Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छपरा के सौंदर्यीकरण, संचालन में आने वाली कठिनाइयों तथा जरूरी संसाधनों को लेकर विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में जिला अधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि विद्यालय कोष की राशि से विद्यालय परिषद में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, शौचालय की मरम्मत, नए पंखों की आपूर्ति, विद्युत वायरिंग अनुपयोगी सामग्री की नीलामी, विद्युत वायरिंग, प्रिंटर सह कॉपिर मशीन, खराब पड़े फर्नीचर की मरम्मत, सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था कराई जाए.

जिलाधिकारी ने कहा कि मिट्टी की भराई कार्य निर्माण निगम द्वारा कराया जाएगा. विद्यालय की चारदीवारी की मरम्मती तथा पूरे परिसर में पौधारोपण कर सुंदर बनाने का कार्य भवन प्रमंडल के द्वारा कराया जाएगा. भवन प्रमंडल के द्वारा ही खेल के मैदान, कॉमन रूम, रीक्रिएशन रूम, लाइब्रेरी तथा सभा कक्ष का निर्माण कराया. सदर अनुमंडल पदाधिकारी को 1 सप्ताह के अंदर विद्यालय क्षेत्र के आसपास के अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया गया.

0Shares

Patna: Web Journalists Association of India ने बिहार पुलिस मुख्यालय के डीआईजी मानवाधिकार द्वारा बगैर आर एन आई/ पीआईबी रजिस्ट्रेशन के राज्य में चल रहे न्यूज़ पोर्टलों और यूट्यूब चैनलों की जाँच कर कार्रवाई करने के आदेश को रद्द करने की माँग की है. एसोसिएशन ने राज्य के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से इस आदेश को अविलम्ब निरस्त करने की मांग करते हुए कहा है कि यह आदेश बगैर विभागीय तकनीकी को जाने हुए दिया गया है जिससे आम पत्रकार जो वेब फॉर्मेट से जुड़े हैं उनमें असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.

गौरतलब है कि “Web Journalists Association of India” वेब पत्रकारों के मान सम्मान और हितों के रक्षार्थ देश के सर्वथा एकमात्र निबंधित संगठन है. एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल और राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन ने इस विषय में राज्य के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री, डीजीपी, सचिव सूचना एवं जनसंपर्क और निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क को ज्ञापन भेज कर उक्त आदेश को निरस्त करने का अनुरोध किया है. दरअसल एक पत्रकार संगठन के तथाकथित प्रदेश अध्यक्ष द्वारा 23 जून को मुख्यमंत्री बिहार को एक शिकायती पत्र भेज कर बिहार में बगैर आरएनआई/ पीआईबी के रजिस्ट्रेशन के अवैध रुप से चल रहे न्यूज़ पोर्टलों और यूट्यूब चैनलों का संचालन कर फर्जी पत्रकारिता का आरोप लगाते हुए ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की माँग की गई थी. उक्त शिकायती पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बिहार पुलिस मुख्यालय को इंडोर्स किया गया. जिसके आधार पर पुलिस उप महानिरीक्षक (मानवाधिकार) बिहार पटना ने 05 अगस्त को एक आदेश जारी कर सभी एसएसपी/ एसपी को बगैर आरएनआई/ पीआईबी रजिस्ट्रेशन के न्यूज़ पोर्टलों की जाँच कर कार्रवाई करने और कार्रवाई से पुलिस मुख्यालय को अवगत कराने का निर्देश दिया.

