Chhapra: शनिवार को सारण के प्राइवेट एसोसिएशन के कोर कमेटी की बैठक की गई. जिसमें वैश्विक महामारी से प्रभावित जिले में संचालित प्राइवेट विद्यालयों पर चर्चा की गई. इस मौके पर जिलाध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जमाल अहमद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र सत से भी प्राइवेट स्कूलों की हालातों की जानकारी देते हुए मदद करने की अपील की गई थी. लेकिन कोई सार्थकता स्पष्ट निर्देश नहीं मिला. फिर भी स्कूल संचालक एवं शिक्षक समुदाय समाज के अग्रणी पंक्ति में रहने वाले नौनिहालों के भविष्य निर्धारण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले अपने सभी परेशानियों को झेलते हुए एक-एक दिन व्यतीत कर रहे हैं.

सीमा सिंह ने कहा की विद्यालय अपनी स्थिति के अनुसार यथासंभव मदद कर रहा है. हम उम्मीद हैं कि सरकार के आदेश अनुसार विद्यालय खुलेंगे और आवश्यकतानुसार बारी-बारी से हम सब अपने विद्यालय में जाएंगे. संघ ने कुछ स्कूलों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लेकिन समाज के कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जिले में 4 सितंबर को काला दिवस मनाने की बात कर रहे हैं, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन वेलफेयर के माध्यम से आगाह किया है कि ऐसे भ्रम की स्थिति से बचें, ऐसा करना शिक्षकों और शिक्षा को कलंकित करने जैसा है. एसोसिएशन ने काला दिवस मनाने का विरोध किया और कहा कि हम इस परेशानी की स्थिति में 6 सितंबर तक इंतजार करेंगे यदि 6 सितंबर के बाद विद्यालय नहीं खुले तो आंदोलन और विरोध किया जाएगा.

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Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई की ओर से राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने बताया कि संगठन के राज्यव्यापी आह्वान पर भयंकर बाढ़, कोरोना काल में छात्रों से इंटरमीडिएट नामांकन एवं परीक्षा फीस में अवैध वसूली पर रोक लगाने, JEE_NEET_NET सहित विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाएं स्थगित करने, 6 माह का स्कूल फीस, रूम रेन्ट, बिजली बिल माफ करने, सभी बड़े निजी अस्पतालों का अधिग्रहण कर राष्ट्रीयकृत करने, बड़े तबके को शिक्षा से बेदखल करने वाली नई शिक्षा नीति 2020 वापस लेने, रेलवे सहित रोजगारपरक साधनों के निजीकरण पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर एआईएसएफ संगठन के लोग रविवार को शहर के नगरपालिका चौक पर एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे.

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Chhapra: शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सारण ज़िला मुख्यालय में सरकार की नई सेवा शर्त के विरोध में शिक्षकों द्वारा एकदिवसीय सामूहिक उपवास किया गया और सरकार के खिलाप रोष प्रकट किया गया. संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में और उग्र आन्दोलन किया जाएगा. जिसके तहत आगामी गुरुवार को सभी ज़िला मुख्यालयों एवं प्रखंड मुख्यालयों में मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री का पुतला दहन करके विरोध प्रकट किया जाएगा एवं और पाँच सितम्बर शिक्षक दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

उन्होने कहा कि सैकड़ो शिक्षकों के सहादत को बेकार नहीं जाने दी जाएगी. बिहार सरकार द्वारा निर्धारित शिक्षक सेवाशर्त नियमावली-2020 शिक्षकों के साथ धोखा ही नहीं बल्कि अन्याय भी है. जिला अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने कहा कि फर्जी सेवा शर्त2020 सरकार को वापस लेना होगा नही तो आने वाले चुनाव मे सभी सीटों पर सरकार समर्थित उम्मीदवार को हराने का काम किया जाएगा.
शिक्षक संघ बिहार के जिला सचिव ने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है सरकार शिक्षकों को झांसे में रखकर शिक्षकों को ठगने का काम किया है.

