Chhapra: जगलाल चौधरी महाविद्यालय, छपरा के शिक्षक संघ द्वारा जेपीयू स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के एक दिवसीय धरना का पूर्ण समर्थन करते हुए काली पट्टी बांधकर प्रतीकात्मक विरोध किया गया।

ज्ञातव्य हो कि विगत कई महीनों से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षकों एवं कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है जबकि बिहार के अन्य विश्वविद्यालयों में अक्टूबर माह का वेतन भुगतान हो चुका है। साथ ही यह भी विदित हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षकों की लंबित पदोन्नति, उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन का मानदेय भुगतान, एवं एनपीएस की राशि का ससमय अंशदान जमा करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को नहीं किया जा रहा है और उल्टे शिक्षकों को अस्थिर व प्रताड़ित करने के उद्देश्य से मनमानी तरीके से स्थानान्तरण नीति थोपी जा रही है।

जगलाल चौधरी महाविद्यालय शिक्षक संघ के सचिव डॉ. पवन कुमार प्रभाकर ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्थानांतरण नीति को वापस नहीं लेता है तो इसके विरूद्ध आंदोलन और तेज किया जाएगा। साथ ही राजभवन, न्यायालय एवं शिक्षा विभाग, बिहार सरकार से सम्पर्क कर समाधान के लिए सकारात्मक प्रयास करेंगे।

प्रतीकात्मक विरोध में अध्यक्ष डॉ. अवधेश कुमार, सचिव डॉ. पवन कुमार प्रभाकर, प्रो. शिव कुमार प्रसाद, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. सावन राय, अनिल कुमार, डॉ. पुष्पलता हँसडक, डॉ. संदीप कुमार यादव, डॉ. मो. जियाउल होदा अंसारी, डॉ. दिनेश पाल, डॉ. कुमारी मनीषा, डॉ. रामनाथ एवं डॉ. सूर्यदेव राम शामिल रहे।

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Chhapra: सारण जिले में निरंतर 9 वर्षों से बच्चों को अध्ययन, अनुशासन और आत्मबल की ओर अग्रसर करता छपरा का सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शिक्षक अभिभावक बैठक के दौरान कला सह विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के होनहार छात्र-छात्राओं ने अपनी ज्ञान, बुद्धि और विवेक के आधार पर आकर्षक एवं ज्ञानपरक परियोजनात्मक कार्य क्षमता का प्रदर्शन कर उपस्थित अभिभावकों एवं दर्शकों को अचंभित कर दिया।

बच्चों के द्वारा तैयार किये गए इन विभिन्न उपकरणों की, हमारे विद्यालय परिवार के सदस्यों और अभिभावकों द्वारा काफी प्रशंसा की गई तथा इस क्षेत्र में उनके सार्वभौमिक विकास के लिए उनका मार्ग दर्शन भी किया गया।

स्कूल निदेशक डॉ० राहुल राज एवं प्राचार्या ने कहा कि शिक्षण कार्य में परियोजनात्मक कार्य की भी अहम भूमिका होती है, जिसके जरिये बच्चों का बौद्धिक विकास क्षमता प्रबल होता है और वे बेहतर भविष्य का सृजन कर पाते हैं।

बच्चों द्वारा कड़ी मेहनत से तैयार किए गए मॉडल को देखने व उससे जुड़ी जानकारियां प्राप्त करने के लिए हजारों की संख्या में अभिभावकों में काफी उत्साह व रुझान देखने को मिला। कई अभिभावकों ने प्रतिभागियों का प्रशंसित शब्दों के साथ उनका उत्साहवर्धन भी किया।

उन्होंने कहा कि विज्ञान में रुचि रखने वाले इस उम्र के बच्चे ही एक दिन विख्यात वैज्ञानिक बनकर देश-दुनिया में अपना नाम रौशन करेंगे। पूरे विद्यालय प्रांगण में खुशी और उत्साह का माहौल दिखा।

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Chhapra: गौतम ऋषि के पावन भूमि पर अवस्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, दर्शन नगर के प्रांगण में आयोजित त्रिदिवसीय विभाग स्तरीय आचार्य सम्मेलन (सीवान विभाग ) का समापन हुआ।

