-प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय ने मुआवजा किया घोषित, रेल मंत्री ने घायलों से की मुलाकात

नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच सोमवार को हुई टक्कर में दो रेल कर्मियों सहित नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मालगाड़ी के लोको पायलट और कंचनजंगा एक्सप्रेस के ट्रेन मैनेजर (गार्ड) भी शामिल हैं। इस हादसे में कुल 41 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 9 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार शाम को दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने समीप के अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से भी मुलाकात की। वैष्णव ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयोग घटना की पूरी जांच करेगा। बचाव अभियान समाप्त हो चुका है और अब रेलवे का ध्यान ट्रैक बहाली पर है, यह मुख्य लाइन है। हम इस दुर्घटना के पीछे के कारणों की पहचान करेंगे और भविष्य के लिए उचित निवारक उपाय करेंगे।

रेलवे के अनुसार, यह टक्कर आज सुबह 8.55 बजे न्यू जलपाईगुड़ी से करीब 10 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास हुई। घटना के चलते कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे के चार कोच और मालगाड़ी के पांच कोच पटरी से उतर गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की। वहीं, भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना और प्रार्थना व्यक्त की। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

0Shares

नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में एक यात्री बस पर हुए आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। एनआईए द्वारा आज सोमवार (17 जून) ने यह बयान जारी किया है।

एनआईए के एक अधिकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में 9 जून को एक यात्री बस पर हुए आतंकी हमले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा यहां लगातार दो बैठकों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के एक दिन बाद लिया गया। ये बैठकें रियासी जिले में बस पर हुए आतंकी हमले और केंद्र शासित प्रदेश में कुछ अन्य आतंकी घटनाओं के मद्देनजर बुलाई गई थीं।

उल्लेखनीय है कि बीती 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे तीन महिलाओं सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 घायल हो गए थे। आतंकवादियों ने 53 सीटों वाली बस पर तब गोलीबारी की, जब वह कटरा में शिव खोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी।

इसके बाद बीती 11 जून को भी आतंकवादियों ने भद्रवाह के चटरगल्ला में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की एक संयुक्त जांच चौकी पर गोलीबारी की, जबकि 12 जून को डोडा जिले के गंदोह इलाके में एक तलाशी दल पर हमला किया गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी 13 जून को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी, जहां उन्होंने तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं के बाद अधिकारियों को “आतंकवाद विरोधी क्षमताओं की पूरी श्रृंखला” तैनात करने का निर्देश दिया था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अपने निर्णायक चरण में है और हाल की घटनाओं से पता चलता है कि आतंकवाद हिंसा के अत्यधिक संगठित कृत्यों से घटकर मात्र छद्म युद्ध में सिमटने को मजबूर हो गया है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को सफलता हासिल करने के लिए कश्मीर की तरह जम्मू संभाग में भी क्षेत्र प्रभुत्व और शून्य-आतंकवाद योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया।

इन समीक्षा बैठकों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख मनोनीत लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, बीएसएफ महानिदेशक नितिन अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।

0Shares

नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में सोमवार को हुए ट्रेन हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। रेल मंत्रालय के अनुसार आज एक कंटेनर ट्रेन सिग्नल पार कर गई और कंचनजंगा ट्रेन के पिछले हिस्से से टकरा गई। एनडीआरएफ, डिवीजनल टीम और 15 एंबुलेंस मौके पर मौजूद हैं। रेलमंत्री भी वॉर रूम में हैं।

बताया गया है कि मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। सूत्रों ने बताया कि टक्कर के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस की कम से कम दो बोगियां पटरी से उतर गईं। रेलमंत्री ने एक्स पर कहा है कि एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

 

0Shares

New Delhi:  पश्चिम बंगाल में रेल हादसा हुआ है। इस हादसे में डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। जिससे मालगाड़ी के इंजिन के ऊपर कंचनजंघा एक्सप्रेस के डिब्बे चढ़ गए हैं। दुर्घटना के बाद राहत और राहत और बचाव के लिए रेलवे दल को रवाना कर दिया गया है।
न्यू जलपाईगुड़ी से सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन रंगापानी और निजबाड़ी के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुई है। खड़ी गाड़ी को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी जिससे कुछ बोगियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

न्यू जलपाईगुड़ी के पास डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस की हुई टक्कर के बाद सियालदह स्टेशन पर एक विशेष हेल्पलाइन बूथ स्थापित किया गया है।
हेल्पलाइन नंबर हैं:- 03323508794, 033-23833326।