उपवास कार्यक्रम में शामिल होने वालो में प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह, सचिव दिलीप गुप्ता, राकेश कुमार रंजन, उपाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, खुर्शीद आलम, राकेश कुमार, रघुवंश कुमार सिंह, बीरबहादुर माझी, मुनि मनोज अरूण ओझा, मालिक राम आदि शामिल थे.

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि मुहर्रम का त्योहार दिनांक 30.08.2020 को मनाये जाने की सूचना है. जिलाधिकारी ने कहा कि चांद के दृष्टीगोचर होने के अनुरुप यह पर्व एक दिन आगे या पीछे भी मनाया जाता है. यह पर्व मुस्लिम समुदाय के शिया और सुन्नी दोनों सम्प्रदायों के द्वारा अपनी परंपराओं के अनुरुप मनाया जाता है. परन्तु कोराना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर जिलाधिकारी ने इस त्योहार को शांतिपूर्ण ढ़ग से घर में ही मनाने की अपील की है.

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के लेकर संपूर्ण राज्य में 6 सितम्बर 2020 तक लॉक डाउन जारी है जिसके अंतर्गत सभी प्रकार के धार्मिक आयोजन पर रोक है. इसके साथ ही मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड एवं मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड ने भी लोगों को यह पर्व घरों में रह कर ही मनाने की अपील की है. जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि मुहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु प्रर्याप्त सतर्कता अपेक्षित है. इसलिए विधि-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसके संधारण हेतु दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की समुचित प्रतिनियुक्ति की गयी है, साथ ही विभिन्न सेक्टरों का गठन किया गया है जिसमें वरीय पदाधिकारी भ्रमणशील रहकर विधि-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखेंगे. जिले में 67 संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया गया है जहाँ प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं पुलिस बल को विशेष चौकसी एवं निगरानी रखने का आदेश दिया गया है.

जिलाधिकारी के द्वारा सारण जिला के सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को विधि-व्यवस्था संधारण हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, सारण के संयुक्त आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि विधि व्यवस्था के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी वहीं संवेदनशील स्थलों पर आवश्यकता अनुसार रात्रि में भी निगरानी रखने का निदेश दिया गया है.

विधि व्यवस्था संधारण एवं पर्यवेक्षण हेतु दिनांक 29.08.2020 से प्रातः 6 बजे से जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा जिसका दूरभाष संख्या 06152-242444 है. जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार में अपर समाहर्त्ता, डॉ गगन, मो0 नं0-9473191268 एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, श्री रहमत अली मो0 नं0-8544428112 रहेंगे.

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Chhapra: मुख्यमंत्री के द्वारा पटना स्थित नेक संवाद से मुख्यमंत्री सात निश्चय की दो महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल एवं घर तक पक्की गली-नालियाँ निश्चय अंगर्तत बिहार के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पूर्ण हो चुकी योजनाओं का विडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से उद्घाटन एवं लोकार्पण किया गया. मुख्यमंत्री के द्वारा किये गये उद्घाटन एवं लोकार्पण के कार्यक्रम को सारण जिला के बाढ़ प्रभावित पंचायत के वार्ड को छोड़कर शेष सभी जगह लाईव दिखाने की व्यवस्था करायी गयी थी. इस कार्यक्रम को सारण जिला के 265 पंचायतों के 1904 वार्डों एवं नगर पंचायत तथा नगर निगम के सभी वार्डों में सीधे दिखाने की व्यवस्था करायी गयी थी जहाँ मेयर प्रिया सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के सदस्य एवं आम जन उपस्थित थे.

इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, अपर समाहर्त्ता डॉ गगन, उप विकास आयुक्त अमित कुमार तथा निदेषक डीआरडीए समाहरणालय स्थित एनआईसी से जुड़े हुए थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री बिहार के विभिन्न जिलों के लोगों से सीधा संवाद स्थापित किये और लोगों के विचार जानी. अधिकांष लोगों ने कहा कि अब बहुत राहत है. समय पर शुद्ध जल मिल रहा है. अब पहले जैसी बिमारी नही हो रही है. कुछ लोगों ने कहा कि पहले शहरों में ही नल देखेने को मिलता था. लेकिन अब घर-घर नल लग गया है। इसको लेकर लोगों ने सरकार के कार्यों की सराहना की और धन्यवाद भी दिया.
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि जिला पंचायती राज शाखा एवं लोक स्वास्थ्य प्रमंडल सारण के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षित 3769 वार्डों में से 3574 वार्डों में नल का जल पहुँचा दिया गया है इस प्रकार लगभग 95 प्रतिषत कार्य पूर्ण हो चुके हैं. वही घर तक पक्की गली-नालियाँ का लगभग शत-प्रतिषत कार्य पूर्ण करा लिया गया है.  जिलाधिकारी ने कहा कि जो शेष कार्य बचे हैं उसे अक्टूबर माह तक पूर्ण करा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नगर निकायों में भी इन योजनाओं को लगभग पूर्ण करा लिया गया है.

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• निश्चित रूप से इस कठिन समय में तनाव का सामना करने में मदद करेगा यह प्रशिक्षण: आयुक्त

• चिकित्सकों को मानसिक तनाव से दूर रहने की दी गयी जानकारी
• सारण प्रमंडलीय आयुक्त और क्षेत्रीय अपर निदेशक ने की कार्यशाला की शुरूआत

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच अपने कर्तव्यों को निभा रहे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को साईको सोशल सपोर्ट विषय पर ऑनलाईन उन्मूखीकरण किया गया। सारण प्रमंडल के तीनों जिले सारण, सिवान और गोपालगंज के चिकित्सकों और कर्मियों को यह प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए सारण प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त आरएल चोंग्थू ने कहा कि छह माह से पूरा विश्व कोरोना संकट से जुझ रहा है। इस परिस्थिति में ऐसी कार्यशाला का आयोजन कराना काफी सराहनीय है। उन्होने यूनिसेफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि कोविड-19 के इस परिस्थिति में सबसे बड़ी समस्या मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि उन्हें यकीन है कि यह प्रशिक्षण निश्चित रूप से हम सभी को इन कोशिशों के दौराना तनाव का सामना करने में मदद करेगा और हम सभी मिलकर इस कठिन समय को पार करेंगे।


कार्यशाला की शुरूआत करते हुए क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ रत्ना शरण ने बताया इस वैश्विक महामारी में सबसे जरूरी है अपना मानसिक संतुलन बनाये रखना। मूड में बदलाव और डिप्रेशन, दो अलग-अलग स्थितियां हैं। मूड थोड़ी देर के लिए खराब होता है, लेकिन डिप्रेशन का असर लंबे समय तक रहता है। कोरोना के रोकथाम में चिकित्सक और फ्रंटलाइन वर्कर्स अपने कर्तव्यों को बखूबी निभा रहें है। कोरोना के उपचाराधीन मरीजों के उपचार अपनी महती भूमिका अदा कर रहें है। जो काफी सराहनीय है। यूनिसेफ बिहार के द्वारा राज्य स्वास्थ्य समिति से समन्वय स्थापित कर आईजीआईएमएस पटना, नेशनल इंस्टिटयूट ऑफ मेण्टल हेल्थ एण्ड न्यूरो साइंसेस (निमहांस),बैंगलोर के सहयोग से साइको सोशल सपोर्ट और सामाजिक भेदभाव विषय प्रशिक्षण दिया गया।

विशेषज्ञों ने बताया मानसिक तनाव को दूर करने का तरीक

प्रशिक्षण के उदेश्य पर यूनिसेफ बिहार के हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ. शैयद हबे अली, मुख्य बिन्दुओं पर पर चर्चा की। कोविड-19 महामारी में साइको सोशल सपोर्ट विषय पर निमहांस बैंगलौर के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. जनार्धन एन, महामारी और मानसिक स्वास्थ्य विषय पर आईजीआईएमएस पटना के साइकेट्री विभाग के प्रोफेसर और हेड डॉ राजेश कुमार, सामुदायिक जागरूकता और परामर्श विषय पर आईजीआईएमएस पटना के क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रिया कुमार, एवर्जन ऑफ स्टीग्मा एंड डिस्क्रीमिनिशन रिलेटेड टू कोविड-19 विषय पर यूनिसेफ बिहार के कम्यूनिकेशन फॉर डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट मोना सिन्हा, यूनिसेफ के डॉ एस एस रेड्डी ने चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया। सारण के क्षेत्रीय प्रबंधक सदान रहमान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रशिक्षण में आरपीएम कार्यालय के एकाउंट सहायक मनोज कुमार, डिविजनल आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह समेत अन्य शामिल थे।

