Chhapra: रमजान के पहले दिन ही जुमा होने से रोजेदारों में खास उमंग देखा गया. शहर समेत ग्रामीण इलाकों में रोजेदारों ने नमाज-ए-जुमा अदा किया और देश के अमन और तरक्की की दुआएं की. नमाज से पहले ओलेमा-ए-कराम और मस्जिदों के इमाम ने रमजान की फजीलत और अहमियत को बयान करते हुए मुसलमानों से इस अहम इबादत को अदा करने की अपील की.

हल्की गर्मी और धूप में बहुत गर्मी नहीं होने से रोजेदारों को थोड़ी राहत है. जुमा की आजान होने से पूर्व ही लोगों की भीड़ मस्जिद की ओर जाने लगी. मस्जिद में भी भीड़ के मद्देनजर खास इंतजाम किये गये थे. शहर के मौला मसजिद के इमाम व खतीब हाफिज जाकिर हुसैन ने कहा कि हज़रत सलमान फारसी कहते हैं कि शाबान ( शब-ए-बारात) की आखरी तिथि को पैगंबर मुहम्मद ने संबोधित करते हुए कहा कि तुम पर एक बड़ी शानदार और बरकत वाला महीना सायाफगन होने वाला है. यह एक महीना हजार महीने से बेहतर है. इस महीने में अल्लाह ने रोजा (उपवास) को फर्ज करार दिया है.

उन्होंने कहा कि रोजा का मकसद केवल भूखे प्यासे रहना नहीं है बल्कि इंसान को मुत्तकी, विनम्र और नेक बनाना है. रमजान गरीबों के मजबूरी और उनके भूख-प्यास का एहसास कराता है. ताकि सक्षम लोग उनकी मदद करें. जामा मस्जिद बड़ा तेलपा के इमाम मौलाना रज्जबुल क़ादरी ने संबोधित करते हुए कहा कि रमजान सभी महीनों में बेहतर महीना है. यह नेक लोगों के लिए खुशी है. तरावीह और नवाफिल की ज्यादा से ज़्यादा एहतमाम करें और ज्यादा से ज्यादा दुआएं मांगें.

मार्कजी जामा मस्जिद अहले हदीस मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल कादिर ने बताया कि साल के ग्यारह महीने में खाने, पीने, सोने आदि से लेकर इबादत और इंद्रियों पर काबू पाने के कार्यों में जो बेतरतीबी आ जाती है. रमजान उन्हें मामूल पर ला देता है. और इंसान पुनः अगले साल के लिए संयमित जीवन जीने के लिए तैयार हो जाता है. उन्होंने बताया कि रोजा के दौरान इबादत का सत्तर गुना ज्यादा सवाब मिलता है. लिहाज ज्यादा से ज्याद कुरआन की तिलावत, नमाज का एहतमाम, गरीबों की मदद आदि की कोशिश करनी चाहिए. शिया मसजिद के इमाम-ए-जुमा मौलाना सैयद मासूम रजा ने बताया कि इसी महीने में अल्लाह ने अपनी मुकद्दस किताब कुरआन मजीद को नाजिल किया इस लिए भी इसका विशेष महत्व है. यह महीना नेकी हासिल करने, गुनाह से निजात पाने, बेहतर इंसान बनने का महीना है. काजी-ए-शहर मौलाना वलीउल्लाह कादरी ने बताया कि जकात और सदका फित्र को सही लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करें. इसके हकदार को अदा करें वरना आप का जकात और सदका ए फितर अदा नही होगा. सदका फितर सभी को अदा करना है. चाहे वह एक दिन का बच्चा ही क्यों न हो. इस रकम से गरीबों की मदद की जाती है. इसके अतिरिक्त चल-अचल सम्पत्ति का ढ़ाई प्रतिशत जकात (टैक्स) अलग से अदा करना है.

