Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय की महिला कबड्डी टीम पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्विद्यालय, रायपुर में ईस्ट ज़ोन अन्तर्विश्वविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता में भागीदारी हेतु आज रवाना हुई।

12 सदस्यीय महिला खिलाड़ियों के प्रशिक्षक श्री ऋषिकेश को बनाया गया है जो राज्य स्तरीय प्रशिक्षक हैं।

उल्लेखनीय है कि इसी टीम ने हाल में पटना में आयोजित चांसलर ट्राफी में तीसरा स्थान प्राप्त करके विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया था। उसी आत्मविश्वास के साथ टीम अपना पहला मैच वीर वहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से खेलेगी।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर परमेन्द्र कुमार बाजपेयी, कुलसचिव प्रोफेसर नारायण दास, कुलानुशासक व खेल निदेशक प्रोफेसर राजेश नायक सहित अन्य पदाधिकारियों ने टीम के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

0Shares

Chhapra: विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, मुकरेड़ा में रविवार को अभिभावक शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकाधिक अभिभावक पहुंचे।

इस बैठक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विगत दिनों में आयोजित हुए अर्धवार्षिक परीक्षा के परीक्षाफल के आधार पर बच्चों के विकास हेतु उनके अभिभावकों से विचार विमर्श करना तथा उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मार्गदर्शित करना रहा।

दसवीं एवं बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों में प्रोन्नति हेतु अभिभावकों द्वारा शिक्षकों से विशेष चर्चा की गई। सभी अभिभावक अपने बच्चों के परीक्षा से संबंधित विषयों पर शिक्षकों द्वारा विभिन्न पहलुओं से अवगत हुए।

अभिभावक- शिक्षकों से मिलने के लिए अत्यधिक उत्साहित थे। सभी अभिभावक बच्चों में विषयवार प्रोन्नति को लेकर शिक्षकों से रू-ब-रू हुए।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ० राहुल राज ने कहा कि अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षकों का अभिभावक के साथ प्रत्यक्ष रूप से समायोजन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अभिभावकों को इस बैठक के जरिए यह संदेश दिया कि सभी अभिभावक विद्यालय के अतिरिक्त अपने बच्चों पर नित्यदिन कम से कम आधे घंटे का समय अवश्य दें तथा प्रतिदिन उनकी स्कूल डायरी जांच करें एवं विद्यालय द्वारा दिए गए गृह कार्य को पूर्ण कराकर ही भेजें। ऐसा करने से ही छात्र-छात्राओं का संपूर्ण विकास संभव है। इस मौके पर वर्ग नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के सभी शिक्षकों के साथ-साथ अधिकांश अभिभावक की उपस्थिति रही। इस तरह के आयोजन से सभी अभिभावक काफी संतुष्ट नजर आए तथा बच्चों के मार्गदर्शन में अपनी अहम भूमिका निभाया।।

0Shares

भारतीय एकता

है विकट परिस्थिति आज यह,
क्यों टुकड़ों में बिखर रहा समाज यह।
कैसे भूल गए वीरों की कुर्बानी,
जिन्होंने अखंड भारत के खातिर अपनी जान गंवा दी।
अब यह संकल्प हमारा है,
अनेकता में एकता,
धर्म में निरपेक्षता लाना है।

आजाद भारत में मेरे, आज भी है बालश्रम,
आज भी है उंच-नीच, जाति-धर्म।
इन बेड़ियों को तोड़, हमें मानव बन दिखाना है,
सत्य व अहिंसा के पथ पर हमें सदैव बढ़ना है,
बापू के सपनों का भारत संजोए रखना है,
अनेकता में एकता,
धर्म में निरपेक्षता लाना है।

सबसे अनुपम है मेरे भारत की विशेषता,
सौरभ अहिंसा का, सदा दुनिया में बिखेरता।
खण्ड-खण्ड को जोड़ जिसने, अखंड भारत का निर्माण किया,
वाणी में थी सिंह-गर्जना, उर में था अनुराग भरा।
उस लौह-पुरुष की विरासत को हमें बचाए रखना है,
सबके हृदय में फ़िर एकता का दीप जलाना है,
अनेकता में एकता,
धर्म में निरपेक्षता लाना है।

 

