Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातक सत्र 2020-23 के तृतीय वर्ष के परीक्षा प्रपत्र भरने की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दी गई है।

कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपई की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।

बैठक में कुलपति ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि छात्रहित मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है और छात्र-छात्राओं की समस्याओं का त्वरित निष्पादन हम सभी का कर्तव्य है।

बैठक में कुलपति ने प्राचार्यों को निर्देश दिया कि सत्र 2018-21, 2019-22 तथा 2020-23 के प्रथम वर्ष के अंकपत्र जिन छात्र-छात्राओं को नहीं मिले हैं, उनकी सूची बनाकर दो कार्य दिवस में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को निर्देश दिया कि महाविद्यालयों से सूची प्राप्त होते ही सारे अंकपत्र तैयार कर शीघ्रातिशीघ्र महाविद्यालयों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच वितरित करा दिए जाएं।

बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि जबतक सभी छात्र-छात्राओं को उनके सही-सही अंकपत्र प्राप्त नहीं हो जाते तबतक के लिए परीक्षा प्रपत्र भरने की प्रक्रिया को स्थगित किया गया है।

उन्होंने कहा कि बहुत से छात्र-छात्राओं की समस्या वाजिब है और ऐसी त्रुटियों का तय समय में निष्पादन सुनिश्चित किया जाय। कुलपति ने छात्रों से अपील किया कि किसी भी सत्र का अंकपत्र प्राप्त नहीं होने, अंकपत्र ने त्रुटि आदि कोई भी समस्या ही, वे सिर्फ और सिर्फ अपने कॉलेज में आवेदन दें, सीधे विश्वविद्यालय नहीं आएं। महाविद्यालय उनके आवेदन को तुरंत अपने माध्यम से विश्वविद्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। इन आवेदनों को विश्वविद्यालय द्वारा निष्पादित कर तय समय में महाविद्यालय को भेज दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी छात्र-छात्रा के आवेदन को विश्वविद्यालय द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्वीकार नहीं किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इससे संबंधित निर्देश पूर्व में ही सभी महाविद्यालयों को दिए जा चुके हैं और विश्वविद्यालय परिसर में भी एतत्संबंधी नोटिस जगह-जगह चिपकाया गया है।

बैठक में कुलपति ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दुहराते हुए कहा कि परीक्षाओं के सत्र हर हाल में नियमित करेंगे और इसके लिए हम दृढ़संकल्प हैं। सत्र नियमित हों, परीक्षा पारदर्शी हों और छात्र-छात्राओं के साथ सहानुभूति हो, इन तीन संकल्पों के साथ बैठक का समापन हुआ।

बैठक में प्रॉक्टर प्रो. विश्वामित्र पाण्डेय, एनएसएस समन्वयक प्रो. हरिश्चंद्र, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ धनंजय आजाद सहित अन्य पदाधिकारी, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सारण, सिवान एवं गोपालगंज जिलों के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।

0Shares

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से वार्ता कर कहा कि स्नातक 2020 -23 सत्र के द्वितीय वर्ष के अंक पत्र में भारी गड़बड़ी एवं स्नातक सत्र 2020-23 के भरे जा रहे परीक्षा फार्म में स्नातक खंड 1 का कई विद्यार्थियों का अंक पत्र हार्ड कॉपी में मिल ही नहीं है जिससे कि विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण कई विद्यार्थी फॉर्म भरने से वंचित भी रह जाएंगे। 

स्नातक 2020-23 के तृतीय खंड के परीक्षा फॉर्म भरने में काफी परेशानियों का सामना विद्यार्थियों करना पड़ रहा है। विद्यार्थी परिषद ने समस्याओं को समाधान करने के लिए कुलपति को कहा है। 

स्नातक खंड 1 और स्नातक खंड 2 का अंक पत्र को जब तक विद्यार्थियों को ठीक ढंग से मुहैया नहीं कराया जाता, तो फिर विद्यार्थी स्नातक खंड तृतीय का फॉर्म कैसे भर पाएंगे।

