नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। जी7 के देशों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में कई लोगों की जान गई थी। जी7 विदेश मंत्रियों ने इस हमले को ‘घोर आतंकवादी हमला’ बताया है।

कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अधिकतम संयम बरतना चाहिए।

बयान में कहा गया है कि अगर दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ा तो इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरा हो सकता है। जी7 ने अपील की कि दोनों देश सीधे संवाद में शामिल हों और तनाव घटाने की दिशा में कदम उठाएं।

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– भारत ने इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चार एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को रात भर हवाई संघर्ष हुआ है, जिसके बारे में भारतीय सेना सुबह 10 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अधिकृत जानकारी देगी। पाकिस्तान ने रात में भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम किया है। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई एयरबेस पर कार्रवाई की है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में चार एयरबेस के पास विस्फोट की खबरें हैं। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है।

भारतीय सेना ने शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर के बारामूला से गुजरात के भुज तक 26 स्थानों पर पाकिस्तान के हालिया ड्रोन हमलों के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार तड़के 5.45 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इसी बीच भारतीय और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच श्रीनगर, जम्मू और पंजाब के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई लड़ाई हुई। इसलिए यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे तक के लिए टाल दी गई। पाकिस्तान ने भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने भारत की ओर फतेह-2 और फतेह-1 मिसाइल दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मिसाइलों को आसमान में ही मार गिराया। पाकिस्तान से दिल्ली की ओर दागी गई फतेह-2 मिसाइल को सिरसा (हरियाणा) में रोक लिया गया।

पाकिस्तान ने जम्मू में हिंदू समुदाय के प्रसिद्ध आप शंभू मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमले को नाकाम कर दिया गया। मिसाइल मंदिर के गेट के पास गिरी, जिससे पवित्र स्थान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। राजौरी में पाकिस्तानी हमले में घायल एक नागरिक को आज इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है। श्रीनगर और आस-पास के इलाकों में सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली सक्रिय की है। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण जम्मू शहर के नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी जा रही हैं। राजौरी में जोरदार धमाके के बाद धुआं उठता दिखाई दे रहा है और क्षेत्र में लगातार विस्फोटों के बाद मकान और संपत्ति क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पाकिस्तान की ओर से किये गए हवाई हमलों के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के चार एयरबेस पर कार्रवाई की है। पाकिस्तान में कम से कम 4 एयरबेसों को भारतीय हमलों में निशाना बनाया गया है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में एयरबेस के पास विस्फोट की ख़बरों के बीच भारत की जवाबी कार्रवाई में इस बात का ध्यान रखा गया है कि शहरी आबादी को कोई नुकसान न पहुंचे। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि भारत ने नूर खान बेस, चकवाल में मुरीद बेस और पंजाब में शोरकोट बेस पर मिसाइल से हमला किया है। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान ने अभी तक अपने सिविल फ्लाइट पर रोक नहीं लगाई थी, जिसके बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को नियमित ब्रीफिंग में सवाल उठाया था।

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नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना ब्रिगेड पर आत्मघाती और पंजाब के जालंधर में ड्रोन हमले के दावे को खारिज कर दिया। कहा गया है कि सोशल मीडिया पर चल रही यह खबरें और वीडियो फर्जी है।

भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक शाखा ने पाया कि जम्मू-कश्मीर में सेना की किसी भी छावनी पर कोई ‘फिदायीन’ या आत्मघाती हमला नहीं हुआ और जालंधर में ड्रोन हमले का दावा करने वाला वीडियो एक खेत में लगी आग की घटना से संबंधित है।

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान ने रात को भारत के कई सैन्य और नागरिक क्षेत्रों खासकर जम्मू शहर में हमला करने की कोशिश की। उसे भारतीय सुरक्षाबलों ने पूरी तरह विफल कर दिया।

इस बीच सोशल मीडिया पर राजौरी में फिदायीन हमले की फर्जी खबर तेजी से वायरल होने लगी। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने एक्स हैंडल पर लिखा, ”राजौरी, जम्मू और कश्मीर में सेना की एक ब्रिगेड पर ‘फिदायीन” हमले के बारे में फर्जी खबरें प्रसारित हो रही है। किसी भी सेना कैंट पर ऐसा कोई फिदायीन या आत्मघाती हमला नहीं हुआ है। भ्रामक बनाने और भ्रम पैदा करने के इरादे से किए गए इन झूठे दावों के झांसे में न आएं।”

