समाज में आधुनिकता हावी हो रहा है, शहर से लेकर गांव तक आधुनिक हो रहे हैं। मॉल संस्कृति आ गई है, जहां एक ही दुकान में खाने-पीने से लेकर कपड़ा और सब कुछ मिल रहा है। लेकिन इन सारी कवायद के बावजूद आज भी लगने वाले हाट-बाजार का जो आकर्षण है, वह बड़े-बड़े मॉलों में नहीं दिख सकता है।

मॉल में खरीदने वाले लोग आते हैं और अपने आप में मशगूल रहकर खरीदारी कर जाते हैं लेकिन सामाजिक समरसता क्या होती है यह दिखता है गांव में लगने वाले हाट में। भले ही आज के भौतिकवादी युग में मनुष्य चांद पर रहने और मंगल ग्रह पर जमीन खरीदने की बात कर रहे हों। शहरों में चकाचौंध वाले बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल खुल गए हों।

ऐसे में अति प्राचीन परंपरा साप्ताहिक हाट का अवलोकन निश्चित तौर पर अपने आप में सुखद अनुभूति है। हाट, हटिया या पेठिया आमतौर पर भारत के गांवों में लगने वाले स्थानीय बाजार को कहा जाता है। सब्जी, फल, ताजा मांस, खाद्यान्न या परचून सामग्री आदि हाट में खरीद-बिक्री की जानेवाली प्रमुख सामग्री है। गांव के लोगों की दैनिक जरुरतों को पूरा करने में हाट की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण है। सदियों से भारत के गांवों की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने में हाट की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।

स्थानीय कृषि-विपणन के अलावे हाट स्थल महत्वपूर्ण मिलन बिंदु एवं सांस्कृतिक केंद्र भी है। सामान्यतया गांवों में लगनेवाले हाट दो-चार घंटों का होता है, लेकिन उस क्षेत्र में बाजार का विस्तार एवं दूरी भी लगने वाले हाट की अवधि को तय करती है। जनसंख्या घनत्व के आधार पर हाट सप्ताह में दो या तीन दिन के लिए लगता है। कई कस्बों या छोटे शहरों में यह कुछ घंटों के लिए दैनिक भी लगाया जाता है। महानगरों में स्थाई तौर पर बनी सब्जी मंडी हाट का विकसित रूप है।

शहर एवं बाजार स्थाई होता है, जहां शहरी लोग अपनी रोजमर्रा की वस्तुएं खरीदते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोई स्थाई बाजार नहीं होता, रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए ग्रामीणों के लिए शहर आना मुश्किल कार्य होता है। गांव के लोगों की इन्हीं कठिनाइयों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सप्ताह में एक या दो दिन बाजार लगाया जाता है, जिसे ‘ग्रामीण हाट’ कहते हैं। ग्रामीण हाटों में गांव के लोग अपनी जरूरत की सारी चीजें खरीद लेते हैं। यह बाजार अकसर दोपहर बाद लगाए जाते हैं और शाम होते-होते उठा लिए जाते हैं।

ग्रामीण हाटों में ग्रामीणों की जरूरत की अधिकांश चीजें बिकती हैं। सभी दुकानें एक क्रम में सजी होती हैं, एक ओर अन्न की दुकानें रहती हैं, तो दूसरी ओर वस्त्रों की। एक ओर साग-सब्जियां बिकती रहती हैं और दूसरी ओर जलेबी, मिष्ठान, पकवान आदि नाश्ते की वस्तुएं। महिलाओं के लिए यहां चूड़ी, सिंदूर एवं सौंदर्य प्रसाधन की अन्य वस्तुएं भी बिकती हैं। कृषि के छोटे-छोटे औजार कुदाल, हल, खुरपी आदि भी उपलब्ध रहते हैं।

