Chhapra: कोविड-19 के कारण जन्माष्टमी के मौके पर आयोजित होने वाले छपरा में मटकी फोड़ कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया है. बजरंग दल की ओर से जानकारी दी गई कि 12 अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित होने वाले मटकी फोड़ एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है. कोविड-19 महामारी को देखते हुए यह फैसला किया गया है.

इसकी जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद मंत्री धनंजय कुमार ने कहा कि हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर छपरा के नगरपालिका चौक पर मटकी फोड़ कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. लेकिन इस साल कोरोनावायरस के कारण आयोजन कराना संभव नहीं हो सकेगा. आयोजन में हजारों लोग मटकी फोड़ कार्यक्रम को देखने पहुंचते हैं. महामारी और लोगों का स्वास्थ्य के स्वास्थ को देखते हुए जन्माष्टमी पर आयोजित कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.


आपको बता दें कि 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा. कोविड के कारण पर्व-त्यौहार के रंग फीके पड़ गए हैं. लेकिन लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी है.

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• जिले में आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट से कोविड-19 जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित
• स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
• टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर लें चिकित्सकीय सलाह
• सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल के बीच मरीजों की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नित्य नए फैसले लिए जा रहे है। ताकि कोरोना संक्रमण जांच में तेजी आए तथा कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जिले में आरटी पीसीआर से प्रतिदिन 150 जांच तथा ट्रूनेट मशीन से 200 जांच करने का निर्देश दिया है।

टेस्ट करने के चार तरीके
• स्वाब टेस्ट: इस टेस्ट में एक कॉटन स्वाब से गले या नाक के अंदर से सैंपल लिए जाते हैं।
• नेजल एस्पिरेट: वायरस की जांच करने वाला आपकी नाक में एक सॉल्यूशन डालने के बाद सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच करता है।
• ट्रेशल एस्पिरेट: ब्रोंकोस्कोप नाम का एक पतला ट्यूब आपके फेफड़े में डालकर वहां से सैंपल लेकर उसकी जांच की जाती है।
• सप्टम टेस्ट: यह फेफड़े में जमा मैटेरियल या नाक से स्वाब के जरिये निकाले जाने वाले सैंपल का टेस्ट होता है।

30 मिनट के भीतर आ रहे नतीजे
एंटीजेन टेस्ट में 30 मिनट के अंदर रिजल्ट मिल रहा है। वहीं आरटी-पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जाते हैं. तब तक तो संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता कि वो पॉजिटिव है और वो कई लोगों को वायरस फैला चुका होता है। रैपिड एंटीजन में आधे घंटे के अंदर ही रिपोर्ट सामने आ जाती है, ऐसे में शख्स को आइसोलेट किया जा सकता है। संक्रमित शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।

सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच

जिले में कोरोना संक्रमितओ के बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन कीट के माध्यम से टेस्टिंग कराई जा रही है।

टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर लें चिकित्सकीय सलाह 

टॉल फ्री नंबर 18003456607 पर फोन करने पर चिकित्सीय परामर्श, जांच की सुविधाओं की जानकारी, कोविड केयर सेंटर, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर, कोविड अस्पतालों में इलाज की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। बीमार, लाचार, वृद्ध और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके घर में ही जांच की व्यवस्था के अलावा अस्पताल में भर्ती करने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की जायेगी। कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों को किसी भी स्तर पर स्वास्थ सुविधाओं के लिए परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से कमर कस चुका है। प्रचार-प्रसार कर टॉल फ्री नंबर की जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग तुरंत चिकित्सकीय परामर्श ले सकें। कोरोना संक्रमणकाल में लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के आदेशों पर अमल करें, ताकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत हासिल की जा सके।

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Chhapra: कोविड-19 संक्रमण काल के बीच IIT और नीट की परीक्षा टालने के लिए छपरा के युवक के साथ देशभर विभिन्न राज्यों के 11 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिका के जरिए सितंबर महीने में होने वाले IIT  और नीट की परीक्षा को टालने की मांग की गई है. याचिकाकर्ताओं में छपरा के रहने वाले मानस चंद्र भी शामिल है.

