बलिया, 05 अप्रैल (हि. स.)। पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के पैसे निकालने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अलग-अलग बैंकों के 71 एटीएम कार्ड, दो स्वाईप मशीन, एक ब्रेजा कार व तमंचा बरामद किया है।

एएसपी डीपी तिवारी ने शुक्रवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली संजय सिंह के नेतृत्व में बिहार के एक गैंग को गुरुवार रात्रि में पकड़ा है, जो एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को धोखा देकर उनके पैसे निकाल लेते हैं। इन्हें सफेद रंग की ब्रेजा से रेलवे स्टेशन के मालगोदाम के पास दबोचा गया, जबकि इनके दो साथी अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।

पकड़े गये ठगों की पहचान शंकर राय पुत्र स्व राजेन्द्र यादव निवासी समसुद्दीनपुर थाना रिविलगंज जनपद छपरा, बिहार व सुनील शाह पुत्र स्व. कामेश्वर शाह निवासी कुशीहरपुर रमडी थाना कांटी जिला मुजफ्फरपुर, बिहार के रूप में हुई।

इनसे पूछताछ की गयी तो दोनों ने एक ही स्वर में बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है। ये लोग बुजुर्गों एवं महिलाओं को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। उनका एटीएम कार्ड सहायता करने के नाम पर बदलकर उनके जैसा दूसरा एटीएम देकर उनके खाते का पैसा स्वाईप मशीन की सहायता से निकाल लेते हैं।

इन एटीएम कार्डों से खरीदारी भी घूम-घूम कर करते हैं। साथ ही एटीएम में आगे-पीछे लगकर अपने एटीएम से भी कभी कभी पैसा निकालते हैं। इसी पैसे को आपस में बांटकर अपने ऊपर खर्च करते हैं, ताकि लोगों को इन पर शक न हो। ये लोग अक्सर बलिया जिले में ही यह काम इसी कार से घूम-घूम कर करते हैं।

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बांदा, 04 अप्रैल (हि.स.)। बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत कैसे हुई ? इसकी जांच के लिए गठित न्यायिक जांच कमेटी और मजिस्ट्रेट जांच में तेजी आ गई है। एमपी-एमएलए कोर्ट की न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह और एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार ने जेलर और डिप्टी जेलर समेत 14 कर्मियों से मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़े कई सवाल किये। इन सवालों के जवाब बयान के रूप में दर्ज किए गए। वहीं गुरुवार को पूरे प्रकरण की जांच के लिए जिला अस्पताल के दो चिकित्सकों को नोटिस जारी की गई है।

मुख्तार अंसारी की 28 मार्च की रात मौत हुई थी। अगले ही दिन 29 मार्च को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद 30 मार्च को न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह ने जेल पहुंचकर जांच की शुरुआत कर दी थी। इसी दौरान जिला मजिस्ट्रेट दुर्गा शक्ति नागपाल ने मजिस्ट्रेट की जांच के आदेश दिए थे। जिसमें जांच अधिकारी एडीएम राजेश कुमार को नामित किया था। यह दोनों अधिकारी बुधवार को जेल पहुंचे। इन्होंने जेल में तैनात दो डॉक्टरों, एक फार्मासिस्ट, जेलर मनीष कुमार, प्रभारी डिप्टी जेलर अविनाश, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पेशी जेलर महेंद्र कुमार और चार वार्डन से अलग-अलग पूछ्ताछ की।

जेल के डॉक्टर से मुख्तार अंसारी की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी ली गई। फार्मासिस्ट से मुख्तार अंसारी को बीमारी के दौरान दी जाने वाली दवाओं के बारे में जानकारी ली गई। इसके अलावा जेलर और डिप्टी जेलर से सवाल किया गया कि मुख्तार को कब हुई थी उल्टी और कब आया था हार्ट अटैक?

इसी तरह मेडिकल कॉलेज में आईसीयू में रखने के बाद की हालत, जेल में शिफ्ट करते वक्त क्या पोजीशन रही आदि सवाल जांच अधिकारियों ने पूछे। जो जवाब मिला उसे बयान के रूप में दर्ज कर लिया गया। साथ ही मुख्तार की बैरक की सील खुलवाकर फोटो और वीडियो ग्राफी कराई गई। इसके बाद फिर बैरक को सील करवा दिया गया। इस दौरान मजिस्ट्रेटी जांच अधिकारी राजेश कुमार ने मुख्तार अंसारी की मौत से संबंधित जरूरी दस्तावेज एकत्र किए। दोपहर 3 से 5 तक दोनों जांच अधिकारी जेल में रहे।

जेल से बाहर निकालने के बाद इन अधिकारियों ने मीडिया के समक्ष किसी तरह के बयान नहीं दिए। लेकिन जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि दोनों जांच अधिकारियों ने जेलर, डिप्टी जेलर और डॉक्टर, फार्मासिस्ट समेत 14 लोगों से पूछताछ की है। वहीं जिला अस्पताल के चिकित्सक हृदेश पटेल फिजिशियन व सर्जन डॉ. अदिति श्रीवास्तव को गुरुवार को बयान देने के लिए नोटिस जारी की गई है।

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भगवानपुर हाट: गुरुवार को सुबह में जैसे ही दिवंगत पत्रकार राम दर्शन पंडित का शव दिल्ली से उनके पैतृक गांव स्थानीय प्रखंड के सोंधानी पहुंचा, एक झलक देखने के लिए उनको चाहने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा।

