Jalalpur: कोरोना की दूसरी लहर के बाद सोमवार से बच्चों के लिए विद्यालय खुला. विद्यालय खुलने पर बच्चों के स्वागत की तैयारी कुछ अलग तरीके से की गई थी.जिससे बच्चें काफी खुश दिखें.

सोमवार को प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंगोलापुर मठिया में विद्यालय में पहुंचने पर बच्चों के चेहरे खिल उठे. सवा चार महीने बाद वे सब विद्यालय में पढ़ने के लिए पहुंचें. विद्यालय द्वारा भी बच्चों के स्वागत के लिए कई तैयारियां की गई थी.बच्चों के स्वागत के लिए प्रधानाध्यापक अखिलेश्वर पांडेय स्वयं बैलून लेकर गेट पर खड़े थे. वही शिक्षकों ने बच्चों का स्वागत सैनिटाइजर लगाकर तथा टॉफी देकर किया. बच्चो को शिक्षक धीरज तिवारी सेनेटाईजर देकर उसे लगाने के तरीके भी बता रहे थे. वही बच्चों को टाफी शिक्षक विजय कुमार साह भेंट दे रहे थे. बैलून पाकर बच्चे काफी खुश दिखे.

बच्चों ने बताया कि 4 महीने के बाद हम अपने साथी से मिल रहे हैं. काफी खुशी महशूस हो रही है. वहीं खुशनुमा माहौल में बच्चों की पढाई प्राम्भ हुई.

मौके पर अविनाश तिवारी, चंद्रशेखर पांडेय, अमृता कुमारी, वंदना कुमारी सुधा देवी उपस्थित थी.

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झंडोत्तोलन, और शहीद वीर भगत सिंह के तैल-चित्र पर माल्यार्पण कर छात्रों ने लिया संकल्प, बनायेंगे भगत सिंह के सपनों का देश

Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई ने संगठन का 86वां स्थापना दिवस जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार यादव की अध्यक्षता में संगठन कार्यालय मंजर रिजवी भवन सलेमपुर, छपरा में मनाया।
इससे पहले संगठन के राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव ने झंडोत्तोलन किया।


इसके बाद मौजूद सभी सदस्यों ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के तैल-चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और केक काटकर मिठाइयां बांटी. इस दौरान संगठन के सदस्यों ने भगत सिंह के सपनों का देश बनाने का संकल्प लिया।
संगठन के 86वें स्थापना दिवस पर संबोधित करते हुए राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव ने संगठन के स्थापना इसके उद्देश्य एवं संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि आज ही के दिन 85 साल पहले संगठन की स्थापना किया गया था। किसी भी संगठन के लिए 85 वर्षों का सफर असाधारण है। यह सफ़र संघर्षों एवं कुर्बानियों का है। आजादी के सात दशक बाद भी देश में शासकों के चेहरे बदले लेकिन कमोबेश नीतियां वही रही, हालात आज बद से बदतर होती जा रही। देश में एक सोची- समझी साजिश के तहत फासीवादी ताकतें लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर अपनी एजेंडे को थोपने की फिराक में है। इसके खिलाफ हम सभी छात्र-युवाओं को पूरी ताकत और एकजुटता के साथ पढ़ाई-लड़ाई तेज कर भगत सिंह के सपनों का देश बनाने के संकल्पों के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
वहीं जिला सचिव अमित नयन ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में जब शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का जिस प्रकार निजीकरण की ओर रुख मोड़ा जा रहा है, ऐसी परिस्थिति में हम सभी छात्र-युवाओं को दृढ़ संकल्प के साथ भगत सिंह के सपनों को साकार करना है। तभी समानता और समरूपता धरातल पर नजर आएगी।
आज के स्थापना कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीपीआई जिला मंत्री कॉ. रामबाबू सिंह, जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार यादव, देवेंद्र पांडे, विकास कुमार, रोहन कुमार, गुड्डू कुमार, नवजीवन कुशवाहा, रौनक कुमार, रवि कुमार गुप्ता, अमन कुमार यादव, अन्य मौजूद थे।

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Jalalpur: प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंगोलापुर मठिया में एक कार्यक्रम मे संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एनडीए 2020 की परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर 260 वां अंक लाने वाले शिक्षक पुत्र रोमित कुमार को विद्यालय परिवार द्वारा अंग वस्त्र, युवाओ का कर्तव्य पुस्तक देकर सम्मानित किया गया.

