कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास से हुए नुकसान का आकलन करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई हैं। बाद में उन्होंने अलग कमरे में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और राज्य में हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंप कर बंगाल के लिए राहत पैकेज देने की मांग की।
शुक्रवार को निर्धारित समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोलकाता पहुंचे और उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वे के बाद प्रस्तावित समीक्षा बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी पूर्व मेदिनीपुर पहुंचे। यहां कलाईकुंडा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई है। बैठक में भाग लेने के लिए ममता बनर्जी भी पहुंचीं लेकिन अंत समय में उन्होंने बैठक में भाग नहीं लिया। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से अलग मुलाकात के लिए अलग से समय मांगा। बाद में एक अलग कमरे में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और बंगाल में चक्रवात से हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंपी है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपनी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री से बंगाल के लिए तत्काल राहत पैकेज की मांग की है। इसके बाद मुख्यमंत्री दीघा के लिए रवाना हो गईं। 
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी शामिल होने का कार्यक्रम था। लेकिन बैठक में भाजपा विधायक व विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के बैठक में शामिल होने पर मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुईं। प्रधानमंत्री के पहुंचने से पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी, शुभेंदु अधिकारी और राज्य के सिंचाई मंत्री सोमेन महापात्र भी मौजूद थे।

 

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नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर लालकिले के भीतर एवं बाहर हुई हिंसा के मामले में क्राइम ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, साजिश बीते नवंबर में ही रच ली गई थी। इसके बाद से लगातार हिंसा के लिये तैयारियां की गई और गणतंत्र दिवस के दिन इसे अंजाम दिया गया। लालकिला पर हिंसा का दिन गणतंत्र दिवस इसलिये चुना गया, क्योंकि इससे सरकार की काफी बदनामी होती।
यह खुलासा क्राइम ब्रांच के जरिए हिंसा को लेकर कोर्ट में दायर आरोपपत्र में किया गया है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने हाल ही में लालकिला हिंसा को लेकर आरोपपत्र दाखिल किया है। आरोपपत्र में क्राइम ब्रांच द्वारा बताया गया है कि नवंबर 2020 से ही प्रदर्शनकारियों ने लालकिला हिंसा की तैयारियां शुरू कर दी थी। इसके लिए नवंबर-दिसंबर में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खरीदे गए थे। प्रदर्शनकारियों ने यह मन बना लिया था कि वह बॉर्डर पर नहीं बल्कि लाल किले में बैठकर अपना प्रदर्शन करेंगे। वह लालकिला पर कब्जा करना चाहते थे ताकि प्रदर्शन के लिए वहां बैठ सकें, लेकिन जिस प्रकार से वहां पर हिंसा हुई और निशान साहिब को फहराया गया, इससे डरकर वे भाग गए थे।
तीन हजार से ज्यादा पेज का आरोपपत्र
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में कोर्ट के समक्ष तीन हजार से ज्यादा पेज का आरोपपत्र दाखिल किया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए कई आरोपितों को जमानत मिल चुकी है। आरोपपत्र में क्राइम ब्रांच ने उन किसान नेताओं की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है, जिनके बहकावे में आकर इस हिंसा को अंजाम दिया गया। इस हिंसा में 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वहीं अबतक 150 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार हो चुके हैं। कुछ किसान नेता अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
हिन्दुस्थान समाचार
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-चोकसी जनवरी 2018 के पहले हफ्ते में भारत से हुआ था फरार


नई दिल्‍ली:  एंटीगुआ से रहस्यमय ढंग से फरार पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मास्‍टरमाइंड नीरव मोदी का मामा और भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने के लिए डोमिनिका तैयार हो गया है। फरारी के बाद चोकसी डोमिनिका पहुंचा था, जहां उसे पकड़ लिया गया। इंटरपोल ने चोकसी के खिलाफ ‘यलो नोटिस’ जारी किया था। मेहुल चोकसी भारत में 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का सह आरोपी है।

प्राप्‍त जानकारी के मुताबिक भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी बोट से डोमिनिका पहुंचा था। चोकसी फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उसे एंटीगा की रॉयल पुलिस फोर्स को सौंपने की कवायद चल रही है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री के मुताबिक मेहुल चोकसी को भारत को सौंप दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एंटीगा ने चोकसी को वापस नहीं लेने का फैसला किया है, जबकि डोमिनिका उसे भारत को सौंपने को राजी है। इस तरह चोकसी के भारत आने का रास्ता अब साफ हो गया है।

