छपरा: जिले में एक के बाद एक अपराधिक घटनाएँ घट रही है. मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने हुई घटना के बाद महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है.

पुलिस प्रशासन का भय अपराधियों में नहीं है जिसका उदहारण है कि एसपी कार्यालय के सामने अपराधी घटना को अंजाम दे रहे है. उन्होंने सारण एसपी से टास्क फ़ोर्स बनाकर अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने की अपील की ताकि अपराध और अपराधियों पर नकेल कसी जा सके और आम लोग अपराधियों के शिकार होने से बच सके.

यहाँ देखे क्या कहा सांसद ने

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छपरा: शहर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान में से एक ‘गेटवे’ के छात्रों ने इंटर की परीक्षा में सफलता हासिल की है.

निदेशक रमण सिंह ने बताया कि बिहार बोर्ड परीक्षा के परिणाम में गणित में सबसे बेहतर 97 अंक विकास कुमार, 96 राकेश कुमार, 95 सुबोध कुमार, 88 अंक अंशु कुमारी, 89 अंक शशि और 80 अंक श्वेता ने प्राप्त किये.

ऐसे ही संस्था के सैकड़ों छात्रों ने सफलता हासिल की. यह लगातार तीसरा वर्ष है. विगत वर्ष भी सैकड़ों बच्चों ने सफलता हासिल की थी.

उन्होंने कहा कि कुशल मार्गदर्शन और छात्रों का कठिन परिश्रम सफलता का मूलमंत्र है.

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छपरा: नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया (NUJI) सारण के तत्वावधान में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में वक्ताओं ने हिंदी पत्रकारिता के वर्तमान दशा और दिशा को लेकर अपने विचार व्यक्त किये.

वक्ताओं ने हिंदी पत्रकारिता के आदर्श को आगे बढ़ाते हुए उसे नई ऊंचाई पर ले जाने पर बल दिया. वक्ताओं ने हिंदी के उत्थान के लिए भाषा पर पकड़, शब्दों का चयन आदि विषयों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर संग्राम सिंह ने किया. जबकि विषय प्रवेश ज़ाकिर अली तथा संचालन धर्मेंद्र रस्तोगी ने किया. इस अवसर पर पंकज कुमार, कमलाकर उपाध्याय, नदीम अहमद, संतोष गुप्ता, मुकुंद सिंह, सुरभित दत्त, प्रभात किरण हिमांशु, विकास कुमार, कबीर, सत्यजीत कुमार समेत कई पत्रकार उपस्थित थे.

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छपरा: शहर के बीचों बीच आरक्षी अधीक्षक कार्यालय के ठीक सामने दिनदहाड़े गोली चलाकर एक बार फिर अपनी सक्रियता से पुलिस की कार्यशैली पर अपराधियो ने सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. गोली एक निजी कंपनी के कर्मी पर चलाई गई थी लेकिन गोली उसे छू कर निकल गयी. घटना के बाद से जहाँ चर्चाओं का बाजार गर्म है वही पुलिस हरकत में है.

घटना को लेकर बताया जाता है कि रेडिएंट कंपनी के कर्मी छपरा जंक्शन से 22 लाख रुपये लेकर स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में जमा करने के लिए जा रहे थे. इस दौरान उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय के सामने स्थित आरक्षण काउंटर से भी जमा रकम लेने थे. अभी कर्मी पैसा लेकर निकल ही रहे थे कि दो अपराधियो ने धावा बोल दिया. एक ने कमर पकड़ कर पैसे से भरा बैग छिनने का प्रयास किया. जिसपर कर्मी ने बैग काउंटर के भीतर फेक दिया.

लेकिन इसी बीच दूसरे अपराधी ने गोली मार दी. जिसमे रसूलपुर असहनी गांव निवासी उपेंद्र कुमार यादव के कमर मे गोली लगी हालांकि वह गोली उसे छू कर निकल गयी. घटना के बाद उपेंद्र को इलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.

वही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच मामले की जांच कर रहे है.