संगठन ने अपने ज्ञापन और संलग्नकों के माध्यम से स्पष्ट किया है कि वेब पोर्टलों के माध्यम से देश भर में की जा रही वेब पत्रकारिता के नियमन और नियामक संगठन अब तक नहीं बन पाने के कारण इनके निबंधन की कोई व्यवस्था नहीं है. आर एन आई/ पीआईबी द्वारा वेब न्यूज़ पोर्टलों का निबंधन अब तक शुरु नहीं किया गया है. संगठन ने शिकायतकर्ता के फेसबुक वाल जहाँ से संगठन को इस पूरे प्रकरण की जानकारी प्रथमतः प्राप्त हुई का स्क्रिनशॉट अपने ज्ञापन के साथ संलग्न किया है जिसमें बगैर आर एन आई/ पीआईबी रजिस्ट्रेशन के न्यूज़ पोर्टल/ यूट्यूब चैनल को फर्जी अवैध बताने वाले शिकायतकर्ता ने एक कमेंट का जबाब देते हुए खुद ही लिखा है कि ” न्यूज़ पोर्टलों के निबंधन की अभी कोई व्यवस्था नहीं है”. अतः ये एक ओर ये खुद कहते हैं कि अभी न्यूज़ पोर्टलों के निबंधन की व्यवस्था नहीं है तो वहीं दूसरी तरफ निबंधन का ही मुद्दा उठा कर न सिर्फ वेब पत्रकारिता पर फर्जी पत्रकारिता, अवैध वसूली और तमाम आरोप मढ़ कर अपमानित और प्रतिष्ठा हनन करते हैं तो वहीं दूसरी ओर बिहार सरकार को अपने झूठ, साजिश, जाल फरेब और धोखाधड़ी में फँसा कर मनमाफिक आदेश हासिल कर लेते हैं.

एसोसिएशन ने कहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायती पत्र प्राप्त होने से लेकर पुलिस मुख्यालय के डीआईजी मानवाधिकार द्वारा आदेश जारी करने तक कहीं भी शिकायती पत्र में वर्णित तथ्यों और आरोपों की जाँच नहीं की आवश्यकता महसूस नहीं की गयी और न आरएनआई/ पीआईबी से ही यह जानने की कोशिश की गयी कि न्यूज़ पोर्टलों के निबंधन की क्या व्यवस्था है और एक यांत्रिक आदेश जारी कर दिया गया बल्कि राज्य के बड़ी संख्या में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को अपमानित और प्रतिष्ठा हनन भी कर दिया गया. सरकार को भली भांति विदित है कि इस डिजीटल युग में राज्य में 40- 45 साल से मीडिया के विभिन्न फार्मेट में पत्रकारिता करने वाले अनेकशः बार सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकारों द्वारा भी बड़ी संख्या में न्यूज़ पोर्टलों/ यूट्यूब न्यूज़ चैनलों का संचालन किया जा रहा है. स्वयं राज्य सरकार पत्रकार बीमा योजना, पत्रकार पेंशन योजना, डीएवीपी में शामिल करने के लिए वेब पत्रकारों से भी आवेदन आमंत्रित करती है. राज्य का सूचना विभाग “बिहार वेब मीडिया 2020” लाने की तैयारी कर रहा है तब क्या अधिकारियों को जानकारी नहीं कि देश में वेब पोर्टलों के निबंधन और नियमन के लिए कोई आधिकारिक संस्था नहीं है जहाँ वे रजिस्ट्रेशन करा सकें.

यह भी गौरतलब है कि भले ही किसी वेबसाइट को मान्यता प्रदान करने का प्रावधान बिहार सरकार या केंद्र ने नहीं किया हो, इसके बावजूद कोई वेबसाइट, यू ट्यूब चैनल अवैध नहीं होते. क्योंकि वेबसाइट जिस भी सर्वर प्रोवाइडर से लिये / ख़रीदे जाते हैं, वहां संचालकों का पूरा विवरण लिया जाता है और वे वहीं पंजीकृत होते हैं. यू ट्यूब चैनल भी यू ट्यूब पर रजिस्टर्ड होते हैं.

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल ने बताया कि पत्रकारिता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अन्तर्गत शामिल है जिसके कुछ अपवादों को छोड़ कर अनुमति लेने की जरुरत नहीं होती. वेब पोर्टलों के माध्यम से वर्ष 1992 से अमेरिका के शिकागो में ‘शिकागो टाईम्स’ पूरे विश्व में की जा रही वेब पत्रकारिता गूगल पर डोमेन खरीद कर की जाती है जिस पर देश की सरकार का कोई प्रत्यक्ष नियंत्रण नहीं है. बावजूद इसके न्यूज़ पोर्टलों के नियमन और नियामक संगठन की व्यवस्था अभी तक देश की सरकार माननीय सर्वोच्च न्यायालय के टाईम बाऊंड निर्देश के बावजूद नहीं कर सकी है लिहाजा देश भर में कोई भी न्यूज़ पोर्टल निबंधित नहीं हो सका है. ऐसे में एक शिकायती पत्र पर बगैर जाँच के मशीनी अंदाज में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर देना न सिर्फ प्राकृतिक न्याय के विरूद्ध है बल्कि राज्य में वेब पत्रकारों और वेब न्यूज़ पोर्टलों के साथ बड़ी साजिश है जिसे वेब पत्रकार हर्गिज सहन नहीं करेंगे.