बताते चलें कि विद्यालय के शिक्षक चन्द्रशेखर पांडेय के बड़े पुत्र रोमित ने 2020 की एनडीए की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया था. उसकी प्रारंभिक शिक्षा जलालपुर तथा हथुआ सैनिक विद्यालय से हुई है. कार्यक्रम में विद्यालय की अवकाश प्राप्त शिक्षक निर्मला पाठक को भी सम्मानित किया गया.

संचालन प्रधानाध्यापक अखिलेश्वर पांडेय ने किया. मौके पर बीआरपी इंसाफ अली, बी आर पी प्रमोद कुमार सिंह, प्रधानाध्यापक उमेश कुमार सिंह शैलेंद्र कुमार सिंह, मणीन्द्र पांडेय, हरिनारायण सिंह, प्रभुनाथ पंडित सहित कई गणमान्य उपस्थित थे.

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Jalalpur: प्रखंड के मंगोलापुर मठिया स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की पूर्व प्रधानााध्यापिका निर्मला पाठक का अवकाशोपरान्त सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. उपस्थित वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को शिक्षकों के लिए अनुकरणीय बताया. विद्यालय को स्थापना काल से सक्रिय रुप से आगे बढाने के लिए सभी ने उनकी प्रशंसा की.

मौके पर बोलते हुए बीआरपी इंसाफ अली ने कहा कि शिक्षक कभी रिटायर्ड नहीं होते हैं. वे निश्चित सीमा अवधि के बाद सेवानिवृत्त होते हैं. सेवानिवृति के बाद उनकी भूमिका बढ़ जाती है. वही प्रधानाध्यापक उमेश कुमार सिंह ने कहा कि 33 साल सेवा देकर विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के लिए श्रीमती पाठक को बधाई दी.

वहीं शिक्षक नेता दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि निर्मला पाठक आदर्श शिक्षिका रही है़ं. विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय से मिडिल स्कूल में तब्दील कर प्रखंड के अच्छे विद्यालयों में शुमार किया है. यह सभी शिक्षकों के लिए अनुकरणीय है.

कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन करते हुए प्रधानाध्यापक अखिलेश्वर पांडेय ने कहा कि शिक्षक कहलाना गर्व की बात है. गुरु हमेशा उस पारस पत्थर के समान होता है जिसके सम्पर्क मे आने से लोहा भी सोना बन जाता है.

मौके पर प्रधानाध्यापक शैलेंद्र कुमार सिंह, समन्वयक हरिनारायण सिंह राजेश कुमार पांडेय, प्रभुनाथ पंडित, वरीय शिक्षक मणीन्द्र कुमार पांडेय, श्याम तिवारी, बबलू गुप्ता, बीआरपी प्रमोद कुमार सिंह, शिक्षक नेता सुरेंद्र राम, राजेश कुमार, मनोज तिवारी अविनाश तिवारी, चंद्रशेखर पांडेय, धीरज तिवारी, सुधा देवी वंदना कुमारी, अमृता कुमारी विनोद कुमार सिंह, विनय पूरी, अमित गिरि, राजेश तिवारी, विजय यादव, मनोज तिवारी, सहित कई अन्य उपस्थित थे.