लेखिका -अर्चना कुमारी वर्मा
(M.A- P.G Department of History J.P.U, Chapra)

0Shares

Chhapra: सारण जिले का सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में प्रकाश पर्व दीपोत्सव एवं लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के उपलक्ष्य में विशेष उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

विद्यालय के होनहार बच्चों द्वारा छठ पूजा की महत्ता को दर्शाते हुए विशेष नाटक प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के नन्हें-मुन्हे बच्चों ने व्रतियों का आकर्षक स्वरुप धारण कर लोगों में इस महापर्व की महत्ता का विशेष सन्देश दिया। बच्चों को सजाने हेतु विद्यालय की अध्यापिकाओं का विशेष योगदान रहा।

दिवाली के उपलक्ष्य में विभाग द्वारा बच्चों हेतु रंगोली, दीप-सज्जा, रूप-सज्जा आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छात्र–छात्राओं ने बढ़-चढ़कर सहभागिता दिखाईं। सभी ने एक से एक बढ़कर रंगोलियाँ बनाई, आकर्षक दीप सजाये तथा रूप-सज्जा के अंतर्गत राम-लक्ष्मण आदि का रूप धारण कर उपस्थित लोगों को इस प्रकार मोहित कर लिया कि लोगों की नजरें उनसे हटी ही नही।

इन प्रतिभागियों में विदुषी आर्या, प्रियंका कु०, दीपिका, खुशी, अमृत मिश्र, रितिका कुमारी, अद्विका, आकृति, अदिति, सृष्टि, जयानिधि, शुभम, वरुण, शशांक, आदित्य, अन्नत, शुभम आदि रहें।

ततपश्चात विभाग द्वारा उनमे से श्रेष्ठता के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के लिए चयनित कर उन्हें पुरस्कृत किया गया।

विद्यालय के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉo राहुल राज ने सभी को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ दी तथा सभी प्रतिभागियों को अपना शुभाशीष प्रदान किया और कहा कि जिस प्रकार दीप अंधकार दूर करते हैं ठीक इसी तरह छोटे–छोटे प्रयासों से बड़ी कठिनाइयों को भी दूर किया जा सकता है।

प्राचार्य ने भी बच्चों की अप्रतिम प्रयासों और प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए उनका उत्सावर्धन करते हुए कहा कि दीपोत्सव और छठ महापर्व हमारे परम्पराओं और विरासत को संजोए रखता है जिससे अनेकता में एकता देखने को मिलता है।

विद्यालय के अध्यक्ष सह पूर्व प्रखंड प्रमुख विपिन कुमार सिंह ने भी विभाग में आयोजित छठ महापर्व कार्यक्रम में छात्र–छात्राओं के उत्साहपूर्वक भाग लेने हेतु प्रशंसा की तथा उन्होंने दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई प्रेषित की।

इसके साथ-साथ इस उत्साह भरे कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के सभी अध्यापक/अध्यापिकागण तथा हजारों की संख्या में अन्य विद्यार्थीगण उपस्थित रहें।

0Shares

Chhapra: जगलाल चौधरी महाविद्यालय, छपरा के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों द्वारा प्रभारी प्राचार्य डॉ. वसुंधरा पाण्डेय के सेवानिवृत्त होने के उपलक्ष्य में भव्य विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विदित हो कि प्राचार्य 31 अक्टूबर, 2024 को सेवानिवृत्त हो रही हैं लेकिन 30-31 को अवकाश होने के कारण 29 अक्टूबर को ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिवार की ओर से प्रभारी प्राचार्य को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