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माधो सिंह ने कहा पत्रकारिता अभिव्यक्ति की आजादी के अन्तर्गत आती है, वेब पत्रकारों को किसी निबंधन की जरुरत नहीं है. राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन ने कहा कि संगठन लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर इमरेंजी लगाने की साजिश और न्यूज़ पोर्टलों के संचालक पत्रकारिता जगत के आईकॉनों के इस अपमान और प्रतिष्ठा हनन के विरूद्ध चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर चुका है. हमने अभी ज्ञापन दिया है इस पर कार्रवाई का इंतज़ार कर जरुरत पड़ने पर संगठन अपने आंदोलन को सड़क और न्यायालय तक ले जाएगा.

संगठन के संरक्षक प्रवीण बागी, रजनीकांत पाठक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रजनीश कांत, हर्षवर्धन द्विवेदी, अमिताभ ओझा, आशीष शर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश अश्क़, टेक्निकल कमिटी के अमरेन्द्र कुमार सिंह, लव सिंह, बिहार प्रभारी कौशलेंद्र प्रियदर्शी, राष्ट्रीय सचिव निखिल केडी वर्मा, मुरली मनोहर श्रीवास्तव, सुरभित दत्त, टी. स्वामीनाथन, संयुक्त सचिव मधूप मणि पिक्कू, डॉ. लीना, डॉ. राजेश अस्थाना, जीतेन्द्र सिंह, पंकज कुमार, मनोकामना सिंह, मंजेश कुमार, पटना चैप्टर अध्यक्ष बालकृष्ण, उपाध्यक्ष इंद्रमोहन पांडेय, सूरज कुमार, सचिव मनन मिश्रा, छपरा चैप्टर अध्यक्ष संजय कुमार पांडेय, सचिव कबीर अहमद, अकबर इमाम, सूरज कुमार और संगठन से जुड़े सैकड़ों वेब पत्रकारों ने इस आदेश के विरुद्ध नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से इसे वापस लेने की माँग की है.

0Shares

Varansi: बाढ़ के कारण पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल पर हायाघाट-थलवारा रेलवे स्टेशनों के मध्य रेल संचलन बाधित होने के कारण रेल प्रशासन द्वारा इस रेल खंड पर चलने वाली गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन एवं शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन किया गया है.

मार्ग परिवर्तन-
– 13 अगस्त, 2020 को दरभंगा से प्रस्थान करने वाली 02565 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग दरभंगा-सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी.

– 12 अगस्त, 2020 को नई दिल्ली से प्रस्थान करने वाली 02566 नई दिल्ली-दरभंगा विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-दरभंगा के रास्ते चलायी जायेगी।

13 अगस्त, 2020 को जयनगर से चलने वाली 04673 जयनगर-अमृतसर विशेष गाड़ी समस्तीपुर से चलायी जायेगी.

13 अगस्त, 2020 को दरभंगा से चलने वाली 01062 दरभंगा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष गाड़ी समस्तीपुर से चलायी जायेगी।

0Shares

Chhapra: आख़िरकार यह कहते हुए वो चला ही गया जिसे अदब की दुनिया राहत इंदौरी के नाम से जानती है. राहत इंदौरी का जाना साहित्य व अदब के क़िले का ढह जाना है. उनके निधन से जिले के साहित्य व संस्कृति से जुड़े लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी.

बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सह ऑल इंडिया मुशायरा के आयोजक सलीम परवेज ने कहा कि भारत ही नहीं एशिया का एक बेबाक शायर चला गया. उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को सच बोलने को प्रेरित किया. सत्ता के विरोध में भी बोलने से वे कभी नहीं झिझके. साहित्य ने अपना एक नगीना खोया तो देश ने एक सच्चा देशभक्त. उनके जाने से हुई रिक्तता को भरना सम्भव नहीं. दूसरी तरफ पूर्व प्राचार्य प्रो. (डॉ.) देवेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में उनके दहियावा स्थित निवास पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.

शहर के अधिकतर साहित्य प्रेमी ने शिरकत कर राहत इंदौरी के प्रति ख़िराजे अक़ीदत पेश किया. सबों ने राहत साहब की शायरी पर चर्चा की और अपने उदगार प्रकट किये। सबका यही कहना था कि अदब का ख़ज़ाना ख़ुदा ने लूट लिया, साहित्यकार निर्धन हो गए। कइयों की तो आँखें भर आयीं. सबके सब सदमे में डूबे हुए थें. डॉ. प्रभुनाथ सिंह डिग्री कॉलेज के पूर्व प्राचार्य श्री नागेश्वर सिंह विद्यार्थी ने रो-रो कर अपनी बात रखी। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित डॉ. मोअज़्ज़म अज़्म, दक्ष निरंजन शम्भूू, रिपुंजय निशांत, शमीम परवेज़, डॉ. यूएस. विश्वकर्मा, ऐनुल बरौलवी, कृष्ण मेनन, रविभूषण हँसमुख, शकील अनवर, कवींद्र कुमार, सुहैल अहमद हाशमी आदि जैसे शायरों, कवियों और समाज सेवियों ने राहत इंदौरी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

0Shares

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटरमीडिएट नामांकन की तिथि बढ़ा दी है. सत्र 2020 -22 में ऑनलाइन फैसिलिटी सिस्टम के तहत इंटरमीडिएट कक्षा में प्रथम चयन सूची में चयनित विद्यार्थियों को 7 से 12 अगस्त तक एडमिशन लेना था. अब इसे बढ़ाकर 13 से 17 अगस्त तक कर दिया गया है.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से लेटर जारी करके इसकी जानकारी दी गयी है. साथ ही प्रतिदिन नामंकित विद्यार्थियों की विवरणी को अधिकतम अगले दिन तक अनिवार्य रूप से ओएफएसएस पोर्टल पर ऑनलाइन अपडेट करना सुनिश्चित करना है.

0Shares

Chhapra: सारण जिले में सोमवार को 134 नए मरीज कोरोनावायरस पाए गए. कोविड-19 कोरोनावायरस के नए मामले प्रतिदिन मिलते जा रहे हैं. संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद आसपास का क्षेत्र सील भी किया गया है. हालांकि सारण जिले में संक्रमित मरीजों की ठीक होने का प्रतिशत काफी बढ़िया है. अब तक 2673 मरीज में 1689 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि अब तक 38769 सैंपल लिए गए. जिसमें 2673 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसमें 1689 लोग स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट गए हैं. फिलहाल 916 एक्टिव केस सारण में है. वही जिले में 232 कंटेनमेंट जोन अब तक बनाए गए थे. जिसमें फिलहाल 51 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है.

0Shares

• स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताये गए नियमों का पूरी तरह पालन करें
• उपचाराधीन व्यक्ति के साथ-साथ परिवार के लोग भी सकारात्मक सोंच रखें
• टेली मेडिसीन की मिलेगी सुविधा

Chhapra: कोविड-19 के बहुत हल्के या बिना लक्षण वाले उपचाराधीन और उनकी देखभाल करने वाले व्यक्ति को होम आइसोलेशन के दौरान कुछ खास सावधानी बरतनी चाहिए ताकि वह जल्द से जल्द कोरोना को मात दे सकें । होम आईसोलेशन का अर्थ यह नहीं है कि आप पूरी तरह सुरक्षित हैं. इस दौरान भी चिकित्सकीय सलाह के पालन करने के साथ सतर्कता बरतनी जरुरी है. किसी भी तरह की लापरवाही आपके साथ घर वालों को भी खतरे में डाल सकता है । कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि घर पर कोई व्यक्ति संक्रमित है तो परेशान होने या घबराने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सी सावधानी बरतें और खानपान पर ध्यान दें तो मरीज भी जल्दी स्वस्थ होगा और परिवार के अन्य सदस्य भी सुरक्षित रहेंगे।