समापन समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि रामलाल सिंह ( सचिव, लोक शिक्षा समिति, बिहार) एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुधांशु शेखर, अणिमा राणा ,ललित कुमार राय ( विभाग निरीक्षक, मुजफ्फरपुर) राजेश रंजन (विभाग निरीक्षक सीवान ), सुरेश प्रसाद सिंह (सचिव, विद्यालय प्रबंधकारणी समिति), डॉक्टर अमरनाथ प्रसाद (सह सचिव विद्यालय प्रबंधकारणी) प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चण द्वारा किया गया।

इस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रामलाल सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 20 पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा विद्या दान का मुख्य उद्देश्य आचार्यों द्वारा ऐसे बालकों का निर्माण करना है जो हिंदूनिष्ठ, कर्तव्यनिष्ठ एवं वर्तमान चुनौतियों का सामना कर अपने देश के लिए समर्पित हो। इसके लिए आचार्यों को आधुनिक ज्ञान से परिपूर्ण होने की आवश्यकता है ताकि आनंदमय वातावरण में अनुभव जनित, क्रिया आधारित एवं बाल आधारित शिक्षा दी जा सके। ताकि भैया बहनों को समग्र एवं सर्वांगीण विकास हो सके। शिक्षा को संस्कार एवं संस्कृति से जोड़ना आवश्यक है। भारत का ज्ञान परंपरा त्याग एवं तप के कारण ही विकसित हुआ है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा की संस्कृति सभ्यता तथा दर्शन को बचाते हुए वर्तमान समय का आत्मसात् करना आवश्यक है। भारत को गौरवशाली बनाने में सामाजिक समरसता, पर्यावरण एवं स्वयं पर ध्यान केंद्रित करना अति आवश्यक होगा।

प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ ने अतिथियों का परिचय एवं सम्मान किया। जबकि मंच संचालन सरस्वती विद्या मंदिर महाराजगंज के आचार्य अमरेश रंजन ओझा ने किया।

इस सम्मेलन में विभिन्न विषयों का प्रतियोगिता का प्रतिपादन किया गया। जिसके अंतर्गत हिंदी सुलेख में प्रथम स्थान राजेश्वर कुमार मिश्रा महाराजगंज, सिवान, अंग्रेजी सुलेख में ऋषिकेश राज महाराजगंज सिवान एवं चित्रकला में प्रथम स्थान स्वाति कुमारी विद्या मंदिर दर्शन नगर छपरा, गीत में प्रथम स्थान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दर्शन नगर छपरा, द्वितीय स्थान सरस्वती विद्या मंदिर महाराजगंज सिवान, तृतीय स्थान महावीरी सरस्वती शिशु मंदिर सरसर सिवान, योग के प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दर्शन नगर छपरा, द्वितीय स्थान सरस्वती विद्या मंदिर महाराजगंज सिवान, तृतीय स्थान महावीरी सरस्वती शिशु मंदिर सिवान, समता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दर्शन नगर छपरा, द्वितीय स्थान सरस्वती विद्या मंदिर महाराजगंज सिवान, तृतीय स्थान महावीरी सरस्वती शिशु मंदिर सरसर सिवान, आदर्श पाठ प्रस्तुति (NEP-20 के अनुसार) के प्रतियोगिता में विज्ञान में प्रथम स्थान अनिल कुमार आजाद सरस्वती विद्या मंदिर दर्शन नगर छपरा, गणित में प्रथम स्थान राजेश कुमार तिवारी सरस्वती विद्या मंदिर विजय हाता सिवान, अंग्रेजी में प्रथम स्थान सुब्रत दत्ता विद्या मंदिर विजय हाता सिवान, हिंदी में प्रथम स्थान मिलन कुमारी शिशु मंदिर महावीर पुरम सिवान, संस्कृत में प्रथम स्थान मनोज कुमार पाठक विजय हाता सिवान।

इस सम्मेलन में 22 विद्यालयों के लगभग 300 प्रधानाचार्य, आचार्य बंधु भगिनी उपस्थित थे। इस समापन समारोह का आभार ज्ञापन ललित कुमार (विभाग निरीक्षक, मुजफ्फरपुर) ने किया।

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Chhapra: राजेंद्र कॉलेज में कुलदेवता देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140 जयंती परंपरागत गौरव गरिमा के साथ मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर (डॉ) परमेंद्र कुमार बाजपेई, कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने की।

