Chhapra: आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया.

नदी घाटों पर पहुँच श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया. वही कुछ लोगों ने अपने घरों के छतों पर बने कृत्रिम जलाशायों में अर्घ्य दिया. 

इस के बाद व्रतियों ने पारण किया और 36 घंटों से जारी व्रत संपन्न हुआ

 

0Shares

Chhapra: आस्था का महापर्व छठ बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य देंने के साथ तीसरे दिन का अनुष्ठान संपन्न हो गया. व्रतियों ने तीसरे दिन संध्या समय मे भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. भगवान से सुख शांति समृद्धि की कामना की. अब व्रतियों द्वारा गुरुवार को उदयीमान भगवान को अर्घ्य दिया जाएगा.

शहर से लेकर गांव तक महापर्व छठ में लोगों का हुजूम नदी घाट, तालाब, सरोवर पर जुटा था. महापर्व में संध्या अर्घ्य को लेकर व्रती अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ जुटे थे. व्रतियों ने पानी मे खड़े होकर हाँथो में कलसुप और उस कलसुप मे फल, फूल, पकवान, सहित ईख, मूली, नारियल, नीबू से भरे कलसुप से भगवान की आराधना की उसके बाद अर्घ्य देकर परिवार की उन्नत्ति और सुख शांति की कामना की.

सोनपुर में छठ घाट का नाव से निरीक्षण करते जिलाधिकारी

इस अवसर पर प्रशासन द्वारा विधि व्यवस्था के महत्वपूर्ण इंतेजाम किये गए थे. जिलाधिकारी राजेश मीणा ने सोनपुर में नाव से संध्या में छठ घाट का निरीक्षण किया. नदी घाटों पर गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम निगरानी कर रही थी. वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षा व्यवस्था के इंतेजाम किये गए थे.

0Shares

Chhapra: सूर्योपासना लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन मंगलवार को खरना श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इसके साथ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया है।

खरना को लेकर मंगलवार को सभी व्रतियों ने दिनभर निर्जला उपवास रखा। उसके बाद शाम में अपने आराध्य देव को साक्षी मानकर उन्हीं के सामने खीर, पूरी इत्यादि प्रसाद बनाकर पूजन किया गया।

पूजन करने के बाद दिन भर का उपवास समाप्त कर व्रतियों ने सपरिवार प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ अब से 36 घंट घंटे के निर्जला उपवास पर चले गए हैं। बुधवार की शाम डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर, गुरुवार की सुबह उगते सूर्य देव को प्रणाम किया जाएगा। उन्हें अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन होगा। इस दौरान अधिकांश घरों में व्रती के सोने के लिए धरती पर ही बिछावन लगाया गया है।

इधर, कुछ ऐसे घर जहां छठ नहीं हो रहा है, वहां खरना का प्रसाद पहुंचाकर ग्रहण किया। दूसरी ओर छठ को लेकर वातावरण पूरी तरह से भक्ति के रंग में रंग गया है। लोगों ने पूजा के लिए घाट तैयार कर लिया है, प्रशासन भी जगह-जगह सुविधा उपलब्ध कराने की कवायद कर रही है।

0Shares

Chhapra: महापर्व छठ पूजा का चार दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू हो गया. महापर्व को लेकर लोग तैयारियों में जुटे है. दूर देश से लोग अपने घर लौट रहे हैं.

बाजारों में पूजन सामग्री की दुकान सज चुकी है. लोग खरीदारी करने के लिए जुट रहें हैं. वही छठ पूजा के गीतों से वातावरण छठमय हो चुका है. सोशल मीडिया पर भी छठ को लेकर खूब पोस्ट हो रहें है.

खरना में व्रती स्नान कर कद्दू और चावल का प्रसाद बनाती हैं. बाजार में कद्दू के भाव भी बढ़े हुए हैं.

0Shares

Chhapra: स्थानीय कामता सखी मठ में स्थित चित्रगुप्त मंदिर के प्रांगण में श्री चित्रगुप्त समिति एवं कायस्थ चित्रगुप्त सेना के तत्वाधान में धूमधाम से कायस्थ समाज द्वारा भगवान चित्रगुप्त के पूजनोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कलम दवात की पूजा अर्चना कर धूम धाम से मनाया गया.

कार्यक्रम के संयोजक जयप्रकाश वर्मा ने बताया कि सर्वप्रथम सभी चित्रांश बंधुओं एवं अन्य समाज के बुद्धिजीवी लोगों ने चित्रगुप्त मंदिर के प्रांगण में सामूहिक रूप से कलम दवात की पूजा की. हवन पूजा के बाद, अदरक और गुड़ का चरणामृत, लड्डू का प्रसाद का वितरण कर खुद भी सेवन किया गया.

