-छह माह का सीईएमओएनसी और एलएसएएस का दिया जाएगा प्रशिक्षण
-ट्रेनिंग लेने के बाद एफआरयू में पांच साल तक सेवा देना होगा अनिवार्य
-मातृत्व व नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को सरकार ने उठाया कदम

Chhapra: राज्य सरकार आपात प्रसूति, प्रसूति सेवा और नवजात शिशुओं की देखरेख की व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए एफआरयू ( फर्स्ट रेफरल यूनिट ) की स्वास्थ्य सेवा में सुधार की कवायद तेज कर दी गई है। एफआरयू को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। चिकित्सकों को छह माह का सीईएमओएनसी (कॉम्प्रेहेंसिव इमरजेंसी ओबेस्टेट्रिक एंड न्यूबॉर्न केयर) और एलएसएएस (लाइव सेविंग एनेस्थेसिया स्किल्स) का प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्थाई और संविदा पर बहाल चिकित्सक प्रशिक्षण ले सकते हैं। चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण के बाद एफआरयू में पांच साल तक कार्य करना अनिवार्य होगा। इसके लिए उनको बांड भरना होगा ।

मातृत्व व नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को सरकार ने उठाया कदम:

राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार, राज्य सरकार प्रदेश में मातृत्व और शिशु मृत्यु दर को कम करने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए एफआरयू की चिकित्सकीय व्यवस्था को बेहतर करने के साथ- साथ चिकित्सकों को आपात प्रसव, प्रसव सेवाओं और नवजात की देखभाल और गंभीर स्थिति में मरीजों की जान बचाने को लेकर लाइफ सेविंग एनेस्थेसिया कौशल आदि का प्रशिक्षण देने का फैसला किया गया।

इच्छुक चिकित्सकों से माँगा गया आवेदन:
एफआरयू के संचालन के लिए प्रशिक्षण लेने को इच्छुक चिकित्सकों से आवेदन मांगा गया है। इसके लिए अनुभव का भी ख्याल रखा गया है, ताकि एफआरयू का संचालन बेहतर ढंग से हो सके। इसलिए प्रशिक्षण के लिए अनुभव को तरजीह दी गई है। राज्य स्वास्थ्य सेवा संवर्ग में दस साल व नियमित और संविदा के आधार पर तीन साल की सेवा दे चुके चिकित्सक का ही आवेदन स्वीकार किया जाएगा। एफआरयू में कार्य करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। सीईएमओएनसी के प्रशिक्षण में महिला चिकित्सक को वरीयता दी जाएगी। आवेदन की स्क्रीनिंग के बाद चिकित्सकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार के बाद सफल चिकित्सक को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

एफआरयू में उपलब्ध सेवाएं

• सामान्य प्रसव की व्यवस्था
• एन्टीबायोटिक दवाओं से प्रबंधन
• उच्च रक्तचाप का प्रबंधन
• सुरक्षित गर्भपात
• सहायिक प्रसव
• नवजात पुनर्जीवन
• शल्य चिकित्सा
• रक्त चढ़ाने की सुविधा।

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Chhapra: 12वीं बिहार राज्य वुशू चैंपियनशिप का आयोजन छपरा के सेंट्रल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में होगा. चैंपियनशिप का शुभारंभ 6 अगस्त होगा. वहीँ समापन सह पुरस्कार वितरण समारोह 8 अगस्त को होगा.

बिहार राज्य के 25 जिलों की टीम इस चैंपियनशिप में भाग लेगी. यह आयोजन छपरा में पहली बार हो रहा है. उक्त जानकारी प्रेस वार्ता कर सारण जिला वुशू संघ के सचिव विनय पंडित, सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ हरेंद्र सिंह, वरिष्ठ खेल शिक्षक सुरेश कुमार सिंह, प्राचार्य मुरारी सिंह, कोच वरुण सिन्हा और प्रबंधक विकास कुमार ने बताई.

सचिव विनय पंडित ने कहा कि वुशू मार्शल आर्ट गेम है. जो बिहार सरकार और भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है. पिछले कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वुशू के खिलाड़ियों ने मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. बिहार राज्य वुशू चैंपियनशिप में सीपीएस परिवार का अहम योगदान है. तीन दिवसीय आयोजन में विभिन्न जिलों से आए हुए खिलाड़ियों के रहने की उत्तम व्यवस्था की गई है. इसी खेल से चयनित होने के बाद गुजरात में होने वाले नेशनल गेम में बच्चे भाग लेंगे.

