नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.स.)। हावड़ा से मुंबई जा रही सीएसएमटी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12810 ) बीती मध्य रात्रि झारखंड में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना में मेल ट्रेन के कई डिब्बे बेपटरी हो गए। प्रारंभिक सूचना है कि हादसे में छह लोग घायल हुए हैं। यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दुर्घटना किस कारण हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

यह रेल हादसा झारखंड के चक्रधरपुर मंडल के राजखरसवान पश्चिम आउटर और बड़ाबांबू के बीच हुआ।

सूत्रों के अनुसार हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से करीब तीन घंटे लेट 2 बजकर 37 मिनट पर टाटानगर स्टेशन से रवाना हुई। चक्रधरपुर पहुंचने से पहले ही बेपटरी होकर बगल की लाइन से गुजर रही मालगाड़ी से चिपक गई। रेलवे में इसे साइट क्लोजन कहते हैं। इसी के चलते हादसा अधिक भीषण हो गया। मेल ट्रेन और मालगाड़ी के डिब्बे इस टक्कर के बाद दूर तक फैल गए। रात के अंधेरे में हुए इस हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से किए गए।

इस रेल खंड पर यातायात पूरी तरह से रोक दिया गया है। इस मार्ग से होकर जाने वाली कई ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं और कुछ को दूसरे मार्ग से होकर गुजारा जा रहा है। सुबह होने के साथ ही इस ट्रेन के यात्रियों को दूसरे संसाधनों से सुरक्षित आगे के लिए भेजा जा रहा है। दुर्घटनास्थल पर रेल पटरियां उखड़ गईं है। ओवरहेड लाइन व खंभे भी उखड़ गए हैं।

रेल मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि दुर्घटना राहत चिकित्सा उपकरण स्टाफ और सहायक मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम), चक्रधरपुर के साथ मौके पर मौजूद हैं। छह लोग घायल हुए हैं। रेलवे मेडिकल टीम ने सभी को प्राथमिक उपचार दिया है। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। टाटानगर : 06572290324, चक्रधरपुर:06587 238072, राउरकेला: 06612501072, 06612500244, हावड़ा : 9433357920 03326382217, मुंबई हेल्पलाइन 022-22694040, नागपुर हेल्पलाइन नंबर 7757912790 ।

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वाराणसी मंडल आरपीएफ पुलिस ने 08 वर्षों के दौरान ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत 908 बच्चों को बचाया

वाराणसी ; पिछले आठ वर्षों में, रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.) ‘नन्हे फरिश्ते’ नामक एक ऑपरेशन में अग्रणी रहा है। यह एक मिशन जो विभिन्न भारतीय रेल जोनों एवं मंडलों में पीड़ित बच्चों को बचाने के लिए समर्पित है। पिछले आठ वर्षों (2017- 2024) के जूलाई,2024 तक के दौरान, वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल जवानों ने स्टेशनों और ट्रेनों में खतरे में पड़े या खतरे में फंसने से 908 बच्चों को बचाया है।

इसी क्रम में, ‘नन्हे फरिश्ते’ ऑपरेशन के तहत वाराणसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों से वर्ष 2017-2018 में कुल 232, वर्ष 2019-2020 में 200 ,वर्ष 2021-22 में 229 तथा वर्ष 2023-2024 के 29 जूलाई तक 232 तथा 15 बच्चों को तस्करों से बचाया गया। इनमें घर से भागे हुये, लापता,बल मजदूरी के लिए, बिछड़े हुए, निराश्रित, अपहृत, मानसिक रूप से विक्षिप्त एवं बेघर बच्चे सम्मिलित हैं।

‘नन्हे फरिश्ते’ सिर्फ एक ऑपरेशन से कहीं अधिक है; यह उन सैकडों बच्चों के लिए एक जीवन रेखा है जो खुद को अनिश्चित परिस्थितियों में पाते हैं। 2017 से 2024 तक का डेटा, अटूट समर्पण, अनुकूलन शीलता और संघर्ष क्षमता की कहानी दर्शाता है। प्रत्येक बचाव समाज के सबसे असुरक्षित सदस्यों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। वर्ष 2018 में ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ की महत्वपूर्ण शुरुआत हुई। इस वर्ष,वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल जवानों ने कुल 153 पीड़ित बच्चों को बचाया था , जिनमें 134 लड़के और 19 लड़कियां शामिल थे ।

