Chhapra: रामकृष्ण आश्रम  में रामकृष्ण देव की जयंती तिथि पूजन के रूप में धूमधाम से मनाई गई. इस अवसर पर हवन पूजा पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ.

आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ठाकुर की जयंती तिथि पूजन के रूप में धूमधाम से मनाई जाती है. इस अवसर पर  शिक्षिका मंजू और बच्चों ने संगीत और गायन प्रस्तुत किया.

इस अवसर पर प्रो एच के वर्मा, धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख अरुण पुरोहित, प्रो बाल्मीकि ने रामकृष्ण देव के जीवन पर परिचर्चा की. हजारों बच्चों और अनुयायियों ने प्रसाद ग्रहण किया.

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Chhapra: महाशिवरात्रि के अवसर पर मंगलवार को शहर में शिव विवाह शोभायात्रा की दो झांकियां निकली. पहली झांकी श्री मनोकामना नाथ मंदिर, कटरा से और दूसरी राम जानकी मंदिर से निकली.

शिव विवाह शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे. वहीं इस आयोजन को देखने के लिए शहर की सड़कों पर दोनों ओर लोगों की भारी भीड़ जमी थी. वहीं घरों की छतों और बालकोनी उसे लोग इस आयोजन को देख रहे थे.

कोरोना के कारण विगत 2 वर्षों से यह आयोजन नहीं हो पा रहा था. जिसको लेकर लोगों में मायूसी थी पर 2 साल बाद दुगुने जोश के साथ इस आयोजन को किया गया. शिव विवाह शोभायात्रा में सभी देवताओं की झांकियां थी. साथ ही भूत प्रेत जानवर यहां तक की कोरोना वायरस भी शोभायात्रा में शामिल था.

आकर्षक झांकियों को देखकर लोग काफी उत्साहित दिखे. शहर के तमाम चौक चौराहों पर विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों और समाजसेवियों के द्वारा भंडारा का आयोजन भी किया गया. जिसके माध्यम से बारात में चल रहे लोगों को भोजन और जलपान की व्यवस्था की गई.

शहर में निकले इस शोभायात्रा के रूट में इस बार थोड़ा परिवर्तन किया गया था. ऐसा डबल डेकर निर्माण के कारण कई सड़कों के बंद होने के कारण किया गया था. आयोजन शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गया है. A valid URL was not provided.

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Chhapra: महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रत्येक वर्ष शहर में निकलने वाले शिव विवाह शोभा यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है.

शोभा यात्रा मंगलवार को श्री मनोकामनानाथ मंदिर, कटरा से नगर भ्रमण को निकलेगी. लगभग 2 सालों से कोरोना वायरस के कारण शोभा यात्रा नही निकलती थी. कोरोना काल में लगाए गए तमाम प्रतिबंधों के कारण शोभा यात्रा नहीं निकल सकी. इस बार दो साल के बाद जोश भी दुगना है और आयोजन समिति के द्वारा इसको लेकर भव्य तैयारी की गई है.

आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस बार शोभा यात्रा में 28 मनोरम झांकियां देखने को मिलेंगी. इन झांकियों में भगवान और दूत, भूत जानवर भी नजर आएंगे.

झांकियों में भारत माता, भगवान विष्णु, ब्रह्मा की झांकियां देखने को मिलेंगे. साथ ही कमंडल में गंगा, बड़ा राक्षस देखने को मिलेगा. शिव विवाह शोभायात्रा में भूत प्रेत आदि भी देखने को मिलेंगे जो हमेशा से लोगों के मनोरंजन का केंद्र रहे हैं.

इस बार कलश नारायण शिवजी की वेशभूषा में होंगे. इसको लेकर कला संयोजक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि कलाकारों की कड़ी मेहनत के बल पर यह आयोजन विगत 20 सालों से होता रहा है. इस आयोजन के माध्यम से लोगों की आस्था को नया बल मिलता है. वही संस्थापक अरुण पुरोहित ने बताया कि समाज में सांस्कृतिक विरासत को बचाकर रखने में इस आयोजन की बड़ी भूमिका रही है. पुरातन कला और कलाकारों की तमाम कलाकारी इस आयोजन में देखने को मिलती है. जो लोगों के बीच एक उत्साह उत्पन्न करता है.

