पेशावर: एक बस में बुधवार को हुए बम धमाके में अब तक 15 लोगों के मारे जाने की सूचना है. जबकि 25 अन्य घायल बताए जा रहे हैं. यह बस सरकारी कर्मचारियों को लेकर जा रही थी. धमाका पेशावर की सुनहरी मस्जिद के पास हुआ. बस में सिविल सेक्रेटेरिएट के कर्मचारी सवार थे.

धमाके की आवाज सुनते ही इलाके में अफरातफरी मच गई. घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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वेटिकन सिटी: अपने पूरे जीवन को गरीबों और बीमारों की सेवा में अर्पित करने वाली मदर टेरेसा को 4 सितंबर को संत की उपाधि दी जाएगी. पोप फ्रांसिस ने संत की उपाधि के लिए मंजूरी दी. मदर टेरेसा द्वारा स्‍थापित संस्‍था मिशनरीज ऑफ चैरिटी इस काम को दुनियाभर में मानवा की सेवा के तौर पर कर रही है.

पोप फ्रांसिस ने पिछले साल मदर टेरेसा के दूसरे चमत्कार की पुष्टि की थी. मदर का यह चमत्कार ब्राजील के एक व्यक्ति से जुड़ा है, जो ब्रेन ट्‌यूमर से पीड़ित था, जिस मदर ने निजात दिलाई. मदर टेरेसा को वर्ष 2003 में तब ‘धन्य’ घोषित किया था जब उनका पहला चमत्कार सामने आया था. इस चमत्कार में एक महिला को मदर के चमत्कार से पेट के ट्‌यूमर से मुक्ति मिली थी.

साल 1997 में मदर टेरेसा का निधन हुआ था. ज्ञात हो कि किसी को भी मृत्यु के बाद संत तब ही घोषित किया जाता है, जब उसके दो चमत्कार सामने आते हैं. चमत्कार की पुष्टि पोप करते हैं.

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नेपीताव: म्यामांर की संसद ने हेतिन काव को आज करीब आधी सदी बाद देश का पहला असैनिक राष्ट्रपति चुन लिया. पूर्व में सैन्य शासन के अधीन रहे देश के राजनीतिक इतिहास में यह एक नया मोड़ है. हेतिन काव, आंग सान सू च्यी के करीबी और लंबे समय से सहयोगी रहे है.

म्यामांर की संसद के दोनों विधायी सदनों में 652 में से 360 मत 69 वर्षीय हेतिन काव को मिले. इसके साथ ही संवैधानिक प्रावधानों के चलते राष्ट्रपति बनने से रोक दी गयीं सू च्यी के लिए परदे के पीछे से इस पद की जिम्मेदारी संभालने का रास्ता साफ हो गया है.

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अंतरिक्ष में स्थापित इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में एक साल गुजारने के बाद अंतरिक्ष यात्री स्कॉट कैली धरती पर वापस लौट आए हैं. उनके साथ रूस के अंतरिक्ष यात्री मिखाइल कोर्निएंको भी थे और दोनों ने एक साथ स्पेस में साथ गुजारा है. अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर एक अंतरिक्ष यान बुधवार को कजाख्स्तान में सफलतापूर्वक उतर गया.

नासा टेलीविजन के अनुसार स्थानीय समयानुसार 10 बजकर 26 मिनट (भारतीय समयानुसार नौ बजकर 36 मिनट) पर कजाख्स्तान के झेजकाजगन शहर के समीप एक मैदान पर सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए निर्मित अंतरिक्ष यान सोयूज उतरा. 


स्कॉट केली ने बनाया रिकॉर्ड

NASA के वैज्ञानिक केली और रूसी वैज्ञानिक मिखाइल ने स्पेस में 340 दिन गुजारे. करीब पांच महीने पहले इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए रूस के सर्गी वोलकोव के साथ वे दोनों लौटे.

 

Two thumbs up from NASA Astronaut Scott Kelly, seen resting in a chair outside of the spacecraft just minutes after he…

Posted by NASA – National Aeronautics and Space Administration on Tuesday, March 1, 2016

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काबुल: अफगानिस्तान के जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास बुधवार को धमाका हुआ. भारतीय दूतावास के पास आतंकी हमले में पांच हमलावर मारे गए हैं. जबकि दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 19 स्थानीय नागरिक जख्मी हुए हैं.