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छपरा: सवा लाख दीप जलाकर हुआ नववर्ष का स्वागत, श्रीराम एवं हनुमान जी का खुला पट, जय श्री राम के नारे से गूँजा शहर

मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम और महावीर हनुमान जी का हुआ नेत्रोमिलन

छपरा:  श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान में सवा लाख दीप को जलाकर छपरावासियों ने नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा विक्रम संवत 20280 का स्वागत किया हैं। चैत्र मास की प्रथम तिथि पर समस्त छपरा के लोगों ने अपने अपने घरों के बाहर दीप जलाकर नववर्ष का स्वागत किया। बुधवार को शाम ढ़लते ही पूरा शहर का हर गली-मोहल्ला, चौक-चौराहा दीपों से जगमगा उठा।नववर्ष को लोगों ने उत्साह के साथ दीपोत्सव की तरह मनाया।

उधर श्री राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के कार्यकर्ताओं ने शहर के सभी मुख्य मार्गो और सभी चौक एवं गोलंबर पर दीप जलाकर नववर्ष का स्वागत किया।

समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सिया राम सिंह ने बताया कि चैत्र मास के प्रारंभ के साथ ही नववर्ष प्रारम्भ हो जाता हैं। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुरे शहर में सवा लाख दीये जलाएं गये हैं।

इसमें शहरवासियों का भरपूर सहयोग मिला हैं। लोगों ने उत्सव की तरह उत्साह के साथ इस नववर्ष का स्वागत किया हैं।

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छपरा: श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के कार्यालय का हुआ उद्घाटन

● शोभा यात्रा से संबंधित सभी सामग्री होगी उपलब्ध

● सामग्री विक्रय एवं वितरण का कार्य यहीं से किया जाएगा

छपरा: रामनवमी के अवसर पर छपरा शहर में निकलने वाली शोभायात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। मंगलवार को इसी क्रम में शहर के थाना चौक के समीप स्थित जनक यादव पुस्तकालय के परिसर में रामनवमी के पर्व को लेकर श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के कार्यालय का उद्घाटन किया गया।

सर्वप्रथम आचार्य हरे राम शास्त्री जी के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एवं हनुमान जी की पूजा-अर्चना की गई.

तत्पश्चात समिति के कार्यकारी (अनुज्ञप्तिधारी)अध्यक्ष सियाराम सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया.

वहीं समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह ने बताया कि इस कार्यालय पर शोभा यात्रा से संबंधित सभी प्रकार के कार्य किये जाएंगे. इसके अलावा कार्यालय पर एक विक्रय केंद्र भी बनाया गया है, जहां शोभा यात्रा से जुड़ी सामग्री जैसे झंडा-पताका बाइक झंडा, गमछा आदि का विक्रय किया जायेगा.

उन्होंने बताया कि इन वस्तुओं के विक्रय से प्राप्त होने वाली धनराशि का पूरा उपयोग शोभा यात्रा के आयोजन में किया जाता है. अतः लोगों से आग्रह है कि वह कार्यालय से वस्तुओं का क्रय कर अपना योगदान दें. इसके अलावा यदि कोई राम भक्त आर्थिक रूप से सहयोग देना चाहे या किसी अन्य प्रकार से शोभायात्रा के आयोजन में अपना योगदान देना चाहे तो वह हमारे इस कार्यालय पर संपर्क कर सकता है. साथ ही मैं समस्त राम भक्तों से अपील करता हूं कि वह शोभा यात्रा के आयोजन में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दें ताकि एक ऐतिहासिक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा सके.

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श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के द्वारा की गई आम सभा की बैठक, भव्य होगा आयोजन

Chhapra: रामनवमी के पर्व को लेकर छपरा में तैयारियां शुरू हो गई है. रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाएगा. हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन ही मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था. रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही माँ दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है.

छपरा में होता है भव्य आयोजन

रामनवमी के दिन छपरा शहर में श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान भव्य पूजा-अर्चना एवं शोभा यात्रा का आयोजन किया जाता है. हर साल की भांति इस साल भी 30 मार्च को समिति के द्वारा छपरा शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी.

आम सभा की हुई बैठक

शोभायात्रा के सफल आयोजन को लेकर छपरा शहर स्थित दुर्गा मंदिर, लल्लू मोड़ के सभागार में श्री राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान में शहर के बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों व राम भक्तों के साथ आम सभा की बैठक की गई.