उपचाराधीन व्यक्ति के साथ-साथ परिवार के लोग भी सकारात्मक सोंच रखें

प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बताया कि घर के सदस्य कोविड उपचाराधीन व्यक्ति की सोच को सकारात्मक रखने में मदद करें तथा परिवार के लोग स्वयं भी सकारात्मक रहें। उसके साथ सहानुभूति रखें और बताएं कि यह किसी को भी हो सकता है। घर के सभी सदस्य दोबारा उपयोग में लाए जाने वाले सूती कपड़े के तीन लेयर वाले मास्क का उपयोग करें और संक्रमित से 6 फीट की दूरी बनाकर रखें। अगर किसी को उपचाराधीन व्यक्ति के पास जाना है तो बगैर मास्क के न जाएं। उपचाराधीन और तीमारदार तीन लेयर वाले मेडिकल मास्क का प्रयोग करें। मास्क को निश्चित समय के बाद 1 फीसद हाइपोक्लोराइड के घोल में डुबोकर बंद डस्टबिन में डाल दें। उपचाराधीन को गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों के संपर्क में नहीं आना है। उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्यों को सतर्क रहना बहुत जरूरी है।

नियमित रूप से हाइपोक्लोराइड के घोल से करें सफाई
घर के सभी ऐसी जगह, सतह और चीजें जो बार-बार छुई जाती हैं उन्हें भी नियमित रूप से हाइपोक्लोराइड के घोल से पोछकर विसंक्रमित करें। इसके अलावा उपचाराधीन व्यक्ति और परिवार के सदस्यों को संतुलित और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले भोज्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसमें आप विटामिन सी युक्त फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, हल्दी वाला दूध, मौसमी फल व सब्जियां आदि ले सकते हैं। जहां तक संभव हो घर के सभी सदस्य गुनगुने पानी का उपयोग करें। गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर उसका सेवन करें।

अपने स्वास्थ्य की नियमित निगरानी रखें

होम आईसोलेशन में रहने वाले उपाचाराधीन व्यक्तियों को अपनी स्वास्थ्य की निगरानी करते रहना चाहिए। हल्का बुखार है तो डॉक्टर को बताएं। घर पर पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क, ग्लव्स, प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने वाली वस्तुएं रखें। संक्रमित का दिन में दो बार ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल और तापमान लेना है। कोविड उपचाराधीन मरीज एवं तीमारदार अपने स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी नियमित सूचना देते रहें.

टेली मेडिसीन की मिलेगी सुविधा
आशा कार्यकर्ता मरीज एवं उनके परिजनों को टेली मेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराएगी। घर बैठे 8010111213 पर मिस्ड कॉल देकर चिकित्सीय सलाह प्राप्त कर सकते हैं। 102 नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। 104 नंबर पर कॉल कर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

मरीजों से बात करेंगे चिकित्सक
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक प्रतिदिन दूरभाष के माध्यम से कर रहे है। मरीजों का हालचाल जानने के बाद चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया गया है।

होम आइसोलेशन की शर्ते

• घर में होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो।
• दो कमरा और दो शौचालय होना चाहिए।
• नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
• कोरोना से संबंधित किसी भी प्रकार का लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना होगा। ताकि इलाज की समुचित व्यवस्था की जा सके।
• सैंपल देने के दस दिनों बाद होम आइसोलेशन समाप्त हो जाएगा। बशर्ते उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं हो।
• होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति को निर्धारित प्रपत्र में एक घोषणा पत्र जिलाधिकारी को देना होगा।

0Shares

Chhapra: सारण में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले में 18 क्षेत्रों को हॉटस्पॉट जोन के रूप में चिन्हित किया गया है. सारण जिला प्रशासन की ओर से एक ही क्षेत्र में 15 से अधिक कोरोना के संक्रमित मरीज पाए जाने पर उन क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है. सारण जिला में 18 क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है.

