Majhi: पिछले दो महीनों से देश भर में जारी लॉक डाउन में हजारों लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए है. ऐसे में उनके घरों में किसी भी अनहोनी होने पर काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. एक ऐसा ही मामला मांझी प्रखंड के फतेहपुर सरैया में भी देखने को मिला जहाँ गुजरात के सूरत में मजदूरी करने गए और लॉक डाउन में वहीं फंसे राजबलम सिंह की पत्नी की मौत हो गयी. माँ की मौत से घर में मौजूद पांच में से तीन पुत्रियों के रो रोकर बुरा हाल था. जिसके बाद समाज के लोगों ने सभी की मदद की.

माँ के अंतिम संस्कार के लिए पिता के वापस ना आ पाने की स्थिति में सामाजिक प्रथाओं को दरकिनार करते हुए पुत्रियों ने अपनी माता की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि भी दी.

इधर मौत की खबर सुनकर आस पास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. सबने उन्हें ढांढस बंधाया. शव को चिता पर लिटाने के बाद अग्नि संस्कार को लेकर लोग अलग अलग राय देने लगे तभी मृतक की पांचवीं पुत्री ने साहस का परिचय देते हुए स्वयं मुखाग्नि देने का निर्णय किया. ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से बच्ची का आग्रह स्वीकार कर लिया.

मांझी प्रखंड जीविका समूह से जुड़ी मृतक राजमुनि की पुत्रियों की मदद के लिए सोशल मीडिया ग्रुप अनुभव जिन्दगी का भी आगे आया है. उक्त सोशल ग्रुप के सक्रिय सदस्य राजीव कुमार सिंह तथा राजू कुमार गुप्ता की पहल पर जुटी जीविका दीदियों ने तत्काल 83 सौ रुपये तथा खाद्य सामग्री के अलावा स्थानीय मुखिया संजीत कुमार साह व पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज ने क्रमशः पांच पांच हजार रुपये नकद तथा खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया. श्री सिंह ने एक पुत्री को सीएसपी में नौकरी दिलाने का भी आश्वासन दिया.

मौके पर जदयू नेता अरविंद सिंह, समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान तथा अशोक सिंह आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. उधर प्रखंड परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने सोशल मीडिया ग्रुप के अनुरोध पर मृतक का 25 हजार का बैंक ऋण माफ कराने के साथ साथ मृतक के पुत्रियों को स्कील डेवलपमेंट के तहत मुफ्त ट्रेनिंग कराने तथा रोजगार उपलब्ध कराने में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया.

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Chhapra: हर कोई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इस बीच मौसम ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आसमान से आग बरस रहे हैं. लोगों को घर से निकलना मुश्किल है. पारा 45 डिग्री के पास पहुंच चुका है. गर्मी में चिलचिलाती धूप बढ़ने के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है. जिसमें सबसे अहम है हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. लू उन अधिक गर्म और शुष्क हवाओं को कहा जाता है. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि लू लगने पर शरीर का तापमान एकदम बहुत बढ़ जाता है और शरीर में पानी और नमक की ज्यादा कमी हो जाती है. दरअसल जब शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम शरीर को वातारवरण के अनुकूल ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है तो शरीर में गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर की ठंडक कम हो जाती है और लू लग जाती है. साथ ही लू लगने पर शरीर में गर्मी, खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है और ज्यादा प्यास लगती है.

पानी की पूर्ति रखें
लू लगने की अहम वजह शरीर में पानी की कमी होना है, इसलिए किसी ना किसी रूप में पानी की पूर्ति कर लें. ऐसे में आप आम का पन्ना लें, जो लू से बचाने में काफी कारगर साबित होता है. इसके अलावा नींबू पानी, सादा पानी, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी आदि के माध्यम से पानी लेते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.

धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें 
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखें कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो सिर और आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. जैसे अगर आप लंबे समय से एसी में बैठे हैं तो एकदम से धूप में ना जाएं.