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छपरा: छपरा कचहरी स्टेशन पर विद्युतीकरण कार्य धीमी गति से चल रहा है. इस कारण इस स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेन बीच की रेल लाइन पर रुकती है.जिससे आये दिन रेल यात्री जान जोखिम में डालकर ट्रेन पकड़ने को विवश है. छपरा कचहरी स्टेशन पर स्थित चार नंबर रेल लाइन का विद्युतीकरण कार्य धीमा होने से डाउन मौर्य एक्सप्रेस बीच ट्रैक पर ही खड़ी होटी है. यात्री ट्रेन में चढ़ने एवं उतरने में परेशान हो जाते है. लेकिन इस पर किसी भी रेलवे अधिकारी का ध्यान नहीं पड़ रहा है.

6 माह पूर्व हुआ था प्लेटफार्म का निर्माण

छपरा-सोनपुर रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है. पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा कचहरी स्टेशन पर अभी तक दो नंबर प्लेटफॉर्म का विद्युतीकरण निर्माण नहीं हो सका है. इस प्लेटफॉर्म के रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य छह माह पूर्व हो गया. डीजल इंजन से चलने वाली गाड़ियाँ तो इस प्लेटफ़ॉर्म पर आती है लेकिन इलेक्ट्रिक इंजन वाली गाड़ी छपरा कचहरी के रेलवे लाइन संख्या तीन पर ही खड़ी होती है.जिसमे गोरखपुर से हटिया जाने वाली डाउन मौर्य एक्सप्रेस भी शामिल है. यात्रियों को उसमें चढ़ने व उतरने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके चलते आए दिन यात्री वहां चढ़ने उतरने में गिरकर चोटिल हो रहे हैं. वही दिव्यांग यात्रियों को तो गोद में ही उठाकर चढ़ाया जाता है. लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं पड़ रहा है.

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छपरा: अगर आप पत्र पत्रिकाओं को निबंधित डाक से भेजना चाहते है और आपके पास नगद राशि नही है तो ऐसे में आप शहर के प्रधान डाकघर में जाकर अपने एटीएम कार्ड से अपना पत्र भेज सकते है.

हाल ही हुई विमुद्रिकारण के दौरान नोटो की किल्लत और कैशलेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वैसे ग्राहकों को खाश सुविधा दी गयी है जहां वह जाकर अपने विभिन्न डेबिट कार्ड के जरिये पत्र और सामानों को पंजीकृत डाक से अन्य स्थानों पर भेज सकते है.

जिले के ग्राहकों के लिए डाक विभाग ने एक स्पेशल विंडो बनाया है. जहां सिर्फ कार्ड से कार्य किया जाता है. हालांकि डाक विभाग में किये जाने वाले अन्य कई कार्य जैसे PLI जमा राशि, खाते में राशि जमा करने सहित अन्य कार्य अभी नही किये जा सकते है. लेकिन उन कार्यो पर भी विभाग की नजर है. जिसे जल्द से जल्द करने की सुविधाएं भी  मिलने लगेगी.

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डोरीगंज: आरा-छपरा पुल का रविवार को जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम मे उन्होने पुल निर्माण के कार्य प्रगति का जायजा लिया.

उन्होंने 11 जून को होने वाले संभावित उद्घाटन को देखते हुए निर्माण कम्पनी से जुड़े पदाधिकारियों से कार्य मे तेजी लाने का निर्देश भी दिया. निरीक्षण के बाद लौटने के क्रम मे जिलाधिकारी से दरियावगंज निवासी रामस्वरुप राय द्वारा अपनी तीन डिसमिल जमीन का मुआवजा दिलवाने की गुहार लगायी जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव के आदेश आते ही जल्द ही राशि मिल जाने का आश्वासन दिया.

निरीक्षण के दौरान सदर सीओ विजय कुमार सिंह एवं निर्माण कम्पनी के पदाधिकारी मौजूद थे.

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छपरा: जिले में संभावित बाढ़ की तैयारी संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष आपदा प्रबंधन प्राधिकार हरिहर प्रसाद ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन बहुत ही आवश्यक है. साथ ही साथ भीषण गर्मी की स्थिति में मौसम विभाग द्वारा चेतावनी के आलोक में संबंधित विभागो द्वारा अपेक्षित कार्रवाई की समीक्षा भी की गयी.

जिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बाढ़ पूर्व संवेदनशील तटबंधो की मरम्मत तथा स्लूइस गेटो के निरीक्षण का निर्देश दिया. उन्होंने कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल को बाढ़ एवं गर्मी की स्थिति से प्रभावित आबादी के लिए तत्काल पेयजल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. खराब पड़े सभी चापाकलों की मरम्मत, अस्थायी चापाकल लगाने के लिए सामग्री की उपलब्धता अविलम्ब सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

उन्होंने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो के लिए आवश्यक मानव दवा, वैक्सिन आदि की उपलब्धता ससमय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु चारा की निविदा आमंत्रित करने तथा पशुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे सभी वर्षा मापक यंत्रो का निरीक्षण करें.

जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारी अपने लाईन डिपार्टमेन्ट के साथ समन्वय स्थापित कर समीक्षा करने एवं सरकारी नावों की मरम्मति, निजी नाव मालिको के साथ एकरारनामा तथा चिन्ह्ति शरण स्थलियो पर भवन, पेयजल, शौचालय, रौशनी आदि का व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि 1 से 7 जून 2017 के बीच निर्धारित बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमो एवं पूर्वाभ्यास करने का निर्देश दिया.

बैठक में जिला परिषद् अध्यक्ष मीणा अरुण, सहायक पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रसाद, प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शिव कुमार पंडित, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद्, जिला पशुपालन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नहर प्रमंडल, भवन प्रमंडल सारण एवं संबंधित विभागो के प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे.

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छपरा: राजकीय मध्य विद्यालय भगवान बाजार एवं राजकीय मध्य विद्यालय रामलीला मठिया का शनिवार को जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालयों में शिक्षको की उपस्थिति कम पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त किया गया. साथ ही साथ अनुपस्थित पाये जाने वाले सभी संबंधित शिक्षको पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया. उन्होंने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन को निर्देश दिया कि वे मध्याह्न भोजन की नियमित जांच करें.

वही नई बाजार वार्ड नं0 18 के गांधी मस्जिद आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 146 का भी निरीक्षण भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान केन्द्र में 14 बच्चे उपस्थित पाये गये. आंगनबाड़ी केन्द्र सहायिका द्वारा बताया गया कि सुबह हुए बारिस के कारण बच्चो की उपस्थित कम है. निरीक्षण पंजी के अवलोकन मे पाया गया कि आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका द्वारा केन्द्र की जांच निरंतर की जा रही है. जिलाधिकारी ने केन्द्र मंे उपस्थित होने वाले सभी बच्चों को स्वच्छ एवं साफ-सुथरा रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बच्चो के टीकाकरण में प्रगति लायी जाय, ताकि बच्चे स्वस्थ्य रहें.

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(नीरज सोनी)

विगत 16 मई 2014 के दिन जब लोकसभा के चुनाव परिणाम आ रहे थे तब उस दिन शाम होते- होते देश में एक नये सूर्य का उदय हो रहा था। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 35 वर्षो के बाद भाजपा को ही नहीं अपितु राजग गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया। राजनैतिक विश्लेषकों को इस बात का  अनुमान नहीं था कि किसी दल को अकेले ही पूर्ण बहुमत मिल सकता है। 

भारतीय जनता पार्टी के लिए यह बेहद गौरवशाली क्षण तो थे ही साथ ही भारतीय लोकतंत्र व जनता की परिपक्वता की भी बात हो रही थी। पीएम मोदी की जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अब तीन साल का लम्बा सफर तय कर चुकी है तथा अब इस सरकार के कामकाज का आंकलन किया जा सकता है,किया भी जा रहा है। मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर भाजपा पूरे देश मे जश्न मनाने की तैयारी कर रही हैं। हालांकि विपक्ष सरकार के कामकाज को अपने ही नजरिये से देख रहा है तथा सरकार को कश्मीर सहित तमाम मामलों में अभी तक नाकाम ही मान रहा है। जबकि विपक्ष के दावों के विपरीत वास्तविकता और आंकड़े कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के संभवतः पहले ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने बिना थके ,बिना रूके तथा बिना अवकाश के गरीबों के हित में लगातार काम करते जा रहे हैं। पीएम मोदी के दिमाग में देश के लिए सदा कुछ न कुछ नया करने के विचार चला ही करते हैं तथा वह देश की जनता के बीच अपने विचारों का प्रस्तुतीकरण भी बिल्कुल नये आंदाज में करते भी है आज उसी का प्रतिफल है कि देश के अधिकांश हिस्से में भाजपा का राज्य है। 

पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद केवल सरकार में ही बदलाव आया है ऐसा नहीं है। अपितु राजग सरकार बनने के बाद  पूरे देशभर में अब भाजपा की स्वीकार्यता भी बढ़ रही है। केंद्र में सत्तारूढ़ होने के बाद जम्मू कश्मीर में भाजपा ने अपनी धुर घोर विरोधी पीडीपी के साथ सरकार बनाकर पूरे देश को चैंका दिया था। राजनैतिक विश्लेषक जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की सरकार बनने के बाद आश्चर्यचकित थे तथा वे सोच रहे थे कि यह सरकार बहुत लम्बे समय तक नहीं चल पायेगी लेकिन आज भी बेहद कठिन समय के दौर से गुजरने के बाद भी सरकार चल रही हैं।

नरेंद्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर के हिस्से में सर्जिकल स्ट्राइक की मंजूरी दी और भारतीय सेना ने पहली बार यह कारनामा कर पूरी दुनिया को अचरज में डाल दिया, यह अलग बात है कि कांग्रेस की ओर से कहा गया कि उनके कार्यकाल के दौरान में ऐसा हुआ लेकिन उन्होंने ढिंढोरा नहीं पीटा।  डीजीएमओ ने इसे अपनी तरह का पहला आपरेशन बताया तो कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर अकसर इस तरह की कार्रवाई होती है।

केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद 2015 में दिल्ली व बिहार में भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ गया था। तब लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि पीएम मोदी का जादू अब उतार पर है। लेकिन जब पीएम मोदी ने एकाएक 8 नवंबर 2016 को अचानक से टी वी पर आकर यह नोटबंदी का ऐलान कर दिया तो पूरे देशभर में एक तूफान सा  आ गया । विरोधी दलों मे हडकम्प मच गया था। जो विरोधी दल केंद्र सरकार व पीएम मोदी से यह सवाल कर रहे थे कि आखिर कालेधन के खिलाफ सरकार क्या कदम उठाने जा रही है अब उन्हीं लोगों ने सरकार के कदम के खिलाफ महागठबंधन कर लिया था। विपक्ष ने नोटबंदी के बाद सरकार को डिगाने व पूरे देशभर में जनआक्रोश पैदा करने के हर संभव प्रयास किये लेकिन जनता सरकार के साथ पूरी ताकत व धैर्य के साथ खड़ी रही। विपक्ष ने नोटबंदी के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए संसद का पूरा का पूरा एक सत्र बर्बाद कर दिया था जिसका बुरा परिणाम उसे पूरे देशभर में हुए निकाय चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों तक में उठाना पड़ गया। सरकार का नोटबंदी का फैसला देशहित में उठाया गया एक ऐतिहासिक व क्रांतिकारी कदम था।

पीएम मोदी ने अपने फैसले को गरीबो के हक में और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाया गया कदम बताया। सरकार का कहना था कि यह कदम नक्सलवाद, आतंकवाद,तस्करी व जाली नोटो की तस्करी के खिलाफ उठाया गया कदम हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ महाजंग का ऐलान कर दिया था। अपने निर्णय के बाद पीएम मोदी ने जितने भी भाषण दिये वह गरीबों के हक में व भ्रष्टाचार केे खिलाफ दिये । पीएम मोदी का साफ कहना है कि 70 साल में जिन लोगों ने देश को लूटा है उन्हें तो अपना हिसाब देना ही होगा। आज जब सरकार अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है तब बेनामी संपत्ति के अंतर्गत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार सहित कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम व उनके बेटे के खिलाफ छापेमारी कर जांच भी शुरू कर दी है। सरकार कालेधन के खिलाफ लगातार काम कर रही है। सरकार का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद 23 हजार करोड़ रूपये के कालेधन का पता चल चुका है।