प्रभारी प्राचार्य डॉ. वसुंधरा पाण्डेय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं जब इस महाविद्यालय में योगदान की थी तब इस महाविद्यालय के पास चहारदीवारी तक नहीं थी, लोग हम शिक्षकों को वृक्ष के नीचे बैठे देखकर अजीब-अजीब बातें करते थे लेकिन हम सभी विजय बाबू के आभारी हैं कि वे प्राचार्य बनकर महाविद्यालय में आये तो इस महाविद्यालय की चहारदीवारी बनवाये और महाविद्यालय को एक बेहतर स्वरूप प्रदान किया। मुझे मौका मिला तो जितना होते बना मैंने किया और उम्मीद है कि आगे हमारे अनुज इस महाविद्यालय को और बेहतर बनाएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि मैं इस महाविद्यालय से सेवानिवृत्त जरूर हो रही हूँ लेकिन दूर नहीं हो रही हूँ। सदा महाविद्यालय परिवार से जुड़ी रहूँगी। प्राचार्य डॉ. वसुंधरा पाण्डेय के पति डॉ. सुभाष तिवारी ने कहा कि आज मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है कि आज से मुझे और मेरे दोनों बच्चों को मैंडम का भरपूर साथ मिलेगा वरना जब से प्राचार्य बनी थीं तब से हमेशा महाविद्यालय के कामों को लेकर ही चिंतित रहती थीं। हमारे बच्चों को आज मुझसे भी अधिक खुशी मिलेगी।

महाविद्यालय के वरीय प्राध्यापक प्रो. शिव कुमार प्रसाद ने बताया कि हमलोग 21 वर्षों से एक साथ हैं। हमलोगों का संबंध सिर्फ महाविद्यालय तक ही नहीं बल्कि पारिवारिक सम्बंध भी रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पाँच माह बाद मैं भी इस महाविद्यालय से सेवानिवृत्त होऊंगा।

डॉ. अरविंद कुमार ने भावुक होते हुए कहा कि मैं आज जिंदा हूँ तो उसमें मैंडम का अहम योगदान है। यदि मैंडम सहयोग नहीं की होतीं तो शायद आज मैं यहाँ खड़ा नहीं होता। डॉ. रवींद्र कुमार वर्मा ने कहा कि डॉ. वसुंधरा पाण्डेय बहुत समन्वयवादी स्वभाव की महिला हैं। सभी को साथ लेकर उन्होंने महाविद्यालय में विकास का जो काम कर दिया वह सराहनीय है और अगले प्राचार्य के लिए अनुकरणीय भी है।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा प्राचार्य का स्वागत करके किया गया। इंटरमीडिएट की छात्रा रिया ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। ततपश्चात गोल्डी कुमारी, राहुल तिवारी, सनम कुमारी, मनीष कुमार, खुशी कुमारी, भूमि कुमारी सोबिना खातून, कौशिक कुमार, गुड़िया कुमारी, शिल्पी कुमारी, रंकित कुमार सिंह, पीर मुहम्मद एवं अजित कुमार ने अपने उद्गार व्यक्त किये और अपनी-अपनी ओर से डॉ. उपहार भेंट किये।

महाविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी बिजेंद्र कुमार सिंह ने भोजपुरी में ‘पूरा भईल के समईया हो, अवकाश ग्रहण के दिन आ गइल’ गाकर सभी को भावुक कर दिया। भोजपुरी गीत सुनने के बाद संचालक ने छपरा के भोजपुरी कवि प्रो. एच. के. पाण्डेय को याद किया, जो कि जगदम महाविद्यालय, छपरा से अंग्रेजी के प्राध्यापक सह प्रभारी प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए थे और आज उनकी बेटी डॉ. वसुंधरा पाण्डेय, जगलाल चौधरी महाविद्यालय, छपरा से सेवानिवृत्त हो रही हैं।

डॉ. पुष्पलता हँसडक ने इतना ही कहा कि पिछले जिन परिस्थितियों का मैंने सामना किया है, यदि मैंडम नहीं होतीं तो शायद सम्भव नहीं होता और आज मैं भी जिंदा नहीं होती। वे आगे कुछ बोलती की भावुक हो गईं, और फुट-फुट कर रोने लगीं। उन्हें देखकर हर किसी के आंखों में आँसू आ गए। डॉ. सावन रॉय ने कहा कि मैं पिछले सात सालों से इस महाविद्यालय में हूँ और यहाँ मेरे अभिभावक की कमी मैंडम कभी खलने नहीं दीं। उन्होंने आगे कहा कि मेरी एक माँ पश्चिम बंगाल में है तो दूसरी मां छपरा में है।

