नई दिल्ली: राष्ट्र आज कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को शहीद जवानों के बलिदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट कर कहा, आज कारगिल विजय दिवस पर उस विजय अभियान में वीरगति प्राप्त करने वाले अमर शहीद सैनिकों के प्रति कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। विजय अभियान में भाग लेने वाले वीर सैनिकों और उनके परिवारों के अदम्य शौर्य और धैर्य को देश के इतिहास में सदैव गर्व से याद किया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, देश की सेनाएं दुर्गम इलाकों में दुरूह परिस्थितियों में सीमाओं की रक्षा करती हैं। राष्ट्र उनके साहस और संकल्प का अभिनंदन करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘हम उनके बलिदानों को याद करते हैं। हम उनकी वीरता को याद करते हैं। आज, कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपनी जान गंवाई। उनकी बहादुरी हमें हर एक दिन प्रेरित करती है।’ इस ट्वीट के साथ ही प्रधानमंत्री ने पिछले साल के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का एक वीडियो भी शेयर किया।

प्रधानमंत्री ने मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के 79वें संस्करण में भी कारगिल विजय दिवस का जिक्र करते हुए देशवासियों से कारगिल की रोमांचक कहानी पढ़ने की अपील की थी। उन्होंने कारगिल युद्ध को सशस्त्र बलों की वीरता और अनुशासन का प्रतीक बताते हुए कहा कि इसे पूरी दुनिया ने देखा है।

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– राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बारामूला के डैगर युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की

जम्मू:  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का द्रास सेक्टर का दौरा सोमवार को खराब मौसम के कारण रद्द कर दिया गया है। देर रात से मौसम खराब होने के चलते राष्ट्रपति का विशेष विमान श्रीनगर एयरपोर्ट से उड़ान नहीं भर पाया है। फिलहाल सैन्य बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीरों को याद करने के लिए बारामुला युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की है।

मौसम खराब होने के चलते जोजिला दर्रे जैसी हिमालय की चोटियों को इस मौसम में पार करना कठिन हो सकता है जिसके चलते उनके कारगिल दौरे को रद्द कर दिया गया है। कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए बारामूला के डैगर युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति अब कारगिल शहीदों को गुलमर्ग में हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इस अवसर पर उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपस्थित रहेंगे।

आज कारगिल विजय की 22वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति को लद्दाख के द्रास सेक्टर में बने कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए जाना था। रात से ही खराब मौसम के कारण आज सुबह उनका विशेष विमान उड़ान नहीं भर पाया।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के कम हो रहे मामलों के बावजूद देशवासियों को ढिलाई नहीं बरतने की सलाह दी है। उन्होंने एक बार फिर देशवासियों से कहा कि त्योहारों के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि कोरोना अभी गया नहीं है। इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 79वें संस्करण को संबोधित करते हुए टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन की अपील की। मोदी ने कारगिल युद्ध, अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस पर अधिक से अधिक संख्या में राष्ट्रगान गाने, हथकरघा उत्पादों को खरीदने के अलावा जल संरक्षण, लाइट हाउस तकनीक और मणिपुर में सेब की पैदावार सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने आगामी त्योहारों की बधाई देते हुए कहा, “पर्व और उत्सवों के समय, ये जरुर याद रखिएगा कि कोरोना अभी हमारे बीच से गया नहीं है। कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल आपको भूलने नहीं है।”

जल संरक्षण को अपने दिल के बेहद करीब का विषय बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकना हमारे जीवन शैली का एक सहज हिस्सा बन जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “मेरा बचपन जहां गुजरा, वहां पानी की हमेशा से किल्लत रहती थी। हम लोग बारिश के लिए तरसते थे और इसलिए पानी की एक-एक बूंद बचाना हमारे संस्कारों का हिस्सा रहा है। अब “जन भागीदारी से जल संरक्षण” इस मंत्र ने वहां की तस्वीर बदल दी है।” उन्होंने कहा कि पानी की एक-एक बूंद को बचाना, पानी की किसी भी प्रकार की बर्बादी को रोकनाए यह हमारी जीवन शैली का एक सहज हिस्सा बन जाना चाहिए। हमारे परिवारों की ऐसी परंपरा बन जानी चाहिए, जिससे हर एक सदस्य को गर्व हो।

