Chhapra: मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सारण जिला युवा जदयू के प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी पदाधिकारी के साथ संवाद किया. मुख्यमंत्री ने सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सभी लोग तक पहुँचाने का निर्देश दिया. साथ ही सभी से सोशल साइट के माध्यम से पार्टी के नीतियों, सिद्धांतों और कार्यों का को जनता तक पहुँचाने को कहा.

इस अवसर पर सारण जिला युवा जदयू अध्यक्ष डॉ विशाल सिंह राठौर ने कहा कि सारण जिला में सभी युवा मुख्यमंत्री के कार्यों से प्रभावित होकर पार्टी के नीतियों और सिद्धांतों में निष्ठा व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में पार्टी में आ रहे हैं. पार्टी के द्वारा जो भी कार्य किया जा रहा है उसको युवा जदयू जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है. साथ ही साथ कोरोना काल में लगातार लोगों की सेवा कर उन्हें मास्क और भोजन की व्यवस्था कर पार्टी हित में कार्य करने का काम किया है.

उन्होंने बताया कि विभिन्न कोरोनटाईन सेंटरों की जांच कर वहां की समस्याओं को देखने का कार्य और उसके निदान के लिए प्रयासरत हुआ है. युवा जदयू के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस कोरोना काल में और चुनावी मूड में भी हर परिस्थिति से जूझने को तैयार हैं. उनको पार्टी के नीतियों और सिद्धांतों पर और अपने कुशल नेतृत्व पर पूरा भरोसा है क्योंकि जनता ने पिछले 15 साल के पति-पत्नी का भी शासन देखा है. जिसमें अपहरण, बेरोजगारी और जातिगत नक्सली संगठन बड़ी-बड़ी नरसंहार दिनदहाड़े महिलाओं का चीरहरण विद्यालय के नाम पर चरवाहा विद्यालय का वह स्वरूप देखा है. इसलिए बिहार की जनता उनके कार्यकाल से त्रस्त होकर बिहार से बाहर जाने का पलायन किया था. ऐसी स्थिति में 2005 के बाद बिहार में जब सुशासन की सरकार बनी तब लोगों ने चैन का साथ लिया और कानून का राज कायम हुआ. शिक्षा में विकास का स्तर बढ़ा महिलाओं को आरक्षण देने का काम हुआ लड़कियों के स्कूल जाने की व्यवस्था बिहार सरकार ने किया ऐसे बहुत सारे कार्य हैं. जो जनहित में बिहार सरकार ने अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए किया. इसलिए हमें पूरा भरोसा है कि बिहार की जनता एक बार फिर से नीतीश कुमार को दुबारा अपना नेतृत्वकर्ता मानेगी.

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  • आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

डोरीगंज: थाना क्षेत्र के भिखारी मोर के पास अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से एक वृद्ध की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई. जिसकी पहचान धर्मपुरा निवासी सरजुग महतो के रूप में की गई. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सरजू महतो रोज की तरह अपने धर्मपुरा घर से गंगा स्नान करने गए थे. लौटने के क्रम में छपरा की ओर से आरा की तरफ जा रही अनियंत्रित ट्रक उनको रौदते हुए फरार हो गई. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग लाठी डंडा लेकर सड़क पर उतर गए जिसे थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.

घटना की सूचना मिलते ही डोरीगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान अपने दल बल के साथ पहुंचे. स्थानीय लोगों के सहयोग से लोगों को शांत कराएं साथ ही सदर बी डी ओ के निर्देश पर परिजनों को पारिवारिक लाभ का 20 हजार रुपए एवं कबीर अन्त्येष्टि की तीन हजार रुपए की राशी स्थानीय मुखिया के द्वारा प्रदान की गयी. तब जाकर दो घंटे बाद 10 बजे से छपरा सोनपुर मार्ग तथा आरा छपरा पुल पर वाहनों का परिचालन शुरू हो सका. मृतक सरजू महतो  का पुत्र लालबाबू महतो द्वारा डोरीगंज थाने में अज्ञात ट्रक तथा ट्रक चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.

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Chhapra: वैश्यों के एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा विगत दिनों आर्थिक तंगी की वजह से फांसी लगाकर आत्म हत्या करने वालों के परिजनों से मुलाकात करते हुए सहानुभूति प्रकट करते हुए यथा संभव उनकी आर्थिक मदद की.