सीपीएस ग्रुप के निदेशक डॉ हरेंद्र सिंह ने कहा कि बच्चों के रहने के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है. बाहर से आने वाले ऑफिसियल के लिए भी विद्यालय प्रांगण में व्यवस्था की गयी है. उद्घाटन समारोह 6 अगस्त शाम 5 बजे किया जायेगा.

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नवादा: जिले के हिसुआ के प्रेम प्रसंग में एक नाबालिग लड़की की हत्या का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह किशोरी की बहन ने शव को अमरूद के पेड़ से लटका देखा. इसके बाद घटना की सूचना हिसुआ थाने को दी गयी. शव के मिलने से गांव में सनसनी फैल गयी है. मृतक लड़की की पहचान उमराव बीघा निवासी हरिश्चंद्र चौहान की 15 वर्षीय पुत्री रीना के रूप में की गई. परिजनों ने प्रेम-प्रसंग में युवती की हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

लड़की के पिता ने बताया कि हत्या का आरोपी जियापुर निवासी संजय चौहान के पुत्र अमित कुमार है. उसने पहली बार उनकी बेटी को दिसंबर 2021 में शादी की नीयक से भगाया था. उन्होंने थाने में इस बारे में लिखित शिकायत की थी. कोर्ट की प्रक्रिया के बाद वो अपनी बेटी को घर लेकर आए थे. वहीं फरवरी 2022 में उनकी बेटी फिर से अपने प्रेमी के साथ भाग गयी. इसके बाद दहेज की मांग करने लगा. दहेज नहीं देने पर उसने हत्या कर उनकी पुत्री के शव को अमरूद के पेड़ से लटका दिया.

मृतिका के पिता ने बताया कि शुक्रवार की सुबह उनकी दूसरी बेटी पशुओं को चारा देने के लिए गयी. उसने देखा कि रीना का शव अमरूद के पेड़ से लटका हुआ था. इसके बाद गांव वालों की मदद से पुलिस को सुचना दी गयी. घटना की जांच हिसुआ पुलिस कर रही है. हिसुआ थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ऑनर किलिंग के एंगल से भी जांच कर रही है. हालांकि अभी तक किशोरी के पिता की ओर से थाने में कोई आवेदन नहीं दिया गया है.

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Chhapra: सारण जिले के मकेर में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 11 हो गई है. वहीं 18 अन्य अस्पताल में इलाजरत हैं.

इस संबंध में संयुक्त प्रेस वार्ता में जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि जहरीली शराब के सेवन से जिलें में अबतक 11 लोगों की मौत हो गई है. जिनमें 9 लोगों की मौत पीएमसीएच में और एक का निजी अस्पताल में हुई है. साथ ही एक अन्य की भी मौत हुई है जिसके परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार आनन फानन कर दिया है.

अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में बीमार 12 लोग सदर अस्पताल और 6 लोग पीएमसीएच में भर्ती हैं

जिलाधिकारी ने बताया कि मेडिकल टीम ने घरों में सर्वे किया है और जो भी बीमार पाए गए हैं उन्हें अस्पताल भेजा गया है.

सभी विभागों के पदाधिकारियों को लगा के घरों में जांच कराया जा रहा है

उत्पाद और पुलिस प्रशासन के द्वारा कांड दर्ज किया गया है. 5 लोग गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में मकेर के थानाध्यक्ष और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.