बच्चों के लिए तरह-तरह के खिलौने बिकते रहते हैं। किसी-किसी ग्रामीण हाट में गाय, भैंस, बकरी आदि छोटे-बड़े पशु भी खरीदे-बेचे जाते हैं। ग्रामीण हाटों में ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के खेल होते रहते हैं। हाट में बच्चे कहीं सपेरों की बीन की आवाज पर झूमते सांपों को देख आनंदित होते हैं, तो कहीं मदारी के बंदर के साथ मस्ती में नाचते नजर आते हैं। ग्रामीण बुजुर्ग भी इन हाटों में घूमते दिखते हैं, वे दूसरे गांवों से आए सगे-संबंधियों से मिलकर बातें करके अपना मन बहलाने जाते हैं। इससे नीरस जीवन सरस हो जाता है।

प्राचीन परंपरा साप्ताहिक हाट का अवलोकन निश्चित तौर पर अपने आप में सुखद अनुभूति है। जरूरत है इसकी प्रासंगिकता को बरकरार रखने के साथ-साथ इसे संजोने की। साइबर क्रांति ने पूरी दुनिया को एक गांव में समेट दिया है। लेकिन सप्ताह में एक दिन लगनेवाले वे हाट आज भी ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की रीढ़ बने हुए हैं। ग्रामीण इन्हीं हाटों से अपनी रोजमर्रा की वस्तुओं की खरीद-बिक्री करते हैं।

आजादी के बाद से सप्ताह में एक दिन ग्रामीण क्षेत्र में हाट लगना शुरू हुआ। हाट की शुरूआत पहले लोग अपने निजी जमीन पर किया, बाद में किसी बड़े मैदान में किया जाने लगा। जिसके बाद पीढ़ी दर पीढ़ी हाट की व्यवस्था का संचालन किया जाता है। यह हाट सगे संबंधियों के मिलन स्थल के तौर पर भी जाना जाता है। इस दिन किसी भी व्यक्ति व रिश्तेदार से मुलाकात हाट में हो जाना तय है, आसपास के गांवों में इस दिन विशेष चहल-पहल रहती है। कुल मिलाकर कहें तो गांव के लिए बड़े-बड़े मॉलों से भी अधिक प्रसांगिक ग्रामीण हाट सबके लिए समान रूप से उपयोगी है।

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Chhapra(सिताब दियारा) : जेपी जयंती के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि लोकनायक जयप्रकाश जी की जयंती पर जन्म भूमि पर बने इस स्मारक पर बने इस दिव्य और भव्य प्रतिमा का अनावरण गृह मंत्री ने किया है। सारण के लोगों ने अद्भुत किया है और लोगों को प्रेरित भी किया है। जेपी ने ही संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था। सारण क्षेत्र का आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान रहा है। लोकतंत्र को बचाने के प्रति जितना सजग बिहार है उतना कोई नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे सरकार जेपी की सपने को साकार कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिना भेदभाव के हर वर्ग के लोगों को पहुंचाया है। जयप्रकाश जी और लोहिया जी के नाम पर जिन्होंने अपनी राजनीति बनाई है उन लोगों ने अपराधी छवि की वजह से बिहार की विकास की गति को धीमी की है। बिहार के नौजवानों को जब भी अवसर मिला है वो देश मे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। बिहार के लोगों में प्रतिभा की कमी नहीं है। बाढ़ को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपनी योजनाओं से जोड़कर क्षेत्र को बाढ़ से मुक्त करेंगी।

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हिन्दी कैलेण्डर के अनुसार आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को ‘शरद पूर्णिमा’ मनाई जाती है। इस दिन रास-उत्सव और कोजागर व्रत किया जाता है। पौराणिक आख्यान है कि शरद पूर्णिमा की रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण ने महारास किया था। अतः शरद पूर्णिमा की रात्रि का विशेष महत्व है। इस रात को चन्द्रदेव अपनी पूर्ण कलाओं के साथ पृथ्वी पर शीतलता, पोषक शक्ति एवं शांतिरूपी अमृतवर्षा करते हैं।

शरद पूर्णिमा की रात्रि में विधि व निषेध ?
दशहरे से शरद पूर्णिमा तक चन्द्रमा की चांदनी में विशेष हितकारी रस, हितकारी किरणें होती हैं। इन दिनों चन्द्रमा की चांदनी का लाभ लेने से वर्षभर स्वस्थ और प्रसन्न रहा जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि दशहरे से शरद पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा के ऊपर त्राटक करने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।