राज मिस्त्री का कार्य करने वाला 45 वर्षीय शिव कुमार साह ने लॉक डाउन के कारण कोई काम न होने के कारण आर्थिक समस्या से घिर कर परेशान हो गया था. इस वजह से फांसी लगाकर अपने घर रौजा के समीप अपनी जीवन गाथा समाप्त कर ली थी. मृतक की दो लड़की व एक लड़का है जो अभी हाल में ही मैट्रिक की परीक्षा में उतीर्ण हुआ है.

प्रतिनिधि मंडल में मिलने वालों में से मुख्य रूप से अंतराष्ट्रीय वैश्य महासभा के नवनियुक्त अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल, धर्मन्द्र साह, गुरुद्वारा से सिख समाज के सरदार राजू सिंह व ग्रंथि परमेश्वर जी, अधिवक्ता गंगोत्री प्रसाद, रवि ब्याहुत,अधिक्वता दीनदयाल कुमार, अजंता कुमारी, डॉ राजेश डाबर, अजय प्रसाद सहित अन्य वैश्य नेता उपस्थित थे.

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Saran: मढौरा विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कल गृह मंत्री अमित शाह के वर्चुअल रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके भाषण में जुमला से ज्यादा कुछ नहीं था. विधायक ने कहा कि अपने पैतालीस मिनट के भाषण में अमित शाह ने न बिहार को विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ बोले न विशेष आर्थिक पैकेज देने पर. बदहाल और बेहाल बिहार कैसे खुशहाल और समृद्ध बिहार बनेगा कोई कारगर उपाय की चर्चा भी नहीं की.

जितेंद्र राय ने कहा कि शाह ने पीएम मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक पैकेज की घोषणा का जिक्र जरूर किया लेकिन ये नहीं बताया कि 20 लाख करोड़ रुपये में बिहार को स्वस्थ, शिक्षा, बेरोजगार, मजदूर, किसान और उद्योग धंधे स्थापित हेतु कितना मिलेगा. विधायक श्री राय ने तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार छह सौ रुपये मजदूरों का किराया नहीं दे सकी वो एक वर्चुअल रैली पर 144 करोड़ रुपये में 72 हजार एलईडी स्क्रीन वितरण कर खर्च कर गयी. जिससे साफ हो गया कि भाजपा को न बिहार के किसान की चिंता है न मज़दूर की न बेरोजगारी की न स्वास्थ्य की और नही शिक्षा की.

विधायक ने कहा कि भाजपा को केवल पूंजी पतियों की सिर्फ चिंता है. राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव ने बताया कि एनडीए भाजपा और मोदी-शाह की जोड़ी को बिहार के लाखों गरीब बच्चे, पढ़ाई नवजवान-मजदूर-कमाई किसान दुगुनी कमाई और सिंचाई की उम्मीद लगाए बैठे थे, पर अमित शाह ने अपने भाषण में बिहार के विकाश हित पर कोई चर्चा न कर केवल विपक्ष को कोसने का काम किया.

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सारण: हाजी आफताब आलम खान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हिन्दुस्तान में सेक्युलरिज्म का झूठा दम भरने वाले सभी राजनैतिक पार्टियों ने अल्पसंख्यक मुस्लिमों को सिर्फ़ छलने का काम किया है. आर्थिक, समाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े अल्पसंख्यक मुस्लिम गरीब मजबूर बेसहारा लोगों को दूसरी पार्टियों का ख़ौफ़ दिखा कर उनके मताधिकार का दुरूपयोग किया है.

आफताब ने कहा कि ऐसे सारे राजनैतिक पार्टियाँ का अंदुरूनी चेहरा सामने आ चुका है. ख़ासतौर से बिहार के मुस्लिम समुदाय के लोग ऐसी गंदी राजनीति करने वाले नेताओं के फ़रेबी बातों में अब नहीं आने वाले है.

उन्होंने कहा कि अपने आपको ग़रीबों पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों के हितैषी कहने वाले नेतागण अल्पसंख्यकों के उपर हो रहे ज़ुल्म और उनकें मुद्दों पर ख़ामोश क्यों हो जाते हैं. क्या बिहार के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सिर्फ़ एक संख्या बल है जिनका इस्तेमाल सिर्फ़ चुनाव में वोट के लिए किया जाता है. क्या मुसलमानों को सम्माजनक राजनैतिक भागीदारी और उनके विकास का कोई हक़ नहीं हैं.