रात्रि में शहर के प्रमुख विद्वान ब्यास शंकर श्रीवास्तव ने संगीत के माध्यम से भगवान चित्रगुप्त के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला. जिससे सभी भक्त मंत्रमुग्ध हो गए. इस अवसर पर मुख्य रूप से कृष्ण कुमारी सखी, बृज मोहन प्रसाद वर्मा, नगेंद्र कुमार वर्मा, धर्मेंद्र कुमार राजन, मुकुंद मोहन राजू, श्रीप्रकाश वर्मा, अमरेंद्र कुमार वर्मा, सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, अवधेश स्वर सहाय, राजेंद्र कुमार सिन्हा, राकेश कुमार वर्मा, सत्य प्रकाश वर्मा, मुकेश कुमार, अंकुर श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव सहित सैकड़ों चित्रांश परिवार के सदस्य शामिल हुए.

0Shares

Chhapra: लोक आस्था का पर्व छठ के मौके पर घाटों की साफ-सफाई को लेकर छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता शनिवार को कई नदी घाटों का निरीक्षण किया.

उन्होंने साहेबगंज, सोनारपट्टी, रूपगंज, दहियावां समेत विभिन्न घाटों का जायजा लिया. घाटो की साफ-सफाई के प्रति गंभीरता को लेकर विधायक ने दूरभाष पर अधिकारियों को निर्देश दिया.

विधायक श्री गुप्ता ने कहा कि छठ पर्व की मान्यता इस इलाके में काफी है. हर घर में पर्व होता है. व्रतियों और श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो इसके लिए प्रशासनिक पहल जरूरी है. घाट तक जाने वाले रास्तों को दुरूस्त किया जाना आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि नदी में पानी नहीं रहने के कारण अर्ध्य देने में लोगों को कठिनाई होगी. इसके लिए मशीन से नदी में गड्डा कराया जाय ताकि लोगों को सहुलियत हो.

इस मौके पर राजेश फैशन समेत कई कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे.

0Shares

Chhapra: कलम के देवता चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से की गई. शहर के कामता सखी मठ, रामलीला मठिया के साथ साथ कायस्थ परिवारजनों ने अपने अपने घरों में कलम दवात की पूजा भगवान चित्रगुप्त की आराधना की. भगवान चित्रगुप्त से सुख संपत्ति और धन्य धान्य की वृद्धि के साथ सम्पूर्ण जगत को रोग मुक्त करने का आशीर्वाद मांगा गया.

इस अवसर पर कायस्थ जनों ने विशेष रूप से गुड़ अदरख चरणामृत, खजुली का प्रसाद वितरण किया.

0Shares

Chhapra: श्री चित्रगुप्त समिति की बैठक मोहन नगर में कैलाशपति प्रसाद की अध्यक्षता में शुक्रवार को संपन्न हुई. जिसमें चित्रगुप्त पूजा धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया.

इस अवसर पर मोहन नगर इकाई का गठन किया गया. जिसके संरक्षक प्रोफेसर डॉ केपी श्रीवास्तव एवं कैलाशपति प्रसाद मनोनीत किया गया. वही अंजनी कुमार पांडेय को अध्यक्ष बीके श्रीवास्तव एवं बसकी नाथ को उपाध्यक्ष अधिवक्ता आशुतोष कुमार को महासचिव जबकि सलिल रंजन एवं अमर कुमार को सचिव तथा रूपेश रंजन को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.

साथ ही शनिवार को चित्रगुप्त पूजा धूमधाम से मनाने का भी निर्णय लिया गया. आयोजन अंजनी कुमार पांडेय के निवास स्थान पर आयोजित होगा. जिसमें संध्या 3 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा संगठन को मजबूत करने का भी निर्णय लिया गया.

बैठक में कैलाशपति प्रसाद प्रो केपी श्रीवास्तव, अंजनी कुमार पांडे, अधिवक्ता आशुतोष कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, रुपेश नंदन, सलील रंजन, सागर कुमार, डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

0Shares

Chhapra: धनतेरस को लेकर बाजार सज चुका है. झाड़ू से लेकर बर्तन औऱ इलेक्ट्रिक से लेकर आभूषण तक का बाजार गुलजार है. सुबह से ही शहर के मुख्य बाजार साहेबगंज, सोनारपट्टी, गुदरी बाजार, मौना चौक, हथुआ मार्केट, सलेमपुर में रौनक है. बर्तन बाजार, इलेक्ट्रॉनिक्स मार्किट, सोनारपट्टी की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ है. धनतेरस के अवसर पर इस बार भी ग्राहकों को लुभावने वादों के साथ उपहार दिए जा रहे है. सबसे ज्यादा उपहार गहनों की खरीददारी पर है. वही मोबाइल बाजार में भी तेजी है.