इस तरह की पहल की तत्काल आवश्यकता को उजागर करते हुए ऑपरेशन के लिए एक मजबूत नींव रखी गई। वर्ष 2019 के दौरान, रेलवे सुरक्षा बल के प्रयास लगातार सफल रहे । जुलाई 2024 तक वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल की टीम 908 बच्चों को बचाने में सफल रही। 2024 के 29 जूलाई तक रेलवे सुरक्षा बल ने 128 बच्चों को बचाया है। जिसमे 95 लड़के तथा 37 लड़कियाँ है। शुरुआती रुझान ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’ के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण देते हैं। ये संख्या बल मजदूरी एवं अन्य कारणों से बच्चों के भागने की लगातार जारी समस्या तथा उन्हें अपने माता-पिता के पास सुरक्षित पहुंचने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के किए गए प्रयासों दोनों को दर्शाती हैं।

रेलवे सुरक्षा बल ने अपने प्रयासों से, न केवल बच्चों को बचाया है, बल्कि घर से भागे हुए और लापता बच्चों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता भी बढ़ाई है, जिसमे आगे की कार्रवाई और विभिन्न हित धारकों से समर्थन मिला। रेलवे सुरक्षा बल का ऑपरेशन का दयारा लगातार बढ़ रहा है, रोज नई चुनौतियों का सामना कर भारत के विशाल रेलवे नेटवर्क में बच्चों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
ट्रैक चाइल्ड पोर्टल पर बच्चों की पूरी जानकारी उपलब्ध रहती है। वाराणसी मंडल के बनारस, छपरा, सीवान, बलिया, देवरिया सदर, मऊ एवं गाजीपुर सिटी स्टेशनों के अलावा विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्पडेस्क उपलब्ध है। रेलवे सुरक्षा बल मुक्त कराए गए बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति अथवा चाईल्ड लाइन को सौंप देती है, जो बच्चों को उनके माता-पिता/अभिवावक को सौंप देती है।

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नई दिल्ली, 28 जुलाई (हि.स.)। भाजपा मुख्यालय में चल रही दो दिवसीय भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की बैठक में राज्यों और केन्द्र सरकार के बीच समन्वय पर जोर दिया गया। इस बैठक में दोनों दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद रहे। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे। इस बैठक का रविवार को समापन हाे गया।

इनके अलावा बैठक में उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू औऱ मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह बैठक में उपस्थित रहे।

सूत्रों के अनुसार इस बैठक में लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा की गई और आगामी चुनावों में राज्यों और संगठन के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया गया। इसके साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने अपने राज्य के विकास के लिए रोड मैप का प्रेजेन्टेशन दिया। सूत्रों के अनुसार आगामी चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पूरे दमखम के साथ लड़ने के लिए मंत्र दिए गए। सूत्रों के अनुसार बैठक में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय पर चर्चा हुई, जिसमें ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का भी जिक्र हुआ। सभी ने इस अभियान को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इसके साथ उत्तर प्रदेश के दस सीटों पर होने वाले उपचुनावों पर भी अलग से चर्चा की गई और संगठन के साथ समन्वय पर जोर दिया गया।

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सड़क हादसे में सेना जवान की मौत

बाक्सा : बाक्सा जिलांतर्गत शालबाड़ी के सरुगति गांव में बीती रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में सेना के जवान की मौत हो गयी। जवान भवानीपुर-मनाह लिंक रोड के किनारे बुलेट बाइक (एएस12एए- 8498) के निचे दबा हुआ था।

सुबह स्थानीय लोगों ने जवान के पार्थिव शरीर को देखा। हादसे का शिकार हुए जवान की पहचान गोपी सूत्रधार (28) के रूप में हुई है। जवान छुट्टी पर घर आया था। गोपी सूत्रधार एक कन्या के पिता थे।

इसी बीच सूचना पाकर बांहबाड़ी मौके पर पहुंची पुलिस न शव को थाने ले आई। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