जानकारी मिली है कि भारतीय दूतावास के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था जबकि बाहर छुपकर कुछ आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. ITBP और अफगान सुरक्षा बल आतंकियों से भारतीय दूतावास की सुरक्षा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी भी हुई. विस्फोट स्थल के निकट ही ईरान व पाकिस्तान के भी वाणिज्य दूतावास हैं. किसी भी समूह ने अभी तक इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है.

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छपरा: असाक्षरों को साक्षर बनाने के उद्देश्य से साक्षरता विभाग द्वारा आगामी 27 मार्च को महापरीक्षा का आयोजन किया जायेगा. परीक्षा के आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. शिक्षा विभाग के साक्षरता शाखा के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले के 323 पंचायतों में संचालित लोक शिक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा आयोजित होगी.

27 मार्च को होने वाली परीक्षा में शामिल होने वाले शिशिक्षुओं का लक्ष्य 96000 निर्धारित है. परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर साक्षर भारत मिशन के प्रेरक, नोडल HM एवं प्रखंड समन्वयक ने तैयारी प्रारंभ कर दी है. राज्य से पंजीयन प्रपत्र प्राप्त होने पर जल्द से जल्द परीक्षार्थियों का पंजीयन कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि N.I.O.S द्वारा प्रतिवर्ष परीक्षाओ का आयोजन किया जाता है जिसके तहत असाक्षर परीक्षा देकर साक्षर बनाते है जिन्हें संस्थान कक्षा -03 के शैक्षणिक प्रमाण पत्र उपलब्ध कराती है.

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सीरिया की राजधानी दमिश्क के दक्षिण में एक शिया धार्मिक स्थल के पास एक कार बम विस्फोट सहित सिलसिलेवार हमलों में कम से कम 30 लोग मारे गए.

सरकारी टीवी चैनल ने बताया कि एक कार बम और दो आत्मघाती हमलों से सैयीदा जेनाब धर्म स्थल का इलाका दहल उठा, जिसमें 30 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए. मृतकों की तादाद और बढ़ने की आशंका है.

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छपरा: स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल में रविवार को वार्षिकोत्सव मनाया गया. विद्यालय के 27 वें वार्षिकोत्सव समारोह का उद्घाटन सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने दीप प्रजव्लित कर किया. वही लोक शिक्षा समिति, बिहार के सह-सचिव नकुल कुमार शर्मा, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. 

जिलाधिकारी का स्वागत करते प्रधानाचार्य
जिलाधिकारी का स्वागत करते प्रधानाचार्य

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रधानाचार्य द्वारा लिखित एकांकी ‘दहेज़ या दुल्हन’ का मंचन विद्यालय के भैया-बहनों ने इस कदर किया कि लोगों के आँखों से अंशु निकल पड़े. साथ ही संवाद बोलते समय भैया-बहनों ने यह एहसास करा दिया कि प्रयास करने पर सफलता मिलती है. गीत एवं नृत्य भी अद्भुत था. नाटक में जो दृश्य चल रहे थे तो उससे सम्बंधित गीत और उस भाव नृत्य करके बनों ने सबको मुग्ध कर दिया. a7aec1f4-81b1-46f2-9f14-8e3c4c593319

विशिष्ट अतिथि नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि विद्या भारती बच्चों में देश भक्ति की भावना तो भरती ही है समाज को भी दिशा देने का काम भी करती है.

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुधा बाला ने किया. जबकि धन्यवाद् ज्ञापन प्रधानाचार्य रामदयाल शर्मा ने किया.

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लंदन: एक वेबसाइट पर जारी सूचना के मुताबिक एक जापानी दुभाषिये ने इस बात की पुष्टि की है कि 1945 में एक विमान दुर्घटना के बाद सुभाष चंद्र बोस की ताईपे में एक सैन्य अस्पताल में मौत हुई.

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के आखिरी दिनों को बयां करने के लिए शुरू की गई वेबसाइट http://www.bosefiles.info/ के मुताबिक बोस के साथ 1943 से 1945 के बीच दुभाषिये रहे काजुनोरी कुनीजुका अभी तक जीवित हैं. कुनीजुका ने 18 अगस्त 1945 को ताईपेई में एक विमान दुर्घटना के परिणामस्वरूप उनकी मौत होने के बारे में अपनी डायरी में बोस के आखिरी दिनों का ग्राफिक ब्योरा लिखा है.

