उत्तरकाशी: बारिश और बर्फबारी का मौसम भी श्रद्धालुओं के कदमों को नहीं रोक पा रहा है। इन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद चार धामों में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। कहने का मतलब कि बिगड़ैल मौसम के बावजूद भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के कदम चार धाम तीर्थस्थलों की ओर लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार प्रतिकूल मौसम को देखते हुए तीर्थ यात्रियों के लिए हर दिन अलर्ट भी जारी कर रही है और इसी के आधार पर सभी को यात्रा करने की सलाह दे रही है।

प्रदेश सरकार ने मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए फिलहाल पंजीकरण को रोक दिया है। इसके बावजूद पहले से पंजीकृत तीर्थयात्री और श्रद्धालु चार धामों की ओर बढ़ रहे हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री में हो रही झमाझम बारिश से श्रद्धालुओं के उत्साह में किसी तरह की कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है।

सोमवार को भारी बारिश के बीच भी हजारों यात्रियों का हुजूम इन मार्गों जाते हुए देखा जा सकता है। उधर, सोनप्रयाग से भी केदारनाथ धाम के लिए सुबह आठ बजे तक 2584 यात्री रवाना हुए हैं। आज दोपहर बाद बदरीनाथ धाम का मार्ग भी खोल दिया गया है। इस मार्ग पर भी श्रद्धालुओं का धाम की ओर जाने का क्रम शुरू हो गया है।

बारिश और बर्फबारी से चार धामों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गंगोत्री और यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में लगातार बारिश हो रही है। साथ ही ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो रही है। यमुनोत्री धाम के आखिर प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर मूसलाधार बारिश के बीच यात्री जोखिम उठाकर आवाजाही कर रहे हैं। उनकी आस्था और श्रद्धा के आगे बारिश-बर्फबारी और विपरीत परिस्थितियां भी बेमाने साबित हो रही हैं।

इस संबंध में बदरी-केदार समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने आज फिर वीडियो जारी कर कहा है कि बदरी और केदारनाथ धाम में मौसम बहुत दिनों से प्रतिकूल बना हुआ है। लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों की श्रद्धा और आस्था में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। श्रद्धालु बहुत ही उत्साहित नजर आ रहे हैं।

प्रदेश सरकार और केदारनाथ मंदिर समिति के स्तर से श्रद्धालुओं के सरल और सुगम दर्शन की व्यवस्था के सभी प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं। धाम के मार्गों और पड़ाव स्थलों पर अलाव आदि की भी व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों से मौसम के मद्देनजर प्रदेश सरकार की जारी की गई गाइडलाइन का पालन करने का आग्रह किया गया है। खासकर बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को यात्रा करने से पहले मौसम को देखने और चिकित्सक की सलाह लेने को कहा गया है।

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Chhapra: भारत में आज ईद मनाई जा रही है. रमजान या ईद चांद दिखने के बाद मनाया जाता है. खाड़ी देशों में भारतीय उप महाद्वीप के एक दिन पहले चांद दृष्टिगोचर होता है. इसलिए वहां रमजान या ईद शुरू होने के एक दिन बाद भारत में ईद मनायी जाती है. जुमा की नमाज के बाद जिले के हर मस्जिद से ईद के नमाज के समय का एलान किया गया.

