भागलपुर:  जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के कुम्हार गली स्थित मां दुर्गा ज्वेलर्स में तीन की संख्या में आए अपराधियों ने चार किलो चांदी और पैतालीस हजार रुपये लूट कर फरार हो गए। घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है।

स्वर्ण व्यवसाई राजेश कुमार साह के अनुसार तीन की संख्या में आए अपराधी ग्राहक बनकर दुकान में प्रवेश किए और लूट की घटना को अंजाम देने के बाद दुकान का शटर बंद कर पैसे और चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गए। जिसके बाद दुकानदार के द्वारा शोर करने पर बाहर के लोगों ने शटर खोला। घटना को लेकर स्वर्ण व्यवसाई ने सुल्तानगंज थाने में मामला दर्ज कराया है। घटना क्रम सीसीटीवी में कैद हो गया है। जिसके आधार पर पुलिस अपराधियों की तलाश में जुट गई है।

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Chhapra: विश्व हिंदू परिषद एवम बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं के द्वारा नगरपालिका चौक पर दीप जलाकर और आतिशबाजी कर शौर्य दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने अपने घरों और मंदिरों में दीप जलाया.

जिला मंत्री धनंजय कुमार ने कहा कि शौर्य दिवस पर दीप प्रज्ज्वलन का कार्यक्रम किया गया है. मंदिरों, घरों समेत नगरपालिका चौक पर दीप प्रज्जवलित किया गया.

इस अवसर पर अरविंद सिंह, नरेश, पप्पू सिंह, गोलू,नितेश बाबा, प्रेम, राहुल मेहता, श्याम बाबा, रंजीत हाथी, दीपक गुप्ता, मोनू आदि कार्यकर्ता उपस्थित थें.

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Chhapra: सामाजिक एवं आर्थिक समानता के सचेतक संविधान निर्माता, भारत के तत्कालीन केन्द्रीय कानून मंत्री, भारत रत्न डॉ० बी० आर० अम्बेडकर साहब की 65वीं पुण्यतिथि समारोह का आयोजन जद(यू०) महिला प्रकोष्ठ के निवर्तमान लोकसभा प्रभारी सह नगर परिषद-छपरा की पूर्व मुख्यपार्षद श्रीमती शोभा देवी के सलेमपुर छपरा स्थित आवास सह कार्यालय पर जद(यू०) के वरीय नेता डा०अशोक कुशवाहा की अध्यक्षता में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत बाबा साहब के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू जिला में एक महार परिवार में हुआ था। इनके पिता रामजी मालो जी सकपाल एवं माता श्रीमती भीमा बाई सकपाल था। वे बचपन से हीं कुशाग्र बुद्धि के थे, ये अपनी मेहनत एवं कर्मठता के बल पर अपनी जाति एवं गरीबी को कभी बाधा नही बनने दी। ये उच्च शिक्षा ग्रहण कर जब विदेश से लौटे तो स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में महात्मा गांधी जी के साथ हो गए। देश आजाद होने पर उन्हें भारत का पहला कानून मंत्री बनाया गया। अपने देश भारत का संविधान निर्माण के लिए बाबा साहब डॉ० बी० आर० अम्बेडकर को संविधान समिति का अध्यक्ष बनाया गया। जीवन पर्यन्त वे गरीबों, दलितों, पिछड़ों के कल्याण एवं समाज मे व्याप्त आर्थिक एवं सामाजिक गैर बराबरी (बिसमता) को समाप्त करने के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने शिक्षित बनों, संगठित हो, संघर्ष करो का नारा दिया। वे कहते थे सभी मनुष्य जाति एक समान है। जो मनुष्य-मनुष्य के बीच ऊंच-नीच का भेद पैदा करे वह धर्म कभी धर्म नहीं हो सकता है।
वे कहते थे कि जन्म लेना तो मेरे बस की बात नही थी, लेकिन मैं किस धर्म का होकर मैं मरूँगा यह मेरे बस की बात है। 14 अक्टूबर 1956 को भारत रत्न बाबा साहब डॉ० बी० आर० अम्बेडकर ने नागपुर में अपने लाखों अनुयायियों के साथ श्रीलंका के महान बौद्ध भिक्षु महास्थविर चन्द्रमणी से उन्होंने त्रिरत्न एवं पंचशील की शिक्षा ग्रहण कर वे बौद्ध धर्म में शामिल हो गए। 6 दिसम्बर1956 को मुम्बई में उनका परिनिर्वाण हो गया।
कार्यक्रम के बाद वक्ताओं ने सलेमपुर स्थित अम्बेडकर चौक जाकर बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण किया एवं अपना-अपना विचार रखे।
कार्यक्रम को जद(यू०) के वरीय नेता श्रीमती शोभा देवी, श्री रमेश प्रसाद, जद(यू०)सारण व्यावसायिक प्रकोष्ठ के निवर्तमान अध्यक्ष अजय प्रसाद, युवा के निवर्तमान अध्यक्ष दिगम्बर तिवारी, प्रदेश व्याव० प्रकोष्ठ के महासचिव प्रदीप कुमार गुप्ता, मिन्नी सिन्हा, पंकज तिवारी, जय प्रकाश गुप्ता, श्रीकांत कुशवाहा, लल्ला हर्षित, वंश राज, एम० के० सिंह, पप्पू राम, पप्पू शर्मा, पप्पू सिंह, गंभीर बैठा, विनोद राम, उमेश बैठा, अशोक बैठा, आदि ने सम्बोधित किया।