खाली पेट घर से ना निकलें 
वैसे तो किसी भी मौसम में घर से खाली पेट नहीं निकलना चाहिए, मगर गर्मी में तो ऐसा बिल्कुल ना करें. जब भी कर से निकले तो गर्मी के अनुसार हेल्दी खाना खाएं और फिर बाहर निकलें. साथ में पानी की बोतल ले जाना भी नहीं भूलें.

तरबूज-ककड़ी, खीरा का करें सेवन 
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए. साथ ही ऐसे फ्रूट पर ज्यादा ध्यान दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. कहा जाता है कि टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती है. वहीं जौ खाना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और आप इसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए.

लू के लक्षण
•अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना
•सिर में तेज दर्द का होना
•लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल की कार्य-क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
•नाड़ी तथा सांस की गति तेज हो जाती है
•डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आते हैं-चक्कर आना,दस्त लगना,मिचली होना
•त्वचा पर लाल दाने हो जाना
•बार-बार पेशाब आना
•शरीर में जकड़न होना

फाइल फोटो

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Chhapra: सारण में Covid19 से संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आकड़ें के अनुसार जिले में अबतक 2140 सैंपल कलेक्ट किये गए है.

जिनमें से 2100 के रिपोर्ट प्राप्त हो चुके है. उनमे से 38 मामले पॉजिटिव मिले है. जबकि 2062 सैंपल निगेटिव मिले है. जबकि 40 सैंपल की जांच आनी अभी बाकी बाकी है.

जिले में प्रवासियों के आगमन के बाद से Covid19 के मामलों में इजाफा हुआ है. विभिन्न प्रदेशों से जिले में पहुंचे प्रवासियों के संक्रमित पाए जाने के बाद से संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. वही 8 लोग अबतक स्वस्थ हो चुके है. जबकि एक व्यक्ति की जान भी गयी है.

 

 

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Chhapra: प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सारण ने छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता से अपने ऐच्छिक कोष से स्कूलों को राशि देने की मांग की है.

एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह ने विधायक को पत्र लिखकर कहा है कि संकट के समय में स्कूलों और उनके कर्मचारियों के लिए विधायक को अपने कोष से राशि प्रदान करनी चाहिए. अगर अगर विधायक ऐसा करते हैं, अभिभावकों को फी से राहत मिलेगी.

दरअसल छपरा विधायक डॉ सीएन ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर स्कूलों से ट्यूशन फी आधा माफ करने की मांग की थी. जिसके बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विधायक से अब कर्मचारियों के भुगतान के लिए उनके ऐच्छिक कोष से राशि की मांग की है.

विधायक द्वारा स्कूलों से फी माफ करने के जवाब में एसोसिएशन ने लिखा है कि प्राईवेट स्‍कूल और स्‍थानीय संचालक, स्‍कूल के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी भी आपकी क्षेत्र के ही निवासी है. उनकी भी दैनिक आवश्‍यक जरूरते हैं. आपका विचार स्‍वागत योग्‍य तो है परन्‍तु एकपक्षीय है, प्राइवेट स्‍कूल संचालकों एवं ऐसी संस्‍थाओं का महिमा मण्‍डन पिछले दो माह से सोशल मिडिया में सिवाय निंदा के और कुछ नहीं दिख रहा है.

एसोसिएशन ने विधायक से अनुरोध किया है कि इस विपत्ति काल में सभी प्राइवेट स्‍कूलों के कर्मचारियों हेतु अपने एच्छिक कोष से एक समुचित राशि का प्रावधान करें ताकि अभिभावकों के राहत के साथ-साथ, हमारे कर्मचारियों की संवेदनाएँ भी तृप्त होती. यह परिस्थिति पिछले ढ़ाई महीने से है जो विश्‍व स्‍तर पर है. हम संचालक भी अपने सामर्थ्‍य शक्ति का उपयोग कर चुके हैं. तभी हम एक सूत्र में सहयोग की तरह अपने कर्मचारियों को बाँध पाये हैं. परन्‍तु अब आपके सहयोग एवं उच्‍च विचार की जरूरत हैं. ताकि आपकी समदर्शिता बरकरार रह सके.