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लालपुर: संपूर्ण वेद तथा पुराणों में राम नाम की महिमा वर्णित है .चारों वेदों तथा चारों युगों में राम नाम का ही प्रभाव है, उक्त बातें श्री धर्म संघ वेद विद्यालय वाराणसी के प्राचार्य पंडित डा रत्नाकर मिश्र ने कही .वे बसडीला ग्राम में चल रहे अखंड राम नाम महायज्ञ के 81वे नवाह्य वार्षिकोत्सव महायज्ञ मे शनिवार को दिवाकाल मे श्रद्धालू भक्तो को रामकथा सुना रहे थे .उन्होने कहा कि कलयुग में विशेष रूप से राम नाम का महत्व है .इसके अलावा तो दूसरा कोई उपाय ही नहीं है .
“वेदे रामायणम् चैव पुराने भारते तथा ,
आदि मध्ये तथा चन्ते हरि : सर्वत्र गीयते”

उन्होने कहा कि जिस पर राम की कृपा होती हैउसका सर्वत्र भला होता है .उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है .उसका बिगड़ा हुआ काम भी बन जाता है .प्रभु श्री राम का स्मरण करने वालों का हमेशा कल्याण होता.जो राम कथा का सत्संगी है उसके सहायक श्री बजरंगबली महाराज जी हैं. इस पर हनुमान जी महाराज भगवान राम से कहते हैं कि आप ही ने कहा कि जो आपका नाम लेगा उसका हम सदा ही भला करेंगे.उसे कभी डरने की जरूरत नहीं है.वहीं पं अनिल शास्त्री ,शिवबचन जी महाराज ने भी अपनी अमृतमयी वाणी से श्रद्धालु भक्तो के बीच कथा वाचन किया|मंच संचालन पं इंदूभूषण मिश्र कर रहे थे. वहीं यज्ञ संचालन मे हरिबल्लभ मिश्र, अमृतांशु भूषण मिश्र, सुरेश कुमार सिंह पं सीताराम त्रिपाठी ,प्रो दिवाकर मिश्र ,सुधाकर मिश्र, विजय मिश्र, अमलेन्दू मिश्र सहित क ई अन्य लगे हैं.बताते चले कि इस महायज्ञ की पूर्णाहुति, हवन व भंडारा 14फरवरी को सम्पन्न होगा.

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Chhapra: बाबा मनोकामना नाथ मंदिर परिसर कटरा बाजार छपरा में शिव विवाह शोभायात्रा निकालने पर परिचर्चा हुई। 2004 से प्रारंभ हुई शिव विवाह शोभायात्रा इस वर्ष 1 मार्च मंगलवार 2022 महाशिवरात्रि के सुअवसर भव्य रुप से निकाली जाएगी जो शहर के सभी प्रमुख मार्गो से होकर गुजरेगी सभी उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया। इसकी सूचना जिला प्रशासन को दे दी जाएगी। आज की बैठक में राजेश कुमार गुप्ता, रविन्द्र सिंह, मानवेंद्र कुमार सिंह, विष्णु गुप्ता वार्ड पार्षद, संजीव सिंह,विनोद कुमार सिंह सारण आईटीआई केदारनाथ सिंह, डॉ राकेश कुमार सिंह, अधिवक्ता रजनीकांत सिंह,अवधेश राय, विनोद कुमार सिंह बीडीसी, अरुण कुमार सिंह गुड्डू,आचार्य हरिओम त्रिपाठी, पुजारी महेश मिश्र, संस्थापक अरुण पुरोहित वगैरह उपस्थित रहे।

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Chhapra: जिला में कोरोना गाइडलाइन का पालन कर सादगीपूर्ण तरीके से सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया. हालांकि इस बार कोचिंग संस्थान सहित विद्यालय बंद रहने के कारण बहुत सीमित जगहों पर मनाया गया.

कोरोना प्रोटोकाल के तहत हर वर्ष होने वाली सरस्वती पूजा सादगी पूर्ण तरीके से मनाई गई. स्कूल बंद रहने के कारण पूजा को भव्य रुप ना देकर सादगीपूर्ण तरीके पूजा अर्चना की गई.

इस अवसर पर मां शारदे से सबों के लिए मंगल कामना करते हुए कोरोना को दूर भगाने, जल्द से जल्द स्कूल खुलनेऔर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन कल रविवार को अधिकतर जगहों पर किया जाएगा. चौक-चौराहों पर पुलिस बलों सहित दंडाधिकारी की तैनाती की गई.

