सड़क छाप खाने की तलाश करने वाले, देश के लोगों के लिए खाने का स्वाद लेने वाले पत्रकार विनोद दुआ नहीं रहे. वह लंबे समय से बीमार चल रहे वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के निधन की खबर उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पर दी है. इसी साल विनोद दुआ की पत्नी पद्मावती ‘चिन्ना’ दुआ का कोरोना से निधन हुआ था.

खासतौर पर स्ट्रीट फूड के बारे में बताने वाले मशहूर पत्रकार विनोद दुआ का यूट्ब चैनल जायका इंडिया का लोगों के बीच बहुत ही अत्यधिक पॉपुलर था. इन्होंने देश के बड़े से बड़े शहर और कोने-कोने के स्ट्रीट फूड, फूड कॉर्नर और ढाबे के स्वाद को घर-घर तक पहुंचाने काम किया. फूड के स्वाद और जर्नी के साथ-साथ वे खबरें परोसने में माहिर थे.

विनोद दुआ के निधन की जानकारी देते हुए मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पर लिखा उन्होंने अद्वितीय जीवन को जिया है. वह दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से गुजरते हुए 42 सालों तक पत्रकारिता उत्कृष्टता के शिखर तक पहुंचे. उन्होंने हमेशा सच बोला. वह अब हमारी मां और उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में हैं, जहां पर वे दोनों गाना गाएंगे, खाना बनाएंगे, यात्रा करेंगे और एक दूसरे के साथ रहेंगे.’

विनोद दुआ का जन्म 11 मार्च 1954 में हुआ था. वे पद्मश्री से सम्मानित भारत के जानेमाने हिंदी टेलीविजन पत्रकार एवं कार्यक्रम निर्देशक थे. वे न्‍यू देहली टेलीविजन लिमिटेड के समाचार चैनल एन.डी.टी.वी इंडिया के प्रमुख प्रस्तुतकर्ता एवं समाचार वाचक भी रहे थे. हजारों घंटों प्रसारण के अनुभवी, विनोद दुआ एक एंकर, राजनीतिक टिप्पणीकार, चुनाव विश्लेषक, निर्माता और निर्देशक थे.

विनोद दुआ का परिवार 1947 में भारत की आजादी के बाद डेरा इस्माइल खान से स्थानांतरित हो गया था. उन्होंने हंस राज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में डिग्री की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की थी.

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नई दिल्ली (एजेंसी): भारत समेत विश्व के कई देशों में कोरोना के नये वेरियंट ओमीक्रोन ने दस्तक दे दी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्ति के लक्षण डेल्टा वेरियंट से अलग और हल्के हैं। दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष एंजेलिक कोएट्जी के मुताबिक ओमीक्रोन में अधिकतर थकान की शिकायतें मिल रही है। शरीर में दर्द और पीड़ा होने की शिकायत भी है। कुछ को काफी तेज सिरदर्द और थकान हो रही है। किसी में गंध और स्वाद चले जाने, नाक बंद होने या बुखार की शिकायत नहीं देखी गई है। यानी डेल्टा वेरियंट से इसके लक्षण अलग और हल्के हैं।

एंजेलिक कोएट्जी पहली अधिकारी थीं, जिन्होंने कोरोना वायरस के नए ओमीक्रोन वेरियंट के बारे में दक्षिण अफ्रीकी सरकार को अलर्ट किया था। कोएट्जी ने बताया कि अभी तक की समझ के अनुसार ओमीक्रोन आरटी-पीसीआर जांच में पकड़ में आता है। रैपिड जांच से बता सकते हैं कि आपको कोरोना है या नहीं। अगर संक्रमण के लक्षणों को देखें और लक्षण डेल्टा जैसे नहीं हैं ,तो यह माना जा सकता है कि व्यक्ति ओमीक्रोन से संक्रमित है।

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– स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को दी सलाह, कोरोना के सभी मामलों का तुरंत लें संज्ञान

नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के नए मामले सामने आने से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं बढ़ गई हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को कोरोना के सभी मामलों को तुरंत संज्ञान में लेने की सलाह दी है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिख कर दिशा- निर्देश जारी किए हैं।