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Chhapra: विभिन्न शिक्षक संगठनों के द्वारा नगर निगम से निकलकर म्यूनिसिपल चौक तक प्रतिरोध मार्च निकाला गया एवं प्रतिरोध मार्च के बाद आदेश की प्रति को जलाया गया। मालूम हो कि मध्याह्न भोजन योजना में प्रयुक्त अनाज का बोरा जो 2015 से अभी तक बिद्यालय में है उसे बेचकर सरकारी खाते में जमा करने का आदेश है|बिदित हो कि 2015 से जमा अनाज का बोरा सुरक्षित रहेगा ? क्षतिग्रस्त बोरा को खरीदेगा कौंन? शिक्षको के लिये यैसा बाध्यकारी/मनमानी आदेश की अगर उक्त राशि जमा नही होगी तो उसे गबन मानी जायेगी ऐसी ही बाध्यकारी आदेश से कटिहार के एक प्रभारी द्वारा बोरा को बाजार में बेचने और अपनी मजबूरी को सोशल मीडिया में विवशता को प्रदर्शित किया है|उस शिक्षक को बिशेष सचिव शिक्षा निदेशक मध्यान्ह भोजन पटना द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी कटिहार को प्रेषित कर दंडित करने का पत्र प्रेषित की गई है ।जिससे बिहार प्रदेश के शिक्षक आक्रोशित है आज सारण जिला में शिक्षको ने उक्त पत्र को शिथिल करने की मांग के साथ उक्त पत्र को जलाकर बिरोध की गई। साथ ही अगर उक्त पत्र सिथिल नही की जाती है तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू की जाएगी|
उक्त प्रतिरोध मार्च कार्यक्रम में रबिन्द्र कुमार सिंह, विश्वजीत सिंह चन्देल ,समरेंद्र बहादुर सिंह ,सुमन कुमार राय अभय सिंह बिनीद राय संजय राय जितेंद्र चौधरी राजन पासवान निजाम जी हवलदारदार मांझी अशोक यादव अनिल दास सतेंद्रबकुमार मनोज ओझा बिनायक यादव जितेंद्र राय अजय राय मंटू मिश्र उमेश राय रामशंकर विकास कुमार सचितानंद राय नीरज सिंह जहरूद्दीन सहित सैकड़ो शिक्षक ने भाग लिए|।

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पटना: बिहार अनलॉक -5 के तहत शनिवार से नौंवी-दसवीं के स्कूल खुलेंगे। अनलॉक -5 में दुकानों को एक दिन छोड़कर खोलने की पाबंदी खत्म हो गई है। सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों को पूरी क्षमता के साथ बैठाया जा सकता है।

सात अगस्त से नौंवीं और दसवीं, जबकि 16 अगस्त से पहली से आठवीं कक्षा के स्कूलों को पचास प्रतिशत की उपस्थिति के साथ खोलने की इजाजत दी गई है। कक्षाएं शुरू करने के पहले स्कूल भवनों का सैनेटाइज किया जाना आवश्यक होगा। स्कूलों की तरह ही 10वीं से ऊपर के पाठ्यक्रम या प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कोचिंग 50 प्रतिशत क्षमता या एक दिन छोड़कर शनिवार से खोले जा सकते हैं। इसमें भी वही कर्मी काम करेंगे, जिन्होंने कोरोना का टीका लिया है।

बिहार में अब सभी तरह की दुकानें और प्रतिष्ठानें साप्ताहिक बंदी के अलावा प्रतिदिन खुलेंगी। एक दिन छोड़कर दुकानों को खोलने की पाबंदी अनलॉक- 5 में हटा ली गई हैं। हालांकि, दुकानों को शाम 7 बजे तक ही खोला जा सकता है। कोरोना का टीका ले चुके कर्मचारी ही दुकानों में काम करेंगे। सार्वजनिक वाहनों में अब सीटों की क्षमता के अनुसार यात्री सफर कर सकते हैं। पहले 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही सफर की इजाजत थी।

हालांकि, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत अन्य धार्मिक स्थल फिलहाल आमजनों के लिए बंद रहेंगे। वहीं, सार्वजनिक स्थलों पर सरकारी और निजी कार्यक्रमों पर रोक जारी रहेगी।

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Patna: भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने गुरुवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से दिल्ली में शिष्टाचार मुलाकात कर बिहार में भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) खोलने का आग्रह किया।

विवेक ठाकुर ने कहा कि भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली मीडिया शिक्षा के क्षेत्र में देश में एक प्रमुख संस्थान है। यह 1965 से मीडिया से संबंधित ज्ञान प्रदान कर रहा है। जम्मू, अमरावती, आइजोल, ढेंकनाल और कोट्टायम में क्षेत्रीय केंद्र खोलकर इसका विस्तार किया गया है। दुर्भाग्य से बिहार में ऐसा विश्वसनीय मीडिया संस्थान नहीं है।