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Chhapra: संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के महा परिनिर्वाण दिवस को समरसता दिवस के रूप में भाजपा जिला कार्यालय में मनाया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई तथा दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को जानने और समझने के लिए उनकी लिखी पुस्तकों को पढ़ना अति आवश्यक है। उन्होंने किस कठिनाई से अपना जीवन यापन करते हुए उच्च स्थान को प्राप्त किया। भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए देश और समाज में दलितों का सम्मान बढ़े और उन्हें वांछित अधिकार मिल सके यही चाहते थे डॉक्टर अंबेडकर। अपने विवादास्पद विचारों और गांधी और कांग्रेस की कटु आलोचना के बावजूद अंबेडकर की प्रतिष्ठा एक अद्वितीय विद्वान और विधिवेत्ता की थी। जिसके कारण जब 15 अगस्त 1947 में भारत में स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली नई सरकार अस्तित्व में आई तो उसने अंबेडकर को देश के पहले कानून मंत्री के रूप में देश की सेवा करने के लिए आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया 29 अगस्त 1947 को अंबेडकर को स्वतंत्र भारत के नए संविधान की रचना की के लिए बनी संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। अंबेडकर ने मसौदा तैयार करने के इस काम में अपने सहयोगियों और समकालीन प्रेक्षकों की प्रशंसा अर्जित की।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा, जिला महामंत्री शांतनु कुमार, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, प्रदेश कार्य कारणी सदस्य हरि नारायण सिंह, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, सोशल मीडिया प्रमुख नितिन राज वर्मा, नगर उपाध्यक्ष अनूप यादव, नगर अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष शत्रुघ्न चौधरी आदि उपस्थित हुए।

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Chhapra: बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना से प्राप्त पत्र के आलोक में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण, छपरा के द्वारा बताया गया है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण, छपरा के तत्वाधान में दिनांक 11.12.2021 को 10:30 बजे पूर्वाह्न में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय परिसर छपरा में किया जाएगा। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में शामिल होने वाले सभी व्यक्तियों को सरकार द्वारा निर्देषित कोविड-19 के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।


सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण, छपरा के द्वारा बताया गया कि 11 दिसम्बर 2021 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत में समझौते के आधार पर सुलहनीय आपराधिक मामलों, दीवानी मामलों, एन.आई.एक्ट-138, ऋण वसूली, मजदूर एवं कर्मचारी संवधी वाद, बिजली, पानी एवं अन्य बिल से संबंधित वादो का निष्पादन आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया जाएगा। उल्लेखित पक्षकार इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने विवादों को 11 दिसम्बर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह-समझौते के आधार पर बिना खर्च के तत्काल समाप्त करा सकते है।

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◼️सदन में विधायक ने पूछा क्या 90% लाइट ख़राब स्थिति में है.

