मेट्रो स्टेशन के नजदीक बड़ा हादसा टला, मेहरौली बदरपुर रोड पर डीटीसी की बस 10 से 15 फीट गड्ढे में फंसी

नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में अभी मानसून की शुरुआत भी नहीं हुई है, लेकिन उससे पहले ही दिल्ली की सड़कों का धंसने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार सुबह करीब 7:00 बजे दिल्ली की सबसे व्यस्ततम सड़क मेहरौली बदरपुर रोड पर डीटीसी इलेक्ट्रिक बस लगभग 10 से 15 फीट गड्ढे में चली गई। घटना मेहरौली बदरपुर रोड साकेत मेट्रो स्टेशन के पास की है। हालांकि इससे कोई जान-माल का नुकसान नही हुआ। जब डीटीसी 419 रूट नंबर की बस कश्मीरी गेट से लाडो सराय की ओर जा रही थी जैसे ही बस साकेत मेट्रो स्टेशन फ़ुट ओवरब्रिज के पास पहुंची तो एकाएक सड़क धंस गई और बस करीब 15 से 20 फीट गड्ढे में चली गई। हालांकि गनीमत रही की जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त बस में चार से पांच ही लोग सवार थे। क्योंकि बस अपने गंतव्य से कुछ दूरी पर थी। इस घटना के बाद भी कई घंटे तक कोई भी मदद अभी तक नहीं पहुंची है बस के गड्ढे में जाने से मेहरौली बदरपुर रोड पर तकरीबन 4 से 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे सुबह के वक्त इस सड़क से आने जाने वाले लोगों काफी दिक्कत हुई।

मीडिया से बात करते हुए बस के ड्राइवर भूपेंद्र चौहान ने बताया कि हमने मेट्रो की सवारी जैसे ही उतारी और थोड़ा ही आगे बस बढ़ी कि आगे चलने पर ही चलते-चलते सड़क धंस गई और देखते-देखते बस उस गड्डे में समा गई। जिसके बाद गड्ढे से पानी निकलने लगा। सुबह 7:00 बजे यह सड़क धंसी थी और तब से कोई मदद नहीं पहुंची जिसकी वजह से पीछे काफी लंबा जाम लग गया।

ड्राइवर ने बताया कि जिस वक्त बस गड्ढे में धंसी थी उस वक्त बस में चार से पांच सवार थे इसीलिए किसी को कोई चोट नहीं आयी। उन्होंने बताया कि बस 419 रूट नंबर की है और यह कश्मीरी गेट से लाड़ो सराय की ओर जा रही थी।

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सात सौ ग्यारह यात्रियों का जत्था 27 जून होगा बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए रवाना

Jaipur: इस बार बाबा श्री अमरनाथ के दर्शन 29 जून से शुरू होंगे। बाबा श्री अमरनाथ यात्रा पिछले 33 वर्षों से गोयल परिवार द्वारा कराई जा रही है। इस यात्रा का संचालन राजकुमार गोयल व गंगा गोयल कर रहीं हैं। इस बार यह यात्रा 27 जून से कराई जा रही है। इस यात्रा को लेकर सभी यात्रियों में काफी उत्साह है।

संचालन राजकुमार गोयल व गंगा गोयल ने बताया कि यात्रा में 711 यात्रियों का जत्था 27 जून 2024 को प्रातः 6 बजे गोयल निवास पंचशील मार्ग सी-स्कीम जयपुर से रवाना होकर मोती डूंगरी गणेश जी के दर्शन कर भोले बाबा के जयकारों के साथ रवाना होगा। आगे बाबा खाटू श्याम जी के दर्शन करते हुए श्री सालासर हनुमान जी के दर्शन करके देशनोक करणी माता के दर्शन कर के रात्रि विश्राम होगा। प्रातः अमृतसर के लिए रवाना होंगे वहां जलियांवाला बाग और स्वर्ण मंदिर के दर्शन कर के हिमाचल में चिंतपूर्णी माता के रात्रि विश्राम होगा। ज्वाला माता, चामुंडा माता, कांगड़ा माता के दर्शन कर वहीं पर रात्रि विश्राम होगा। प्रातः कटरा के लिए रवाना होंगे वहां माता वैष्णो देवी के दर्शन कर यात्रा बालटाल 2 जुलाई की रात्रि को पहुंचेगी और 3 व 4 जुलाई 2024 को बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के पश्चात 5 जुलाई को जयपुर के लिये प्रस्थान करेंगे।