विवेक ठाकुर ने कहा कि यह सर्वविदित तथ्य है कि राष्ट्रीय मीडिया में बिहार के लोग बड़ी संख्या में हैं। वे पत्रकार, संवाददाता, निर्माता और सहयोगी स्टाफ के रूप में काम कर रहे हैं। उनके प्रदर्शन की सराहना विभिन्न अवसरों पर की गई है। उन्होंने मीडिया उद्योग में कड़ी मेहनत और तीक्ष्ण बुद्धि के साथ खुद को साबित किया है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि हर तीसरा मीडियाकर्मी बिहार का है।

विवेक ठाकुर ने कहा वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बिहार में आईआईएमसी का एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करना आवश्यक है। यह बिहार के इच्छुक मीडिया छात्रों के लिए वरदान साबित होगा और राज्य में ही मीडिया से संबंधित नौकरियों के लिए अपस्किल करने का अवसर प्रदान करेगा।

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Chhapra: विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के के बच्चों ने अच्छा अंक लाकर यह सिद्ध कर दिया कि अगर हौसला बुलंद हो तो उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुँचने में कोई भी बाधा उन्हें नही रोक सकती। टॉप 3 में छात्र अंकित सिंह ने 93.8% से प्रथम, जामिल अख्तर ने 92.6% से द्वितीय, उदय कुमार ने 92.2% से तृतीय स्थान प्राप्त किया। पूरे विद्यालय परिवार ने इन्हें बधाई देते हुए अपना आशीष प्रदान किया। वहीं विद्यालय की प्राचार्या ई0 नीलम सिंह एवं निदेशक डॉ राहुल राज ने कहा कि शिक्षको के उचित मार्गदर्शन और बच्चों के कड़ी लगन के कारण ही आज खुशियो भरा माहौल है। उन्होंने सभी बच्चों को शुभकामना देते हुए यह भी कहा कि नई प्रेरणा और नए जोश के साथ ये सभी बच्चे अपने अभिभावकों और विद्यालय का नाम अवश्य ही सर्वोच्च शिखर तक ले जायेंगे।

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Chhapra: गंडक कॉलोनी निवासी मनोरंजन कुमार और सुषमा कुमारी की पुत्री यशस्विनी ने सीबीएसई 10वीं में की परीक्षा में 95.06% अंक ला कर सारण जिले का नाम रौशन किया है।
यशस्विनी बताती हैं कि परीक्षा तो नहीं हुई फिर भी मुझे पूरा भरोसा था कि जिस मेहनत और लगन के साथ मैंने पढ़ाई की थी और प्री बोर्ड की परीक्षा दी थी, तो परिणाम तो बेहतर हीं आयेंगे । वह बहुत खुश हैं एवं सफलता का श्रेय अपने शिक्षक ज्ञानम एकेडमी के डायरेक्टर साकेत श्रीवास्तव को दिया है । उन्होंने बताया कि सर हमेशा से एक बेहतर गाइड लाइनर की भूमिका निभाते रहे और परीक्षा के लिए भी खूब प्रैक्टिस कराई थी जिसका परिणाम आज सामने है।


साथ हीं उन्होंने बताया की माता पिता के आशीर्वाद के बिना यह संभव नहीं था जी कि उन्हें हर कदम पर मिलते रहा है । यशस्विनी आगे चलकर आई आइटियन बनकर देश की सेवा करनी चाहती है ।
वहीं कोचिंग के निदेशक साकेत श्रीवास्तव ने बताया कि यशस्विनी शुरू से हीं प्रतिभावान छात्रा रही है, तो उसे अच्छे अंक तो मिलने हीं थे । उन्होंने यह भी बताया कि कोचिंग से कनिष्का, जीया, जिकरा इकबाल, विश्वास, आशीष आदि छात्रों ने भी 90% से ऊपर एवं अंजली ने 81% वहीं कशिश ने 75% अंक लाकर शिक्षक के तौर पर उनका मान और सम्मान बढ़ाया है । उन्होंने सभी छात्रों को उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामना दी।