उल्‍लेखनीय है कि भगोड़ा मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से कथित तौर पर 13 हजार,500 करोड़ रुपये की जालसाजी की। नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में है। वहीं, चोकसी निवेश के जरिए 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता हासिल कर जनवरी, 2018 के पहले हफ्ते में भारत से फरार होकर वहां चला गया था। मेहुल चोकसी और नीरव मोदी दोनों सीबीआई और ईडी जांच का सामना कर रहे हैं।

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– सबसे प्रभावित पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में सेना की विशेष ​टीमों को लगाया गया
– बाढ़ में घिरे लोगों को निकालने, सड़कों पर गिरे पेड़ काटने में लगे सेना के जवान 
– भारतीय सेना ने पूर्व मेदिनीपुर में अब तक करीब 700 लोगों को सुरक्षित बचाया
 
नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान ‘यास’ के गुजरने के बाद पश्चिम बंगाल के प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय सेना ने तेजी के साथ राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। पूर्व मेदिनीपुर में जल स्तर में वृद्धि के कारण फंसे 32 नागरिकों को बचाने के लिए सेना की एक टीम लगी है। राज्य प्रशासन को सहायता देने के लिए कुल 17 कॉलम सेना तैनात की गई है। ​बाढ़ में घिरे और फंसे लोगों को निकालने, चिकित्सकीय सहायता देने, तूफान के बाद सड़क मार्ग ख़ाली करने, पेड़ काटने में सेना के जवान लगे हैं। भारतीय सेना ने पूर्व मेदिनीपुर में अब तक करीब 700 लोगों को बचाया है।
 
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना इलाके में तूफान ‘यास’ ​ने व्यापक तांडव मचाया है।​ तूफान से एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। तीन लाख घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 14 हजार बांध टूट गये हैं। सबसे प्रभावित पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा व अन्य इलाके हैं, जिसका शुक्रवार को​ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हवाई सर्वेक्षण​​ करेंगी। पूर्व मेदिनीपुर में जल स्तर में वृद्धि के कारण फंसे 32 नागरिकों को बचाने के लिए एक बचाव दल को लगाया गया है। भारतीय सेना ने पूर्व मेदिनीपुर में अब तक करीब 700 लोगों को बचाया है।​ ​पूरी तरह से जलमग्न ​दीघा में भी भारतीय सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन ​शुरू हो गया है। भारतीय सेना के बचाव और राहत कॉलम ने दीघा ​में फंसे ग्रामीणों को​ सुरक्षित निकाला​ है​। स्थानीय लोगों को चिकित्सा सहायता दी जा रही है।​ सेना ​की एक कॉलम ​टुकड़ी ​नागरिक आबादी ​को बचाने में लगाई गई है
 
बाढ़ के पानी से घिरे दीघा से नौ किमी​.​ दूर तलगचारी ग्राम पंचायत में नागरिकों को बचाने के लिए​ सेना के जवान लगे हैं​ ​फिलहाल डीएम घाट पर ग्रामीणों को रेस्क्यू करके लाया जा रहा है।​ सेना की विशेष चक्रवात राहत ​टीमों को भी राहत कार्यों में लगाया गया है जिनके पास ​​​​राहत ​उपकरण और फुलाए जा सकने वाली ​नौकाएं हैं। ​इसके अलावा सेना ​की नौ चक्रवात राहत ​टीमें ​कोलकाता में स्टैंडबाय पर ​रखी गई हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर इनकी पुनः तैनाती की जा सके। ​सेना की यह टीमें ​​बाढ़ में घि​​रे और फंसे लोगों को निकालने, चिकित्सकीय सहायता देने, तूफान के बाद सड़क मार्ग ख़ाली करने, पेड़ काटने तथा राहत सामग्री ​बांटने में लगी हैं।​ ​​सेना की ​टीमों ने ​अभी तक ​हावड़ा में बड़ी संख्या में लोगों को बचाया है​ जिन्हें रसद और चिकित्सा सहायता ​दी जा रही है।​ ​
 