मुख्य वक्ता प्रो (डॉ) पंकज कुमार, पूर्व अध्यक्ष राजनीति शास्त्र विभाग इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रयागराज पूर्व सदस्य उत्तर प्रदेश लोकसभा आयोग एवं प्रोफेसर डॉक्टर रत्नेश्वर मिश्रा पूर्व अध्यक्ष इतिहास विभाग ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा व अध्यक्ष मिथिला इतिहास संस्थान दरभंगा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विकास वैभव (भारतीय पुलिस सेवा) विशेष सचिव गृह विभाग बिहार सरकार तथा सम्मानित अतिथि प्रो (डॉ) नारायण दास, कुलसचिव जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा की गरिमामयी उपस्थिति रही।

सर्वप्रथम अभ्यागतों द्वारा महाविद्यालय परिसर स्थिति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात सभी सभागार में पहुंचें जहाँ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात शहर के संगीत साधक राजेश मिश्रा एवं महाविद्यालय की छात्राओं स्नेहा, श्रेया, रूपम एवं शिवानी के द्वारा राजेन्द्र वंदना, कुलगीत और स्वागतगान प्रस्तुत किया।

तत्पश्चात महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों का परिचय एवं स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया साथ ही डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के व्यक्तित्व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत प्रेरणादायक है।

तत्पश्चात मुख्य वक्ता प्रो. रत्नेश्वर मिश्र ने अपने वक्तव्य में डॉ राजेंद्र प्रसाद को एक श्रद्धावन, विनयशील एवं योग्य व्यक्ति के रूप में निरूपित किया तथा उन्हें अनेक विषयों के ज्ञाता तथा सफल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं संविधान निर्मात्री सभा के अध्यक्ष के रूप उनके व्यक्तित्व को अत्यंत आदरणीय बताया।

इसी क्रम में दूसरे मुख्य वक्ता प्रो पंकज कुमार ने उनके शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक विभिन्न पहलुओं पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला और उनके कार्यों को महान बताया। इसी क्रम में उन्होंने उन्हें सच्चे गांधीवादी कांग्रेस के संकट मोचन राजनीतिक स्वच्छता संपन्न एवं मानवतावाद्धि धर्म के समर्थन के रूप में आदर्श व्यक्ति बताया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित विकास वैभव आईजी बिहार सरकार ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के आदर्श व्यक्तित्व के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए यह कहां कि यदि हम मेहनत करें तो सफलता की चोटी पर भी पहुंचा जा सकता है। उन्होंने उनके विभिन्न प्रसंगों से बताया कि उन्होंने अपनी पूरी योग्यता कुशलता का इस्तेमाल समाज की बेहतरी के लिए किया साथ ही यह भी कहा कि हम विकसित भारत की जो संकल्पना लेकर चल रहे हैं उसे पूरा करने में युवाओं को अधिकाधिक आगे आने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर परमेन्द्र कुमार बाजपेई में अपने ओजस्वी उद्बोधन के दौरान वार्तालाप करने से अधिक काम पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम राजेंद्र प्रसाद जैसी महान विभूतियों के द्वारा बताया गया रास्तों पर चलने का ईमानदारी और मेहनत से प्रयास करें तो कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं है जो हम प्राप्त नहीं कर सकते उन्होंने उनके सामाजिक राजनीतिक विभिन्न पहलुओं पर अत्यंत रोचक एवं प्रभावशाली ढंग से प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का संचालन डॉ अनुपम कुमार सिंह ने किया एवं धन्यवाद तथा आभार ज्ञापन महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ विधान चंद्र भारती द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अशोक कुमार, प्रोफेशनल एवं वोकेशनल कोर्सेज के डायरेक्टर प्रोफेसर अजीत कुमार तथा महाविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए विभिन्न वरिष्ठ प्राध्यापकों, गणमान्य नागरिकों, मीडिया के प्रतिनिधियों एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं की विशाल संख्या में उपस्थित रही।

एनसीसी कैडेटों ने प्रो. संजय कुमार और सूबेदार सर्वजीत सिंह के मार्गदर्शन में गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया। हरिहर मोहन सहित शिक्षकेतर कर्मचारियों का काफ़ी योगदान रहा।

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Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के पारिश्रमिक हेतु हस्ताक्षर अभियान चलाया। जिसे लेकर शिक्षकों का प्रतिनिधि मण्डल जेपीयू के कुलपति प्रो. प्रमेन्द्र कुमार वाजपेयी से मिला।