उन्होंने पत्र में लिखा है कि देश में कुछ स्थानों से संक्रमण के कुछ समूह सामने आए हैं, ऐसे क्लस्टर या हॉटस्पॉट का पता लगाने में सक्रिय निगरानी और टेस्ट महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में मामलों की संख्या, टेस्ट की दर और जिलेवार पॉजिटिविटी का सक्रिय रूप से पालन करते रहें। सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों जैसे कि संपर्क की खोज, संपर्कों को अलग करना, सकारात्मक पाए जाने वालों को अलग करना और उचित नियंत्रण सुनिश्चित करना चाहिए।

इसके साथ राज्यों को टीकाकरण में तेजी लाने के साथ कोरोना पॉजिटिव आए सभी लोगों के सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग की जाने की सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन के दो मामले सामने आ चुके हैं।

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लंदन: कोरोना के उपचार में अब एंटीबॉडी ने दस्तक दी है, जिसे ब्रिटेन के औषधि नियामक ने गुरुवार को कोविड-19 के नए एंटीबाडी उपचार को मंजूरी दे दी। उनका मानना है कि यह इलाज कोविड के ओमीक्रोन जैसे नए वैरिएंट के खिलाफ भी कारगर हो सकता है। औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने कहा कि शेवुडी या सोट्रोविमैब, हल्के से मध्यम संक्रमण वाले पीडि़तों के लिए है, जिनमें गंभीर रोग विकसित होने का खतरा अधिक है।

जीएसके और वीर बायोटेक्नोलाजी द्वारा विकसित सोट्रोविमैब एक खुराक वाली एंटीबाडी है। यह कोरोना वायरस के बाहरी सतह पर स्पाइक प्रोटीन से जुड़कर काम करती है और वायरस को मानव कोशिका में प्रवेश करने से रोक देती है। इससे वायरस का प्रसार नहीं हो पाता है।एमएचआरए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जून रैन ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पास अब उन लोगों के लिए कोविड-19 का एक सुरक्षित और कारगर उपचार सोट्रोविमैब है, जिनमें गंभीर रोग विकसित होने का खतरा है।’ उन्होंने कहा कि इसमें गुणवत्ता, सुरक्षा व प्रभाव को लेकर समझौता नहीं किया गया है।

एमएचआरए ने कहा कि यह जानना अभी जल्दबाजी होगी कि सोट्रोविमैब, ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ कितना प्रभावी होगी, लेकिन हम इस बारे में जानकारी जुटाने के लिए विनिर्मिताओं के साथ काम करेंगे।’ हालांकि, प्रारंभिक अध्ययन के हवाले से शोधकर्ताओं का कहना है कि यह वायरस के स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाती है, जिसमें अभी तक कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। ऐसे में सोट्रोविमैब को सभी वैरिएंट के खिलाफ काम करना चाहिए।

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डॉ. मनसुख मंडाविया करेंगे सभी राज्यों के साथ बैठक

नई दिल्ली: विश्व में तेजी से फैलते ओमीक्रोन से केन्द्र सरकार ने भी हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर निगरानी बढ़ा दी है।

गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राज्यों के सभी एयरपोर्ट के जनस्वास्थ्य अधिकारियों एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में एयरपोर्ट एवं बंदरगाहों पर बाहर से आने वाले आगंतुकों की जांच और संक्रमण से निपटने के उपायों की समीक्षा की जाएगी।

इसके साथ गुरुवार को लोकसभा में कोरोना महामारी पर नियम 193 के तहत चर्चा की जाएगी।

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नई दिल्ली: राज्यसभा से निलंबित 12 सदस्यों की वापसी की मांग को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने गुरुवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना दिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया।

दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे निलंबित सांसदों के समर्थन में विरोध जताया।

सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस सांसदों के विरोध प्रदर्शन पर राज्यसभा में सदन के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि गांधी जी की प्रतिमा के नीचे अगर वे धरना दे रहे हैं तो कुछ सद्बुद्धि आ सकती है। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों को संसद में प्रदर्शन की बजाय सदन में चर्चा, बहस और फैसलों में भागीदारी निभानी चाहिए।

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने लोकसभा में गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में सर्वाधिक हज यात्री भारत से जाते हैं।