चयनित हॉटस्पॉट क्षेत्रों में छपरा नगर निगम क्षेत्र के कटहरी बाग, सलेमपुर, काशी बाजार, श्याम चक, मौना अस्पताल चौक, भगवान बाजार, शिल्पी पोखरा, जगदंबा रोड को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है.

वहीं नगर पंचायत सोनपुर के रेलवे कॉलोनी, बीएमपी क्वार्टर, बरबट्टा, अंग्रेजी बाजार एवं सोनपुर के गंगाजल टोला, भरपुरा, राहर दियरा, बैजलपुर और सबलपुर शामिल है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश के आलोक में चिन्हित स्थलों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. इस जोन में किसी व्यक्ति को इस क्षेत्र में आने और बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी. जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी छपरा सदर एवं सोनपुर को निर्देश दिया गया है कि समस्त आवागमन मार्गो को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्ण लॉक डाउन करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देंगे.

जिलाधिकारी द्वारा इस क्षेत्र को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया गया है. इसका अनुश्रवण प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी छपरा सदर एवं सोनपुर को दिया गया है. जबकि पूरे गतिविधि का अनुश्रवण जिला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह को दिया गया है.

0Shares

Chhapra: रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार ’स्वतंत्रता दिवस’ पर्व मनाये जाने से पूर्व देशव्यापी ’विशेष स्वच्छता अभियान’ 10 अगस्त से 16 अगस्त तक मनाया जा रहा है. इसी परिप्रेक्ष्य में मण्डल रेल प्रबन्धक श्री विजय कुमार पंजियार के दिशा निर्देश पर मण्डल के सभी छोटे बड़े स्टेशनों, रेलवे ट्रैक , पंहुच मार्गों (Approach Road), सरकूलेटिंग एरिया, प्लेटफार्मों, मूत्रालय, शौचालयों, रेलवे कार्यालय, पेयजल स्थलों, हेल्थ यूनिट, लोको शेड, कैरेज एण्ड वैगन डिपों, रेलवे आवासीय कालोनियों आदि की सघन साफ-सफाई की जा रही है. विशेषतौर पर शहरी क्षेत्र में टैक की रैगपिकिंग व टैक के किनारे जगह-जगह पड़े कूड़ा करकट हटाया जायेगा.

10 अगस्त से शुरु इस विशेष सफाई अभियान के दौरान मंडल के देवरिया सदर,जीरादेई,कादीपुर ,कटका ,छपरा ग्रामीण ,ढोभी,निगतपुर,फेफना,तमकुहीरोड, बड़ाहरागंज,करीमुद्दीनपुर,सुरेमनपुर ,सीवान,पचरुखी आदि स्टेशनों पर व्यापक साफ-सफाई की गयी तथा स्टेशनों सेक्शन में पड़ने वाले ट्रैक एरिया की साफ-सफाई के साथ पटरियों पर अन्य कचरे के साथ प्लास्टिक अपशिष्ट हटाया गया.

इस सफाई अभियान के प्रति समाज में जागरूकता के लिए अग्रणी महिला संविदा मजदूरों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की गयी । देवरिया सदर रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों के साथ देवरिया में ब्राइट फ्यूचर सोसायटी के सदस्य ने सक्रिय भागीदारी निभाते हुए आवासीय कालोनी के कोनों एवं नाली की भी साफ-सफाई की गयी.

ज्ञातव्य हो कि वर्तमान समय में ट्रेनों और स्टेशनों की सफाई में काफी सुधार हुआ है, विशेष रूप से रेलवे परिसर के पास और शहरों और कस्बों के निकट ट्रेक (विशेष फोकस) स्टेशन कार्यालयों, कॉलोनियों, कार्य स्थलों, स्टेशनों के किनारे और अन्य क्षेत्रों की सफाई तथा पटरियों की साफ-सफाई पर ध्यान देते हुए अन्य कचरे के साथ प्लास्टिक अपशिष्ट संग्रह पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. पटरियों पर चलने वाली कम यात्री गाड़ियों के साथ, दृश्य परिणामों के साथ पटरियों को साफ करने के लिए अवसर का उपयोग किया जायेगा.