कोरोना के बाद बाज़ारो में महगांई की मार है. जरूरत के सामानों के साथ साथ अन्य सामग्रियों के दाम आसमान पर है. ऐसे में मध्यमवर्गीय परिवार की दिवाली फ़ीकी ही दिख रही है. हालांकि धनतेरस और दिवाली पर झाड़ू खरीदकर ही इस त्यौहार को मनाने का प्रयत्न कर रहे है.हालांकि गोवर्धनपूजा के बाद लग्न का मौसम शुरू होने वाला है जिसको लेकर ग्राहक धनतेरस पर गहनों की खरीददारी कर उपहारों का लाभ लेने के मूड में है. कुल मिलकर मंहगाई के बीच बाजार में उछाल दिख रहा है.

0Shares

युगाब्ध-5123, विक्रम संवत 2078, राष्ट्रीय शक संवत-1943, सूर्योदय 06.20, सूर्यास्त 05.33, ऋतु – शरद

कार्तिक कृष्ण पक्ष एकादशी, सोमवार, 01 नवम्बर 2021 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज का भविष्यफल।

मेष राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में अनुकूल वातावरण मिलने के योग बन रहे हैं। आज का प्रत्येक कार्य बिना विघ्न के संपन्न होगा। गृहस्थ जीवन में उग्र वातावरण बना रहेगा। आध्यात्मिक प्रवृत्ति में रुचि रहेगी। कार्यालय में आपका प्रभाव बना रहेगा। मध्याह्न के बाद आपके मन पर नकारात्मक विचारों का आक्रमण होने से मन में हताशा रहेगी। घर के कार्यों के पीछे धन का खर्च होने की संभावना है। पूंजी-निवेश हेतु शेयर बाजार आपके लिए अनुकूल रहेगा।

वृषभ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार मध्यम रहेगा और कार्यभार की अधिकता रहेगी, कठिन परिश्रम से कार्य फसल होंगे। धार्मिक कार्यों में भाग लेंगे तथा धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते हैं, जिसमें अधिक धन खर्च होने की संभावना रहेगी। कोर्ट-कचहरी के कार्य सफल होंगे। पुण्य कार्य के पीछे धन का व्यय होगा। ईश्वर की आराधना आपके मन को शांति प्रदान करेगी। मध्याह्न के बाद आपके प्रत्येक कार्य सरलतापूर्वक संपन्न होंगे। गृहस्थ जीवन अच्छा रहेगा। शारीरिक स्वास्थ्य भी बना रहेगा।

मिथुन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में भी लाभ होगा। शेयर और प्रॉपर्टी में निवेश लाभदायक रहेगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति छाई रहेगी। विवाहोत्सुकों को योग्य साथी मिलने की संभावना है। किसी मनोहर स्थल पर प्रवास हो सकता है। पुराने मित्रों से मुलाकात होगी, जो लाभदायक रहेगी। धार्मिक कार्यों के पीछे धन का खर्च अधिक होगा। आय की अपेक्षा खर्च की मात्रा अधिक होगी। सेहत का ध्यान रखने की आवश्यकता है।

कर्क राशि :- आज का दिन लाभदायी है। कायक्षेत्र में अच्छा माहौल रहेगा और व्यापार-व्यवसाय में अपेक्षित सफलता मिलने की संभावना रहेगी। आकस्मिक धनलाभ से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। धार्मिक कार्यों में रुचि ले सकते हैं। आनंद-प्रमोद और मनोरंजक प्रवृत्तियां दिनभर चलती रहेंगी। घर की साज-सजावट में नयापन लाएंगे। वाहन-सुख भी मिलेगा। सामाजिक प्रसंग में कहीं बाहर जाने का प्रसंग उपस्थित होगा। रमणीय स्थान पर प्रवास का आनंद ले सकेंगे।

सिंह राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यापार को विकसित करने की ओर अधिक ध्यान देंगे। नई योजनाएं और विचारधारा की नवीनता से व्यापार प्रगति की दिशा में अग्रसर होने लगेगा। फिर भी कार्य में सफलता मिलने में विलंब हो सकता है। मध्याह्न के बाद व्यापार के अनुकूल वातावरण सर्जित होगा। इसी कार्य के लिए कहीं बाहर जाने की संभावनाएं भी उपस्थित हो सकती हैं। पदोन्नति के योग हैं। आपकी कार्यपद्धति से उच्च अधिकारी भी आप पर प्रसन्न रहेंगे। पिता और बड़ों से लाभ की आशा है।