ज्ञात हो की एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार राम दर्शन पंडित एक शादी समारोह में शामिल होने के दिल्ली गए हुए थे। जहां बुधवार की अहले सुबह शौचालय में गिरने से मौत हो गई थी। मौत की सूचना मिलते ही पत्रकार समूह के अलावा अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। दिल्ली से शव पहुंचते ही उनके अंतिम दर्शन करने के लिए जिला सहित स्थानीय प्रखंड से लेकर आसपास के हजारों लोग पहुंच पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि अर्पित दी तथा पीड़ित परिवार को संतावन दी।

जदयू के वरिष्ठ नेता अशोक कुमार शर्मा ने कहा की राम दर्शन पंडित जनता के मुखर आवाज के रूप में अपनी अलग पहचान बनाकर पत्रकारिता से जुड़ कर समाज के अंतिम पायदान के लोगों के लिए अपने दायित्वों का बखूबी निभाया करते थे।इनके चले जाने से समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है। हालांकि अब इसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। वही भाजपा नेता कालीचरण प्रजापति ने कहा की विगत 25 वर्षो से जनता के मुखर आवाज बन पत्रकारिता करते रहे है। इनके निधन से जिले के पत्रकारिता जगत में खालीपन हो गया है। जिसकी भरपाई करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है।

शोक व्यक्त करने वालो में प्रो डॉ अशोक प्रियंबर, सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार पांडेय, मंडल अध्यक्ष गिरीश देव सिंह, पत्रकार परवेज अख्तर, ललन प्रसाद सिंह नीलमणि, धर्मेंद्र रस्तोगी, नीलमणि कुमार, नागमणि, वरीय अधिवक्ता सह दिवंगत पत्रकार के करीबी जय प्रकाश नारायण सिंह, अवकाश प्राप्त शिक्षक सियाराम प्रसाद, किशुनदेव पंडित, जगरनाथ पंडित, मुखिया अजय पंडित, पूर्व मुखिया मनोज सहनी, ललित मोहन उर्फ रिंकू सिंह, विनोद तिवारी, पूर्व प्रमुख लखन मांझी, कामेश्वर प्रसाद, देवानंद राम सहित हजारों लोग शामिल होकर रामदर्शन पंडित का अंतिम दर्शन कर उन्हे नम आंखों से विदाई दी।

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बहु ने ससुर के साथ कर ली शादी, चार बच्चों की है मां

Gopalganj : प्यार परवान चढ़ा तो चार बच्चों की मां ने अपने ही चचेरे ससुर के साथ शादी रचा ली। शादी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मामला भोरे थाना क्षेत्र का है। भोरे के दुबवलिया गांव की रहने वाले एक महिला के पति की 6 माह पूर्व मौत हो गई थी।

बताया जाता है कि महिला सीमा देवी के पति की मौत ट्रेन से कटकर हो गई थी। चार बच्चों की मां सीमा देवी विधवा की जिंदगी जी रही थी। इसी बीच उस महिला का अपने ही चचेरे ससुर तूफानी साह के साथ प्रेम प्रसंग हो गया। प्रेम प्रसंग में वे दोनो एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन सीमा देवी के घर वाले उसके अपने ही चचेरे ससुर के साथ शादी करने से इनकार कर रहे थे।

फिर मामला भोरे थाना में पहुंच गया। भोरे थाना में मामला पहुंचने के बाद पुलिस वालों ने इसकी सार्थक पहल की। भोरे पुलिस ने बहू और उसके चचेरे ससुर तूफानी साह की भोरे थाना परिसर में ही शादी करा दी। इस शादी के गवाह बने थाना परिसर में मौजूद पुलिस कर्मी और चौकीदार। ससुर तूफानी साह ने अपनी बहू के मांग में सिंदूर भरा। दोनों ने एक दूसरे को फूलों से बने वरमाला बनाकर साथ में जीने मरने कसमें खाई। फिर थाना परिसर में स्थित मंदिर में उन्होंने पूजा की।

चचेरे ससुर और बहू के शादी के गवाह जहां थाना में तैनात सिपाही और अधिकारी बने। वहीं अब इस शादी की चर्चा पूरी इलाके में हो रही है। बरहाल ससुर पति और बहू पत्नी के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। एक तरफ जहां चार बच्चों की विधवा मां को उसका सहारा मिल गया। वहीं चचेरे ससुर तूफानी साह को भी अपने मन की प्रेमिका मिल गई।