धर्मग्रंथों में अश्विनी कुमार को देवताओं के वैद्य कहा गया हैं, जो भी इन्द्रियां शिथिल हो गयी हों, उनको पुष्ट करने के लिए चन्द्रमा की चांदनी में खीर रखना और भगवान को भोग लगाकर अश्विनी कुमारों से प्रार्थना करना कि ‘हमारी इन्द्रियों का बल-ओज बढ़ायें।’ फिर वह खीर प्रसाद स्वरूप ग्रहण करनी चाहिए। इस रात सूई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से भी नेत्रज्योति बढ़ती है ।

शरद पूर्णिमा दमे की बीमारी वालों के लिए है वरदान
छोटी इलाइची को, चन्द्रमा की चांदनी में रखी हुई खीर में मिलाकर खा लें और रात को सोएं नहीं। श्वास रोग ठीक हो जायेगा। चन्द्रमा की चांदनी गर्भवती महिला की नाभि पर पड़े तो गर्भ पुष्ट होता है। शरद पूर्णिमा की चांदनी का अपना महत्व है लेकिन बारहों महीने चन्द्रमा की चांदनी गर्भ को और औषधियों को पुष्ट करती है।

अमावस्या और पूर्णिमा को चन्द्रमा के विशेष प्रभाव से समुद्र में ज्वार-भाटा आता है। जब चन्द्रमा इतने बड़े समुद्र में उथल-पुथल कर विशेष कम्पायमान कर देता है तो हमारे शरीर में जो जलीय अंश है, सप्तधातुएं हैं, सप्त रंग हैं, उन पर भी चन्द्रमा का प्रभाव पड़ता है। इन दिनों में काम क्रिया से दूर रहना चाहिए, नहीं तो विकलांग संतान अथवा जानलेवा बीमारी हो जाती है और यदि उपवास, व्रत तथा सत्संग किया तो तन तंदुरुस्त, मन प्रसन्न और बुद्धि कुशाग्र होती है।

खीर को बनायें अमृतमय प्रसाद
शरद पूर्णिमा पर बनाई जाने वाली खीर मात्र एक व्यंजन नहीं होती है। ग्रंथों के अनुसार ये एक दिव्य औषधि होती है। खीर को रसराज कहते हैं। यदि संभव हो तो ये खीर चांदी के बर्तन में बनाएं। इसे गाय के दूध में चावल डालकर ही बनाएं। चावल को हविष्य अन्न यानी देवताओं का भोजन बताया गया है। महालक्ष्मी भी चावल से प्रसन्न होती हैं।

खीर बनाते समय शुद्ध चांदी के बर्तन अथवा सोना (सुवर्ण) धोकर के खीर में डाल दो तो उसमें रजतक्षार या सुवर्णक्षार आयेंगे। लोहे की कड़ाही अथवा पतीली में खीर बनाने से लौह तत्व भी उसमें आ जायेगा।

इसके साथ ही गाय का घी, केसर, बादाम, इलायची, छुहाड़ा आदि सूखे मेवों का उपयोग भी इस खीर में कर सकते हैं इलायची का प्रयोग अवश्य करें। यदि संभव हो तो खीर को चंद्रमा की रोशनी में ही बनाना चाहिए। रात्रि में महीन कपड़े से ढंककर चन्द्रमा की चांदनी में रखी हुई खीर प्रातः भगवान को भोग लगाकर प्रसाद रूप में लेनी चाहिए। खीर दूध, चावल, मिश्री, चांदी, चन्द्रमा की चांदनी, इन पंचश्वेतों से युक्त होती है, अतः सुबह बासी नहीं मानी जाती।

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Chhapra/Sitab Diyara:  सिताब दियारा की ग्रामीण सड़कों का पथनिर्माण विभाग निर्माण कराएगा. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर उनके गाँव पहुँच श्रद्धांजलि देने के बाद की. 

उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करा दिया गया है. जहाँ इलाज की सुविधा रहेगी. साथ ही इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण लोकनायक की पत्नी प्रभावती देवी के नाम पर प्रभावती देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किया गया है.

30 लोगों के  ईलाज की व्यवस्था की व्यवस्था है जिसे और बढाया जायेगा. चिकित्सकों के यहाँ रहने की भी व्यवस्था की जाएगी. चहारदीवारी का निर्माण कराया जायेगा.