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(प्रशान्त सिन्हा)
पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक तत्व है और यह शरीर के कुल भार का लगभग 60 फीसदी होता है। एक इंसान के दिमाग में 75 फीसदी, हड्डियों में 25 फीसदी और खून में 82 फीसदी पानी होता है।

शरीर के प्रत्येक तंत्र की कार्य प्रणाली पानी पर निर्भर रहती है। पानी शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालकर पोषक तत्व व ऑक्सिजन प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसी पानी के विषय में केंद्र सरकार द्वारा संसद में कहा गया है कि देश के अधिकांश क्षेत्रों में भूजल जहरीला हो चूका है। सरकार द्वारा राज्य सभा को बताया गया है कि देश के लगभग सभी राज्यों के अधिकांश जिलों के भूजल में जहरीली धातु पाई गई है जिसकी मात्रा तय मानकों से बहुत ज्यादा है। देश के 209 जिलों के भूजल में आर्सेनिक और 491 जिलों में आयरन की ज्यादा मात्रा पाई गई है। इसके अलावा शीशा, क्रोमियम, यूरेनियम और कैडमियम की भी ज्यादा मात्रा भूजल में पाई गई है। देश के 25 राज्यों के 209 जिलों के कुछ हिस्सों में आर्सेनिक की मात्रा 0.01 मि ग्रा/ लीटर से ज्यादा पाई गई है वहीं 29 राज्यों के 491 जिलों में सीसा की 0.01 मि ग्रा/ लीटर, 11 राज्यों के 29 ज़िलों में कैडमियम की 0.003 मि ग्रा/ लीटर, 16 राज्यों के 62 ज़िलों में क्रोमियम की 0.03 मि ग्रा/ लीटर और 18 राज्यों के 152 जिले में यूरेनियम की 6.03 मि ग्रा/ लीटर पाई गई है।

जलशक्ति मंत्रालय के मुताबिक देश के 80 फीसदी गांव की आबादी भुजल पर निर्भर है। शहरों से ज्यादा समस्या गावों में है। गांव मे पीने के पानी के मुख्य श्रोत हैंड पंप, कुएं, नदियां या तालाब है। गांव में ज्यादातर पानी सीधे ज़मीन से आता है। यहां पानी को साफ करने का कोई तरीका नहीं है। इसलिए गांव में रहने वाले जहरीले पानी पीने को मजबूर है।

सरकार ने रिहायशी इलाकों पर जवाब में यह कबूला है कि रिहायशी इलाकों के भी पीने के पानी के श्रोत काफी प्रदुषित हो चूका है। संसद में बताया गया है कि देश भर के 671 इलाके के पानी में फ्लोराइड है। मंत्रालय के अनुसार 671 रिहायशी इलाकों में फ्लोराइड, 814 इलाकों में आर्सेनिक, 14079 में आयरन, 9930 में खारापन, 517 नाइट्रेट और 111 इलाकों में भारी धातु पाए गए हैं।

इन धातुओं से हमारे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इस प्रदुषित पानी पीने से भयंकर बीमारी होने की संभावना होती है। आर्सेनिक के कारण त्वचा से जुड़ी बीमारियां, और कैंसर का खतरा होता है वहीं आयरन के वजह से अर्जाइमर और पार्किनसन, सीसा के कारण नर्वस सिस्टम, कैडमियम के कारण किडनी की बीमारियां, क्रोमियम के कारण ट्यूमर और यूरेनियम के कारण कैंसर जैसी बीमारी का खतरा होता है।

मंत्रालय के अनुसार 671 रिहायशी इलाकों में फ्लोराइड, 814 इलाकों में आर्सेनिक, 14079 में आयरन, 9930 में खारापन, 517 नाइट्रेट और 111 इलाकों में भारी धातु पाए गए हैं।

दशकों से भारत का जल प्रबंधन और गैर टिकाऊ रास्ते पर है। देश का कोई भी एक क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां सीधे सार्वजानिक आपूर्ति वाले पानी का इस्तेमाल किया जा सके। आज़ादी के समय भारत की 36.1 करोड़ आबादी आज 1.40 करोड़ हो चुकी है। 2050 तक इसके 164 करोड़ हो जाने की अनुमान है। लगातार भुजल की गुणवत्ता में में कमी आने से आने वाली पीढ़ी के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होगी।

हालाकि सरकार जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक 19 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों में से लगभग 10 करोड़ परिवारों में नल का पानी पहुंचाने में सफल रही है और 2024 तक सरकार का लक्ष्य इन सभी परिवारों तक नल का पानी पहुंचाने का है। अक्टूबर 2021 में केंद्र सरकार के तरफ़ से अमृत 2.0 योजना भी शुरू की गई है जिसमें आने वाले पांच सालों में सभी घरों तक पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन यहां देखना जरुरी होगा कि यह सिर्फ कागजों तक ही सीमित नहीं हो। नेशनल वाटर मिशन को समग्र रूप से वर्षा जल प्रबंधन पर ध्यान देना होगा। सिर्फ बारिश के पानी के संग्रह से काम नही चलेगा। वर्षा जल प्रबंधन के तहत बूंदों को जहरीले होने से रोकने के लिए नए तकनीक या कई उपाय ढूंढने होंगे।