संगठन को सदस्यों ने कहा कि अगर इस समस्या का समाधान अभिलंब नहीं कराया गया तो विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगी। प्रतिनिधिमंडल में नीरज यादव, राजन सिंह, रजनीकांत सिंह, अर्पित कुमार शामिल थे।

0Shares

Chhapra: सारण जिले के मुकरेड़ा में विगत 8 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में प्रत्येक वर्ग के बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करने वाला शिक्षण संस्थान विवेकानन्द इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर मेंहदी एवं राखी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

प्रतियोगिता में कक्षा 3 से 6 तक के बच्चों पीहू, कायनात, समृद्धि, सोनाक्षी, अनुष्का, अंकिता, हिमांशु, आयूष, विराज, जाविया, रिया ने राखी प्रतियोगिता एवं कक्षा 7 से 10 तक के बच्चों भाव्या, संध्या, जयानिधि, अनन्या, गुनगुन, साक्षी, मुस्कान, संजना, अनु तथा वैष्णवी ने मेंहदी प्रतियोगिता में हर्षोल्लास के साथ बढ़ चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम की रूपरेखा विद्यालय की समन्यविका अंकिता सिंह तथा संबंधित शिक्षिकाओं के द्वारा तैयार की गई। सभी प्रतियोगी बच्चों में कार्यक्रम को लेकर खुशहाली देखने को मिला।

बच्चों ने एक से बढ़कर एक हस्तनिर्मित सुंदर राखियों का निर्माण किया तथा आकर्षक मेंहदी डिजाइनों को बनाया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों ने भाई-बहन के अटूट एवं अनमोल बंधन से परिपूर्ण रक्षाबंधन पर्व के महत्व को समझाते हुए विशेष संदेश दिया।

विद्यालय के निदेशक डॉ० राहुल राज द्वारा इन सभी होनहार प्रतिभागियों की प्रशंसा की गई तथा उनका उत्साहवर्धन करते हुए चयनित प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।

कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के निदेशक डॉ राहुल राज ने इन बच्चों के इस अनोखे प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ये बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं। उन्होंने इन बच्चों को आत्म जागरूक बनाने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी कहा कि इनका दृढ़ विश्वास इस बात का साक्षी है कि ये हमारे परंपरा और संस्कृति को सदैव ही बरकरार रखेंगे।।

0Shares

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर भौतिक विभाग में रैगिंग विरोधी सप्ताह के समापन समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर पर संबोधन करते हुए कुलपति प्रोo (डॉo) प्रमेन्द्र कुमार वाजपेयी ने छात्र-छात्राओं से अपील किया कि आप ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे दूसरे को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। आप सब एक दूसरे का सहयोग करें जिससे आप का प्रदेश एवं देश विकसित भारत @2047 को पूरा कर सके।

कुलपति ने छात्र-छात्राओं की हर सुविधा के संकल्प को प्रदान करने का आश्वासन दिया एवं उनके नियमित रूप से वर्ग में उप‌स्थित होने की अपील की।

इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा रैगिंग विरोधी मार्च निकाला गया। जिसे कुलपति ने रवाना किया। जय प्रकाश विश्वविद्यालय के रैगिंग विरोधी दस्ता के समन्वयक भौतिक विभाग प्रो० गुणसागर भादव ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए रैगिंग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर भौतिक विभागाध्यक्ष प्रो० महेन्द्र सिंह, प्रो० अच्युतानंद सिंह, रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० रविन्द्र सिंह, प्रोo कृष्ण कुमार, डॉ० सुनीता कुमारी सिंह, प्रो० अजित तिवारी, डा० सची मिश्रा, डॉ० नीतू कुमारी, डॉ० रुचि त्रिपाठी, डॉ० आलोक रंजन तिवारी आदि उपस्थित थे।

 

 