कन्या राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। खान-पान पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। नकारात्मक विचारों को मन से निकाल देने पर हताशा से उबर पाएंगे। अनैतिक और अप्रमाणिक कार्य विपत्ति में डाल सकता है, इसलिए संभव हो तो उससे दूर रहें। आकस्मिक प्रवास का योग है। मध्याह्न के बाद अच्छी समय अच्छा बीतेगा। लेखन या साहित्यिक प्रवृत्ति में विशेष रुची रहेगी। व्यापार में विकास होने से नई योजनाएं भी अमल में आएंगी। वाद-विवाद से बचें।

तुला राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। किसी के साथ भावनात्मक संबंध से बंध सकते हैं और उस संबंध में आज कुछ अधिक भावनाशील रहेंगे। आनंद-प्रमोद तथा मनोरंजक प्रवृत्ति से मन प्रफुल्लित रहेगा। इस प्रवृत्ति में मित्रों का सहकार मिलने से मनोरंजन का आनंद दुगुना हो जाएगा। मध्याह्न के बाद स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। क्रोध पर संयम रखें। वाणी उग्र न हो जाए, इसका भी ध्यान रखें। नए कार्य को प्रारंभ करने के लिए समय अच्छा नहीं है।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार अच्छा चलेगा और आर्थिक लाभ होगा। व्यापार के विस्तार की नई योजनाएं शुरू कर सकते हैं, जिनमें सफलता मिलेगी। धन प्राप्ति का प्रबल योग है। नौकरी में पदोन्नति हो सकती है और आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। अच्छे वस्त्र और अच्छे खान-पान से मन प्रफुल्लित रहेगा। मनोरंजक प्रवृत्ति से मन प्रफुल्लित रहेगा। छोटे प्रवास या पर्यटन पर जा सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें।

धनु राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगी। कारोबार में समय अनुकूल रहेगा और आर्थिक लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार में विकास होने से मन में आनंद छाया रहेगा। वस्त्राभूषणों की खरीदी आपके लिए रोमांचक और आनंददायी रहेगी। कला के प्रति आपकी अभिरुची विशेष रहेगी। घर की साज-सजावट में नयापन लाएंगे। वाहन-सुख भी मिलेगा। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। खान-पान में संयम रखें।

मकर राशि :- आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी रहेगा। कारोबार में छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। संपत्ति सम्बंधित दस्तावेजों को लेकर सावधानी रखना होगा। सोच-समझकर और किसी की सलाह लेकर किया गया निवेश लाभदायक रहेगा। क्रोध पर नियंत्रण रखें, अन्यथा परिवार में कलह होने की संभावना रहेगी। दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा। स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल है।

कुम्भ राशि :- आज का दिन व्यवसायियों के लिए अनुकूल है। कारोबार अच्छा चलेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। हालांकि, कार्यभार की अधिकता रहेगी, जिससे मानसिक और शारीरिक रूप से थकान का अनुभव होगा। गृहस्थ जीवन में उलझे हुए प्रश्नों का निराकरण मिलेगा और संपत्ति से जुड़े कार्यों का भी रास्ता निकलेगा। भाई-बहनों के साथ सम्बंधों में प्रेम बना रहेगा। मध्याह्न के बाद कार्य में प्रतिकूलताओं में वृद्धि होगी। परिवारजनों के साथ मतभेद रह सकता है।

मीन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। वाणी पर संयम रखने से अन्य लोगों के साथ मनमुटाव के प्रसंगों को टाल सकेंगे। आध्यात्मिक विचार और प्रवृत्तियों में दिनभर मन लगा रहेगा। फिर भी विद्यार्थियों के पढऩे-लिखने में एकाग्रता रखनी पड़ेगी। मध्याह्न के बाद चिंताओं के निवारण करने के उपाय मिलने से मानसिक शांति का अनुभव होगा। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थता बनी रहेगी। प्रतिस्पर्धा की इच्छाएं फलीभूत नहीं हो पाएंगी।

0Shares

Chhapra: हनुमान जयंती समारोह का 54 वां अधिवेशन शहर के मारुति मानस मंदिर में शुरू हो गया है. अधिवेशन 3 नवंबर तक चलेगा.