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जम्मू, 09 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में पाकिस्तान के मिसाइलों के साथ किए गए हमले का भारतीय सुरक्षाबलों ने मुहतोड़ जवाब दिया है। इस बीच नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। पाकिस्तान ने सारी रात परेड, कच्ची छावनी, जम्मू विश्वविद्यालय, सतवारी, सुबाष नगर, कालुचक, छन्नी हिम्मत, रिहाडी, उधमपुर, कठुधा, सांबा को निशाना बनाने की कोशिश की। इससे दहशत का महौल रहा।

इन स्थानों पर इस बीच ब्लैक आउट किया गया। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के अलावा भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलाबारी कर रहा था। इस गोलीबारी में 15 नागरिक मारे गए हैं जबकि करीब 50-60 नागरिक घायल हुए हैं। पाकिस्तान ने बुधवार-गुरुवार रात भारत के लगभग 19 स्थानों पर हमला किया। इनमें से अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया गया।

रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया पर आठ मिसाइलें दागीं और सभी को वायु रक्षा इकाइयों ने रोकते हुए ब्लॉक कर दिया। उल्लेखनीय है कि जम्मू के आसमान के दृश्य बिल्कुल हमास शैली के इजराइल पर हमले की याद दिलाते हैं। इससे यह साफ है कि पाकिस्तान की सेना आतंकवादी संगठन हमास की तरह काम कर रही है।

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली के पाकिस्तान के ड्रोन को रोके जाने पर विस्फोटों की आवाज सुनी गई। जैसलमेर में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के ड्रोन हमले को विफल कर दिया। इस दौरान भी विस्फोटों की आवाज सुनी गई। राजस्थान के बीकानेर और पंजाब के जालंधर में पूरी तरह से ब्लैकआउट घोषित किया गया है। इसके अलावा किश्तवाड़, अखनूर, सांबा, जम्मू , पुंछ, राजाैरी, अवंतीपाेरा, उरी और अमृतसर, जालंधर में भी ब्लैकआउट लागू किया गया।

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श्रीनगर/जयपुर/चंडीगढ़, 09 मई (हि.स.)। भारत ने कल अलग-अलग मोर्चों पर पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया। सैन्य मुकाबले में पड़ोसी देश के लगभग सारे दांव फेल कर दिए। कूटनीतिक मंच पर देररात अमेरिका ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। अमेरिका के विदेशमंत्री मार्क रुबियो ने दुश्मन की तरह भारत से व्यवहार कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना तत्काल बंद करे।

सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने कल रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ विभिन्न स्थानों पर गोलीबारी और गोलाबारी करते हुए बड़ी संख्या में ड्रोन भेजने के प्रयास किए। भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने उधमपुर, सांबा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा और पठानकोट क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किए गए काउंटर ऑपरेशन में 50 से अधिक ड्रोन को सफलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया गया। इस ऑपरेशन में एल-70 गन, जेडयू-23 मि.मी., शिल्का सिस्टम और अन्य उन्नत काउंटर-यूएएस उपकरणों का व्यापक उपयोग किया गया।

जम्मू और कश्मीर में रातभर तनाव रहा। अब वहां स्थिति सामान्य बताई जा रही है। भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रात भर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को रोका या मार गिराया।। इस बीच उरी में पाकिस्तान की फौज संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रखते हुए स्थानीय नागरिकों की कारों को निशाना बना रही है। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कल रात करीब 11 बजे सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया।

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उपजे इस तनाव की जद में पंजाब और राजस्थान भी हैं। पाकिस्तान इस आतंकी हमले के जवाब में किए गए भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया हुआ है। बौखलाई पाकिस्तान फौज ने कल रात करीब आठ बजे भारत के विभिन्न शहरों में अकारण हवाई हमले शुरू कर दिए। पड़ोसी की कुत्सित चालों से परिचित भारत की सेना तो पहले ही मोर्चा संभाले बैठी थी। उसने पाकिस्तान की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों को हवा में ही नष्ट करना शुरू दिया। इस दौरान भारत ने भी जैसा को तैसा की नीति को अपनाते हुए पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची और लाहौर में तबाही मचानी शुरू कर दी।

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इस्लामाबाद, 09 मई (हि.स.)। भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। गुरुवार देर रात कराची बंदरगाह पर 8 से 12 तेज़ धमाकों की आवाज़ सुनी गई, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में आपात ब्लैकआउट कर दिया गया और मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया।

जवाबी कार्रवाई के तहत भारतीय नौसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के अनुसार भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह और उससे जुड़े रणनीतिक ठिकानों पर सटीक हमला किया है। यह हमला पाकिस्तान की ओर से बढ़ते हमलों और सीमा पार गतिविधियों के जवाब में किया गया है।

इसी बीच, पेशावर शहर में भी एक जोरदार विस्फोट की खबर सामने आई है। स्थानीय मीडिया और नागरिकों के अनुसार धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि अभी तक विस्फोट का स्थान और कारणों को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र को सील कर दिया है और जांच शुरू कर दी गई है।