एसोसिएशन ने लिखा है कि दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय एवं सर्वोच्‍च न्‍यायालय भी इस संबंध में याचिकाओं पर अपना विचार दे चुकी हैं. हम स्‍कूल एसोसिएशन सभी अभिभावकों के परिस्थितियों से पूर्णत: अवगत है एवं यथा सम्‍भव अपने तरफ से इसका निर्वाह भी कर रहे हैं.

पत्र में लिखा गया है कि प्राइवेट स्‍कूल एसोसिएशन इससे भी परेशान है कि इस वैश्विक महामारी में हमारे क्षेत्रिय विधायक या जन प्रतिनिधि प्राईवेट स्‍कूल के सभी स्‍तर के शिक्षक एवं कर्मचारी के हित में एक सार्थक कदम बढ़ाये. साथ ही उन्होंने लिखा है कि विधायक द्वारा जिलाधिकारी के पास पत्र लिखने से पहले एक बार भी एसोसिएशन से परेशानियों पर चर्चा नहीं की गयी जो खेदजनक है.

इसे भी पढ़ें: स्कूलों का फी माफ कराने को लेकर विधायक ने लिखा DM को पत्र

आपको बता दें कि विगत दिनों छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की आधी टयूशन फी को माफ़ करने की मांग की थी. जिसके बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विधायक को पत्र लिखते हुए ऐच्छिक कोष से मदद की मांग की है.

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Chhapra: कोरोना वायरस से जारी Lockdown में ईद की खुशियां भी समां गयी. पहली बार जहाँ लोगों ने इस बार घर मे ईद की नमाज़ पढ़ी वही एक दूसरे को गले मिलकर बधाई देने की हसरत भी इसबार अधूरी रह गयी. ख़ैर 30 दिनों तक रोजा रखने के बाद घरों में ईद की नमाज़ पढ़ी गयी और अल्लाह से इस महामारी से पूरी क़ायनात को बचाने की दुआ मांगी गई.

मुस्लिम समुदाय के लिए रमज़ान का महीना ईबादत का होता है 30 दिनों तक रोज़ा रखने के बाद चांद का दीदार कर ईद मनाई जाती है. लेकिन इसबार ईद घरों तक ही सीमित हो गयी.

उधर जिले के कई Qurantine सेंटर पर रह रहे मुस्लिम अप्रवासियों द्वारा केंद्र पर ही ईद मनाई गई. देश के विभिन्न कोने से अपने घर लौटे अप्रवासियों ने सेंटर पर ही अपनी जिद मनाई. केंद्रों पर रह रहे अप्रवासियों की ईद को घरवालों ने बेहतर बनाया. कई केंद्रों पर घरवालों ने अपने परिवार के सदस्य के लिए सेवई और अन्य लजीज पकवान को उपलब्ध कराया. जिससे कि वह भी ईद मना सकें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खाने का समान दिया, दूर से ईद की मुबारक़ बाद दी और घर चले गये.

शायद यह पहला मौक़ा ही होगा जब लोगों ने एक दूसरे को गले लगाए बिना ईद की मुबारक़ बाद दी हो. Lockdown में पूरे माह-ए-रमज़ान में मस्जिदों में नमाज़ अदा नही हो पाई. सरकार और प्रशासन के निर्देशों का लोगों ने एकजुटता के साथ बखूबी पालन किया.

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Manjhi: मांझी के राम घाट पर नदी में नहाने के दौरान एक युवक नदी में डूब गया. मृतक चांद महम्मद (20) जो सीतामढ़ी का रहने वाला बताया जा रहा है, लगभग छह माह से वह अपने रिश्तेदार के साथ मांझी चट्टी के समीप रहकर सब्जी का दुकान चलाता था.

घटना के सम्बंध में प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि भीषण गर्मी से ऊबकर लगभग एक दर्जन लोग दोपहर में नदी में नहा रहे थे. अन्य लोगों को नहाते देख चांद महम्मद भी नदी में कूद पड़ा. इस बीच अचानक चांद महम्मद नदी के चक्राकार धारा के चपेट में आ गया. लोगों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश भी की परन्तु उसे बचाया नही जा सका.

बाद में सीओ दिलीप कुमार के निर्देश पर समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान के नेतृत्व में गोताखोरों ने नाव व जाल के सहारे शव की खोजबीन शुरू की. मौके पर मांझी थाना पुलिस भी मौजूद थी. हालांकि देर शाम तक शव बरामद नही किया जा सका था.

