हड़ताली शिक्षको ने चलाया कोरोना वायरस के प्रति हाथ धुलाई कार्यक्रम
Chhapra: हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने कोरोना वायरस के प्रति सामाजिक जागरूकता अभियान चलाया गया. हड़ताली शिक्षको ने स्थानीय नगरपालिका चौक पर एकत्रित होकर हाथ को धोया.
श्री सिंह ने कहा कि सरकार हड़ताली शिक्षको के प्रति ढुल मूल रवैया अपना रही है.सरकार की सभी बातों को दरकिनार कर शिक्षक हड़ताल ओर रहकर कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता अभियान में शामिल है. प्रतिदिन इनके द्वारा जागरूकता फैलाया जाएगा जिससे कि किसी को इस बीमारी का संक्रमण ना हो.
श्री सिंह ने कहा कि शिक्षको ने हाथ धुलाई का कार्यक्रम कर यह संदेश दिया है कि स्वच्छ रहकर ही इस बीमारी को भगाया जा सकता है. खाने के पूर्व खाने के बाद, सहित सभी कार्यो को करने एवं उसकी समाप्ति के बाद और समय समय पर हैंडवाश करें.
इस अवसर पर अरविंद राय, संजय राय,सुनील सिंह, संतोष कुमार, संजय राय, राजू सिंह, शशि शेखर, रमेश कुमार सिंह प्रवीण कुमार सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे.










श्री सिंह ने कहा कि हमने होली के पूर्व समय रहते सरकार को वार्ता करने की बात कही थी लेकिन हठधर्मी सरकार अपने हठ पर टिकी रही. समय आ गया है जिले के सभी स्तर के सरकारी विद्यालयों में आगामी 16 मार्च से प्रारंभ होने वाली मूल्यांकन परीक्षा प्रारंभ नही होगी इसका हम ऐलान करते है. जिले के सभी 20 प्रखंड में प्रश्न उत्तर पुस्तिका का उठाव नही होगा. सभी बीआरसी में तालाबंदी की जाएगी.
उन्होंने सभी नियमित शिक्षको से करबद्ध प्रार्थना किया कि हड़ताल पर शिक्षक 25 दिनों से डटे है. आपके समर्थन की जरूरत है. आपका समर्थन सूबे के 4 लाख शिक्षको का भविष्य बना सकता है. सरकार की दमनकारी नीति माध्यमिक शिक्षको पर दिखी लेकिन वह टस से मस नही हुए. लड़ाई अब शिखर छू रही है इसको सहयोग की जरूरत है.
इसके पूर्व आदर्श मध्य विद्यालय के शिक्षक वीरेश्वर कुमार सिंह की आकस्मिक निधन पर शोक सभा का आयोजन कर मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.





शिक्षको ने कहा कि इस बार राज्य के नियोजित शिक्षक होली नही मनाएंगे. लेकिन अगर यही हठधर्मी सरकार रही तो उन्हें दिवाली भी हम नही मनाने देंगे.
आसपास के लोग जब सोमवार की सुबह विद्यालय के बगल से जा रहे थे इस दौरान उन्हें पूरी छत गिरी हुई दिखी जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना प्रधानाध्यापक एवं प्रशासन के अधिकारियों को दी.
घटना के बाद ग्रामीणों द्वारा प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा जा रहा है कि विद्यालय में भवन निर्माण गुणवत्तापूर्ण नहीं हो रहा है. भवन निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है जिसमें प्रधानाध्यापक और विभागीय अभियंता की मिलीभगत है. जिसके कारण ढलाई के दिन ही पूरी छत गिर गई.







