विधान परिषद मे दिए गए हताशापूर्ण बयान की कड़ी निन्दा की साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी.

शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश कोषाध्यक्ष सह शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति सारण के सदस्य राकेश कुमार सिह ने कहा कि सरकार हड़ताल को लंबा खिंचने का कार्य न करे इससे लाखो बच्चो का अहित हो रहा है. अपनी ज़िद छोड जल्द से जल्द हमारी मांग मानकर हड़ताल को खत्म कराये, ताकि समय पर बच्चो का सिलेबस समाप्त हो और मार्च मे समय से उनका वार्षिक मूल्यांकन हो सके.

धरना देने वालो मे विजय राम, सुभाष कुमार, अनील सिह, कंचन राय, राजेश तिवारी, पूनम कुमारी, इन्दु सिह, कमलेश्वर यादव, रामानुज सिह आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: इनर व्हील क्लब छपरा की अध्यक्ष अनुराधा सिन्हा तथा सचिव अर्पणा मिश्रा के नेतृत्व में जलालपुर प्रखंड के पियानो गांव के नजदीक अनवर में एक कैंप का आयोजन हुआ. इस दौरान फल तथा कपड़ों का वितरण किया गया. जहां गांव के सैकड़ों परिवारों ने हिस्सा लिया.

वही इस आयोजन के अवसर पर क्लब के की मेंबर गायत्री आर्यानी ने महिलाओं को जागरूक होने का कई मंत्र दिए. जबकि इस अवसर पर क्लब के सदस्य वीणा शरण में आए हुए ग्रामीणों को स्वच्छता के बारे में विशेष जानकारियां दी. वही इस आयोजन को लेकर क्लब के दर्जनों सदस्य आशा शरण, अलका जैन, रानी सिन्हा, अर्चना रस्तोगी, सोनी गुप्ता, कांति पांडे, मंजू सिंह, मधुलिका तिवारी, नीतू सिंह सहित कई सदस्य मौजूद रहे. धन्यवाद ज्ञापन विणा शरण ने किया.

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Patna: होली में जिन यात्रियों को दिल्ली से बिहार अपने घर आने के लिए टिकट नहीं मिला है, उन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. पूर्वोत्तर रेलवे ने होली के भीड़ भाड़ को देखते हुए विभिन्न स्पेशल ट्रेनो को चलाने के लिए निर्णय लिया है.
नई दिल्ली बरौनी स्पेशल ट्रेन
इसके तहत नई दिल्ली- छ्परा होकर बरौनी बीच विशेष ट्रेन चलाएगी. यह गाड़ी दिल्ली-छपरा-बरौनी के बीच 2 फेरे लगाएगी. इसके तहत 04404 नई दिल्ली-बरौनी विशेष गाड़ी नई दिल्ली से 3, 6 मार्च को शाम 7:25 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ , गोरखपुर होकर अगले दिन दोपहर 13:30 बजे छपरा पहुंचेगी. यह विशेष ट्रेन बरौनी तक जाएगी.
विशेष गाड़ी में साधारण श्रेणी के 7, स्लीपर 11, एसी2 टायर-1, एसी3 टायर-2 सहित कुल 23 कोच लगेंगे.
पटना आने के लिए विशेष ट्रेन
दिल्ली में ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे बिहार आने वाले यात्रियों सुविधा उपलब्ध करायी है. इसके तहत यात्री पटना और आनंद विहार तक विशेष गाड़ी चलायी जाएगी. पटना उतरकर यात्री बिहार में कही भी जा सकते हैं.
इसके तहत 04022 आनन्द विहार टर्मिनस-पटना विशेष गाड़ी आनन्द विहार टर्मिनस से 08 मार्च को 00:10 बजे प्रस्थान कर गाजियाबाद, इलाहाबाद, बक्सर आरा होकर उसी दिन शाम 5:45 में पटना पहुंचेगी. विशेष गाड़ी में साधारण श्रेणी के 7, स्लीपर 11, एसी2 टायर-1, एसी3 टायर-2 सहित कुल 23 कोच लगेगे.
ट्रेनों में नहीं मिल रहे टिकट
होली में बिहार आने वाली ट्रेनों में सीटों की जबरदस्त मारा मारी चल रही है. किसी भी ट्रेन में टिकट मिलना मुश्किल हो गया है. यात्रियों को रेलवे से कुछ और विशेष गाड़ियां चलाने की उम्मीद है. साथ ही साथ छ्परा जंक्शन से होकर दिल्ली जाने वाली कई ट्रेनों के कैंसल होने से भी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं.
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इसुआपुर: प्रखंड के बीआरसी भवन पर आयोजित नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के आठवें दिन सभा को परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेन्द्र बहादुर सिंह ने संबोधित किया.