भारतीय जवाबी कार्रवाई के इतर बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में भी पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर सिलसिलेवार हमले हुए हैं। पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर मुख्यालय को हथियारबंद लोगों ने निशाना बनाया। यहां कई विस्फोटों के बाद गोलीबारी भी हुई।

इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और देशभर के संवेदनशील ठिकानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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– दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट करने से भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा

नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। अमृतसर से जम्मू, पठानकोट से भुज तक पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करके भारत के एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन चक्र’ ने अपनी ताकत दिखा दी है। भारत ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ शुरू करते समय ही दुश्मन के किसी भी जवाबी हमले को रोकने के लिए इस प्रणाली को सक्रिय कर दिया था, जिससे भारतीय लड़ाकू विमानों को सुरक्षित रूप से ऑपरेशन पूरा करने में मदद मिली। इस प्रणाली ने दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान ने 8/9 मई की रात 8.30 बजे के करीब राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात में वायु सेना के एयरबेस को निशाना बनाकर ड्रोन से मिसाइल हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रोक दिया। पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में 8 मिसाइलें दागीं, लेकिन सभी को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 (सुदर्शन) ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भी पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।

यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस अब तक भारत को 3 एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति कर चुका है, जबकि दो सिस्टम अभी मिलने हैं। चौथी प्रणाली मार्च, 2026 में और पांचवीं प्रणाली 2026 के अंत तक पहुंचाई जाएगी। यह दो साल की देरी यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के कारण हुई है। भारतीय वायु सेना ने भगवान कृष्ण के शक्तिशाली सुदर्शन चक्र के नाम पर एस-400 को ‘सुदर्शन चक्र’ नाम दिया है। भारतीय एस-400 एयर डिफेंस की मिसाइलें 20 किलोमीटर, 30 किलोमीटर और 60 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही खत्म कर सकती हैं। यह प्रणाली एक साथ दुश्मन की 80 मिसाइलों या हवाई हमलों का जवाब देने में सक्षम है।

चीन और पाकिस्तान के खतरे को देखते हुए भारत को ताकतवर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की बहुत जरूरत थी। भारत ने रूस के साथ पांच एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदने के लिए 35 हजार करोड़ रुपये में सौदा किया था, जिसे रूस और भारत के रक्षा मंत्रियों ने 06 दिसंबर, 2021 को अंतिम रूप दिया था। भारत के रक्षा बेड़े में शामिल इस रूसी डिफेंस सिस्टम से पूरी दुनिया खौफ खाती है। यह प्रणाली अपनी मिसाइलों से दुश्मन की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों, लड़ाकू विमानों को 400 किमी. की दूरी तक तबाह कर सकती है। यह मिसाइल जमीन से 100 फीट ऊपर उड़ रहे खतरे की पहचान करके हमला करने में सक्षम है। भारत ने दो एस-400 स्क्वाड्रन को पूर्वी और उत्तरी सीमा पर तैनात किया है। तीसरी स्क्वाड्रन को पंजाब में इस तरह से तैनात किया गया है, ताकि पाकिस्तान की सीमा के साथ-साथ उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों को भी कवर किया जा सके।

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नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने भारत के सभी हवाई अड्डों और एयरलाइनों को सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश जारी किए हैं।

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, अब हर यात्री को उड़ान में सवार होने से पहले “सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक” (एसएलपीसी) से गुजरना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया बोर्डिंग गेट पर अंतिम जांच सुनिश्चित करती है ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके।

साथ ही, हवाई अड्डों के टर्मिनल भवनों में विजिटर्स के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एयर मार्शलों की तैनाती भी की जाएगी ताकि किसी भी अप्रत्याशित गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

इस आदेश के बाद देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पूर्व अतिरिक्त समय लेकर एयरपोर्ट पहुंचे और आवश्यक दस्तावेज अपने साथ रखें।

वहीं, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के निर्देश के तहत एयर इंडिया, आकासा एयर समेत कई एयरलाइनों ने यात्रियों के लिए नई यात्रा सलाह (ट्रैवल एडवाइजरी) जारी की है।

एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्वीट में कहा, “नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा उपायों को सख्त करने के आदेश के मद्देनज़र, सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी निर्धारित उड़ान के कम से कम 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचें, ताकि चेक-इन और बोर्डिंग की प्रक्रिया सुगम बनी रहे। उड़ान से 75 मिनट पहले चेक-इन काउंटर बंद कर दिया जाएगा।”

