Ekma: सारण जिले के एकमा चट्टी पर आज एक विशेष अवसर पर पूर्व विधायक धूमल सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया, मुख्यमंत्री अपने प्रगति यात्रा के तहत सारण पहुंचे थे, जहां उन्होंने एकमा-मशरक पथ और एकमा-दुमैगढ़ पथ के चौड़ीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

धूमल सिंह ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “जब राज्य का मुखिया स्वयं जिलों का दौरा कर विकास कार्यों का निरीक्षण कर रहा है, तो यह राज्य के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे राज्य का विकास कई गुना तेजी से होगा।”

उन्होंने मुख्यमंत्री से एकमा को अनुमंडल का दर्जा दिलाने, एकमा में आईटीआई और डिग्री कॉलेज खोलने की मांग की। उन्होंने आश्वासन दिया कि 2026 तक इन मांगों को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार लगातार प्रगति की राह पर अग्रसर है। उनकी दूरदर्शिता और जनता के प्रति उनकी निष्ठा अद्वितीय है।”

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और अधिकारी उपस्थित रहे। एकमा की जनता को मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीदें हैं, और यह यात्रा उनके विश्वास को और मजबूत करती है। इस अवसर पर प्रखण्ड अध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद, पूर्व मंत्री गौतम सिंह, जितेंद्र सिंह, रौशन सिंह, मुरली सोनी समेत सैकड़ो जदयू कार्यकर्ता मौजूद रहे.

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Chhapra: जन सुराज पार्टी के जिला मुख्य प्रवक्ता कुलदीप महासेठ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पटना में पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ हुई कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। कुलदीप महासेठ ने बताया कि प्रशांत किशोर BPSC छात्रों के समर्थन में उनकी मांगों को लेकर गांधी मैदान में शांतिपूर्ण तरीके से 2 जनवरी से अनशन पर बैठे थे। 6 जनवरी की सुबह करीब 4 बजे पुलिस ने अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर, BPSC छात्रों और अन्य समर्थकों को बलपूर्वक अनशन स्थल से हटाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना देश के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। गांधी मूर्ति के नीचे अगर बैठ कर कोई सत्याग्रह कर रहा है तो इसमें क्या गुनाह है? सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए।

प्रशांत किशोर ने सत्याग्रह करने का आह्वान 30 दिसंबर को किया था, छात्रों की मांग मानने के लिए सरकार को दिए थे 2 दिन

कुलदीप महासेठ ने आगे बताया कि जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर जी 2 जनवरी 2025 से लगातार आमरण अनशन पर हैं। बिहार में BPSC परीक्षा में हुई धांधली और अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों के आंदोलन को समर्थन देते हुए प्रशांत किशोर सबसे पहले 29 दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद में शामिल हुए थे। छात्र संसद में ये निर्णय हुआ कि मार्च निकाला जाए। पुलिस ने छात्रों के मार्च को जेपी गोलंबर पर रोक दिया था। प्रशांत किशोर छात्रों के प्रतिनिधिमंडल और हजारों छात्रों के साथ इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। अधिकारियों ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बिहार के मुख्य सचिव से मिलवाने का वादा किया और सभी छात्रों से मार्च को खत्म करने की अपील की। प्रशांत जी ने भी ये बात मीडिया और छात्रों के साथ साझा किया। इसके प्रशांत और ज्यादातर छात्र वहां से लौट गए। इसके बाद पुलिस ने कायरतापूर्ण कार्रवाई करते हुए कुछ बचे हुए सैकड़ों छात्र पर लाठियां बरसाई, पानी की बौछार की और उन्हें बेरहमी से पीटा। इस घटना से प्रशांत किशोर जी बेहद आहत हुए। हालांकि अगले दिन छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात की और अपनी बातों को रखा। प्रशांत किशोर जी ने 30 दिसंबर को कहा कि अगर सरकार 2 दिनों में छात्रों की मांगों पर विचार नहीं करती है तो वो खुद 2 जनवरी से BPSC  के छात्रों के साथ सत्याग्रह करेंगे।