इस दौरान जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सरकार का मंसूबा साफ नही दिख रहा है. शिक्षको की चट्टानी एकता से सरकार भयभीत है और रोज नए नए हथकंडे अपना रही है. शिक्षको पर नए नए आदेश निकाले जा रहे है लेकिन शिक्षको के लिए सेवा शर्त नही बन रही है.

सरकार पदाधिकारियों पर पैसा खर्च कर रही है शिक्षको को न्यायालय में खड़ा कर रही है लेकिन शिक्षको के वेतन देने के लिए पैसा नही है. हमारी लड़ाई सरकार से है, एकता हमारी पूंजी है, लड़ाई लड़नी है, जिसमे सभी शिक्षक अपने हक के लिए एक साथ है. जबतक सरकार नियमित शिक्षको की तरह सेवाशर्त और नियमित शिक्षक का दर्जा नही देगी तबतक हम डटे रहेंगे.

इसके अलावे धरने को विनोद राय, संजय राय, अशोक यादव सहित दर्जनों शिक्षको ने सभा को संबोधित किया.

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Chhapra: मढ़ौरा थाना क्षेत्र के अवांरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर जिला परिषद अध्यक्ष के भसुर की हत्या कर दी. हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर प्रदर्शन कर रहे है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला परिषद अध्यक्ष मीणा अरुण के पति अरुण सिंह के बड़े भाई अर्जुन सिंह अपने घर से मढ़ौरा बाजार बाइक से जा रहे थे. इसी दौरान रेलवे क्रॉसिंग के समीप घात लगाए बैठे बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद अपराधी फरार हो गए.

हालांकि छपरा-मढ़ौरा और अमनौर- मसरक पथ पर आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है. बताते चलें कि 20 अगस्त को दरोगा सिपाही हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त सुबोध कुमार सिंह के पिता अर्जुन सिंह है. दरोगा सिपाही हत्याकांड के मामले में अर्जुन सिंह के भाई अरुण कुमार सिंह छपरा जेल में बंद है. वही जिला परिषद अध्यक्ष 2 दिन पहले ही जमानत पर रिहा हुई है.

इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है. वहीं हत्या के बाद उत्पन्न तनाव व आक्रोश को नियंत्रण करने के लिए प्रशिक्षु आईपीएस सह थाना अध्यक्ष संदीप सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर उपस्थित है.

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इसुआपुर : दारुल उलूम अजीजिया रजविया सांढ़वारा के तत्वावधान में 17 मार्च को होने वाले जलसा जमाले तैबा व तजुश शरीया कॉन्फ्रेंस के सिलसिले में एक बैठक मौलाना नेसार अहमद मिस्बाही की अध्यक्षता में हुई.

जिसमें जलसे को कैसे कामयाब बनाया जाय इसपर जिले से आये हुये लोगों ने अपने अपने विचार रखे. बैठक को मुफ़्ती शमशीर रजा, मौलाना मेराज मुफ़्ती असगर,मौलाना मजहर मुफ्ती, अब्दुल हकीम साहब, मुफ़्ती अली अकबर, मौला हनीफ, बबलू अनवर अंसारी, मास्टर जैनुद्दीन, इमामुद्दीन खान, मौलाना इरफान, मौलाना असलम, हाफिज गुलाम अली, मास्टर तैयब, अब्दुल हकीम, नैमुल्लाह, जनाब सलीम, इरशाद आलम तथा जिले के हर प्रखंड से दो सौ से ज्यादा लोगों ने संबोधित किया.