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वाराणसी: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधा में उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु उत्तर रेलवे के लखनऊ मण्डल के बाराबंकी जं. स्टेशन पर नान इण्टरलॉक कार्य के कारण गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन निम्नवत किया जायेगा। 
मार्ग परिवर्तन-
– अमृतसर से 10 जनवरी, 2024 को चलने वाली 12204 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग शाहजहांपुर-रोज़ा-आलमनगर-लखनऊ-बुढ़वल के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहजहांपुर-रोज़ा-सीतापुर सिटी-बुढ़वल के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी हरदोई एवं लखनऊ स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का शाहजहांपुर एवं बुढ़वल स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– सहरसा से 08 एवं 11 जनवरी, 2024 को चलने वाली 12203 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग बुढ़वल-बाराबंकी-लखनऊ-आलमनगर-रोज़ा-शाहजहांपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग बुढ़वल-सीतापुर सिटी-रोज़ा-शाहजहांपुर के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी लखनऊ एंव हरदोई स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का बुढ़वल एवं शाहजहांपुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– मुजफ्फरपुर से 08 से 11 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 12557 मुजफ्फरपुर-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग बुढ़वल-बाराबंकी-लखनऊ-आलमनगर-रोज़ा-शाहजहांपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग बुढ़वल-सीतापुर सिटी-रोज़ा-शाहजहांपुर के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी लखनऊ स्टेशन पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का बुढ़वल स्टेशन पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 08 से 11 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 12558 आनन्द विहार टर्मिनस-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग शाहजहांपुर-रोज़ा-आलमनगर-लखनऊ-बुढ़वल के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहजहांपुर-रोज़ा-सीतापुर सिटी-बुढ़वल के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी लखनऊ स्टेशन पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का बुढ़वल स्टेशन पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– दरभंगा से 08 से 11 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 12565 दरभंगा-नई दिल्ली एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी-मल्हौर-ऐशबाग-मानकनगर-कानपुर सेन्ट्रल के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-वाराणसी सिटी-वाराणसी-माँ बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़-लखनऊ-मानकनगर-कानपुर सेन्ट्रल के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी सीवान, देवरिया सदर, गोरखपुर, बादशाहनगर, ऐशबाग स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का वाराणसी एवं लखनऊ स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– नई दिल्ली से 08 से 11 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 12566 नई दिल्ली-दरभंगा एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-मानकनगर-ऐशबाग-मल्हौर-बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-मानकनगर-लखनऊ-माँ बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ-वाराणसी-वाराणसी सिटी़-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी ऐशबाग, बादशाहनगर, गोरखपुर, देवरिया सदर एवं सीवान स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का लखनऊ एवं वाराणसी स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– बरौनी से 08 से 11 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 19038 बरौनी-बांद्रा एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी-मल्हौर-ऐशबाग-मानकनगर-कानपुर सेन्ट्रल के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-शाहगंज-जौनपुर-जौनपुर सिटी़-सुलतानपुर-लखनऊ-कानपुर सेन्ट्रल के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी सहजनवा, मगहर, खलीलाबाद, बस्ती, बभनान, स्वामी नारायण छपियां, मसकनवा, मनकापुर, गोण्डा, करनैलगंज, जरवल रोड, बुढ़वल, बाराबंकी, गोमतीनगर, बादशाहनगर, लखनऊ सिटी एवं ऐशबाग स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का शाहगंज, जौनपुर, सुलतानपुर, लखनऊ स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– बांद्रा से 08 से 10 जनवरी, 2024 तक चलने वाली 19037 बांद्रा-बरौनी एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-मानकनगर-ऐशबाग-मल्हौर-बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग कानपुर सेन्ट्रल-मानकनगर-लखनऊ-सुलतानपुर-जौनपुर सिटी-जौनपुर-शाहगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी ऐशबाग, लखनऊ सिटी, बादशाहनगर, गोमतीनगर, बाराबंकी, बुढ़वल, जरवल रोड, करनैलगंज, गोण्डा,            मनकापुर, मसकनवा, स्वामी नारायण छपियां, बभनान, बस्ती, खलीलाबाद, मगहर, सहजनवा स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का लखनऊ, सुलतानपुर, जौनपुर एवं शाहगंज स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– मऊ से 09 जनवरी, 2024 को चलने वाली 15025 मऊ-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग शाहगंज-अयोध्या कैंट-बाराबंकी-लखनऊ के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहगंज-जौनपुर-जौनपुर सिटी़-सुलतानपुर-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी अकबरपुर एवं अयोध्या कैंट स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का जौनपुर एवं सुलतानपुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 08 जनवरी, 2024 को चलने वाली 15026 आनन्द विहार टर्मिनस -मऊ एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-अयोध्या कैंट-शाहगंज के स्थान पर परिवर्तित मार्ग लखनऊ-सुलतानपुर-जौनपुर सिटी-जौनपुर-शाहगंज के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी अयोध्या कैंट एवं अकबरपुर स्टेशनों पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का सुलतानपुर एवं जौनपुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
– दरभंगा से 08 जनवरी, 2024 को चलने वाली 09466 दरभंगा-साबरमती विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग शाहगंज-अयोध्या कैंट-बाराबंकी-लखनऊ के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहगंज-जौनपुर-जौनपुर सिटी़-सुलतानपुर-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी अयोध्या कैंट स्टेशन पर नही रूकेगी तथा इस गाड़ी का जौनपुर एवं सुलतानपुर स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।
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मीरजापुर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्र मेले में 11 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों समेत कुल 28 जोड़ी ट्रेनों का विंध्याचल स्टेशन पर ठहराव होगा। इस आशय का आदेश उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल ने जारी किया है। इन ट्रेनों का 15 से 24 अक्टूबर तक विंध्याचल स्टेशन पर दाे मिनट का ठहराव होगा।

संघमित्रा एक्सप्रेस 12296/12295 प्रतिदिन नवरात्र मेले के दौरान खड़ी होगी। इसके अलावा पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 12801/12802, पाटलीपुत्र एक्सप्रेस 12142/12143, मुम्बई एलटीटी 12307/12308, जोधपुर एक्सप्रेस 22307/22308 के अलावा सीमांचल एक्सप्रेस 12487/12488, भागलपुर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस 12335/12336, गुवाहाटी लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस 15945/15946 व गुवाहाटी लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस 15647/15648, ब्रह्मपुत्र मेल 15658/15659 और बनारस एक्सप्रेस 12167/12168, 15 से 24 अक्टूबर तक रुकेंगी।