The helpline numbers are :- 03323508794, 033-23833326.
#TrainAccident #NewJalpaiguri

पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को #PMNRF से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा प्रधानमंत्री ने की घोषणा

0Shares

नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह ईद-उल-अजहा के मौके पर लोगों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक्स हैंडल पर लिखा है,”ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं! यह विशेष अवसर सद्भाव के बंधन को और मजबूत करे।” प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ईद-उज-जुहा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जामा मस्जिद में सुबह छह बजे नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने दिल्ली के दरगाह पंजा शरीफ में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की। । ईद-उल-अजहा का त्योहार बुधवार शाम तक मनाया जाएगा। दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद में सवेरे सवा सात बजे नमाज अदा की गई।

0Shares

नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य पर आज नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इसकी अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय गृह मंत्री ने एजेंसियों को जम्मू में एरिया डॉमिनेशन प्लान और ज़ीरो टेरर प्लान के माध्यम से कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को दोहराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराते हुए कहा, जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद के सफाये के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई घटनाएं बताती हैं कि आतंकवाद बड़ी संगठित आतंकी हिंसाओं से सिमट कर छद्म लड़ाई तक सीमित होने के लिए मजबूर हो गया है, लेकिन हम इसको भी जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इनोवेटिव तरीकों से आतंकियों पर कार्रवाई कर एक मिसाल बनाने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने सभी एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर बल दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय पर जोर देते हुए संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और उनकी सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान देने पर ज़ोर दिया। उन्होंने स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने, सुरंगों का पता लगाने और ड्रोन का मुकाबला करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को भारत सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों से कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं में महत्वपूर्ण कमी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों का आना वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार को दिखाता है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने जम्मू और कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान के साथ लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जम्मू और कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की।

बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, खुफिया सूचना ब्यूरो, सेनाध्यक्ष (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के महानिदेशक, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

0Shares

जम्मू, 16 जून (हि.स.)। ऑनलाइन हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग सेवाओं का इंतजार कर रहे तीर्थयात्रियों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बालटाल और पहलगाम यात्रा मार्गों के लिए सुविधा शुरू कर दी है। बाबा अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू हो रही है और 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी।

आधिकारिक विवरण के अनुसार बालटाल मार्ग के लिए नीलग्रथ-पंजतरणी-नीलग्रथ पर हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान की जा रही है और पहलगाम मार्ग के लिए यह पहलगाम-पंजतरणी-पहलगाम मार्ग पर उपलब्ध होगी। आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर हेलीकॉप्टर सेवा की ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है। बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी।

पहलगाम से पंजतरणी का एकतरफा किराया 4900 रुपये, दोनों तरफ का किराया 9800 रुपये, नीलग्रथ से पंजतरणी का एकतरफा किराया 3250 रुपये और दोनों तरफ का किराया 6500 रुपये तय किया गया है। यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पास हेलीकॉप्टर टिकट बुक करते समय स्वास्थ्य प्रमाण पत्र होना चाहिए। पंजतरणी हेलीपैड से पवित्र गुफा तक और वापस आने में समय लगता है, इसलिए तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध स्लॉट यात्राओं के बीच कम से कम 5 से 6 घंटे के अंतराल पर दिखाई देंगे।

एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान यात्री को मूल फोटो पहचान पत्र और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र साथ रखना होगा, जबकि तीर्थयात्रियों को बुक किए गए स्लॉट समय से कम से कम 30 मिनट पहले संबंधित हेलीपैड पर पहुंचना होगा। उन्होंने बताया कि चार्टर बुकिंग केवल श्रीनगर और नीलग्रथ के बीच यात्रा के लिए अनुमति दी गई है, जिसमें नीलग्रथ और पंजतरणी के बीच चलने वाली कनेक्टिंग सेवा में प्राथमिकता वाली सीटें शामिल हैं।

तीर्थयात्रियों के लिए अग्रिम पंजीकरण 15 अप्रैल से ही शुरू हो चुका है। इस बीच इस वर्ष पवित्र गुफा तक 125 लंगर लगाने की अनुमति दी गई है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस वर्ष की श्री अमरनाथ यात्रा के लिए देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को आमंत्रित किया।

0Shares

नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ईद-उल-जुहा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में कहा है,”ईद-उल-जुहा के अवसर पर मैं सभी देशवासियों और विदेशों में रहने वाले भारतीयों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। ईद-उल-जुहा का पवित्र त्योहार त्याग और बलिदान का प्रतीक है। यह प्रेम, भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का संदेश देता है। यह त्योहार हमें मानवता की निस्वार्थ सेवा करने के लिए प्रेरित करता है। इस अवसर पर, आइए हम अपने राष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लें।”