कुलपति के साथ ही कुलसचिव प्रो. नारायण दास, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार मिश्रा, वित्त पदाधिकारी सुधांशु मिश्रा एवं अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अजित कुमार तिवारी भी मौजूद रहे।

विदित हो कि विगत पाँच वर्षों से उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन का पारिश्रमिक शिक्षकों को नहीं दिया गया है। कुलपति द्वारा प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया गया कि जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा क्योंकि उस सम्बंध में फाइलें आगे बढ़ चुकी हैं। साथ ही प्रतिनिधि मण्डल द्वारा शिक्षकों के पदोन्नति के सम्बंध बातचीत की गई, जिसपर कुलपति ने कहा कि पदोन्नति की प्रक्रिया भी जारी है, जल्द ही आप सभी को पदोन्नति मिलने वाली है।

प्रतिनिधि मंडल में डॉ. जितेन्द्र कुमार, डॉ. दिनेश पाल, डॉ. प्रदीप कुमार सिंह एवं डॉ. संदीप कुमार यादव शामिल थे।

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Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा की अंगीभूत इकाई राजेन्द्र कॉलेज में कुलदेवता देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की जयन्ती धूमधाम से मनाई जाएगी। जयंती समारोह की तैयारियों में कॉलेज प्रशासन जोर शोर से जुटा है। 

कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो. (डॉ.) सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी कुलदेवता प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती धूम धाम से मनाई जाएगी। इसके लिए तैयारी की जा रही है। 

उन्होंने बताया की जयंती समारोह के मुख्य अतिथि-सह-उद्घाटनकर्ता के रूप में बिहार के पुलिस महानिदेशक आलोक राज सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो० (डॉ०) परमेन्द्र कुमार बाजपेई कुलपति, जय प्रकाश विश्वविद्यालय करेंगे। 

 

इस के साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. (डॉ.) पंकज कुमार पूर्व अध्यक्ष, राजनीतिशास्त्र विभाग, इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय, प्रयागराज पूर्व सदस्य, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज एवं प्रो. (डॉ.) रत्नेश्वर मिश्र पूर्व अध्यक्ष, इतिहास विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा अध्यक्ष, मिथिला इतिहास संस्थान, दरभंगा होंगे। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में विकास वैभव, (भा. पु. से.) विशेष सचिव, गृह विभाग, बिहार सरकार और सम्मानित अतिथि प्रो. (डॉ.) नारायण दास कुलसचिव, जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा होंगे। 

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Chhapra: ब्रजकिशोर किंडर‌गार्टन में शैक्षणिक प्रदर्शनी सह सम्मान समारोह का आयोजन हुआ. इस दौरान विद्यालय की पूर्ववर्ती छात्रा वैज्ञानिक डॉ रचना विधि को प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव एवं मुख्य अतिथि प्रो. प्रेमेन्द्र रंजन सिंह द्वारा शॉल एवं मोमेन्टो देकर किया.

वि‌द्यालय के प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि के सम्मान समारोह की नायिका डॉ० रचना विधि इस विद्यालय  का चमकता सितारा हैं, परिवार का गर्व हैं एवं देश की धरोहर हैं। डॉ० एच. के. वर्मा ने विद्‌यालय के बच्चों को पूर्ववर्ती छात्रा रचना विधि से प्रेरित होने को कहा। ईश्वर प्रसाद सचिव, भारत विकास परिषद ने रचना विधि के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्‌यालयी शिक्षा से बनी नींव लक्ष्य प्राप्ति में अवश्य सहायक बनती है।

प्राचार्य संतोष कुमार ने कहा कि डॉ रचना विधि ने गुरु-शिष्य परंपरा को कायम रखते हुए अपनी उपलब्धि से हम गुरुओं का मान बढ़ाया है। डॉ० सुधा बाला ने रचना विधि की उपलब्धि में विद्‌यालय के शिक्षकों के योगदान की सराहना की एवं बच्चों को अपनी रुचि के अनुसार आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया। के. एम प्रसाद ने कहा कि रचना विधि ने विश्व स्तर पर उपलब्धि हासिल कर ब्रजकिशोर किंडर गार्टन का ही नहीं बल्कि अपने देश का मान बढाया है। डॉ अशोक कुमार ने कहा कि बच्चों को जीवन में आगे बढ़‌ना है तो समय की कीमत पहचानें एवं स्वाध्याय अवश्य करें।