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नई दिल्ली, 27 जुलाई (हि.स.)। मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से शनिवार को दो छात्राओं की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बेसमेंट में और भी छात्र फंसे हुए हैं। फिलहाल मौके पर दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य में लगी है। मोटर के जरिए बेसमेंट से पानी निकाला जा रहा है। वहीं, दिल्ली सरकार की राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को इस मामले की जांच करने तथा 24 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

बताया जा रहा है कि ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस स्टडी सेंटर के कोचिंग सेंटर में शनिवार रात अचानक पानी भर गया। इससे वहां अफरा-तफरा मच गई। कुछ छात्र कोचिंग सेंटर से बाहर निकलने में कामयाब हो गए, जबकि बेसमेंट में अंधेरा होने के कारण कई बच्चे अंदर फंसे रह गए। मामले की सूचना मिलते ही दमकल और एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया और देर रात दो शवों को बाहर निकाला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी अस्पताल के शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया है। मरने वालों में दो युवती हैं, जिनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

पुलिस का कहना है कि शनिवार शाम अचानक हुई तेज बारिश का पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट स्थित लाइब्रेरी में भर गया। पानी भरते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद छात्रों ने किसी तरह जीने के रास्ते ऊपर भागकर अपनी जान बचाई। इस बीच चार से पांच छात्र-छात्राएं वहां फंस गए। देखते ही देखते पूरे बेसमेंट में पानी भर गया। हालात बिगड़ते देखकर तुरंत मामले की सूचना पुलिस के अलावा दमकल विभाग को दी गई। खबर मिलते ही दमकल सात गाड़ियां मौके पर पहुंची। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी पहुंचे। बेसमेंट में अंधेरा होने की वजह से बचाव कार्य में खासी दिक्कत हो रही थी। हालात बिगड़ते देखकर एनडीआरएफ की टीम को बुला लिया गया। दमकल विभाग ने पंप के सहारे बेसमेंट से पानी निकालने के अलावा एनडीआरएफ के गोताखारों ने बेसमेंट में घुसकर छात्रों की तलाश शुरू कर दी। कुछ छात्रों का कहना था कि नीचे दो या तीन ही छात्राएं फंसी थीं जबकि कुछ इनकी संख्या चार से पांच बता रहे हैं।

जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मध्य दिल्ली के पुराना राजेंद्र नगर इलाके में बड़ा बाजार मार्ग पर 11-बी में राव आईएएस स्टडी सेंटर है। यहां पर यूपीएससी के छात्रों की कोचिंग होती है। कोचिंग सेंटर ने छात्रों के पढ़ने के लिए बेसमेंट में लाइब्रेरी की व्यवस्था की हुई है। शनिवार शाम करीब 35 छात्र-छात्राएं यहां मौजूद थे।

अग्निशमन अधिकारी अतुल गर्ग का कहना है कि उन्हें शाम में करीब 7.15 बजे घटना की सूचना मिली, जिसके बाद दमकल की कुल 5 गाड़ियां मौके पर पहुंची। हमने पंप से पानी निकाला और दो लड़कियों के शव बरामद किए। हालांकि वहां तीन बच्चों के फंसे होने की आशंकी थी। इनमें दो को बरामद कर लिया गया है। जैसे ही पानी खत्म होगा हम तीसरे को भी खोज लेंगे। उन्होंने बताया कि बेसमेंट में 30 छात्र थे, जिनमें तीन फंस गए थे और बाकि सुरक्षित निकल गए थे।

बतादें कि बीते दिन शुक्रवार को पटेल नगर इलाके में बारिश के चलते फैले करंट से एक छात्र की मौत हो गई थी। राजधानी दिल्ली में पढ़ने आये बच्चों की इस तरह मौत बेहद दर्दनाक और मन को झकझोर देने वाली है।

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नई दिल्ली, 27 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों के राज्यपालों को बदल दिया है। राष्ट्रपति ने पुडुचेरी और चंडीगढ़ के उपराज्यपाल के साथ-साथ राजस्थान, तेलंगाना, सिक्किम, झारखंड, छत्तीसगढ़, मेघालय, महाराष्ट्र और मणिपुर के राज्यपाल बदले हैं। यही नहीं राष्ट्रपति ने पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है।