◼️ईईएसएल कंपनी क्यों नहीं नियमानुसार करवाती रख रखाव

◼️बोले विधायक निगम का काम सिर्फ राम भरोसे,जाँच की आवश्यकता

Chhapra: शहर की प्रमुख समस्याओं पर निरंतर नज़र रखते हुए इसके निराकरण का हर संभव प्रयास विधायक डॉ सी एन गुप्ता कर रहे है.इसी क्रम में विगत दिनों विधानसभा सत्र के दौरान शहर में नगर निगम के द्वारा ईईएसएल कंपनी के माध्यम से लगाए गए स्ट्रीट लाइटों का मुद्दा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने उठाया.इस दौरान विधायक ने अपने तारांकित प्रश्न में सरकार से पूछा की क्या यह बात सही है की छपरा नगर निगम के अंतर्गत लगे 3193 स्ट्रीट लाइट में 90 प्रतिशत लाइट ख़राब है,और इसको 72 घंटे के अंदर ठीक भी कर लेना है.यदि हां तो इसपर कबतक कार्य होगा. सम्बंधित मंत्री ने 40 प्रतिशत लाइट ख़राब होने की बात स्वीकार की और बताया की सम्बंधित कंपनी को इसे निरन्तर ठीक करने को निर्देशित कर दिया गया है.इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने जाँच की भी मांग की.

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• 5 साल तक के बच्चों में निमोनिया मृत्यु का प्रमुख कारण

• पीसीवी, पेंटावेलेंट एवं मिजिल्स का टीका निमोनिया रोकथाम में प्रभावी

• ठण्ड के मौसम में बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत

Chhapra:  ठण्ड के मौसम की शुरुआत के बाद शिशुओं में निमोनिया का खतरा बढ़ गया है. कोविड संक्रमण के इस दौर में बच्चों में निमोनिया का संक्रमण उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में निमोनिया को लेकर अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है. अध्ययन इस बात की पुष्टि भी करते हैं कि 5 तक के बच्चों में निमोनिया मृत्यु का एक प्रमुख कारण है. इस लिहाज से निमोनिया पर प्रभावी नियंत्रण कर बच्चे में होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है.

घरेलू प्रदूषण एक बड़ा कारण :

बाल स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. वीपी राय ने बताया कि बच्चों में निमोनिया होने के कई कारण होते हैं. लेकिन ग्रामीण परिवेश में घरेलू प्रदूषण निमोनिया का एक बड़ा कारण है. कई बार यह देखा जाता है कि गाँवों में लोग मच्छर भगाने के लिए घर में धुआँ करते है. ठण्ड में शिशुओं को गर्मी देने के लिए भी आग जलाते हैं. आग जलाने से काफ़ी मात्रा में धुआं होता है जो बच्चों में निमोनिया का कारण भी बनता है. उन्होंने कहा कि बच्चे को निमोनिया से सुरक्षित रखने के लिए घरेलू प्रदूषण करने से बचना चाहिए.
डॉ. राय ने बताया कि निमोनिया से बच्चे को बचाने के लिए पीसीवी का टीका दिया जाता है. सभी लोगों को अपने बच्चे को यह टीका जरुर लगवाना चाहिए. साथ ही पेंटावेलेंट एवं मीजिल्स का भी टीका निमोनिया रोकथाम में सहायक होता है. इसलिए बच्चों को सभी टीके समय पर लगवाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बेहतर पोषण भी निमोनिया रोकथाम में कारगर होता है. शिशु जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान की शुरुआत जरुर करनी चाहिए. इसके बाद 6 माह तक केवल शिशु को स्तनपान कराना चाहिए. इस दौरान ऊपर से पानी भी नहीं देना चाहिए. साथ ही 6 महीने के बाद स्तनपान के साथ बच्चों को संपूरक आहार शुरू कर देना चाहिए. इससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है एवं बच्चा निमोनिया सहित कई अन्य रोगों से भी सुरक्षित रहता है.

निमोनिया प्रबंधन को सुदृढ़ करना :
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से भी सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन प्लान टू नयूट्रीलाइज निमोनिया सक्सेसफुली (सांस) कार्यक्रम का शुरुआत की गयी है. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निमोनिया प्रबंधन को सुदृढ़ करना है. बिहार में 14 जिलों में सांस कार्यक्रम संचालित की जा रही है. जिसमें नालंदा सहित राज्य के 13 आकांक्षी जिले शामिल हैं. इसको लेकर फ्रंट लाइन वर्कर्स को ट्रेनिंग भी दी गयी है. जिसमें उन्हें रोग की पूर्व में ही पहचान करने एवं मरीज की स्थिति को देखकर उनका उचित रेफेरल के विषय में जानकारी दी गयी है. यह एक अच्छी पहल है. जिससे आने वाले समय में निमोनिया पर प्रभावी नियंत्रण में सफलता मिलेगी.