0Shares

– सात यात्रियों का जिला चिकित्सालय में और 5 यात्रियों का ऋषिकेश एम्स में चल रहा इलाज

रुद्रप्रयाग, 15 जून (हि.स.)। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से लगभग तीन किमी की दूरी पर रैंतोली के निकट यात्रियों से भरा टेम्पो ट्रेवलर वाहन गहरी खाई में जा गिरा। वाहन में चालक सहित कुल 26 लोग सवार थे। घटना में 14 लोगों की मौत जबकि 12 लोग घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल सात यात्रियों को हेलीकॉप्टर की मदद ऋषिकेश एम्स भेजा गया, जबकि अन्य घायलों को जिला अस्पताल और कोटेश्वर अस्पताल में इलाज चल रहा है।

गुरुग्राम से तुंगनाथ-चोपता 26 लोगों को लेकर जा रहा एक टेम्पो ट्रेवलर वाहन शनिवार को प्रातः 11 बजे के करीब रुद्रप्रयाग मुख्यालय के समीप रैंतोली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन हाईवे से करीब दो सौ मीटर गहरी खायी में जा गिरा, जिसके चलते दस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ, पुलिस, डीडीआरएफ और अन्य रेस्क्यू टीमे मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीमों के साथ स्थानीय लोगों ने सबसे पहले घायल मरीजों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया। घटना में सात गंभीर घायलों की नाजुक स्थिति को देखते हुए हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर किया गया जबकि नौ घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने एक व्यक्ति को मृत्य घोषित कर दिया जबकि एक व्यक्ति की मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। एयरलिफ्ट किये गये सात घायलों में दो लोगों की एम्स ऋषिकेश में मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार घटना में 14 लोगों की मौत हो गई है जबकि पांच गंभीर घायलों का इलाज ऋषिकेश एम्स और सात घायलों का जिला चिकित्सालय में चल रहा है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि वाहन में कुल 26 लोग सवार थे। घटना में मौके पर ही दस लोगों की मौत हो गई थी जबकि दो यात्रियों की मौत एक्स ऋषिकेश और दो यात्रियों की जिला अस्पताल में हुई है।

चालक की पलक झपकते ही हुआ हादसा
बद्रीनाथ हाईवे के रैंतोली में जिस स्थान पर घटना घटी, वहां पर एक्सीडेंट होने की संभावनाएं कुछ भी नहीं हैं। यहां पर हाईवे किनारे बने पैराफिट को तोड़ते हुये वाहन खाई में जा गिरा। किसी तरह से खाई से घायलों का रेस्क्यू किया गया गया। जिस स्थान पर वाहन खाई में गिरा, वहां जाने का रास्ता भी नहीं था। बताया जा रहा है कि वाहन में सवार सभी यात्री नींद में थे जबकि वाहन चालक की पलक झपकते ही हादसा हो गया।

घटना में सभी का रहा महत्वपूर्ण सहयोग: डीएम
डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर रेस्क्यू टीम को भेज दिया गया था। इसके साथ ही हेली सेवा कंपनियों से बात की गई। जिस स्थान पर घटना घटी, वहां हेली का पहुंचना मुश्किल था। ऐसे हालातों में रेस्क्यू टीम की ओर से सभी घायलों को पहले स्ट्रेचर के माध्यम से सड़क तक पहुंचाया गया। यहां से इन यात्रियों में जो गंभीर घायल थे, उन्हें गुलाबराय मैदान और बाकी घायलों को 108 की मदद से जिला चिकित्सालय के साथ ही कोटेश्वर अस्पताल भर्ती किया गया। बताया कि गंभीर घायलों के लिए गुलाबराय मैदान में हेलीकॉप्टर उतारे गए। हेली कंपनियों के सहयोग से सात गंभीर घायलों को हॉयर सेंटर ऋषिकेश भेजा गया। रेस्क्यू अभियान में जिला प्रशासन की टीम के साथ ही सुरक्षा जवानों एवं स्थानीय लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनकर नवलेश ने उफनती नदी में लगाई छलांग
बद्रीनाथ हाईवे के रैंतोली के पास टेम्पो ट्रेवलर वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने का दृश्य सामने रेल परियोजना का कार्य कर रहे कुछ मजदूरों ने देखा। उन्होंने अलकनंदा नदी को तैरकर पार करने की सोची लेकिन इनमें से सिर्फ एक मजदूर ही नदी पार कर पाया। रेल परियोजना का कार्य कर रही मेघा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में कार्यरत नवलेश गुप्ता ने बताया कि सामने घटना का दृश्य देखा तो दौड़कर अलकनंदा नदी की ओर भागा। वाहन गिरने के बाद जोर-जोर से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थी। उफनदी अलकनंदा नदी को तैरकर घटना स्थल पर पहंुंचा और घायलों की मदद की। वहीं बताया जा रहा है कि घटना का दृश्य देखने के बाद दो अन्य मजदूर भी अलकनंदा नदी को तैरकर दूसरी छोर पर जा रहे थे। इस दौरान बीच नदी में एक मजदूर बहकर अकलनंदा नदी में समा गया और दूसरा पार हो गया। जल पुलिस की ओर से डूबे युवक की ढूंढखोज की जा रही है।