सारण ज़िला में वर्ष 2016 में एक विडीयों वायरल मामले में तमाम तथाकथित सेकयूलर नेताओं और पार्टियों का चेहरा बेनक़ाब हो चुका है. ऐसे मतलबी पार्टियाँ और नेतागण सिर्फ़ अपने निजी फ़ायदे के लिए समाज में नफ़रत का ज़हर घोलते है और वक़्त आने पर पीठ दिखा कर भाग खड़े होते है.

उन्होंने कहा कि चुनाव की सुगबुगाहट पाकर थाली पिटने वाले नेता और राजनैतिक दल अपने सरकार की उपलब्धि बताएँ कि उनकी सरकार ने कौन-कौन से अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाएँ बनाई थी और उस दिशा में क्या कार्य हुआ. अल्पसंख्यको के लिए उनकी सरकार की उपलब्धि क्या रही है और बिहार के प्रवासी मज़दूरों के लिए उनकी सरकार ने अपने दौर में क्या किया था ताकि बिहार के मज़दूर दुसरे राज्यों में रोटी की जुगाड़ में ना जाएँ.Sha

बिहार के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का ऐसे नेताओं और नफ़रत फैलाने वाली सभी राजनैतिक पार्टियों से मोहभंग हो चुका है अब मुस्लिम समाज के लोग सेक्युलरिज्म के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वालें किसी भी राजनैतिक दल या नेता के बहकावों में नहीं आने वालें हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग संगठित होकर सही समय पर सही फ़ैसला लेंगे.

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Chhapra: किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए अंर्तमन व श्रद्धा का लगाव जरूरी है, तभी हम सफलता के द्वार पर पहुंच सकेंगे. सफलता मिलने पर अच्छे विचार का भी जन्म लेना स्वभाविक है. ऐसे लोगों से जुड़ना भी अंर्तमन का ही जुड़ाव है, जो कि दीन-दुखियों की सेवा करने का अवसर मिल रहा है. सरकार द्वारा दो माह से अधिक लॉकडाउन रहने की वजह से गरीब-असहायों का जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो गया. दलित परिवार की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. लॉकडाउन में कोई काम नहीं मिलने की वजह से उनका परिवार चलाना काफी कठिन है. ये बातें रिविलगंज प्रखंड के थाना घाट बस्ती में गरीब परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण के दौरान समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने कही.

खाद्य सामग्री में आटा, चावल, आलू, प्याज, मास्क, तेल मसाला व अन्य जरूरी सामान वितरण किया गया. सोशल डिस्टेंसी का ध्यान रखते हुए गरीब परिवार के बीच राशन उपलब्ध कराया गया. समाजसेवी गरीब के प्रति सेवा भाव व उदारता दिखा काफी खुशी महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा हो, महामारी हो व दुख के समय हो लोगों की मदद करने के लिए उसमें शामिल जरूर होंगे. लॉकडाउन के कारण जब परेशानी रहेगा तब तक चिन्हित गरीब बस्ती, वार्ड व पंचायत में सूखा राशन वितरण किया जाएगा. मुरली कुमार और युवा भाई की देखरेख में यह वितरण किया गया और साथ ही उनके द्वारा कोरोनवायरस से बचाव से सम्बंधित दलितों को जानकारी दी गयी.

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मांझी: महिलाओं को उचित न्याय दिलाने के लिए सारण जदयू की महिला जिलाध्यक्ष माधवी सिंह से लगातार काम कर रही हैं. हाल ही में उन्होंने एक दलित पीड़ित महिला को न्याय और उसका हक दिलाया, जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने उनका स्वागत किया है. माधवी सिंह ने बताया कि सारण में महिलाओं को न्याय दिलाने के साथ उनके हक की लड़ाई में वो उनके साथ हैं और महिलाओं के साथ जहां भी अन्याय हो रहा है वह डटकर खड़ी रहेंगी. माधवी सिंह ने बताया कि हाल ही में मांझी विधानसभा क्षेत्र के इनायतपुर में एक दलित को कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा था. इसी दौरान वह उस रास्ते से गुजर रही थीं तभी कुछ लोगों ने उन्हें रोककर इस घटना की जानकारी दी. तुरंत संज्ञान लेते हुए उन्होंने सारण एसपी को फोन करके कार्रवाई करने के लिए कहा साथ ही साथ मांझी थाना में भी फोन करके दोषियों को पकड़ने के साथ महिला को न्याय दिलाने की बात कही. जिसके बाद सारण एसपी ने दोषियों पर कार्रवाई की और पीड़ित को न्याय दिलाने का काम किया.