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New Delhi: ओम बिरला ध्वनि मत से 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुन लिया गया है। उनके नाम का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद ओम बिरला बुधवार को 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए। इसके साथ ही बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष पद पर आसीन हुए। ओम बिरला को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बधाई दी और आसन तक पहुंचाया।

संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने प्रोटेम स्पीकर के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को धन्यवाद दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधन में कहा, ”आदरणीय अध्यक्ष जी, यह सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर आसीन हो रहे हैं। मैं आपको और पूरे सदन को बधाई देता हूं और अगले पांच वर्षों के लिए आपके मार्गदर्शन की आशा करता हूं।” मोदी ने कहा कि पिछले कार्यकाल में स्पीकर रहने का बिरला का अनुभव उन्हें देश को आगे ले जाने में मदद करेगा।

प्रधानमंत्री ने ओम बिरला के 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष के कार्यकाल का स्मरण करते हुए उनके निर्णयों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में जो काम नहीं हुए, वे आपकी अध्यक्षता में इस सदन ने संभव किए हैं। लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई मील के पत्थर आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं जब हमें मील के पत्थर स्थापित करने का अवसर मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि देश 17वीं लोकसभा की उपलब्धियों पर गर्व करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी मधुर मुस्कान पूरे सदन को खुश रखती है। सांसद के रूप में बिरला का कार्य नए लोकसभा सदस्यों के लिए प्रेरणास्रोत होगा।

इस मौके पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि सम्पूर्ण विपक्ष और आईएनडीआईए गठबंधन की ओर से आपको बधाई।

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नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। अठारहवीं लोकसभा में अध्यक्ष पद के चुनाव पर आज विपक्षी इंडी गठबंधन और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एकता की अग्निपरीक्षा भी होगी। जरूरत पड़ने पर मत विभाजन भी होगा।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है। उपाध्यक्ष पद पर आम सहमति न बनने की सूरत में विपक्ष ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को मैदान में उतारा है।

भाजपा-कांग्रेस के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।

संख्या बल की दृष्टि से भाजपा की अगुवाई वाले राजग को बहुमत हासिल है।

राजग के पक्ष में 293 सांसद हैं। यह आंकड़ा जीत के लिए जरूरी संख्या से 21 ज्यादा है।

ओम बिरला यदि लोकसभा अध्यक्ष पद पर आसीन होते हैं तो दो दशक से अधिक समय में दूसरा कार्यकाल पाने वाले पहले अध्यक्ष होंगे।

बिरला राजस्थान के कोटा से तीसरी बार सांसद बने हैं। 23 नवंबर 1962 को जन्मे बिरला तीन बार राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे हैं।

सुरेश केरल के तिरुवनंतपुरम जिले की मावेलीक्करा लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद हैं। चार जून, 1962 को जन्मे सुरेश लोकसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक हैं।

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नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की और आबकारी नीति मामले से संबंधित उनका बयान दर्ज किया। इसके बाद सीबीआई ने केजरीवाल को कल संबंधित निचली अदालत में पेश करने की अनुमति भी हासिल कर ली।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रवर्तन निदेशालय की ओर से चल रही है आबकारी मामले की जांच में फिलहाल न्याय हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें ट्रायल कोर्ट से जमानत मिलने बाद मंगलवार को हाई कोर्ट ने उनकी जमानत पर रोक लगा दी। आम आदमी पार्टी इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुकी है और कल इस मामले में सुनवाई होनी है।

आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा है कि कल सुप्रीम कोर्ट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने वाली थी। ऐसे में एक साजिश के तहत आज सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया ताकि वह जेल से बाहर ना आ सकें।