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्य वाही के दौरान पूछे गए एक पूरक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में सर्वाधिक हज यात्रियों का कोटा बढ़ा है। उन्होंने बताया कि इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा हज यात्री भारत के हैं। उन्होंने आगे कहा कि हज यात्रा पर सऊदी अरब जाने वाले लोगों को वहां के जो भी नियम-कायदे हैं उसका पालन करना पड़ेगा। कोरोना महामारी के कारण इम्बॉर्केशन प्वाइंटस को 21 से घटाकर 10 कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि हज-2022 के लिए अब यात्री 10 शहरों से रवाना हो सकेंगे। इसमें दिल्ली,, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलूरु, कोच्चि, हैदराबाद, श्रीनगर और गुवाहाटी शामिल है।

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नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले गुरुवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक की।

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की यह बैठक संसद सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर हुई है। शीतकालीन सत्र में कांग्रेस महंगाई, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, खाद्य तेलों के बढ़े दाम, बेरोजगारी, किसान आंदोलन, एमएसपी सहित कोरोना संक्रमण के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर कही है।

इस बात का संकेत खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज मीडिया से बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद में 15-16 मुद्दों को उठाने वाली है। इसकी सूची तैयार कर ली गई है और विपक्षी दलों से भी इस पर चर्चा किया जा रहा है।

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ‘कोविड न्याय अभियान’ की शुरुआत की है। राहुल ने साफ कहा है कि कोरोना संक्रमण से मारे गये लोगों को केन्द्र सरकार चार लाख रुपये का मुआवजा दे और कोरोना संक्रमण से मारे गये लोगों का सही आंकड़ा केन्द्र सरकार पेश करे।

उल्लेखनीय है कि आज इस बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी, मानिक टैगोर, रवनीत सिंह बिट्टू, के सुरेश, आनंद शर्मा उपस्थित रहे। जबकि मनीष तिवारी अपने क्षेत्र से वीडियो कॉल के जरिए जुड़े थे।

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New Delhi: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि को चार महीने और बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया।

मार्च 2022 तक बढ़ाई अवधि
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुये कहा कि कैबिनेट ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को दिसंबर 2021 से मार्च 2022 तक चार महीने का विस्तार देने का फैसला किया है। इससे 80 करोड़ लोगों को अगले साल 31 मार्च तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। विस्तारित पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, खाद्य सुरक्षा योजना और अंत्योदय योजना से अलग होगी।

कुल 2.6 लाख करोड़ रुपये योजना पर हुए खर्च
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत वितरण के लिए 600 लाख मीट्रिक टन अनाज स्वीकृत किया गया है। अब तक कुल 2.6 लाख करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।

दुनिया भर में इस योजना की हुई प्रशंसा
कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों को बड़ी राहत दी थी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश की 80 करोड़ आबादी को फ्री राशन नवंबर 2021 तक मिलने का ते हुआ था। इस पर पीएम मोदी ने कहा था कि भारत ने महामारी की आहट के पहले दिन से ही इस संकट को पहचाना और इसपर काम किया। इसलिए आज दुनिया भर में इस योजना की प्रशंसा हो रही है और बड़े बड़े एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत अपने 80 करोड़ से अधिक लोगों को इस महामारी के दौरान मुफ्त अनाज उपलब्ध करवा रहा है। यह काबिले तारीफ है। योजना के तहत प्रत्येक व्यक्ति को ‘राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम’ (National Food Security Act- NFSA) के तहत प्रदान किये 5 किलो अनुदानित अनाज (गेहूं या चावल) के अलावा 5 किलोग्राम मुक्त खाद्यान्न प्रदान किया जाएगा। क्षेत्रीय प्राथमिकताओं के अनुसार, लाभार्थियों को मुफ्त में 1 किलो दाल भी प्रदान की गई है।

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जनमत शोध संस्थान की ओर से वर्ष 2021 का सोशल लीडरशिप अवार्ड बीइंग वूमेन दिल्ली की अध्यक्ष रंजीत सिंह को प्रदान किया गया। दुमका जिले के जामा प्रखंड अंतर्गत नाचनगढ़िया पंचायत के विजयबांध गांव में जनमत शोध संस्थान की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें आदिवासी महिलाओं के हाथों प्रदान किया गया।