ऐसे बचाएं बच्चे को निमोनिया से

• घर के अंदर किसी भी तरह से धुआं करने से परहेज करें
• बच्चे को धुएं वाली जगहों से दूर रखें
• हाथों की सफाई एवं आस-पास की सफाई पर ध्यान दें
• बच्चे में सर्दी और खांसी के लक्षण दिखने पर आशा या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें
• सर्दी के मौसम में बच्चों को स्वेटर एवं टोपी जरुर लगायें
• धात्री माताएं शिशु को 6 माह तक नियमित तौर पर केवल स्तनपान कराएँ

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• पहले की तरह कोविड अनुरूप नियमों का करें पालन
• संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण की गति तेज
• स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया गाइडलाइन


Chhapra:  वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर विभाग सजग और सतर्क है। इससे बचाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है। ओमिक्रॉन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। जिसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक गाइडलाइन जारी कर सवालों का जवाब दिया है। जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि SARS-CoV 2 प्रकार के निदान का सबसे स्वीकृत और आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका आरटीपीसीआर विधि है। यह विधि वायरस की उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए वायरस में विशिष्ट जीन का पता लगाती है, जैसे स्पाइक (एस), लिफाफा (ई) और न्यूक्लियोकैप्सिड (एन) आदि। प्राइमर एस जीन की अनुपस्थिति का संकेत देने वाले परिणाम दे सकते हैं (जिसे एस जीन ड्रॉप आउट कहा जाता है)। अन्य वायरल जीन का पता लगाने के साथ-साथ यह विशेष एस जीन ड्रॉप आउट ओमिक्रॉन की नैदानिक विशेषता का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, ओमिक्रॉन प्रकार की अंतिम पुष्टि के लिए जीनोमिक अनुक्रमण की आवश्यकता होती है।

हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए:
बरती जाने वाली सावधानियां और कदम पहले की तरह ही रहेंगे। खुद को ठीक से मास्क करना जरूरी है। टीकों की दोनों खुराक लें (यदि अभी तक टीका नहीं लगाया गया है) सामाजिक दूरी बनाए रखें और जितना संभव हो उतना अच्छा वेंटिलेशन बनाए रखें।

क्या कोई तीसरी लहर होगी:
जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका के बाहर के देशों से ओमिक्रॉन के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं और इसकी विशेषताओं को देखते हुए, इसके भारत सहित अधिक देशों में फैलने की संभावना है। हालांकि, मामलों में वृद्धि का पैमाना और परिमाण और सबसे महत्वपूर्ण रूप से होने वाली बीमारी की गंभीरता अभी भी है स्पष्ट नहीं है। इसके अलावा भारत में टीकाकरण की तेज गति और उच्च सेरोपोसिटिविटी के प्रमाण के रूप में डेला संस्करण के उच्च जोखिम को देखते हुए, रोग की गंभीरता कम होने का अनुमान है। हालांकि, वैज्ञानिक साक्ष्य अभी भी विकसित हो रहे हैं।

मौजूदा टीके ओमिक्रॉन के खिलाफ काम करेंगे:
हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा टीके ओमिक्रॉन पर काम नहीं करते हैं। स्पाइक जीन पर रिपोर्ट किए गए कुछ उत्परिवर्तन मौजूदा टीकों की प्रभावकारिता को कम कर सकते हैं। हालांकि, टीके की सुरक्षा एंटीबॉडी के साथ-साथ सेलुलर प्रतिरक्षा द्वारा भी होती है, जिसके अपेक्षाकृत बेहतर संरक्षित होने की उम्मीद है। इसलिए टीकों से अभी भी गंभीर बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने की उम्मीद की जाती है और उपलब्ध टीकों के साथ टीकाकरण महत्वपूर्ण है। यदि पात्र हो, लेकिन टीका नहीं लगाया गया हो, तो उसे टीका लगवाना चाहिए।