जगदम महाविद्यालय, छपरा में कार्यरत डॉ. सतेन्द्र कुमार ने कहा कि मैंडम का व्यवहार व अपनत्व ऐसा है कि मैंम की बजाय मॉम कहने का मन करता है। शिक्षक संघ के सचिव डॉ. पवन कुमार प्रभाकर ने कहा जगलाल चौधरी महाविद्यालय को अग्रणी बनाने में आगे भी मैंडम की जरूरत पड़ेगी और हमलोग हमेशा सहयोग की अपेक्षा रखेंगे। डॉ. संदीप कुमार यादव ने बताया कि तीन साल पहले यह महाविद्यालय खण्डहर जैसा लगता था लेकिन डॉ. वसुंधरा पाण्डेय ने जिस तरह से इसे चमकाया और फूल-पौधों से सुसज्जित किया है, वह काबिले तारीफ है।

अर्थपाल डॉ. मो. जियाउल होदा अंसारी ने कहा कि मैं अर्थपाल बना तो बहुत डरा-सहमा हुआ था लेकिन मैंडम ने मुझे काम करने और जीवन जीने का तरीका सीखा दिया है, जिसके लिए सदा आभारी रहूँगा। अनिल कुमार ने तो कहा कि सात साल की नौकरी में चार साल ऐसा रहा है, जैसे मैं किसी कॉलेज में शिक्षक नहीं बल्कि कारागार में कैदी था लेकिन पिछले तीन सालों में मैंने कॉलेज में कॉलेज बहुत सुखद महसूस किया और कॉलेज के हर काम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया साथ ही मेरे व्यक्तिगत जीवन में भी परिवर्तन आया, जिसमें प्रिंसिपल मैंडम का अहम योगदान है।

डॉ. कुमारी मनीषा ने कहा कि विदाई एक सफ़र की शुरुआत होती है। डॉ. रामनाथ ने बताया कि मैं इस महाविद्यालय में अंधकार भी देखा हूँ और प्रकाश का भी साक्षी रहा हूँ। डॉ. अवधेश कुमार ने कहा कि पिछले सात सालों में मैंने कभी डॉ. वसुंधरा पाण्डेय के चेहरे पर गुस्सा नहीं देखा, जो कि हर किसी के लिए अनुकरणीय है। भारत डायनेमिक पब्लिक स्कूल, कोपा के डायरेक्टर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि मेरे विद्यालय का शुभारंभ मैंडम के हाथों हुआ है और आज प्रगति के पथ पर अग्रसर है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिनेश पाल ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सूर्यदेव राम ने किया।

धन्यवाद ज्ञापन के दौरान डॉ. सूर्यदेव ने कहा कि मैंडम अपने घर में कभी कुदाल व टोकरी नहीं उठाई होंगी लेकिन इस महाविद्यालय के विकास हेतु वे कुदाल और टोकरी भी उठाई हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों के साथ डॉ. वसुंधरा पाण्डेय ने महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया।

कार्यक्रम में उपर्युक्त वक्ताओं के अतिरिक्त सुकृति, राकेश कुमार सिंह, मोनू कुमार, पल्लवी कुमारी, प्रिया कुमारी सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।

0Shares

Chhapra: लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर स्कूली बच्चों ने डी.ए.वी पब्लिक स्कूल, छपरा में अपनी प्रतिभा दिखाई। स्कूली बच्चों ने पूरी तन्मयता से छठ महापर्व का मंचन किया।

बच्चो ने अर्घ्य देने से लेकर पारण तक पूरी प्रक्रिया बेहतरीन ढंग से की। कार्यक्रम के दौरान शिक्षिकाओं ने छठ गीत गाए और छोटे बच्चों ने पारंपरिक परिधान में सूर्यदेव को अर्घ्य देकर कार्यक्रम संपन्न कराया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका चित्रा पाण्डेय और शिक्षिका अंजलि, अंकिता, पुष्पलता, अमृता सिंह, अमिषा पाठक, पिंकी, प्रांजला संग शिक्षक अनिल कुमार, रंजन, सुनील यादव संग सहायक – कर्मी अशोक, विकास और राजू कुमार, मनोरमा ने प्रमुख भूमिका निभाई।

स्कूल के प्रधानाध्यापक एस. पी. यादव ने कहा कि स्कूल में इस तरह का आयोजन करने से बच्चों में अपनी सभ्यता और संस्कृति का विकास होता है, समय समय पर स्कूल में इस तरह का आयोजन होना चाहिए। बच्चो में अपनी सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान बचपन से होना चाहिए।