कब कहां होगी ईद की नमाज
छपरा ईदगाह – 6. 45
मौला मस्जिद – 7.00
अहले हदीस मस्जिद – 6.45
औलिया मस्जिद, राहत रोड – 7:15 बजे
जामा मस्जिद बड़ा तेलपा – 7.30
सलेमपुर मस्जिद – 7.45
शिया मस्जिद – 10.00
रौजा मस्जिद – 7.15
नई बाजार बड़ी मस्जिद- 8.00
काजी जी की मस्जिद दहियावाँ – 8.15
चाँद कुदरिया मशरक – 8.00
जामा मस्जिद खोदाई बाग – 7.30
ईदगाह नूर नगर – 8.00
जामा मस्जिद रूदलपुर – 8.00
ईदगाह जगदीशपुर – 8.00
ईदगाह धूप नगर – 8.00
मस्जिद संवरी जलालपुर – 8.00
छोटा तेलपा मस्जिद – 6:30 बजे
बड़ी मस्जिद, नईबाजार – 7:30 बजे
मकबूल साहेब की मस्जिद दहियावां- 8:00 बजे
नूरदाई मस्जिद, गुदरी – 7:30 बजे
गुदरी बाजार मस्जिद – 7:30 बजे
ईदगाह, ब्रह्मपुर – 7:15 बजे
ईदगाह, मढ़ौरा – 7:15 बजे
नूर जामा मस्जिद, मानपुर – 7:30 बजे
ईदगाह, दिघवारा – 8:00 बजे
ईदगाह, इसुआपुर – 8:30 बजे
जामा मस्जिद, एकमा – 8:00 बजे
जामा मस्जिद, दरियापुर – 8:30 बजे
ईदगाह, नारायण चक – 8:00 बजे
ईद गाह बनियापुर – 8:00 बजे
ईदगाह, सुंदर मशरक – 8:00 बजे
ईदगाह, मशरक – 7:15 बजे

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Patna: पटना साहिब में आगामी 14 व 15 अप्रैल को दो दिवसीय पटना साहिब महोत्सव आयोजित होगा. पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय उच्च विद्यालय, मंगल तालाब पटना सिटी में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भाग लेंगे. सांस्कृतिक विरासत परंपरा व रीति-रिवाज पर आधारित लोक नृत्य व लोक गायन प्रस्तुत किया जायेग. इसके साथ ही गुरुवाणी, बिहार गौरव गान, भांगड़ा, गिद्धा लोक नृत्य व लोक गायन आकर्षक रहेगा.

विश्व प्रसिद्ध पटना साहिब महोत्सव में रंगारंग कार्यक्रम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा कार्यक्रमों का प्रदर्शन होगा. इसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी जायेगी। साथ ही साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के समय गौरवशाली राज्य बिहार में अवस्थित ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, पुरातात्विक व अन्य पहलुओं के बारे में बताया जायेगा. इस कार्यक्रम में बिहार के पर्यटन स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। इसके आलावा दो दिवसीय महोत्सव की तैयारी को लेकर 15 कोषांग गठित हुआ है.

महोत्सव की तैयारियों को लेकर 15 कोषांग गठित किये गये हैं. सभी संबद्ध पदाधिकारियों को बेस्ट इवेंट मैनेजमेंट के लिए सजग व सक्रिय रहने का निर्देश दिया. महोत्सव की तैयारियों के लिए उप विकास आयुक्त को वरीय नोडल पदाधिकारी तथा विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन व एडीएम सामान्य को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. इसके अलावा जिला नजारत उप समाहर्ता व अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी सहायक नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं.

महोत्सव के दौरान अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिए आयोजन समिति कोषांग, कलाकार चयन समिति कोषांग, मंच समन्वयक, उद्घोषक चयन, पंडाल निर्माण कोषांग, वाहन एवं पार्किंग कोषांग, स्वच्छता कोषांग, मोमेन्टो, आमंत्रण कार्ड मुद्रण एवं वितरण कोषांग, नयाचार कोषांग, पेयजल एवं शौचालय कोषांग, विद्युत व्यवस्था कोषांग, बैरिकेडिंग, डी एरिया एवं भूमि समतलीकरण कोषांग, फोटोग्राफी विडियोग्राफी कोषांग, चिकित्सा व्यवस्था कोषांग, अग्निशाम व्यवस्था कोषांग, विधि-व्यवस्था कोषांग व प्रचार-प्रसार कोषांग शामिल है. डीएम ने सभी पदाधिकारियों को सभी अपेक्षित कार्यों को समय से व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया.