सरकार ने BPSC छात्रों की मांगें नहीं मानी। इसके बाद 2 जनवरी से प्रशांत किशोर छात्रों के साथ पटना में गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे आमरण अनशन पर बैठ गए। उन्हें लगातार छात्रों का समर्थन मिलता रहा और बिहार के सभी ज़िलों के युवा, छात्र और उनके माता-पिता इस अभियान से जुड़ते चले गए और बड़ी संख्या में लोग पटना के गांधी मैदान पहुंच कर प्रशांत जी को अपना समर्थन देने लगे। प्रशांत जी को पूरे बिहार से मिल रहे इस व्यापक समर्थन से घबरा कर नीतीश और भाजपा की सरकार ने एक बार फिर कायरता दिखाई और 6 जनवरी के अहले सुबह करीब 4 बजे प्रशांत किशोर जी समेत सभी अनशनकारियों को जबरन उठाकर ले गई और गिरफ्तार कर उनके ऊपर FIR कर दिया। प्रशांत जी को पुलिस 5 घंटे से अधिक एंबुलेंस और फिर अन्य वाहन में पटना और उसके आसपास के इलाके में घुमाती रही। फिर उन्हें कोर्ट लेकर गई, जहां से उन्हें जमानत मिल गया।

प्रशांत किशोर का आमरण अनशन अस्पताल में भी जारी, छात्रों के साथ न्याय करने की मांग पर कायम है जन सुराज

छात्रों और आमलोगों ने इस पुलिसिया कार्रवाई का भारी विरोध किया। हजारों की संख्या में लोगों ने पटना में सड़क पर उतरकर प्रशांत किशोर और अन्य लोगों की गिरफ्तारी का विरोध किया। पुलिस ने प्रशांत किशोर को सिविल कोर्ट में पेश किया, जहां उन्होंने सशर्त बेल लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें बेऊर जेल ले जाया गया। उनके बेऊर जेल पहुंचने के कुछ घंटों के भीतर ही कोर्ट ने उन्हें बिना शर्त जमानत दे दी। इस बीच प्रशांत किशोर जी ने अपना आमरण अनशन जारी रखा है। 7 जनवरी की सुबह प्रशांत जी की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। उन्होंने कुछ खाने से इनकार कर दिया है और अस्पताल में भी अनशन जारी रखा है। जन सुराज पार्टी प्रशांत किशोर जी और BPSC छात्रों के खिलाफ पुलिस और सरकार की इस कायरतापूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा करती है। हमारी मांग है कि सरकार छात्र सत्याग्रह समिति की सभी 5 मांगों को मान कर अविलंब छात्र हित में निर्णय लें अन्यथा ये आंदोलन और तीव्र होगा।

प्रेस कान्फ्रेस में जिला मुख्य प्रवक्ता कुलदीप महासेठ,संजीव कुमार सिंह,प्रखंड अध्यक्ष अमनौर,रमेश प्रसाद रिंकू पंचायत संयोजक अमनौर हरनारायण समेत दर्जनों जनसुराजी साथी उपस्थित थे

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Chhapra: जन सुराज के जिला युवा कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जन सुराज के
जिला युवा अध्यक्ष ई.कुमार शिवम ने कहा कि बिहार में ही नहीं देश स्तर पर जनसुराज युवाओं की आवाज बनी हुई है। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सारण के युवाओं को तैयार रहने की जरूरत है।

बैठक को संबोधित करते हुए राज्य समिति सदस्य इं.अजीत सिंह ने कहा कि 28 दिसंबर को जन सुराज के बाइक रैली में सारण के युवाओं की बड़ी भूमिका रहेगी।

बैठक का संचालन करते हुए जिला कार्यालय प्रभारी नवनीत यादव ने संगठन विस्तार पर विस्तार से चर्चा की। इस बैठक में कई युवाओं ने जनसुराज की सदस्यता ग्रहण की।

बैठक में जन सुराज के नगर महिला अध्यक्ष प्रीति रानी, युवा नगर अध्यक्ष सरताज, मनोहर राम, मनु लाल भगत, विकास कुमार पवन कुमार, डा. पार्थ सारथी, राघवेंद्र सिंह, पप्पू राय, नौशाद आलम, आर्यन तिवारी, चंदन शर्मा, आदिल खान, मो.आरिफ राजा, हनी सिंह आदि उपस्थित थे‌।