विंध्याचल स्टेशन अधीक्षक इरफान सिद्दिकी ने बताया कि इससे मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी हद तक सहूलियत होगी।

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वाराणसी, 27 जुलाई, 2023: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री जनता की सुविधा हेतु पूर्व से चलाई जा रही 05063 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 01 सितम्बर, 2023 तक प्रत्येक शुक्रवार एवं 05064 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-सीवान ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन 03 सितम्बर, 2023 तक प्रत्येक शनिवार को 06 फेरों के लिये निम्नवत् बढ़ाया जा रहा है। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

05063 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी 01 सितम्बर, 2023 तक छपरा से 16.15 बजे प्रस्थान कर सीवान से 17.25 बजे, देवरिया सदर से 18.50 बजे, गोरखपुर से 20.55 बजे, खलीलाबाद से 21.33 बजे, बस्ती से 22.03 बजे, गोण्डा से 23.20 बजे दूसरे दिन बादशाहनगर से 01.43 बजे, ऐषबाग से 02.20 बजे, कानपुर सेन्ट्रल से 04.15 बजे, भरूवा सुमेरपुर से 06.05 बजे, रगौल से 06.25 बजे, बांदा से 07.45 बजे, चित्रकूट धाम से 08.47 बजे, सतना से 12.15 बजे, कटनी से 13.45 बजे, जबलपुर से 16.15 बजे, इटारसी से 20.05 बजे तीसरे दिन भुसावल से 00.15 बजे, नासिक रोड से 03.35 बजे तथा कल्याण से 06.30 बजे छूटकर लोकमान्य तिलक टर्मिनस 07.25 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में 05064 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-सीवान ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ी 03 सितम्बर, 2023 तक लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 12.45 बजे प्रस्थान कर कल्याण से 13.20 बजे, नासिक रोड से 16.10 बजे, भुसावल से 19.35 बजे दूसरे दिन इटारसी से 00.55 बजे, जबलपुर से 04.45 बजे, कटनी से 06.35 बजे, सतना से 08.35 बजे, चित्रकूट धाम से 12.42 बजे, बांदा से 14.05 बजे, रागौल से 14.45 बजे, भरूवा सुमेरपुर से 15.10 बजे, कानपुर सेन्ट्रल से 17.50 बजे, ऐषबाग से 19.25 बजे, बादशाहनगर से 19.47 बजे, गोण्डा से 21.55 बजे, बस्ती से 23.10 बजे, खलीलाबाद से 23.35 बजे तीसरे दिन गोरखपुर से 00.40 बजे तथा देवरिया सदर से 01.40 बजे छूटकर सीवान 03.15 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी की संरचना में जनरेटर सह लगेज यान के 02 कोच तथा वातानुकूलित तृतीय श्रेणी एकोनामी के 18 कोचों सहित कुल 20 लगाये जायेगे।

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वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के भटनी यार्ड में इंजीनियरिंग कार्य हेतु ब्लॉक लिये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण, नियंत्रण, शार्ट टर्मिनेषन/शार्ट ओरिजिनेषन एवं मार्ग परिवर्तन निम्नवत् किया जायेगा।

निरस्तीकरण-
– गोरखपुर से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 15129 गोरखपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– वाराणसी सिटी से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 15130 वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 05156 गोरखपुर-छपरा अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– छपरा से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 05155 छपरा-गोरखपुर अनारक्षित विषेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

नियंत्रण-
– 20, 24, 27 एवं 31 जुलाई, 2023 को 13020 काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल पर 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।
– 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को 15027 हटिया-गोरखपुर एक्सप्रेस पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल पर 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

शार्ट टर्मिनेशन-
– 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को 01748 बनारस-भटनी अनारक्षित विषेष गाड़ी भटनी के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी।
– 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को 05150 बरहज बाजार-भटनी अनारक्षित विषेष गाड़ी भटनी के स्थान पर सलेमपुर में यात्रा समाप्त करेगी।

शार्ट ओरिजिनेशन-
– भटनी से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को 01747 भटनी-वाराणसी सिटी अनारक्षित विषेष गाड़ी भटनी के स्थान पर मऊ से चलायी जायेगी।
– भटनी से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को 05151 भटनी-बरहज बाजार अनारक्षित विषेष गाड़ी भटनी के स्थान पर सलेमपुर से चलायी जायेगी।

मार्ग परिवर्तन-
– सीतामढ़ी से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 14005 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-बलिया-इंदारा के रास्ते चलायी जायेगी।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 19, 23, 26, 30 जुलाई एवं 02 अगस्त, 2023 को चलने वाली 14006 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग इंदारा-बलिया-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।
– नई दिल्ली से 19, 23, 26 एवं 30 जुलाई, 2023 को चलने वाली 12554 नई दिल्ली-सहरसा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।
– कटिहार से 19, 23, 26, 30 जुलाई एवं 02 अगस्त, 2023 को चलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग सीवान-कप्तानगंज-गोरखपुर कैंट के रास्ते चलायी जायेगी।
– दरभंगा से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 02569 दरभंगा-नई दिल्ली विषेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग मुज्फ्फरपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर कैंट के रास्ते चलायी जायेगी।
– बरौनी से 20, 24, 27, 31 जुलाई एवं 03 अगस्त, 2023 को चलने वाली 02563 बरौनी-नई दिल्ली विषेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग मुज्फ्फरपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर कैंट के रास्ते चलायी जायेगी।
– लखनऊ जं. से 24 एवं 31 जुलाई, 2023 को चलने वाली 12530 लखनऊ जं.-पाटलीपुत्र एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।
– गोरखपुर से 24 एवं 31 जुलाई, 2023 को चलने वाली 15048 गोरखपुर-कोलकाता टर्मिनल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।
– अमृतसर से 23 एवं 30 जुलाई, 2023 को चलने वाली 14674 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