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हनुमान जयंती में बड़े ही धूम -धाम से मनाया जाता है।  बिहार के कई हनुमान मंदिर में विशेष पूजन किया जाये।  हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है।  यह त्योहार हर साल पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाया जाता है। 

इस दिन भक्तगन हनुमान जी का व्रत रखते है साथ ही हनुमान जी का पूजन करते है।  मान्यता यह है की इस दिन पूजा करने से हनुमान जी अपने भक्तो के सभी कष्ट को दुर करते है।  कहा जाता है कलयुग का प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्य के बाद इनका ही नाम आता है।  इस युग में इनका अलग अलग नाम से पूजा होता है। इन्हें कोई संकट मोचन, बजरंगबली, मारुती, अंजनी पुत्र तथा हनुमान जी के नाम से पूजा होती है।  यह भगवान शिव का अवतार यानि रुद्रावतार माना जाता है। इनका जन्म चैत्र मास के पूर्णिमा तिथि दिन मंगलवार को हुआ था।  इसलिए मंगलवार को इनका विशेष पूजन किया जाता है। हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था।  इस लिए इस दिन मंदिर में प्रातः काल ब्रह्मुहुर्त से ही
प्रवचन तथा पूजन पता का आयोजन किया जाता है। इस दिन हनुमान जी के साथ राम लक्ष्मण साथ में माता सीता का पूजन किया जाता है। प्रसाद के रूप में बेसन से बना हुआ लड्डू या बूंदी का लड्डू चढ़ाया जाता है।  क्योकि हनुमान जी का बहुत ही प्रिये है लाल रंग का सिंदूर भी प्रिये है। 

कब करे पूजन
06 अप्रैल 2023 दिन गुरुवार पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 05 अप्रैल दिन बुधवार 2023 बुधवार सुबह 09:19 मिनट से
06 अप्रैल 2023 दिन गुरुवार सुबह 10:04 मिनट पूर्णिमा तिथि मिल रहा है
उदया तिथि मानकर हनुमान जयंती 06 अप्रैल को ही मनाया जायेगा। 

व्यापार और नौकरी में उन्नति नहीं हो रही है करे यह उपाय .

हनुमान जयंती के दिन संकट मोचन के समक्ष तेल का दीपक लगाएं और ‘ऊं नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा’ मंत्र का 108 बार रुद्राक्ष की माला से जाप करें.

हनुमान जी का पूजन से मनोकामना पूर्ण होती है इस दिन करे इस मंत्र का जाप

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

इस दिन पूजन करने से शत्रुता खत्म होगी

इस दिन पूजन करने से पूर्णिमा के साथ हनुमान जयंती साथ में दिन गुरुवार जो भगवान विष्णु का दिन बन रहा है।  इस दिन हनुमान जी के साथ शंकर भगवान का पूजन करने से पारिवारिक कष्ट दुर होगा साथ में शत्रुता खत्म होगी.

 

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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संत शिरोमणि नरहरि महाराज की जयंती मनी

Chhapra: स्थानीय PN ज्वेलर्स परिसर में संत शिरोमणि श्री नरहरि महाराज महाराज के जयंती समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बिरादरी के लोगों ने संत शिरोमणि श्री नरहरि महाराज के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए माल्यार्पण किया.

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मंगलाचरण के साथ किया गया. जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य संरक्षक नागेंद्र कुमार ने कहा कि संत शिरोमणि श्री नरहरी महाराज ने समाज को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया आज उनके पद चिन्हों पर चलकर हमें भी अपने बिरादरी के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए हमें एकता के सूत्र में बढ़ना होगा. श्री कुमार ने संत शिरोमणि श्री नरहरी महाराज के जीवन चरित्र पर भी प्रकाश डाला.

इस अवसर पर उन्होंने संत नरहरी शिक्षा कला एवं सांस्कृतिक चेतना मंच की इकाई स्वर्णिम बिहान के बारे में भी उपस्थित बिरादरी के लोगों को बताया. जयंती समारोह में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.

श्री कुमार ने बताया कि संत नरहरी शिक्षा कला एवं सांस्कृतिक चेतना मंच के बैनर तले प्रतिवर्ष गरीब, असहाय व्यक्तियों के घर शादी विवाह समारोह में मदद, कमजोर बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ-साथ अन्य सामाजिक कार्यों में भी मदद की जाती है.