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Chhapra: छपरा विधानसभा के अंतर्गत सभी मण्डल अध्यक्ष रिविलगंज सदर मण्डल अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह चौहान, रिविलगंज नगर अध्यक्ष सतेंद्र शर्मा ,छपरा पश्चिमी मण्डल अध्यक्ष रिंकू सिंह एवं छपरा नगर मध्य मण्डल अध्यक्ष संस्कार कुमार को अंग वस्त्र ,बुके देकर सम्मानित किया गया ।

प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज ने कहा कि छपरा विधानसभा में सभी मण्डल अध्यक्ष जो नवनिविक्त हुए है वे सभी संगठन को चलाने का काफी अनुभव रखते है। कुछ मण्डल अध्यक्ष जैसे रिविलगंज सदर मण्डल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान जो ऐसे अध्यक्ष है जो पार्टी में 2 दशक से ज्यादा जिले के कई दायित्वों को बखूबी निभा पाय है, रिविलगंज नगर एवं सदर पश्चिमी अध्यक्ष सतेंद्र शर्मा एवं रिंकू सिंह को पार्टी ने उनके अच्छे कार्य के लिये दुबारा मण्डल अध्यक्ष का दायित्व दिया है छपरा नगर में तीन भाग में बाटकर युवा संस्कार कुमार, चंदन सोनी एवं अनूप यादव जैसे कार्यकर्ता को मण्डल अध्यक्ष को जिम्मेदारी दिया है। इस सभी के नेतृत्व में छपरा के संगठन का बहुमुखी विस्तार होगा।

इस अवसर पर पूर्व नगर अध्यक्ष शम्भु नाथ पांडेय, रिविलगंज भाजयुमो के अध्यक्ष आकाश कुमार, वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रदीप मिश्रा, पूर्व उपमुखिया फुनि सिंह, प्रतीक राठौर, प्रशांत राठौर और निखिल राज सूरज कुमार, हरेश्वर कुमार आदि लोग शामिल हुए।

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Chhapra: भारतीय जनता पार्टी ने सारण जिला में अपने मंडल अध्यक्षों की घोषणा शुरू कर दी है।  इस निमित्त छपरा नगर पश्चिमी मण्डल अध्यक्ष के रूप में युवा नेता चंदन कुमार सोनी का मनोनयन हुआ है। इसकी घोषणा भाजपा जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह के द्वारा की गई।

चंदन कुमार सोनी पार्टी के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2011  में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। 2014 के लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। वर्ष 2015 में सारण भाजपा का व्यवसाय प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मनोनित हुए। वर्ष 2019 में सारण भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री मनोनित हुए।

अब पार्टी के द्वारा नई जिम्मेवारी मैलने पर उन्होंने जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, सांसद राजीव प्रताप रुडी समेत पार्टी के पदाधिकारियों का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के द्वारा मिले दायित्व को पूरी जिम्मेवारी के साथ निभाएंगे।  उनके मनोनयन से पार्टी कार्यकर्ताओं में हर्ष व्याप्त है।  

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Chhapra: भारतीय जनता पार्टी ने सारण जिला में अपने मंडल अध्यक्षों की घोषणा शुरू कर दी है।  इस निमित्त रिबिलगंज सदर मंडल में डिलियारहिमपुर पंचायत के आर एन सिंह कॉलेज में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र सिंह चौहान को रिविलगंज सदर मंडल का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसकी घोषणा भाजपा जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह के द्वारा की गई।

धर्मेंद्र सिंह चौहान भाजपा के जिला उपाध्यक्ष, जिला मीडिया प्रभारी, जिला प्रवक्ता आदि विभिन्न दायित्व का निर्वहन कर चुके हैं। विद्यार्थी परिषद के बाद 1996 से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले धर्मेन्द्र चौहान पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं, उन्होंने हर दायित्व को पूरी ईमानदारी और कर्मठता के साथ निर्वहन किया है।  

उनके मनोनयन पर जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि धर्मेंद्र सिंह चौहान को रिविलगज सदर मंडल का अध्यक्ष बनने से पार्टी पहले से और मजबूत होगी। पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रमेश प्रसाद, रामदयाल शर्मा, प्रचार्य अरुण कुमार सिंह,एवं महामंत्री विवेक कुमार सिंह, शत्रुघन भक्त, द्वारा माला पहनाकर सम्मानित किया गया। 