साथ ही क्षेत्र के लोगों के सहूलियत के लिए सिताब दियारा और रिविलगंज के बीच पीपा पुल का निर्माण भी होगा. ताकि छपरा से आना जाना सुचारू किया जा सके. 

मुख्यमंत्री ने सारण के जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि गाँव के विकास के लिए एक एक चीज को देखिये. यहाँ के सभी लोगों से मिलिए उनकी समस्याओं को जानिए. 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हवाई मार्ग से सिताब दियारा पहुंचे थे. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन बेहद चौकस नजर आया.  

  

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• पहले इलाज के लिए जाना पड़ता था 20 किलोमीटर दूर
• 24 घंटे मिलेगी इमरजेंसी सुविधा है

• बिहार के सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्क्रमित करने की है योजना

Chhapra: बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लेकर संकल्पित और प्रयासरत है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश पर मिशन मोड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है. इसी कड़ी में सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के सिताबदियारा में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्क्रमित कर दिया गया है.

शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्क्रमित करने की घोषणा की गई. इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को संपूर्ण क्रांति के प्रणेता जयप्रकाश नारायण को समर्पित किया गया है. इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम जयप्रकाश नारायण के पत्नी के नाम पर रखा गया है. प्रभावती देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नाम रखा गया है.

स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्क्रमित करने की योजना बनाई गई है सिताबदियारा का अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिहार का पहला स्वास्थ्य केंद्र है जिसे इस योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्क्रमित किया गया है. पहले यहां के लोगों को इलाज के लिए यहां से दूर करीब 20 किलोमीटर रिविलगंज समुदायिक केंद्र सदर अस्पताल जाना पड़ता था.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्कूल जाने से यहां के लोगों को तरह-तरह के चिकित्सकीय सुविधा बेहतर तरीके से मिल सकेगी. वहीं जिला अधिकारी राजेश मीणा के द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. इस मौके पर एसपी संतोष कुमार, डीडीसी अमित कुमार, एडीएम डॉ गगन कुमार समेत अन्य मौजूद थे.

24 घंटे मिलेगी चिकित्सकीय सुविधाएं :

सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि सिताबदियारा प्रभावती देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इस केंद्र में सभी आवश्यक संसाधनों आपूर्ति की जाएगी. यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा सके इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है चिकित्सकों नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सुदृढ़ किया जा रहा है उसका रंग रोगन का कार्य भी किया जा रहा है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मेडिकल ऑफिसर स्वास्थ्य प्रबंधक प्रखंड समुदायिक उत्प्रेरक समेत अन्य पोस्टिंग की जाएगी रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों के द्वारा ही कार्य किया जाएगा.

क्या क्या मिलेगी सुविधाएं :

जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद कुमार और डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया कि प्रभावती देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. यहां पर प्रसव, नियमित टीकाकरण, 24 घंटे जाँच की सुविधाएं, ऑक्सीजन, प्रसव पूर्व जाँच, महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबन्दी, परिवार नियोजन की सुविधाएं, नवजात शिशु देखभाल, सुगर और बीपी जाँच की सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी. अब संस्थागत प्रसव में भी वृद्धि आएगी. पहले सड़क खराब होने के कारण अधिकतर लोगों यूपी चले जाते थे. लेकिन ये सभी सुविधा यही पर मिलेगा. इसके साथ मरीजों को निशुल एम्बुलेंस की सुविधा दी जाएगी. ओपीडी सेवा भी नियमित रूप संचालित किया जायेगा.

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मसरख के कर्णकुदरिया नहर में मिला अज्ञात शव, जांच में जुटी पुलिस

Mashrakh: मशरक थाना क्षेत्र अंतर्गत 40 आरडी पुल एवं कर्णकुदरिया नहर पुल के बीच नहर के पानी में बहता हुआ एक युवक का शव बरामद किया गया. शव को ग्रामीणों ने देखा था. जिसकी सूचना पुलिस को दी गई. स्थानीय गांव के लोगों की मदद से शव को नहर के पानी से निकाला गया.