जयंती समारोह के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने वाले छात्र छात्राओं के बीच पारितोषिक का भी वितरण किया गया. वही संध्या समय में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.

इस मौके पर ईश्वर प्रसाद, अखिलेश कुमार, सतेंद्र कुमार, वरुण प्रकाश, डिप्टी मेयर रागनी कुमारी, धर्मनाथ पिंटू, नवीन सिंह मुन्नू सहित कई लोग शामिल थे.

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रामनवमी पर निकली शोभायात्रा, आसमान से बरसाए गए फूल, 5 दर्जन से अधिक स्थानों पर भोजन पानी का भंडारा

Chhapra: राम नवमी के अवसर पर शहर से लेकर गांव तक शोभा यात्रा निकाली गई. गाजे बाजे के साथ निकली इस शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर इसे सफल बनाया.

शहर में पंकज सिनेमा चौक से श्री राम जन्म शोभायात्रा समिति द्वारा भव्य झांकियां निकाली गई. शोभायात्रा में 15 फीट के श्री राम के साथ महावीर हनुमान शामिल थे. वही 3 दर्जन से अधिक झांकियों में खाटू श्याम, रामेश्वरम, बालाजी और रामसेतु के पत्थर के साथ निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर के प्रतिरूप ने लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया.

शोभायात्रा में इस बार कोलकाता से बुलाए गए पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन कर रहे कलाकारों ने लोगों को अपने प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध कर दिया वही आजमगढ़ से पहुंचे ढोल वालों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया.

करीब 2 किलोमीटर से लंबी यह शोभा यात्रा पंकज सिनेमा से निकलकर महमूद चौक, थाना चौक, साहबगंज, कटहरी बाग, मौना नीम, मौना चौक, योगिनिया कोठी, नगरपालिका चौक होते हुए भगवान बाजार, गुदरी से निकलकर पुनः पंकज सिनेमा चौक पहुंची.

करीब 11:00 बजे निकली यह शोभायात्रा पूरी रात शहर में परिभ्रमण करती रही. शोभायात्रा में हजारों लोग शामिल हुए.

वहीं पूरे शहर में जगह जगह पर भगवान श्रीराम एवं हनुमान की पूजा एवं स्वागत किया गया. 5 दर्जन से अधिक स्थानों पर शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिए शरबत, पानी, सत्तू, बिस्किट एवं विभिन्न तरह के खाने का भंडारा लगाया गया था. जिससे किसी तरह की परेशानी शोभायात्रा में शामिल लोगों को नहीं हुई.

पूरी रात शहर भ्रमण के बाद शोभा यात्रा पंकज सिनेमा पहुंची यहां श्री राम और महावीर हनुमान की प्रतिमा का नदी में विसर्जन किया जाएगा.

शोभायात्रा में हर वर्ग का उत्साह देखने को मिला. वहीं शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर हजारों की संख्या में उपस्थित महिलाओं ने श्री राम की प्रतिमा की आरती उतारी पूजा अर्चना के बाद उनका स्वागत किया. कई स्थानों पर फूल बरसाए गए जिससे लोग काफी हर्षित दिखे.

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Chhapra: रमजान के पहले दिन ही जुमा होने से रोजेदारों में खास उमंग देखा गया. शहर समेत ग्रामीण इलाकों में रोजेदारों ने नमाज-ए-जुमा अदा किया और देश के अमन और तरक्की की दुआएं की. नमाज से पहले ओलेमा-ए-कराम और मस्जिदों के इमाम ने रमजान की फजीलत और अहमियत को बयान करते हुए मुसलमानों से इस अहम इबादत को अदा करने की अपील की.