वही जलसे में बरेली शरीफ से हजरत अल्लामा, मुफ़्ती असजद रजा खान, मोहमद आसिफ एकबाल, मुफ़्ती आशिक अली, बरेली से शायर मोबारक हुसैन, मोबारक, दिलबर असलमी वगैरह तशरीफ भी शिरकत करेंगे.

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Nagra: नगरा ओपी थाना क्षेत्र के नगरा मझवालिया पुल पर शनिवार की अहले सुबह एक तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक पुल का रेलिंग तोड़ते हुए नीचे नदी में गिर गया. बताया जा रहा है कि ट्रक मशरख के तरफ से आ रहा था, तभी यह हादसा हो गया. इस घटना में ट्रक ड्राइवर घायल हो गया.

घटना की जानकारी मिलते ही घायल को राहगीर व स्थानीय लोगो की सहयोग से ट्रक के अंदर दबे हुए चालक को बाहर निकाल कर नगरा पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां चिकित्सक डॉक्टर सत्यनरायन प्रसाद ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को चिंता जनक देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिये छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. घायल व्यक्ति पानापुर गांव निवासी 42 वर्षीय लालबाबू सिंह बताये जाते है.

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लहलादपुर: नियोजित शिक्षकों की हड़ताल 6ठे दिन भी जारी है. समान काम समान वेतन सहित हूबहू नियमित शिक्षको की तरह सेवाशर्त की मांग को लेकर जारी इस हड़ताल में सभी शिक्षको का भरपूर सहयोग मिल रहा है. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर बीआरसी में धरना दे रहे है.

शनिवार को परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह लहलादपुर प्रखण्ड का दौरा करते हुए हड़ताली शिक्षको का उत्साहवर्द्धन किया गया.

हड़ताली शिक्षको को सम्बोधित करते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षको की एकता से सरकार भयभीत दिख रही है, सरकार प्रतिदिन नए नए हथकंडों को अपनाकर शिक्षको की एकता को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन हमे टस से मस नही होना है. एकता में ही बल होता है. आपकी चट्टानी एकता को मैं सलाम करता हूं और पूर्ण विश्वास के साथ कहता हूं कि जबतक सरकार समान काम के लिए समान वेतन और नियमित शिक्षको की तरह हूबहू सेवाशर्त नही दिया जाता तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.

श्री सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से रोज एक पत्र निकल रहा है शिक्षको पर कार्रवाई की जा रही है. इसके बावजूद यह आंदोलन अगर जारी है तो यह शिक्षको की जीत है. शिक्षक अपने हक के लिए बाध्य होकर हड़ताल पर है. धरना, प्रदर्शन, आवेदन देने और लाठी, आंसू गैस के गोले खाने तथा जेल जाने के बाद शिक्षक हड़ताल पर है सूबे के मुखिया श्री कुमार उन्हें अब बर्ख़ास्त करने का पत्र जारी करवा रहे है.

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री जी सूबे में 4 लाख नियोजित शिक्षक अगर हड़ताल पर है तो यह आपको यह कुर्सी से बर्खास्त करने का काम भी करना जानते है. आपका पत्र आपपर ही भारी पड़ सकता है.

इसके अलावे सभा को संजय राय, नरेंद्र कुमार राय, अविनाश कुमार पिंटू, विनोद राय, इंद्रजीत, कामेश्वर प्रसाद, केशव तिवारी, शिव तिवारी, शोभा कुमारी, आशा कुमारी, अनिता कुमारी, संगीता कुमारी, रुखसाना, शहनाज बानो, असगरी बानो, असगरी खातून, मनीषा परवीन, सीमा परविन शामिल थे.