माधवी सिंह बताया कि यह बात कुछ दिनों पहले की है. लेकिन हाल ही में जब वह उस इलाके से गुजर रही थी तब फिर इनायतपुर के लोगों ने उन्हें रोककर पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए धन्यवाद कहा और साथ में उनका आभार व्यक्त किया. लोगों ने खुशी जाहिर की कि महिलाओं के हक के लिए लड़ने सारण में एक महिला उनके साथ डटकर खड़ी है. उन्होंने कहा कि बिहार में सीएम नीतीश कुमार की सरकार महिलाओं के विकास और उनके उत्थान के लिए बखूबी काम कर रही है. उन्होंने पूरे सारण के महिलाओं से डरकर नहीं रहने की अपील की और कहा कि जहां भी सारण में किसी भी महिला को उनकी जरूरत है तो वो उनके साथ डटकर खड़ी होकर उन्हें हक व न्याय दिलाने का काम करेंगी.

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Chhapra: कल से सारण के सभी धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. 8 जून से सरकार ने देश भर के धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए अनुमति दे दी है. हालांकि इसके लिए कई शर्ते भी रखे गए हैं.

इसी बीच सारण जिले के कई मंदिर-मस्जिदों में इसके लिए तैयारी हो गई है. लोग भी देवी देवताओं के दर्शन के लिए उतारू हो गए हैं. लगभग ढाई महीने बाद मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए खोला जा रहा है इसके लिए तमाम एहतियात बरते जाएंगे.

छपरा के धर्मनाथ मंदिर, दिघवारा के अंबिका भवानी, सोनपुर के हरिहर नाथ मंदिर के साथ अन्य प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई व अन्य तैयारियां की गई है.

धार्मिक स्थल खुलने के बाद पूजा पाठ का तौर तरीका भी बदल जाएगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार मंदिरों में पूजा पाठ के दौरान किसी भी प्रकार का प्रसाद नहीं चढ़ेगा, ना ही किसी भी प्रकार से प्रसाद का वितरण होगा.

लोगों को देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को भी नहीं छूना होगा. दूर से ही दर्शन करके घर जाना होगा. मंदिरों में प्रवेश से पहले सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की प्रक्रिया की जाएगी. इसके बाद ही बिना लक्षण वाले लोगों को प्रवेश मिलेगा. प्रत्येक श्रद्धालु को मास्क लगाना जरूरी होगा साथ ही साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी जरूरी है.

धार्मिक स्थलों पर किसी भी प्रकार से भजन कीर्तन का आयोजन नहीं किया जाएगा. भजन कीर्तन के बदले रिकॉर्डेड भजन बजाए जाएंगे. साथ ही साथ मंदिरों के आसपास की दुकानों में सोशल डिस्टनसिंग का पालन कराया जाएगा.

देखिये Video Report 

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बिहार प्रदेश के आह्वान पर पूरे प्रदेश भर में बिहार सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु सद्बुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया. जिसमें छात्र-छात्राओं ने हवन कर ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने हेतु प्रार्थना किया. इसी क्रम में छपरा इकाई के द्वारा भी सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया.

इस संबंध में जय प्रकाश विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संयोजक रवि पांडेय ने कहा कि बिहार सरकार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) परिणाम को रद्द कर हजारों छात्रों के भविष्य को कुचलने का काम किया है. यह मामला कोर्ट में भी था, पर कोर्ट का निर्णय आने से पहले ही परीक्षा रद्द करने का नोटिस जारी कर दिया गया, जो बिहार सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करता है.

इसके अलावा कोविंड-19 के इस भीषण महामारी के समय एक ओर छात्र, अभिभावक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है, तो दूसरी ओर किराएदार वह निजी शिक्षण संस्थान के मालिक शुल्क जमा करने का दबाव बना रहे हैं. इस परिस्थिति में सरकार का मौन रहना शर्मनाक है.

सुशासन के 15 वर्षों के शासनकाल में भर्ती हेतु जो परीक्षाएं हुई हैं उसमें से 95% से अधिक परीक्षाएं विवादों में रहा आखिर इसके कौन है जिम्मेदार. स्कूल, कॉलेज विश्वविद्यालय शिक्षक विहीन होते जा रहे हैं. बिना शिक्षक का छात्र कैसे पढ़ रहे हैं. इसके जिम्मेदार कौन है ना समय से परीक्षा हो रही है ना समय से परिणाम आ रहे हैं, समय से वर्ग का संचालन हो रहे हैं आखिर इसके जिम्मेदार कौन हैं?