जब डीएम सौरभ गहरवार ने निभाई चिकित्सक की भूमिका
डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने टेंपो ट्रेवलर एक्सीडेंट की घटना में चिकित्सक की भूमिका निभाकर सभी को हैरान कर दिया। हुआ यूं कि जब घायलों को खाई से निकालकर गुलाबराय मैदान में एयरलिफ्ट किया जा रहा था, उस दौरान 7 गंभीर घायल यात्री अलग-अलग एम्बुलेंस में थे। एक हेलीकॉप्टर से एक ही घायल यात्री को भेजा रहा था। ऐसे में डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने चिकित्सक की भूमिका निभाते हुए तीर्थयात्रियों का ट्रीटमंेट किया। साथ ही साथ उन्होंने घायल यात्रियों का हौंसला भी बंधाया। उन्होंने जहां तीर्थयात्रियों का समय से ट्रीटमेंट किया, वहीं एक इंसानियत का भी परिचय दिया। डीएम को चिकित्सक की भूमिका में देखकर मौके पर मौजूद लोग हतप्रभ रह गए और वे डीएम सौरभ गहरवार की कार्यशैली के कायल हो गए। बता दें कि डीएम डॉ सौरभ गहरवार रेडियोलॉजिस्ट हैं और वे समय-सयम पर अस्पतालों में जाकर मरीजों का अल्ट्रासाउंड करते हैं। हर रविवार को उनका यह कार्यक्रम तय रहता है और वे दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर मरीजों का इलाज करते हैैं।

जिला चिकित्सालय रूद्रप्रयाग में मरीजों में भर्ती लोगों का विवरणः
1- वदना शर्मा, उम्र-30 ब्लाक -ए नोयडा
2- महिमा त्रिपाठी, उम्र-23 कोटेश्वर
3-कु0 शुभम सिंह उम्र, 27 सेक्टर-51 नोयडा
4- नमिता शर्मा उम्र 30
5-लक्ष्य अग्रवाल, उम्र 22 कोटेश्वर
6-अमित, पुत्र मनोहर सिंह उम्र 27 कोटेश्वर
7- शंशाक, बिष्ट पुत्र नरेन्द्र बिष्ट कोटेश्वर।

एयर लिफ्ट किए गए मरीजों का विवरण-

1- धमेन्द्र कुमार उर्फ सैम पुत्र मोहन राम उम्र-25
2- सौनिक, उम्र 24
3- आदित्य, उम्र 25
4- छवि, उम्र

जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में मृत

1- करन, 25
2- अज्ञात महिला

 

Vehicle full of passengers fell into ditch on Rishikesh-Badrinath National Highway, 14 passengers died, 12 injured
0Shares

नई दिल्ली, 15 जून (हि.स.)। भारतीय रेलवे ने कई स्थानों पर सार्वजनिक सेवा कार्यक्रम में सबसे अधिक लोगों के शामिल होने का प्रतिष्ठित लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। रेल मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।

रेल मंत्रालय ने 26 फरवरी 2024 को एक कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें 2,140 स्थानों पर 40,19,516 लोगों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे पुलों के ऊपर और नीचे सड़क के उद्घाटन और रेलवे स्टेशनों की आधारशिला रखने के लिए आयोजित किया था।

भारतीय रेलवे के विशाल प्रयास और जुटाव को मान्यता दी गई है और इसे प्रतिष्ठित लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।

0Shares

नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 दिसंबर 2000 को लाल किला हमला मामले में दोषी ठहराए गए पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक की दया याचिका खारिज कर दी है। इस हमले में राजपूताना राइफल्स के तीन जवान बलिदान हो गए थे।