पीएम मोदी अपनी जनसभाओं में कहा करते थे कि सरकार गरीबों के लिए होनी चाहिए तथा गरीबों के लिए सोचने व काम करने वाली होनी चाहिए। पीएम मोदी ने बकायदा अपने आप को देश का प्रधानसेवक तो घोषित किया ही साथ ही यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार गरीबो के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है। पीएम मोदी का यह दावा बिलकुल सही है कि पिछली सरकारों में समाचारपत्रों में खबरें बनतीं थीं कि कितना गया, गया लेकिन अब वहीं विपक्ष सरकार से पूंछ रहा है कि कितना आया, कितना आया। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है। नोटबंदी वाकई में एक बेहद साहसिक कदम था। सरकार के फैसले के बाद घरों मं नोटों को छिपाकर रखने वाले लोगों के चेहरे से नकाब उतरने लग गया था। किसी ने नोटों को नदी में फेंका, पार्क में फेंका, नोटों को जलाया तक गया। लोगांे ने हर तरह से नोटों को छिपाने की कोशिश की लेकिन वह पीएम मोदी के दूरबीन से नहीं बच सके। सरकार के इस कदम के बाद जितने भी चुनाव हुए वहां पर भाजपा को जबर्दस्त कामयाबी मिली। 2017 में पांच प्रांतों के विधानसभा चुनाव हुए जिसमे उप्र व उत्तराखंड में तो पूर्ण बहुमत मिल गया लेकिन गोवा व मणिपुर में भी भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही। भाजपा के लिए उप्र की जीत वाकई में बहुत ही ऐतिहासिक अविस्मरणीय है। उप्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब पीएम मोदी पर कुछ दबाव कम हो गया है तथा अब उन्होनें 2019 का किला फतह करने के लिए मजबूत घेराबंदी अभी से शुरू कर दी है।

पीएम मोदी की सरकार ने अब तक कई ऐतिहासिक छोटे व बड़े फैसले भी लिये हैं। पीएम मोदी ने गरीबों के लिए जन धन योजना के तहत जीरो बैलेंस में खाते खुलवाये। नौकरियों के लिए प्रमाणपत्रों के सत्यापन का काम बंद करवाया। छोटे पदो के लिए साक्षात्कार बंद करवाये। सरकार अब तक 1200 बेकार के कानूनों को रदद करवाने में सफलता प्राप्त कर चुकी है।  केंद्र सरकार  देश व समाज तथ गरीबों के हित में लगातार फैसले कर रही है। केंद्र सरकार ने वर्षो से लम्बित सबसे कठिन काम वन रैंक वन पेंशन का उचित समाधान निकाला।  नेताजी सुभाषचंद्र बोस की गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने के एक रविवार  को देश की जनता के साथ रेडियोे पर मन की बात कर रहे हैं  तथा एक प्रकार से वे देश में एक नये बदलाव की बयार उत्पन्न कर रहे हैं। मन की बात में वे हर बार नये विचारों के साथ जनता के सामने आते हैं। स्वच्छता से लेकर पर्यावरण सुरक्षा व ऊर्जा बचत तथा  छात्रों व  महापुरूषों के विषय में भी बाते करते  हैं। पीएम मोदी मन की बात के माध्यम से एक मौन क्रांति लाने का प्रयास कर रहे हैं। 

केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में देश से वीआइपी कल्चर को समाप्त करने का ऐतिहासिक फैसला किया जिसमें सभी श्रेणियों के वाहन से सभी तरह की बत्तियां हटाने का फैसला हुआ। मोदी सरकार ने सामाजिक कल्याण बहुत सारी योजनाओं का श्रीगणेश किया जिनमें कुछ ने सफलता हासिल की तो कुछ अभी सफल होने के लिए बेकरार है। तीन साल में सरकार की सबसे बड़ी सफलताओं में रेल बजट को समाप्त करके उसे आम बजट के साथ जोड़ना और 10 हजार करेाड़ रूपये की बचत करना। सरकार ने बजट पेश करने की तारीख में बदलाव किया तथा अब वित्तीय वर्ष को बदलने की तैयारी चल रही है। नोटबंदी के बाद अब सरकार कैशलेस सिस्टम की ओर तेजी से बढ़ रही है। पीएम मोदी ने देश में व्यापक पैमाने पर बदलाव लाने के लिए बहुत सारी योजनाओं का शुभारम्भ किया है जिसमें कुछ योजनाये सफल तो रही हैं लेकिन कुछ योजनायें अभी सफलता का मार्ग खोजने में लगी हुईं हैं। पीएम मोदी ने जिन योजनाओं को लांच किया है उसमें स्टैंड अप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना , फसल बीमा योजना,सांसद आदर्श ग्राम योजना , बेटी बचाओ, बेटी पढाओ,डिजिटल भारत, अनुसूचित जाति कल्याण कार्यक्रम ,स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे सहित छात्रों आदि के लिए कौशल विकास योजनाओ जैसे तमाम योजनाओं का शुभारम्भ सरकार की ओर से किया गया। इसे नकारा नही जा सकता कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार रहित सरकार दी हे तथा वह एक प्रकार से सबका साथ सबका विकास के नारे के आधार पर अपनी सरकार को न्यू इंडिया प्लान के तहत आगे बढ़ा रहे है। पीएम मोदी अपनी हर बात युवाओें को केंद्रित करके कह रहे हैं।