इसके साथ ही स्टेशनों, ट्रेनों, वाटर वेंडिंग पॉइंट्स, शौचालयों, नालियों आदि की गहन सफाई पर भी अभियान चलाकर यात्रियों और आम जनता से ट्रेनों / स्टेशनों और पटरियों को साफ रखने का आग्रह किया जायेगा. इस अभियान में अधिकतम स्वयंसेवी संस्थाओ और चैरिटेबल ट्रस्टों द्वारा सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी.

0Shares

नई दिल्ली: जन्माष्टमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. इस त्योहार को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक, सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मदिन को श्रीकृष्ण जयंती या फिर जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. हालांकि, पिछले साल की तरह इस साल भी लोगों इस उलझन में हैं कि जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनाई जाएगी या फिर 12 अगस्त को मनाई जाएगी.

दरअसल, माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. ऐसे में अगर कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को देखा जाए तो जन्माष्टमी 11 अगस्त की होनी चाहिए, लेकिन अगर रोहिणी नक्षत्र की मानें तो फिर 12 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जानी चाहिए. बता दें कि कुछ लोगों के लिए अष्टमी तिथि का महत्व अधिक होता है तो वहीं कुछ अन्यों के लिए रोहिणी नक्षत्र का महत्व होता है.

जन्‍माष्‍टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
जन्‍माष्‍टमी की तिथि: 11 अगस्‍त और 12 अगस्‍त.
अष्‍टमी तिथि प्रारंभ: 11 अगस्‍त 2020 को सुबह 09 बजकर 06 मिनट से.
अष्‍टमी तिथि समाप्‍त: 12 अगस्‍त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.

रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 13 अगस्‍त 2020 की सुबह 03 बजकर 27 मिनट से.
रोहिणी नक्षत्र समाप्‍त: 14 अगस्‍त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.

0Shares

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल की चिकित्सक व ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ किरण ओझा से छिनतई का मामला सामने आया है. सोमवार की शाम डॉक्टर की किरण ओझा टहलने निकली थी इसी दौरान भरत मिलाप चौक के समीप बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन छीन कर फरार हो गए. इस घटना को लेकर उनके पति के एम दुबे ने प्राथमिकी दर्ज कराई है.

डॉ किरण ओझा ने बताया कि वह शाम को टहलने निकली थी. इसी दौरान शिव बाजार और भरत मिलाप चौक के बीच रास्ते में दो बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले से चेन झपट लिया, जब तक वह कुछ समझ पाती तब तक बाइक सवार बदमाश काफी दूर निकल गए थे. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है.

छपरा में इन दिनों छिनतई की घटना काफी बढ़ गई है. शहर के भरत मिलाप चौक से लेकर पार्क के आसपास के इलाकों में काफी लोगों से साथ अपराधिक घटनाएं हो रही हैं. इससे पहले भी शिशु पार्क के पास से महिलाओं से लूटपाट कई बार हो चुका है.

0Shares

Chhapra: सारण जिले के 9 प्रखंड बाढ़ प्रभावित है. नदियों का जलस्तर में थोड़ी कमी जरूर आई है लेकिन स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अगले कुछ दिनों तक बाढ़ से राहत मिलनर की उम्मीद है. सारण जिले के नौ प्रखंड के 102 पंचायत के 449 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. सारण जिले में कुल सात लाख 22 हजार के लगभग आबादी बाढ़ से प्रभावित है.

जिला प्रशासन द्वारा बताया गया कि पांच एनडीआरएफ की पांच टीम जिसमें 91 सदस्य राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं. वही 311 परिचालित नाव एवं 19 मोटर बोट राहत और बचाव के कार्य में लगाए गए हैं. जिले के बाढ़ प्रभावित इलाके मैं 343 समुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं. वहीं 28 मेडिकल कैंप लगाए गए हैं. पशुओं के लिए भी 8 कैंप लगाए गए हैं और चारा का वितरण भी किया गया है.

0Shares