नई दिल्ली: 69वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र को संबोधित किया. राष्ट्र के नाम संदेश में सबसे पहले उन्‍होंने देश वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी, साथ ही देश में योगदान देने वालों को नमन किया. राष्ट्रपति ने कहा कि देश के 69वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई! यह राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना के साथ, हमारी सम्प्रभुता का उत्सव मनाने का भी अवसर है. उन्होंने कहा ‘यह उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के महान प्रयासों और बलिदान को, आभार के साथ याद करने का दिन है जिन्होंने अपना खून-पसीना एक करके, हमें आज़ादी दिलाई, और हमारे गणतंत्र का निर्माण किया. आज का दिन हमारे लोकतान्त्रिक मूल्यों को नमन करने का भी दिन है.’

उन्होंने कहा कि देश के लोगों से ही लोकतंत्र बनता है. हमारे नागरिक, केवल गणतंत्र के निर्माता और संरक्षक ही नहीं हैं, बल्कि वे ही इसके आधार स्तम्भ हैं. हमारा हर नागरिक, हमारे लोकतन्त्र को शक्ति देता है. हर एक सैनिक, जो हमारे देश की रक्षा करता है. हर-एक किसान, जो हमारे देशवासियों का पेट भरता है. हर-एक पुलिस और अर्ध-सैनिक बल, जो हमारे देश को सुरक्षित रखता है. हर-एक मां, जो देशवासियों का पालन-पोषण करती है. हर-एक डॉक्टर, जो देशवासियों का उपचार करता है. हर-एक नर्स, जो देशवासियों की सेवा करती है; हर-एक स्वच्छता कर्मचारी, जो हमारे देश को स्वच्छ रखता है. हर-एक अध्यापक, जो हमारे देश को शिक्षित बनाता है; हर-एक वैज्ञानिक, जो हमारे देश के लिए इनोवेशन करता है. हर-एक इंजीनियर, जो हमारे देश को एक नया स्वरुप देता है.

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नागरिक, जो गर्व के साथ यह देखते हैं कि वे अपने लोकतंत्र को कितना आगे ले आये हैं. हर-एक युवा, जिसमे हमारे देश की ऊर्जा, आशाएं, और भविष्य समाए हुए हैं और हर-एक प्यारा बच्चा, जो हमारे देश के लिए नए सपने देख रहा है. संविधान का निर्माण करने, उसे लागू करने और भारत के गणराज्य की स्थापना करने के साथ ही, हमने वास्तव में ‘सभी नागरिकों के बीच बराबरी’ का आदर्श स्थापित किया, चाहे हम किसी भी धर्म, क्षेत्र या समुदाय के क्यों न हो .

उन्होंने कहा कि समता या बराबरी के इस आदर्श ने, आज़ादी के साथ प्राप्त हुए स्वतंत्रता के आदर्श को पूर्णता प्रदान की. एक तीसरा आदर्श हमारे लोकतंत्र के निर्माण के सामूहिक प्रयासों को और हमारे सपनों के भारत को सार्थक बनाता है. यह है, बंधुता या भाईचारे का आदर्श. हमें आजादी एक कठिन संघर्ष के बाद मिली थी. इस संग्राम में, लाखों लोगों ने हिस्सा लिया. उन स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया. महात्मा गाँधी के नेतृत्व में, ये महान सेनानी, मात्र राजनैतिक स्वतंत्रता प्राप्त करके संतुष्ट हो सकते थे. लेकिन उन्होंने पल भर भी आराम नहीं किया। बल्कि दुगने उत्साह के साथ संविधान बनाने के महत्त्वपूर्ण कार्य में पूरी निष्ठा के साथ जुट गए. उनकी नजर में हमारा संविधान, हमारे नए राष्ट्र के लिए केवल एक बुनियादी कानून ही नहीं था, बल्कि सामाजिक बदलाव का एक दस्तावेज था.

