नई दिल्ली: यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखकर काम कर रही रेलवे ने पटरियों के नवीनीकरण पर खासा जोर दिया है. इसके तहत देशभर में रेलवे ट्रैक नवीनीकरण का कार्य चल रहा है. साल 2017-18 में कुल 4405 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का नवीनीकरण किया गया.
ट्रैक नवीनीकरण में टूटी-फूटी या घिसी हुई कमजोर पटरियों को मरम्मत कर इन्हें दुरुस्त किया जाता है. कमजोर ट्रैक ही अक्सर ट्रेन के पटरी से उतरने और दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं.
रेलवे नवीनीकरण का कार्य ट्रैक पर ब्लॉक लगाकर करती है. जो कई बार ट्रेन के लेट होने का भी कारण बनता है.रेलवे ट्रैक के नवीनीकरण पर किए गए रिकॉर्ड काम का ही नतीजाहै कि देश में होने वाली रेल दुर्घटनाओं में बड़ी गिरावट आई है. साल 2017-18 में देश में 73 रेल हादसे हुए. ऐसा पहली बार हुआ है जब रेल हादसों की संख्या दो अंको में सिमट कर रह गई.
अपने अथक प्रयासों से रेलवे दुर्घटनाओं में कमी लाने में कामयाब हुई है. भविष्य में भी दुर्घटनाओं पर और काबू पाने के लिए रेलवे ने यात्री सुरक्षा को लेकर और भी सजग होने का प्रयास कर रही है.