राष्ट्रपति भवन की ओर से शनिवार देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि के. कैलाशनाथन को उनके कार्यालय का कार्यभार संभालने की तारीख से पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है।

हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, जबकि जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। ओम प्रकाश माथुर सिक्किम और संतोष कुमार गंगवार झारखंड के नये राज्यपाल होंगे।

रमेन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है जबकि सी.एच. विजयशंकर मेघालय के राज्यपाल होंगे।

झारखंड के राज्यपाल के साथ तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले सी.पी. राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया गया और उन्हें केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक भी नियुक्त किया गया है।

वहीं सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और उन्हें मणिपुर के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि उपरोक्त नियुक्तियां उनके संबंधित कार्यालयों का कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी।

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लखनऊ, 28 जुलाई(हि. स.)। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नौ राज्यपालों की नियुक्ति की, जिसमें उत्तर प्रदेश के दो वरिष्ठ राजनेताओं को अलग-अलग राज्यों में राज्यपाल बनाया गया।

उत्तर प्रदेश के बरेली से भाजपा से कई बार सांसद रहे संतोष गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है तो वहीं अभी तक सिक्किम के राज्यपाल रहे लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल बनाया गया है।

लक्ष्मण आचार्य पर मणिपुर के राज्यपाल का भी चार्ज दिया गया है। लक्ष्मण आचार्य उत्तर प्रदेश के वाराणसी क्षेत्र के रामनगर के रहने वाले हैं। संतोष गंगवार और लक्ष्मण आचार्य दोनों ही भारतीय जनता पार्टी की संगठन रचना से निकले हुए चेहरे हैं और पार्टी में प्रमुख दायित्व का निर्वहन किया है।

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चुनाव से पहले कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेगी हरियाणा सरकार

चंडीगढ़:  हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के अस्थायी कर्मचारियों को सरकार स्थायी कर सकती है। इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा गठित कमेटी ने शुक्रवार रात चंडीगढ़ में कई घंटे तक मंथन किया। नौ वरिष्ठ अधिकारियों वाली इस कमेटी में आठ आईएएस अधिकारी हैं। देररात तक चली बैठक में सभी विभागों में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों का पूरा ब्योरा तलब कर ऐसी पालिसी बनाने पर सहमति बनी है, जिसे कि न्यायालय में चुनौती नहीं मिल पाए। फिलहाल पांच साल, 10 साल, 15 साल और 20 साल से कार्य कर रहे कच्चे कर्मचारियों के बारे में ब्योरा इकट्ठा कर इस पर मंथन आरंभ कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने नौ वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी का गठन किया है, जिसमें आइएएस वियजेंद्र कुमार, डी सुरेश, विकास गुप्ता, डा. अमित अग्रवाल, जे गणेशन, पंकज, डा. आदित्य दहिया, जितेंद्र कुमार व राजेंद्र वर्मा को बतौर सदस्य शामिल किया है। अधिकारियों की कमेटी को कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के तमाम विकल्पों पर जल्दी रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस रिपोर्ट को पांच अगस्त को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में भी रखा जा सकता है।

पिछले दिनों हाई कोर्ट ने भी हरियाणा सरकार को कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की दिशा में काम करने को कहा था। इसके लिए सरकार ने 13 मार्च को सभी विभागों को पांच साल से ज्यादा काम कर रहे कच्चे कर्मचारियों की लिस्ट मांग ली थी। आउटसोर्सिंग पालिसी पार्ट वन और आउटसोर्सिंग पालिसी 2 के तहत लगे सभी कर्मचारियों का ब्याैरा इक्कठा किया जा चुका है। बी, सी और डी श्रेणी के पदों पर पांच से 10 साल से कार्य कर रहे अस्थायी कर्मचारियों की जानकारी जुटाई जा चुकी है। हरियाणा सरकार की मंशा है कि शुरुआत में डीसी रेट और एडहाक पर लगे कर्मचारियों को पक्का करने का मौका दिया जाए। इसके बाद अन्य श्रेणी के कर्मचारियों के बारे में विचार होगा, क्योंकि हरियाणा में अलग-अलग आउटसोर्सिंग पालिसी के तहत अनुबंध के आधार पर कर्मचारियों की भर्ती हुई है।