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता बहुत दूरदर्शी थे. वे ‘कानून का शासन’ और ‘कानून द्वारा शासन’ के महत्त्व और गरिमा को भली-भांति समझते थे. वे हमारे राष्ट्रीय जीवन के एक अहम दौर के प्रतिनिधि थे. हम सौभाग्यशाली हैं कि उस दौर ने हमें गणतंत्र के रूप में अनमोल विरासत दी है. जिस शुरुआती दौर में, हमारे संविधान का स्वरुप तय किया गया, उस दौर से मिली हुई सीख हमारे लिए आज भी प्रासंगिक है. हम जो भी कार्य करें, जहां भी करें, और हमारे जो भी लक्ष्य हों. उस दौर की सीख, हर क्षेत्र में हमारे लिए उपयोगी है.

उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण करोड़ों छोटे-बड़े अभियानों को जोड़कर बना, एक सम्पूर्ण अभियान है. नागरिकों के चरित्र का निर्माण करना, परिवारों द्वारा अच्छे संस्कारों की नींव डालना, और समाज से अंध-विश्वास तथा असमानता को मिटाना, ये सभी राष्ट्र-निर्माण की दिशा में योगदान हैं. जहां बेटियों को, बेटों की ही तरह, शिक्षा, स्वास्थ्य और आगे बढ़ने की सुविधाएं दी जाती हैं, ऐसे समान अवसरों वाले परिवार और समाज ही एक खुशहाल राष्ट्र का निर्माण करते हैं. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सरकार कानून लागू कर सकती है और नीतियां भी बना सकती है, लेकिन ऐसे कानून और नीतियां तभी कारगर होंगे जब परिवार और समाज हमारी बेटियों की आवाज़ को सुनेंगे. हमें परिवर्तन की इस पुकार को सुनना ही होगा .

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि आत्म-विश्वास से भरे हुए और आगे की सोच रखने वाले युवा ही एक आत्म-विश्वास-पूर्ण और प्रगतिशील राष्ट्र का निर्माण करते हैं. हमारे 60 प्रतिशत से अधिक देशवासी 35 वर्ष से कम उम्र के हैं. इन पर ही हमारी उम्मीदों का दारोमदार है. हमने साक्षरता को काफी बढ़ाया है; अब हमें शिक्षा के दायरे और बढ़ाने होंगे. शिक्षा-प्रणाली को ऊंचा उठाना, और उसके दायरे को बढ़ाना तथा 21वीं सदी की डिजिटल अर्थव्यवस्था, जीनोमिक्स, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन की चुनौतियों के लिए समर्थ बनाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि इनोवेटिव बच्चे ही एक इनोवेटिव राष्ट्र का निर्माण करते हैं. इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें एक जुनून के साथ, जुट जाना चाहिए. हमारी शिक्षा-प्रणाली में, रटकर याद करने और सुनाने के बजाय, बच्चों को सोचने और तरह-तरह के प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. हमने खाद्यान्न उत्पादन में काफी बढ़ोतरी की है, लेकिन अभी भी कुपोषण को दूर करने और प्रत्येक बच्चे की थाली में जरुरी पोषक तत्व उपलब्ध कराने की चुनौती बनी हुई है. यह हमारे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए, और देश के भविष्य के लिए, बहुत ही महत्वपूर्ण है.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुहल्ले-गांव और शहर के स्तर पर सजग रहने वाले नागरिकों से ही एक सजग राष्ट्र का निर्माण होता है. हम अपने पड़ोसी के निजी मामलों और अधिकारों का सम्मान करते हैं। त्योहार मनाते हुए, विरोध प्रदर्शन करते हुए या किसी और अवसर पर, हम अपने पड़ोसी की सुविधा का ध्यान रखें. किसी दूसरे नागरिक की गरिमा और निजी भावना का उपहास किए बिना, किसी के नजरिये से या इतिहास की किसी घटना के बारे में भी हम असहमत हो सकते हैं. ऐसे उदारतापूर्ण व्यवहार को ही भाईचारा कहते हैं. नि:स्वार्थ भावना वाले नागरिकों और समाज से ही, एक नि:स्वार्थ भावना वाले राष्ट्र का निर्माण होता है. स्वयंसेवी समूह बेसहारा लोगों और बच्चों, और यहां तक कि बेघर पशुओं की भी, देखभाल करते हैं. समुद्री तटों जैसे सार्वजनिक स्थानों और नदियों को साफ रखते हैं.