अधिवेशन में देश के जाने-माने प्रवचनकर्ता प्रवचन को पहुंचेंगे. इस अधिवेशन में जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री रत्नेश जी, सन्यासिनी पंछी देवी, कृष्णानंद त्रिपाठी, वैराग्य नंद जी परमहंस, सुधीर जी व्यास, ओम प्रकाश मिश्रा, संजय त्रिपाठी और शिववचन जी प्रवचन करेंगे.

कार्यक्रम की शुरुआत रामार्चा पूजा के साथ हुई. इसके साथ ही 26 दिसंबर से 3 नवंबर तक हनुमान जी की विशेष आरती, रामचरितमानस का सामूहिक नवाह परायण, पुरुष सूक्त एवं श्री सूक्त से हवन, उपदेश एवं प्रवचन होंगे. उपदेश एवं प्रवचन दोपहर 2:00 बजे से संध्या 5:30 बजे तक और शाम 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक होंगे.

0Shares

– महागौरी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, त्रिकोण परिक्रमा कर की मंगलकामना

मीरजापुर: शारदीय नवरात्र के अष्टमी तिथि को महागौरी स्वरूप मां विंध्यवासिनी के दर्शन को विंध्यधाम में आस्था का संगम दिखा। भक्तों ने दर्शन-पूजन कर पुण्य की कामना की।

मंगला आरती के बाद भक्तों के दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हुआ, जो अनवरत चलता रहा। अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर भी अन्य दिनों की अपेक्षा बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन किए। इन मंदिरों में मत्था टेकने के बाद भक्त त्रिकोण परिक्रमा को निकल पड़े। शारदीय नवरात्र के अष्टमी तिथि को मां का दर्शन पूजन करने के लिए गैर प्रांतों के श्रद्धालु मंगलवार की रात में ही विंध्यधाम पहुंच गए थे। विंध्यधाम के होटलों और अतिथिगृहों में विश्राम के बाद श्रद्धालु गंगा स्नान मां विंध्यवासिनी के दर्शन को मंदिर की तरफ निकल पड़े और कतारबद्ध हो गए। सुबह जैसे-जैसे दिन ढलता गया श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती गई।

मंगलवार की रात महानिशा पूजा होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु विंध्यधाम पहुंचे। मां विंध्यवासिनी, मां काली व मा अष्टभुजा के दर्शन के बाद शिवपुर स्थित रामेश्वरम मंदिर और रामगया घाट स्थित तारा मंदिर में दर्शन-पूजन कर त्रिकोण परिक्रमा पूरी की। त्रिकोण मार्ग पर सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था रही।

रामगया घाट श्मशान, तारा मंदिर व भैरो कुण्ड में हुई तंत्र साधना

महानिशा की रात तंत्र साधना के लिए विंध्यधाम के विभिन्न स्थलों पर तांत्रिकों का जमावड़ा लग गया था। ऐसी मान्यता है कि विंध्यधाम में वाम मार्गी और दक्षिण मार्गी दोनों साधक अपनी-अपनी साधना विधि से तंत्र साधना कर सकते हैं। दोनों साधकों को अभिष्ट फल की प्राप्ति होती है। इसीलिए यहां दोनों मार्गों के साधक फल की प्राप्ति के लिए तंत्र साधना के लिए महानिशा की पूजा में जुटते हैं। विंध्यधाम के शिवपुर स्थित रामगया श्मशान घाट, तारा मंदिर, अष्टभुजा पहाड़ी पर स्थित भैरो कुण्ड समेत अन्य साधना स्थलों पर तंत्र साधकों ने साधना कर अपने ईष्ट को प्रसन्न करने का उपक्रम किया। तंत्र साधना के मद्देनजर विभिन्न साधना स्थलों के आसपास पुलिस का कड़ा पहरा रहा। रात्रि में प्रकाश के लिए अलास्का लाइट लगाई गई थी, ताकि कोई अप्रिय घटना न होने पाए।

महानिशा में तंत्र साधना का अलग ही महत्व

महानिशा में विंध्यधाम में तंत्र साधना का अपना अलग ही महत्व है। रामगया घाट श्मशान घाट, तारा मंदिर, काली खोह, भैरो कुण्ड, चितवा खोह, मोतिया तालाब, गेरुआ तालाब आदि स्थानों पर साधक साधना में जुटे रहे।

विध्य पर्वत पर रही रौनक

शारदीय नवरात्र के अष्टमी के दिन विंध्य पर्वत पर रौनक रही। त्रिकोण करने वाले भक्तों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा दोगुनी रही। कालीखोह मंदिर से अष्टभुजा मंदिर होते हुए तारा मंदिर जाने वाले मार्ग पर पूरे दिन भक्तों की टोली दिखी।

0Shares