चक्रवात ​’​यास​’​ के कारण​ पैदा हुईं चुनौतियों में लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए भारतीय सेना पश्चिम बंगाल ​में ​राज्य सरकार के साथ संपर्क और समन्वय​ बनाये हुए हैं। सेना की पूर्वी कमान राहत एवं बचाव कार्यों की अगु​वाई कर रही है​​। राज्य प्रशासन को सहायता ​देने ​के लिए कुल 17 कॉलम सेना तैनात की गई है। इसमें नादिया और पश्चिम मेदिनीपुर में दो कॉलम​, पुरुलिया और वेस्ट बर्धमान में दो कॉलम​, झारग्राम और बकुरा में दो कॉलम​, बीरभूम में एक कॉलम​, हावड़ा और कोलकाता पोर्ट पर दो कॉलमउत्तर और दक्षिण 24 परगना में दो कॉलम​, कोलकाता पूर्व, मध्य और पूर्व मेदिनीपुर में तीन कॉलम​, और कोलकाता दक्षिण के लिए एक कॉलमहुगली में एक कॉलमबेहाला (कोलकाता) में एक ​​कॉलम​ ​सेना तैनात हैं​।​​​
 
वायुसेना ने तैनात किये ​विमान और हेलीकाप्टर
​​पूर्वी वायु कमान ने चक्रवात ​’​यास​’​ के कारण हुए नुकसान के कारण त्वरित प्रतिक्रिया के लिए ​विमानों और हेलीकाप्टरों को तैनात किया है।​ ​सभी बचाव और राहत कार्यों को राज्य सरकार के साथ समन्वय में किया जा रहा है। सभी एजेंसियों के साथ समन्वय में प्रयासों की निगरानी और तालमेल के लिए टास्क फोर्स की स्थापना की गई है।​ ​​एनडीआरएफ ​टीमों ​को वायुसेना की मदद ​से एक दिन पहले ही एक सी-​130 और ​दो एएन-​32​ विमानों ​से पहुंचा दिया था​​ ​​​एनडीआरएफ​ के ​102​ ​कर्मियों को उनके ​4.5​ टन ​उपकरणों के साथ ​​अराकोनम ​(तमिलनाडु) से ​​पश्चिम मेदिनीपुर जिले के​ ​कलाईकुंडा तक पहुंचाया। ​इसी तरह ​​एक सी-130 ​परिवहन विमान ​ने 62 एनडीआरएफ​ ​कर्मियों और 6.8 टन कार्गो को लीलाबारी से कोलकाता के लिए एयरलिफ्ट किया​​
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नई दिल्ली: कोरोना से बचाव के टीके की 20 करोड़ खुराक लगाने वाले देशों में भारत दूसरे स्थान पर है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि अमेरिका के बाद भारत कोरोना टीकों की 20 करोड़ से अधिक खुराक लगाने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। भारत ने 130 दिन में यह टीकाकरण पूरा किया। वहीं अमेरिका ने 124 दिन में इतने लोगों को टीका लगाया।
मंत्रालय के अनुसार, कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम को व्यापक रूप से करने वाले अन्य प्रमुख देशों में ब्रिटेन भी शामिल है, जिसने 168 दिन में 5.1 करोड़ लोगों को कोविड टीका लगाया है। वहीं ब्राजील में 128 दिन में 5.9 करोड़ लोगों को और जर्मनी में 149 दिन में 4.5 करोड़ लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है।
अब तक लगाए गए टीके की 20 करोड़ से अधिक खुराक 
मंत्रालय के अनुसार देश में टीकाकरण अभियान के 130वें दिन तक 20 करोड़ से अधिक टीके की खुराक दी जा चुकी है। इनमें 15,71,49,593 लोगों को टीके की पहली खुराक और 4,35,12,863 को दूसरी खुराक लग चुकी है। मंत्रालय के मुताबिक 60 साल से ऊपर वाले वर्ग में 42 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
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नई दिल्ली: मई के महीने में सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज एक बार फिर बढ़ोतरी कर दी। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इस महीने अभी तक 14  बार और इस साल यानी 2021 में 40 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। इस बढ़ोतरी के बाद देश भर के अलग अलग राज्यों में वैट की दर के हिसाब से पेट्रोल और डीजल के भाव 18 से 31 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं।