अपने मनोनयन पर धर्मेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि पार्टी का कार्यकर्ता हूं जो भी दायित्व मुझे पार्टी के द्वारा दिया उसे निष्ठा से निर्वहन करुंगा एवं पार्टी के मजबूती के लिए स्तर पर कार्य करूंगा। प्रदेश अध्यक्ष, सारण सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, विधायक डॉ सीएन गुप्ता सहित सभी जिला पदाधिकारियों का आभारी हूं इस दायित्व के लिए। 

धर्मेंद्र चौहान के मनोनयन पर  रिविलगंज के नेताओं में हर्ष की लहर है।  

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Chhapra: सारण में राजद जिलाध्यक्ष सुनील राय के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अंबेडकर पर टिप्पणी के विरोध में उनका पुतला दहन किया गया । पुतला दहन के उपरांत एक विशाल मार्च निकाला गया जिसमें बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।

राजद जिलाध्यक्ष ने मार्च के दौरान कहा, “अमित शाह की टिप्पणी डॉ. भीमराव अंबेडकर और दलित समाज का अपमान है। यह बयान संविधान की गरिमा के खिलाफ है। राजद इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। हम मांग करते हैं कि अमित शाह तुरंत इस्तीफा दे, वरना हमारा विरोध जारी रहेगा।” सोनपुर के विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा कि अमित शाह का बयान भाजपा के दलित विरोधी चेहरे को दर्शाता है ।

वहीं पूर्व मंत्री व गरखा के वर्तमान विधायक सुरेंद्र राम ने कहा कि बाबा साहब करोड़ों लोगों की प्रेरणा स्रोत हैं । उनपर अमित शाह की की गई टिप्पणी निंदनीय है । जिला प्रवक्ता डॉ रंजन ने अमित शाह के बयान की भर्त्सना की ।

मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर की तस्वीर लेकर उनके आदर्शों का समर्थन करते हुए नारे लगाए और सरकार एवं अमित शाह के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। यह मार्च मुख्य चौराहों से गुजरते हुए जिला मुख्यालय पर समाप्त हुआ ।

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Chhapra: जदयू के जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का भव्य आयोजन रामजयपाल कॉलेज परिसर में रविवार को किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश से लेकर जिले के सभी 20 प्रखंडों के अध्यक्ष, पंचायत अध्यक्षों सहित हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए।

कार्यक्रम का अध्यक्षता अलताफ आलम राजू ने किया। मंच संचालन सुधाकर भारद्वाज तथा धन्यवाद ज्ञापन महेश सिंह ने किया। वहीं कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मंत्री विजय कुमार चौधरी, सुनील कुमार, शैलेश कुमार, उर्फ बुलो मंडल,विधान पार्षद रविंद्र प्रसाद सिंह और विद्यासागर निषाद ने किया।

वहीं मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, की “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को एक नई दिशा दी है।हमें उनकी नीतियों को जनता तक ले जाना है और 2025 के विधानसभा चुनाव में जदयू को और मजबूती देनी है। वहीं अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की है। राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। सरकार ने छात्राओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए साइकिल योजना, पोशाक योजना और छात्रवृत्ति, स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से उन्हें प्रोत्साहित किया है। साथ ही शैलेश कुमार उर्फ बुलों मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का संदेश दिया।

वहीं विधान पार्षद रविन्द्र प्रसाद ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ है और जमीनी स्तर पर जनता के साथ संवाद बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।साथ ही उन्होंने कहा कि यह कार्यकर्ता सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की मजबूती सुनिश्चित करना था।

वहीं पूर्व सांसद आशुमेक देवी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।

वहीं प्रदेश महासचिव मेजर इकबाल हैदर ने कहा कि सरकार में अल्पसंख्यक के हित में अनेको कार्य किया है ,जिससे अल्पसंख्यक समाज लाभान्वित हो रहे है.पूर्व के सरकार ने समाज को ठगने का काम किया है।