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मुम्बई: एनडीए की सबसे पुरानी साझेदार रही शिवसेना ने 2019 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई एक अहम बैठक में यह फैसला लिया गया. हालांकि पार्टी केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर चल रही गठबंधन सरकार का फिलहाल हिस्सा बनी रहेगी.

शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में वरिष्ठ संजय राउत ने एनडीए से नाता तोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. संजय राउत ने इस प्रस्ताव में कहा, ‘बीजेपी से गठबंधन बनाए रखने के लिए हमेशा समझौता किया गया, लेकिन बीजेपी ने शिवसेना को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. शिवसेना अब गरिमा के साथ चल सकेगी.’

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नई दिल्ली: देश की पहली महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने सुखोई से उड़ान भरी. जोधपुर के एयरफोर्स बेस से उन्होंने ये उड़ान भरी. वह आधा घन्टे से कुछ अधिक देर तक आकाश में रहीं. सुखोई-30 MKI एक अत्याधुनिक फाइटर जेट है जो परमाणु हमले में भी सक्षम है.

भारत के पास जितने भी फाइटर प्लेन हैं ये उनमें ये सर्वश्रेष्ठ है. इसमें हवा में ही इंधन भरा जा सकता है और ये करीब 2600 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. भारत के पास फिलहाल 32 लड़ाकू स्क्वैड्रन हैं जबकि इसकी अधिकृत क्षमता 42 से 44 स्क्वैड्रन की है. दो स्क्वैड्रन हाल ही में रिटायर हुई हैं.

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New Delhi: विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि उनकी एनकाउंटर की साजिश रची गई. तोगड़िया सोमवार को एक पार्क में बेहोश मिले थे और उसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था.

तोगड़िया ने मीडिया के सामने कहा कि कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का हरदम प्रयास किया जाता रहा है. उन्होंने आईबी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच दबाव में काम कर रही है, मैं कोई क्रिमिनल नहीं. मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है. राम मंदिर, गोहत्‍या पर कानून, विस्‍थापित कश्‍मीरियों को बसाने और देश के युवाओं के लिए हरदम आवाज उठाने का काम किया. कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है. तोगड़िया ने कहा कि किसानों को उनके लागत से डेढ़ गुना दाम मिले, उनके लिए चिकित्‍सा की सुविधा मिले, मैंने इसके लिए हरदम प्रयास किया.

उन्होंने कहा कि मैंने 10 हजार डॉक्‍टरों को तैयार किया ताकि वो गांव के लोगों को उनकी चिकित्‍सा की जरूरतों को पूरा कर सके. इसके आईबी के लोग उन डॉक्‍टरों के घर जाकर डराने का प्रयास किया जा रहा है. मेरे खि‍लाफ सरकार डराने का काम कर रही है.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तोगड़िया भावुक हो गए उन्‍होंने कहा कि मुझे डराने का काम गुजरात से शुरू हुआ. मकर संक्रांति के दिन राजस्‍थान पुलिस का जत्‍था गिरफ्तारी के लिए आया. तोगड़िया ने कहा कि सुबह जब पूजा कर रहा था तो एक पुलिस वाला आया. बोला कि आप तुरंत निकल जाओ एनकाउंटर करने आने वाले है. उन्‍होंने कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. तोगडि़या ने कहा कि जब मैं पूजा कर रहा था तभी एक का फोन आया और फोन पर कहा कि पुलिस स्‍टेशन से राजस्‍थान पुलिस का काफिला गुजरात पुलिस के साथ निकल चुकी है. मैं इसी कपड़े में पैसे लेकर अपने कमरे से बाहर आया और ऑटो लेकर निकल गया. तोगड़िया ने कहा कि रास्‍ते से राजस्‍थान होम मिनिस्‍टर को फोन किया तो उन्‍होंने ऐसे किसी भी कार्रवाई से मना किया. मैंने तुरंत अपना फोन ऑफ कर दिया. फिर राजस्‍थान में एक आदमी के घर रूका और पुलिस से जानना चाहा तो पता चला कि वो अरेस्‍ट वारंट लेकर आया है. अब मैं पुलिस के हाथ में आता तो किसी षड़यंत्र के तहत फंसाकर पुलिस क्‍या करती मुझे नहीं पता.