आज की बढ़ोतरी के बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 24 पैसे बढ़कर 93.68 रुपये हो गई है, वहीं डीजल की कीमत 29 पैसे प्रति लीटर तेज होकर 84.61 पैसे हो गई है। मई के महीने में दिल्ली में अभी तक पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 3.28 रुपये की ओर डीजल की कीमत में प्रति लीटर 3.88 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल की कीमत में आज की गई बढ़ोतरी के बाद मुंबई में पेट्रोल सौ रुपये प्रति लीटर के काफी निकट पहुंच गया है। आज मुंबई में पेट्रोल 99.94 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है, जबकि यहां डीजल 91.87 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर आ गया है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज हुई बढ़ोतरी के बाद चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 95.28 रुपये और डीजल 89.39 रुपये प्रति लीटर हो गई है। उधर, कोलकाता में पेट्रोल 93.72 रुपये और डीजल 87.46 रुपये प्रति लीटर की दर पर बिक रहा है। बेंगलुरु में पेट्रोल 96.80 रुपये और डीजल 89.70 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल की कीमत 101.77 रुपये हो गई है। वहीं आज की बढ़ोतरी के बाद यहां डीजल 93 रुपये का स्तर पार करके 93.07 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 91.21 रुपये हो गई है। जबकि डीजल आज की बढ़ोतरी के बाद 85 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है। इसी तरह बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल 95.85 रुपये प्रति लीटर हो गया है, वहीं डीजल की कीमत बढ़कर 89.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है। झारखंड की राजधानी रांची में आज पेट्रोल महंगा होकर 90.42 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेट्रोल ने आज की बढ़ोतरी के बाद 100 रुपये के स्तर को पार कर लिया। आज यहां पेट्रोल 100.17 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है, वहीं डीजल 93.36 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है।
आज की बढ़ोतरी के बाद इस साल राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में अभी तक प्रति लीटर 9.71 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। वहीं डीजल की कीमत में भी इस साल अभी तक प्रति लीटर 10.49 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस साल 1 जनवरी को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 83.97 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब 9.71 रुपये की छलांग के साथ आज 93.68 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह 1 जनवरी को राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 74.12 रुपये प्रति लीटर थी जो अब 10.49 रुपये की छलांग के साथ 84.61 रुपये प्रति लीटर हो गई है। सिर्फ मई के महीने में ही 14 बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी किए जाने के कारण इस महीने अभी तक राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 3.28 रुपये प्रति लीटर और डीजल 3.88 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया है।
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां इस साल अभी तक 40 बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर चुकी हैं। वहीं इसकी कीमत में सिर्फ चार बार मामूली कटौती की गई है। सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने जनवरी के महीने में 10 बार, फरवरी के महीने में 16 बार और मई के महीने में अभी तक 14 बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। वहीं मार्च में तीन बार और अप्रैल में एक बार पेट्रोल व डीजल की कीमत में मामूली कमी की गई है।
आपको बता दें कि फरवरी के महीने में 27 फरवरी को पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी करने के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने के बावजूद 65 दिन तक कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद 4 मई को 66 दिन के अंतराल पर पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी की गई। इस महीने 4 मई के बाद अभी तक सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 14 बार डीजल और पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी कर चुकी हैं।
जानकारों का कहना है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अपने संचित घाटा को पाटने के लिए जून के पहले पखवाड़े तक पेट्रोल और डीजल की कीमत में अभी डेढ़ से दो रुपये प्रति लीटर तक की और बढ़ोतरी कर सकती हैं। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में जल्दी ही क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) की कीमतों में कमी नहीं आती है, तो अपनी जरूरत के लिए आयात पर निर्भर रहने वाले भारत जैसे देशों में उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल की भारी भरकम कीमत चुकाने के लिए तैयार रहना होगा।
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– आज मध्य रात्रि तक झारखंड की ओर रुख करने का अनुमान 
– पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दो-दो लोगों के मरने की खबर 
नई दिल्ली/कोलकाता/ओडिशा। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भीषण तांडव मचाया है। पश्चिम बंगाल में एक करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि तीन लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बंगाल में दो लोगों की मौत हुई है। ओडिशा में भी दो लोगों के मरने की खबर है, लेकिन राज्य सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है। ओडिशा के तटवर्ती जिले भद्रक और बालेश्वर जिले में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। ओडिशा और बंगाल के तटों से टकराने के बाद चक्रवात कमजोर पड़ गया है और इसके आज मध्य रात्रि तक झारखंड की ओर रुख करने का अनुमान है। खास बात यह है कि चक्रवात यास ने हाल में अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान ताउते से प्रभावित राज्य केरल में भी कहर बरपाया है।