सर्व प्रथम सभा की अध्यक्षता कर रहे समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह (अनुज्ञप्तिधारी), मुख्य यजमान राणा, उपमेयर रागिनी गुप्ता, अजय राय, अवध किशोर मिश्रा, सिद्धार्थ कुमार, उमा शंकर सिंह, प्रभात सिंह, गंगोत्री प्रसाद आदि ने वैदिक मंत्रोचार के बीच संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर बैठक की विधिवत शुरुआत की.

जिसके बाद समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह ने बैठक में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए रामभक्तों से शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने तथा बढ़-चढ़ कर अपना योगदान देने की अपील की.

बैठक में शहर के प्रबुद्धजनों एवं धार्मिक विषयों के जानकारों ने शोभायात्रा को भव्य रूप देने तथा सुव्यवस्थित व सफल आयोजन हेतु अपने-अपने विचारों को रखा.

बैठक में शामिल रामभक्तों का धन्यवाद ज्ञापन समिति के स्वयंसेवक लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने किया तथा कार्यक्रम का मंच संचालन रवि पांडेय व अनुज कुमार ने किया.

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गढ़देवी माता के आशीर्वाद से बन गई श्याम और रेनू की जोड़ी, आख़िर यह शादी क्यों बन गई चर्चा का विषय, पढ़ें पूरी कहानी

Chhapra: जिले के मढ़ौरा स्थित गढ़देवी मंदिर में शुक्रवार को हुई शादी इन दिनों चर्चा का विषय बन गई है. ऐसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन शादियों का आयोजन होता है लेकिन शुक्रवार की शादी कई मायनों में खास है. जिसके कारण इसकी चर्चा हो रही है.

शुक्रवार को छपरा सदर प्रखंड के चनचौड़ा स्थित रामकोलवा निवासी भूतेली साह के पुत्र श्याम कुमार दूल्हा बन गढ़देवीं मंदिर पहुंचे. 3 फिट की लंबाई वाले श्याम के मंदिर परिसर में पहुंचते ही सभी लोग मोबाइल से वीडियो बनाने लगे. दूल्हे के पहुंचने के साथ ही वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुआ. वैवाहिक रस्मों के बीच मंडप में पहुंची मढ़ौरा भावलपुर निवासी गुदेली महतो की बेटी रेणु कुमारी की लंबाई भी साढ़े तीन फिट की थी. दूल्हा और दुल्हन को एक साथ देखकर चर्चा शुरू हो गई और देखते ही देखते मंदिर परिसर में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई.

सभी ने इस शादी की पूरी रस्मों को मोबाइल में कैद किया और इस विवाह के साक्षी भी बने. बहरहाल इस विवाह की चर्चा अभी भी है.

बताते चले कि श्याम कुमार सात भाई बहन है जिसमे उसकी लंबाई सबसे कम है. जिसके कारण उसकी शादी नही हो पा रही थी. इसी बीच भावलपुर में गुदेली महतो की बेटी का पता चला. 20 वर्षीय रेणु चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी. जिसके कारण उसकी शादी भी नही हो पा रही थी. श्याम कुमार और रेनू कुमारी एक ही कद काठी के थे. दोनो के अभिभावकों ने शादी तय की जिसके बाद शुक्रवार को शादी की रस्म अदायगी हुई.

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शहर से लेकर गांव तक होली की धूम, रंग गुलाल के साथ मनाई जा रही है होली

Chhapra: रंगों का त्योहार होली शहर से लेकर गांव तक धूम धाम से मनाया जा रहा है. होली को लेकर क्या बच्चे क्या जवान और क्या बूढ़े सभी अपनी अपनी टोलियां बनाकर इस त्योहार को मानते दिखे. गांव में जहां होली गाकर रंग अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की बधाई दी गई वही शहर में डीजे की धुन पर युवा थिरकते नज़र आए.