मानस चंद्र मेडिकल की तैयारी कर रहे थे और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की टालने की मांग की है. परीक्षा टालने की याचिका डालने का मुख्य कारण कोरोनावायरस महामारी है. मानस के अनुसार बिहार में कोविड-19 तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में छात्रों के सामने स्वास्थ्य को लेकर बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है. मानस कहते हैं कि लाखों की संख्या में छात्र और छात्राएं नीट और आईआईटी की परीक्षाएं देंगे. ऐसे में खतरा बढ़ जाएगा.

आपको बता दें कि  देश भर में आईआईटी के लिए 11 लाख छात्रों ने फ़ॉर्म भरे हैं. जबकि नीट की परीक्षा के लिए 16 लाख छात्रों ने आवेदन किया है. COVID-19 को देखते हुए पहले भी 3 बार IIT और NEET की परीक्षाओं की तारीख़ को बढ़ाया जा चुका है. अब जो तारीख आई है उसके अनुसार IIT परीक्षा 1 से लेकर 6 सितंबर तक और NEET की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी

हालांकि छात्रों का मानना है कि कोरोना संक्रमण काल में जहां देशभर में परीक्षाओं को टाला जा रहा है ऐसे में आईआईटी और नीट की परीक्षाओं को भी टालना जरूरी है. देशभर में लाखो छात्र IIT और NEET की परीक्षा देंगे, ऐसे में संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाएगा .

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रविवार को सारण में 160 नए कोविड 19 के मामले सामने आए हैं. जिले में कोविड-19 मरीजों की संख्या पच्चीस सौ के पार चली गई है. वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1530 से ज्यादा हो गई है. जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 959 है.

वही बिहार में कोविड- 19 मरीजों की संख्या 79720 है वही बिहार में कोरोनावायरस से अब तक 51000 से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं. राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 28000 से कुछ ही कम है. वहीं राज्य में 429 लोग कोविड-19 से दम तोड़ चुके हैं.


विगत 24 घंटे में कुल 75628 सैम्पल की जांच हुई है.
बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 64.37 है.

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Chhapra: कोविड-19 कोरोनावायरस के नए मामले प्रतिदिन मिलते जा रहे हैं. संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद आसपास का क्षेत्र सील भी किया गया है. हालांकि सारण जिले में संक्रमित मरीजों की ठीक होने का प्रतिशत काफी बढ़िया है. अब तक 2460 मरीज में 1505 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि अब तक 34671सैंपल लिए गए. जिसमें 2460 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसमें 1505 लोग स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट गए हैं. फिलहाल 925 एक्टिव केस सारण में है. वही जिले में 228 कंटेनमेंट जोन अब तक बनाए गए थे. जिसमें फिलहाल 47 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है.

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Chhapra: बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय के द्वारा समाहरणालय परिसर एवं जिला स्कूल परिसर में पौधरोपण किया गया.

इस अवसर पर जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा बताया गया कि सारण जिले के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 7 लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन जिसमें आज लगभग 6 लाख पौधे लगाए गए हैं। सारण जिले के 8 प्रखंडों में बाढ़ प्रभावित होने के कारण उपलब्धि लक्ष्य थोड़ा कम रही है.

उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत चार लाख पौधे, जीविका दीदियों के द्वारा एक लाख बीस हज़ार पौधे, वन विभाग के द्वारा पांच हजार पौधे, कृषि वानिकी के द्वारा 41728 पौधे, विभिन्न विभागों के द्वारा 27306 पौधे एवं विभिन्न संस्थाओं के द्वारा 8542 पौधे, आइटीबीपी कैंप में 3000 एवं रेलवे के द्वारा 8000 पौधे लगाए गए हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण के बदलते प्रदेश से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली के तहत बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर बिहार भर में पेड़ लगाए गए। पौधा लगाने का क्रम आगे भी जारी रखा जाएगा। इस अवसर पर पुलिस कप्तान किशोर राय, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, अपर समाहर्ता डीआरडीए सुनील कुमार पांडे, वन प्रमंडल पदाधिकारी लक्ष्ंद्र पंडित, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: बाढ़ के कारण पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल पर हायाघाट-थलवारा रेलवे स्टेशनों के मध्य रेल संचालन बाधित होने के कारण रेल प्रशासन द्वारा इस रेल खंड पर चलने वाली गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन एवं शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन किया गया है.

मार्ग परिवर्तन-
– 09 अगस्त, 2020 को दरभंगा से प्रस्थान करने वाली 02565 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग दरभंगा-सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी.

– 10 अगस्त 2020 को दरभंगा से प्रस्थान करने वाली 09166 दरभंगा-अहमदाबाद विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग दरभंगा-सीतामढ़ी- मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन-

– 09 अगस्त,2020 को जयनगर से चलने वाली 04649 जयनगर-अमृतसर विशेष गाड़ी समस्तीपुर से चलायी जायेगी.

– 09 अगस्त, 2020 को दरभंगा से चलने वाली 01062 दरभंगा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष गाड़ी समस्तीपुर से चलायी जायेगी.

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Chhapra: सारण जिले के छपरा में स्थित सुप्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान “विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल” को उचित गुणवत्त्ता वाले मापदंडों के आधार पर सबसे कम समयावधि में CBSE द्वारा उच्चतर माध्यमिक शिक्षा की मान्यता प्रदान की गई है. यह जानकारी VIPS के निदेशक राहुल राज ने दी है. इसके साथ ही विद्यालय को सेंट्रल बोर्ड की ओर से पंजीकृत कोड भी प्रदान किया गया है. विद्यालय का पंजीयन कोड- 330778 है. अब माध्यमिक बोर्ड से उतीर्ण छात्र-छात्रा पूर्ण विश्वसनीयता के साथ ग्यारहवीं कक्षा में किसी भी संकाय से चाहे वह कला हो, विज्ञान हो या वाणिज्य, इस विद्यालय में नामांकन ले कर अपनी उच्च शिक्षा के जरिये अपने भविष्य को एक बेहतर आयाम दे सकते हैं.

जिसके अंतर्गत अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायन शास्त्र, गणित, अंग्रेजी, शारीरिक शिक्षा, राजनीति शास्त्र इत्यादि जैसे तमाम चयनित विषयो के साथ अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं.

डॉ राहुल राज ने कहा कि अत्यंत गर्व की बात तो यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चो के लिए यह एक सुखद अवसर होगा जो कि उन्हें उनके आवास के समीप ही उच्चतर माध्यमिक की बेहतरीन शिक्षा मिल सकेगी, जिसके लिए उन्हें अपने घरों से दूर भी नही जाना पड़ेगा.


CBSE से मान्यता मिलने की सूचना प्राप्त होते ही पूरे विद्यालय परिवार सहित अभिभावकों और शिक्षकों में खुशी का माहौल कायम हो गया. निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख ने अपने सभी सहयोगियों और समर्थकों का तहे दिल से आभार व्यक्त करते हुए उनका धन्यवाद किया तथा उन्होंने कहा कि विद्यालय स्थापित होने के महज चार वर्ष के इस अल्प समयावधि में CBSE के मापदंडों पर खड़ा उतरने में हमारे सभी कर्मयोगी, निष्ठावान शिक्षक-शिक्षिकाओं, कर्मचारियों, आदरणीय अभिभावकों एवं प्रिय छात्र-छात्राओं का सहयोग एवं सुझाव सराहनीय रहा है.