प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर साई प्रनीथ के प्रयासों के बारे में बताया कि वह अलग-अलग डेटा स्रोत से मौसम डेटा खरीद कर उसका विश्लेषण करने के बाद स्थानीय भाषा में अलग-अलग माध्यमों से किसानों के पास जरूरी जानकारी पहुंचाते हैं। खासकर बाढ़ से बचने के लिए या फिर तूफान या बिजली गिरने पर कैसे बचा जाए, इस बारे में भी वो लोगों को बताते हैं।

ओडिशा के संबलपुर जिले के एक गाँव में रहने वाले ईसाक मुंडा के बारे में बताया कि वह पहले दिहाड़ी मजदूर थे लेकिन अब वह अपना यूट्यूव चैनल चलाते हैं। वे अपने वीडियो में स्थानीय व्यंजन, पारंपरिक खाना बनाने के तरीके, अपने गांव, अपनी लाइफस्टाइल, परिवार और खान-पान की आदतों को प्रमुखता से दिखाते हैं।

लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय थाए जब छोटे-छोटे निर्माण के काम में भी वर्षों लग जाते थे। लेकिन आज तकनीक की मदद से भारत में स्थिति बदल रही है। कुछ समय पहले हमने दुनियाभर की ऐसी अभिनव कंपनियां को आमंत्रित करने के लिए एक ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज लॉन्च किया था। ये देश में अपनी तरह का अलग तरह का अनोखा प्रयास है, इसलिए हमने इन्हें लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स का नाम दिया। फिलहाल देश में छह अलग-अलग जगहों पर लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है। इन लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स में आधुनिक तकनीक और नवाचार तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे निर्माण का समय कम हो जाता है। साथ ही, जो घर बनते हैं वो अधिक टिकाऊ, किफायती और आरामदायक होते हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में ड्रोन के जरिए इन प्रोजेक्ट की समीक्षा भी की और कार्य की प्रगति को लाइव भी देखा।

मणिपुर में सेब की पैदावार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आमतौर पर हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड सेब के लिए जाने जाते हैं। लेकिन कुछ नया करने के जज्बे से भरे युवाओं ने मणिपुर में सेब की खेती का कारनामा कर दिखाया है। आजकल मणिपुर के उखरुल जिले में सेब की खेती जोर पकड़ रही है। यहां के किसान अपने बागानों में सेब उगा रहे हैं। सेब उगाने के लिए इन लोगों ने बाकायदा हिमाचल जाकर प्रशिक्षण भी लिया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में आज ऐसे कई सेब की खेती करने वाले हैं, जिन्होंने कुछ अलग और नया करके दिखाया है।

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नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (दिल्ली एम्स) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में सितंबर तक बच्चों का टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद है। गुलेरिया ने शनिवार को एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि अगर बच्चों का टिकाकरण सितंबर महीने से शुरु हो जाता है तो यह कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में उपयोगी साबित होगा। गुलेरिया ने कहा कि बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन का परीक्षण चल रहा है। गुलेरिया ने उम्मीद जताई कि सितंबर तक उसके परिणाम जारी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जायडस कैडिला ने भी 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपना परीक्षण लगभग पूरा कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को गुलेरिया ने अपने बयान में कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर कैसी होगी, वायरस कैसे म्यूटेट करेगा इस विषय में कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर संक्रमण की गति को रोका जा सकता है। गुलेरिया ने लोगों से अनुरोध किया था सभी कोरोना प्रोटोकॉल का दृढ़ता से पालन करें। उनका कहना था कि जिस तरह से कोरोना टीकाकरण तेजी से किया जा रहा है उससे लोगों में हर्ड इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ रही है। इससे वायरस के प्रसार को बढ़ने से रोका जा सकेगा।

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नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण काल में जब अर्थव्यवस्था काफी दबाव में है, तब विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे पर देशवासियों के लिए राहत की खबर आई है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 611.895 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। भारत में ये अभी तक विदेशी मुद्रा भंडार का सर्वोच्च स्तर है। इस स्तर तक विदेशी मुद्रा भंडार के पहुंच जाने के साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत दुनिया का 5वां सबसे बड़ा देश बन गया है।