 

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वाराणसी: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने राज्य मार्ग सं 85 पर रेलवे क्रासिंग संख्या 7 सी के निकट आयोजित समारोह से फलक अनावरण कर महराजगंज एवं विशुनपुर महुरी हाल्ट स्टेशन के मध्य किमी सं 7/3-5 पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग सं 7 सी पर नवनिर्मित रेलवे अंडर ब्रिज का उदघाट्न किया। इस अवसर पर मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) कौशलेश सिंह, उप मुख्य इंजीनियर (निर्माण) वी के सिंह,सहायक मंडल इंजीनियर (सीवान) राजेश मिश्रा, जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार, क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि गण एवं गणमान्यजन समेत भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।

इस अवसर पर आयोजित उदघाटन समारोह में सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने अपने सम्बोधन में महाराजगंज में रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण करने लिए रेल प्रशासन का आभार व्यक्त किया । उन्होंने कहा इसके पूर्व रेलवे क्रासिंग संख्या 7 सी पर सीवान से छपरा,गोपालगंज से छपरा एवं सीवान से पटना आने-जाने वाले हजारों सड़क वाहनों को लम्बे जाम में फंसना पड़ता था । महाराजगंज में नवनिर्मित इस रेलवे अंडर ब्रिज के खुल जाने से न सिर्फ महाराजगंज जिले के निवासियों को सुविधा होगी बल्कि महाराजगंज से गुजरने वाले लाखों लोगों को भी अब सीवान, छपरा, गोपालगंज एवं पटना से आने-जाने में बहुत सुविधा होगी। विशेष रूप से महाराजगंज जिले के ग्रामीण अंचल से इलाज, शिक्षा एवं व्यापार के लिए उक्त महानगरों में जाने वाले सड़क यात्रियों को इसका पूरा लाभ मिलेगा । इसके साथ उन्होंने बताया कि वैसे तो अंडर ब्रिज के निर्माण में होने वाला व्यय में केन्द्र एवं राज्य का बराबर योगदान किया जाता है। किन्तु इस सड़क अंडर पास ब्रिज के निर्माण में कुल व्यय 04 करोड़ पूर्ण रूप से रेलवे प्रशासन द्वारा दिया गया है। इसके लिए मैं रेलमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं,जिन्होंने ने मेरे अनुरोध पर अल्प समय मे इस परियोजना को मूर्त किया जिसके सकारात्मक परिणाम भविष्य में परिलक्षित होंगे ।

इसके पूर्व वाराणसी मंडल के मुख्य परियोजना प्रबंधक कौशलेश सिंह ने महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को अपने बहुमूल्य समय में से इस कार्यक्रम के लिए समय निकालने के लिए आभार प्रकट करते हुए स्वागत किया । इसके साथ ही माननीय अतिथियों का स्वागत करते हुए

उन्होंने बताया कि जनता की माँग एवं महाराजगंज के माननीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के प्रयासों के परिणाम स्वरूप रेलवे प्रशासन द्वारा जनता की सुविधा हेतु महाराजगंज-मसरख रेल खण्ड पर महाराजगंज एवं विशुनपुर महुआरी हाल्ट के मध्य किमी सं-07/3-5 पर स्थित रेलवे क्रासिंग संख्या 07 सी पर लगने वाले जाम से निजात पाने हेतु रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है ।

यह रेलवे अंडर ब्रिज मशरक -सीवान – पैगंबरपुर स्टेट हाई-वे SH 85 महाराजगंज लोक सभा क्षेत्र के बीचों -बीच जाती है, जो कई महत्वपूर्ण सड़कों को जोड़ते हुए कई महत्वपूर्ण बाजार व शहर से मिलती है । यह महत्वपूर्ण सड़क सिकटिया, जनता बाजार व पैगंबरपुर से होकर एनएच-331 व एसएच-90 होते हुए गरखा से एनएच – 102 तक जाती है ।

रेलवे क्रासिंग सं-7 C पर निर्मित अंडर पास से पश्चिम सीवान के तरफ जाने में माँझी- बरौली टू लेन स्टेट हाई-वे 96 व सीवान बाई पास से मिल कर नेशनल हाई-वे 531 को मिलाती है, जो अतिमहत्वपूर्ण व व्यस्तम सड़क है । यह सड़क क्षेत्र के लोगों को राज्य की राजधानी पटना उत्तर बिहार का सबसे प्रमुख व्यवसायी केंद्र मुजफ्फरपुर तक जाने- आने की सुविधा प्रदान करती है। इस सड़क मार्ग से हजारों व्यवसायी, छात्र-छात्राएं व सरकारी संस्थानों में कार्यरत प्रतिदिन आवागमन करते हैं । जबकि अनेकों प्रकार के माल व वस्तुओं को एक से दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य इस सड़क के माध्यम से होता है महाराजगंज समेत आस-पास की जनता को भी सीवान, छपरा, गोपालगंज एवं पटना तक सड़क यात्रा में समय की बचत होगी और सड़क यात्रियों को बहुत सुविधा होगी । इसके साथ ही महाराजगंज-मसरख रेल खण्ड पर चलने वाली गाड़ियों के परिचालन समय पालन में सुधार होगा जो प्रायः ट्रेन स्टाफ द्वारा गेट खोलने एवं बन्द करने में विलम्ब के कारण विलम्बित होतीं थीं उन गाड़ियों के समयबद्ध परिचालन में भी सुविधा होगी ।