सरकार के गलत नीति, हठधर्मी, राजनीतिक द्वेष के कारण हजारों छात्र युवाओं का भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहे हैं. आखिर उच्च स्तरीय जांच का आदेश क्यों नहीं. दोषी बोर्ड के अध्यक्ष को क्यों नही हटाया गया. भ्रष्ट पदाधिकारियों के ऊपर करवाई क्यों नहीं किया गया. पदाधिकारियों को बचाने में सरकार क्यों लगी है. अपने निर्णय पर सरकार पुनर्विचार करें. अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबध्द आंदोलन जारी रहेगा.

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Patna: बिहार सरकार द्वारा मांगे गए सुझाव के जवाब में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने अपनी 13 सूत्री मांगों व सुझावों को सरकार के समक्ष रखा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बिहार सरकार से 1 जुलाई से सभी निजी स्कूलों में कक्षाएं शुरू कराने की अनुमति देने की मांग की है. इसके अलावा 15 जून से सभी स्कूलों के कार्यालयों को खोलकर एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति भी मांगी है.

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किस्तों में फी जमा करें अभिभावक

संघ ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि विद्यालयों के बंद रहने की वजह से बहुत सारे विद्यालयों के शिक्षक तथा संचालक दयनीय स्थिति में आ चुके हैं. उनकी स्थिति में सुधार लाने के लिए अभिभावकों को यह निर्देश दिया जाए की लॉक डाउन की अवधि के फीस किस्त के रूप में विद्यालयों में जमा करें. जिससे शिक्षकों तथा अन्य कर्मचारियों को वेतन मिल सके.

दरअसल शुक्रवार को प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने बिहार के शिक्षा मंत्री बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मांगी गई परामर्श के अंतर्गत 13 सूत्री सुझाव दिए है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के इस महामारी के दौर में बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, साथ ही साथ इसमें स्कूल संचालकों और उससे जुड़े हुए तमाम शैक्षिक और गैर शैक्षिक कर्मचारियों की अनदेखी नहीं की जा सकती वहीं विद्यालय बंद होने से बच्चों की पढ़ाई ठप पड़ी हुई है. लॉक डाउन के कारण प्राइवेट स्कूलों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है बच्चों के वार्षिक परीक्षा नहीं हो पाई नामांकन की प्रक्रिया नहीं शुरू हो पाई ऑफिस को भी बंद रखना पड़ा.

स्कूलों का सरकार से मांग व सुझाव

1) सर्वप्रथम विद्यालयों को अति शीघ्र 15 जून से ही विद्यालय कार्यालय खोलने की तथा नामांकन प्रारंभ करने की अनुमति दी जाए.

2) विद्यालयों को विद्यालय खुलने से 10 दिन पहले अग्रिम सूचना दी जाए ताकि विद्यालय में सैनिटाइजेशन सोशल डिस्टेंसिंग के लिए रूपरेखा तैयार की जा सके

3) विद्यालयों के वाहनों को सरकार के द्वारा श्रमिकों के लाने ले जाने में उपयोग किया गया है अतः उसे सरकार के द्वारा सैनिटाइज किया जाए।

4) विद्यालयों में कक्षा का संचालन 1 जुलाई से क्रमबद्ध तरीके से हो, पहले कक्षा 6 से कक्षा 12th की अनुमति मिले, 10 जुलाई से कक्षा 1 से 5 तक की अनुमति मिले.

5) जिन विद्यालयों में छात्र विद्यालय वाहन से आते हैं उन्हें जिस प्रकार सरकार ने सार्वजनिक परिवहनो के लिए सिर्फ सीट के संख्या अनुसार बच्चों को बैठने की अनुमति हो.

6) विद्यालय प्रवेश से पूर्व प्रत्येक छात्र छात्रा, शिक्षक, तथा अन्य कर्मचारीयों के पास फेस मास्क, सैनिटाइजर की छोटी बोतल, पेपर सोप अथवा पॉकेट हैंड वॉश अनिवार्य हो अन्यथा उनका प्रवेश वर्जित हो.

7) 5 फीट की बेंच पर केवल दो बच्चों को बैठने की अनुमति होगी.