केंद्र सरकार की ओर से जारी 9 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक आलोच्य सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 1.883 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी, जिसके कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार 611.895 बिलियन डॉलर के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया। इसके पहले 2 जुलाई को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 1.013 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी, जिससे इसका आंकड़ा 610.012 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। वहीं इसके पहले कि कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन यानी 25 जून 2021 को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 608.99 बिलियन डॉलर के स्तर पर था।

इन आंकड़ों के मुताबिक भारत विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में चीन, जापान, स्वीटजरलैंड और रूस के बाद पांचवा सबसे बड़ा देश बन गया है। सरकार की ओर से इस बात की भी जानकारी दी गई है कि देश में चालू खाते का घाटा (करंट अकाउंट डेफिसिट) से शुद्ध पूंजी प्रवाह (नेट कैपिटल फ्लो) अधिक है। इसके साथ ही अगर वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के पेमेंट बैलेंस के नजरिए से देखा जाए, तो करंट अकाउंट और कैपिटल अकाउंट दोनों में सरप्लस की स्थिति बनी हुई है।

आंकड़ों के मुताबिक भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान वैल्यूएशन इफेक्ट समेत 99.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। जबकि इसके पिछले साल 2019-20 के दौरान यह बढ़ोतरी 64.9 बिलियन डॉलर की थी। आपको बता दें कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार का आकलन वैल्यूएशन प्रॉफिट, अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की कीमत और सोने की अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुद्रा भंडार के वैल्यूएशन के वक्त की कीमत के हिसाब से किया जाता है।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर देशवासियों को हार्दिक बधाई।”

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– एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नौसेना की टीम राहत एवं बचाव में जुटी

मुंबई:  महाराष्ट्र के कई इलाकों में शनिवार रात से रुक-रुक भारी बारिश का दौर जारी है। रायगढ़ जिले के ग्राम तलई में पहाड़ी का एक हिस्सा धसककर 35 घरों पर गिरने से 32 लोगों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर 80 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। तलई गांव में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नौसेना की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है।

रायगढ़ जिले की जिलाधिकारी निधि चौधरी ने बताया कि तलई गांव में गुरुवार की रात पहाड़ी का हिस्सा धसककर यहां 35 घरों पर गिर गया। इस घटना में 35 घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। आज सुबह से ही घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अब तक 32 शव निकाले गए हैं। तलई गांव पहाड़ी क्षेत्र में है, इसलिए रात को यहां हेलीकाप्टर नहीं उतर सका था और इस कारण आज सुबह से ही यहां राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सका।

विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने कहा कि घटनास्थल पर हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीणों में तीव्र असंतोष फैला हुआ है। प्रशासन का घटनास्थल पर अता-पता नहीं है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को तत्काल प्रधानमंत्री से बात कर घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य तेज करना चाहिए।

सांसद सुनील तटकरे ने बताया कि रायगढ़ में पिछले 24 घंटे में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसलिए मुंबई -गोवा राजमार्ग बंद हो गया था। इसी वजह से घटनास्थल पर सरकारी महकमा पहुंच नहीं सका था। सुबह से यहां राहत एवं बचाव कार्य शुरू है। राज्य सरकार यहां प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटना पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

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मुंबई: गोवंडी के प्लाट नंबर 3 में भारी बारिश के बीच दो मंजली एक इमारत गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 10 लोग घायल हुए हैं। इन सभी को राजावाड़ी और सायन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड के जवान पहुंचकर राहत व बचाव कार्य में लगे हैं।

पुलिस के अनुसार गोवंडी में शुक्रवार को सुबह 5 बजे दो मंजिला एक इमारत अचानक गिर गई। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड के जवान और गोवंडी पुलिस स्टेशन की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड व पुलिस के जवानों ने तुरंत मलवे में दबे लोगों को निकालना शुरू कर दिया। इस घटना में नेहा शेख (35 वर्ष), मोकर शेख (85वर्ष), शमशाद शेख (45 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।हादसे में परवेझ शेख (50 वर्ष), अमिना शेख (60 वर्ष), अमोल धेडाई (38वर्ष), स्यामूल सिंग (25 वर्ष) और एक अन्य काे राजावाड़ी अस्पताल में तथा मोहम्मद फैज कुरैशी (21वर्ष), नमरा कुरैशी (17 वर्ष), शाहिना कुरैशी (26 वर्ष) काे सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलवे में अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है। फायर ब्रिगेड के जवान मलवे में दबे और लोगों की तलाश कर रहे हैं।