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की और जनता के हित में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को रेखांकित किया। सम्मेलन में जिले के सभी प्रखंडों से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए, जिससे कार्यक्रम स्थल पर उत्साह का माहौल देखने को मिला। कार्यकर्ताओं ने पार्टी की नीतियों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।कार्यक्रम के समापन पर पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के लिए जी-जान से जुटने का आह्वान किया और संगठन को मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर विधान पार्षद डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव, पूर्व मंत्री गौतम सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, पूर्व मंत्री चंद्रिका राय, पूर्व विधायक धूमल सिंह, रणधीर सिंह, खाद आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल , प्रदेश उपाध्यक्ष वैधनाथ प्रसाद विकल, अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष राजेश त्यागी ने संबोधित किया। प्रदेश महासचिव सह सारण प्रमंडल प्रभारी रणविजय कुमार ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रातों दिन सभी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आग्रह किया था।प्रदेश से नियुक्त सभी दस विधान सभा प्रभारी एवं आनन्द किशोर सिंह, दिनेश सिंह, मुरारी सिंह, विशाल सिंह, बालमुकुंद चौहान, राखी कुशवाहा, जय प्रकाश यादव, पशुपति नाथ पटेल, ब्रजेश कुमार, ई प्रभाष शंकर, मनोज पटेल, कुसुम देवी, सुनील सिंह कुशवाहा, चंद्रभूषण पंडित, ओम प्रकाश शर्मा, सुनील सिंह कश्यप, इम्तियाज परवेज, शंभू मांझी, लालमुनि देवी, रेयाजुद्दीन मंसूरी, जहांगीर आलम मुन्ना, रवि प्रकाश, दिवाकर चौबे, वसीम अकरम, सोनू आलम, मनोज सिंह, सत्यनारायण सिंह, प्रियदर्शी चौरसिया, कुमारी गुड्डी जायसवाल, चांदनी सिंह, कुसुम रानी सहित अन्य मौजूद थे। 

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पटना, 27 नवम्बर (हि.स.)। बिहार में आज संगठनात्मक चुनाव को लेकर बैठक की गई। बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में सक्रिय सदस्यता एवं संगठनात्मक चुनाव को लेकर बैठक की गई। इस बैठक कि शुरुआत पार्टी के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने किया।

इस बैठक में बिहार प्रभारी विनोद तावडे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, संगठन महामंत्री भिखू भाई दलसानिया के अलावा भाजपा के कई बड़े नेता और संगठन के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बूथ कमेटी का गठन और मंडल का गठन किया गया। साथ ही साथ जिला के गठन को लेकर चर्चा की गई। इसी को लेकर यह कार्यशाला तैयार की गई है और इसमें सभी बातों की जानकारी दी गई।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठन चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसको लेकर पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने राज्यों में अध्यक्ष और अन्य पदों के चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। पार्टी ने जिन नेताओं को संगठन चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी हैं, उनमें बिहारी प्रभारी विनोद तावड़े, राधा मोहन सिंह, सुनील बंसल, तरुण चुग और अरुण सिंह के नाम प्रमुख हैं। इससे पहले जेपी नड्डा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को संगठनात्मक चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार का पर्यवेक्षक बनाया है। तावड़े दोनों राज्यों में संगठन चुनाव की देखरेख करेंगे।

इसी तरह सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड और हरियाणा का जिम्मा मिला है।

इसके अलावा तरुण चुग के जिम्मे केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और लक्षद्वीप है। शिवप्रकाश को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का ऑब्जर्वर बनाया गया है। जबकि अरुण सिंह महाराष्ट्र, गोवा, दमन द्वीप और दादर नागर हवेली के पर्यवेक्षक होंगे। इसके साथ राधा मोहन सिंह को राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और गुजरात का पर्यवेक्षक बनाया गया है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा को मकर संक्रांति के बाद नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। पार्टी हाई लेवल पर इसकी कवायद कर रही है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले पार्टी के भीतर राज्यवार सक्रिय सदस्यता का आकलन किया जा रहा है। बीते सप्ताह इसको लेकर नई दिल्ली में करीब छह घंटे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का आवास पर बैठक हुई थी। जेपी नड्डा का कार्यकाल लोकसभा चुनाव के बाद ही खत्म हो गया था लेकिन संगठन चुनाव की वजह से अध्यक्ष पद पर फाइनल फैसला नहीं हो पाया है।

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पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मिथिला राज्य बनाने की कही बात

Patna : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को विधान परिषद में मैथिलि भाषियों के लिए अलग मिथिला राज्य बनाने की बात कही। विधान परिषद में भाजपा के एमएलसी हरी सहनी ने सदन में मिथिला क्षेत्र को केंद्र की मोदी सरकार से बड़ी सौगात मिलने की बात कही।