0Shares

सारण में BPSC से नियुक्त 41 शिक्षकों पर लटकी विभागीय तलवार, जा सकती है नौकरी

Chhapra: बिहार लोक सेवा द्वारा नियुक्त किए गए विद्यालय अध्यापक के सर्टिफिकेट में फर्जी पाए जाने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, प्रतिदिन किसी ना किसी जिले से प्रमाण पत्रों से संबंधित जांच के मामले सामने आ रहे है जिसमे प्रमाण पत्रों के फर्जी तथा गलत प्रमाण पत्रों पर नियुक्ति का मामला सामने आ रहा है. पिछले दिनों भी लगभग हजारों की संख्या में शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी निकले थे जिनकी सेवा लगभग समाप्त कर दी गई है और कई का सर्टिफिकेट की घटा पूर्वक जांच की जा रही है

सारण जिला में 41 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी निकले हैं इसको लेकर जिला के शिक्षा पदाधिकारी ने 48 घंटे के अंदर संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है साथी सेवा समाप्ति करने का आदेश भी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी कर दिया है.

जिले के विभिन्न विद्यालयों के पदस्थापित बिहार लोक सेवा आयोग के TRE 1 और TRE 2 के 41 विद्यालय अध्यापकों से सर्टिफिकेट फर्जी निकले जाने पर जवाब तलब किया गया है.

जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर व स्थापना डीपीओ धनंजय कुमार पासवान के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी कार्यालय आदेश में 41 सहायक विद्यालय अध्यापकों की सूची जारी की गई है और कहा गया है कि उच्च न्यायालय पटना में दायर वाद में पारित आदेश के आलोक में निदेशक माध्यमिक शिक्षा में बिहार लोक सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या व अनुशासित विद्यालय अध्यापकों के द्वारा प्रतिस्थापन एवं उपरांत संबंधित विद्यालय में योगदान किया गया है.

सूची में शामिल शिक्षकों की शैक्षणिक प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की अवलोकन से स्पष्ट है कि उनकी योग्यता विद्यालय अध्यापक के लिए समुचित नहीं है. इसलिए सभी विद्यालय अध्यापकों को आदेश दिया जाता है कि पत्र प्राप्ति के साथ नियुक्ति के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा केंद्र शिक्षक पात्रता की अधिसूचना में स्पष्ट है कि सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को 60% या अधिक अंक प्राप्त करने पर उन्हें योग्य घोषित किया जाएगा. इस बारे में स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के साथ कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

0Shares

युवाओं के संकल्प से विकसित राष्ट्र बनेगा भारत: प्रो. सुशील श्रीवास्तव

Chhapra: शहर के राजेंद्र महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ झंडोत्तोलन कर 78 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। झंडोत्तोलन राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर प्रो अशोक कुमार सिन्हा, प्रो विधान चंद्र भारती, प्रो संजय कुमार, प्रो मृदुल शरण, प्रो देवेंद्र सिंह, प्रो, चंद्रिका राय, प्रो कामेश्वर सिंह समेत बड़ी संख्या में महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी, छात्र, एनसीसी कैडेट और अन्य लोग उपस्थित थे।

अपने संबोधन में प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देश दृढ़ता के साथ अपने विकास के पद पर तीव्र गति से अग्रसर है। देश ने स्वतंत्रता के बाद के समय में जीवन के हर क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धि अर्जित की है ।विज्ञान, प्रौद्योगिकी, रक्षा, आर्थिक विकास, कृषि, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और जीवन के सभी क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाई है। शिक्षा और मानव विकास की दिशा में देश लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने आगे कहा बहुत जल्द भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा।

देश को विकसित राष्ट्र बनाने में छात्रों और युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। युवाओं को आज एक नए संकल्प के साथ देश को विकसित राष्ट्र बनाने में लग जाना चाहिए। इस अवसर पर राजेंद्र कॉलेज के एनसीसी कैडेटों ने परेड किया और तिरंगे को सलामी दी। साथ ही उन्होंने कई साहसिक करतब भी दिखाएं।

0Shares

Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर राजेंद्र कॉलेज में रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में एचआईवी एड्स से बचाव हेतु गहन जागरूकता कैंपेन का शुभारंभ किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर उनसे संबंधित तीन मुद्दों पर विमर्श किया गया।  प्रथम मुद्दा एचआईवी एड्स संबंधी जागरूकता कार्यक्रम, दूसरा सतत विकास में युवा डिजिटल मार्ग और तीसरा कैंपस को रैगिंग मुक्त करने से संबंधित था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अंतराष्ट्रीय युवा दिवस की सार्थकता एवम औचित्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिवस, युवाओं के गुणों और पूरे विश्व के विकास के लिए उनकी क्षमता का सम्मान करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। साथ ही युवा लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम भी करता है।