वैरिएंट क्यों होते हैं?
वैरिएंट विकास का सामान्य हिस्सा है और जब तक वायरस संक्रमित करने में सक्षम है दोहराने और संचारित करने के लिए वे विकसित होते रहेंगे। इसके अलावा सभी प्रकार खतरनाक नहीं होते हैं और अक्सर नहीं, हम उन्हें केवल तभी नोटिस करते हैं जब वे अधिक संक्रामक होते हैं, या लोगों को पुन: संक्रमित कर सकते हैं आदि वे प्रमुखता प्राप्त करते हैं। वैरिएंट के निर्माण से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम संक्रमणों की संख्या को कम करना है।

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औरैया:  अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पचदेवरा में अपनी बहन की यहां शादी में शामिल होने आई एक युवती को मौसेरे भाई ने एक तरफा प्रेम प्रसंग में गोली मार दी। उसका नजदीक के अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बीती रात अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।

अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पचदेवरा में अपनी बहन के यहां शादी में आई सरिता मौसरे भाई सौरभ ने एक तरफा प्रेम प्रसंग के चलते रविवार को सिर में गोली मारकर घायल कर दिया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल व क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में कोतवाली अजीतमल और एसओजी टीम को लगाया गया था। बीती रात्रि एक सूचना पर एसओजी टीम व कोतवाली पुलिस ने वांछित अभियुक्त सौरभ नहर पुल से असलहा समेत गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ में युवक ने बताया कि वह युवती से प्रेम करता था। शादी करके भागने का दबाव बना रहा था। मगर युवती ने मना कर दिया, जिससे उसने उसे गोली मार दी थी। पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्त को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में बेखौफ बदमाशों ने जिला मुख्यालय के नगर थाना से मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर रविवार की सुबह-सुबह 50 लाख से अधिक की लूट की वारदात को अंजाम दिया है।

लूटपाट का विरोध करने पर बदमाशों ने व्यवसायी को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जबकि परिवार के सभी सदस्यों के मुंह पर टेप बांधकर उसकी भी जमकर पिटाई कर दी। घटना हीरा लाल चौक के समीप स्थित पुरानी डाबर के पीछे वाली गली की है। जहां की आदर्श वस्त्रालय एवं बजरंग आभूषणालय के मालिक कपिलेश्वर मंडल के घर में घुसकर बदमाशों ने करीब दो घंटे तक जमकर उत्पात मचाया।बदमाशों के जाने के बाद परिजनों के शोर मचाने के बाद आसपास के लोग जुटे, जिसके बाद घायल व्यवसायी पुत्र राजीव मंडल को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि सुबह करीब साढ़े पांच बजे गेट खटखटाने पर उन लोगों को लगा कि नौकरानी आई है। जिसके बाद गेट खोलते ही हथियार से लैश दो नकाबपोश बदमाश अंदर घुस गए तथा अपने-अपने कमरे में सोए सभी लोगों को उठाकर मुंह में टेप एवं हाथ-पैर बांधने के बाद बंधक बना लिया तथा पिटाई शुरू कर दी। इस बीच एक बदमाश ने फोन करके तीन-चार और नकाबपोश बदमाशों को बुलाया लिया। 20 से 25 वर्ष उम्र के सभी बदमाशों ने घर में मौजूद कपिलेश्वर मंडल, उनकी पत्नी, पुत्र, पुत्री और छोटे-छोटे बच्चों की जमकर पिटाई करनी शुरू कर दी। काफी आरजू-मिन्नत के बाद भी बदमाशों ने कुछ नहीं सुना तथा चाबी के लिए लगातार मारपीट करते रहे।

करीब दो घंटे तक उत्पात मचाने के बाद बदमाश घर के सभी अलमीरा और गोदरेज का ताला तोड़कर भारी मात्रा में आभूषण और नगद सहित 50 लाख से अधिक की संपत्ति लेकर फरार हो गए हैं। बदमाशों के भागने के बाद परिजनों के शोर करने पर आसपास के लोग जुटे तथा बंधक बनाए गए सभी लोगों को खोल कर गंभीर रूप से घायल राजीव को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। सबसे बड़ी बात है कि नगर थाना की पुलिस को मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर पहुंचने में एक घंटा से भी अधिक का समय लग गए। फिलहाल परिजन कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं, जांच पड़ताल के बाद ही लूटे गए रकम का सही तरीके से पता चल सकेगा।