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Chhapra:  जिला मुख्यालय और आसपास बसंत पंचमी के अवसर पर उत्साह देखा जा रहा है.  प्रकृति के बीच आम-लीची और सहजन में मंजर एवं फूल निकलने को आतूर दिख रहे हैं. वसंत ऋतू के आगमन से सरसों के पीले-पीले फूल, पेड़-पौधे में नई कोपलें दिखने लगी है.

विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती पूजा की पूजा को लेकर तयारी की गयी है.  स्कूलों और कोचिंग संस्थान के प्रबंधनों ने सरस्वती पूजा करने की तैयारी की है. गली,घर, मुहल्ले में मां सरस्वती पूजा की तैयारी में छात्र-छात्राएं जुट गए हैं.

अधिकतर जगहों पर घरों में बगैर तामझाम के मां शारदे की पूजा की जाएगी. बाजार में सजावटी सामान, पूजन सामग्री, फल की खरीदारी के लिए छात्र-छात्राओं की भीड़ दिख रही है. वहीं फूल दुकानों पर फूल मिठाई दुकानों पर आर्डर मिलने लगे हैं.

विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा है. सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त पांच फरवरी की सुबह 6:43 बजे से दूसरे दिन सुबह 6:43 मिनट तक है. पूजा के लिए शुभ मुहूर्त दिन के 12: 35 तक सबसे उत्तम है. इस दिन मां सरस्वती की आराधना से बुद्धि, विद्या की प्राप्ति होती है.

कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के चलते पुलिस ने इस बार सरस्वती पूजा को लेकर प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति नहीं दी है. कई मूर्तिकारों ने बताया कि कोरोना के कारण पिछले वर्ष से हमारे रोजगार को काफी नुकसान हुआ है।

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युगाब्ध-5123, विक्रम संवत 2078, राष्ट्रीय शक संवत-1943
सूर्योदय 06.53, सूर्यास्त 05.55, ऋतु – शीत

माघ शुक्ल पक्ष द्वितीया, गुरुवार, 03 फरवरी 2022 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज का भविष्यफल।

मेष राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता मिलेगी और धनलाभ की स्थिति रहेगी, लेकिन अनावश्यक खर्च बढऩे से मन चिंतित हो सकता है। परिवार का वातावरण आनंदमय रहेगा। वाणी की मधुरता से आप अपना निर्धारित कार्य कर सकेंगे। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। किसी धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं।

वृषभ राशि :- आज का दिन बहुत अच्छा रहेगा। व्यापार-धंधे में लाभ की स्थिति रहेगी। कारोबार विस्तार को लेकर व्यवस्थित रूप से आर्थिक योजना बना सकेंगे। प्रॉपर्टी में निवेश लाभदायक रहेगा। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी और अपने परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थता का अनुभव कर सकते हैं। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। मित्रों से सहयोग मिलेगा, जिससे आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आनंद-प्रमोद तथा मनोरंजन में धन व्यय होगा।

मिथुन राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। काम का बोझ अधिक रहेगा और पूरा दिन भागदौड़ में बीतेगा। शारीरिक रूप से थकान का अनुभव करेंगे। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखें, अन्यथा किसी वाद-विवाद में उलझ सकते हैं। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना होगा। व्यर्थ वाद-विवाद तथा तकरार में उतरने से भी बचना होगा। धन-व्यय की अधिकता रहेगी। परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा।

कर्क राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और आय वृद्धि के योग रहेंगे। व्यवसाय-धंधा अच्छा चलेगा। कार्यस्थल पर मित्रों और सहयोगियों का भरपूर सहयोग मिलेगा। कार्यों में सफलता मिलने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पदोन्नति भी मिल सकती है। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और गृहस्थ जीवन का संपूर्ण आनंद ले सकेंगे। मित्रों के साथ प्रवास का आयोजन होगा। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना होगा।

सिंह राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यावसायिक गतिविधियां सफल रहेंगी और कारोबार से संबंधित कार्यों में धन लाभ के योग बनेंगे। हालांकि, भागदौड़ अधिक करनी पड़ेगी, लेकिन परिश्रम का फल अच्छा मिलेगा। पुराना अटका पैसा वापस मिलने की संभावना रहेगी। सरकार तथा मित्रों, सम्बंधियों से लाभ होगा। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेंगे, जिससे प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मित्रों से भरपूर सहयोग मिल सकता है।