ओडिशा के भद्रक और बालेश्वर में सर्वाधिक नुकसान
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने बताया कि तटवर्ती जिले भद्रक और बालेश्वर में सर्वाधिक नुकसान हुआ है, जबकि केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों मेें कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। राज्य सरकार नुकसान का आकलन कर रही है। उन्होंने बताया कि बालेश्वर और केंदुझर जिले में दो लोगों की पेड़ गिरने से मौत होने की सूचना मिली है। संबंधित जिला प्रशासन इसकी जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि तूफान के प्रभाव में बिजली की अव संरचना को विशेष नुकसान नहीं हुआ है। टेलीकाम के अव संरचना को भी अधिक नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन बालेश्वर के निलगिरि इलाके में और मयुरभंज जिले में बड़ी संख्या में पेड गिरे हैं। ज्वार के कारण बाहनगा, रेमुणा, बालेश्वर सदर और धामरा इलाके के कुछ गांव में समुद्र का पानी घुस गया है। 
उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है तूफान यास
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) की शाम पांच बजे की बुलेटिन के मुताबिक तूफान यास तटों से टकराने के बाद उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है। तूफान के प्रभाव से उत्तर ओडिशा में लगातार बारिश हो रही है। बुढाबलंग नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से मयुरभंज और बालेश्वर जिले में बाढ़ की आशंका है। बाढ की आशंका के मद्देनजर निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि बालेश्वर के दक्षिण में 20 किमी दूर 10.30 से 11.30 बजे के बीच यास ने तट को पार किया। इस दौरान हवा की गति 130 से 150 किमी प्रति घंटे रही। आज देर रात्रि में यह कमजोर पड़ने के बाद झारखंड में प्रवेश करेगा। 
बंगाल में एक करोड़ से अधिक लोग प्रभावित
चक्रवात यास ने तटों से टकराने के बाद पूर्व मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना एवं राजधानी कोलकाता के आंशिक इलाके में तांडव मचाया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुताबिक एक करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और तीन लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। 15,04,500 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। 14 हजार बांध टूट गए हैं। राहत सामग्री के लिए 10 लाख तिरपाल, कपड़ा, चावल आदि भेजा गया है। बंगाल में बड़ी संख्या में नदी बांध टूटे हैं और कृषि संपदा और फसल की व्यापक क्षति हुई हैं। समुद्र का पानी घुस जाने के कारण खेती नष्ट हो गई है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने चक्रवात के बाद आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने सभी प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। 
एनडीआरएफ की 45 टीमें राहत और बचाव कार्य में लगीं 
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के मुताबिक राहत और बचाव कार्य में 45 टीमें लगी हुई हैं। इसके अलावा सेना की टुकड़ी भी राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। कोलकाता में कई जगहों पर पेड़ गिरे हैं। इन्हें हटाने का काम नगर निगम की ओर से शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने बताया कि वह शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना के सागर से होते हुए हिंगलगंज और उसके बाद दीघा का हवाई सर्वेक्षण करेंगी। राज्य के मुख्य सचिव अलापन बनर्जी ने बताया कि सचिवालय में मिल रही शिकायतों के आधार पर लगातार लोगों की मदद की जा रही है। बंगाल में चक्रवात की वजह से हवाई अड्डे पर विमानों को जंजीरों से बांधकर रखा गया है। इसके अलावा स्टेशन और यार्ड में खड़ी ट्रेनों को भी पटरी पर बांधकर रखा गया है। बुधवार दोपहर लैंडफाल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 100 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे तेज हवाओं की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हुई है। 
‘​यास​’ का असर केरल में भी
बंगाल की खाड़ी में ​बने चक्रवाती तूफान ​’यास​’ का असर ​हाल ही में ​अरब सागर ​में उठे ‘ताउते’ से प्रभावित क्षेत्रों में भी दिख रहा है​​​। ​​​​​​​​केरल के कई हिस्सों में ​भी ​तेज बारिश और तूफान की स्थिति बनी हुई है​​।​​ खराब मौसम और तेज आंधी के बीच ​विझिंजम, ​​त्रिवेंद्रम के तट से​ दूर कई नावें समुद्र में डूब गईं हैं जिसमें सवार ​​​मछुआ​रे भी लापता हो गए हैं​। ​इंडियन कोस्ट गार्ड ने ​खोज और बचाव कार्य​ शुरू करके ​6 ​​मछुआरों को बचा​ लिया है​​​। कोस्ट गार्ड ने अपने विमानों, ​इंटरसेप्टर क्राफ्ट​ और जहाजों को इस अभियान में लगाया है​​​​। ​​​​केरल के तटों पर ​गहरे समुद्र ​से ​मछुआरों को वापस ​बुला लिया गया है।​​ 
पांच नावें पलटने से ​मछुआ​रे लापता​
खराब मौसम और तेज आंधी के बीच विझिंजम, ​​त्रिवेंद्रम के तट से​ दूर 25 मई की रात को मछली पकड़ने वाली 5 छोटी नावें समुद्र में पलट गईं​। ​​इन नावों में सवार ​​​मछुआ​रे भी लापता हो गए हैं​। ​इंडियन कोस्ट गार्ड ने ​खोज और बचाव कार्य​ शुरू करके ​​पलटी हुई नावों से ​​6 ​​मछुआरों को बचाया​ है​।​ ​एक मछुआरे को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी ​लापता मछुआरों की खोज के लिए ​​​आईसीजी ​के ​डोर्नियर विमान विझिंजम क्षेत्र में उड़ान भर ​रहे हैं​।​ ​अब इस अभियान में ​​​इंटरसेप्टर क्राफ्ट​ ​​सी-441 और सी-427 ​के साथ आईसीजी ​का ​जहाज अभिनव​ भी शामिल हो ​गया है​​​​​। 