तोगड़िया ने अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कानून के सम्‍मान करने की बात बार-बार कहते रहे. उन्‍होंने कहा कि लंबी बेहोशी के कारण मेरी तबीयत काफी खराब है. जब मैं ठीक हो जाऊंगा और डॉक्‍टर मुझे अनुमति देंगे तो मैं स्‍वयं न्‍यायालय के समक्ष समर्पण कर दूंगा.

File photo

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New Delhi: केंद्र सरकार ने हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी को ख़त्म के इस रकम को लड़कियों की शिक्षा पर खर्च की जाएगी.

उन्होंने कहा कि अब तक के इतिहास में पहली बार इस साल 1.75 लाख मुसलमान हज यात्रा पर जाएंगे. सब्सिडी के पैसे को लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने पर खर्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सब्सिडी का फायदा ऐसे भी एजेंट्स उठा रहे थे, इसलिए हज सब्सिडी बंद कर दी गई है.

उन्होंने कहा कि गरीब मुस्लिमों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तुष्ट‍िकरण नहीं, सशक्तिकरण चाहती है.

इसके साथ ही सऊदी अरब की सरकार ने भारत से पानी के जहाज के जरिए हज यात्रा फिर से आरंभ करने को सैद्धांतिक रूप से सहमति प्रदान कर दी है और दोनों देशों के अधिकारी इससे जुड़े तौर-तरीकों को अंतिम रूप देंगे.

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में सरकार से 2022 तक सब्सिडी खत्म करने के लिए कहा था. गौरतलब है कि पिछले साल हज यात्रा के लिए 450 करोड़ की सब्सिडी दी गई थी.

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नई दिल्ली: छह दिवसीय दौरे पर आए इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आज ताजमहल का दीदार करने आगरा जाएंगे. उनके साथ उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू भी ताजमहल का दीदार करेंगी.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, उनकी पत्नी सारा के ताजमहल दौरे के समय इस ऐतिहासिक स्मारक को दो घंटे के लिए बंद रखा जाएगा. उनके दौरे के मद्देनजर सुबह 10.20 से दोपहर 12.30 बजे तक ताजमहल आम पर्यटकों के लिए बंद रहेगा. इसके लिए एक घंटे पहले यानी 9 .20 बजे टिकट मिलना बंद हो जाएगा. उनके जाने के बाद दोपहर 12. 30 बजे ताजमहल आम पर्यटकों के लिए खुलेगा.

ताजमहल का दीदार करने आ रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लगभग चार घण्टे शहर में रुकेंगे. एक घण्टा ताजमहल में भ्रमण के साथ ही होटल अमर विलास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ लंच करेंगे. नेतन्याहू के ताजमहल दौरे के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

इस मौके पर एक किस्सा भी सुनाया जो यहूदी देश में बॉलीवुड की लोकप्रियता को बयां करता है.