कन्या राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा और सहकर्मियों के सहयोग से सभी कार्यों में सफलता मिलेगा। कार्यभार की अधिकता से मानसिक और शारीरिक रूप से थकान का अनुभव कर सकते हैं। कामकाज को लेकर प्रवास पर जा सकते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऊपरी अधिकारी आपके काम से असंतुष्ट रह सकते हैं। आनंद-प्रमोद के पीछे धन का खर्च होगा। संतान विषयक चिंता रहेगी।

तुला राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में प्रतिकूलताओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्यभार की भी अधिकता रहेगी और दिन भागदौड़ में बीतेगा। सामाजिक और धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ेगा, जिससे समाज में सम्मान बढ़ेगा। व्यापारियों के लिए दिन अच्छा रहेगा। रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा, लेकिन ध्यान रखें कि आपकी बातों से किसी ठेस ने पहुंचे। आकस्मिक धन लाभ होने की संभावना है।

वृश्चिक राशि :- आज का दिन बहुत अच्छा रहेगा। कारोबार में धनलाभ और नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। कार्यों में सफलता से धनलाभ की स्थिति बनेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सामाजिक तथा सार्वजनिक क्षेत्र में प्रशंसापात्र बनेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख और संतोष का अनुभव होगा। मित्रों से भरपूर सहयोग मिलेगा। बौद्धिक चर्चा में हिस्सा लेंगे, परंतु अपनी वाणी पर संयम रखना आवश्यक है। वैचारिक रूप से आवेश रह सकता है। सेहत का ध्यान रखें।

धनु राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा और आर्थिक लाभ मिलने की संभावना रहेगी। सभी कार्य निर्धारित रूप से योजना के अनुसार पूर्ण होंगे। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और दिन आनंदपूर्वक बीतेगा। मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। सहकर्मियों की मदद से अधूरे कार्य पूर्ण होंगे। सगे-संबंधियों से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी में स्थान परिवर्तन और वेतन वृद्धि के योग हैं। कार्यक्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खुलेंगे।

मकर राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक गतिविधियों में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यभार की अधिकता रहेगी, लेकिन भागदौड़ और कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिलेगा। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखें, अन्यथा किसी विवाद में फंस सकते हैं। नये कार्यों की शुरुआत करने से बचें। जीवनसाथी और संतानों के स्वास्थ्य का वशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। वाद-विवाद या बौद्धिक चर्चा से दूर रहें। खर्च अधिक होने की संभावना है।

कुम्भ राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यापार-धंधे में छोटी-छोटी परेशानियां आ सकती हैं, जिससे मन व्यथित हो सकता है, लेकिन अपने प्रयासों से कार्यों में सफलता मिलेगी और धनलाभ की स्थिति रहेगी। भागदौड़ की अधिकता रहेगी, जिससे शारीरिक और मानसिक रूप से थकान का अनुभव कर सकते हैं। परिजनों के साथ तकरार होने की संभावना है। आर्थिक लाभ का योग बन रहा है, लेकिन धन अधिक खर्च होगा। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें।

मीन राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में परिश्रम की अधिकता रहेगी, जिससे सभी कार्य सफल होंगे। कारोबार में धनलाभ की स्थिति रहेगी। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और पूरा दिन सुख-शांतिपूर्वक बीतेगा। परिजनों से निकटता का अनुभव करेंगे। उनका सहयोग भी मिलेगा। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है और परिजनों के साथ किसी रमणीय पर्यटन स्थल पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। सेहत भी अच्छी रहेगी। खान-पान का ध्यान रखें।

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– कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार बुजुर्गों और बच्चों को उर्स में अजमेर नहीं आने की सलाह
नई दिल्ली/अजमेर: विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा गरीब नवाज का 810वां उर्स इस वर्ष कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार 03 फरवरी से मनाया जाएगा। दरगाह कमेटी ने उर्स में आने वाले जायरीन से अपील की है कि वह कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए लगाई जाने वाली वैक्सीन की दोनों डोज और आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लेकर उर्स में शिरकत करने के लिए तशरीफ लाएं।

दरगाह कमेटी के चेयरमैन अमीन खान पठान ने हिन्दुस्थान समाचार से बात करते हुए कहा है कि बच्चों और बुजुर्गों से हम अपील करते हैं कि वह घरों से ही 3 फरवरी से शुरू होने वाले उर्स में भाग लें और दुआओं में शामिल हों। उन्हें अजमेर शरीफ आने से बचना चाहिए। हजरत ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स इस्लामी महीना रजब-उल-मुरज्जब की पहली तारीख से शुरू होकर छठी तारीख तक चलता है। यानी इस वर्ष 3 फरवरी से 9 फरवरी तक उर्स समारोह मनाया जायेगा। दरगाह में स्थित जन्नती दरवाजा 2 फरवरी के दिन आम जायरीन के लिए खोला जाएगा।