 

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नई दिल्ली। सरकार का कहना है कि सार्वजनिक संवाद माध्यमों के लिए बने नए आईटी नियम 2017 में सुप्रीम कोर्ट के गोपनीयता संबंधी फैसले का उल्लंघन नहीं करते हैं। गोपनीयता हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है और सरकार की इसमें हस्तक्षेप की कोई मंशा नहीं है।

व्हाट्सएप मंगलवार को नए आईटी नियमों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इसी को देखते हुए बुधवार को सरकार की ओर से स्पष्टीकरण आया है।

केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि सरकार के पास सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने गोपनीयता संबंधी फैसले में इस अधिकार  की तर्कसंगत सीमाओं का जिक्र किया है।

सरकार का कहना है कि नए आईटी नियमों से व्हाट्सएप का सामान्य कामकाज प्रभावित नहीं होगा और आम उपयोगकर्ताओं का इसपर कोई असर नहीं होने जा रहा है। नए आईटी नियम तर्कसंगत सीमाओं को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। साथ ही सरकार किसी संदेश के स्रोत का पता लगाने के लिए इन्हें अंतिम विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करेगी।

दूसरी ओर व्हाट्सएप ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि नए नियमों से उसके उपयोगकर्ताओं का गोपनीयता संबंधी अधिकार प्रभावित होगा। नए नियम के तहत हमें हर संदेश को एक फिंगरप्रिंट देना होगा और यह एक से दूसरे तक गुप्त संदेश पहुंचाने और गोपनीयता के अधिकार की नीति के खिलाफ है। साथ ही उसने यह भी कहा है कि वह सरकार के साथ मिलकर इसका व्यावहारिक समाधान भी खोज रही है।

 

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नई दिल्ली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में आईएमए ने योग गुरु बाबा रामदेव की ओर से टीकाकरण को लेकर फैलाई जा रही गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने की मांग की है।
आईएमए ने पत्र में कहा कि बाबा रामदेव ने एक वीडियो में वैक्सीन के खिलाफ बातें कहीं है। उन्होंने दावा किया है कि वैक्सीन की दोनों खुराकें लेने के बाद भी 10 हजार से ज्यादा चिकित्सक और लाखों लोगों की मौत हुई है। 
आईएमए ने बाबा रामदेव के खिलाफ देशद्रोह के आरोपों के तहत कार्रवाई की मांग की है।
इससे पहले एलोपैथी चिकित्सा को लेकर बाबा रामदेव ने एलोपैथिक डॉक्टरों से 25 सवाल पूछे थे। जिसपर आईएमए उत्तराखंड ने उन्हें कानूनी नोटिस जारी किया है। आईएमए ने कहा कि रामदेव एलोपैथी का ‘ए’ तक नहीं जानते। हम उनके सवालों के जवाब देने को तैयार हैं, लेकिन पहले वे अपनी योग्यता तो बताएं। अगर रामदेव 15 दिनों के भीतर माफी नहीं मांगेंगे तो उनके खिलाफ एक हजार करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा किया जाएगा।
इसके साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी डॉक्टरों पर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें अपने शब्द वापस लेने को कहा था, जिस पर राम देव ने टिप्पणी वापस लेते हुए खेद जताया था। 
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नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस प्रमुख सुबोध कुमार जयसवाल को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का नया  प्रमुख बनाया गया है. वह अगले 2 वर्ष तक इस पद पर
रहेंगे. केन्द्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने आज उनके नाम की घोषणा कर दी.