1987 में जल संसाधन मंत्रालय ने पहली राष्ट्रीय जल नीति बनाई। उसके बाद के वर्षों में भी नीतियां बनीं। लेकिन इन 35 साल में इन नीतियों का देश के जल प्रबंधन पर बहुत असर नहीं दिखा। भुजल स्तर बढ़ाने के लिए प्रयास तो किए जा रहे हैं लेकिन खेती, औद्योगिकरण और शहरीकरण के कारण जहरीले होते भुजल को लेकर कोई चिंता नहीं की जा रही है। जबकि भुजल का जहरीला होना मानव जाति के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा सकता है।

(ये लेखक के निजी विचार हैं)

लेखक पर्यावरणविद् हैं. 

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मकेर: गुरुवार को मकेर तथा भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा तथा भाथा नोनिया टोला में कथित जहरीली शराब पीने से 3 लोगो की मौत हो गई. जबकि लगभग दो दर्जन लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए. खबर के फैलते ही प्रशासन भी एक्टिव हुआ और हमेशा की तरह इसे संदिग्ध परिस्थिति में मौत बता दिया. 

संदिग्ध अवस्था में 3 व्यक्तियों की मृत्यु, 15 बीमार: जिला प्रशासन

गुरुवार की सुबह से लोगो के आंखों से कम दिखाई देने, शरीर मे घबराहट, उल्टी कमजोरी तथा भूख नही लगने की शिकायत परिजनों को मिलने लगी. तब परिजन आनन फानन में आस पास के लोगो को जानकारी दिया.

घटना की जनकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस उपलब्ध करा बीमार लोगो को उपचार के लिए छपरा तथा पटना भेजने की प्रक्रिया शुरू किया गया. पटना जाने के क्रम में मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोला निवासी कांशी महतो के 55 बर्षीय पुत्र कमल महतो की मौत हो गई तथा दूसरे मृतक भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा निवासी पारस महतो का 35 बर्षीय पुत्र चंदन महतो की गुरुवार की अहले सुबह मौत हो गई. एक अन्य की मौत की भी जिला पप्रशासन ने पुष्टि की है.  

खबर मिलते ही मकेर, भेल्दी, अमनौर, परसा थानाध्यक्ष के साथ मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा, सोनपुर डीएसपी अंजनी कुमार, मढ़ौरा एसडीओ योगेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर राधे श्याम प्रसाद, अमनौर बीडीओ मंजूर मनोहर मधुप, सीओ मृत्युंजय कुमार, मकेर बीडीओ राजमिति पासवान, सीओ चंद्रशेखर कुमार, सीएस डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने घटनास्थल पर पहुँच घटना की जनकारी ली.

सीएस के नेतृत्व में अमनौर तथा मकेर के स्वास्थ्य टीम पहुँच कैंप कर जांच अभियान चलाया गया.

 