उन्होंने कहा कि विद्यालय ऐसे ही निरंतर ऊँचाइयों को छुए, उसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है. विद्यालय के अध्यक्ष सह रिविलगंज पूर्व प्रखंड प्रमुख विपिन कुमार सिंह का इस विद्यालय को स्थापित करने के साथ-साथ प्रारम्भ काल से यही प्रयास रहा है कि ग्रामीण परिवेश में भी होने के बावजूद एवं छोटे शहरों में रहने वाले बच्चों को भी बड़े शहरों के तर्ज पर अत्याधुनिक शिक्षा एवं शैक्षणिक संसाधन एवं सुविधा उपलब्ध हो सके और उनका यह उद्देश्य सफलता की ओर अग्रसर है.

विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को कुशल एवं सुयोग्य शिक्षकों द्वारा आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर नॉलेज, स्मार्ट क्लास एवं अतिरिक्त बौद्धिक विकास हेतु “डे-बोर्डिंग” की सुदृढ़ व्यवस्था भी उपलब्ध करायी गयी है. शिक्षा के हर एक पहलू से उन्हें अवगत कराया जाता है ताकि भविष्य में उन्हें आने वाली समस्याओं को हल करने में भ्रमित न होना पड़े.


विद्यालय की प्रधानाध्यापिका महोदया ने इस अवसर पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि सही दिशा में किया गया निरंतर प्रयास का ही यह परिणाम है कि “विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल” जिले का पहला स्कूल है जो चार साल के इस अल्प समयावधि में भी सी0बी0एस0ई0 के मानक को पूर्ण कर मान्यता प्राप्त कर लिया.

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Chhapra: Covid19 संक्रमण से जंग जीतकर लौटे छपरा शहर के काशी बाजार मुहल्ला निवासी शिक्षक का मुहल्लावासियों ने गर्मजोशी के साथ फूल माला पहनाकर स्वागत किया.

कोरोना से समाज में दहशत का माहौल है और लोग कोरोना रोगियों की अपेक्षा से भी बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अरुण कुमार एक मिसाल है जिनका मुहल्लावासियों ने स्वागत किया है. शिक्षक अरुण सिंह की तबीयत 21 जुलाई को बिगड़ गई. जिसके बाद उनका सैंपल लिया गया और उसके बाद 29 जुलाई को उनकी कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आई. हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका समुचित व बेहतर उपचार के सुविधा मुहैया कराई गई.

मुहल्लावासियों ने पहनाई फूल की माला तो भावुक हो गए अरुण
काशी बाजार निवासी शिक्षक अरुण सिंह जब कोरोना को मात देकर अपने घर लौटे तो परिवार के सदस्य मुहल्लावासियों ने उनको फूल माला पहनाकर स्वागत किया तो मुहल्लावासियों व घर के लोगों का प्यार देख अरुण भावुक हो गये और उनके आंखों से आंसू आ गए. मुहल्लावासियों ने मिठाइयां भी बांटी. यह वाक्या उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत साबित हो रहा है जो कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव की भावना रखते हैं या उनसे मानसिक व सामाजिक रूप से दूरी बना लेते हैं. इससे समाज को एक सकारात्मक संदेश मिला है.

तेज बुखार और सांस लेने में हो रही थी समस्या
शिक्षक अरुण सिंह ने बताया कि 21 जुलाई से उनकी तबीयत बिगड़ गई और तेज बुखार और सांस लेने की शिकायत सामने आई. उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की भी जरूरत पड़ी. रिपोर्ट आने तक उन्होंने खुद को होम आइसोलेट किया ताकि अपने परिवार व अन्य लोगों को इस संक्रमण से बचा सके. लेकिन उनके संपर्क में आने से उनका पुत्र भी कोरोना का शिकार हो गया. हालांकि उसमें कोई भी लक्षण व समस्या नहीं है. उनका पुत्र अभी होम आइसोलेशन में है.