विद्‌यालय के सचिव डॉ. पंकज कुमार ने रचना विधि की उपलब्धि पर अपनी शुभकामनाएं भेजीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।मुख्य अतिथि प्रेमेन्द्र रंजन ने रचना विधि को अपनी शुभकाभनाएं देते हुए बच्चों से कहा कि सम्मान पाने के लिए आप भी परिश्रमी, दृढ‌प्रतिज्ञ, ऊर्जावान एवं विनम्र बनें। उन्होंने शिक्षक एवं अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों की प्रतिभा को पहचानकर उसे निखारने में अपना भरपूर सहयोग दें।

पूर्ववर्ती डॉ छात्रा रचना विधि ने वि‌द्यालय में बिताए अपने दिनों का स्मरण करते हुए बच्चों से कहा कि आप भी कुछ ऐसा करें जिससे आपका भविष्य उज्ज्वल हो। आप अपनी रुचि के अनुरूप आगे बढ़ें। एकजुट होकर कार्य करें तो कठिनाई दूर होगी। असफलता से निराश नहीं होना है। किसी भी कार्य में असफलता सफलता की ओर बढ़ने का पहला कदम है। शिक्षण की प्रक्रिया सदैव जारी रखना है। तत्पश्चात उन्होंने बच्चों द्‌वारा पूछे गए प्रश्नों का निराकरण भी किया।

मंच संचालन वि‌‌द्यालय की शिक्षिका पूजा कुमारी एवं धन्यवाद ज्ञापन मनोज कुमार वर्मा ‘संकल्प’ ने किया.

सम्मान समारोह के पश्चात शैक्षणिक प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए गणमान्य अतिथियों एवं अभिभावकों ने बच्चों के उत्कृष्ट मॉडल को ‘वैज्ञानिक नवविचारों की उत्तम प्रस्तुति’ बताया तथा उनके रचनात्मक क्रियाकलाप की सराहना की।

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विधानसभा में उठी देवराहा बाबा कॉलेज के स्नातक डिग्री मान्यता की मांग

अररिया। फारबिसगंज के ब्रह्मऋषि देवराहा बाबा कॉलेज को स्नातक डिग्री की मान्यता प्रदान कर पढ़ाई प्रारम्भ कराने की मांग बुधवार को विधानसभा में उठी।फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी ने शीतकालीन सत्र के दौरान यह मांग उठाई।

फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी ने शून्यकाल के दौरान सैफगंज एवं परवाहा पंचायत के कजरा नदी बांध के जीर्णोद्धार की मांग उठाई। फारबिसगंज नगर परिषद के ज्योति मोड़ सब्जी पट्टी के समीप रेलवे लाइन के ऊपर पैदल पुल निर्माण की मांग भी की गई। ध्यानाकर्षण के दौरान विधायक ने फारबिसगंज सहित सभी विधानसभा क्षेत्र में सरकारी विधायक जनसम्पर्क कार्यालय भवन निर्माण करने की मांग को भी सदन में पुरजोर से रखा।

फारबिसगंज नगर परिषद के वार्ड संख्या 08 में बिनोद अग्रवाल के घर से प्रीतपाल सिंह के घर तक पक्की सड़क एवं दोनों ओर नाला निर्माण की मांग को भी विधायक ने सदन के पटल पर रखा।

ताराकित प्रश्न के दौरान विधायक ने पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा मनमाने तरीके से बिना कट ऑफ़ के मेरिट लिस्ट जारी कर नामांकन कराने वाले एजेंसी पर जाँच की मांग की साथ ही ब्रह्मऋषि देवराहा बाबा कॉलेज को स्नातक डिग्री की मान्यता प्रदान कर पढ़ाई प्रारम्भ कराने की मांग की।

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Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में दो सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत की गई है। 

जयप्रकाश विश्वविद्यालाय के राजनीति विज्ञान के अध्यक्ष डॉ विभु कुमार ने बताया कि दो सर्टिफिकेट की शुरुआत की जा रही है, जिसमें पहला, ‘मानवाधिकार’ (Human Rights) तथा दूसरा, ‘अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं कूटनीति’ (International Relation and Diplomacy) है। दोनों सर्टिफिकेट कोर्स 06–06 माह के होंगे।

उन्होंने बताया कि आज के वैश्विक परिदृश्य में ये सर्टिफिकेट कोर्स करने से अनेकों क्षेत्रों में नौकरी मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसमें शिक्षण, प्रशिक्षण हाइब्रिड मोड में करवाने की व्यवस्था है।

दो सर्टिफिकेट की शुरुआत

1. ‘मानवाधिकार’ (Human Rights)

2. ‘अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं कूटनीति’ (International Relation and Diplomacy) 

क्या है आहर्ता?