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नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। कांग्रेस ने औपचारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं रायबरेली से सांसद राहुल गांधी लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता होंगे।

मंगलवार को दिन में हुई बैठक के बाद देर शाम कांग्रेस महासचिव ने यह घोषणा की।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सदन में कांग्रेस संसदीय दल के नेता के रूप में नामित किया है।

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पटना, 25 जून (हि.स.)। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेताओं के नाम का एलान किया। लोकसभा में दिलेश्वर कामत को और राज्यसभा में संजय झा को जदयू संसदीय दल का नेता चुना गया है।

अति पिछड़ी जाति से आने वाले दिलेश्वर कामत लगातार दूसरी बार सांसद चुने गये हैं। वे बिहार सरकार में मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव के बेहद नजदीकी माने जाते हैं। दिलेश्वर कामत जदयू के टिकट पर वर्ष 2019 में सुपौल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार सत्रहवीं लोकसभा के सांसद निर्वाचित हुए थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार उन्होंने जीत हासिल की। अब नीतीश ने उन्हें खास जिम्मेदारी देते हुए लोकसभा में जदयू संसदीय दल का नेता घोषित किया है।

राज्यसभा में संजय झा को जदयू संसदीय दल का नेता बनाया गया है। संजय झा बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं।वे पहली बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। संजय झा केंद्र सरकार में मंत्री पद के दावेदार थे लेकिन पार्टी को सिर्फ दो ही मंत्री पद मिलने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया।

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नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की सोमवार से शुरुआत होने जा रही है। इससे पहले आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई।

3 जुलाई तक चलने वाले सत्र के शुरुआती दो दिन सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, जबकि गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।

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नई दिल्ली, 22 जून (हि.स.)। प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने के मामलों की सख्ती से रोकथाम के लिए शुक्रवार रात पेपर लीक कानून लागू कर दिया गया। यह कानून इसी साल फरवरी में पारित हुआ था, सरकार ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी। इसे ‘लोक परीक्षा कानून 2024’ (पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट 2024) नाम दिया गया है। इसके लागू से प्रतियोगी परीक्षाओं में अनुचित साधनों के इस्तेमाल पर तीन से पांच साल की सजा और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। संगठित रूप से इस तरह का अपराध करने पर एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।

नीट पेपर लीक और यूजीसी-नेट परीक्षा कैंसिल होने को लेकर देशभर में हंगामा है। इस बीच सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पेपर लीक रोकने के लिए कड़े कानून को लागू कर दिया है। केंद्र सरकार ने ‘लोक परीक्षा कानून 2024’ अधिसूचित किया है। इस कानून का मकसद प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक और नकल को रोकना है। इसके तहत 15 गतिविधियों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से किसी में भी शामिल होने पर जेल जाने या बैन होने या भारीभरकम जुर्माने की की सजा मिल सकती है।

पेपर लीक कानून के दायरे में वे सभी परीक्षाएं हैं जिन्हें सार्वजनिक परीक्षा निकाय आयोजित करते हैं या फिर ऐसे संस्थान आयोजित करते हैं जो केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त हैं। इसमें कई बड़ी परीक्षाएं शाामिल हैं। कानून के दायरे में यूपीएससी, एसएससी, रेलवे की प्रतियोगी परीक्षा, बैंकिंग भर्ती परीक्षा और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाने वाली सभी कम्प्यूटर आधारित परीक्षाएं शामिल हैं।

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नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए छात्रों को आश्वस्त किया कि सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य में पेपर लीक की घटनाएं रोकने के लिए जल्द ही एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करेगी जो एनटीए में व्यापक सुधार करेगी।

धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार एक उच्च स्तरीय समिति बनाने जा रही है।

एनटीए, इसकी संरचना, कार्यप्रणाली, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को और बेहतर बनाने के लिए उस उच्च स्तरीय समिति से सिफारिशें अपेक्षित होंगी।