8) विद्यालय में प्रार्थना सत्र खेलकूद तथा किसी प्रकार के सांस्कृतिक और गैर शैक्षिक कार्य स्थगित रखे जाए।
9) विद्यालय में कक्षा का संचालन 50% बच्चों के साथ दो पारी (शिफ़्ट) में किया जाए.

10) शनिवार को पूरे दिन तथा महीने के दो रविवार को कक्षा संचालन की अनुमति मिले.

11) बच्चों के बीच कोरोना को लेकर जागरूकता फैलाई जाए तथा उनको अपने लंच बॉक्स, वाटर बोतल, पुस्तके कॉपी इत्यादि को एक दूसरे के बीच बांटने से रोका जाए.

12) किसी भी बीमार बच्चे, शिक्षक अभिभावक अथवा किसी अन्य कर्मचारी का विद्यालय में प्रवेश वर्जित हो.

13) लंबे समय तक विद्यालय बंद रहने की वजह से विद्यार्थियों का पढ़ाई का बहुत नुकसान हो चुका है अतः किसी भी पर्व त्यौहार के मौके पर लंबी छुट्टी से परहेज किया जाए तथा अन्य तरह की किसी भी प्रकार के अनवांछित छुट्टियों को रद्द किया जाए.

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Chhapra: सारण में अपराधियों का बड़ा गैंग सारण पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. पुलिस ने एक साथ 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान इन अपराधियों के पास से चोरी की 7 मोटरसाइकल, लूट की 2 बाइक व अपराध में प्रयुक्त कुल 2 बाइक सहित कूल 11 बाइक व लूट का मोबाइल भी बरामद हुआ है.

गरखा में अपराध की बना रहे थे योजना

मिली जानकारी के अनुसार गरखा थाना क्षेत्र में भैंसमारा चँवर के पास अपराध की योजना बनाते हुए अपराधियों को कट्टा, गोली व मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया. पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ में पता चला कि गरखा में 20 मई व 30 मई को इनके द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया था.

पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधी खैरा का संजय सिंह, रणजीत कुमार, छपरा का राजन कुमार, प्रकाश कुमार उर्फ मनु ने इस लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार भी की. पुलिस ने इन दोनों घटना में लूटी गयी बाइक व मोबाइल भी बरामद कर लिया गया.

वहीं इस घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक व स्प्लेंडर बाइक भी बरामद कर लिया गया.

गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर 7 चोरी की बाइक भी बरामद की गई है. वहीं गिरफ्तार अपराधी संजय व रणजीत पहले भी जेल जा चुके हैं. सारण एसपी ने जानकारी दी कि इनके द्वारा किये गए अन्य कांडों के उदभेदन की संभावना है.

गिरफ्तार अपराधियों का विवरण

1. खैरा थाना के संजय कुमार सिंह के पास से देशी कट्टा एक गोली व लूट में प्रयुक्त बाइक

2. रणजीत कुमार के पास से देशी कट्टा, 2 गोली व लूटी गयी बाइक

3. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजन के पास से चोरी की बाइक

4. प्रकाश कुमार उर्फ मनु के पास से चोरी की बाइक

5.मुफस्सिल थाना के इटेसिया का
भूषण साह के पास से लूटी गयी बाइक,

6. जलालपुर के पुष्पक कुमार के पास से लूटी गयी बाइक

7. गरखा थाना के सरगट्टी के जितेंद्र कुमार राय के पास से चोरी की तीन बाइक

8. गरखा थाना बरबकपुर का गुड्डा साह के पास से चोरी की तीन बाइक

9. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नरहरिया का रजनीश कुमार,

10.आशीष कुमार

11. जलालपुर थाना क्षेत्र से मोहित कुमार को गिरफ्तार किया गया है.

इन अपराधियों की गिरफ्तारी में गरखा थाना अध्यक्ष विकास कुमार के साथ पुलिस टीम शामिल रही.

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Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लगभग 150 फलदार व छायादार पौधों को कोल्हुआँ के ग्रामीणों के द्वारा लगाया गया.

ग्रामीणों के द्वारा पर्यावरण संतुलन के संदेश के साथ पौधारोपण किया गया. इस दौरान बीरेंद्र ओझा, ध्रुप ओझा,टिंकू ओझा, तुषार ओझा, दीपक ओझा, आनंद राज, आकाश ओझा, सतीश ओझा, मंटू ओझा, सुधन ओझा, अमित पंडित, मनीष पंडित आदि लोग थे.

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