30 अप्रैल को भी इसी घाट पर रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिरिसियां गांव निवासी दिलीप सिंह के पुत्र व इंजीनियरिंग के छात्र दीपक कुमार की डूब कर मौत हो गई थी. एक मई को उसका उपलता शव राम घाट से ही बरामद हुआ था.

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Jalalpur: जदयू सारण की महिला जिला अध्यक्ष माधवी सिंह द्वारा ईद से पूर्व माझी विधानसभा क्षेत्र के तमाम गांवों में लोगों को ईदी के रूप में राशन बांटा गया. इस मौके मुस्लिम बंधुओं के बीच माधवी सिंह ने रूदलपुर गांव में सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को ईदी के रूप में राशन व अन्य जरूरत के सामानों का वितरण किया. आपको बता दें कि ईद के मौके ईदी दी जाती है.

माधवी सिंह ने ईदी के रूप में राशन व अन्य जरूरत के समान वितरण करके एक अच्छी पहल की है. इस मौके पर माधवी सिंह ने कहा कि ईद के मौके पर सभी मुसलमान बंधु घर पर ही रहे, और घर पर ही ईदगाह ना जाकर नमाज पढ़ें.

इस मौके पर माधवी सिंह ने रोजेदारों को घरों में रहने का ट्रक चला दी. वही ईदी रूप में राशन मिलने पर सभी लोग खुश हुए और माधवी सिंह को धन्यवाद दिया. आपको पता दें कि माधवी सिंह कोरोना वायरस संक्रमण काल में सारण की एकमात्र ऐसी महिला नेता हैं जो हर रोज जरूरतमंदों की मदद कर रही हैं और तमाम प्रखंडों क्वारन टाइन सेंटरों में जाकर लोगों का हालचाल ले रहीं, इसके अलावें वह क्वारन टाइन सेंटरों पर राशन वितरण के साथ पैदल चल रहे प्रवासी मज़दूरों के लिए भी मांझी विधानसभा क्षेत्र के बसडीला गांव में फ़ूड स्टाल लगाया है.

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Chhapra: मढौरा प्रखंड के भलुआ मर्दन गांव में एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश से प्रखंड के भलुआ मर्दन गांव के पूरब में शिवगंज भट्टी सड़क तक, उत्तर में गौरा नथुआ सड़क तक, पश्चिम में सलीमापुर चौक पंडित टोला स्कूल तक तथा दक्षिण में नेथुआ उत्क्रमित विद्यालय तक के इलाके को सील कर दिया गया. इस क्षेत्र को कान्टेंमेंट जोन घोषित किया गया हैं.

कान्टेंमेट जोन में सभी निजी/सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेष तक बंद करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है. किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, सोनपुर, तरैया और नगरा को निदेषित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कान्टेंमेट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेष किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेष दिया गया है. इसका दायित्व डॉ0 दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कान्टेंमेट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कान्टेंमेट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी सोनपुर, तरैया एवं नगरा को निदेष दिया गया है कि आवष्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें.

कंटेन्मेंट जोन की परिधि समाप्त होने से अगले सात किसी की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी सोनपुर, तरैया एवं नगरा को निदेष दिया गया है कि बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों/गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेष दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे.

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Chhapra: विभिन्न राज्यों से हजारों प्रवासियों को लेकर छपरा आ रही ट्रेनें शनिवार की जगह रविवार को छपरा जंक्शन पहुंची. ट्रेनों को शनिवार को ही छपरा जंक्शन पहुंच जाना था लेकिन काफी लेट होने के कारण कई ट्रेनें रविवार को छपरा जंक्शन पहुंची. जिसके बाद प्रवासियों ने राहत की सांस ली.

इन ट्रेनों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, भरूच, सूरत, दादरी पुणे आदि शहरों से हजारों प्रवासी आये हैं. विलंब होने के कारण रास्ते में मज़दूरों को खाने पीने की समस्या हुई. छपरा पहुंचने पर इन्हें भोजन पानी आदि की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, फिर इन्हें अपने अपने प्रखंडो में भेजा जा रहा है.