हल्की गर्मी और धूप में बहुत गर्मी नहीं होने से रोजेदारों को थोड़ी राहत है. जुमा की आजान होने से पूर्व ही लोगों की भीड़ मस्जिद की ओर जाने लगी. मस्जिद में भी भीड़ के मद्देनजर खास इंतजाम किये गये थे. शहर के मौला मसजिद के इमाम व खतीब हाफिज जाकिर हुसैन ने कहा कि हज़रत सलमान फारसी कहते हैं कि शाबान ( शब-ए-बारात) की आखरी तिथि को पैगंबर मुहम्मद ने संबोधित करते हुए कहा कि तुम पर एक बड़ी शानदार और बरकत वाला महीना सायाफगन होने वाला है. यह एक महीना हजार महीने से बेहतर है. इस महीने में अल्लाह ने रोजा (उपवास) को फर्ज करार दिया है.

उन्होंने कहा कि रोजा का मकसद केवल भूखे प्यासे रहना नहीं है बल्कि इंसान को मुत्तकी, विनम्र और नेक बनाना है. रमजान गरीबों के मजबूरी और उनके भूख-प्यास का एहसास कराता है. ताकि सक्षम लोग उनकी मदद करें. जामा मस्जिद बड़ा तेलपा के इमाम मौलाना रज्जबुल क़ादरी ने संबोधित करते हुए कहा कि रमजान सभी महीनों में बेहतर महीना है. यह नेक लोगों के लिए खुशी है. तरावीह और नवाफिल की ज्यादा से ज़्यादा एहतमाम करें और ज्यादा से ज्यादा दुआएं मांगें.

मार्कजी जामा मस्जिद अहले हदीस मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल कादिर ने बताया कि साल के ग्यारह महीने में खाने, पीने, सोने आदि से लेकर इबादत और इंद्रियों पर काबू पाने के कार्यों में जो बेतरतीबी आ जाती है. रमजान उन्हें मामूल पर ला देता है. और इंसान पुनः अगले साल के लिए संयमित जीवन जीने के लिए तैयार हो जाता है. उन्होंने बताया कि रोजा के दौरान इबादत का सत्तर गुना ज्यादा सवाब मिलता है. लिहाज ज्यादा से ज्याद कुरआन की तिलावत, नमाज का एहतमाम, गरीबों की मदद आदि की कोशिश करनी चाहिए. शिया मसजिद के इमाम-ए-जुमा मौलाना सैयद मासूम रजा ने बताया कि इसी महीने में अल्लाह ने अपनी मुकद्दस किताब कुरआन मजीद को नाजिल किया इस लिए भी इसका विशेष महत्व है. यह महीना नेकी हासिल करने, गुनाह से निजात पाने, बेहतर इंसान बनने का महीना है. काजी-ए-शहर मौलाना वलीउल्लाह कादरी ने बताया कि जकात और सदका फित्र को सही लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करें. इसके हकदार को अदा करें वरना आप का जकात और सदका ए फितर अदा नही होगा. सदका फितर सभी को अदा करना है. चाहे वह एक दिन का बच्चा ही क्यों न हो. इस रकम से गरीबों की मदद की जाती है. इसके अतिरिक्त चल-अचल सम्पत्ति का ढ़ाई प्रतिशत जकात (टैक्स) अलग से अदा करना है.

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छपरा: सवा लाख दीप जलाकर हुआ नववर्ष का स्वागत, श्रीराम एवं हनुमान जी का खुला पट, जय श्री राम के नारे से गूँजा शहर

मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम और महावीर हनुमान जी का हुआ नेत्रोमिलन

छपरा:  श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान में सवा लाख दीप को जलाकर छपरावासियों ने नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा विक्रम संवत 20280 का स्वागत किया हैं। चैत्र मास की प्रथम तिथि पर समस्त छपरा के लोगों ने अपने अपने घरों के बाहर दीप जलाकर नववर्ष का स्वागत किया। बुधवार को शाम ढ़लते ही पूरा शहर का हर गली-मोहल्ला, चौक-चौराहा दीपों से जगमगा उठा।नववर्ष को लोगों ने उत्साह के साथ दीपोत्सव की तरह मनाया।

उधर श्री राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के कार्यकर्ताओं ने शहर के सभी मुख्य मार्गो और सभी चौक एवं गोलंबर पर दीप जलाकर नववर्ष का स्वागत किया।

समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सिया राम सिंह ने बताया कि चैत्र मास के प्रारंभ के साथ ही नववर्ष प्रारम्भ हो जाता हैं। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुरे शहर में सवा लाख दीये जलाएं गये हैं।

इसमें शहरवासियों का भरपूर सहयोग मिला हैं। लोगों ने उत्सव की तरह उत्साह के साथ इस नववर्ष का स्वागत किया हैं।

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छपरा: श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के कार्यालय का हुआ उद्घाटन

● शोभा यात्रा से संबंधित सभी सामग्री होगी उपलब्ध

● सामग्री विक्रय एवं वितरण का कार्य यहीं से किया जाएगा

छपरा: रामनवमी के अवसर पर छपरा शहर में निकलने वाली शोभायात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। मंगलवार को इसी क्रम में शहर के थाना चौक के समीप स्थित जनक यादव पुस्तकालय के परिसर में रामनवमी के पर्व को लेकर श्री राम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के कार्यालय का उद्घाटन किया गया।

सर्वप्रथम आचार्य हरे राम शास्त्री जी के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एवं हनुमान जी की पूजा-अर्चना की गई.

तत्पश्चात समिति के कार्यकारी (अनुज्ञप्तिधारी)अध्यक्ष सियाराम सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया.

वहीं समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह ने बताया कि इस कार्यालय पर शोभा यात्रा से संबंधित सभी प्रकार के कार्य किये जाएंगे. इसके अलावा कार्यालय पर एक विक्रय केंद्र भी बनाया गया है, जहां शोभा यात्रा से जुड़ी सामग्री जैसे झंडा-पताका बाइक झंडा, गमछा आदि का विक्रय किया जायेगा.

उन्होंने बताया कि इन वस्तुओं के विक्रय से प्राप्त होने वाली धनराशि का पूरा उपयोग शोभा यात्रा के आयोजन में किया जाता है. अतः लोगों से आग्रह है कि वह कार्यालय से वस्तुओं का क्रय कर अपना योगदान दें. इसके अलावा यदि कोई राम भक्त आर्थिक रूप से सहयोग देना चाहे या किसी अन्य प्रकार से शोभायात्रा के आयोजन में अपना योगदान देना चाहे तो वह हमारे इस कार्यालय पर संपर्क कर सकता है. साथ ही मैं समस्त राम भक्तों से अपील करता हूं कि वह शोभा यात्रा के आयोजन में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दें ताकि एक ऐतिहासिक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा सके.

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श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के द्वारा की गई आम सभा की बैठक, भव्य होगा आयोजन

Chhapra: रामनवमी के पर्व को लेकर छपरा में तैयारियां शुरू हो गई है. रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाएगा. हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन ही मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था. रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही माँ दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है.

छपरा में होता है भव्य आयोजन

रामनवमी के दिन छपरा शहर में श्रीराम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान भव्य पूजा-अर्चना एवं शोभा यात्रा का आयोजन किया जाता है. हर साल की भांति इस साल भी 30 मार्च को समिति के द्वारा छपरा शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी.

आम सभा की हुई बैठक

शोभायात्रा के सफल आयोजन को लेकर छपरा शहर स्थित दुर्गा मंदिर, लल्लू मोड़ के सभागार में श्री राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वाधान में शहर के बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों व राम भक्तों के साथ आम सभा की बैठक की गई.

सर्व प्रथम सभा की अध्यक्षता कर रहे समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह (अनुज्ञप्तिधारी), मुख्य यजमान राणा, उपमेयर रागिनी गुप्ता, अजय राय, अवध किशोर मिश्रा, सिद्धार्थ कुमार, उमा शंकर सिंह, प्रभात सिंह, गंगोत्री प्रसाद आदि ने वैदिक मंत्रोचार के बीच संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर बैठक की विधिवत शुरुआत की.

जिसके बाद समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह ने बैठक में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए रामभक्तों से शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने तथा बढ़-चढ़ कर अपना योगदान देने की अपील की.