प्रधान ने आज खुलासा किया कि यूजीसी-नेट परीक्षा का पेपर डार्कनेट पर लीक हो गया था जिसके कारण इसे रद्द कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि जैसे ही यह स्पष्ट हो गया कि डार्कनेट पर यूजीसी-नेट का प्रश्नपत्र यूजीसी-नेट के मूल प्रश्नपत्र से मेल खाता है, हमने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एक बार फिर छात्रों को विश्वास दिलाया है कि सरकार उनकी योग्यता को उचित सम्मान दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।

साथ ही उन्होंने वादा किया कि सरकार नीट परीक्षा में धांधली करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि एनटीए के किसी भी अधिकारी के दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा के संदर्भ में हम बिहार सरकार के संपर्क में हैं। हमें पटना से कुछ सूचनाएं मिल रही हैं। पुलिस जांच कर रही है और उनकी ओर से एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी। विश्वसनीय जानकारी मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि एक अकेली घटना (बिहार पेपर लीक) से उन लाखों छात्रों पर असर नहीं पड़ना चाहिए, जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी थी।

प्रधान ने छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए विपक्ष से इस मामले पर राजनीति नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नीट मुद्दे का राजनीतिकरण न करें, एकाकी घटना से उन लाखों छात्रों पर असर नहीं पड़ना चाहिए जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है।

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नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उड़ीसा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है।

प्रोटेम यानी अस्थाई स्पीकर नई लोकसभा चुने जाने पर सभी सांसदों को सदस्यता की शपथ दिलाते हैं।

कांग्रेस पार्टी ने महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाने पर आपत्ति जताई है। पार्टी नेता जयराम रमेश का कहना है कि यह पद सबसे वरिष्ठ सदस्य को दिया जाता है। आठ बार के दो सांसद होने के बावजूद सातवीं बार लोकसभा के लिए चुने गए महताब को सरकार द्वारा क्यों चुना गया है।

उल्लेखनीय है कि संसद का आगामी सत्र 24 जून से शुरू होकर 3 जुलाई तक चलेगा।

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– रियासी पहुंचने पर रेलवे स्टेशन ‘भारत माता की जय’ के जयघोष गूंज उठा

रियासी, 20 जून (हि.स.)। संगलधान से रेलवे स्टेशन रियासी तक गुरुवार को दस डिब्बों वाली ट्रेन का ट्रायल रन पूरी तरह से सफल रहा। इस दौरान ट्रेन विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल से होकर गुजरी। दोपहर बारह बजे के लगभग यह ट्रेन संगलधान से रियासी के लिए निकली। दोपहर को दो बजे के करीब रियासी पहुंचने पर रेलवे स्टेशन ‘भारत माता की जय’ के जयघोष गूंज उठा।

ट्रेन में परियोजना पर काम करने वाले कर्मचारियों को ट्रायल रन ट्रेन में बिठाया गया था। इसके अलावा रेलवे के अधिकारी भी ट्रेन में मौजूद रहे। ट्रायल रन पूरा होने के बाद ट्रेन को रियासी से कश्मीर तक इसी माह के अंत तक चलाया जा सकता है। इस मौके पर पूर्व सरपंच राज कुमार शर्मा ने बताया कि लम्बे समय बाद लोगों का सपना साकार हुआ है। बीस वर्ष पहले जब काम शुरू हुआ था तो काफी किस्म की परेशानियां सामने थी। रेलवे ने पहाड़ों को काट कर मार्ग तैयार किए। इसके बाद टनल बनाए गए और आज ट्रेन का इंजन थोड़े डिब्बों के साथ आया है। आने वाले दिनों में ट्रेन पूरी तरह से आयेगी।

तरुण शर्मा ने रेलवे स्टेशन रियासी से ढुगगा तक ट्रेन का सफर किया और इसे ऐताहासिक बताया। रियासी में लगभग बीस मिनट तक ट्रेन रुकने ने बाद वापस रवाना हुई। अब इस ट्रेन का फाइनल ट्रायल कमिश्नर रेलवे सेफ्टी को 27 व 28 जून को करना है।

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