शव मिलने की खबर आसपास के क्षेत्रों में फैल गई जिसके बाद शव देखने के लिए लोग जुट गए. हालांकि शव किसका है इसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है.

मृत युवक को उम्र 40 से 50 वर्ष के करीब है. वही मृतक गंजी और अंडरवियर पहने हुए है.

स्थानीय लोगो का कहना है कि नहर में पानी के बहाव में देखा गया है. ऐसा प्रतीत होता है को हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया गया. घटना की जानकारी के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.

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Chhapra/Baniyapur: पंचायत एवम निकाय चुनाव में अति पिछड़ा का आरक्षण भाजपा खत्म करना चाहती है उक्त बातें सूचना एवम प्रौद्योगिकी मंत्री इसराईल मंसूरी ने बनियापुर प्रखण्ड के हरिहरपुर गाँव पूर्व जदयू बुनकर प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव जावेद अब्बास पप्पू के आवास पर कही.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 से ही पंचायत एवम नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ा समाज को 20% आरक्षण देने का किया है उसी आरक्षण को भाजपा साजिश के तहत ख़त्म करना चाहती है. इस साजिश को महागठबंधन कभी सफल नहीं होने देगा.

जदयू प्रदेश सचिव अल्ताफ आलम राजू, बैजनाथ प्रसाद सिंह विकल, ओमप्रकाश शर्मा, जदयू जिला प्रवक्ता मोहम्मद फिरोज, इम्तेयाज परवेज, रवि प्रकाश, संजय राम, शिवनारायण सिंह पटेल, रेयाजुद्दीन मंसूरी,वसीम अकरम, सोनू आलम, अनवर मंसूरी, अख्तर हुसैन आदि उपस्थित थें.

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गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओ ने की बैठक

जलालपुर : प्रखंड के कोपा चट्टी स्थित पैलेश के सभागार में जेपी जयन्ती केअवसर पर 11अक्टूबर को सिताब दियारा मे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर की जा रही तैयारियों के लिए एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई.

जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में मुजफ्फरपुर के भाजपा सांसद अजय नारायण निषाद शामिल हुए. उन्होने सभी से केन्द्रीय गृहमंत्री की सभा मे चलने का आग्रह किया.

उन्होंने बताया कि सिताब दियारा मे गृहमंत्री का कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा. वहीं स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री की सभा ऐतिहासिक होगी जिसमे लाखो की संख्या मे लोग भाग लेंगे.

उन्होने कार्यकर्ताओ से कहा कि तैयारी मे कोई कमी नही हो इसका ध्यान सभी रखें. सभी अपने आपको जनार्दन सिंह सिग्रीवाल मानकर तैयारी करें. हर विन्दू पर ध्यान देकर यह देखना है कि भाग लेने वाले किसी को भी कोई परेशानी नहीं हो.

उन्होने कहा कि सिताब दियारा नजदीक है वहां बाईक से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है. इसलिए बाईक से अधिक से अधिक लोग चलें. वहीं वरिष्ठ नेता हेमनारायण सिंह ने कहा कि मांझी विधानसभा से सर्वाधिक भागीदारी होगी.

कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार पांडेय ने किया. मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, वंशीधर तिवारी, रामाशंकर मिश्र शांडिल्य, उमेश तिवारी, अमरजीत सिंह, गुड्डू चौधरी, फणीन्द्र सिंह, कुंदन सर्राफ, निलेश सिंह, जय किशोर सिंह, ढनमन सिंह, पंकज सिंह सहित सैकड़ों अन्य भी उपस्थित थे.

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मसरख में धारदार हथियार से गर्दन रेतकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

छपरा: मशरक मुख्य मार्ग पर मशरक प्रखंड कार्यालय से थोड़ी दूर चंवर में एक शव बरामद किया गया. गोपालबारी गांव के समीप शव के बरामद होने की खबर तुरंत फैल गई जिसके बाद लोगों की भीड़ जुट गई. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है. जानकारी मिलने के बाद मौके पर मढ़ौरा एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा ने पहुंच मामले की पूरी जानकारी ली और जांच शुरू कर दी है.