वहीं, आकासा एयर ने भी एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, “बढ़ी हुई सुरक्षा जांच को ध्यान में रखते हुए, कृपया उड़ान से 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचें। प्रवेश के लिए सरकारी मान्यता प्राप्त फोटो पहचान पत्र अपने साथ रखें। चेक-इन बैगेज के अलावा, केवल एक हैंडबैग (अधिकतम 7 किलोग्राम) की अनुमति होगी। सभी यात्रियों को बोर्डिंग से पहले द्वितीय सुरक्षा जांच से गुजरना अनिवार्य होगा।”

इसके अलावा, इंडिगो और स्पाइटजेट ने भी यात्रा संबंधी सलाह जारी करते हुए कहा है “इन असाधारण समय में यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षा जांच और अन्य औपचारिकताओं के लिए अतिरिक्त समय दें। हम आपकी समझदारी और सहयोग की सराहना करते हैं।”

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नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात हो गए हैं। पाकिस्तान की ओर से लगातार हमला किया जा रहा है, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया है।

पाकिस्तान ने गुजरात पर ड्रोन हमले की कोशिश की लेकिन वो भी विफल रहा। 

इस बीच भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। भारत की ओर से सियालकोट पर मिसाइल से हमला किया गया। लाहौर में भी ड्रोन से हमला किया गया है।

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नई दिल्ली, 8 मई (हि.स.)। दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ से अलग-अलग बातचीत की। दोनों वार्ताओं में अमेरिका ने तत्काल तनाव कम करने की अपील की और आतंकवाद की निंदा की।

विदेश मंत्री रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को किसी भी प्रकार का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने का भी आह्वान दोहराया।

विदेश मंत्री जयशंकर से बातचीत में मंत्री रुबियो ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है।

रुबियो ने भारत-पाकिस्तान के बीच प्रत्यक्ष संवाद को बढ़ावा देने की भी बात कही और संचार माध्यमों को खुला रखने के प्रयासों की सराहना की।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को समर्थन बंद करने के लिए “ठोस कदम” उठाने की मांग की। साथ ही वर्तमान संघर्ष में नागरिकों की कथित क्षति पर दुख व्यक्त किया।

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– लाहौर से रावलपिंडी तक 15 शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किये जाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके सीमावर्ती भारतीय इलाकों को निशाना बनाए जाने के साथ पाकिस्तानी सेना ने बुधवार की रात भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे सतर्क भारतीय बलों ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया। इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।

पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण पुंछ सेक्टर में सीमावर्ती गांवों के सोलह भारतीय निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का इस्तेमाल करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। भारत ने भी पाकिस्तान की ही तरह उसी तीव्रता से जवाब दिया है।

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान 07 मई को भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में विशेष रूप से उल्लेख किया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। इसके बावजूद पाकिस्तान ने 07-08 मई की रात को ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।

भारत के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की गई इस हिमाकत की पुष्टि की गई है। साथ ही एक बयान में बताया गया है कि इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं। इसी के जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया।

बयान में कहा गया है कि इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। पाकिस्तान वायु रक्षा इकाई के एचक्यू-9 मिसाइल लांचरों को भारी क्षति पहुंची है। एचक्यू-9 लाहौर के वाल्टन बेस पर तैनात है। बयान में यह भी कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बल संघर्ष को आगे न बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।

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नई दिल्ली, 8 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसके बाद की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में राजनीतिक दलों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एकजुटता दिखाई।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक संसद भवन परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सेना की कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सभी नेताओं को विस्तृत जानकारी दी। सैन्य कार्रवाई होने के कारण तकनीकी विवरण साझा नहीं किया गया। उन्होंने मौजूदा हालात और सरकार की मंशा से अवगत कराया। इसके बाद सभी नेताओं ने अपना और पार्टी का मत रखा और सुझाव भी दिए।

रिजिजू ने कहा कि सभी दलों ने गंभीरता और ज़िम्मेदारी से बात रखी। सभी ने माना कि ऐसे समय राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित में सोचने की ज़रूरत है। नेताओं की एकता ही हमारी लोकतांत्रिक ताकत है। सभी ने सेना की सफलता पर गर्व जताया। बैठक में कई नेताओं की ओर से उपयोगी सुझाव भी आए। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में सभी राजनीतिक दलों ने परिपक्वता दिखाई है। सभी नेताओं ने एकमत होकर सेना के ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पर बधाई दी। सभी ने एकजुट होकर कहा है कि वे हर निर्णय में सरकार का साथ देंगे।

रिजिजू के मुताबिक, रक्षा मंत्री ने आज की बैठक में कहा कि आज की बैठक यह दर्शाती है कि हम केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक परिपक्व लोकतंत्र है। यह झलकता है।

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आंतकवादियों ने 26 पर्यटकों कर हत्या कर दी थी। इस पर भारतीय सशस्त्र बलों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।

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