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New Delhi: सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका महाश्वेता देवी के 92वें जन्मदिन के अवसर पर गूगल ने डूडल बना कर याद किया है. महाश्वेता देवी को साल 1996 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

‘नटी’, ‘मातृछवि’, ‘अग्निगर्भ’ ‘जंगल के दावेदार’, ‘1084 की मां’, माहेश्वर की कुछ महत्वपूर्ण कृतियां हैं. उनकी छोटी-छोटी कहानियों के करीब बीस संग्रह और करीब सौ उपन्यास आ चुके हैं.

महाश्वेता देवी का जन्म आज ही के दिन साल 1926 को अविभाजित भारत के ढाका में हुआ था.

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New Delhi: सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया. सुप्रीमकोर्ट के चार जज जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने ने सवाल उठाये.

सुप्रीम कोर्ट में नंबर दो की हैसियत रखने वाले जस्टिस चलमेश्वर ने कहा, ”किसी भी देश खासकर हमारे देश और न्यायपालिका के लिए अभूतपूर्व हालात हैं, हमारे लिए ये खुशी की बात बिल्कुल नहीं है कि हमें ये प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलानी पड़ी. कुछ समय से सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन सही तरीके से काम नहीं कर रहा. ऐसी कई चीजें हुई हैं जो नहीं होनी चाहिए थीं. कई मौकों पर वरिष्ठ जज होने के नाते हमने चीफ जस्टिस को ये बताने की कोशिश की कि कई चीजें ठीक से नहीं हो रही हैं इसलिए सुधार के लिए कदम उठाए जाने चाहिए. दुर्भाग्य से हमारी कोशिश नाकाम रही. हम सभी चार लोगों को लगता है कि अगर सुप्रीम कोर्ट की निष्पक्षता बरकरार नहीं रहती है तो हमारे या किसी देश का लोकतंत्र नहीं बच सकता. किसी भी अच्छे लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायपालिका जरूरी है.”

सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों द्वारा चीफ जस्टिस (सीजेआई) दीपक मिश्रा के खिलाफ बगावती तेवर अपनाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि चारों जजों का आरोप बेहद अहम है. राहुल ने कहा कि जज लोया मामले की जांच सही तरीके से होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो मुद्दे 4 जजों ने उठाए हैं वो अहम हैं. उन्होंने लोकतंत्र के खतरे की बात की, जिसे देखना होगा. जो सवाल उन्होंने उठाए हैं, वो बहुत जरूरी हैं. इन्हें ध्यान से देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की चीज पहले कभी नहीं हुई. यह एक अभूतपूर्व मामला है.

संबित पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आंतरिक विषयों पर सड़क पर राजनीति करना गलत है. हमें आश्चर्य और दुख है कि कांग्रेस पार्टी जिसे चुनाव चुनाव दर मौका नहीं मिल रहा है ऐसे में इस तरह के मुद्दे पर राजनीति करके उन्होंने साबित कर दिया कि वो अवसर ढूंढ रहे हैं. कांग्रेस ने आज देश की जनता के सामने खुद को बेनकाब कर दिया.

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वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के सेवित क्षेत्रों के संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों के साथ महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के प्रेमचंद सभाकक्ष में बैठक की. बैठक में मंडल रेल प्रबंधक एस. के. झा सहित पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं मंडल के शाखा अधिकारियों ने भाग लिया.

बलिया से लोक सभा के सांसद भरत सिंह ने बताया कि आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बावजूद बलिया-छपरा परिक्षेत्र में रेल सुविधाओं की कमी है.