मंच संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने इस वर्ष की थीम क्लिक से प्रगति तक: सतत विकास हेतु युवा डिजिटल तकनीक की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समावेश एवम आर्थिक विकास में डिजिटल तकनीक की चुनौतियों एवम अवसर से छात्र छात्राओं को अवगत कराया।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सेहत केंद्र की नोडल पदाधिकारी डॉ. जया कुमारी पांडेय ने युवा डिजिटल कौशल को विकसित करने, साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से छात्रों को जागरूक किया।

इस अवसर पर प्रो संजय कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कन्हैया प्रसाद, डॉ देवेश रंजन सहित सचिन कुमार चौरसिया, आरती कुमारी, विशाल साह, रोहित कुमार आदि कई छात्र छात्राओं ने भाग लिया।

0Shares

तिथि भोज के तहत स्कूल में बच्चों को मध्याह्न भोजन में खिलाया गया खीर- पूरी

अररिया : फारबिसगंज प्रखंड के तिरसकुंड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला मधुरा में शनिवार को विद्यालय प्रधान कुमार राजीव रंजन के द्वारा घरी पर्व के अवसर पर बच्चों, विद्यालय शिक्षा समिति के सभी सदस्य, पंचायत के जन प्रतिनिधि गण के बीच तिथि भोज का आयोजन किया गया।

तिथि भोज में भोजन के रूप में पूरी, खीर सब्जी और सलाद बांटे गए।विद्यालय प्रधान कुमार राजीव रंजन ने कहा कि तिथि भोज विद्यालय में बच्चों को मध्यान भोजन मीनू से अलग भोजन खिलाया जाता है,जिसमें बच्चे भारतीय परंपरा एवं हमारी संस्कृति के बारे में रुचि लेते हैं।

तिथि भोज में तिरसकुंड पंचायत की पूर्व उप मुखिया मुंशी मरांडी, पंचायत समिति सदस्य उपेंद्र सोरेन, सरपंच प्रतिनिधि बबलू मंडल, उप सरपंच अरुण कुमार विश्वास,वार्ड सदस्य मोदानंद दास, मुकेश मंडल, रामू सोरेन, अध्यक्ष ममता देवी, सचिव सुशीला देवी, भू दाता अंबिकानंद ठाकुर , पूनम, करुणा देवी,सामाजिक पंडित शिबू हेंब्रम, बेटाका मुर्मू सहित दर्जनों अभिभावक और सैकड़ो स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

0Shares

पूर्णिया: जिले में एक प्रखंड साधन सेवी के वायरल वीडियो के मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है। जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके फलस्वरूप, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, पीएम पोषण योजना, पूर्णिया ने दिनेश कुमार रजक को डगरूआ प्रखंड साधन सेवी के पद से हटा दिया है। उनके स्थान पर प्रखंड साधन सेवी के नगर को डगरूआ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

जिला पदाधिकारी ने नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसार कारण पृच्छा करने और उसके बाद नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कर्मचारी का प्रतिकूल आचरण स्वीकार नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने दिनेश कुमार रजक से कारण पृच्छा की है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि कारण पृच्छा का जवाब प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

0Shares

पुरानी पेंशन योजना को मिली कैबिनेट से मंजूरी, शिक्षकों के चेहरे पर दिखी खुशी

रामगढ़:  शिक्षकों के पुरानी पेंशन योजना को हेमंत सोरेन की सरकार ने कैबिनेट में मंजूरी देती है। सरकार के इस निर्णय का असर विद्यालयों में दिखाई दे रहा है। गुरुवार को रामगढ़ महाविद्यालय में शिक्षकों ने एक दूसरे को बधाई दी और हेमंत सोरेन की सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।