सरकार की यह सबसे बड़ी सफलता है कि आज देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा हुआ है। पर्यटन के माध्यम से कमाई का विकास हुआ है। जीडीपी दर में वृद्धि हुई है तथा डालर के मुकाबले रूपया कुछ मजबूत हुआ है। देश के शेयर बाजार का सेंसेक्स 30 हजार के ऊपर  जा रहा है तथा निफ्टी भी लगातार चढ़ रहा है। सरकार की उज्ज्वला योजना कारगर सिद्ध हो रही हैं जिसके तहत अब तक तीन करोड़ बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन दिये गये। यह भी माना जा रहा है कि उप्र में यह योजना गेमचेजर साबित हो गयी है। यह बात भी सही है कि अभी देश में व्यापक बदलाव लाने के लिए सरकार को बहुत कुछ करना है।

सरकार ने तीन साल में नये पैमाने तो स्थपित कर ही दिये हैं। मोदी सरकार आम लोगों व गरीबों की सरकार साबित हुई है। सरकार ने जनहित में बहुत सारे निर्णय लिये है जो कि स्वागत योग्य तो है लेकिन अभी उनका प्रतिफल जमीनी धरातल पर उतरने से ही पता चलेगा। सरकार को कई क्षेत्रों में अभी लम्बा सफर तय करना है।  

ये लेखक के निजी विचार है. 

 

नीरज कुमार सोनी

(लेखक पत्रकार और स्तंभकार है.) 

https://www.facebook.com/neerajsonijournalist

 

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छपरा: जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और बैंक में लूट के बाद बैंक, दुकान से लेकर सरकारी कार्यालयों तक मे सीसीटीवी लगाने का आग्रह जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया था.

ख़ासकर उन जगहों पर अनिवार्य और विशेष रूप से सीसीटीवी लगाने का आग्रह किया गया था जहाँ पैसे के लेंन देंन तथा लोगों की भीड़ ज्यादा होती है.

लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर शहर का प्रधान डाकघर में अब तक ना सीसीटीवी लग पाया है और ना ही कोई सुरक्षा कर्मी तैनात है.

मॉडल डाकघर में शुमार इस डाकघर में सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नही है जिससे यहाँ आने वाले लोग और यहाँ के कर्मी अपने को किसी आपराधिक वारदात के समय सुरक्षित महसूस कर सकें.

मुख्य डाकघर में प्रतिदिन लाखों रुपये की लेनदेन होती है. पत्रों के निबंधन और स्पीड पोस्ट के अलावे अन्य कई कार्यो को लेकर शहर से गांव तक के हजारों लोग प्रतिदिन यहाँ आते है और लाइन में लग कर काम करवाते है.

लेकिन इनकी सुविधा और सुरक्षा को लेकर परिसर में पुलिस बल तो दूर होमगार्ड का एक जवान भी नही दिखता.

भीड़ भाड़ में जनता खुद ही एकदूसरे से उलझती है और खुद ही उसका निदान भी करती है.हालांकि डाकघर केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत होता है इस प्रश्न को लेकर उनके अपने विभागीय उत्तर है. लेकिन जनहित और कर्मचारियों के हित में सुरक्षा व्यस्था की जिम्मेवारी कार्यालय प्रधान की बनती है.

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छपरा: गंडक कॉलोनी में अनाधिकृत रूप से रह रहे लोगों के क्वार्टर को गुरुवार को खाली कराने की कार्रवाई की गई. सदर सीओ विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

सीओ ने बताया कि जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद के आदेश पर अनाधिकृत रूप से रह रहे दो दर्जन क्वार्टरों को खाली कराने की कार्रवाई की गई है. जिनमे से 7 से 8 क्वार्टरों को खाली कराया जा चुका है शेष बचे क्वार्टरों को दो दिनों में खाली करा लिया जाएगा. 

इस दौरान गंडक विभाग के अधीक्षण अभियंता उमानाथ राम, कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.

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