आरिफ एक पाकिस्तानी नागरिक है और प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सदस्य है।

अधिकारियों ने राष्ट्रपति सचिवालय के 29 मई के आदेश का हवाला देते हुए बताया कि 15 मई को आरिफ की दया याचिका प्राप्त हुई थी, जिसे 27 मई को खारिज कर दिया गया।

राष्ट्रपति के 25 जुलाई 2022 को कार्यभार संभालने के बाद यह दूसरी दया याचिका है, जिसे राष्ट्रपति ने खारिज किया है. सुप्रीम कोर्ट ने 3 नवंबर, 2022 को आरिफ की समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी और मामले में उसे दी गई मौत की सजा को बरकरार रखा था।

उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर, 2000 को हुए हमले में कुछ घुसपैठियों ने लाल किला परिसर में तैनात 7 राजपूताना राइफल्स यूनिट पर गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप तीन सैन्यकर्मी बलिदान हो गए। हमले के चार दिन बाद दिल्ली पुलिस ने आरिफ को गिरफ्तार किया था। मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक एक पाकिस्तानी नागरिक है, जो अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में घुसा था। आरिफ को हमले को अंजाम देने के लिए अन्य आतंकवादियों के साथ साजिश रचने का दोषी पाया गया था और ट्रायल कोर्ट ने अक्टूबर 2005 में उसे मौत की सजा सुनाई थी। दिल्ली उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय ने बाद की अपीलों में इस फैसले को बरकरार रखा।

0Shares

-मौजूदा थलसेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे 30 जून को होंगे सेवानिवृत्त

नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। देश के अगले थलसेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी होंगे। वह इस समय उप सेना प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं। मौजूदा थलसेनाध्यक्ष जनरल मनोज सी पांडे 30 जून को पदमुक्त हो रहे हैं। उन्हें 31 मई को ही रिटायर होना था लेकिन सरकार ने उनका कार्यकाल एक माह के लिए बढ़ा दिया था।

VIDEO: छपरा में वरीय अधिवक्ता और उनके पुत्र की हत्या, दो गिरफ्तार

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने 30 अप्रैल, 2022 को भारतीय सेना की बागडोर संभाली थी। उन्हें दिसंबर, 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन मिला था। सीओएएस का पद संभालने से पहले वे वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद पर थे। उन्हें 31 मई को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 26 मई को लोकसभा चुनावों के दौरान उनकी सेवा में एक महीने के विस्तार को मंजूरी दे दी थी। यह विस्तार उनकी सामान्य सेवानिवृत्ति से एक महीने आगे यानी 30 जून तक रहेगा। यह विस्तार सेना नियम 1954 के नियम 16 ए (4) के तहत दिया गया।

कठुआ मुठभेड़ में घायल सीआरपीएफ जवान का सर्वोच्च बलिदान

अब एनडीए की नई सरकार का गठन होने के बाद केंद्र सरकार ने मौजूदा सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति 30 जून की दोपहर से मानी जाएगी, जब मौजूदा थलसेनाध्यक्ष जनरल पांडे सेवानिवृत्त होंगे।

लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी इसी साल 15 फरवरी को उप सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वह 01 फरवरी, 2022 को सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनाए गए थे।इससे पहले उन्होंने सेना स्टाफ के उप प्रमुख (सूचना प्रणाली और समन्वय) और IX कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्य किया। उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी सैनिक स्कूल रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के छात्र रहे हैं। उन्हें 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18 वीं बटालियन में नियुक्त किया गया था।

छपरा में आपसी विवाद में अधिवक्ता पिता-पुत्र की गो’लीमा’र कर ह’त्या, दो हिरासत में

उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान चौकीबल में एक बटालियन की कमान संभाली, जो ऑपरेशन राइनो के दौरान मणिपुर में असम राइफल्स का एक सेक्टर था। उन्होंने असम में इंस्पेक्टर जनरल, असम राइफल्स के रूप में भी कार्य किया है। वह भारतीय सैन्य अकादमी में एक प्रशिक्षक के रूप में तैनात रहे हैं। वह सेशेल्स सरकार में सैन्य अताशे और पैदल सेना के महानिदेशक के रूप में तैनात रहे हैं। उन्हें फरवरी, 2020 में IX कोर का कमांडर और अप्रैल, 2021 में सेना स्टाफ (सूचना प्रणाली और समन्वय) के उप प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।

0Shares