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नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन की घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और प्रभावितों को सहायता मुहैया कराई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश के चलते पहाड़ी धंसने से 32 लोगों की मौत हो गई है।

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नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ राज्यसभा में अशोभनीय आचरण करने वाले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्य शांतनु सेन को मौजूदा मानसून सत्र में शेष समय के लिए शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया।

टीएमसी सदस्य शांतनु सेन ने गुरुवार को संसदीय मर्यादा को लांघते हुए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से सदन में कागज छीनकर उसके टुकड़े-टुकड़े कर आसन की ओर उछाल दिया था। शांतनु पर आरोप है कि कथित जासूसी कांड पर केंद्रीय मंत्री को बोलने से रोक दिया।

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन में कल की घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मैं सदन में हो रहे घटनाक्रम से बहुत व्यथित हूं। मंत्री से कागजात छीनकर टुकड़े-टुकड़े करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही एक निचले स्तर पर आ गई है। इस तरह की कार्यवाही हमारे संसदीय लोकतंत्र पर स्पष्ट हमला है।

इससे पहले राज्यसभा में सदन के सदस्य पीयूष गोयल, उप नेता मुख्तार अब्बास नकवी और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीधरन केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से टीएमसी सांसद शांतुन सेन द्वारा कागज छीनकर फाड़ने की घटना पर सभापति एम वेंकैया नायडू से उनके आवास पर मुलाकात की थी।

इस बीच केंद्रीय आईटी व प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद परिसर में पत्रकारों से कहा कि टीएमसी की बंगाल में हिंसा की संस्कृति है। वे इसे संसद में लाने की कोशिश कर रहे हैं। वे अगली पीढ़ी के सांसदों को क्या संदेश देना चाहते हैं।

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श्रीनगर: सोपोर के वारपोरा इलाके में गुरुवार देर रात सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को शुक्रवार सुबह मार गिराया। मारे जाने वाले आतंकियों में उत्तरी कश्मीर का आखिरी ईनामी आतंकी फयाज वार भी शामिल है।

गुरुवार देर रात सोपोर के वारपोरा इलाके में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को अपने पास आता देखा गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने शुक्रवार सुबह दोनों आतंकियों को मार गिराया। वहीं सुरक्षाबलों ने इलाके में अन्य आतंकियों की आशंका के चलते तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है।

कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकियों के शवों के साथ हथियार एवं गोला-बारूद भी बरामद किया है। दोनों आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान कई बार आत्मसमर्पण करने के मौके दिए गए परंतु उन्होंने हथियार डालने से मना कर दिया।

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नई दिल्ली: कोरोना महामारी की मार से पूरा देश जूझ रहा है। ऐसे में इसकी तीसरी लहर को लेकर अभी से लोगों में दहशत का माहौल है। इसी स्थिति को लेकर कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तथा सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह हालत को लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने गैरजिम्मेदाराना बयान दिए थे, वैसा ही कुछ नए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया भी कर रहे हैं।

दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने बीते दिन एक बयान एम कहा था कि “ऑक्सीजन (O2) की कमी के कारण कोई मौत नहीं”। इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी उनपर हमलावर है। जयवीर शेरगिल ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि पता नहीं कौन सबसे खराब था -बाबा रामदेव के “कोरोनिल” को लॉन्च करने वाले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन या फिर वर्तमान के मंत्री, जिन्होंने घोषित किया है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं।

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लगातार इनकार में जीने की रणनीति यह साबित करती है कि प्रत्याशित तीसरी लहर से लड़ने के लिए जनता को फिर से “आत्मनिर्भर” बनना होगा! उन्होंने कहा कि अब जनता को खुद ही अपनी सुरक्षा का जिम्मा संभालना होगा। क्योंकि सरकार तो फिर किसी अनहोनी के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल कर और नए शिगूफे छोड़ अपना पल्ला झाड़ लेगी।

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