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Chhapra: सारण जिले के मकेर, भेल्दी, परसा एवं अमनौर थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में फुलवरिया गांव के भट्ठा टोला जो कि मकेर थाना अंतर्गत पड़ता है संदिग्ध अवस्था में 3 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने तथा 15 व्यक्तियों के बीमार होने की बात प्रकाश में आई है.
इस सम्बन्ध में जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि  बीमार 10 व्यक्तियों को पीएमसीएच पटना एवं अन्य पांच व्यक्तियों को बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल छपरा भेजा गया है.
प्रभावित क्षेत्र गांव में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर/मढौरा के साथ ए. एल.टी. एफ. टीम एवं प्रशासनिक पदाधिकारी, उत्पाद विभाग की टीम अन्य पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से अग्रतर कार्रवाई के तहत छापामारी की जा रही है.
साथ ही सिविल सर्जन एवं मेडिकल की टीम भी प्रभावित गांव/क्षेत्र में कैंप किए हुए हैं. प्रभावित की पहचान के लिए घर-घर सर्वे किया जा रहा है.
ईलाजरत लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी रखी जा रही है एवं कोई अन्य प्रभावित है या नहीं इस संबंध में भी पता लगाया जा रहा है. स्वयं जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सारण घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति एवं व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
जिला पदाधिकारी सारण एवं पुलिस अधीक्षक सारण के संयुक्त आदेश से विशेष सर्वेक्षण दल का गठन कर डोर टू डोर बीमार व्यक्तियों की खोज की जा रही है. इस कार्य में जीविका की दीदियों, कल्याण विभाग एवं आईसीडीएस विभाग के पदाधिकारी गणों एवं कर्मी गणों की सहायता ली जा रही है.
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मढ़ौरा: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बुधवार को 66वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी हो होते ही मढ़ौरा में आलू प्याज बेचकर अपनी बेटी को पढ़ाने वाले अनिरुद्ध गुप्ता के घर खुशियां बरसने लगी.

अनिरुद्ध गुप्ता की बेटी बीपीएससी की परीक्षा पास कर चुकी है अब वह अफसर बिटिया कहलाएगी. परीक्षा के अंतिम परिणाम आने की सूचना मिलने के बाद पिता की आंखों में आसूं आ गए. वही दूसरी ओर मढ़ौरा के ही स्टेशन रोड में चाय बेचकर अपने बेटे को पढ़ाने वाले मनोज राय भी खुशी से झूम उठे. मूल रूप से मसरख के निवासी मनोज राय ने अपनी बेटे के बीपीएससी परीक्षा में सफल होने पर अपनी खुशी का इजहार लोगों को पूरे दिन चाय पिलाकर किया. दोनो सफल प्रतिभागियों के घर उत्सव का माहौल है स्वयं की कड़ी मेहनत और लगन से की गई पढ़ाई की बदौलत ही जूही गुप्ता और पप्पू यादव अब अफसर बनने वाले है.

जिले के मढौरा खुर्द की रहने वाली जूही कुमारी और स्टेशन रोड निवासी पप्पू कुमार यादव ने 66 वीं बीपीएससी परीक्षा पास कर चुके है.

अनिरुद्ध गुप्ता के बेटी जूही कुमारी तीन बहन और एक भाई में सबसे छोटी है. जूही के पिता आलू प्याज के थोक विक्रेता है, जिन्होंने मढौरा में आलू प्याज बेचकर अपनी सबसे छोटी बेटी को पढ़ाया है.

रिजल्ट की खबर सुनते ही जुही के पिता अनिरुद्ध प्रसाद गुप्ता भावुक होकर रोने लगे. अनिरुद्ध प्रसाद गुप्ता को अपनी बेटी पर गर्व है. जुही की इंटर तक पढ़ाई मढौरा में हुई, जबकि उसने ग्रेजुएशन छपरा से की है. उसने दो बार मेंस की परीक्षा में असफल होने के बाद तीसरी बार सफलता हासिल की है.

वही दूसरी तरफ मढौरा स्टेशन पर चाय दुकान चलाने वाले मनोज राय के पुत्र पप्पू यादव ने बीपीएससी परीक्षा पास की है. जो फिलहाल वाराणसी में रहते है. दोनों का रिजल्ट आने के बाद कई गणमान्य लोगों व जनप्रतिनिधियों ने बधाई दी है. पप्पू कुमार यादव इंटर तक पढ़ाई मढौरा से करने के बाद ग्रेजुएशन, एमए और पीएचडी की पढ़ाई वाराणसी में रहकर करते है.

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बर्मिंघम: स्टार भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ने गुरुवार को बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में पहले दौर की हीट टू में शीर्ष स्थान हासिल करने के बाद महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

दास ने सेमीफाइनल के लिए अपना टिकट बुक करने के लिए 23.42 सेकंड का समय निकाला।

दूसरे नंबर पर जाम्बिया की रोडा नोजोबवु थीं, जिन्होंने 23.85 सेकेंड का समय निकाला। तीसरे स्थान पर युगांडा के जेसेंट न्यामाहुंगे थी, जिन्होंने 24.07 सेकंड के समय के साथ दौड़ पूरी की।

हीट में पांच में से पहले तीन एथलीटों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया
बता दें कि इससे पहले 23 वर्षीय तेजस्विन शंकर ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में देश का पहला एथलेटिक्स पदक जीता। शंकर ने 2.22 मीटर के जंप के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। इसी के साथ वह राष्ट्रमंडल खेलों में हाई जंप में भारत के लिए पदक जीतने वाले पहले एथलीट बन गए।

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Chhapra: आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर एक ओर जहां केंद्र सरकार हर घर तिरंगा अभियान चला रही है, वही दूसरी ओर छपरा जंक्शन पर शान से लहराने वाला तिरंगा हटा दिया गया है.