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Chhapra: मशरक थाना क्षेत्र के सतुआर में पिता और दो पुत्र जहरीला भोजन खाने से गंभीर रूप से बीमार हो गए. शनिवार की सुबह परिजन सबको लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहाँ एक बच्चे की मौत हो गई. वही एक बच्चे और पिता को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया.

परिजन की माने तो महाशिवरात्रि के मौके पर सतुआर निवासी झगरू महतो की पत्नी ने घर में रखे गेंहू को पिसवा कर मंगाया और उसी आटे से रात में रोटी बना कर झगरू महतो , 10 वर्षीय पुत्र अमन और चार वर्षीय पवन को खिलाया हालांकि खुद झगरू की पत्नी और एक बच्चे ने खाना नही खाया क्योकि वह लोग महाशिवरात्रि के मौके पर बाहर से प्रसाद खाकर आये थे.

खाना खाने के बाद तीनों की हालत बिगड़ने के बाद परिजन उन्हें लेकर सदर अस्पताल छपरा लेकर पहुँचे जहां अस्पताल में तैनात चिकित्सक की माने तो 4 वर्षीय पवन की मौत अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही हो गई थी जबकि पिता झगरू महतो और 10 वर्षीय अमन का इलाज किया जा रहा है. जिनकी स्थिति गंभीर है. बहरहाल पिता पुत्र की स्थिति गंभीर देखते बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है.

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इसुआपुर: छपरा मशरख मुख्य मार्ग पर अचितपुर गांव के समीप सड़क दुर्घटना में पानापुर रसौली गांव के पूर्व मुखिया कैलाश प्रसाद गुप्ता की मौत हो गयी वही उनके पुत्र घायल हो गए. दुर्घटना के बाद आसपास के लोगों ने घायल को अस्पताल पहुंचाया. जहाँ घायल का इलाज किया गया और मृत कैलास प्रसाद गुप्ता के शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया गया.

घटना को लेकर घायल दिनेश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि वह अपने घर जा रहे थे. इसी बीच अचितपुर गांव के समीप तेज रफ्तार से आ ट्रक ने टक्कर मार दी. जिससे दोनों सवार गिर पड़े. इसे देख आसपास के लोगो द्वारा तुरंत इलाज के लिए इसुआपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहाँ कैलास प्रसाद गुप्ता को मृत घोषित कर दिया गया. वही घायल दिनेश प्रसाद गुप्ता का इलाज किया गया.

मृत पूर्व मुखिया स्थानीय शिक्षक नेता ओम प्रकाश गुप्ता के चाचा बताए जाते है. घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षको के साथ साथ जदयू नेता शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि अजय राय, उप प्रमुख संतोष साह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार का ढाढस बढ़ाया.

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सोनपुर: थाना क्षेत्र के कल्याणपुर पंचायत अंतर्गत बैजलपुर गांव में रविवार को एक शादी समारोह में भोजन खाने के बाद लगभग 130 से अधिक लोग बीमार हो गये. लोगो का ईलाज  अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है.

ग्रामीणों ने शाकाहारी भोजन किया. भोजन करने के कुछ ही घण्टे के बाद से ही ग्रामीणों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द व ढंड लगने लगा. इस तरह से भोजन करने वाले लोगों की तबीयत लगातार बिगड़ने लगी.

अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी हरिशंकर चौधरी ने बताया कि 130 से अधिक ग्रामीण लोग बीमार हुए सभी लोग डायरिया की चपेट में आये.

वही श्री चौधरी ने बताया कि यह फूड प्वाइजनिंग की तरह है लेकिन जाँच पड़ताल करने के बाद ही असली वजह की जानकारी मिल सकेंगी. सभी मरीज खतरे से बाहर है. सभी मरीजो के पल पल उनके स्वास्थ्य की जनकारी ली जा रही है. इस घटना के खबर सुनते ही अनुमंडल पदाधिकारी शम्भु शरण पांडये के साथ अन्य प्रखंड व अनुमंडल के पदाधिकारी उपस्थित होकर मरीजो के हालचाल जना और वेहतर ईलाज उपलब्ध कराने के लिए सभी डॉक्टरों को निर्देश दिए.