सनकेई शिमभुन अखबार के लंदन संवाददाता नोबुरू ओकाबे ने वेबसाइट को इस बात से अवगत कराया. उन्होंने डायरी की प्रति भी वेबसाइट को सौंपी है. बोस के पोते और वेबसाइट बनाने वाले आशीष रे ने बताया, ‘डायरी जापानी भाषा में है. हम इसे अनुवाद कराएंगे और आने वाले समय में इसके प्रासंगिक अंशों को जारी करेंगे.’

ओकाबे के मुताबिक कानीजुका 98 साल के हैं और जापान के कोबे में एक वृद्ध आश्रम में रह रहे हैं. ओकाबे उनसे मिले और यह सत्यापित किया कि विमान हादसे के बाद ताईपेई में जापानी सैन्य अस्पताल में बोस की मौत हुई थी.

इससे पहले जब रे ताईपेई गए थे तब वह कैप्टन केइकीची के बेटे युकीची अरई से मिले थे. वह जापानी सेना के एक अधिकारी थे. वह बचे हुए उन सात लोगों में शामिल थे जो दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान में सवार थे. हालांकि, उन्होंने अपनी डायरी में यह भी लिखा है कि बोस के दुर्घटना में घायल होने के बाद मौत हुई थी.

इसमें उल्लिखित बातों के मुताबिक ताईपे से विमान के उड़ान भरने के शीघ्र बाद जापानी बमवषर्क विमान ने फौरन ही नियंत्रण खो दिया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. 

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काठमांडू: नेपाल की राजधानी काठमांडू में शुक्रवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए. झटके करीब 10-15 सेकेंड तक महसूस किए गए. रात करीब 10 बजकर 5 पांच मिनट पर आये भूकंप के झटके के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए.

भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.2 मापी गई है. भूकंप का केंद्र सिन्धुपाल चौक था. भूकंप से फिलहाल किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है.

बताते चले कि 25 अप्रैल 2015 को आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने नेपाल के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. इस भूकंप में 7500 से अधि‍क लोगों की जान गई थी.

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लाहौर: सांडर्स हत्याकांड में शहीद भगत सिंह का नाम एफ आई आर में नहीं होने के बावजूद 85 साल पहले ब्रिटिश सरकार ने उन्हें फांसी दे दी थी. इस कांड में उनकी बेगुनाही को साबित करने के लिए आज अदालत में सुनवाई होगी.

यह सुनवाई भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के प्रमुख इम्तियाज राशिद कुरैशी के द्वारा लाहौर होग़ कोर्ट में वर्ष 2013 में दायर एक याचिका को लेकर होगी जिसमे उन्होंने बताया है कि शहीद भगत सिंह बेगुनाह थे और उन्हें ब्रिटिश सरकार ने गैरकानूनी तरीके से फांसी दी थी.

बताते चले कि लाहौर के अनारकली पुलिस स्टेशन के अधिकारी के मुताबिक सांडर्स की हत्याकांड की एफ आई आर उर्दू में है. जिसमे दो बंदूकधारियों का जिक्र है. एफ आई आर में भगत सिंह का जिक्र नहीं है.

ब्रिटिश सरकार ने 23 मार्च 1931 को शहीद भगत सिंह को लाहौर जेल में फांसी दे दी थी, तब उनको उम्र मात्र 23 साल थी.

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नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया कि जिका विषाणु ‘भयानक तरीके से’ अमेरिकी देशों में फैल रहा है और 40 लाख तक लोगों को संक्रमित कर सकता है. संगठन ने साथ ही भारत सहित उन सभी देशों को एक चेतावनी जारी की जहां ऐडीज मच्छरों के वाहक पाए जाते हैं जो डेंगू और चिकुनगुनिया को भी जन्म देते हैं. ऐडीज ऐगिपटाए मच्छर जिका विषाणु को जन्म देते हैं जो डेंगू और चिकुनगुनिया भी फैलाता है. दोनों ही बीमारियां भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों के लिए बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याएं हैं.

जिका का प्रकोप पिछले साल ब्राजील से शुरू हुआ और 24 अमेरिकी देशों में फैल चुका है. जिका जन्म दोष और माइक्रोसेफली जैसी मस्तिष्क संबंधी विकारों के लिए जिम्मेदार है. माइक्रोसेफली के कारण बच्चे असामान्य रूप से छोटे सिर के साथ पैदा होते हैं. इसी बीच डब्ल्यूएचओ प्रमुख मार्गरेट चान ने कहा है कि जन्म दोष में तेजी से बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार कहा जा रहा ‘जिका’ वायरस भयावह ढंग से फैल रहा है.

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