तिरंगा के लिए लगाया गया पोल खड़ा है, लेकिन विगत कुछ दिनों से तिरंगा इसपर नहीं लगाया गया है.

स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि तिरंगा हमारी आन, बान और शान का प्रतीक है. जंक्शन पर लगे तिरंगा को देख कर लोगों में देश के प्रति सम्मान का भाव जागृत होता है. कुछ ऐसे ही उद्देश्य से इसे सरकार ने लगवाया भी था.

मौजूदा समय में सरकार देशभर में हर घर तिरंगा अभियान चला रही है. ऐसे में छपरा जंक्शन पर तिरंगा का केवल पोल खड़ा है और तिरंगा हटा दिए जाने को लोग लापरवाही मान रहे हैं.

लोगों का कहना है कि इसके पूर्व झंडा फट गया था जिसको बदलकर नया लगाया गया लेकिन किन्हीं कारणों से इसे फिर से हटा दिया गया है.

अब देखने वाली बात होगी की कब रेलवे के उच्च पदाधिकारियों की नजर इस मामले पर पड़ती है और तिरंगा को फिर से लगाया जाता है. जिससे की वह शान से लहरा सके.

इस विषय को लेकर लोग अब सोशल मीडिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि आम लोग सरकार के अभियान और प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपने घरों पर तिरंगा लगा रहें हैं. वहीँ सरकार ने जहाँ तिरंगा पहले से लगा रखा है उसे हटाना उचित प्रतीत नहीं होता. लोगों ने जल्द से जल्द तिरंगा को लगाने की मांग की हैं. 

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Chhapra : छपरा रेलवे जंक्शन पर आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने ट्रेनों में सघन जांच की करवाई की. जिसमें पूर्वाचल एक्सप्रेस के एसी कोच से एक लावारिस बैग में अंग्रेजी शराब बरामद हुई. जिसकी कीमत लगभग नौ हजार रुपये बताई जा रही है। इसमे मुख्य रूप से आठ बोतल अंग्रेजी शराब और पांच टेट्रा पैक शामिल है.

75वे आजादी महोत्सव को लेकर जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था बढाई गई है, इसीको लेकर ट्रेनों में सुरक्षा के मद्देनजर जाँच टीम लगाई गई है. चेकिंग के दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेस जो सीमार्वती उतर प्रदेश के बलिया होकर आती है, उसी ट्रेन एसी कोच में लावारिस बैग पाया गया, जिसे खोल कर चेक किया गया, प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि इस दौरान तस्कर भागने या छिपने में सफल रहा.

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छपरा: जयनारायण सिंह एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित जे डी पब्लिक स्कूल के छात्र दुर्गेश कुमार सिंह के 12वीं परीक्षा में 96% अंक प्राप्त करने पर ट्रस्ट के डॉ पी बी सिंह द्वारा 25 हज़ार रुपये का चेक प्रोत्साहन स्वरूप देकर सम्मानित किया गया.

इस मौके पर स्कूल के प्राचार्य एवं अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही. विद्यालय के सिटी ऑफिस ए ब सी ट्यूटोरियल में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संस्थान के डॉ पीबी सिंह ने बताया कि विगत 32 वर्षों से अधिक समय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में यह संस्थान पूरे कमिश्नरी में सबसे ऊपर है एवं प्रत्येक वर्ष बहुत सारे छात्र एवं छात्राएं मेडिकल एवं इंजीनियरिंग में क्वालीफाई करते आ रहे हैं.

वहीं प्राचार्य दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान कड़ी दुर्गेश ने एनडीए की लिखित परीक्षा भी पास की है.

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