मैं एक बार पुनः माननीय सांसद का अभिनंदन करते हुए महाराजगंज की जनता को इस नये रेलवे अंडर ब्रिज के लिए बधाई देता हूँ ।

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नेपाल में लगातार बारिश से गोपालगंज के लोगों की बढ़ी चिंता

Patna/ Gopalganj: पड़ोसी देश नेपाल में लगातार हो रही बारिश का असर अब बिहार में भी देखने को मिल रहा है. बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से गोपालगंज के दियारा इलाके के लोग चिंतित है, क्योंकि गंडक नदी के टूटे हुए गाइड बांध की मरम्मती काम अब तक नहीं किया गया है.

गंडक नदी का गाइड बांध मरम्मत नहीं होने के चलते दो गांव के लोग परेशानी झेलने को विवश हैं. सदर प्रखंड के राजवाही और सेमराही गांव को बाढ़ से बचाने के लिए बनाया गया गाइड बांध तीन साल पहले टूट गया, जिसका मरम्मत अबतक नहीं कराया गया है.

ग्रामीणों को अब इस बात की चिंता सता रही है कि जलस्तर में वृद्धि होने के शुरुआती दौर में ही इन गांवों में पानी फैल जाएगा और उनका गांव डूब जाएगा.

ग्रामीणों को ऐसी स्थिति में चार से पांच महीने तक बाढ़ की परेशानी झेलनी पड़ती है. ग्रामीणों का कहना है कि गंडक नदी के जलस्तर में मामूली सी बढ़ोतरी होती है तो नदी का पानी राजवाही और सेमराही गांव में फैल जाता है.

राजवाही और सेमराही गांव में गंडक नदी का पानी बरसात के शुरुआत और अंतिम दौर गांव में रहता है, जिसके कारण ग्रामीणों को माल-मवेशियों के साथ पलायन करना पड़ता है.

ग्रामीणों का कहना है कि जल संसाधन विभाग से गुहार लगायी गयी तो पुल निगम का गाइड बांध होने का हवाला दिया गया और पुल निगम के अधिकारियों ने जल संसाधन विभाग का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने बीते 29 जुलाई को गोपालगंज पहुंचे जल संसाधन मंत्री संजय झा से भी गाइड बांध बनाने की गुहार लगायी. तब मंत्री ने जल संसाधन विभाग को निर्देश भी दिये, लेकिन गाइड बांध बनाने की दिशा में अबतक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.

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वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के सेवित क्षेत्रों के संसद सदस्यों एवं सांसद प्रतिनिधियों के साथ महाप्रबंधक,पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के भारतेंदु सभाकक्ष में बैठक की ।

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय सहित पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं मंडल के शाखा अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया ।

बैठक में महराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने महाराजगंज एवं एकमा स्टेशन पर चल रहे सुन्दरीकरण के कार्यों में तेजी लाने, दाउदपुर स्टेशन के प्लेटफार्म सं-02 को नेशनल हाई-वे साईंड में इन्ट्री गेट बनाकर कनेक्ट करने, महेन्द्रनाथ हाल्ट पर दर्शनाथिर्यों की सुविधा हेतु प्लेटफार्मों का उच्चीकरण एवं पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण में तेजी लाये जाने, महाराजगंज रेलवे स्टेशन पर पहले से प्रस्तावित पैदल उपरिगामी पुल के निर्माण शीघ्र कराया जाये। 

शामकौड़िया रेलवे स्टेशन पर कम से कम दो दिन यात्री आरक्षण केंद्र संचालित किया जाये। मसरख एव राजापट्टी स्टेशनों के मध्य बंगरा हाल्ट स्टेशन बनाया जाये।  छपरा ग्रामीण एवं खैरा स्टेशन पर अकारण पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस को 40 मिनट तक रुकना पड़ता इसका तकनीकी समाधान किया जाये, सीवान-दुरौन्धा-महाराजगंज-मसरख-छपरा ग्रामीण होते हुए पटना के लिए एक जोड़ी नई रेल गाड़ी का संचालन कार्यालयी समयानुसार किये जाने की मांग की एवं पिछली बैठक में दिए गये प्रस्तावों पर अमल करने के लिए महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक को धन्यवाद दिया । उन्होंने जनहित और रेल यात्री हित में छपरा, बलिया और वाराणसी रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य के क्रम में मांझी में बन रहे रेलवे पुल के निर्माण में तेजी लाने की मांग की ।