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– प्रधानमंत्री ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की
– अग्निपथ योजना सेना में किए गए जरूरी सुधारों का एक उदाहरण

करगिल, 26 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी कि उसकी नापाक साजिशें सफल नहीं होंगी, क्योंकि हमारे सैनिक पूरी ताकत से आतंकवाद को कुचलने का ऑपरेशन चला रहे हैं और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में जीत के 25 साल बाद आज लद्दाख की राजसी भूमि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कारगिल विजय दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारे देश के लिए किए गए बलिदान शाश्वत हैं और हमेशा याद किए जाते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर लद्दाख के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद लद्दाख के द्रास में कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए किए गए बलिदान अमर हैं। जैसे-जैसे समय बीतता है, दिन महीनों में बदल जाते हैं, महीने सालों में और साल सदियों में बदल जाते हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों के नाम हमारी सामूहिक स्मृति में हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। आज जब मैं एक बार फिर कारगिल की पवित्र धरती पर खड़ा हूं तो उन यादों का फिर से ताजा होना स्वाभाविक है। मुझे याद है कि कैसे हमारे बलों ने चरम और चुनौतीपूर्ण युद्ध स्थितियों के बावजूद सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दिया था।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि पड़ोसी देश ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है और छद्म युद्ध कर रहा है। पाकिस्तान अतीत में अपने सभी नापाक प्रयासों में विफल रहा है लेकिन वह आतंकवाद और छद्म युद्ध की मदद से खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मैं ऐसी जगह से बोल रहा हूं, जहां आतंक के आका मेरी आवाज सीधे सुन सकते हैं। मैं आतंकवाद के इन संरक्षकों को बताना चाहता हूं कि उनके नापाक इरादे कभी कामयाब नहीं होंगे। हमारे सैनिक पूरी ताकत से आतंकवाद को कुचल देंगे और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कारगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि ‘सत्य, संयम और शक्ति’ का अद्भुत उदाहरण भी दिया। आप जानते हैं कि भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था और बदले में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना अविश्वसनीय चेहरा दिखाया था लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई। उन्होंने आगे कहा कि भारत विकास की राह में आने वाली हर चुनौती को परास्त करेगा। कुछ ही दिनों बाद 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को समाप्त हुए 5 साल हो जाएंगे। जम्मू-कश्मीर नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है। बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। दशकों बाद कश्मीर में कोई सिनेमा हॉल खुला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि साढ़े 3 दशक के बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया जुलूस निकाला गया। धरती का हमारा स्वर्ग तेजी से शांति और सद्भाव की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने अग्निपथ योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका लक्ष्य सेना को युवा बनाना और सेना को लगातार युद्ध के लिए फिट रखना है। उन्होंने कहा कि सेना में बड़े सुधारों की लंबे समय से मांग रही है। देश दशकों से रक्षा क्षेत्र में बड़े सुधारों की जरूरत महसूस कर रहा है। सेना वर्षों से इसकी मांग कर रही थी लेकिन दुर्भाग्य से पहले इसे पर्याप्त महत्व नहीं दिया गया। अग्निपथ योजना भी सेना में किए गए जरूरी सुधारों का एक उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि दशकों से संसद और कई समितियों में सेना को युवा बनाने पर चर्चा होती रही है। उन्होंने कहा कि भारत में सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक होना वर्षों से चिंता का विषय रहा है और अग्निपथ ने इस मामले को सुलझाया है। भारतीय सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक होना चिंता का विषय रहा है। इसीलिए यह मुद्दा भी वर्षों से कई समितियों में उठाया जाता रहा है। हालांकि, देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती को हल करने की इच्छाशक्ति पहले नहीं दिखाई गई। अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस चिंता का समाधान किया है।

इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल माध्यम से शिंकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट किया। यह सुरंग लद्दाख को हर मौसम में संपर्क प्रदान करेगी। इस परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब टनल का निर्माण निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा। इससे लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान की जा सकेगी। यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज व कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

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करगिल, 26 जुलाई (हि.स.)। 25वें करगिल विजय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्रास में वॉर मेमोरियल पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअल माध्यम से शिंकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट करेंगे। शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब टनल भी शामिल है जिसका निर्माण निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा। इससे लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान की जा सकेगी। यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज व कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

इससे पहले कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर वीरवार को लामोचेन (द्रास) में भव्य कार्यक्रम हुआ। इसमें कारगिल युद्धनायकों की वीरगाथा का बखान किया गया। थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी मुख्य अतिथि रहे। सेना की उत्तरी कमान के सभी प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान कारगिल युद्ध की घटनाओं का ऑडियो विजुअल चलाया गया। इसमें कारगिल युद्ध की पूरी कहानी बताई गई। भीषण युद्धों वाले पहाड़ों की पृष्ठभूमि में जीवंत वर्णन ने प्रत्येक युद्ध के दृश्य को जीवंत कर दिया। इस दौरान युद्ध नायकों, वीर नारियों, वीर माताओं और युद्ध के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों के रिश्तेदारों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

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नई दिल्ली, 25 जुलाई (हिस)।  भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को बिहार और राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए।

भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने डॉ. दिलीप जायसवाल, सदस्य विधान परिषद, को भारतीय जनता पार्टी बिहार प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

वहीं मदन राठौड़, सांसद, राज्य सभा को भारतीय जनता पार्टी राजस्थान प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं।

इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने छह राज्यों में प्रभारी एवं सह-प्रभारियों की भी नियुक्ति की है। इनमें डॉ. हरीश द्विवेदी को असम का प्रभारी, सांसद अतुल गर्ग को चंडीगढ़ का प्रभारी और अरविंद मेनन को लक्ष्यदीप का प्रभारी नियुक्त किया है। इसी तरह सांसद डॉ राधामोहन दास अग्रवाल को राजस्थान का प्रभारी एवं विजया रहाटकर को सह प्रभारी बनाया गया है जबकि अरविंद मेनन को तमिलनाडु का प्रभारी एवं सुधाकर रेड्डी को सह-प्रभारी तथा डॉ. राज दीप रॉय को त्रिपुरा प्रभारी का जिम्मा सौंपा है। यह नियुक्तियां भी तत्काल प्रभाव से लागू होंगी।

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प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक पद के ओएमआर शीट के डाउनलोडिंग को लेकर BPSC ने की तिथि की घोषणा

Chhapra: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के पद को लेकर हुई परीक्षा के उपरांत ओएमआर शीट के डाउनलोडिंग को लेकर तिथि की घोषणा कर दी है.

bpsc ने गुरुवार को सुचना प्रसारित करते हुए विज्ञापन संख्या – 26 / 2024 के अन्तर्गत प्रधानध्यापक एवं विज्ञापन संख्या – 25 / 2024 के अन्तर्गत प्रधान शिक्षक के पदों पर नियुक्ति हेतु क्रमशः दिनांक 28.06.2024 एवं 29.06.2024 को आयोजित लिखित (वस्तुनिष्ठ) प्रतियोगिता परीक्षा में सम्मिलित सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि वे दिनांक 26.07.2024 से दिनांक 02.08.2024 तक आयोग के वेबसाईट www.onlinebpsc.bihar.gov.in पर जाकर स्वयं के Dashboard में Login करके अपना OMR Sheet (उत्तर पत्रक) डाउनलोड कर सकते है।

Downloaded OMR Sheet में किसी भी प्रकार की त्रुटि रहने पर दिनांक 05.08.2024 तक bpscpat bih@nic.in पर आपत्ति कर सकते हैं। दिनांक 05.08.2024 के उपरांत किसी आपत्ति पर विचार नहीं किया जायेगा। साथ ही दिनांक 02.08.2024 तक डाउनलोड नहीं करने की स्थिति में आयोग द्वारा OMR Sheet की छायाप्रति बाद में उपलब्ध नहीं करायी जायेगी।

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