इधर जिला मुख्यालय के पॉश इलाके में सुबह-सुबह हुई इस भीषण वारदात से व्यवसायी एवंं आम लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरीके से थाना से कुछ ही दूरी और खासकर मेन बाजार में अपराधियों ने इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया है, यह कहीं ना कहीं पुलिस का इकबाल खत्म होने का सबसे बड़ा सबूत है। फिलहाल नगर थाना की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

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राजगढ़: जिले में पुलिस ने बीती रात अलग-अलग जगह दबिश देकर सट्टा-जुआं खेल रहे 10 लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से नकदी जब्त की। पुलिस ने रविवार को आरोपितों के खिलाफ सट्टा-जुआ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया।

जीरापुर थाना प्रभारी मोहरसिंह मंडेरिया के अनुसार बीती रात मुखबिर की सूचना पर स्थानीय बसस्टेण्ड से चंदर पुत्र भगवानसिंह सौंधिया निवासी धतुरिया, बालाजी मंदिर के समीप से हरीश पुत्र कालूराम भावसार निवासी जीरापुर, पुराना बसस्टेण्ड से श्यामलाल पुत्र देवीलाल निवासी मैनाखेड़ी, माचलपुर नाका से कालूसिंह पुत्र गिरधारीलाल वर्मा निवासी मैनाखेड़ी, खिलचीपुर नाका से मदनसिंह पुत्र रामसिंह निवासी राजाहेड़ी, पवन पुत्र बालचंद राव निवासी बावड़ीखेड़ी और सीताराम वर्मा निवासी पीपलदा को सट्टा पर्ची अंकित करते हुए गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 7960 रुपये नकद व सट्टा उपकरण जब्त किए।

वहीं, शहर ब्यावरा थाना प्रभारी राजपाल सिंह राठौर के अनुसार बीती रात मुखबिर की सूचना पर मातामंड मौहल्ले में दबिश देकर बिजली के खंभा के नीचे पैसे से ताश खेल रहे तीन लोगों को दबोचा, जिनमें भगवानसिंह (33) पुत्र बीरमलाल वर्मा, रामसिंह (32) पुत्र देवीलाल वर्मा और दीपक (24)पुत्र गोरेलाल वर्मा निवासी ब्यावरा शामिल है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 1100 रुपये नकद जब्त कर जुआ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया।

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बेगूसराय: बेगूसराय में एक ओर शराबबंदी को कड़ाई पूर्वक लागू कराने के लिए पूरा प्रशासन लगातार एक्शन मोड में है, वहीं नशेड़ियों का उत्पाद भी चरम पर है।शनिवार की देर रात बेगूसराय जिले के परिहारा ओपी क्षेत्र में एक नशेड़ी ने बकाया पैसा मांगने पर भाकपा नेता को पीट-पीट कर मार डाला।

घटना परिहारा ओपी क्षेत्र के परिहारा बाजार की है। मृतक रामसेवक पोद्दार पूर्व में स्थानीय पंचायत समिति सदस्य और छात्र संगठन एआईएसएफ के जिला मंत्री रह चुके थे तथा वर्तमान में भाकपा के लिए सक्रिय रूप से काम करने के साथ-साथ परिहारा बाजार में किराना दुकान चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे।

मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने बखरी-खगड़िया पथ को जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान एवं डीएसपी चंदन कुमार द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करने के आश्वासन पर रात करीब एक बजे सड़क जाम समाप्त हो सका। फिलहाल पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वह सपरिवार फरार हो गया है।

रविवार को सदर अस्पताल बेगूसराय पोस्टमार्टम कराने आए परिजनों ने बताया कि परिहारा निवासी कारी साह ने कुछ दिनों पूर्व रामसेवक पोद्दार से कर्ज लिया था। शनिवार की रात रामसेवक पोद्दार ने कारी साह से पैसा मांगा तो नशे में धुत कारी ने मारपीट शुरू कर दी। उस समय लोगों ने समझा-बुझाकर मामला समाप्त करा दिया। इसके बाद दुकान बंद कर घर जाते समय रामसेवक पोद्दार पर कारी साह ने फिर हमला कर दिया तथा जमकर पिटाई कर दी, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

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