जबकि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने छपरा स्टेशन के उत्तरी द्वार के निर्माण एवं चालू कराने के एवं आगमन के मार्ग के बारे में जिला प्रशासन राज्य सरकार से विमर्श कर प्रस्ताव तैयार करने के संदर्भ तथा सेकेण्ड इन्ट्री की सड़क को नेशनल हाई-वे 101 से जोड़ने । मंडल के सभी स्टेशनों पर उपलब्ध WIFI सेवा को स्टेशन के CCTV कैमरे से जोड़कर केंद्रीयकृत मानीटरिंग कक्ष बनाने तथा उसकी निगरानी रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस द्वारा किये जाने का प्रस्ताव रखा । छपरा मुजफ्फरपुर रेल लाइन जो नवनिर्मित है उसकी स्थिति क्या है ? पूछते हुए इसकी प्रगति एवं उनके बारे में जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की । इसके अतिरिक्त उन्होंने छपरा रेलवे कालोनियों के रख-रखाव एवं साफ-सफाई पर ध्यान देकर उसे ठीक कराने, मंडल के अंडरपासों में तकनीकी सुधार कर जल-जमाव की समस्या का निदान करने का प्रस्ताव दिया । उन्होंने सीवान से समस्तीपुर तक चलने वाली पूर्व ट्रेन को पुनः चलाये जाने का सुझाव दिया ।

संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने कहा कि बैठक में पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से मैं सभी सांसदों एवं  सांसद प्रतिनिधि गणों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ । आपके माध्यम से हमें जन-सामान्य की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं का पता चलता है। आप सबका इस बैठक हेतु समय देने के लिए हृदय से आभारी हूँ। हमने अपनी रेलवे की कार्यप्रणाली में लाइन क्षमता की वृद्धि, यात्री सुविधाओं के उन्नयन गाड़ियों के संरक्षित संचालन कर्मचारी कल्याण, पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हरित पहल सहित अन्य सभी क्षेत्रों में पर्याप्त कदम उठाए हैं। हमारी गहन योजना, परिश्रम और उपलब्ध संपत्तियों के कुशल और बेहतर उपयोग के परिणाम स्वरूप पूर्वोत्तर रेलवे पर संरक्षा में उल्लेखनीय सुधार के साथ अनेक उत्साहजनक उपलब्धियां हासिल हुई हैं।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दोहरीकरण एवं आमान परिवर्तन में अधिकतम कमीशनिंग का कार्य किया गया, जो विगत 10 वर्षों के दौरान सबसे अधिक है। निर्माण संगठन द्वारा दोहरीकरण कार्य में 145.7 कि0मी0 एवं आर0वी0एन0एल0 द्वारा दोहरीकरण में 92.92 कि0मी0 की कमीशनिंग किया गया । आमान परिवर्तन में निर्माण संगठन द्वारा इंदारा- दोहरीघाट खंड में 34.7 कि0मी0 कमीशनिंग का कार्य किया गया। उपरोक्त कमीशनिंग में अकेले,वाराणसी मंडल में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 193.34किलोमीटर दोहरीकरण किया गया।जो भारतीय रेलवे में किसी भी डिवीजन में किया गया सर्वोच्च कमीशनिंग है।

2014 में लगभग शून्य विद्युतीकरण से मार्च 2023 तक पूर्वोत्तर रेलवे के सभी Operational बड़ी लाइन रूट को विद्युतीकृत किया जा चुका है। शोहरतगढ़-पचपेड़वा, डालीगंज-मल्हौरऔरबांकेगंज (पूर्व)-मैलानी खंड में विद्युतीकरणकार्य हाल में ही सफलतापूर्वक संपादित किया गया है। वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 805.63 ट्रैक किलोमीटर के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया।

उलेखनीय है कि कभी भारतीय रेल की तथाकथित छोटी लाइन के रूप में जाने जानी वाली पूर्वोत्तर रेलवे का अब कुल 3471 मार्ग किलोमीटर में से 90%से अधिक ब्रॉड गेज रेल नेटवर्क है। शेष 10% मीटर गेज लाइन आमान परिवर्तन के प्रक्रियाधीन है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे को आरंभिक यात्री आय से 2535.08 करोड़ अर्जित हुआ,जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है और अब तक का सर्वाधिक सकल मूल राजस्व 3364.74 करोड़ रहा । वर्ष 2022-23 के रेलवे बोर्ड द्वारा 145 करोड़ रूपये के निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध स्क्रैप विक्रय के माध्यम से 212.51 करोड़ की कमाई हुई जो लक्ष्य से 46.6 प्रतिशत अधिक है एवं गत वित्त वर्ष की वास्तविक स्क्रैप विक्रय से 29.1 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23के दौरान वाराणसी मण्डल की कुल राजस्व आय 1186.94 करोड़ थी जो वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 33.50% अधिक है। बीते वर्ष वाराणसी मण्डल द्वारा 17 एफओबी और 31 उच्च स्तरीय प्लेटफार्म को चालू करके यात्री सुविधा में सुधार किया गया । हाल ही में औड़िहार में स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट (एसीडब्ल्यूपी) चालू किया गया ।
इसके अतिरिक्त छपरा जंस्टेशनको Major station redevelopment के लिए चुना गयाहै।साथही साथअमृत भारत स्टेशन विकास योजना के अंतर्गत बनारस, वाराणसी सिटी, गाजीपुर सिटी, बलिया, सुरेमनपुर, थावे, भटनी, देवरिया सदर, बेल्थरा रोड, सलेमपुर, आजमगढ़, मैरवा, मऊ, कप्तानगंज, सीवान (कुल 15) के स्टेशन भवन का पुनर्विकास कार्य स्वीकृत हुआ है।