उल्लेखनीय है कि सीबीआई के निदेशक का चयन प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की सहमति या बहुमत से होता
है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी.रमना और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के सामने अंतिम रूप से तीन नाम थे. जिनमें से दो नाम खारिज हो गए और सुबोध कुमार जायसवाल के नाम पर सबकी सहमति बनी. उनके द्वारा लिए गए निर्णय को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति अंतिम रूप देती है. आज कैबिनेट की बैठक के बाद सरकारी नोटिफिकेशन के माध्यम से इसकी घोषणा की गई.

सुबोध कुमार जायसवाल 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और महाराष्ट्र कॉडर से आते हैं. वह वर्तमान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के प्रमुख के तौर पर कार्यरत थे. जायसवाल कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त
सचिव भी रह चुके हैं.

सुबोध जायसवाल को फरवरी 2019 में महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था. उन्हें मुंबई के पुलिस आयुक्त से इस पद पर पदोन्नत किया गया था. उन्हें दिसंबर 2020 में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का प्रमुख बनाया गया था. जासूसों के मास्टर कहे जाने वाले जायसवाल ने भारत की विदेश जासूसी सेवा ‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’ (रॉ) में भी 9 सालों तक अपनी सेवाएं दी हैं.

अपनी सेवा के दौरान जायसवाल कई करोड़ों के जाली स्टांप पेपर घोटाले के लिए बने विशेष जांच दल के प्रमुख भी रहे. एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड में वह डीआईजी रह चुके हैं। 2006 के मालेगांव विस्फोट मामले की भी जांच जायसवाल ने की थी.

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नई दिल्ली: देश में कोरोना के नए मामलों में पिछले दिनों के मुकाबले कमी दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,97,427 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस बीमारी से 3511 लोगों की मौत हो गई. पिछले 24 घंटे 3,26,850 मरीज स्वस्थ हुए हैं.
मंगलवार सुबह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अबतक कोरोना के कुल 2,69,48,874 मामले सामने आए हैं. वहीं, इस बीमारी से अबतक 3,07,231 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव मरीजों की संख्या 25,86,782 है. वहीं, राहत भरी खबर है कि कोरोना से अबतक 2,40,54,861 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.
रिकवरी रेट हुआ 89.26 फीसद
कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है जो राहत की बात है. रिकवरी रेट में सुधार हो रहा है. पिछले 24 घंटे में देश का रिकवरी रेट बढ़कर 89.26 प्रतिशत हो गया है.
पिछले 24 घंटे में किए गए 20 लाख से अधिक टेस्ट 
आईसीएमआर के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 20 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं. 21 मई को 20,58,112 टेस्ट किए गए. देश में अबतक कुल 33,25,94,176 टेस्ट किए जा चुके हैं.

 

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कोलकाता: घातक चक्रवाती तूफान यास तेजी से पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने लगा है. अलीपुर मौसम विभाग क्षेत्रीय मुख्यालय की ओर से मंगलवार को जारी बयान में बताया गया है कि सबसे पहले पूर्व मेदिनीपुर के समुद्र तट से तूफान के टकराने की आशंका है. उस समय इसकी गति 145 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है.

विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल आए चक्रवात अम्फन की तुलना में नया तूफान अधिक घातक हो सकता है. अगले 12 घंटे के दौरान चक्रवात की ताकत और अधिक बढ़ेगी. इधर कोलकाता हावड़ा, हुगली, पूर्व पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम में रुक-रुक कर बारिश हो रही है और बुधवार सुबह से ही भारी बारिश की संभावना है. 

चक्रवात की वजह से समुद्र का जल स्तर 20 मीटर ऊपर तक उठ सकता है, जो सबसे घातक हो सकता है
27 मई तक इसका असर रहेगा। इस बीच  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्य सचिवालय नवान्न और अन्य संबंधित जगहों पर कंट्रोल रूम खोल दिए गए हैं, जहां से पूरी परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है.

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