आशा और एएनएम को दिया जा चुका है प्रशिक्षण

इसके पूर्व मई महीने में यूनिसेफ और राज्य स्वास्थ्य समिति के सहयोग से राज्य के सभी आशा कार्यकर्ता और एएनएम को साइकोलॉजिक सपोर्ट और सामाजिक भेदभाव पर प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब जिला से लेकर पीएचसी स्तर पर चिकित्सकों को यह प्रशिक्षण दिया गया।

डिप्रेशन के लक्षण
• हमेशा मन उदास रहना
• पहले जिन कामों को करने में आनंद आता था, उनमें रुचि कम या खत्म हो जाना
• यौन संबंधों की इच्छा खत्म होना
• भूख न लगाना या बहुत ज्यादा भूख लगना
• वजन कम होना या बढ़ना
• बहुत ज्यादा या बहुत कम सोना
• हमेशा बेचैनी रहना
• दिमाग कम चलना, बोलने-समझने में समस्या आना
• थकान रहना, एनर्जी की कमी
• अपराध बोध की भावना, खुद को कुछ नहीं समझना
• ध्यान केंद्रित करने या निर्णय लेने में मुश्किल
• मौत या आत्महत्या के विचार आना या आत्महत्या का प्रयास

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Chhapra: सारण जिले में सोमवार को 33 नए मरीज कोरोनावायरस पाए गए. कोविड-19 कोरोनावायरस के नए मामले प्रतिदिन मिलते जा रहे हैं. संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद आसपास का क्षेत्र सील भी किया गया है. हालांकि सारण जिले में संक्रमित मरीजों की ठीक होने का प्रतिशत काफी बढ़िया है. अब तक 3954 मरीज में 3262 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि अब तक 78997 सैंपल लिए गए. जिसमें 3954 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसमें 3262 लोग स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट गए हैं. फिलहाल 682 एक्टिव केस सारण में है. वही जिले में 291 कंटेनमेंट जोन अब तक बनाए गए थे. जिसमें फिलहाल 43 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है.

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Chhapra: सारण प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव श्री विष्वनाथ चौधरी के द्वारा बताया गया है कि आयुक्त कार्यालय की दो सरकारी वाहनों की निलामी 29 सितम्बर को 11ः30 बजे पूर्वा0 में आयुक्त कार्यालय परिसर छपरा में की जाएगी. उसमें एक गाड़ी टाटा सफारी मॉडल 2010 जिसके निलामी की न्यूनतम बोली 325000 तथा दूसरी गाड़ी टाटा सूमो ग्राण्ड मॉडल-2010 है जिसके निलामी की न्यूनतम बोली 275000 रूपये निर्धारित की गयी है. इच्छुक व्यक्ति निर्धारित न्यूनतम बोली की 10 प्रतिषत राषि सुरक्षित जमा के रूप में आयुक्त कार्यालय, सारण प्रमंडल, छपरा के नाजीर रसीद के आधार पर जमा कर बोली में भाग ले सकते हैं.

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Chhapra: राष्ट्रीय मुख्यालय भारत स्काउट और गाइड के द्वारा प्रातः 7 बजे ऑनलाइन योग कार्यक्रम का शुभारंभ स्काउट प्रार्थना के द्वारा प्रारंभ हुआ. जिसमें 60 प्रतिभागियों ने बेविनार के अंदर तथा 1200 प्रतिभागियों ने यूट्यूब तथा 500 प्रतिभागियों ने फेसबुक लाइव के माध्यम से भाग लिया.