श्रमिक स्पेशल से छपरा पहुंचे व्यक्ति ने बताया कि बहुत ज्यादा विलंब होने से उन्हें काफी समस्याओं का सामना पड़ा था. विलंब होने से रास्ते में भोजन की समस्या हो रही है. रेल प्रशासन पदाधिकारियों की सूचना के अनुसार छपरा जंक्शन पर 7 ट्रेनों को अहमदाबाद बेंगलुरु भरूच आदि शहरों से आना था. लेकिन शनिवार को महज दो ट्रेनें ही छपरा पहुंची. फिर रविवार को अन्य ट्रेनें छपरा पहुंची.

रुट बदले जाने के कारण हुआ लेट

दरअसल प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाया जा रहा है. जिसके बाद रेल रूट पर कंजेशन हो गया है. इसको देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों का रूट बदल दिया जिसके कारण यह ट्रेनें विलंब हो गयी. इस वजह से प्रवासियों को ट्रेन में खाने पीने की थोड़ी समस्या जरूर आयी लेकिन यह सभी सही सलामत अपने घर पहुंच गए. ट्रेनों के रूट बदलने के कारण इन्हें अपने गंतव्य स्थान पहुंचने में निर्धारित समय से काफी ज्यादा वक्त लग रहा है.

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Chhapra: सोनपुर प्रखंड के अंग्रजी बाजार, तरैया प्रखंड के भलुआ मर्दन,नगरा प्रखंड के भीखमपुर ग्राम में एक-एक व्यक्ति को कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेष के आलोक में सोनपुर प्रखंड के अंग्रजी बाजार, तरैया प्रखंड के भलुआ मर्दन, नगरा प्रखंड के भीखमपुर ग्राम के तीन किमी की परिधि को सील कर दिया गया है. इस क्षेत्र को कान्टेंमेंट जोन घोषित किया गया हैं.


सोनपुर प्रखंड के अ्रंग्रजी बाजार के दक्षिण में नखास, उत्तर में मानपुर, पूरब में आनन्दपुर तथा पष्चिम में बरबट्टा को कान्टेंमेंट जोन घोषित किया गया है. तरैया प्रखंड के भलुआ मर्दन ग्राम के उत्तर पूरब और पश्चिम में खादरा नदी तथा दक्षिण में आकू चक जाने वाली सड़क को कान्टेंमेट जोन घोषित किया गया है. इसी तरह नगरा प्रखंड के भीखमपुर ग्राम के पूरब में शाहपुर चौक, पष्चिम में ग्राम बन्नी, उत्तर में दयाल चौक और दक्षिण में ग्राम रामपुर मठिया तक के तीन किमी परीधि को को कान्टेंमेट जोन घोषित किया गया है.
कान्टेंमेट जोन में सभी निजी/सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेष तक बंद करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है. किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, सोनपुर, तरैया और नगरा को निदेषित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कान्टेंमेट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेष किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.
जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेष दिया गया है. इसका दायित्व डॉ0 दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कान्टेंमेट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कान्टेंमेट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी सोनपुर, तरैया एवं नगरा को निदेष दिया गया है कि आवष्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें.
कंटेन्मेंट जोन की परिधि समाप्त होने से अगले सात किसी की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी सोनपुर, तरैया एवं नगरा को निदेष दिया गया है कि बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों/गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेष दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे.

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Chhapra (H.K.Verma):  Chhapra witnessed a peculiar situation as the inflow of Migrants has been rising every day. On Thursday several  special trains carrying Migrants either terminated at Chhapra or crossed this station for other destination of the state. Altogether about 10 thousand migrants alighted yesterday from special ‘Shram Veer’ (Labour Heroes) trains  like Dadari to Chhapra, Biram Gram (Gujrat) to Chhapra , trains from Bharuch (Gujrat) to Chhapra and Ahmedabad to Chhapra besides other trains carrying Migrants of this district by other special trains destined for other stations. If the number may go up many times if those Migrants are added who are coming to the district by other than trains.