जनमत महिला सभा की ग्रामीण महिलाओं की ओर से आयोजित उक्त कार्यक्रम में सर्वप्रथम उनका पारंपरिक रुप से लोटा पानी और आदिवासी पारंपरिक पोशाक पहनाकर उनका स्वागत किया गया। तत्पश्चात जनमत की प्रोग्राम कार्डिनेटर प्रभा सोरेन ने अपने कार्यक्षेत्र में चल रहे कार्यों की जानकारी दी। इसी कड़ी में जनमत के सचिव अशोक सिंह ने रंजीता का परिचय कराया और महिलाओं के हक अधिकारों को लेकर किये गये कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर रंजीता सिंह ने कहा कि झारखंड की आदिवासी महिलाओं का संघर्ष और साहस उन्हें हमेशा से प्रभावित करता रहा है और हमने अपने संस्थान के माध्यम से लगातार महिलाओं के लिए काम किया है और आजीवन उनके हक अधिकारों के लिए लड़ती रहूंगी। जनमत का आभार उनकी टीम ने मुझे इस सम्मान के लायक समझा। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं यहां आकर अच्छा लगा। हमारी संस्था झारखंड की संस्थाओं के साथ मिलकर काम करेगी। कार्यक्रम में प्रयास फाउंडेशन के सचिव मधुर सिंह जनमत की प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रभा सोरेन एवं दिलीप कुमार मांझी ने भी फिल्ड वर्क से जुड़ा अपना अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं और किशोरी बालिकाएं उपस्थित थी।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर के ‘शहीदी दिवस’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

राष्ट्रपति कोविन्द ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “अन्याय के विरुद्ध संघर्ष व बलिदान के प्रतीक श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए अपने जीवन की आहुति दी थी। आइए, हम उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए मानवता के कल्याण के लिए कार्य करने का संकल्प लें।”

मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा पांच दिनों तक शारीरिक यातनाएं देने के बावजूद गुरु तेग बहादुर ने इस्लाम धर्म को नहीं अपनाया था। गुरु तेग बहादुर के धैर्य और संयम से आग बबूला होकर औरंगजेब ने चांदनी चौक पर उनका शीश काटने का आदेश दे दिया। जिसके बाद 24 नवम्बर 1675 को गुरु तेग बहादुर ने अपनी धर्म की रक्षा में अपना बलिदान दे दिया था। चांदनी चौक में स्थित गुरुद्वारा शीश गंज साहिब और नई दिल्ली में गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब उनके निष्पादन और दाह संस्कार के स्थल हैं।

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– सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र

नई दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने लद्दाख की गलवान घाटी में ऑपरेशन ‘स्नो लेपर्ड’ के दौरान चीनी सैनिकों के साथ लोहा लेते हुए शहीद बिहार रेजीमेंट की 16वीं बटालियन के कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया। समारोह में कर्नल संतोष बाबू की मां और पत्नी ने राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त किया।

राष्ट्रपति कोविन्द ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण -I में वर्ष 2021 के लिए एक महावीर चक्र, एक कीर्ति चक्र, पांच वीर चक्र, सात शौर्य चक्र, 16 परम विशिष्ट सेवा मेडल, दो उत्तम युद्ध सेवा मेडल और 25 अति विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान किये। जवानों को वीरता पुरस्कार और विशिष्ट सेवा अलंकरण प्रदान करने का दूसरा सत्र आज शाम को आयोजित होगा। इससे पहले सोमवार को दो सत्रों में रक्षा अलंकरण समारोह आयोजित कर वर्ष 2020 के लिए 111 जवानों को वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया था।

राष्ट्रपति ने आज समारोह में जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में एक आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए चार पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने उनकी पत्नी को यह पुरस्कार सौंपा।

राष्ट्रपति ने कर्नल संतोष बाबू के साथ ऑपरेशन ‘स्नो लेपर्ड’ का हिस्सा रहे नायब सूबेदार नूदुराम सोरेन, हवलदार के पिलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने 3 मीडियम रेजिमेंट के हवलदार तेजिंदर सिंह को भी वीर चक्र प्रदान किया।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में अपने जीवन का बलिदान करने वाले 21 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर अनुज सूद और राइफलमैन शिव कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण सिंह रावत, मेजर अनिल उर्स, राइफलमैन प्रणब ज्योति दास, पैराट्रूपर सोनम शेरिंग तमांग और विंग कमांडर विशाख नायर को शौर्य चक्र प्रदान किया।

लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला और एयर मार्शल नवकरणजीत सिंह ढिल्लों को परम विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान गया। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी, नौसेना प्रमुख के वाइस एडमिरल आर हरि कुमार को परम विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान किया। राष्ट्रपति ने सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही को उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया।

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