अमीन खान पठान ने बताया है कि राजस्थान सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के कम होते प्रभाव और उर्स समारोह के मद्देनजर रविवार का विशेष कर्फ्यू हटा दिया है और रात्रि कर्फ्यू भी 10 बजे रात्रि से सुबह 5 बजे तक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वैसे भी इस वर्ष उर्स समारोह में भाग लेने के लिए आने वाले जायरीन की संख्या काफी कम रहेगी क्योंकि बहुत सारे राज्यों में कोरोना गाइडलाइन की वजह से जायरीन को यहां पर आने से रोका जाएगा।

जायरीन को ठहराने के लिए विश्रामावली में विशेष प्रबंध किए गए हैं। यहां पर एक लाख बेड की व्यवस्था की गई है। उनका कहना है कि वैसे कोरोना वायरस महामारी से पहले अजमेर आने वाले जायरीन की संख्या लाखों में हुआ करती थी लेकिन पाबंदियों की वजह से इस संख्या को बहुत कम रखने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उर्स को लेकर तमाम तैयारी पूरी कर ली गई हैं। जायरीन की सुविधाओं को लेकर भी तमाम तरह की तैयारियां की गई हैं। अजमेर उर्स की बाकायदा शुरुआत 29 फरवरी को बुलंद दरवाजे पर झंडा की रसम अदा करके कर दी गई है। इस दौरान 25 तोपों की सलामी भी दी गई है। सीआरपीएफ के जवानों की तरफ से उर्स समारोह की शुरुआत के अवसर पर ख्वाजा साहब के सम्मान में बैंड बाजों की विशेष धुन भी पेश की गई है।

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29 जनवरी 2022 को सूर्योदय के समय की ग्रह स्थिति

ग्रह स्थिति सूर्य मकर में चंद्र धनु में
मंगल धनु में
बुध मकर में
गुरु कुंभ में
शुक्र धनु में
शनि मकर में
राहु वृष में
केतु वृश्चिक में

लग्नारंभ समय

कुंभ 07.36 बजे से

मीन 09.09 बजे सेे

मेष 10.40 बजे से

वृष 12.20 बजे से

मिथुन 14.18 बजे से

कर्क 16.31 बजे से

सिंह 18.47 बजे से

कन्या 20.59 बजे से

तुला 23.10 बजे सेे

वृश्चिक 01.25 ब.से

धनु 03.41 बजे से

मकर 05.46 बजे से

शनिवार 2022 वर्ष का 29 वां दिन

दिशाशूल पूर्व ऋतु शिशिर।

विक्रम संवत् 2078 शक संवत् 1943

मास माघ (दक्षिण भारत में पौष)

पक्ष कृष्ण तिथि द्वादशी 20.38 बजे को समाप्त।

नक्षत्र मूल 02.49 बजे रात्र को समाप्त।

योग व्याघात 18.02 बजे को समाप्त।

करण कौलव 10.09 बजेे तदनन्तर तैतिल 20.38 बजे को समाप्त।

चन्द्रायु 24.2 घण्टे

रवि क्रान्ति दक्षिण 180 00Ó

सूर्य उत्तरायन

कलि अहर्गण 1871143

जूलियन दिन 2459608.5

कलियुग संवत् 5123

कल्पारंभ संवत् 1972949123

सृष्टि ग्रहारंभ संवत् 1955885123

वीरनिर्वाण संवत् 2548

हिजरी सन् 1443

महीना जमादि उस्सानी तारीख 25

विशेष तिल द्वादशी, प्रदोष व्रत।

हिन्दुस्थान समाचार/ जागृति

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25 जनवरी 2022 को सूर्योदय के समय की ग्रह स्थिति