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Chhapra: सीबीएसई ने मंगलवार को दसवीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया जिसमें सारण के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने अपनी प्रतिभा दिखाई है. दाउदपुर के जे डी पब्लिक स्कूल बंगरा के छात्र अंश राज ने सीबीएसई परीक्षा में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल करके अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है. शहर के धर्मनाथ मंदिर निवासी जय गुप्ता के सुपौत्र अंश राज के इस सफलता पर हर जगह से उन्हें बधाईयां मिल रही हैं. अंश ने विधालय में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किये हैं. अंश की सफलता पर विद्यालय के शिक्षकों ने उन्हें बधाइयां दी. इसके अलावें प्रिया को 94 प्रतिशत, ऋषभ सिंह 91.6, अंजलि कुमारी 91.6, आदर्श को 91.2,   अनमोल कुमार, माही सिंह, अंशु व स्मृति को 90.6प्रतिशत व दुर्गा कुमारी 90. 4 प्रतिशत के साथ कुल 21 बच्चों ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक अर्जित किये हैं. बच्चों की सफलता ने स्कूल के निदेशक ने सभी को बधाइयां देते हुए उज्जलव भविष्य की कामना की.

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Chhapra: आर एस ए के द्वारा जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फारुख अली का पुतला दहन जयप्रकाश महिला महाविद्यालय छपरा के मेन गेट पर किया गया। पुतला दहन कार्यक्रम का आयोजन आर एस ए छात्रा इकाई ने की थी ।जिसमें शहर के सभी महाविद्यालयों इकाई के आर एस ए के पदाधिकारी गण शामिल हुए। आर एस ए के छात्र नेताओं ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फारुख अली के तीन महीने में ही ऐसे भ्रष्टाचार में डूब गए थे ।इनका वित्तीय पावर नीतिगत निर्णय राजभवन सीज़ करना पड़ गया। वर्तमान कुलपति छात्र हित में कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं ।आयोदिन नया नया घोटाला इनका सामने आ रहा है। भ्रष्टाचार का तांडव नृत्य विश्वविद्यालय में हो रहा है। इनके संरक्षण में इनके पदाधिकारी भ्रष्टाचार का नंगा नृत्य कर रहे हैं। सारण प्रमंडल के गरीब छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। स्नातक नामांकन के लिए नए सत्र में जो घोषणा विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा किया गया है। वह पूरी तरह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगा।

एनसीसी, स्पोर्ट्स, स्काउट, खेल एवं संस्कृति गतिविधियों में भाग लेने वाले छात्रों के लिए नामांकन में आरक्षण नियम का पालन के लिए कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है ।जबकि नामांकन नियमावली में स्पष्ट है कि जो छात्र -छात्रा इन विभागों से संबंध रखते हैं तो उन्हें नामांकन में विशेष सुविधा दी जाएगी। उनके लिए कोटा का निर्धारण किया जाएगा। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। राज्य सरकार ने इसी वर्ष घोषणा किया है कि नामांकन में छात्राओं के लिए प्रत्येक विषय में 33 % आरक्षण नियम का पालन किया जाएगा, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर भी मौन धारण किए हुए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन अगर सही में नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतना चाहता है तो प्रत्येक महाविद्यालयों में कितना सीट है। कितना किस वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित है ।विषयवार नामांकन अप्लाई होने के पहले नोटिफिकेशन क्यों नहीं जारी कर रहा है? यूएमआईएस के माध्यम से नामांकन में भारी धांधली किया जाता है। पिछले सत्र के नामांकन में भारी गड़बड़ी किया गया है ।पैसा लेकर कम मेघा वाले छात्रों को नामांकन कर दिया गया। मेघा वाले छात्र -छात्रा रोड पर भटकते रहे और नामांकन से वंचित हो गए ।इस बार करोना संक्रमण के वजह से कई 10+2 बोर्डो के द्वारा बिना परीक्षा लिए हुए रिजल्ट की घोषणा की गई है ।इस कारण इंटर का रिजल्ट अत्याधिक सारण प्रमंडल में हुआ है। विश्वविद्यालय में सीमित 36000 ही सीट है ।इस कारण लाखों छात्र इस बार भी नामांकन से वंचित हो जाएंगे । विश्वविद्यालय प्रशासन राज्य सरकार से सीटों के बढ़ोतरी के लिए कोई भी पत्र नहीं लिखा है। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द राज्य सरकार से सीट की बढ़ोतरी 4 गुना अधिक कराएं।