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Chhapra: जिले में संस्थागत प्रसव को लेकर महिलाओं व परिवारों में जागरूकता बढ़ रही है। वर्ष 2019 में अप्रैल से दिसंबर तक कुल 43006 महिलाओं का संस्थागत प्रसव हुआ है। जिले के छपरा शहरी, गड़खा व दरियापुर प्रखंड में सबसे ज्यादा संस्स्थागत प्रसव हुआ है। जिसमें छपरा शहरी में 4982, गड़खा में 3331 और दरियापुर में 3321 महिलाओं का संस्थागत प्रसव हुआ है।

जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रोत्साहन राशि:

सरकारी संस्थानों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जननी सुरक्षा योजना की शुरुआत की गयी है। इसके अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने पर ग्रामीण लाभार्थी को 1400 रूपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। वहीँ शहरी लाभार्थियों को 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। साथ ही इसके लिए आशाओं को भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, जिसमें प्रति लाभार्थी संस्थागत प्रसव कराने पर ग्रामीण क्षेत्र की आशा को 600 रूपये एवं शहरी क्षेत्र की आशा को 400 रूपये दिए जाने का प्रावधान है।

सुरक्षित प्रसव के लिए अस्पताल जाना जरुरी:

सुरक्षित प्रसव के लिए लाभार्थी को अस्पताल जाना जरुरी होता है। इसमें आशाओं द्वारा मुख्य भूमिका निभाई जा रही है। आशा घर-घर जाकर संस्थागत प्रसव को लेकर महिलाओं को जागरूक करती है एवं गृह प्रसव के करम होने वाले खतरों से महिलाओं एवं परिवारों को पूर्ण जानकरी देती है। इसके लिए प्रसूति महिला को घर से अस्पताल एवं प्रसव के बाद अस्पताल से घर जाने के लिए नि:शुल्क एम्बुलेंस की सेवा दी जाती है। हर वार्ड में आशा कार्यकर्ता है जो प्रसूति महिलाओं की देखभाल कर उन्हें अस्पताल तक लाती है। संस्थागत प्रसव के बाद अस्पताल से बच्चें को जन्म प्रमाण पत्र भी निर्गत किया जाता है।

संस्थागत प्रसव से मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी:

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संस्थागत प्रसव जरूरी है। जन्म का पहला घंटा नवजात शिशु के लिए महत्वपूर्ण होता है। जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी से दम घुटने से नवजात शिशु को गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। गृह प्रसव की जगह संस्थागत प्रसव आवश्यक है, ताकि बर्थ एफ्सिक्सिया की स्थिति में विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में नवजात को उचित इलाज की समुचित व्यवस्था मिल सके।

जन्म के 2 वर्षो तक फालोअप:

जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया संस्थागत प्रसव को बढ़ाना देने में आशा की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। आशा के माध्यम से गर्भवती माताओं की ट्रैकिंग करायी जाती है। फिर प्रसव होने तथा उसके बाद दो वर्ष तक उसका फालोअप कराया जाता है। मदर चाईल्ड ट्रेकिंग सिस्टम के तहत यह सब किया जाता है। इसी प्रणाली के तहत आशा गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण तथा संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करती हैं।

संस्थागत प्रसव के प्रखंडवार आंकड़ें वर्ष 2019( अप्रैल से दिसंबर):

• अमनौर- 1617
• बनियापुर- 2324
• दरियापुर- 3321
• दिघवारा-2377
• एकमा- 2783
• गड़खा- 3331
• इसुआपुर- 1390
• जलालपुर- 2426
• लहलादपुर-714
• मकेर- 1167
• मांझी- 1881
• मढौरा- 2535
• मशरक- 1299
• नगरा- 2238
• पानापुर- 975
• परसा- 2632
• रिविलगंज- 876
• छपरा शहरी- 4982
• सोनपुर- 2816
• तरैया- 1322

 

(आँकड़े स्वास्थ्य विभाग, सारण छपरा से प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर दिए गए हैं)

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