बैठक में शहर के प्रबुद्धजनों एवं धार्मिक विषयों के जानकारों ने शोभायात्रा को भव्य रूप देने तथा सुव्यवस्थित व सफल आयोजन हेतु अपने-अपने विचारों को रखा.

बैठक में शामिल रामभक्तों का धन्यवाद ज्ञापन समिति के स्वयंसेवक लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने किया तथा कार्यक्रम का मंच संचालन रवि पांडेय व अनुज कुमार ने किया.

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गढ़देवी माता के आशीर्वाद से बन गई श्याम और रेनू की जोड़ी, आख़िर यह शादी क्यों बन गई चर्चा का विषय, पढ़ें पूरी कहानी

Chhapra: जिले के मढ़ौरा स्थित गढ़देवी मंदिर में शुक्रवार को हुई शादी इन दिनों चर्चा का विषय बन गई है. ऐसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन शादियों का आयोजन होता है लेकिन शुक्रवार की शादी कई मायनों में खास है. जिसके कारण इसकी चर्चा हो रही है.

शुक्रवार को छपरा सदर प्रखंड के चनचौड़ा स्थित रामकोलवा निवासी भूतेली साह के पुत्र श्याम कुमार दूल्हा बन गढ़देवीं मंदिर पहुंचे. 3 फिट की लंबाई वाले श्याम के मंदिर परिसर में पहुंचते ही सभी लोग मोबाइल से वीडियो बनाने लगे. दूल्हे के पहुंचने के साथ ही वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुआ. वैवाहिक रस्मों के बीच मंडप में पहुंची मढ़ौरा भावलपुर निवासी गुदेली महतो की बेटी रेणु कुमारी की लंबाई भी साढ़े तीन फिट की थी. दूल्हा और दुल्हन को एक साथ देखकर चर्चा शुरू हो गई और देखते ही देखते मंदिर परिसर में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई.

सभी ने इस शादी की पूरी रस्मों को मोबाइल में कैद किया और इस विवाह के साक्षी भी बने. बहरहाल इस विवाह की चर्चा अभी भी है.

बताते चले कि श्याम कुमार सात भाई बहन है जिसमे उसकी लंबाई सबसे कम है. जिसके कारण उसकी शादी नही हो पा रही थी. इसी बीच भावलपुर में गुदेली महतो की बेटी का पता चला. 20 वर्षीय रेणु चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी. जिसके कारण उसकी शादी भी नही हो पा रही थी. श्याम कुमार और रेनू कुमारी एक ही कद काठी के थे. दोनो के अभिभावकों ने शादी तय की जिसके बाद शुक्रवार को शादी की रस्म अदायगी हुई.

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शहर से लेकर गांव तक होली की धूम, रंग गुलाल के साथ मनाई जा रही है होली

Chhapra: रंगों का त्योहार होली शहर से लेकर गांव तक धूम धाम से मनाया जा रहा है. होली को लेकर क्या बच्चे क्या जवान और क्या बूढ़े सभी अपनी अपनी टोलियां बनाकर इस त्योहार को मानते दिखे. गांव में जहां होली गाकर रंग अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की बधाई दी गई वही शहर में डीजे की धुन पर युवा थिरकते नज़र आए.

शहर के कई मोहल्लों में युवाओं की टोली डीजे पर बज रहे गानों के साथ होली मना रहे थे. हालांकि इस बार रंगों वाली होली बच्चों में दिखी बाकी लोगों ने गुलाल और अबीर के साथ ही होली मनाई. जिससे एक और पानी की बचत हुई वही दूसरी ओर चेहरे को भी रंगो से निजात मिलती दिखी.

आपसी मेलजोल और सौहार्द के इस त्योहार पर शहर से लेकर गांव तक प्रशासन मुस्तैदी के साथ चौक चौराहों और सड़कों पर पेट्रोलिंग करती दिखी.

होली का उत्सव महिलाओं में भी दिखा जहां महिलाओं ने महिला दिवस के साथ साथ होली पर गुलाल लगाकर एक दूसरे के साथ होली मनाई.

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