किसी भी विषय में 45% अंक के साथ इंटरमीडिएट उत्तीर्ण विद्यार्थी, इसमें नामांकन करा सकते हैं। इसके साथ ही B.A./ B.Sc./B.Com या M.A./ M.Sc./ M. Com. या Ph.D. के विद्यार्थी भी इसमें नामांकन करा सकते हैं।

कोर्स की अवधि 

दोनों सर्टिफिकेट कोर्स 06–06 माह

आवेदन की अंतिम तिथि 
आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर, 2024 तक बढ़ा दी गई है।

कैसे करें आवेदन 

विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.jpv.ac.in पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) परमेंद्र कुमार बाजपेई के पहल पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों एवं महाविद्यालय में विभिन्न व्यावसायिक एवं रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम पुनः प्रारंभ किया गया है।

इन पाठ्यक्रमों में नामांकन को इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट www.jpv.ac.in पर दिनांक 20.11.2024 तक आवेदन कर सकते हैं।

यहां यह बात उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठित अंगीभुत इकाई राजेंद्र महाविद्यालय, छपरा में बीएमसी, बायोटेक, एनवायरोमेंटल साइंस एवं फंक्शनल हिंदी में डिग्री कोर्स तथा CIT में सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ किया गया है।

इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में टैली, योग, कर्मकांड, मानवाधिकार, भारतीय ज्ञान परंपरा एवं जेंडर स्टडीज इत्यादि रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया है।

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लखनऊ, 14 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस की प्रारम्भिक परीक्षा एक ही दिन में कराने का निर्णय लिया है।

प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीपीएससी को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद यूपीपीएससी ने यह निर्णय लिया है। अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराया जाएगा।

इसके साथ ही आरओ/एआरओ (प्रा.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग ने समिति का गठन किया है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से परीक्षा की तैयारी कर रहे बड़ी संख्या में छात्र प्रयागराज में धरना दे रहेे थे।

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नई दिल्ली, 14 नवंबर (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने गुरुवार को संयुक्त चिकित्सा सेवा (सीएमएस)-2024 का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया है।

यूपीएससी ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सम्मिलित चिकित्सा सेवा परीक्षा, 2024 की लिखित परीक्षा (भाग-I) तथा उसके बाद सितम्बर से नवम्बर, 2024 तक आयोजित व्यक्तित्व परीक्षण (भाग-II) के परिणाम के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किए गए हैं।

श्रेणी-1 के लिए कुल 165 उम्मीदवारों को तथा श्रेणी-II के लिए 600 उम्मीदवारों को अनुशंसित किया गया है। इसके अलावा 304 अनुशंसित उम्मीदवारों की उम्मीदवारी प्रोविजनल है।

संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा, 2024 का अंतिम परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है।

उपर्युक्त पदों पर नियुक्तियां उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के अनुसार की जाएंगी तथा उम्मीदवारों द्वारा सभी निर्धारित पात्रता शर्तों को पूरा करने तथा सभी पूर्व-नियुक्ति औपचारिकताओं और सत्यापनों को संतोषजनक ढंग से पूरा करने के बाद होंगी। पदों पर उम्मीदवारों का आवंटन उनके द्वारा प्राप्त रैंक तथा उनके द्वारा व्यक्त की गई वरीयता के अनुसार किया जाएगा।

परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवारों को नियुक्ति का प्रस्ताव तब तक जारी नहीं किया जाएगा जब तक आयोग ऐसे उम्मीदवारों से अपेक्षित मूल दस्तावेजों का सत्यापन नहीं कर लेता।

संघ लोक सेवा आयोग के परिसर में परीक्षा भवन के पास एक ‘सुविधा काउंटर’ है। उम्मीदवार इस परीक्षा से संबंधित कोई भी जानकारी व स्पष्टीकरण कार्य दिवसों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच इस काउंटर से व्यक्तिगत रूप से या टेलीफोन नंबर 011-23385271 और 011-23381125 पर प्राप्त कर सकते हैं। परिणाम के प्रकाशन की तारीख से 15 दिनों के भीतर मार्कशीट आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होने की उम्मीद है।

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