शहर के कई मोहल्लों में युवाओं की टोली डीजे पर बज रहे गानों के साथ होली मना रहे थे. हालांकि इस बार रंगों वाली होली बच्चों में दिखी बाकी लोगों ने गुलाल और अबीर के साथ ही होली मनाई. जिससे एक और पानी की बचत हुई वही दूसरी ओर चेहरे को भी रंगो से निजात मिलती दिखी.

आपसी मेलजोल और सौहार्द के इस त्योहार पर शहर से लेकर गांव तक प्रशासन मुस्तैदी के साथ चौक चौराहों और सड़कों पर पेट्रोलिंग करती दिखी.

होली का उत्सव महिलाओं में भी दिखा जहां महिलाओं ने महिला दिवस के साथ साथ होली पर गुलाल लगाकर एक दूसरे के साथ होली मनाई.

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बिहार में होलिका दहन पर बन रहा है कंफूजन जाने कब करे होलिका दहन।

फाल्गुन माह के पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन का त्योहार मनाया जाता है. इस बार होलिका दहन कई तरह से शुभ मुहूर्त.  बिगड़े हुए सारे काम पूर्ण होगे. होलिका दहन जिसे कही पर छोटी होली के नाम से जाना जाता है.

महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक तथा भारत के दक्षिण के राज्यो में होलिका दहन 06 मार्च 2023 को मनाया जायेगा तथा बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बंगाल, आसाम में होलिका दहन 07 मार्च 2023 को किया जाएगा. सूर्यास्त के बाद प्रदोष के समय जब पूर्णिमा तिथि व्यापत हो उसी समय होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन के लिए प्रदोष, व्यापिनी पूर्णिमा तिथि में होलिका दहन शुभ मानी जाती है. होलिका दहन का मुहूर्त किसी त्योहार के मुहुर्त से ज्यादा महतवपूर्ण होता है. होलिका दहन अगर शुभ मुहूर्त पर नहीं किया जाये तो दुखदायी होता है साथ में नकारात्मक शक्तिया घर में विराजमान हो जाते है.  जिसे इंसान को आर्थिक तथा शाररिक क्षति होता है. वेवजह के घर में तनाव बना रहता है.

इस वर्ष होली को लेकर लोगो का अलग अलग विचार बना रहें है जिसे लोगो को असमंजस की स्थिति में है है. कही पर तो भद्रा को लेकर लोगो का विचार अलग बन रहा है.  धर्म सिन्धु के अनुशार भद्रा मुख में होलिका दहन किया जाता है तो उस गावं तथा शहर के अंतर्गत जो निवास करते है तथा वहा के लोग काफी परेशानी झेलते है.

ऋषिकेश पञ्चांग के अनुसार भद्रा काल का मुहूर्त 6 मार्च 2023 को शाम 3 बजकर 56 मिनट से शुरु होगा और 7 मार्च 2023 को सुबह 4 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.
होलिका दहन मुहूर्त .
07 मार्च 2023 दिन मंगलवार समय संध्या 06:24 मिनट से 08:51 मिनट तक रहेग .
भद्रा पूंछ सुबह 12 :43 से 02 :01 सुबह तक
भद्रा मुख सुबह 02 :01 से 04:11 सुबह तक

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि का समाप्ति 07 मार्च 2023 दिन मंगलवार समय संध्या 06:09 मिनट तक.

इसलिए पञ्चांग के अनुसार होलिका दहन 07 मार्च 2023को होलिका दहन करे 8 मार्च 2023 को होली मनाई जाएगी.  

 

 

 

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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अमानतुल्लाह शाह वारसी के सालाना उर्स की तैयारी पूरी, 1 मार्च को इसुआपुर से निकलेगी चादर जुलूस

इसुआपुर: स्थानीय डटरा पुरसौली स्थित अमानतुल्लाह शाह वारसी के मजार पर सालाना उर्स आगामी 1 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा.

23वें सालाना उर्स के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. मजार शरीफ के रंग रोगन के साथ-साथ पूरे परिसर को रंग-बिरंगे झालरों और बिजली की बतियों से सजाया गया है.