जय प्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत जिन वोकेशनल कोर्सेज को मान्यता दी गयी है। उनमें बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन (बीएमसी), बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बायोटेक(बीटी), इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी(आइएमबी), इनवायरमेंटल साइंस (इएस), इंडस्ट्रियल फिश एंड फिशरी( आइएफएफ), कम्युनिकेटिव इंग्लिश(सीइ), फंक्शनल इंग्लिश, फंक्शनल हिंदी व सेल्स एंड प्रोमोशन मैनेजमेंट शामिल है। मास कम्युनिकेशन व फंक्शनल हिंदी की पढ़ाई पहले भी राजेंद्र कॉलेज में होती थी।एक तरफ जहां राजभवन से लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) का कॉलेज व विश्वविद्यालय में व्यवसायिक कोर्स खोलने का पूरा जोर है। उसके लिए कई तरह के प्रोग्राम चलाया जा रहे हैं। उसके उल्ट जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कॉलेजों में चल रहे व्यवसायिक कोर्स को बंद कर दिए गए।
राजेंद्र महाविद्यालय में चल रहे तीन व्यवसायिक कोर्स में सत्र -2019- 20 , 20-21में नामांकन नहीं लिया गया। जबकि व्यवसायिक कोर्स में नामांकन के लिए ना ही राज्य सरकार ना ही राजभवन ने रोक लगाया है। वर्तमान कुलपति आखिर क्यों नहीं नामांकन ले रहे हैं? राजेंद्र कॉलेज में चलता था यह व्यवसायिक कोर्स राजेंद्र कॉलेज में चल रहे व्यवसायिक कोर्स बीबीए में 60, बीजेएमसी में 60 एवं बॉयोटेक्नोलॉजी में 40 सीट पर नामांकन होता रहा है।


पैट एग्जाम जल्द हो
शोध कार्य करने वाले छात्र- छात्राओं के लिए जांच परीक्षा 4 वर्षों से नहीं हो पा रहा है। 2 वर्षों से सेमिनार/ सिंपोजियम का आयोजन नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण छात्र- छात्रा जो शोध कर रहे हैं। वह अपना शोध ग्रंथ विश्वविद्यालय में जमा नहीं कर पा रहे हैं। विश्वविद्यालय में अराजकता का माहौल वर्तमान कुलपति ने कायम कर दिया है।
गंगा सिंह विधि महाविद्यालय में भी पढ़ाई प्रारंभ किया जाए
छपरा में विधि का एक पुराना महाविद्यालय गंगा सिंह विधि महाविद्यालय स्थापित है। इस महाविद्यालय के पास ना तो अपना भवन हैं और ना ही अभी तक स्थाई शिक्षक । इसलिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया से इसे स्थाई मान्यता कभी नहीं मिली है । जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने अपने सिडिकेट और सीनेट के बैठक में इस महाविद्यालय को जयप्रकाश विश्वविद्यालय के संकाय के रूप में स्थापित करने का निर्णय पूर्व में लिया है। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है । प्रस्तावित गंगा सिंह विधि संकाय के निर्माण मैं तेजी लाया जाए । इसमें विधि स्नातक से लेकर परास्नातक की पढ़ाई सुनिश्चित कराई जाए। विधि संकाय में तुरंत पद स्वीकृत करके स्थाई एवं योग्य शिक्षकों की नियुक्ति हो। विधि संकाय में महर्षि गौतम अध्ययन केंद्र बने। साथ ही साथ मान्यता दिला कर गंगा सिंह विधि महाविद्यालय में भी पढ़ाई प्रारंभ किया जाए। सारण प्रमंडल में लॉ की पढ़ाई के लिए इकलौता कॉलेज होने के कारण लॉ की पढ़ाई का सपना रखने वाले छपरा, सिवान, गोपालगंज के छात्रों को इससे काफी लाभ भी हुआ।

