सारण में BPSC से नियुक्त 41 शिक्षकों पर लटकी विभागीय तलवार, जा सकती है नौकरी
Chhapra: बिहार लोक सेवा द्वारा नियुक्त किए गए विद्यालय अध्यापक के सर्टिफिकेट में फर्जी पाए जाने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, प्रतिदिन किसी ना किसी जिले से प्रमाण पत्रों से संबंधित जांच के मामले सामने आ रहे है जिसमे प्रमाण पत्रों के फर्जी तथा गलत प्रमाण पत्रों पर नियुक्ति का मामला सामने आ रहा है. पिछले दिनों भी लगभग हजारों की संख्या में शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी निकले थे जिनकी सेवा लगभग समाप्त कर दी गई है और कई का सर्टिफिकेट की घटा पूर्वक जांच की जा रही है
सारण जिला में 41 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी निकले हैं इसको लेकर जिला के शिक्षा पदाधिकारी ने 48 घंटे के अंदर संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है साथी सेवा समाप्ति करने का आदेश भी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी कर दिया है.
जिले के विभिन्न विद्यालयों के पदस्थापित बिहार लोक सेवा आयोग के TRE 1 और TRE 2 के 41 विद्यालय अध्यापकों से सर्टिफिकेट फर्जी निकले जाने पर जवाब तलब किया गया है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर व स्थापना डीपीओ धनंजय कुमार पासवान के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी कार्यालय आदेश में 41 सहायक विद्यालय अध्यापकों की सूची जारी की गई है और कहा गया है कि उच्च न्यायालय पटना में दायर वाद में पारित आदेश के आलोक में निदेशक माध्यमिक शिक्षा में बिहार लोक सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या व अनुशासित विद्यालय अध्यापकों के द्वारा प्रतिस्थापन एवं उपरांत संबंधित विद्यालय में योगदान किया गया है.
सूची में शामिल शिक्षकों की शैक्षणिक प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की अवलोकन से स्पष्ट है कि उनकी योग्यता विद्यालय अध्यापक के लिए समुचित नहीं है. इसलिए सभी विद्यालय अध्यापकों को आदेश दिया जाता है कि पत्र प्राप्ति के साथ नियुक्ति के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा केंद्र शिक्षक पात्रता की अधिसूचना में स्पष्ट है कि सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को 60% या अधिक अंक प्राप्त करने पर उन्हें योग्य घोषित किया जाएगा. इस बारे में स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के साथ कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.