कार्यक्रम का उद्घाटन नेशनल वाइस प्रेसिडेंट सह मुख्य राज्य आयुक्त काली प्रसाद मिश्रा के स्वागत भाषण से हुआ. तदोपरांत डेपुटी डायरेक्टर स्काउट प्रोजेक्ट अरूप सरकार ने ” Yog with BSG (भारत स्काउट और गाइड के साथ योग) कार्यक्रम के बारे में बताया इसके बाद योग गुरु डॉ. दीपांकर दास गुप्ता ने योग के बारे में बताया. इसी दौरान डॉ. बदरुल इस्लाम मे योग के विकाश और विस्तार पर किये ऐतिहासिक कार्य को सभी के सामने एक वीडियो क्लिप के माध्यम से रखा जिसमे भारत स्काउट और गाइड के राष्ट्रीय जम्बूरी से लेकर राष्ट्रपति टेस्टिंग कैम्प तक की यात्रा वृतांत को भी रखा.

यह कार्यक्रम सप्ताह में 3 दिन मंगल वार, गुरुवार, शनिवार को नियमित सुबह 7:00 बजे से संचालित होगा. जिसमें सभी स्काउटिंग और गैर स्काउटिंग लोग जुड़ कर योग के फायदे प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए उन्हें भारत स्काउट और गाइड के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना होगा, फॉलो करना होगा जिससे उन्हें समय पर सारी जानकारी मिलती रहे और वह आसानी से जुड़ सकें. कार्यक्रम की जानकारी असिस्टेंट डायरेक्टर बबलू गोस्वामी और बिहार से डेलीगेट के रूप में सम्मलित जिला संगठन आयुक्त आलोक रंजन ने दी.

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Chhapra: छपरा शहर में विकास के नाम पर सिर्फ बदहाली नजर आ रही है. शहर के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति जस की तस बनी हुई है. बारिश होते ही सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात हो जा रहे हैं. छपरा शहर के अधिकांश इलाके महीनों से जलमग्न है. ‘विकास’ के कार्य और दावे तो खूब हो रहे है पर हकीकत तो आप लोग की बता सकते है. शहर में शायद की कोई ऐसी सड़क होगी जहाँ जलजमाव या कचड़ा नहीं लगा होगा. कुल मिलकर शहर अपनी बदहाली पर रो रहा है.

शहर के नगरपालिका चौक पर एक घंटे की बारिश के बाद नए बने नाला और सड़क पर जलजमाव

कई जगह स्थिति बदतर ही नजर आ रही है. छपरा में पिछले 5 सालों में क्या बदला इसका अंदाजा आपको जलजमाव से प्रभावित प्रभुनाथ नगर, भगवान बाजार थाना रोड, गुदरी बाजार, सरकारी बाजार, मौना मुहल्ले को देख के खुद समझ आ जायेगा.

जनप्रतिनिधि अपने फायदे भर ‘विकास’ कर रहे है चाहे वो धरातल पर दिखे या ना दिखे उससे उन्हें कोई मतलब नहीं है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार के तमाम योजनाओं के बावजूद छपरा शहर में विकास नजर नहीं आ रहा है. आज जलजमाव छपरा में सबसे बड़ी समस्या बन गई है. शहर के कई मुहल्ले नाले के पानी में डूबे हुए हैं. लेकिन किसी जनप्रतिनिधि को फर्क नहीं पड़ता है.

 

हाल-ए-गुदरी बाजार, कोविड संक्रमण के साथ जलजमाव और उससे उत्पन्न बीमारियों का खतरा, विकास की बानगी यह है कि यहां सालों भर…

Posted by Chhapra Today on Wednesday, 29 July 2020

लोगों का मनाना है की इसका सबसे बड़ा कारण बिना किसी मास्टर प्लान के विकास कार्यों का होना है. शहर में आलम यह है कि हाल में बनी सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है. शहर में जल निकासी के लिए जगह जगह नालियों का निर्माण कराया गया है पर जिन जगहों पर पहले जलजमाव नहीं होता था वहां अब होने लगा है. इसका सीधा कारण है मास्टर प्लान की कमी है.