शव का गर्दन धारदार हथियार से काटा गया है. जिसके कारण पूरा शरीर लहूलुहान है. एक अनुमान के मुताबिक मृतक की उम्र लगभग 50 से 55 वर्ष होगी. घटना स्थल पर पहुंचे लोगों ने शव की शिनाख्त करने में असमर्थता जताई है. हालांकि पुलिस आसपास के क्षेत्रों से किसी के लापता होने की जानकारी ले रही है. जिससे कि शव को शिनाख्त हो सकें

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Chhapra: बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े अमेज़न कार्यालय में घुसकर 12 लाख रुपए लूट की घटना को अंजाम दिया है. इस दौरान अपराधियों की गोली से एक कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया है. जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है.

इस घटना के बाद सभी कर्मचारी डर के मारे दुबक गए. वहीं अपराधी लूट की घटना को अंजाम देने के बाद आसानी से फरार हो गये.

अपराधियों की गोली से ऑनलाइन कंपनी अमेजन का टीम लीडर रूपेश कुमार गंभीर रूप से जख्मी हुआ है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है.

गंभीर रूप से जख्मी अमेजन का कर्मचारी सिवान जिले का रहने है.

वहीं इस घटना के बाद सदर डीएसपी मुनेश्वर प्रसाद सिंह, मुफस्सिल इंस्पेक्टर गजेंद्र प्रसाद, अपर थानाध्यक्ष विकास कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी.

वहीं गंभीर रुप से जख्मी रूपेश कुमार को आनन-फानन में छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए उसे पीएमसीएच रेफर किया गया है.

इस दौरान सदर अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ राजीव कुमार अमन ने बताया कि युवक के घुटने में गोली लगी है. गोली पैर में फंसे होने का उसे बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है.

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धनौरा बाजार में विजयादशमी के अवसर पर रावण का पुतला दहन

Chhapra: सारण जिले के अवतार नगर थाना अंतर्गत धनौरा बाजार में विजयादशमी के अवसर पर रावण का पुतला दहन किया गया. प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी नवजीवन सेवा समिति एवं दुर्गा पूजा समिति धनौरा की ओर से बाजार में असत्य पर सत्य की विजय को राम रावण के बीच युद्ध को दर्शाते हुए पुतला दहन का आयोजन किया गया.

इस पुतला दहन कार्यक्रम में कोठियां नरांंव पंचायत अंतर्गत दर्जनों गांव धनौरा कोठियां नरांव, मदनपुर, मूसेपुर, चैनपुरवां, बलुंआ, कंसदियर, पिपरा टोला, संठा, डुमरी, रसूलपुर आदि गांव के हजारों महिला पुरुष के साथ बच्चों ने उमंग के साथ पुतला दहन का आनंद उठाया.

नवजीवन सेवा संघ एवं दुर्गा पूजा समिति की ओर से जनमानस को यह दिखाने का कार्य किया गया कि सत्य कितना भी परेशान हो लेकिन अंततः विजय उसी की होती है. रावण विद्वान बलशाली होने के बावजूद भी रावण राम के हाथों मारा गया उसके इस कुकृत्य को प्रदर्शित कर समाज में फैली कुरीतियों को नष्ट करने की मंशा जाहिर की गई.

रावण दहन में राम की भूमिका अरूण शर्मा एवं रावण के तौर में राजीव सिंह उर्फ मीठु सिंह ने निभाई.

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इसुआपुर: मुड़वा बजार पर बना 50 फीट का रावण, आज होगा पुतला दहन

छपरा : इसुआपुर के मुरवा बजार पर बुधवार को रावण वध समारोह का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम शाम 5 बजे शुरू होगा. जिसमें प्रखंड के अलग-अलग गाँव के लोग शामिल होंगे. वही शाम 7 बजे रावण का पुतला दहन होगा.

कोरोना के कारण पिछले दो सालों से गांधी मैदान में रावणवध समारोह का आयोजन नहीं हो रहा था. कमेटी के अध्यक्ष संतोष यादव उर्फ भोला ने कहा कि इसुआपुर में इस साल रावण का पुतला 50 फीट का बना है. इस बार गया के कुशल कलाकारों ने पुतला का निर्माण किया है.

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