2 दिनों तक चलने वाले इस सालाना उर्स को लेकर जनाब सूफी जमीर वारिस ने बताया कि प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी अमानतुल्लाह शाह वारसी के मजार पर सालाना उर्स का आयोजन आगामी 28 फरवरी एवं 1 मार्च को किया जाएगा. आयोजन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है. पूरे परिसर की सजावट की जा चुकी है. वही इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से लोग शामिल होंगे.

सालाना उर्स के आयोजन को लेकर मीर साहब वारसी ने बताया कि आगामी 28 फरवरी को रात्रि में मजार शरीफ पर ईद मिलादुन्नबी का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें कोलकाता, सिवान, इलाहाबाद, नेपाल, मुजफ्फरपुर, वैशाली, झारखंड और गोंडा सहित अन्य राज्यों के मौलाना शामिल होंगे.

इसके अलावा दूसरे दिन 1 मार्च को सुबह में चादर पोशी के साथ दोपहर में इसुआपुर बाजार से गाजे-बाजे के साथ चादर जुलूस का आयोजन किया जाएगा. जिसमें शामिल लोग अमानतुल्लाह शाह वारसी की मजार पर पहुंचेंगे और चादर पोशी की जाएगी.

उन्होंने बताया कि चादर पोशी के बाद रात्रि में ईद मिलादुन्नबी का कार्यक्रम एवं कव्वाली का आयोजन भी किया जाएगा. जिसमें दरभंगा, मुजफ्फरपुर और कोलकाता के कव्वाल अपनी प्रस्तुति देंगे. दो दिनों तक चलने वाले इस सालाना उर्स में आसपास के गांव के साथ-साथ पूरे बिहार के लोग शामिल होते हैं.

वही इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूर्व मुखिया दीदार वारिस, इमाम मेहंदी, चांद मोहम्मद, हाफिज तबारक हुसैन सहित अन्य लोग पूरी शिद्दत के साथ लगे हुए हैं.

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शिव बारात में शामिल कलाकारों को किया गया सम्मानित

छपरा: शिव बारात शोभा यात्रा की सफलता के बाद सोमवार को श्री राम जानकी मंदिर समिति द्वारा कलाकारों व समिति के सदस्यों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर अध्यक्ष चान्दनी प्रकाश ने शिव बारात में शामिल कलाकारों व सदस्यों को मोमेंटो व मेडल देकर सम्मानित किया. वहीं समिति ने सदस्यों ने भी अध्यक्ष चांदनी प्रकाश को यात्रा में सहयोग के लिए सम्मानित किया. इस मौके पर अध्यक्ष चांदनी प्रकाश ने कहा कि पहली बार मुझे राम जानकी मंदिर समिति ने शिव बारात यात्रा की जिम्मेदारी दी, समिति के प्रत्येक कार्यकर्ता व कलाकारों ने यात्रा को सफल बनाने में अपना समर्पण दिया है. समिति के लोगों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर के विकास के लिए वो पूरा प्रयास करेंगी.

सम्मान समारोह में कलाकारों ने झांकियां व नृत्य पेश की. इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने कलाकारों का हौसला बढ़ाया. कार्यक्रम में माँ काली के रूप में बिट्टू, भगवान शिव के रूप में सर्वजीत कुमार, अंजली, प्रिया सिमरन कुमारी, अंश कुमार, आशीष कुमार राज, प्रिंस कुमार, अलीजा कुमारी, हर्षित कुमार, साक्षी कुमारी, रिशु कुमार, प्रकाश कुमार, जय राज, मुस्कान कुमारी, चिंकी कुमारी, गोविंद कुमार आदि कालाकारों को सम्मानित किया गया.

वहीं समिति के उपाध्यक्ष धर्मनाथ प्रसाद पिंटू ने भी कलाकारों व अन्य सहयोगियों को सम्मानित किया, वहीं अन्य कलाकारों को भगवान बाजार थानाध्यक्ष ने मेडल देकर पुरस्कृत किया. कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, संगठन सचिव बिल्लू सोनार, उपसचिव नितेश सिंह, कार्यालय सचिव प्रशांत समेत सभी कार्यकर्ता व सैकड़ो लोग मौजूद रहे. इस मौके पर संरक्षक सुरेंद्र सिंह, विंध्याचल पांडेय, अरविंद बाबा, मिथलेश शरण सिन्हा जयनाथ राय समेत सैकड़ों स्थानीय लोग मौजूद थे.