ग्रह स्थिति

सूर्य मकर में चंद्र तुला में

मंगल धनु में

बुध मकर में

गुरु कुंभ में

शुक्र धनु में

शनि मकर में

राहु वृष में

केतु वृश्चिक में

लग्नारंभ समय

कुंभ 07.52 बजे से

मीन 09.25 बजे सेे

मेष 10.55 बजे से

वृष 12.35 बजे से

मिथुन 14.33 बजे से

कर्क 16.47 बजे से

सिंह 19.03 बजे से

कन्या 21.15 बजे से

तुला 23.26 बजे सेे

वृश्चिक 01.40 ब.से

धनु 03.56 बजे से

मकर 06.01 बजे से

मंगलवार 2022 वर्ष का 25 वां दिन

दिशाशूल उत्तर ऋतु शिशिर।

विक्रम संवत् 2078 शक संवत् 1943

मास माघ (दक्षिण भारत में पौष)

पक्ष कृष्ण तिथि सप्तमी 07.49 बजे तदनन्तर अष्टमी 06.26 बजे प्रात: को समाप्त। नक्षत्र चित्रा 10.55 बजे को समाप्त। योग धृति 09.12 बजे को समाप्त। करण बव 07.49 बजे, बालव 19.11 बजे तदनन्तर कौलव 06.26 बजे प्रात: को समाप्त। चन्द्रायु 22.2 घण्टे

रवि क्रान्ति दक्षिण 190 01Ó

सूर्य उत्तरायन

कलि अहर्गण 1871139

जूलियन दिन 2459604.5

कलियुग संवत् 5123

कल्पारंभ संवत् 1972949123

सृष्टि ग्रहारंभ संवत् 1955885123

वीरनिर्वाण संवत् 2548

हिजरी सन् 1443

महीना जमादि उस्सानी तारीख 21

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पटना: सूर्य के उत्तरायण होने और मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त होते ही अब तमाम शुभकार्य शुरू हो गए हैं, शहनाई बजने की तैयारी होने लगी है। लंबे समय से शादी विवाह का इंतजार कर रहे घरों में तैयारी तेज हो गई है।

अभिभावक अपने बच्चों की शादी की तैयारी में जुट गए हैं, पंडित जी से दिन बनवाया जा रहा है, बैंड बाजा, टेंट हाउस एवं हलवाई की बुकिंग तेज हो गई है। हालांकि कोरोना संक्रमण अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है तथा गृह विभाग द्वारा प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। जिसके कारण कम भीड़ जुटाकर नियमों का पालन करते हुए लोग विवाह की तैयारी में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। पंडित आशुतोष झा ने बताया कि इस वर्ष 2022 में पंचांग के अनुसार विवाह के 57 दिन शुभ मुहूर्त हैं।

15 जनवरी तक खरमास और पंचश्लाका वेध के कारण विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं था। परंपरा के अनुसार वर-वधु के कुंडली में 36 बिंदुओं पर मिलान के बाद शादी की तिथि तय होती है। शादी विवाह सिर्फ तिथि ही नहीं, नक्षत्र, माह, तिथि, पंचश्लाका वेध, लग्न तथा शुभ ग्रह के हिसाब से तय होता है। मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो चुका है, लेकिन तिथि, नक्षत्र और ग्रहों का योग सही नहीं रहने के कारण शहनाई अगले सप्ताह से बजेगी।

उसके बाद शादी शुरू होगी तथा जनवरी में 23, 24, 27 एवं फरवरी में दो, छह, सात, दस एवं 11 को विवाह की शुभ तिथि है। 11 फरवरी के बाद गुरु अस्त दोष रहने के कारण विवाह का मुहूर्त नहीं है। मार्च में गुरुअस्त एवं खरमास दोष के कारण विवाह का कोई मूहूर्त नहीं है। उसके बाद अप्रैल में 17, 20, 21, 22, 24, 25, 27 एवं 28 को, मई में दो, नौ, 11, 12, 13, 18, 20, 22, 25, 26, 27 एवं 30 को, जून में एक, पांच, छह, नौ, 10, 13, 19, 22, 24 एवं 26 को तथा जुलाई में तीन, चार, छह एवं आठ को शादी का शुभ मुहूर्त है।

दस जुलाई को हरिशयनी (देवशयनी) एकादशी के बाद चतुर्मास दोष रहने से विवाह सहित तमाम शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। चार नवंबर को हरिप्रबोधिनी (देवउठान एकादशी) तथा पांच नवंबर को तुलसी विवाह होने के साथ चतुर्मास समाप्त हो जाएगा। इसके बाद नवंबर में 24, 25, 26, 27 एवं 28 तथा दिसंबर में दो, तीन, चार, सात, आठ, नौ, 13, 14, 15 एवं 16 तारीख को विवाह का शुभ मुहूर्त है।

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