रामगढ़ शिक्षक संघ की अध्यक्ष प्रोफेसर रोज उरांव ने कहा कि हेमंत सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू कर शिक्षकों का मनोबल ऊंचा किया है। वर्तमान राज्य सरकार पर शिक्षकों का विश्वास बढ़ा है और सरकार से उम्मीद है कि प्रोन्नति के संबंध में भी सरकार शीघ्र निर्णय लेगी। सचिव डा. प्रीति कमल ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना की झारखंड कैबिनेट में स्वीकृति झारखंड सरकार की नेकनीयती एवं दृढ इच्छाशक्ति का परिचायक है।

ऐसे ही निर्णय उच्च शिक्षा कर्मियों के उस सुनिश्चित भविष्य का भी आश्वसन देते हैं कि झारखंड सरकार संवेदनशीलता के साथ उनकी अन्य समस्याओं का निराकरण भी अवश्य करेगी। उपाध्यक्ष डाॅ. रामाज्ञा सिंह ने सरकार की इस फैसले को स्वागत योग्य बतलाया। प्रवक्ता अनामिका ने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम के लिए हम शिक्षक सरकार के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं।

0Shares

इग्नू ने शुरू किया ‘आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन’ में स्नातकोत्तर डिप्लोमा

नैनीताल:  इग्नू यानी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने ‘आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन’ में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के आधार पर विकसित किया गया है। यह जुलाई 2024 सत्र से उपलब्ध है।

इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी के हवाले से क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. ललित तिवारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील उत्तराखंड राज्य के लिए यह कार्यक्रम अत्यधिक उपयुक्त है। यह पाठ्यक्रम प्राकृतिक व मानव-जनित आपदाओं के खतरों को कम करने के लिए तैयार किया गया है। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षार्थियों के करियर संभावनाओं को बढ़ाते हुए देश को सुरक्षित और अधिक लचीला बनाना भी है।

छात्रों के अलावा सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के पदाधिकारी, सैन्य, अर्धसैनिक, पुलिस, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा कर्मी, राहत कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद आदि के लिए भी यह पाठ्यक्रम उपयोगी होगा। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिये आगामी 14 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं।

0Shares

नई दिल्ली, 07 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को एक बार फिर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्यपुस्तकों से प्रस्तावना को हटाने के विपक्ष के दावे को खारिज कर दिया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज शून्यकाल में विपक्ष के नेता ने तथ्यों से परे कुछ बातें रखीं। उन्होंने एक अखबार का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि एनसीईआरटी की छठी कक्षा की किताबों में प्रस्तावना का विषय था, जिसे अब हटा दिया गया है। मैंने सदन के अध्यक्ष की अनुमति से इस मामले को स्पष्ट किया। हाल ही में छठी कक्षा की नई पाठ्यपुस्तकें जारी की गई हैं। सभी पुस्तकों में संविधान की प्रस्तावना, मौलिक कर्तव्य, मौलिक अधिकार, राष्ट्रगान आदि विषयों को पहले की तुलना में अधिक पुस्तकों में शामिल किया गया है।

उन्होंने कांग्रेस पर संविधान की अवहेलना का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपनी हताशा के कारण संविधान को सबसे अधिक तोड़ने और नीचे दिखाने का काम किया है। ये लोग झूठ और भ्रम फैलाने में लगे हुए हैं।

प्रधान ने कहा कि हम अपेक्षा करते हैं कि नेता प्रतिपक्ष जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति सदन को कम से कम गुमराह तो न करें। हम तथ्यों काे समाज के सामने रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार संविधान के प्रति प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पष्ट कहा गया है कि संविधान के मूल तत्व को तरह-तरह से पाठ्यपुस्तकों में लाया जाएगा। मैं कांग्रेस पार्टी के इस कदम की निंदा करता हूं और उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज केंद्र सरकार पर एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों से प्रस्तावना को हटाने का आरोप लगाया था। खरगे ने कहा कि ऐसी खबर आई है कि संविधान की प्रस्तावना को एनसीईआरटी की किताबों से हटा दिया गया है। यह पहले किताबों में छपी होती थी। प्रस्तावना संविधान की आत्मा और भावना है।

0Shares