इस दौरान उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह पीएम थे तभी मैथिलि भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था। इसके बाद अब नरेंद्र मोदी ने मैथिलि में संविधान आया है। यह मिथिला का बड़ा सम्मान है।

इसके बाद  नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने अचानक से कहा कि अभी केंद्र और राज्य दोनों जगह आपकी सरकार है। मैथिली भाषियों को चाहिए कि वे अपने लिए अलग राज्य की मांग स्वीकृत करा लें। हालांकि,उन्होंने तंज भरे अंदाज में यह टिप्पणी की। इसके बाद  सदन से बाहर निकलने के बाद एक बार फिर से राबड़ी देवी ने इन्हीं बातों को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमने कहा ही है कि मिलजुल कर मिथिला राज्य बना लेना चाहिए। राबड़ी ने अपनी बातों को दोहराते हुए केंद्र की मोदी, बिहार की नीतीश और भाजपा पर तंज कसा है।

मालूम हो कि, मैथिलि भाषी कई जिलों को मिलाकर बिहार से अलग मिथिला राज्य बनाने की मांग पिछले लंबे अरसे से कुछ संगठनों द्वारा की जाती रही है। इस बीच अब राबड़ी देवी ने अपने अंदाज में मिथिला राज्य की मांग को अपनी आवाज दी है। हालांकि, उन्होंने यह मांग तंज वाले अंदाज में किया है। वह भी इस वजह से ही आज सदन के अंदर मैथली को लेकर मुद्दा उठाया गया।

आपको बता दें कि, कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा के दौरे पर आए जहां उन्होंने 1700 करोड़ की लागत से बनने वाले एम्स का शिलान्यास किया। इसके साथ ही पीएम 10 करोड़ की लागत से बनने वाले रामनगर-रोसड़ा एनएच 527 का भी शिलान्यास किया। पीएम 389 करोड़ की लागत से निर्मित काकरघाटी-शीशो बाइपास रेलवे लाइन झंझारपुर-लोकहा बाजार रेलखंड के गेज परिवर्तन के साथ ट्रेन सेवा का भी शुभारंभ किया। उसके बाद कल संविधान दिवस के मौके पर मैथली भाषा में संविधान की कॉपी जारी किया गया।

उल्लेखनीय है कि बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, मधे्पुरा, पूर्णिया, कटिहार, सीतामढ़ी में बहुत बड़ी संख्या में मैथिलि भाषी लोग रहते हैं। उनकी कई वर्षों से अलग मिथिला राज्य बनाने की मांग की जाती रही है। इस बीच अब राबड़ी देवी के बयान से इनको बल मिलने की उम्मीद है।

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पटना, 25 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानमंडल सत्र के एक दिन पूर्व मुजफ्फरपुर में एक सभा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा था कि अल्पसंख्यक समाज जदयू को वोट नहीं देता। उनका बयान आने के बाद बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार हुई। सत्ता पक्ष ने जहां ललन सिंह के बयान पर सफाई दी देते हुए ललन सिंह का बचाव किया, वहीं विपक्ष ने इसकी निंदा की। ललन सिंह ने भी अपने बयान पर सफाई भी दे दी है।

ललन सिंह के बयान का अशोक चौधरी ने किया बचाव

प्रदेश सरकार में भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि ललन सिंह के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है, ताकि लोगों में भ्रम की स्थिति बनी रहे। ललन सिंह के कहने का अर्थ यह है कि हमने मुसलमानों के लिए जितना काम किया, उस हिसाब से जदयू को वोट नहीं मिल रहा है, इसका हमें दर्द है। जदयू को और मेहनत करने की जरूरत है। मेरा नेता न हिंदू है, न मुसलमान है, न सिख है, न ईसाई है वे इंसान हैं। हमें किसी वकील की जरूरत नहीं है।

भाजपा के विधायक बचौल ने कहा, मुसलमानों को विकास से मतलब नहीं

भाजपा के विसफी से विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने आज बातचीत में कहा कि मुसलमानों को विकास से कोई मतलब नहीं है। वे विकास के नाम पर वोट नहीं करते हैं। वे 21वीं सदी में भी वक्फ बोर्ड की बात कर रहे हैं।