0Shares

Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा के विभिन्न संकायों द्वारा आयोजित हो रहे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय वेब व्याख्यानमाला श्रृंखला के तहत “शास्त्रों से समाज निर्माण” विषयक अन्तराष्ट्रीय वेब व्याख्यान का आयोजन किया गया।

स्वागत वक्तव्य और विषय प्रवर्तन करते हुए प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह ने कहा कि सभी शास्त्रों का मूल उद्देश्य मानव जीवन को बेहतर बनाना है। समाज से ही राष्ट्र का निर्माण होता है औए हमारे राष्ट्र की मूल संकल्पना सर्वधर्मसमभाव की है। विविधता में एकता और साझी विरासत ही हमारी पहचान रही है।

इस अंतरराष्ट्रीय वेब व्याख्यान में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो ओम नाथ विमली, जय प्रकाश विश्वविद्यालय के प्रो दिबांशु कुमार, नेपाल के डॉ गोविंद प्रसाद दाहाल, एलएनएमयू की डॉ पुतुल सिंह, सीएम कॉलेज दरभंगा के प्राचार्य प्रो मुश्ताक अहमद, केएसडीएस यूनिवर्सिटी के प्रो दिलीप कुमार झा और प्रो सुरेश्वर झा ने साहित्य, समाज और संस्कृति के अंतरसंबंधों पर विस्तार से चर्चा की।

इस वेब व्याख्यान में देश-विदेश के अलग-अलग हिस्सों से कई प्राध्यापक, शोध-छात्र और विद्यार्थी जुड़े रहे तथा आमंत्रित वक्ताओं से अपने समय और समाज को देखने-समझने की नई दृष्टि प्राप्त की। व्याख्यान के दौरान कुछ फैकल्टी मेंबर्स तथा छात्रों ने अपने ज्ञानवर्धन तथा जिज्ञासा के क्रम में वक्ताओं से सार्थक संवाद भी स्थापित किया।

उक्त जानकारी डॉ कमाल अहमद, सहायक प्राध्यापक (हिंदी) ने दी।  

0Shares

नई दिल्ली, 12 अक्‍टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत इंटर्नशिप करने के लिए शनिवार (आज) शाम 5 बजे से https://pminternship.mca.gov.in/login/ पोर्टल पर युवा पंजीकरण कर पाएंगे। इस पोर्टल पर अब तक 193 कंपनियों ने 90,849 इंटर्नशिप के अवसरों की पेशकश की है। इन युवाओं को 24 क्षेत्रों में इंटर्नशिप के अवसर उपलब्‍ध कराए जाएंगे।

कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार शाम तक 90,849 इंटर्नशिप पदों के लिए 193 कंपनियों ने पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है। केंद्र सरकार का लक्ष्य वित्‍त वर्ष में 1.25 लाख उम्‍मीदवारों को योजना के दायरे में लाने का है। लेकिन, इसका हिस्सा बनने वाली कई कंपनियों ने अभी यहां जॉब पोस्ट नहीं की हैं। इस पोर्टल पर अभी परिचालन प्रबंधन, उत्पादन एवं विनिर्माण, रखरखाव, बिक्री और विपणन सहित 20 से अधिक क्षेत्रों में युवाओं के लिए इंटर्नशिप के अवसर उपलब्ध हैं।

जानकारी के मुताबिक पीएम इंटर्नशिप योजना के तहत अवसर मुहैया कराने वाली कंपनियों में जुबिलेंट फूडवर्क्स, मारुति सुजुकी इंडिया, आयशर मोटर, लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड, मुथूट फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी 193 प्रमुख कंपनियों ने इंटर्नशिप अवसरों का ब्योरा रखा है। इस पोर्टल के जरिए योग्‍य उम्‍मीदवारों को 24 क्षेत्रों में इंटर्नशिप उपलब्‍ध कराया जाएगा। इनमें सबसे अधिक अवसर तेल, गैस एवं ऊर्जा के क्षेत्र में हैं, उसके बाद यात्रा एवं आतिथ्य, वाहन और बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं का स्थान आता है।