      According to an estimate more than 30 thousands of Migrants have been allowed to stay in more than 400 quarantine camps located in block and Panchayat headquarters. Finding it to be Herculean task, the district administration on Friday has decided to classify the Migrants in two categories. The first categories of Migrants would be those coming from Surat, Ahmedabad, Mumbai, Pune,delhi, NCR (National Capital Region),Kolkata and Bengaluru and they are to camped in block quarantine camps taking care of social distancing. The migrants coming from rest of the places would be allowed for home quarantine after completing some formalities like self declaration bond etc. However, both categories of Migrants are entitled for dignity Kits and other facilities provided by the district administration. It may known that at present more than 12 thousand Migrants have been allowed in home quarantine.    

Altogether 1658 samples were sent for test till Wednesday with 21 found with positive. However, 10 of them have been treated and tested negative living 11 as positive in the district at present. Although, the young duos ,Saran D.M. Subrat Kumar Sen and SP Har Kishore Rai have been passing sleepless nights to leave no stone unturned for the comfortable stay of the Migrants besides several NGOs and good Samaritans of the district, the voice of discontents are not unheard from some of the camps.

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Chhapra: सारण जिला के दो क्वारेंटीन केन्द्रों में आवासित प्रवासियों से शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया. मुख्यमंत्री ने उनका हाल-चाल जाना. साथ-साथ उपलब्ध करायी गयी व्यवस्थाओं के संबंध में फीड बैक लिया.

गड़खा के प्रखंड स्तरीय क्वारेंटीन केन्द्र मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा एवं रिविलगंज प्रखंड के राजकीय मघ्य विधालय सेमरिया पूर्वी में रह रहे प्रवासी श्रमिकों से मुख्यमंत्री ने जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने क्वारेंटीन केन्द्र पर रह रहे प्रवासियों से पूछा कि वे लोग कहाँ से आये हैं, वहाँ क्या करते थे. यहाँ आकर उन्हें कैसा लग रहा है.

वही मध्य विधालय चैनपुर भैंसमारा, गड़खा में रह रहे प्रवासी श्रमिक पिन्टू कुमार माँझी ने कहा कि वे 14 मई को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मुंबई से यहाँ आये हैं. स्टेशन पर स्क्रीनिंग हुयी, खाने का पैकेट और पानी बोतल दिया गया. निबंधन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मध्य विधालय चैनपुर, भैंसवारा लाया गया. उन्होंने बताया कि यहाँ की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है. समय पर खाना, नाश्ता मिल रहा है. मेस कमिटी बनी हुयी है। हम लोगों के सुझाव पर साप्ताहिक मेन्यू चार्ट बना हुआ है. उसी के अनुसार खाना खिलाया जा रहा है.

पंजाब के पटियाला शहर से आये सोनू कुमार ने बताया कि वे वहाँ आइसक्रिम फैक्ट्री में कार्य करते थे. उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि सरकार के द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए स्थानीय स्तर पर हीं रोजगार की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है.

रिविलगंज के क्वारेंटीन केन्द्र के एक युवक ने बताया कि वह मुंबई में इलेक्ट्रीशियन का कार्य करते थे, वहीं रेवाड़ी, हरियाणा से आयी एक महिला ने कहा कि अब हमलोग बाहर नही जाना चाहते है. यहाँ कि सभी व्यवस्थाएं अच्छी है. इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता प्रकट की.

रिविलगंज केन्द्र पर अपर समाहर्त्ता डॉ गगन के द्वारा मुख्यमंत्री को वहाँ की व्यवस्था के बारे में बताया गया.

इसके पूर्व जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा मुख्यमंत्री को बताया गया कि कैम्पों में रह रहे लोगों का स्किल मैपिंग कराया जा रहा है. जिनका खाता बिहार में नही है उनका खाता खुलवाया जा रहा है. अभी तक 4000 प्रवासी श्रमिकों को जॉब कार्ड बनवाया गया है. मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा केन्द्र की कुल क्षमता 110 है जिसमें अभी 102 लोग यहाँ आवासित है. यहाँ भी 70 लोगों का जॉब कार्ड बनाया गया है. 43 लोगों का खाता भी खुलवाया गया है.

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