उन्होने इस रेल खण्ड के दोहरीकरण सह विद्युतीकरण का कार्य समय सीमा में पुरा करने साथ ही मांझी-गौतम स्थान के मध्य गंगा नदी पर नये पुल के निर्माण को शीघ्र कराने, गौतमस्थान, मांझी, बकुलहां तथा सुरेमनपुर स्टेशनों को सुविधाजनक बनाने, सुरेमनपुर, बलिया एवं चितबड़ागांव स्टेशनों पर पैदल उपरीगामी पुल का निर्माण शीघ्र कराने, गोंदीया एक्सप्रेस एवं छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस को सुरेमनपुर में ठहराव देने, गाजीपुर-कोलकाता शब्दभेदी साप्ताहिक एक्सप्रेस का संचलन सप्ताह में तीन दिन करने, पटना राजधानी एक्सप्रेस को बक्सर में ठहराव देने की मांग रखी.

वही महराजगंज के सांसद जानर्दन सिंह सिग्रीवाल ने महाराजगंज-मशरक नई लाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण करने, महाराजगंज स्टेशन भवन का सुधार कर समुचित यात्री सुख सुविधाएं प्रदान करने, एकमा स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के बढ़ाने एवं एकमा स्टेशन पर विभिन्न सुपर फास्ट गाड़ियों के ठहराव प्रदान करने की मांग रखी. उन्होंने छपरा-सीवान रेल खण्ड के दाउदपुर रेलवे स्टेशन पर मौर्या एक्सप्रेस एवं इन्टरसिटी एक्सप्रेस की ठहरान की मांग की. सीवान से पाटलीपुत्र के लिए डायरेक्ट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया. इसके साथ ही उन्होने इस प्रकार की बैठक को ओपेन लाइन स्टेशनों पर किये जाने तथा रेल अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर दैनिक यात्रियों की समस्याओं का निराकरण करने का सुझाव दिया.

संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान होने के कारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता संरक्षा, सुरक्षा, समय-पालन, यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी तथा स्टेशन परिसरों एवं ट्रेनों में साफ-सफाई है.

संरक्षा में सुधार हेतु रेल प्रशासन द्वारा गाड़ियों को रोककर भी रेल पथ के रख-रखाव के लिए भरपूर ब्लाक उपलब्ध कराये जा रहे हैं.

उन्होने कहा कि समपारों पर दुर्घटना गंभीर विषय है. जिसके लिए समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर जनमानस को जागरुक किया जाता है. आरक्षित समपारों को प्राथमिकता के आधार पर या तो बंद किया जा रहा है या फिर उनको रक्षित किया जा रहा है और यह कार्य सितम्बर 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा. तब तक ऐसे प्रत्येक गेट पर दो गेट मित्रों का प्रावधान किया गया है.

उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 14 मैकेनिकल इंटरलॉकिंग युक्त स्टेशन शेष हैं. जिन्हे अगले एक वर्ष में इलेक्ट्रीकल/इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग में बदल दिया जायेगा.

महाप्रबंधक ने कहा कि संरक्षा श्रेणी में कुल 5600 रिक्त पदों में से 3288 पदों को भरने की स्वीकृती प्राप्त हो गई है.

महाप्रबंधक ने कहा कि यात्रा के दौरान खान-पान सुविधा में सुधार हेतु सभी खान-पान सुविधाएं रेलवे द्वारा अपने नियंत्रण में ले ली गई है. साथ ही अधिकारियों एवं निरीक्षकों द्वारा नियमित एवं औचक निरीक्षण कर गुणवत्ता की जाँच की जा रही है.

महाप्रबंधक ने बैठक के अंत में उपस्थित माननीय संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल करने स्थानीय जनता, व्यापारियों एवं दैनिक यात्रियों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया.

बैठक का कुशल संचालन उप महाप्रबंधक राजेश तिवारी ने किया. मंडल रेल प्रबंधक एस.के. झा ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से वाराणसी मंडल पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी तथा बैठक के अंत में सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.

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New Delhi: भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रच दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद् (इसरो) ने सैटेलाइट भेजने का शतक पूरा कर लिया है. इसरो ने शुक्रवार सुबह 9.28 पर पीएसएलवी के जरिए एक साथ 31 उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया.