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Chhapra: महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही जलाभिषेक करने को लेकर शिवालयों में श्रद्धालुओं की बड़ी कतार देखी जा रही है। शहर के शिवालयों में जलाभिषेक को लेकर मंदिर प्रबंधन के द्वारा व्यापक तैयारियां की गईं हैं।

शहर के धर्मनाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई है। 

 

मंदिर के पुजारी धनजी ने बताया कि श्रद्धालुओं के सुविधा को लेकर व्यवस्थाएं की गई हैं। सभी को पंक्तिबद्ध कर मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। पुरुष और महिलाओं को  अलग अलग द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है।

मंदिर में भीड़ से निपटने के लिए पुलिस बाल की तैनाती भी की गई है।

 

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काठमांडू, 18 फरवरी (एजेंसी )। महाशिवरात्रि के मौके पर पशुपतिनाथ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। सुबह तीन बजे से ही पशुपतिनाथ के चारों कपाट खोल दिए गए हैं।

पशुपतिनाथ में उत्सव का माहौल है। इस मौके पर हर साल मंदिर परिसर में विशेष सजावट की जाती है। श्रद्धालु पूजन सामग्री लेकर दर्शन के लिए जाते नजर आ रहे हैं।

पशुपतिनाथ विकास कोष के कोषाध्यक्ष नारायण सुबेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रबंधन की व्यवस्था की गयी है।

नेपाल पुलिस के प्रवक्ता डीआईजी पोशराज पोखरेल ने बताया कि सुरक्षा के लिए 35 सौ पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। उनका अनुमान है कि सुबह आठ बजे तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु ने पशुपतिनाथ के दर्शन किए।

फाल्गुन की कृष्ण चतुर्दशी को पड़ने वाली महाशिवरात्रि का एक विशेष सांस्कृतिक महत्व है। पशुपतिनाथ क्षेत्र में देश-विदेश के साधु-संतों और भक्तों की खासी उपस्थिति रहती है।

भीड़ को देखते हुए काठमांडू घाटी ट्रैफिक पुलिस डिवीजन पहले ही एक प्रेस नोट के जरिए सूचित कर चुकी है कि वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।

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Chhapra: मनोकामना नाथ मंदिर शिव विवाह शोभायात्रा के पूर्व भगवान भोलेबाबा का हुआ हल्दी कलश (माटी मटकोर) भव्य तरीका से विधिवत सैकड़ो महिलाये मंगल गीत गाते हुए संगीत, बैंड बाजा के साथ संपन्न हुआ।

हल्दी रस्म के बाद मटकोर का चावल -दाल का प्रसाद रूपी भोजन का भी आयोजन किया गया। शहर एवं आस पास के काफी संख्या में पुरुष महिला भव्य हल्दी, कथा मटकोर का साक्षी बने।

मनोकामना नाथ शिव विवाह शोभा यात्रा के अध्यक्ष पूर्व प्रचार्य अरुण कुमार सिंह ने बताया शिव विवाह शोभा यात्रा तैयारी पूर्ण कर लिया गया है।  इस बार 20 वा वर्ष होने के कारण कुछ अलग तरीके के झांकियां बनाई गई हैं। झांकी अलग अलग डॉ आर एन सिंह कॉलेज के प्रांगण सहित मांझी, रिविलगंज सहित आधा जगह जगह पर कलाकारों द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है, जो शाम से मध्य रात्रि तक मनोकामना मंदिर पर कतार लगनी शुरू हो जाएगी।

सुबह 10:00 बजे से प्रातः शोभायात्रा की बरात मनोकामना नाथ मंदिर के परिसर से प्रारंभ होगी जो नगर भ्रमण तय रुट के हिसाब से भर्मण करते हुए रात्रि में 8:00 बजे मंदिर पहुचेगी। 

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