Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातक सत्र 2020-23 के तृतीय वर्ष के परीक्षा प्रपत्र भरने की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दी गई है।
कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपई की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में कुलपति ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि छात्रहित मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है और छात्र-छात्राओं की समस्याओं का त्वरित निष्पादन हम सभी का कर्तव्य है।
बैठक में कुलपति ने प्राचार्यों को निर्देश दिया कि सत्र 2018-21, 2019-22 तथा 2020-23 के प्रथम वर्ष के अंकपत्र जिन छात्र-छात्राओं को नहीं मिले हैं, उनकी सूची बनाकर दो कार्य दिवस में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को निर्देश दिया कि महाविद्यालयों से सूची प्राप्त होते ही सारे अंकपत्र तैयार कर शीघ्रातिशीघ्र महाविद्यालयों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच वितरित करा दिए जाएं।
बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि जबतक सभी छात्र-छात्राओं को उनके सही-सही अंकपत्र प्राप्त नहीं हो जाते तबतक के लिए परीक्षा प्रपत्र भरने की प्रक्रिया को स्थगित किया गया है।
उन्होंने कहा कि बहुत से छात्र-छात्राओं की समस्या वाजिब है और ऐसी त्रुटियों का तय समय में निष्पादन सुनिश्चित किया जाय। कुलपति ने छात्रों से अपील किया कि किसी भी सत्र का अंकपत्र प्राप्त नहीं होने, अंकपत्र ने त्रुटि आदि कोई भी समस्या ही, वे सिर्फ और सिर्फ अपने कॉलेज में आवेदन दें, सीधे विश्वविद्यालय नहीं आएं। महाविद्यालय उनके आवेदन को तुरंत अपने माध्यम से विश्वविद्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। इन आवेदनों को विश्वविद्यालय द्वारा निष्पादित कर तय समय में महाविद्यालय को भेज दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी छात्र-छात्रा के आवेदन को विश्वविद्यालय द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे संबंधित निर्देश पूर्व में ही सभी महाविद्यालयों को दिए जा चुके हैं और विश्वविद्यालय परिसर में भी एतत्संबंधी नोटिस जगह-जगह चिपकाया गया है।
बैठक में कुलपति ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दुहराते हुए कहा कि परीक्षाओं के सत्र हर हाल में नियमित करेंगे और इसके लिए हम दृढ़संकल्प हैं। सत्र नियमित हों, परीक्षा पारदर्शी हों और छात्र-छात्राओं के साथ सहानुभूति हो, इन तीन संकल्पों के साथ बैठक का समापन हुआ।
बैठक में प्रॉक्टर प्रो. विश्वामित्र पाण्डेय, एनएसएस समन्वयक प्रो. हरिश्चंद्र, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ धनंजय आजाद सहित अन्य पदाधिकारी, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सारण, सिवान एवं गोपालगंज जिलों के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।