वाराणसी मण्डल देश के व्यस्ततम रेल मण्डलों में से एक है और वाराणसी शहर देश के धार्मिक आस्था का एक बड़ा केंद्र है। वाराणसी मण्डल द्वारा आधारभूत संरचना एवं यात्री सुविधा से संबंधित कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं ।

 

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लखनऊ, 07 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कैसरबाग स्थित एसी-एसटी कोर्ट में बुधवार की दोपहर पेशी पर आए कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर अधिवक्ता की वेशभूषा में आए थे। कई राउंड चली गोली में एक बच्ची लक्ष्मी, दो पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल हुए हैं।

वारदात को अंजाम देने के बाद भाग रहे हमलावरों में एक को वकीलों ने पकड़ लिया। उसे जमकर पीटा भी। कोर्ट में चली गोली से कुख्यात अपराधी की मौत की खबर मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और भारी संख्या में पुलिस बल कोर्ट परिसर में तैनात कर दी गई। वहीं, कोर्ट परिसर में हुई जघन्य अपराध को लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त है। अधिवक्ताओं ने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध शुरू कर दिया। पथराव में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने अधिवक्ताओं को शांत कराने का प्रयास किया।

जौनपुर का रहने वाला हमलावर
कुख्यात अपराधी संजीव की कोर्ट रूम में हत्या करने वाले हमलावर को अधिवक्ताओं ने पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया है। प्रारंभिक पूछताछ में हमलावार का नाम जौनपुर का रहने वाला विजय यादव बताया गया है। वह वकील की वेशभूषा में कोर्ट रूम पहुंचा था। जिस हथियार से उसकी हत्या हुई है, वह सेमी आटोमेटिक गन बतायी गई है। अब यह सवाल सामने आ रहा है कि जिस तरह से उसने कुख्यात अपराधी को मारा है, उसके पीछे उसका मकसद क्या है ? गोली चलाने की ट्रेनिंग कहां से मिली है ? उसके पीछे कौन है ? ऐसे कई सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।

बुलेट प्रुफ जैकेट में आता था संजीव
कोर्ट रूम में जिस कुख्यात अपराधी की गोली मारकर हत्या की गई है। उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह जब भी कोर्ट में पेशी पर आता था तो उसे बुलेटप्रुफ जैकेट में लाया जाता था। चारों तरफ पुलिस उसे घेरे रहती थी। लेकिन आज वो बुलेटप्रुफ में क्यों नहीं लाया गया है। इसको लेकर भी प्रश्न उठा रहा है। हालांकि उप्र शासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जीवा को बुलेटप्रूफ जैकेट में लाए जाने का कभी कोई आदेश नहीं दिया गया है।

अधिवक्ताओं ने सुरक्षा की मांग की
कोर्ट रूम में जिस तरह से एक कुख्यात अपराधी की हत्या की गई, उससे अधिवक्ता खेमें में हड़कम्प मचा हुआ है। वह अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। अधिवक्ता रिया रचना मिश्रा का कहना है कि जिस तरह से यह घटना हुई है, इससे कोर्ट परिसर में मौजूद सुरक्षा कर्मियों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कई अधिवक्ताओं ने खुद की सुरक्षा की मांग की है।

कंपाउडर से कुख्यात अपराधी बना जीवा
मुजफ्फरनगर जनपद के रहने वाले ओमप्रकाश माहेश्वरी का पुत्र संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पश्चिम उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी था। 90 के दशक में मुजफ्फरनगर में एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर की नौकरी करने वाले संजीव को पैसा कमाने की ललक ऐसी लगी कि उसने मालिक को ही अगवा कर लिया और बड़ी फिरौती की मांग की। वर्ष 1992 में उसने कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगी थी। पुलिस रिकार्ड के अनुसार उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में 24 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका था, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। वहीं, संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप था। हाल ही में उसकी करोड़ों की संपत्ति भी प्रशासन द्वारा कुर्क की गई थी।

भाजपा नेता ब्रम्हदत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया
कुख्यात अपराधी संजीव का नाम 10 फरवरी 1997 को हुई भाजपा नेता ब्रम्हदत्त द्विवेदी की हत्या में भी आया था। जिसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद वह मुन्ना बजरंगी गैंग में शामिल हो गया। इसी समय उसका सम्पर्क मुख्तार अंसारी से हुआ। मुख्तार को अत्याधुनिक हथियारों का शौक था तो संजीव के पास हथियारों को जुटाने का तिकड़मी नेटवर्क। इसी दौरान उसका नाम कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया। हालांकि, कुछ साल बाद कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था। इसके बाद सन 2017 में हरिद्वार में कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में कुख्यात बदमाश संजीव समेत चार आरोपितों को द्वितीय अपर जिला जज सहदेव सिंह ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद से वह लखनऊ जेल में रह रहा था।

पत्नी ने बताया था पति की जान को खतरा
कुख्यात बदमाश की पत्नी पायल ने साल 2021 में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर कहा था कि उसके पति (जीवा) जान को खतरा है। पायल 2017 में आरएलडी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ी थी, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

जिलाधिकारी बोले
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि कोर्ट रूम में पेशी के दौरान आये कुख्यात अपराधी संजीव उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है। हमले में एक बच्ची लक्ष्मी घायल है। सिपाही लाल मोहम्मद के पैर में गोली लगी है। कुछ सिपाही घायल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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