अस्पताल की व्यवस्थाओं पर जतायी खुशी
शिक्षक अरुण कुमार कहते हैं कि लोगों के मन में अवधारणा बन चुकी है कि सरकारी अस्पताल में कोई सुविधा नहीं मिलती है. लेकिन जब मैं आईसोलेशन सेंटर में भर्ती हुआ तब वहां की व्यवस्था को देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई. वह कहते हैं कि अब वह यह कह सकते हैं कि प्राइवेट अस्पतालों की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था बहुत अच्छी है. आइसोलेशन सेंटर में समय समय पर खाना हुआ नाश्ता की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही डॉक्टर और नर्स के द्वारा समय-समय पर ऑक्सीजन लेवल, पल्स ऑक्सीमीटर, बुखार बीपी आदि की जांच की जाती है. आइसोलेशन सेंटर में साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है चिकित्सकों के द्वारा मरीजों के मनोबल को बढ़ाया जा रहा है. जिससे कोरोना से संक्रमित मरीजो के स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि वह लोगों से अपील करते हैं कि वह प्राइवेट अस्पताल में नहीं जाकर सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज कराएं वहां की सुविधा भी काफी अच्छी है.

कोरोना से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत
अरुण कहते हैं कि कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है इससे डरने की नहीं बल्कि सकारात्मक सोच व मजबूत हौसलों के साथ लड़ने की जरूरत है. इसमें परिवार व रिश्तेदारों का सहयोग अपेक्षित है. अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उसके मनोबल को बढ़ाने की जरूरत है. ताकि वह जल्द से जल्द कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त हो सके.

अब बरत रहे हैं पूरी सावधानी
कोरोना से ठीक हो चुके शिक्षक अरुण सिंह अब खुद को होम आइसोलेट कर लिया है तथा चिकित्सकों द्वारा बताए गए नियमों का पालन कर रहे हैं. 28 दिनों के होम क्वारेंटिंन को पूरा करने के बाद ही वह घरों से बाहर निकलेंगे. इससे बचाव के जो भी उपाय हैं उसको अपना रहे हैं.

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•कार्य को गति देने के लिए प्रधान सचिव ने दिया आवश्यक सुझाव

• जिले में अत्यंत उत्साह के साथ कार्य कर रहे हैं कोरोना योद्धा

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर रोज नए-नए निर्णय लिए जा रहे हैं। साथ ही आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जा रही है। जिले में कोरोना के जांच में काफी तेजी आई है जिले के कोरोना योद्धा अत्यंत उत्साह के साथ अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं। कोविड-19 की जांच व उपचार कार्य को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलाधिकारी को आवश्यक सुझाव तथा दिशा निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि विगत दिनों में कोविड-19 संक्रमण की जांच में काफी तेजी आई है जिले में अत्यंत उत्साहवर्धक कार्य किए जा रहे हैं । इस कार्य को गति देने के लिए कुछ आवश्यक सुझाव दिए जा रहे हैं। जिसका अनुपालन सुनिश्चित कराई जाए।

रैपिड एंटीजन किट से रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आरटी पीसीआर के माध्यम से होगी जांच

जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि जिन इलाकों में व्यापक रूप से रैपिड एंटीजन किट का प्रयोग किया जा रहा है । वहां पर कोशिश होनी चाहिए कि निगेटिव आने वाले व्यक्तियों की जांच आरटी पीसीआर के माध्यम से कराई जाए। बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी इसी प्रकार की कार्रवाई अपेक्षित होगी। सिवान, मधुबनी, नवादा, लखीसराय, अररिया, मधेपुरा मोतिहारी सहरसा शिवहर एवं भागलपुर में आरटी पीसीआर पूल टेस्टिंग के लिए निर्देशित किया गया है।

शाम 6:00 बजे तक सैंपल भेजने का निर्देश

पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि सभी सैंपल शाम 6:00 बजे के पूर्व ही संबंध लैब को भेज दिया जाए । साथ ही साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें भेजे जा रहे हैं सैंपल को सैंपल नंबर वाइज बॉक्स में व्यवस्थित करके ही भेजें। सभी आरटी पीसीआर लैब्स के प्रभारी द्वारा आश्वस्त किया गया है कि जिले से भेजे जाने वाले सैंपल का रिजल्ट 24 घंटे के अंदर निश्चित रूप से दिया जाएगा।

सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच

जिले में कोरोना संक्रमित ओके बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन कीट के माध्यम से टेस्टिंग कराई जा रही है।

30 मिनट के अंदर मिल रहा है रिजल्ट

रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से 30 मिनट के अंदर कोरोना रिपोर्ट मिल रहा है । वही आरटी पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जा रहे हैं। रैपिड एंटीजन किट में संदिग्ध व्यक्ति की नाक में स्ट्रिप डालकर स्वैब का सैंपल लिया जाता है। किट में सलूशन की तीन ड्रॉप डालकर फ्लूट के साथ मिलाया जाता है। अगर रिपोर्ट में एक लाइन आती है तो रिपोर्ट निगेटिव होती है। लाइन दो हो जाए तो आप कोरोना पॉजिटिव माना जाता है। यह किट सबसे ज्यादा कारगर सिद्ध हो रही है।

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Chhapra: ज़िले के तमाम कॉलेजों में बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट में एडमिशन शुरू हो गया है. दसवीं पास छात्रों को एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके तहत छात्रों को कॉलेजों की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. जानकारी के अनुसार इंटरमीडिएट में नामांकन 12 अगस्त तक चलेगा.

छपरा के राजेंद्र महाविद्यालय में भी इंटर का नामांकन ऑनलाइन लिया जा रहा है. इसके लिए छात्रों को www.online.rajendracollege.org पर जाकर रजिस्टर करना होगा . वहीं से नामांकन की सारी जानकारी भरी जाएगी तथा प्रथम वर्ष का शुल्क भी ऑनलाइन जमा होगा. पूरी प्रक्रिया हो जाने के बाद छात्रों को फीस रसीद के साथ एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करना होगा तथा उसका प्रिंट अपने पास रखना होगा.

सभी दस्तावेज के भौतिक सत्यापन के उपरांत महाविद्यालय उनका नामांकन कंफर्म करेगा. दस्तावेज के भौतिक सत्यापन हेतु छात्रों को महाविद्यालय द्वारा सूचित किया जाएगा. वैश्विक महामारी को देखते हुए इस प्रक्रिया को अपनाया गया है ताकि छात्रों को सहज हो.

छात्रों को ऑनलाइन फॉर्म भरने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. प्राचार्य प्रमेंद्र रंजन सिंह ने बताया है कि ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा छात्र हित में लाभदायक है. सारी जानकारी महाविद्यालय के नोटिस बोर्ड, सोशल मीडिया पेज और वेबसाइट पर पोस्ट कर दी गई है.

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Saran: छपरा सिवान मुख्य मार्ग पर शुक्रवार की अहले सुबह तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक के चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई .घटना रसूलपुर के पास की है, जहां तेज रफ्तार ट्रक ने 3 लोगों को अपने चपेट में ले लिया. जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया. वही लोगों ने तीनों शवों को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया है.

मृतक की पहचान रसूलपुर के चरवा गांव निवासी चन्द्रमा मांझी के 36 वर्षिय पुत्र मुन्ना मांझी तथा मुकुन्द पुर गांव निवासी मोहन प्रसाद कुर्मी के 35 वर्षीय पुत्र छोटन प्रसाद एवं रसूलपुर चट्टी निवासी बदरी राय के पुत्र छोटू के रूप में हुई है.

बताया जा रहा है कि छोटन सड़क किनारे अपना पिक अप लगाकर टायर बदल रहा था तभी ट्रक ने उसे अपने चपेट में ले लिया, इसी दौरान दो और लोग सड़क पार कर रहे थे वह भी ट्रक की चपेट में आ गए और तीनों की वहीं मौत हो गई. घटनास्थल पर पुलिस पहुंच कर लोगों को समझाने बुझाने में जुटी है.

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