राजद ने किया विरोध

राजद नेता अख्तरूल इस्लाम शाहीन ने कहा कि ललन सिंह जदयू से अधिक भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उनकी भाषा बता रही है कि वे भाजपा के हो गए हैं। लोकसभा में भी उन्होंने वक्फ बिल का समर्थन किया था। ललन सिंह का समाज जदयू के साथ नहीं है। जदयू की अब कोई नीति नहीं रह गई है।

एआइएमआइएम ने कहा, विशेष धर्म को निशाना बनाना संविधान के खिलाफ

एआइएमआइएम के एक मात्र बिहार से विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि किसी धर्म विशेष को निशाना बनाना संविधान के खिलाफ है। ललन सिंह का चरित्र उजागर हो गया है। मुसलमानों की अनदेखी की जा रही है। जदयू अब भाजपा की बात कह रही है। सरकार में बैठे लोग अलगाव की भाषा बोल रहे हैं। ललन सिंह की भाषा आरएसएस की भाषा है।

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नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव और 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव के लिए मतों की गिनती जारी है। अबतक के रुझानों में सत्तारूढ़ दलों की वापसी दिख रही है। झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडी एलायंस को बहुमत मिलता दिख रहा है, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन को बड़ा बहुमत मिलता दिख रहा है।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार झारखंड की 81 सीटों में से झारखंड मुक्ति मोर्चा 29, कांग्रेस 13 और राष्ट्रीय जनता दल 5 सीटों पर आगे है। वहीं भाजपा 28 सीटों, आजसू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जनता दल (यू) एक-एक सीट पर आगे है। इसके अलावा सीपीआईएमएल एक और एक पर स्वतंत्र उम्मीदवार आगे हैं।

महाराष्ट्र की 288 सीटों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभर रही है। भाजपा 126 सीटों पर आगे है, शिवसेना 54 और एनसीपी 35 सीटों पर आगे चल रही है। दूसरी ओर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 19 सीटों, कांग्रेस 18 सीटों और एनसीपी (शरदचन्द्र पवार) 14 सीटों पर आगे चल रही है। एमआईएमआईएम को 2 सीटों, समाजवादी पार्टी को दो सीटों पर बढ़त है। इसके अलावा अन्य पार्टियों को 7 सीटों और 7 ही सीटों पर निर्दलीय आगे चल रहे हैं।

लोकसभा की वायानाड और नांदेड़ सीटों पर हुए उपचुनाव में वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा (कांग्रेस) और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट पर डॉ. संतुकराव मारोत्राओ हम्बर्डे (भाजपा) आगे चल रहे हैं।

वहीं, देशभर में 48 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में असम की 5 सीटों में से दो पर भाजपा, एक पर असम गण परिषद, एक पर यूपीपी लिबरल और एक पर कांग्रेस आगे है।

वहीं, बिहार की चार विधानसभा सीटों में दो पर भाजपा, और दो पर सहयोगी पार्टियों जनता दल (यू)और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) आगे है।

छत्तीसगढ़ की एक सीट पर भाजपा और गुजरात की वाव सीट पर कांग्रेस आगे है।

कर्नाटक की तीन सीटों में तीनों पर कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है। केरल की दो सीटों में एक पर कांग्रेस और एक पर सीपीएम आगे है।

मध्य प्रदेश की दो सीटों पर भाजपा आगे है।

मेघालय की एक सीट एनपीपी पार्टी आगे है।

पंजाब की 4 सीटों में से तीन पर आम आदमी पार्टी और एक पर कांग्रेस आगे है।

राजस्थान की 7 सीटों में से भाजपा तीन, दो पर कांग्रेस, दो भारतीय आदिवासी पार्टी आगे है।

सिक्किम की दो सीटों पर पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। दोनों सीटें सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को गई हैं।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश की 9 सीटों में से 5 सीटों पर भाजपा, एक सीट पर राष्ट्रीय लोकदल और तीन सीटों पर समाजवादी पार्टी आगे है।

उत्तराखंड की एकमात्र सीट केदारनाथ भाजपा के खाते में जाती दिख रही है।

पश्चिम बंगाल की 6 सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस बढ़त बनाए हुए हैं।

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