छपरा के प्रभुनाथ नगर, शक्ति नगर, उमा नगर के लोगों ने जलजमाव की समस्या से निजात पाने के लिए कई बार आंदोलन भी किया. लेकिन सब बेकार गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि विकास के नाम पर उन्हें बेवकूफ बनाया गया. यही नहीं छपरा के भगवान बाजार थाना रोड की भी स्थिति बुरी है. बारिश के बाद यहां सड़कों पर नदियां बहने लगती हैं. गुदरी बाजार भी बदहाली का दंश झेल रहा है. बरसात में जलजमाव, कीचड़ और  गर्मी में धूल झेलने को शहरवासी बरसो से विवस है.

छोटा तेलपा, वार्ड 38 साल भर से अधिक से जलजमाव

 

बारिश के बाद शहर के प्रमुख चौराहा नगरपालिका चौक के पास जलजमाव, हाल ही में हुआ था सड़क और नाला का निर्माण

Posted by Chhapra Today on Wednesday, 26 August 2020

गांधी चौक के दक्षिण का इलाका पिछले साल भर से जलमग्न है. स्थानीय लोग बार-बार प्रयास कर रहे हैं फिर भी इसका निदान नहीं निकल रहा है. जनप्रतिनिधि भी इलाके में निरीक्षण करके लौट जा रहे हैं. फिर भी कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है. हाल ही में आये स्वच्छता सर्वेक्षण ने भी शहर के विकास और सफाई की पोल खोल कर रख दी है.

विधानसभा चुनाव करीब है ऐसे में जनप्रतिनिधि ‘विकास’ का ढोल पीटते जनता के समक्ष वोट मांगने जरुर पहुंचेंगे पर क्या जनता तक सही मायने में ‘विकास’ पहुंचा है यह तो आम जनता ही बता सकती है .

घबराइए नहीं !
शहर में बाढ़ नहीं आयी है, यह तो ‘#विकास’ की झलक है, जिसके नाम पर आपसे वोट माँगा जाता है.

तस्वीर #छपरा…

Posted by Chhapra Today on Friday, 10 July 2020

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Chhapra: भगवान बाजार थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर मोहल्ले में एक युवक ने युवती से छेड़खानी की. छेड़खानी करने वाले युवक पर युवती ने प्राथमिकी दर्ज करवाई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

गिरफ्तार युवक स्थानीय थाना क्षेत्र के छोटा ब्रह्मपुर सतघरवा गांव का बताया जाता है.

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Chhapra: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिला स्तर पर चयनित 230 मास्टर ट्रेनरों को एकता भवन में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की उपस्थिति में निर्वाचन कार्य की सम्पूर्ण प्रक्रिया से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया.

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मास्टर ट्रेनरों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी लोग ठीक ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त करें कहीं कोई संदेह हो या स्पष्टता की कमी हो तो उसे पूरी तरह समझ लें क्योंकि अब आप लोग हीं निर्वाचन कार्य के लिए प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी, पीठासिन पदाधिकारी एवं पोलिंग आफिसर्स को प्रशिक्षण देंगे.

प्रशिक्षण तीन चरण में सम्पन्न हुआ. प्रथम चरण में निर्वाचन प्रक्रिया की समपूर्ण जानकारी दी गयी. द्वितीय चरण में सभी प्रकार के प्रपत्रों को भरने की जानकारी दी गयी तथा तीसरे चरण में ईवीएम- वीवीपैट मशीन संचालन की जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण के दौरान स्वयं जिलाधिकारी के द्वारा तकनीकी रूप से गम्भीर विषयों पर प्रकाश डाला गया. जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि निर्वाचन के कार्यों में चूक होने की संभावना कहाँ-कहाँ रहती है. जिलाधिकारी के द्वारा मतदान के दिन मतदान प्रक्रिया के प्रारम्भ में और मतदान समाप्ति पर क्या करना होता है उसे विस्तृत रूप से बताया गया.

जिलाधिकारी के द्वारा मॉक पोल कैसे करें यह भी बताया गया. जिलाधिकारी ने ईवीएम में आयी तकनीकी गड़बड़ी के समय क्या करना चाहिए और ईवीएम की बैट्री को कैसे रिप्लेस किया जाय यह भी बताया गया.

इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह, उपनिर्वाचन पदाधिकारी रोशन अली, डीपीओ समग्र शिक्षा राजन कुमार गिरि के द्वारा चयनित मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया.

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