इंटर्नशिप के अवसर देश के 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सहित कुल 737 जिलों में उपलब्ध होंगे। केंद्रीय बजट 2024-25 में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना की घोषणा की थी। सरकार का लक्ष्य पांच साल के भीतर 21-24 वर्ष की आयु के एक करोड़ उम्मीदवारों को इंटर्नशिप कराना है, ताकि वे रोजगार के लायक बन सकें। इस योजना के तहत इंटर्नशिप करने वाले उम्‍मीदवार को 12 महीने के लिए 5 हजार रुपये की मासिक वित्तीय सहायता और 6 हजार रुपये का एकमुश्त अनुदान मिलेगा।

उल्‍लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने इंटर्नशिप अवसरों की जानकारी देने के लिए 3 अक्टूबर को इस पोर्टल को लॉ‍न्‍च किया था। पायलट परियोजना के तहत इंटर्नशिप कार्यक्रम की शुरुआत 2 दिसंबर से होगी। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक लगभग 1.25 लाख उम्मीदवारों को इस योजना के दायरे में लाए जाने की उम्मीद है।

0Shares

Chhapra: वर्तमान काल देश के लिए संधिकाल है और इस काल में देश के लोगों को अज्ञान से ज्ञान और अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने की महती जिम्मेदारी शिक्षा से जुड़े लोगों और शिक्षाविदों की है। उक्त बातें भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री व ख्यातिप्राप्त राष्ट्रवादी विचारक एवं चिंतक बी. आर. शंकरानन्द ने कहीं। वे रविवार को जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में आयोजित एक दिवसीय विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थें।  उन्होंने कहा कि हमें स्वाधीनता तो सात दशक पूर्व मिल गई लेकिन स्व-तंत्र के साथ स्वतंत्रता की पूर्णरूपेण प्राप्ति अभी भी नहीं हो सकी है।

गोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपेई ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि हमारा देश विकासशील से विकसित होने की ओर तेजी से अग्रसर है और वर्ष 2047 तक निश्चित रूप से भारत दुनिया की सबसे बड़ी शक्तियों में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल में इस तरह के आयोजन की बहुत आवश्यकता है।

विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि स्वाधीनता तो मिल गई अब स्व-तंत्र बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा अंग्रेजों के बनाए कई कानूनों को बदला गया है। स्व-तंत्र के लिए हम सभी को अपना योगदान देना चाहिए। इससे पहले आगत अतिथियों को अंगवस्त्र और पौधे देकर सम्मानित किया गया।

जय प्रकाश विश्वविद्यालय के आई. क्यू. ए. सी. द्वारा अमृत काल : स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर विषयक इस एकदिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया था।

इस मौके पर भारतीय शिक्षण मंडल उत्तर बिहार के प्रांत अध्यक्ष अजीत आर्य, विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राचार्य, प्राध्यापक सहित छात्र-छात्रा उपस्थित थे।

0Shares

Chhapra: छपरा के मुकरेड़ा में स्थित सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का आयोजन तीनों लोकों में सभी को सौभाग्य प्रदान करने वाली मां जगदम्बे की पूजा, दिव्य स्त्रीत्व का सम्मान करने तथा छात्रों के बीच सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए किया गया। इस दौरान विद्यालय के नर्सरी से पांचवी कक्षा तक के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी शिक्षिका के मार्गदर्शन में नव दुर्गा के सभी स्वरूपों में आकर्षक ढंग से माँ दुर्गा के भक्ति गीतो पर नृत्य व झांकियां प्रस्तुत किया।

सभी छोटे-छोटे बच्चों के आकर्षक स्वरूपो ने उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों ने माता के सुंदर गीतों पर डांडिया भी किया।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने माता के सभी रूपों के बारे में बताया, साथ ही नवरात्रों की नौवों दिन की विशेषता पर चर्चा किया गया।

विद्यालय के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज ने देवी दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को नवरात्रि एवं दशहरा की शुभकामनाएं दी तथा उन्हें मां के कल्याणकारी स्वरूप को आत्मसात करने तथा उनके अनमोल जीवन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि विद्यालय में इस तरह के विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, ताकि बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा में निखार आ सके। इस प्रकार के आयोजन से बच्चों का मनोबल बढ़ता है तथा उनमें और बेहतर करने की क्षमता भी बढ़ती है।