इसरो द्वारा प्रक्षेपित कुल 31 उपग्रहों में से तीन भारतीय हैं और 28 कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका देशों के है. कुल 28 अंतरराष्ट्रीय सह-यात्री उपग्रहों में से 19 अमेरिका, पांच दक्षिण कोरिया और एक-एक कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और फिनलैंड के हैं.

 

PHOTO: DD

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New Delhi: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने 100वें उपग्रह को लॉन्च करेगा. इस 100वें उपग्रह के साथ 30 अन्य उपग्रह यानी कुल 31 उपग्रह अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किये जाएंगे. चेन्नई से 110 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्चिंग की जाएगी.

अपने इस 42वें मिशन के लिए इसरो भरोसेमंद कार्योपयोगी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी40 को भेजेगा जो कार्टोसेट-2 श्रृंखला के उपग्रह और 30 सह-यात्रियों को लेकर कल सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर उड़ान भरेगा. इनका कुल वजन कुल वजन करीब 613 किलोग्राम है. उपग्रह मिशन की 28 घंटे की उलटी गिनती आज सुबह पांच बजकर 29 मिनट (भारतीय समयानुसार) पर शुरू हो गई.

सह-यात्री उपग्रहों में भारत का एक माइक्रो और एक नैनो उपग्रह शामिल है जबकि छह अन्य देशों- कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका के तीन माइक्रो और 25 नैनो उपग्रह शामिल किए जा रहे हैं. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से इस 44.4 मीटर लंबे रॉकेट को प्रक्षेपित किया जाएगा.

फाइल फोटो 

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नई दिल्ली: अगर आपको किसी सर्विस की सेवा के लिए बार-बार आधार कार्ड या आधार नंबर की पहचान कराने की जरूरत होती है या फिर आधार के डेटा की गोपनीयता का खतरा बना रहता है तो अब न सिर्फ इस झंझट से छुटकारा मिलने वाला है, बल्कि आपका डाटा और भी ज्यादा सुरक्षित होने वाला है. आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के चलते अब इसमें कुछ बदलाव किए जा रहे हैं. सरकार के आधार कार्यक्रम को चलाने वाली यूआडीएआई यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने कहा कि अब वह वर्चुअल आधार आईडी लाने वाली है, जिसमें 16 अंकों के टेंपररी नंबर होंगे, जिसे लोग जब चाहे अपने आधार के बदले शेयर कर सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि यूआडीएआई की यह अवधारणा पर मार्च के अंत तक सफल हो जाएगी.

यूआडीएआई वर्चुअल आईडी पर महीनों से काम कर रहा है. इसने पिछले दिनों उस वक्त घोषणा की थी, जब यूआईडीएआई डाटाबेस के अनधिकृत उपयोग और आधार की गोपनीयता के बार में एक अखबार ने चिंता व्यक्त की थी साध ही डाटा चोरी होने के आरोप भी लग रहे थे. 

नई प्रणाली का उद्देश्य आधार संख्या के लीक होने और दुरुपयोग के मामलों को कम करना है और 119 करोड़ लोगों की पहचान संख्या की गोपनीयता को बढ़ावा देना है. अब आधार डिटेल देने के समय या वेरिफिकेशन के समय इसी 16 अंको से काम चल जाएगा. ध्यान देने वाली बात है कि यह 16 अंकों का वर्चुअल आईडी कुछ समय के लिए ही मान्य होगा. तय समय के बाद यूजर को अपना नया आईडी जारी करना होगा.

यह वर्चुअल आईडी, जिसमें 16 रैंडम अंक होंगे. वर्चुअल आईडी से फोन कंपनियां या बैंकों को आधार धारक की सीमित जानकारी मसलन नाम, पता और फोटोग्राफ मिलेगा जो उस व्यक्ति की पहचान साबित करने के लिए पर्याप्त होगा. वर्चुअल आईडी से आधार नंबर की जानकारी नहीं मिल सकेगी.

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