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New Delhi: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा मंगलवार को घोषित 10वीं कक्षा के नतीजे अबतक के सर्वश्रेष्ठ परिणामों में से हैं। यह संभवत: पहला मौका है जब लगभग सभी विद्यार्थियों ने परीक्षा पास कर ली है। बोर्ड परीक्षा में 99.04 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। यह पिछले साल की तुलना में 8 प्रतिशत से अधिक की छलांग है। गत वर्ष 91.46 प्रतिशत विद्यार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

सीबीएसई की आधिकारिक बेवसाइट पर घोषित परिणाम के अनुसार, कक्षा 10 की परीक्षा के लिए कुल 21,13,767 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 20,97,128 छात्रों के परिणाम जारी किए गए हैं। कुल 16,639 छात्रों का परिणाम अभी तैयार नहीं हुआ है और उसे बाद में घोषित किया जाएगा। 57,824 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक स्कोर किया है जबकि दो लाख से अधिक ने 90 से 95 प्रतिशत के बीच अंक प्राप्त किए हैं। इस साल कोई मेरिट लिस्ट घोषित नहीं होगी।

जोन के क्षेत्रवार लिहाज से सीबीएसई के दसवीं के नतीजों में सबसे ऊपर त्रिवेंद्रम रहा। त्रिवेंद्रम में 99.99 प्रतिशत परिणाम रहा है। दूसरे स्थान पर 99.96 प्रतिशत के साथ बेंगलुरु है। इसके बाद चेन्नई – 99.94 प्रतिशत, पुणे – 99.92 प्रतिशत, अजमेर – 99.88 प्रतिशत, पंचकुला – 99.77 प्रतिशत, पटना – 99.66 प्रतिशत, भुवनेश्वर – 99.62 प्रतिशत, भोपाल – 99.47 प्रतिशत, चंडीगढ़ – 99.46 प्रतिशत, देहरादून – 99.23 प्रतिशत, प्रयाग – 99.19 प्रतिशत, नोएडा – 98.78 प्रतिशत, दिल्ली पश्चिम – 98.74 प्रतिशत, दिल्ली पूर्व – 97.80 प्रतिशत और गुवाहाटी – 90.54 प्रतिशत का स्थान है।

10वीं में दिल्ली क्षेत्र के 98.19 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। विदेशी छात्रों में 99.92 प्रतिशत परिणाम रहा है। केंद्रीय विद्यालयों का रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा।

सीबीएसई कक्षा 10 के परिणाम में लड़कियों ने 0.35 प्रतिशत लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। परीक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाली 99.24 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 98.89 प्रतिशत है। परीक्षा के लिए पंजीकृत सभी ट्रांसजेंडर छात्रों ने इसे पास कर लिया है।

सिक्योरिटी के लिहाज से इस बार सीबीएसई रजिस्ट्रेशन में मोबाइल नंबर और ओटीपी रखा गया है। डिजिटल लॉकर में मार्कशीट को सेव किया जा सकता है। ईमेल के जरिये छात्रों तक मार्कशीट पहुंचेगी।

सीबीएसई ने 21.5 लाख से अधिक छात्रों के लिए एक संयुक्त मार्कशीट सह प्रमाणपत्र जारी करने का निर्णय लिया है। आमतौर पर, मार्कशीट और सर्टिफिकेट दो अलग-अलग दस्तावेज होते हैं। इस साल मेरिट लिस्ट या 0.1 प्रतिशत मेरिट लिस्ट भी जारी नहीं की जाएगी।

सीबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा 2021 के लिए देशभर के लगभग 21.5 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। कोरोना के कारण यह दूसरा मौका है जब बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। ऐसे में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम तैयार किया गया है। बोर्ड ने 30 जुलाई को 12वीं कक्षा का परिणाम घोषित किया था।

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