मौके पर विद्यालय की प्राचार्या, शिक्षक, शिक्षिका तथा अनेकों विद्यार्थीगण मौजूद रहे। सभी लोगों में कार्यक्रम को लेकर अत्यधिक उत्साह का माहौल नजर आया।

0Shares

Chhapra: विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के विशेष कार्यक्रम में शिमला के आई० जी०  जय प्रकाश सिंह का आगमन हुआ। आगमन के दौरान संस्थान के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रखंड प्रमुख विपिन कुo सिंह द्वारा स्वागत अंगवस्त्र और बुके देकर किया गया।

मुख्य अतिथि ने अपने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अपने कर्म और लक्ष्य के प्रति दृढसंकल्पित रहना अतिआवश्यक है। विद्यार्थियों में परीक्षा का दबाव कम करने तथा बेहतरीन योग्यता प्राप्त करने के उद्देश्य से सभी छात्र-छात्राओं को अभिप्रेरित और मार्गदर्शित करते हुए कहा कि अध्ययन के प्रति रोचकता और जूनून का होना बहुत जरुरी है।

उन्होंने यह भी बताया कि हमारी रूचि अधिकांशतः नकारात्मक तथ्य में ही होती है, परन्तु इसके विपरीत हमें वही रूचि उन तथ्य में लानी होंगी जिसपर हमारा उज्जवल भविष्य टीका हुआ है।

उन्होंने 10वी बोर्ड, 12वी तथा आई आई टी जी नीट आदि की सफलतम तैयारी कैसे करें, इस तथ्य पर भी बच्चो के साथ उन्होंने चर्चा की तथा परीक्षा के दौरान होने वाले समस्या समाधान हेतु भी उन्होंने विचार-विमर्श किया।

उन्होंने विद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाओं का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस संस्थान के बच्चों का प्रयास काबिले तारीफ़ है। विद्यालय के बच्चो ने भीमहत्वपूर्ण तथ्यो का अवलोकन करते हुए अपने मंतव्यों  को उनकेसमक्ष रखा। 

0Shares

Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना राजेंद्र कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनायी गई। इस अवसर पर सर्वप्रथम उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण एवम दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।

महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर सुशील कुमार श्रीवास्तव ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री दोनों ही महापुरुष देश के लिए अनुकरणीय हैं। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व समाज में हमेशा आदर्श बने रहेंगे। हम सभी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके बारे में अधिक से अधिक हमको अध्यवसाय करना चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. बेठियार सिंह साहू ने अपने उद्बोधन में दोनों महापुरूषों की जीवनी से संदर्भित कुछ उद्धरणों के माध्यम से जीवन आदर्शों को आत्मसात करने का आग्रह किया। उन्होंने सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह एवं ब्रह्मचर्य के सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए वर्तमान संदर्भों में महात्मा गांधी को अत्यंत प्रासंगिक बताया। इसी क्रम में लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन संघर्षों पर चर्चा करते हुए उनकी सामान्य से विशिष्ट तक की यात्रा का जिक्र किया और उन्हें उच्च जीवन मूल्यों से युक्त आदर्श व्यक्तित्व के रूप में निरूपित किया।

अगली कड़ी में ‘‘स्वच्छता ही सेवा’’ कार्यक्रम के अंतर्गत स्वच्छता दिवस आयोजित करते हुए बेस्ट आर्ट प्रदर्शनी, डोर टू डोर कैंपेन, नुक्कड़ नाटक, गोद लिए हुए आसपास के गांव में बस्तियों की साथ सफाई आदि विविध कार्यक्रमो में शामिल हुए प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. देवेश रंजन, डॉ. जया कुमारी पांडेय, डॉ. कन्हैया प्रसाद एवं दर्शनशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक नवीन कुमार की गरिमामयी उपस्थित रही। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में रूपेश निषाद, विशाल शाह, आरती कुमारी, कुशाग्र मिश्रा, आदित्य कुमार, अविनाश कुमार, अनिकेत, उजाला कुमारी, श्वेता कुमारी सहित अनेक छात्र-छात्राओं की सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ. जया कुमारी पांडये ने किया और धन्यवाद तथा आभार ज्ञापन डॉ. कन्हैया प्रसाद द्वारा किया गया।

0Shares